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फर्रुखाबाद (उप्र), 30 अप्रैल। फर्रुखाबाद लोकसभा सीट से विपक्षी 'इंडिया’ गठबंधन के उम्मीदवार के लिए वोट मांगते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) की नेता मारिया आलम ने भाजपा सरकार को हटाने के लिए 'वोट जिहाद' की अपील की और इसे अल्पसंख्यक समुदाय के लिए मौजूदा हालात में जरूरी बताया।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद की भतीजी और सपा नेता मारिया आलम ने सोमवार को खुर्शीद की मौजूदगी में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए 'वोट जिहाद' की अपील की।
उन्होंने मुसलमानों से एकजुट होने का आह्वान करते हुए कहा , ''संघी (भाजपा) सरकार को हटाने के लिए बहुत अक्लमंदी के साथ एक साथ होकर, बहुत खामोशी से वोटों का जिहाद करो, क्योंकि हम सिर्फ वोटों का जिहाद कर सकते हैं।''
मारिया आलम ने भरोसे के साथ कहा, ''हम सब संघी सरकार को भगाने का काम कर सकते हैं।''
कायमगंज में ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक सपा के प्रत्याशी नवल किशोर शाक्य के लिए समर्थन मांगते हुए मारिया आलम ने कहा,‘‘बहुत समझदारी से बिना भावुक हुए और खामोशी के साथ मिलकर वोट जिहाद करें क्योंकि वोट जिहाद से ही हम इस संघी सरकार को भगा सकते हैं।’’
इस बात पर जोर देते हुए कि अब हाथ मिलाने का समय आ गया है, मारिया ने कहा कि अन्यथा यह 'संघी सरकार हमारे अस्तित्व को मिटाने में सफल हो जाएगी।'
उन्होंने मौजूदा भाजपा सांसद एवं प्रत्याशी मुकेश राजपूत का नाम लेते हुए कहा, ''बहुत शर्म आती है कि कुछ मुसलमानों ने मुकेश राजपूत की बैठक करायी। मुझे लगता कि समाज को उनका (बैठक कराने वाले मुसलमानों का) हुक्का पानी बंद कर देना चाहिए।''
मारिया ने कहा, "लोग कहते हैं कि संविधान और लोकतंत्र खतरे में है, लेकिन मैं कहती हूं कि इंसानियत खतरे में है, अब इंसानियत पर हमला है। अगर आप देश, इसकी सुंदरता और 'गंगा-जमुनी' तहजीब को बचाना चाहते हैं तो किसी से प्रभावित हुए बिना बहुत समझदारी से मतदान करें।''
जनसभा में सलमान खुर्शीद ने मुख्य अतिथि के तौर पर हिस्सा लिया। आलम के बयान का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
अपनी भतीजी के बयान पर टिप्पणी करने के लिए पूछे जाने पर सलमान खुर्शीद ने कहा, '' हम आम तौर पर ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करने से परहेज करते हैं, क्योंकि इसका शाब्दिक अर्थ गलत लगा लिया जाता है।''
उन्होंने कहा ''जिहाद का मतलब किसी परिस्थिति से संघर्ष करने के लिए होता है। यही मंतव्य उसका (मारिया आलम का) रहा होगा कि संविधान की रक्षा के लिए 'वोट जिहाद' किया जाय।''
फर्रुखाबाद सीट से ‘इंडिया’ गठबंधन की ओर से अपनी उम्मीदवारी पर खुर्शीद ने कहा कि उन्हें फर्रुखाबाद के अलावा कांग्रेस से अलीगढ़, कानपुर एवं अन्य क्षेत्रों से टिकट का ‘ऑफर’ मिला लेकिन उन्होंने साफ कह दिया, ''मैं सलमान खुर्शीद फर्रुखाबाद वाला हूं, वहीं का रहूंगा'।''
फर्रुखाबाद में यह पहली सार्वजनिक बैठक थी जिसमें कांग्रेस और सपा के अधिकांश वरिष्ठ नेता एक साथ मंच पर मौजूद थे।
फर्रुखाबाद में चौथे चरण में 13 मई को मतदान होगा। यहां 2014 से मुकेश राजपूत भाजपा के टिकट पर लगातार दो बार जीते और तीसरी बार उन्हें पार्टी ने चुनाव मैदान में उतारा है। 2019 और 2014 में कांग्रेस प्रत्याशी सलमान खुर्शीद यहां मुकेश के मुकाबले पराजित हो गये थे। सलमान 1991 और 2009 में यहां से चुनाव जीते थे। (भाषा)
नयी दिल्ली, 30 अप्रैल। अमेरिका के अखबार ‘द वाशिंगटन पोस्ट’ की एक खबर में सिख अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की कथित हत्या की साजिश में एक भारतीय अधिकारी का नाम लिए जाने के एक दिन बाद, मंगलवार को भारत ने कहा कि खबर में एक गंभीर मामले में ‘‘अवांछित और निराधार’’ आरोप लगाए गए हैं और मामले की जांच जारी है।
अखबार ने अज्ञात सूत्रों के हवाले से अमेरिका में पिछले साल पन्नू की कथित हत्या की साजिश के संबंध में एक रॉ अधिकारी का नाम लिया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, ‘‘रिपोर्ट में एक गंभीर मामले में अवांछित और निराधार आरोप लगाए गए हैं।’’
उन्होंने कहा कि कथित साजिश पर अमेरिका द्वारा दी गई जानकारी की पड़ताल करने के लिए भारत द्वारा गठित एक उच्चस्तरीय जांच समिति मामले में अब भी तफ्तीश कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत सरकार ने संगठित अपराधियों, आतंकवादियों तथा अन्य के नेटवर्क पर अमेरिकी सरकार द्वारा साझा की गईं सुरक्षा चिंताओं की जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति गठित की है जिसकी जांच जारी है।’’
जायसवाल ‘द वाशिंगटन पोस्ट’ की खबर पर मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘इस पर काल्पनिक और गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणियों की जरूरत नहीं है।’’
‘द वाशिंगटन पोस्ट’ की खबर में रॉ के अधिकारी की पहचान विक्रम यादव के रूप में की गई है और आरोप लगाया गया है कि पन्नू को मारने की साजिश में वह शामिल थे।
पिछले साल नवंबर में अमेरिकी संघीय अभियोजकों ने भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर अमेरिका में सिख अलगाववादी पन्नू की हत्या की नाकाम साजिश में भारत सरकार के एक आधिकारी के साथ मिलकर काम करने का आरोप लगाया था।
भारत में आतंकवाद के आरोपों में वांछित पन्नू के पास अमेरिका और कनाडा की दोहरी नागरिकता है। उसे विधिविरुद्ध क्रियाकलाप (रोकथाम) अधिनियम के तहत केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा आतंकवादी घोषित किया गया है।
इससे कुछ महीने पहले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सितंबर में ब्रिटिश कोलंबिया में 18 जून को खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की संलिप्तता का दावा किया था।
