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रायपुर, 8 मई। एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल ने बताया कि विश्व थैलेसीमिया दिवस के अवसर पर लोगों को थैलेसीमिया के बारे में जागरूक करने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण संदेश देने के लिए समर्थ है। थैलेसीमिया एक ऐसा गंभीर रोग है जिसमें लाल रक्तकोशिकाओं के उत्पादन में असमर्थता होती है, जिससे शारीरिक संघर्ष का सामना करना पड़ता है। थकान, सांस लेने में कठिनाई, ठंड, चक्कर आना, और पीली त्वचा थैलेसीमिया के लक्षणों हैं। इस रोग के संघर्ष के समय, नियमित चिकित्सा जांच और उपचार का पालन अत्यंत महत्वपूर्ण होता है।
एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल के वरिष्ठ सलाहकारइंटरनल मेडिसिन डॉ. मुकेश कुमार शर्मा का मानना है की आधुनिक उपचार सुविधाओं के साथ थैलेसीमिया के प्रबंधन में नेतृत्व कर रहा है। हमारे ब्लड बैंक केंद्र में प्रभावी रक्ताधान की सुविधा उपलब्ध है, साथ ही हाल ही में हमने 2 बोन मेरो ट्रांसप्लांट भी किया है। इलाज अलग-अलग लोगों के लिए अलग हो सकता है, लेकिन रक्त स्त्राव को सामान्य करने के लिए रक्त प्रवाह को बढ़ावा देने और रक्त उत्पादन को सुधारने के लिए उपाय किए जा सकते हैं।
हॉस्पिटल ने बताया कि थैलेसीमिया को नियंत्रित करने के लिए समयगत चिकित्सा जांच, उपचार, और सहायता का हमेशा समर्थन करते हैं। हम लोगों को थैलेसीमिया के बारे में जागरूक करने के लिए संघर्ष करते हैं ताकि जागरूकता बढ़ाई जा सके और लोग इस रोग के खिलाफ उचित सुरक्षा के साथ सजग रह सकेंऔर एम.एम.आई. नारायणा हॉस्पिटल इसमें आपके साथ है।
डॉ. मुकेश कुमार शर्मा ने यह भी कहा की संघर्ष के खिलाफ मिलकर, हम थैलेसीमिया के बचाव और इलाज की दिशा में नए उत्थानों को अपनाते हुए आगे बढ़ रहे हैं। लुस्पेटरसेप्ट जैसे उपचारों का प्रयोग थैलेसीमिया के रोगियों को राहत प्रदान करने में मदद करता है। हमारे विशेषज्ञ चिकित्सा टीम के द्वारा प्रदान की जाने वाली उचित देखभाल से, थैलेसीमिया के रोगियों को समर्थन और देखभाल की जरूरत प्राप्त होती है।
हॉस्पिटल ने बताया कि इस विशेष दिन पर, हमारी कोशिश को सफल बनाने के लिए हम सभी को साझा जिम्मेदारी महसूस करते हैं। हम थैलेसीमिया के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने के लिए अपील करते हैं।