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![बारनवापारा वनक्षेत्र में घूम रहे बाघ की सुरक्षा में 4 कुमकी हाथी तैनात होंगे बारनवापारा वनक्षेत्र में घूम रहे बाघ की सुरक्षा में 4 कुमकी हाथी तैनात होंगे](https://dailychhattisgarh.com/uploads/article/1719583558mage_(1).jpg)
प्रसिद्ध बाघ संरक्षण विशेषज्ञ श्रीनिवास मूर्ति ने बारनवापारा अभ्यारण्य क्षेत्र का लिया जायजा
रायपुर,28 जून। पीसीसीएफ (वप्रा) सुधीर कुमार अग्रवाल ने बारनवापारा अभ्यारण्य एवं सीमावर्ती वनक्षेत्र में 7 मार्च से 27 जून तक विचरण कर रहे बाघ की निगरानी के लिए किए प्रयासों की समीक्षा की।अग्रवाल के विशेष आग्रह पर आईएफएस.(रिटा.) आर.श्रीनिवास मूर्ति ने बारनवापारा अभ्यारण्य एवं सीमावर्ती वन परिक्षेत्रों में विचरण कर रहे 1 बाघ की निगरानी तथा सुरक्षा हेतु अधिकारी कर्मचारियों की बैठक ली ।बाघ की सुरक्षा एवं मॉनिटरिंग के कार्याें का निरीक्षण कर आवश्यक मार्गदर्शन दिया।
श्री मूर्ति ने बाघ में ‘‘रेडियो कालर‘‘ लगाने का सुझाव दिया । वर्तमान में बारनवापारा अभ्यारण्य एवं आस-पास के वनक्षेत्र बाघ के रहवास के लिए उपयुक्त है एवं क्षेत्र में पर्याप्त मात्रा में प्रे-बेस तथा वाटरबॉडी (पेय जल स्थान) एवं बाघ रहवास क्षेत्र है, जिसमें बाघ आसानी से रहवास/विचरण कर सकते है। बाघ की मॉनिटरिंग के तरीकों पर श्री मूर्ति ने बारनवापारा अभ्यारण्य,बलौदाबाजार, देवपुर एवं परिक्षेत्र बल्दाकछार के समस्त स्टाफ को बाघ संबंधित महत्वपूर्ण प्रशिक्षण दिया गया।
वर्तमान में वनमण्डल, बलौदाबाजार के अंतर्गत बाघ के संबंध में किये जा रहे कार्यों की सराहना की गई, तथा जन मानस एवं बाघ की सुरक्षा 4 कुमकी हाथियों को बारनवापारा अभ्यारण्य वनमण्डल बलौदाबाजार में तैनात करने कहा ।
श्री मूर्ति प्रसिद्ध बाघ संरक्षण विशेषज्ञ एवं पन्ना टायगर रिजर्व में फील्ड डायरेक्टर रहे सेवानिवृत आईएफएस अधिकारी है। श्रीनिवास पन्ना टाइगर रिजर्व में लगातार 2009 से 2015 तक फील्ड डायरेक्टर रहकर बाघ की संख्या 0 से 32 किया गया। वर्तमान में पन्ना टाइगर रिजर्व में लगभग 90 टाइगर है। टाइगर की संरक्षण एवं संख्या बढ़ाने में इनका महत्वपूर्ण योगदान है।