भारत ने इन आरोपों को पूरी तरह खारिज कर दिया था।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सात दिसंबर को संसद में कहा था कि भारत ने पन्नू मामले में अमेरिका से प्राप्त सूचना की जांच के लिए एक समिति गठित की है क्योंकि इस मामले से देश के राष्ट्रीय हित भी जुड़े हैं। (भाषा)
बदायूं (उप्र), 30 अप्रैल। बदायूं सीट से समाजवादी पार्टी (सपा) के उम्मीदवार आदित्य यादव ने सोशल मीडिया पर कुछ लड़कियों के साथ अपनी कथित तस्वीरें वायरल होने के बाद मंगलवार को कहा कि छात्र जीवन के दौरान की उनकी कुछ तस्वीरें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की आईटी सेल द्वारा वायरल की गई हैं।
सपा महासचिव शिवपाल सिंह यादव के पुत्र और सपा प्रमुख के चचेरे भाई आदित्य यादव ने पत्रकारों से कहा, "ये तस्वीरें मेरे छात्र जीवन के दौरान की हैं और तस्वीरों में दिखाई गई कुछ लड़कियां मेरी दोस्त हैं और कुछ बहनें हैं, जो मुझे राखी बांधती हैं।"
उन्होंने कहा, "चूंकि मैं शादीशुदा हूं, कुछ मेरी पत्नी की दोस्त भी हैं। इन तस्वीरों को वायरल करके भाजपा ने इन लड़कियों की निजता के अधिकार का उल्लंघन किया है। यह भाजपा के चरित्र को दर्शाता है। राजनीति के लिए वे किसी भी स्तर तक नीचे जा सकते हैं।"
आदित्य यादव ने भाजपा को लेकर अंदेशा जताया ,‘‘ हो सकता है कि वे (भाजपा) आगे चलकर एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के माध्यम से मेरी और भी अश्लील वीडियो वायरल करें।’’
बदायूं में चुनाव के बारे में उन्होंने कहा कि इस सीट पर सपा आसानी से चुनाव जीत रही है, जिससे भाजपा हताश है।
बसपा प्रत्याशी मुस्लिम खान ने कहा कि ऐसे चरित्र वाले व्यक्ति (आदित्य) को मुसलमान अपने घर में घुसने नहीं देंगे।
बदायूं में मतदान तीसरे चरण में सात मई को होगा। (भाषा)
उधगमंडलम (तमिलनाडु), 30 अप्रैल। तमिलनाडु के उधगमंडलम को इस गर्मी में राहत मिलती नहीं दिखाई दे रही है क्योंकि तापमान में होती वृद्धि राज्य के इस 'हिल स्टेशन' में भी पारे को बढ़ा रही है।
चेन्नई स्थित क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) के अतिरिक्त महानिदेशक एस बालचंद्रन का कहना है कि पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहे इस स्थान पर 29 अप्रैल को अब तक का अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया, जो सामान्य से 5.4 डिग्री अधिक था।
उधगमंडलम में 29 अप्रैल 1986 को अधिकतम तापमान 28.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो अब तक का सबसे ज्यादा था।
मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर आंतरिक तमिलनाडु के अलग-अलग हिस्सों में लू की स्थिति बनी रहने की चेतावनी दी गयी है और तीन मई तक के लिए 'येलो' अलर्ट जारी किया गया है।
इरोड जिले में अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि चेन्नई में तापमान 38.6 डिग्री सेल्सियस रहा। कन्याकुमारी और तिरुनेलवेली जिलों में हल्की बारिश की संभावना जताई गयी है।
गर्मी के दिनों में तपती गर्मी से राहत पाने के लिए ऊटी आने वाले पर्यटक यहां पड़ती गर्मी से हैरान हो गये हैं।
एक रिसॉर्ट के प्रबंधक बालाजी ने कहा, ''रात में तापमान ठंडा था, जिससे हमारे मेहमानों को थोड़ी राहत जरूर मिली।'' (भाषा)
मालशिरस (महाराष्ट्र), 30 अप्रैल। वरिष्ठ नेता शरद पवार को एक ‘भटकती आत्मा’ बताने के एक दिन बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख पर अपना हमला जारी रखते हुए कहा कि केंद्रीय कृषि मंत्री रहते हुए उन्होंने किसानों के लिए बहुत कुछ नहीं किया और अब उन्हें दंडित करने का समय आ गया है।
मोदी ने विपक्षी कांग्रेस पर यह कहते हुए तंज कसा कि वह मौजूदा लोकसभा चुनाव में 275 उम्मीदवार भी खड़े नहीं कर सकी है। उन्होंने लोगों से कांग्रेस के पक्ष में मतदान कर अपना वोट बर्बाद ना करने की भी अपील की।
प्रधानमंत्री यहां सोलापुर जिले के मालशिरस में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार रंजीत सिंह नाइक निम्बालकर के पक्ष में एक रैली को संबोधित कर रहे थे। निम्बालकर माढा संसदीय सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
शरद पवार का नाम लिए बिना मोदी ने कहा, ‘‘15 वर्ष पहले एक बहुत बड़े नेता यहां चुनाव लड़ने आए थे और तब उन्होंने डूबते सूरज की शपथ लेकर कहा था कि यहां सूखे से प्रभावित क्षेत्रों तक पानी पहुचाएंगे। क्या लोगों को पानी मिला? क्या आपको याद है? उन्होंने अपना वादा पूरा नहीं किया, अब उन्हें दंडित करने का समय आ गया है। उसके बाद उस नेता ने यहां से चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं की।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि विदर्भ हो या मराठवाड़ा हो, वर्षों से यहां के लोगों को बूंद-बूंद पानी के लिए तरसाने का ‘पाप’ होता रहा है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को देश ने 60 वर्ष तक राज करने का मौका दिया और इन 60 वर्षों में दुनिया के अनेक देश पूरी तरह से बदल गए लेकिन कांग्रेस किसानों के खेत तक पानी नहीं पहुंचा पाई।
उन्होंने कहा, ‘‘वर्ष 2014 में करीब 100 सिंचाई परियोजनाएं ऐसी थीं जो कई दशकों से लटकी पड़ी थीं। इसमें से 26 परियोजनाएं महाराष्ट्र से थीं। सोचिए, कितना बड़ा धोखा कांग्रेस ने महाराष्ट्र को दिया है। वर्ष 2014 में सरकार बनने के बाद मैंने पूरी शक्ति इन सिंचाई परियोजनाओं पर लगा दी। कांग्रेस की लटकाई 100 परियोजनाओं में से 63 हमने पूरी की हैं। हर खेत में, हर घर तक पानी पहुंचाना मेरे जीवन का बहुत बड़ा मिशन है।’’
पवार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि जब वह ‘रिमोट कंट्रोल’ सरकार में कृषि मंत्री थे, तब गन्ने का उचित और लाभकारी मूल्य (एफआरपी) 200 रुपये था, लेकिन अब मोदी के सेवाकाल के तहत यह 340 रुपये प्रति क्विंटल है।
उन्होंने कहा, ‘‘जब यह दिग्गज नेता दिल्ली में कृषि मंत्री थे, गन्ना किसान अपने बकाए के लिए इधर-उधर भागते थे। आज स्थिति बदल गई है क्योंकि 100 प्रतिशत बकाया भुगतान हो रहा है।’’
