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कांकेर, 25 गस्त। भारत के लिए 23 अगस्त का दिन काफ़ी ऐतिहासिक रहा है। भारत का चंद्रयान-3 सफलता पूर्वक चाँद पर पहुंच गया है। लैंडर विक्रम के चंद की धरती पर उतरते ही भारत के अंतरिक्ष विज्ञान में एक नया इतिहास रच दिया।
गर्व की बात यह है कि चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन गया है। चंद्रयान-3 की सफलता पर नगर के स्थानीय जे.पी. इंटरनेशनल स्कूल परिसर में जश्न का माहौल रहा। इस अवसर पर छात्रावास में अध्यनरत विद्यार्थियों तथा संस्था के तमाम शिक्षकों सहित चंद्रयान-3 के सफल लैंडिंग तथा प्रत्येक गतिविधियों का लाइव प्रसारण दिखाया गया।
चंद्रयान-3 जब चंद्रमा की सतह पर लैंड हुआ तो पूरा विद्यालय प्रांगण भारत माता की जयकारा और तालियों की गडग़ड़ाहट के साथ फटाखों की आतिशबाजी साथ ही संस्था के नन्हे बच्चों द्वारा प्रस्तुत देशभक्ति गीत छोड़ो कल की बातें देशभक्ति नृत्य ये तारा-वो तारा, वन्दे मातरम् तथा ओजपूर्ण कविता से गूँज उठा।
संस्था प्राचार्य श्री रितेश चौबे जी ने इसरो और मिशन में शामिल सभी लोगो के लिए ओजपूर्ण कविता के माध्यम से बधाई देते हुआ कहा कि यह हमारे लिए एक अविस्मरणीय क्षण है। हमारे वैज्ञानिकों ने इतिहास रचकर भारत को गौरान्वित किया है। इस बड़ी उपलब्धि पर मै अपनी संस्था के तरफ से पूरे भारतवासियों को शुभकामनाएँ देता हूँ।
देश की ऐतिहासिक सफलता और खुशहाली के इस मौके पर संस्था निदेशक श्री प्रताप राय गिदवानी, संचालक श्री शंकर गिदवानी, शैक्षिक सलाहकार श्री गोविन्द मुदलियार, प्राचार्य श्री रितेश चौबे तथा उप-प्राचार्य श्री विजयन द्वारा सभी इसरो के सभी वैज्ञानिकों, संस्था के समस्त विद्यार्थियों, तमाम शिक्षकों ,नगर व देशवासियों को शुभकामनाएं दी।