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महाराष्ट्र, एमपी और दिल्ली को भी भेजा जा रहा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 अप्रैल। प्रदेश के अस्पतालों में मरीजों के लिए ऑक्सीजन की कमी नहीं है, लेकिन सिलेंडरों की मारामारी बनी हुई है। बताया गया कि कई जगहों पर सिलेंडरों की कमी के कारण कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। अलबत्ता, यहां से महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, और दिल्ली तक को ऑक्सीजन भेजा जा रहा है।
दिल्ली और महाराष्ट्र की तरह छत्तीसगढ़ के अस्पतालों में ऑक्सीजन की समस्या नहीं है। अस्पतालों और कोविड सेंटरों में ऑक्सीजन की आपूर्ति नियमित हो रही है। मगर दूर दराज के इलाकों में कोरोना मरीजों को जरूरी ऑक्सीजन नहीं मिल पा रहा है। इस वजह से उन्हें रायपुर और आसपास के अस्पतालों में चक्कर काटने पड़ रहे हैं।
विशेषकर रायपुर जिले में ऑक्सीजन सिलेंडर की भारी कमी है। ऑक्सीजन सिलेंडर का व्यवसाय करने वाले संस्थानों के पास भी स्टॉक नहीं है। बताया गया कि बड़ी संख्या में ऑक्सीजन की कमी वाले कोरोना पीडि़तों ने ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदे हैं। इस वजह से समस्या बन गई है। खुले बाजार में सिलेंडर नहीं मिल रहे हैं।
औषधि एवं खाद्य नियंत्रक केडी कुंजाम ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में कहा कि सिलेंडरों की कमी है, लेकिन ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के साढ़े 4 सौ मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन हो रहा है। जबकि डेढ़ सौ मीट्रिक टन ऑक्सीजन की खपत हो रहा है। सरकार ने वैसे भी औद्योगिक ऑक्सीजन पर रोक लगा दी है। इस वजह से खपत की तुलना में कई गुना अधिक ऑक्सीजन उपलब्ध है।
दूसरी तरफ, छत्तीसगढ़ के उद्योगों से महाराष्ट्र को नियमित ऑक्सीजन भेजा जा रहा है। इसके अलावा भिलाई स्टील प्लांट से मध्यप्रदेश को ऑक्सीजन आपूर्ति की जा रही है। यही नहीं, अब दिल्ली को छत्तीसगढ़ से ऑक्सीजन मिल रहा है। बहरहाल, छत्तीसगढ़ में ऑक्सीजन होते हुए सिलेंडर की कमी की वजह से समस्या बनी हुई है।