उन्होंने कहा कि 2014 में, किसानों को भुगतान किए गए गन्ना बकाया की राशि 57,000 करोड़ रुपये थी, लेकिन इस वर्ष उन्हें बकाया के रूप में 1,14,000 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है।
उन्होंने कहा कि आयकर के कारण देश की चीनी मिल प्रभावित हो रहे थे।
मोदी ने कहा, ‘‘जब दिग्गज नेता कृषि मंत्री के रूप में दिल्ली में थे तो मैं उन्हें बार-बार बताता था लेकिन उन्होंने आयकर के मुद्दे को हल नहीं किया। जब हम सत्ता में आए तो हमने समाधान दिया और आयकर माफ कर सहकारी चीनी मिलों को 10,000 करोड़ रुपये की राहत दी।’’
उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री के रूप में पवार के कार्यकाल के दौरान, सरकार ने किसानों से केवल 7.5 लाख करोड़ रुपये की कृषि उपज खरीदी लेकिन पिछले 10 वर्ष में किसानों से 20 लाख करोड़ रुपये की उपज खरीदी गई है।
गौरतलब है कि मोदी ने सोमवार को पुणे में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था, ‘‘महाराष्ट्र में एक ‘भटकती आत्मा’ है। यदि उसे सफलता हासिल नहीं होती है तो वह दूसरों के अच्छे काम को खराब करती है। महाराष्ट्र इसका शिकार रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह खेल 45 वर्ष पहले इसी नेता ने शुरू किया था। यह सिर्फ उनकी निजी महत्वाकांक्षा के लिए था और फिर महाराष्ट्र हमेशा एक अस्थिर राज्य रहा। इसी का नतीजा था कि कई मुख्यमंत्री अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए।’’
मालशिरस में मोदी ने कहा कि महाराष्ट्र सहकारी क्षेत्र का केंद्र है और वह सहकारी क्षेत्र का दायरा बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘इसीलिए, 2019 में सत्ता में आने के बाद, हमने इस क्षेत्र के लिए एक अलग केंद्रीय सहकारी मंत्रालय बनाया।’’
उन्होंने राज्य में किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के काम की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों के दौरान केंद्र द्वारा प्रदान किया गया धन कांग्रेस की हथेली से लूटा जाता था लेकिन उनकी सरकार में दिल्ली से जारी किया गया पैसा किसानों के खातों में जा रहा है।
मोदी ने मौजूदा चुनावों में पर्याप्त उम्मीदवार नहीं उतारने के लिए कांग्रेस का मजाक भी उड़ाया।
उन्होंने कहा, ‘‘एक समय था, जब कांग्रेस के पास 400 सांसद थे, आज वह पार्टी 250-275 उम्मीदवार नहीं उतार पाती है। अगर किसी को सरकार बनानी है तो कम से कम 272 सीटें होनी चाहिए, लेकिन वे उतनी सीटों पर चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। अगर वे इतनी सीटों पर चुनाव नहीं लड़ रहे हैं तो क्या वे बहुमत हासिल करेंगे, इसलिए उस पार्टी के लिए अपना वोट क्यों बर्बाद करें जो सरकार बनाने के लिए चुनाव भी नहीं लड़ रही है।’’
उन्होंने जोर देकर कहा कि जब देश में एक मजबूत सरकार होती है, तो उसका ध्यान वर्तमान के साथ-साथ भविष्य पर भी होता है।
मोदी ने कहा कि लोग उनकी सरकार के 10 वर्ष और कांग्रेस के 60 वर्ष के शासन के बीच अंतर देख रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस 60 वर्ष में जो नहीं कर पाई, आपके इस सेवक ने 10 वर्ष में करके दिखाया है।’’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता हर चुनाव में गरीबी हटाने की बात करते रहे लेकिन कभी कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
मोदी ने कहा कि पिछले 10 वर्ष में उनकी सरकार 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकालने में सफल रही है और 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन मिल रहा है। (भाषा)
अहमदाबाद, 30 अप्रैल। गुजरात पुलिस ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का ‘फर्जी वीडियो’ साझा करने के आरोप में कांग्रेस के एक नेता और आम आदमी पार्टी (आप) के एक पदाधिकारी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
इस फर्जी वीडियो में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता शाह कथित तौर पर अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के आरक्षण अधिकारों को खत्म करने की घोषणा करते नजर आ रहे हैं।
पुलिस ने एक विज्ञप्ति में कहा कि अहमदाबाद साइबर अपराध प्रकोष्ठ ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनकी पहचान बनासकांठा के पालनपुर निवासी सतीश वंसोला और दाहोद जिले के लिमखेड़ा शहर से राकेश बारिया के रूप में हुई है।
इसमें कहा गया कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि वंसोला पिछले छह वर्षों से कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवाणी के निजी सहायक (पीए) के रूप में काम कर रहे हैं, जबकि बारिया पिछले चार वर्ष से आप की दाहोद इकाई के अध्यक्ष हैं।
दलित समुदाय से ताल्लुक रखने वाले वंसोला बनासकांठा जिला कांग्रेस के महासचिव भी हैं।
विज्ञप्ति के मुताबिक, दोनों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153ए (विभिन्न समूहों में वैमनस्य को बढ़ावा देना), धारा 505 (वर्गों के बीच शत्रुता, घृणा पैदा करने या बढ़ावा देने वाले बयान) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
पुलिस उपायुक्त (साइबर अपराध) लवीना सिन्हा ने कहा, ‘‘दोनों आरोपियों ने अमित शाह के संपादित वीडियो को अपने फेसबुक पेज पर साझा किया था। उन्हें यह वीडियो उनके व्हाट्सएप पर मिला और उस व्यक्ति को पकड़ने के लिए जांच अभी भी जारी है जिसने इस वीडियो को संपादित किया था।’’
वंसोला की गिरफ्तारी के बाद मेवाणी ने कहा कि बनासकांठा और पाटन लोकसभा सीटों के दलित मतदान के दौरान इस कार्रवाई को ध्यान में रखेंगे।
कांग्रेस नेता मेवाणी ने कहा, ‘‘सतीश सिर्फ मेरे पीए नहीं हैं, वह मेरे भाई जैसे हैं। भाजपा का आईटी सेल लंबे समय से फर्जी वीडियो फैला रहा है लेकिन पुलिस ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई करने के बजाय सतीश जैसे एक आम आदमी को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने गलती से यह वीडियो साझा किया था।’’ (भाषा)
