ताजा खबर
BBC
अकाल तख़्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह पर बादल परिवार का प्रतिनिधित्व करने के पंजाब सीएम भगवंत के बयान पर जत्थेदार ने पलटवार किया है.
उन्होंने भगवंत मान को संबोधित करते हुए कहा है, "भगवंत मान जी, जैसे आप पंजाब का प्रतिनिधित्व करते हैं, मैं भी अपने कौम का सच्चा प्रतिनिधि हूं. मेरे पास भी ये अधिकार और कर्तव्य है कि मैं अपने कौम के निर्दोष युवाओं के अधिकारों के बारे में बात करूं."
उन्होंने कहा, "आप सही हैं कि अक्सर निर्दोष धार्मिक युवाओं का इस्तेमाल राजनीतिक लोग करते हैं. मुझे इस बारे में खूब पता है. लेकिन आपको भी ध्यान रखना चाहिए कि एक तंदूर की तरह पंजाब को गर्म करके उस पर अपनी रोटियां सेंकने के लिए आप जैसे राजनीतिक व्यक्ति का राजनीतिक लोग इस्तेमाल न करें."
"हम राजनीति पर बाद में बात कर लेंगे. पहले हमें मिलकर पंजाब को बचाना है और उन माँओं को उनके निर्दोष बेटों से मिलाना है, जिन्हें जेल में डाल दिया गया. ईश्वर सबका कल्याण करे."
इससे पहले, सोमवार को जत्थेदार हरप्रीत सिंह ने अमृतपाल सिंह कांड के बाद पंजाब में गिरफ्तार ‘निर्दोष’ लड़कों को 24 घंटे के भीतर रिहा करने की मांग की थी.
उन्होंने कहा था कि यदि उन्हें रिहा नहीं किया गया, तो सिख संगठन इसके खिलाफ आंदोलन करेंगे.
उनके अल्टीमेटम के जवाब में सीएम भगवंत मान ने मंगलवार को किए एक ट्वीट में लिखा, ‘‘जत्थेदार श्री अकाल तख़्त साहिब जी. सब को पता है कि आप तो एसजीपीसी में बादलों का पक्ष रखते रहे हैं. इतिहास देखिए कई जत्थेदारों को बादलों ने अपने स्वार्थ के लिए इस्तेमाल किया है."
"अच्छा होता अगर आप अल्टीमेटम, बेअदबी और गायब हुए श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के स्वरुप के लिए जारी करते, न कि हँसते-बसते लोगों को भड़काने के लिए."
हालांकि पंजाब के डीजीपी ने कहा था कि पंजाब में 353 लोगों को हिरासत में लिया गया, जिनमें से 197 लोगों को रिहा कर दिया गया है. (bbc.com/hindi)