पटना, 30 अप्रैल। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने मंगलवार को कर्नाटक सेक्स स्कैंडल को लेकर केंद्र के सत्तारूढ़ दल भाजपा पर प्रहार करते हुए उस पर ‘‘बलात्कारियों को बचाने और उन्हें भागने में मदद’’ करने का आरोप लगाया।
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी कथित तौर पर जनता दल (सेक्युलर) (जेडीएस) के सांसद प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े मामले पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। रेवन्ना के बारे में कहा जाता है कि वे जर्मनी भाग गए हैं।
पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह कर्नाटक सेक्स स्कैंडल पर चुप्पी क्यों साधे हुए हैं। केंद्र की भाजपा सरकार ने आरोपी (प्रज्वल रेवन्ना) को जर्मनी भागने में मदद की। आरोपी कर्नाटक में करीब 2500 महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार में शामिल है। उनके (भाजपा नेताओं) ‘‘बेटी पढ़ाओ और बेटी बचाओ’’ नारे का क्या हुआ। वे (भाजपा) ‘‘बलात्कारियों को बचाने और उन्हें भागने में मदद’’ करने में अधिक रुचि रखते हैं।’’
राजद नेता ने कहा, ‘‘भाजपा नेता अब पूरी तरह बेनकाब हो गए हैं। मणिपुर की घटना पर प्रधानमंत्री चुप रहे। कुछ महीने पहले दिल्ली में प्रदर्शनकारी महिला पहलवानों के साथ हुए शर्मनाक व्यवहार पर भी वह चुप रहे। कर्नाटक सेक्स स्कैंडल के मामले में यह सर्वविदित तथ्य है कि प्रधानमंत्री ने हाल में कर्नाटक में आरोपी के लिए प्रचार किया और उनके साथ मंच साझा किया।’’
जब तेजस्वी से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की इस टिप्पणी के बारे में पूछा गया कि अगर विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार बनी तो उसके नेता एक-एक साल के लिए प्रधानमंत्री पद बांट लेंगे, तब तेजस्वी यादव ने कहा, ‘‘आखिरकार उन्होंने (भाजपा) अपनी हार स्वीकार कर ली है। उन्हें एहसास हो गया है कि वे चुनावी लड़ाई हार रहे हैं। उन्हें (भाजपा) लोकसभा चुनाव के आगामी चरणों में भी अपमानजनक हार का सामना करना पड़ेगा।’’
इस बीच, राजद ने मंगलवार को लोकसभा चुनाव के लिए अपना ‘थीम सॉन्ग’ ‘‘अपना तेजस्वी’’ जारी किया।
‘‘अपना तेजस्वी’’ शीर्षक वाला गीत बिहार में पिछली महागठबंधन सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों पर प्रकाश डालता है। पिछली महागठबंधन सरकार में यादव उपमुख्यमंत्री थे।
यह गीत यहां राजद कार्यालय में पार्टी के राज्यसभा सांसद मनोज झा सहित कई वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में जारी किया गया।
इस अवसर पर झा ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृहमंत्री सहित भाजपा नेता उन मुद्दों के बारे में बात नहीं कर रहे हैं जो लोगों से जुड़े हैं । वे उन वादों का भी जिक्र नहीं कर रहे हैं जो उन्होंने पिछले आम चुनावों से पहले अपनी सार्वजनिक रैलियों में मतदाताओं से किए थे। चूंकि वे (प्रधानमंत्री और गृह मंत्री) सच्चाई से डरते हैं, इसलिए उन्होंने वोटों का ध्रुवीकरण करने और मतदाताओं को गुमराह करने के लिए झूठ बोलना शुरू कर दिया है। इस बार ऐसा नहीं चलेगा। वह (मोदी) आजादी के बाद से अब तक भारत को मिले सबसे कमजोर प्रधानमंत्री हैं क्योंकि वह केवल झूठ फैलाने में लगे हुए हैं।’’ (भाषा)
मुंबई, 30 अप्रैल। यहां की एक सत्र अदालत ने सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर सपना गिल की अर्जी पर मंगलवार को क्रिकेट खिलाड़ी पृथ्वी शॉ को समन जारी किया। गिल ने क्रिकेटर के खिलाफ की गई उनकी शिकायत पर मजिस्ट्रेट अदालत के आदेश को चुनौती दी हैं।
अंधेरी की एक मेट्रोपॉलिटन अदालत ने इस महीने की शुरुआत में गिल की याचिका पर पुलिस जांच का आदेश दिया था। गिल ने एक पब में उनके साथ कथित तौर पर छेड़छाड़ करने के मामले में शॉ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का अनुरोध किया था।
हालांकि, मेट्रोपॉलिटन अदालत ने गिल की एक अन्य अर्जी खारिज कर दी जिसमें उन्होंने शॉ और उनके मित्र के खिलाफ उनकी शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज करने में असफल पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई करने का अनुरोध किया था।
मेट्रोपॉलिटन अदालत के दो फैसलों से अंसतुष्ट गिल ने मलाड की सत्र अदालत के समक्ष पुनर्विचार अर्जी दाखिल की है।
अधिवक्ता अली काशिफ खान के माध्यम से दायर गिल के पुनर्विचार आवेदन में दावा किया गया है कि तीन अप्रैल को मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट द्वारा पारित आदेश अनियमित और अवैध है और अदालत ने इसे पारित करने में ‘गंभीर त्रुटि’ की है।
अतिरिक्त सत्र न्यायधीश डी.जी.धोबले ने मंगलवार को शॉ को समन जारी किया। अदालत ने यहां हवाईअड्डा पुलिस को भी समन जारी किया, जिसने गिल द्वारा पहली बार संपर्क किए जाने के बाद प्राथमिकी दर्ज नहीं की। इस मामले की छह जून को अगली सुनवाई होगी।
गिल को फरवरी 2023 में एक उपनगरीय होटल में सेल्फी लेने को लेकर हुई बहस के बाद शॉ पर कथित तौर पर हमले के सिलसिले में कुछ अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया गया था। वह उक्त मामले में फिलहाल जमानत पर हैं।
मामले में जमानत पर रिहा होने के बाद गिल ने अंधेरी में हवाईअड्डा पुलिस थाने में शॉ, उनके मित्र आशीष यादव तथा अन्य के खिलाफ छेड़छाड़ की शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने शॉ के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया जिसके बाद गिल ने मजिस्ट्रेट अदालत का रुख किया था। (भाषा)
नयी दिल्ली, 30 अप्रैल। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के अध्यक्ष डॉ. आर.वी. अशोकन का कहना है कि एक कानून के माध्यम से लिंग परीक्षण पर प्रतिबंध लगाने से कन्या भ्रूण हत्या रुक सकती है लेकिन बच्ची के जन्म के बाद उसके लिए खतरे बरकरार रहेंगे।
उन्होंने कहा कि किसी सामाजिक बुराई का कोई चिकित्सीय समाधान नहीं हो सकता।
‘पीटीआई’ के संपादकों के साथ बातचीत में अशोकन ने कहा कि आईएमए मौजूदा गर्भधारण पूर्व और प्रसव पूर्व निदान तकनीक (पीसी-पीएनडीटी) अधिनियम को संशोधित करने के लिए एक दस्तावेज पर काम कर रहा है। यह अधिनियम भ्रूण के लिंग के निर्धारण के लिए प्रसव पूर्व निदान तकनीकों पर प्रतिबंध लगाता है और डॉक्टरों को जवाबदेह बनाता है।
उन्होंने कहा, ‘‘एक सुझाव यह होगा कि क्यों न भ्रूण के लिंग का पता लगाया जाए और फिर कन्या भ्रूण की रक्षा की जाए।’’
आईएमए अध्यक्ष ने कहा, ‘‘किसी सामाजिक बुराई का आपके पास कोई चिकित्सीय समाधान नहीं हो सकता। क्या यह व्यावहारिक है? आइये उस पर चर्चा करें। इससे होगा यह कि यदि आप सामाजिक बुराई को नहीं दूर करेंगे तो कन्या भ्रूण हत्या खत्म हो जायेगी, लेकिन बच्ची के पैदा होने के बाद उसके लिए खतरे बरकरार रहेंगे।’’
अशोकन ने दावा किया कि पीसी-पीएनडीटी अधिनियम पूरी तरह से असंगत, अदूरदर्शी और एनजीओ द्वारा संचालित है।
उन्होंने कहा, ‘‘कन्या भ्रूण हत्या को रोकने में हमारी जिम्मेदारी है लेकिन हम पीसी-पीएनडीटी अधिनियम द्वारा अपनाई गई पद्धति से सहमत नहीं हैं। इस पद्धति ने चिकित्सकों के लिए बहुत कठिनाई पैदा कर दी है।’’
आईएमए काफी समय से पीसी-पीएनडीटी अधिनियम पर फिर से विचार करने की मांग कर रहा है।
अशोकन ने कहा कि बेटी बचाने की मुहिम को लेकर कोई मतभेद नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा, ‘‘साझा उद्देश्य एक है कि सभी डॉक्टरों को (कन्या भ्रूण हत्या मामले में) दोषी मानना बहुत गलत है।’’
अशोकन ने कहा कि आईएमए अधिनियम के कुछ नियमों, तकनीकी खामियों और गलत फॉर्म भरने के लिए डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई से व्यथित है। (भाषा)
नयी दिल्ली, 30 अप्रैल। उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को पूर्व आईपीएस अधिकारी देबाशीष धर की उस याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया जिसमें उन्होंने अपना नामांकन पत्र रद्द किए जाने को चुनौती दी थी।
धर को पश्चिम बंगाल के बीरभूम से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने उम्मीदवार बनाया था।
धर ने ‘नो ड्यूज’ प्रमाणपत्र पेश नहीं किया था जिसके बाद भाजपा उम्मीदवार के रूप में उनके नामांकन पत्र को निरस्त कर दिया गया।
उन्होंने भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी के रूप में इस्तीफा दे दिया था।
न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति केवी विश्वनाथन की पीठ ने कहा कि इस स्तर पर किसी भी तरह का हस्तक्षेप चुनावी प्रक्रिया को अवरुद्ध करना होगा और वह ऐसा नहीं करना चाहेगी।
शीर्ष अदालत ने धर के खिलाफ निर्वाचन अधिकारी द्वारा किसी तरह का पक्षपात किए जाने की दलील को भी कबूल नहीं किया।
धर की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता निधेश गुप्ता ने कहा कि इस्तीफे के समय कोई मांग नहीं उठाई गई थी।
शीर्ष अदालत ने कहा कि महज इस्तीफे को स्वीकार किये जाने का मतलब यह नहीं है कि कोई बकाया लंबित नहीं है।
तब गुप्ता ने मामले को वापस लेने और निर्वाचन आयोग से संपर्क की अनुमति मांगी। मामले को वापस लिया हुआ मानकर खारिज कर दिया गया।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने तकनीकी आधार पर पूर्व आईपीएस अधिकारी की उम्मीदवारी खारिज कर दी थी।
धर के स्थान पर भाजपा ने वरिष्ठ पार्टी नेता देबतानू भट्टाचार्य को अपना उम्मीदवार बनाया जिन्होंने अपना नामांकन भर दिया। (भाषा)
सिलहट (बांग्लादेश), 30 अप्रैल । बायें हाथ की स्पिनर राधा यादव और डी हेमलता के शानदार प्रदर्शन के दम पर भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने वर्षाबाधित दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में बांग्लादेश को डकवर्थ लुईस प्रणाली के आधार पर 19 रन से हरा दिया ।
राधा के तीन विकेट की मदद से भारत ने पहले बल्लेबाजी चुनने वाली मेजबान टीम को 119 रन पर समेट दिया ।
राधा ने 19 रन देकर तीन विकेट लिये जबकि दीप्ति शर्मा और श्रेयांका पाटिल को दो दो विकेट मिले ।
बांग्लादेश के लिये सलामी बल्लेबाज मुर्शिदा खातून ने सर्वाधिक 46 रन बनाये ।
जवाब में भारत ने शेफाली वर्मा ( 0 ) का विकेट जल्दी गंवा दिया । इसके बाद हेमलता ने 24 गेंद में 41 रन बनाये और भारत ने 5 . 2 ओवर में एक विकेट पर 47 रन बना लिये थे जब दोबारा बारिश शुरू हो गई । हेमलता ने अपनी नाबाद पारी में पांच चौके और दो छक्के जड़े ।
उस समय भारत डकवर्थ लुईस प्रणाली से 19 रन आगे था और बारिश के कारण आगे का खेल नहीं होने पर भारत को विजयी घोषित किया गया । भारत अब पांच मैचों की श्रृंखला में 2 . 0 से आगे है ।
इससे पहले टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए बांग्लादेश की दिलारा अख्तर ने रेणुका सिंह को पारी की दूसरी ही गेंद पर मिडविकेट में चौका लगाया । इसके बाद बैकवर्ड स्क्वेयर लेग में चौका लगाया ।
पहले ओवर में 11 रन बनने के बाद अनुभवी स्पिनर दीप्ति ने अख्तर को पवेलियन भेजा । वह स्वीप शॉट खेलने के प्रयास में डीप में रेणुका को कैच दे बैठी ।
मुर्शिदा खातून ने भी उन्हें मिड आफ पर चौका लगाया । भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने रेणुका की गेंद पर मुर्शिदा को छह के स्कोर पर जीवनदान दिया ।
तीसरे नंबर पर उतरी शोभना मोस्तारी ने रेणुका को बैकवर्ड प्वाइंट पर चौका जड़कर खाता खोला । दीप्ति ने अगले ओवर में तीन ही रन दिये और दूसरे छोर से रेणुका की जगह पूजा वस्त्राकर गेंदबाजी के लिये आई । मोस्तारी ने उन्हें आते ही दो चौके लगाये ।
आफ स्पिनर श्रेयांका पाटिल ने पहले ही ओवर में मोस्तारी को आउट किया । आठवें ओवर में आई राधा ने बांग्लादेश की कप्तान निगार सुल्ताना और फाहिमा खातून को लगातार दो गेंदों पर चलता किया । वह हालांकि हैट्रिक नहीं लगा सकी और सुल्ताना खातून ने उन्हें चौका जड़ा ।
दीप्ति ने रितु मोनी को दूसरा शिकार बनाया जबकि राधा ने राबिया खान को आउट किया । ( भाषा )
रायपुर, 30 अप्रैल। जांजगीर में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने आज एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि कांग्रेसी राम को अपना शत्रु मानते है। कांग्रेसी शिव होने का दंभ भर रहे है। लेकिन वह जानते नहीं की शिव राम को ही अपना आराध्य मानते हैं। शर्मा ने कहा कि जो कांग्रेसी राम के अस्तित्व को नकार चुके हैं राम मंदिर के आमंत्रण को ठुकरा चुके हैं इसी मल्लिकार्जुन खड़के के पुत्र ने सनातन को नष्ट करने की धमकी देने वाले का समर्थन किया था। अब बची खुची कांग्रेस भी गर्त में मिल जाएगी।
रायपुर, 30 अप्रैल। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ में मंगलवार सुबह मुठभेड़ में नक्सलियों के मारे जाने पर कहा है कि छत्तीसगढ़ में लगातार पुलिस और सुरक्षाबलों के जवान नक्सलियों से मुठभेड़ करके उन्हें जड़ से उखाड़ फेकने का अभियान चला रहे है। आज भी नारायणपुर में मुठभेड़ हुई है जिसमें 10 नक्सली ढेर हुए। जिसके लिए मैं पुलिस और सुरक्षा बलों को धन्यवाद देता हूं।
राजनांदगांव, 30 अप्रैल। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में मंगलवार को ट्रक की चपेट में आने से एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई। पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि घटना आज शाम जिले में राजनांदगांव-खैरागढ़ राज्य राजमार्ग पर तिलई गांव में हुई। मृतकों की पहचान पुनाराम सिन्हा (65), उनकी पत्नी गणेशिया (60), उनकी बेटी तीजबती (40) और उनकी नातिन पल्लवी (15) के रूप में हुई है।
उन्होंने बताया कि पुनाराम और उनके परिवार के सदस्य कहीं जाने के लिए सड़क किनारे खड़े होकर बस का इंतजार कर रहे थे तभी तेज रफ्तार ट्रक ने चारों को चपेट में ले लिया और सभी की मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घटना के बाद ट्रक चालक वाहन लेकर मौके से फरार हो गया।
उन्होंने बताया कि सूचना मिलने के बाद घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
अधिकारियों ने बताया कि मामला दर्ज कर ट्रक चालक की तलाश की जा रही है।(भाषा)
रायपुर, 30 अप्रैल। सेंट पॉल्स कैथेड्रल में 2 से 12 मई तक सुबह 7 से 11 बजे तक वैकेशन स्कूल में बाइबल की कक्षाएं लगेंगी। इसका मुख्य ध्येय है - अंडर हिस विंग्स। सेंट पॉल्स कैथेड्रल वीबीएस के लिए. पालक पास्ट्रेट कमेटी व संडे स्कूल शिक्षकों इसके लिए संडे स्कूल शिक्षिका नेहा पिल्लई व पल्लवी मिंज से पालक संपर्क कर सकते हैं।
इसी तरह सालेम इंग्लिश स्कूल में भी 1 से 31 मई तक समर कैंप लगेगा।
वाइस प्रिंसिपल रूपिका लॉरेंस ने बताया कि कैंप में बच्चों को संगीत, कला और खेल की विशेष रूप से ट्रेनिंग दी जाएगी। समर कैंप का आकर्षण होगा फायरलैस कुकिंग। इसके अलावा क्रिकेट, हॉकी, फुटबाल, चैस, वॉलीबॉल, प्यानों, गिटार, सिगिंग, इंग्लिश स्पीकिंग की भी क्लास लगेगी।
भाजपा पर तीखा हमला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जांजगीर-चांपा, 30 अप्रैल। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को सभा में पीएम नरेन्द्र मोदी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा जब तक मोदी सत्ता से हट नहीं जाते, गरीबों का भला नहीं हो सकता।
खरगे ने कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. शिवकुमार डहरिया के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने पीएम मोदी पर वार करते हुए कहा कि पीएम हिन्दू-मुसलमान करते हैं, मंगलसूत्र पर बोलते हैं। ऐसे पीएम की क्या पंडित जवाहरलाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी, और राजीव गांधी से तुलना की जानी चाहिए?
खरगे ने कहा कि लोगों का जीवन स्तर उठाने के लिए पंडित जवाहर लाल नेहरू ने पंचवर्षीय योजना लाई। नए कारखाने खोले गए। मगर मोदीजी ने क्या किया। सिर्फ जुमलेबाजी की है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार, नई भर्ती नहीं कर रही है। रेलवे, डाकघर आदि अन्य विभागों में हजारों पद खाली पड़े हैं।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनेगी, तो 30 लाख भर्तियां की जाएगी। मोदी सरकार भर्ती सिर्फ इसलिए नहीं कर रही है कि सरकारी भर्तियां होंगी, तो अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग के लोगों को नौकरियां मिलेगा। जो कि ये लोग नहीं चाहते हैं। भाजपा से संविधान को खतरा है। भाजपा संविधान बदलने की बात कह रही है।
सभा में खरगे ने मोदी भगाओ, देश बचाओ का नारा लगवाए। इस मौके पर प्रभारी सचिन पायलट, पूर्व सीएम भूपेश बघेल, ताम्रध्वज साहू सहित अन्य नेता मौजूद थे।
डीआरजी-एसटीएफ ने चलाया ऑपरेशन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर/जगदलपुर, 30 अप्रैल। मंगलवार सुबह नारायणपुर जिले के टेकमेटा एवं काकूर के मध्य जंगल में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ के बाद घटनास्थल की सर्चिंग के दौरान अब तक 3 महिला सहित 10 नक्सली के शव बरामद किये गये, जिसकी शिनाख्तगी की जा रही है। मुठभेड़ स्थल से एक एके 47 सहित भारी मात्रा में हथियार एवं गोला बारूद एवं दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद की गई। नारायणपुर एसपी प्रभात कुमार ने मुठभेड़ की पुष्टि कर दी है।
दोपहर को पुलिस की जारी विज्ञप्ति अनुसार 29 अप्रैल को नारायणपुर/कांकेर सीमावर्ती इलाके के अबुझमाड़ में डीआरजी/ एसटीएफ़ जवान संयुक्त पार्टी नक्सल अभियान पर रवाना हुई थी। अभियान के दौरान 30 अप्रैल की सुबह 6 बजे से ग्राम टेकमेटा और काकूर के मध्य जंगल में पुलिस पार्टी एवं नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई।
जानकारी के मुताबिक, नारायणपुर जिले के अबुझमाड़ में डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और एसटीएफ की टीमों ने नक्सलियों को कई जगहों पर घेरा। दोनों तरफ से ताबड़तोड़ फायरिंग की गई। इस मुठभेड़ में दोपहर 12 बजे तक 3 महिला सहित 10 नक्सली ढेर हो चुके हैं।
मुठभेड़ के बाद घटनास्थल की सर्चिंग के दौरान 10 नक्सली के शव बरामद किये गये, जिसकी शिनाख्तगी की जा रही है।
सर्च के दौरान नक्सलियों का डेरा से पुलिस ने एक एके 47 सहित भारी मात्रा में हथियार एवं गोला बारूद एवं दैनिक उपयोग की सामग्री जब्त की है। विस्तृत जानकारी सर्चिंग अभियान पूरा होने के बाद पृथक से जारी की जाएगी।
ज्ञात हो कि कुछ दिनों पहले जवानों ने कांकेर जिले के छोटे बेठिया में 29 नक्सलियों को मार गिराया था।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने नक्सलियों से आग्रह किया है कि वे समर्पण करें एवं सरकार उनसे बातचीत के लिए तैयार है। उपमुख्यमंत्री ने एक वीडियो संदेश में इस सफलता के लिए सुरक्षाबलों को बधाई दी है। उन्होंने नक्सलियों से भी कहा है कि वे समर्पण कर मुख्यधारा में लौटें, सरकार उनसे बातचीत के लिए तैयार है।
शर्मा ने कहा है, मैं नक्सलियों से और भटक चुके लोगों से एक बार फिर आग्रह करता हूं कि विष्णु देव जी की सरकार बातचीत के माध्यम से इस मसले का हल चाहती है। कोई एक नक्सली, कोई दो नक्सली, कोई छोटा समूह या बड़ा समूह, जो भी बात करना चाहे, वीडियो कॉल के माध्यम से बात करना चाहे या किसी मध्यस्थ के माध्यम से बात करना चाहे, तो सरकार की ओर से पुनर्वास की अच्छी व्यवस्थाओं के साथ उनसे आग्रह है कि वे मुख्यधारा में वापस लौटें और समाज के साथ आगे बढ़ें। बस्तर में शांति हो, बस्तर के गावों तक विकास पहुंच सके, यही प्रार्थना है।
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित कांकेर जिले में इस महीने की 16 तारीख को सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में 29 नक्सलियों को मार गिराया था।
रायपुर, 30 अप्रैल। मार्कफेड के पूर्व एमडी, विशेष सचिव मनोज सोनी को कोर्ट ने 4 मई तक ईडी को रिमांड पर दिया है।ईडी ने आज ही दोपहर सोनी को गिरफ्तार कर स्पेशल कोर्ट में पेश कर 10 दिन की रिमांड मांगा था। 175करोड के कस्टम मिलिंग घोटाले को लेकर आरोपियों की सूची में सोनी का नाम दर्ज है।
मनोज सोनी कस्टम मीलिंग घोटाले में बयान देने ईओडब्लू पहुंचे थे। पूछताछ के दौरान ही ईडी की टीम अचानक पहुंची और मनोज सोनी को गाड़ी में बिठाकर लेकर चली गई। बता दें कि मनोज सोनी के खिलाफ ईओडब्लू में भी केस दर्ज है। सोनी के ठिकानों पर ईडी का दो बार छापा भी पड़ चुका है। इसी कस्टम मीलिंग घोटाले में ईओडब्लू ने भी मुकदमा दायर है। इसमें मनोज सोनी, रोशन चंद्राकर समेत कई अफसरों, कांग्रेस नेताओं और राईस मिलरों के नाम हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 30 अप्रैल। प्रदेश में तीनों चरण के लिए 18 हजार से अधिक डाक मतपत्रों प्राप्त हुए हैं। यह जानकारी चुनाव आयोग ने दी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 30 अप्रैल। भाभी पर टोनहा जादू करने का आरोप लगाकर देवर ने सब्बल मार कर घायल किया।
तारण बाई बंजारे ने खरोरा थाने में एफआईआर दर्ज करवाई कि वो अपने पति और बच्चों के साथ रहती है। उसकी करीब 15 साल पहले शादी हुई थी। सोमवार की रात वह अपने आंगन पर बैठी थी। तभी उसका देवर कुंवर दास बंजारे आया।
उसने टोनही बोलते हुए अश्लील गाली-गलौज देना शुरू कर दिया।देवर ने कहा कि तेरे आने से मुझे अपना खेत बेचना पड़ा और मैं गरीब हो गया हूं।
इसके बाद कुंवर और उसकी मां कामीन बाई और ननन्द चंद्रवती बंजारे ने मिलकर तारणबाई के साथ मारपीट की। इस दौरान दो लोगों ने उसका हाथ पकड़ा और देवर ने सब्बल से मार दिया। जिससे वहलहूलुहान हो गई। इस मामले में खरोरा पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। हालांकि पुलिस का कहना है कि मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी करके उन्हें जमानतीय धारा में छोड़ दिया गया है।
वाराणसी, 30 अप्रैल । लोकसभा चुनाव में मतदान के लिए बाबा विश्वनाथ के दरबार में भी जागरूकता फैलाई जा रही है। मतदाताओं को प्रेरित करने के लिए श्री काशी विश्वनाथ धाम में पोस्टर लगाए गए हैं। साथ ही टोकन, टिकट और वेबसाइट के जरिए भी मतदान की अपील की जा रही है।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के सीईओ विश्व भूषण मिश्र ने बताया कि चुनाव में मतदान करने के लिए काशी विश्वनाथ धाम में पोस्टर लगाए गए हैं। विभिन्न प्रकार के टोकन और टिकट पर भी मतदान की अपील की गई है। ऑफिशियल वेबसाइट से भी संदेश दिए जा रहे हैं।
देश-प्रदेश से आए श्रद्धालुओं को जहां न्यास की तरफ से वोट देने की अपील की जा रही है, वहीं काशीवासियों को भी वोट प्रतिशत बढ़ाने का संदेश दिया जा रहा है।
काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास की तरफ से 'मेरी काशी, मेरी शान-एक जून को करें मतदान' स्लोगन के जरिए स्थानीय लोगों से सातवें चरण में वोट देने की अपील की जा रही है।
(आईएएनएस)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 30 अप्रैल। महादेव सट्टा एप मामले में गिरफ्तार दो आरोपियों सुरेश चोखानी, गिरीश तलरेजा के खिलाफ ईडी ने आज पीएमएलए कोर्ट में चालान पेश किया। जो करीब 1500 से अधिक पन्नों से अधिक का है। इन दोनों को पिछले माह कोलकाता और भोपाल से
गिरफ्तार करने के बाद से पूछताछ और उस आधार जांच के हवाले से ईडी ने चालान में कुछ और नए नाम शामिल किए हैं। इनके खिलाफ आने वाले दिनों में कार्रवाई की जा सकती है ।
बाराबंकी, 30 अप्रैल । भारत में नीदरलैंड की राजदूत मैरी लुईसा जैराडर्स बाराबंकी के मसौली ब्लाक क्षेत्र अंतर्गत कस्बा बड़ागाव पहुंची जहां उन्होंने हथकरघा उद्योग से जुड़े लोगों से मिलकर कपड़ा उत्पादन के बारे में बातचीत की।
नीदरलैंड से आए समन्वयक शरद कुमार एव पंचमदास ऑर्गेनिक खादी ग्रामोद्योग सेवा संस्थान की अध्यक्ष ऋचा सक्सेना एवं रुद्राश कश्यप भी उनके साथ थे।
राजदूत मैरी लुईसा ने बड़ागाव निवासी मुतलिब अंसारी एवं मतीन अंसारी के घर पहुंच कर हाथ से चलाए जा रहे करघा को देखा और बुनाई एवं रंगाई की जानकारी ली।
सूती कपड़े की बुनाई कर रही मतीन अंसारी के घर की महिलाओं से संवाद करते हुए उन्होंने उत्पादन एवं लागत की जानकारी ली और ये पूछा कि इसके लिए सूत कहां से लाते हैं।
राजदूत ने मुतलिब अंसारी के घर तैयार कपड़ों को भी देखा और गांवों के बच्चो के साथ सेल्फी ली।
(आईएएनएस)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 30 अप्रैल । महादेव ऑनलाइन सट्टा एप मामले में गिरफ्तार पांच आरोपियों की रिमांड खत्म आज खत्म होने पर इन्हें एसीबी ईओडब्लू कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने 4 अप्रैल तक रिमांड पर दिया है। आरोपी राहुल वकटे, रितेश यादव, चंद्रभूषण वर्मा, सतीश चंद्राकर समेत सुनील दम्मानी को कोर्ट में किया गया। राहुल रितेश पिछले साल अगस्त से फरार थे।इन लोगों ने बयान दिया था कि राज्य पुलिस के एक सहायक उप-निरीक्षक चंद्रभूषण वर्मा को कथित घोटाले में ईडी द्वारा गिरफ्तार किया गया था।इसके बाद से दोनों आरोपी पिछले साल अगस्त से फरार थे। राहुल वक्ते कथित तौर पर हवाला (फंड ट्रांसफर के लिए अवैध चैनल) के माध्यम से मिलने वाले पैसों को वर्मा तक पहुंचाने में लगा हुआ था।
राहुल वक्ते के नाम पर तीन कंपनियां पंजीकृत थीं, जिनमें भारी मात्रा में नकदी जमा की गई थी।यादव कथित तौर पर ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप (महादेव) के पैनल का संचालन कर रहा था और हवाला के माध्यम से पैसे मिलने के बाद वर्मा और एक अन्य व्यक्ति सतीश चंद्राकर की मदद कर रहा था।इसके साथ ही 43 लाख रुपये की हवाला राशि जब्त कर ली गई है।चंद्राकर को ईडी ने पिछले साल मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था. यादव महाराष्ट्र के पुणे में महादेव सट्टेबाजी ऐप पैनल का संचालन कर रहा था।
आरोपी राहुल वकटे 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया। EOW की टीम ने जेल में बंद पुलिस के निलंबित सिपाही भीम सिंह और कारोबारी अमित अग्रवाल को प्रोडेक्शन वारंट पर पुलिस रिमांड पर लेने का आवेदन लगाया है।
पहले गुजरात के सूरत में कांग्रेस उम्मीदवार पार्टी को दगा देकर बैठ गया, और फिर मध्यप्रदेश के इंदौर में तो भाजपा के वहां के सबसे बड़े नेता कैलाश विजयवर्गीय ने खुद गाड़ी में ले जाकर कांग्रेस उम्मीदवार का नाम वापिस करवा दिया। इसके बाद इन दो सीटों पर तो कोई चुनाव बचा ही नहीं। इनके अलावा मध्यप्रदेश की खजुराहो सीट पर इंडिया गठबंधन की समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी मीरा यादव का पर्चा खारिज हो गया था क्योंकि उस पर दस्तखत नहीं था। उसे भी सोचा-समझा काम माना जा रहा है। अभी हो सकता है कि देश में कुछ और जगहों पर भी ऐसा हो जाए। लोकतंत्र में कानून के तहत जिस तरह की साजिशों की गुंजाइश रहती है, यह उनमें से कुछ नमूने हैं। न तो ऐसा पहली बार हो रहा है, और न ही भाजपा पहली पार्टी है जो कि ऐसा करवा रही है। लेकिन हैरान यह बात करती है कि जो पार्टी चार सौ से अधिक सीटों का दावा कर रही है, उसे ऐसा करवाने की जरूरत क्या पड़ रही है? क्या भाजपा का आत्मविश्वास (या अतिआत्मविश्वास?) कुछ कमजोर पड़ रहा है कि वह मोदी सरकार और अपनी राज्य सरकारों की सफलता के दावे छोडक़र मंगलसूत्र को मुद्दा बना रही है?
लेकिन इससे परे यह भी याद रखने की जरूरत है कि जब जिस पार्टी की हवा चलती है, वह इसी तरह के काम करने में लग जाती है। छत्तीसगढ़ में 2000 में मध्यप्रदेश से अलग होकर पहली बार कांग्रेस की सरकार बनी, तो एक गैरविधायक अजीत जोगी मुख्यमंत्री बने। उनके पास कांग्रेस विधायकों का पर्याप्त बहुमत था, लेकिन उन्होंने विधानसभा में आने के लिए एक भाजपा विधायक से इस्तीफा दिलवाकर वहां से उपचुनाव लड़ा जो कि भाजपा का राजनीतिक मखौल उड़ाने जैसा काम था। इसके बाद उन्होंने भाजपा के दर्जन भर विधायक खरीदे, क्योंकि विधानसभा के भीतर तो कांग्रेस का स्पष्ट बहुमत था, लेकिन कांग्रेस विधायक दल के भीतर बहुत कम लोग जोगी के नामलेवा थे। इसलिए भाजपा से इतने विधायकों को तोडक़र जोगी ने कांग्रेस विधायक दल में अपनी निष्ठावान सदस्य बढ़ाए थे, और अपनी ताकत का अनुपात बेहतर किया था। इसके तुरंत बाद 2003 का चुनाव हुआ, तो कांग्रेस की बुरी शिकस्त हुई, जोगी सरकार को जनता ने खारिज किया, लेकिन जोगी को यह बर्दाश्त नहीं हुआ, और उन्होंने बस्तर के उस वक्त के भाजपा सांसद बलीराम कश्यप के साथ मिलकर भाजपा से परे एक सरकार बनाने की कोशिश की, इसके लिए नगद रकम भी खर्च की गई, और कांग्रेस विधायक दल की तरफ से जोगी ने राज्यपाल के नाम एक समर्थन पत्र भी दिया जिसमें सोनिया गांधी की सहमति-अनुमति होने का झूठा दावा किया गया था। वह पूरा मामला भांडाफोड़ होने से वह छत्तीसगढ़ की इतिहास का सबसे बड़ा, और देश के इतिहास का एक सबसे बड़ा विधायक खरीद-बिक्री कांड हुआ था।
लोगों को याद होगा इसके बाद प्रदेश में तीन बार राज करने वाली भाजपा की रमन सिंह सरकार के चलते हुए बस्तर के अंतागढ़ उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार को बेचते हुए अजीत जोगी और उनका बेटा अमित जोगी टेलीफोन रिकॉर्डिंग में पकड़ाए, और खरीदते हुए तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह, और उनका दामाद कॉल रिकॉर्डिंग में फंसे। जोगी प्रदेश कांग्रेस में कोई और नेता बर्दाश्त नहीं कर पाते थे, और पार्टी को नीचा दिखाने के लिए, उन्होंने अपने प्रभाव वाले उम्मीदवार को सत्तारूढ़ भाजपा के हाथ बेच दिया था, और इस खरीद-बिक्री की टेलीफोन रिकॉर्डिंग्स बताती थी कि अजीत जोगी ने उस वक्त के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल को नीचा दिखाने के लिए क्या-क्या नहीं किया था। इस अंतागढ़ टेपकांड के सारे सुबूत सामने आने के बाद अमित जोगी को पार्टी से निलंबित किया गया था, और इसके साथ ही जोगी का कांग्रेस से नाता भी खत्म हुआ था। आज जिस तरह गुजरात के सूरत में कांग्रेस उम्मीदवार ने आखिरी पल में जाकर अपना नामांकन वापिस लिया है, और उसके साथ-साथ सत्तारूढ़ भाजपा की तमाम मशीनरी ने सूरत के बाकी सारे उम्मीदवारों को शाम-दाम-दंड-भेद से बिठा दिया था, और भाजपा उम्मीदवार की देश में सबसे पहली जीत घोषित हो पाई, ठीक वैसा ही काम छत्तीसगढ़ की अंतागढ़ सीट पर भी किया गया था। अंतागढ़ विधानसभा उपचुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा प्रत्याशी को छोडक़र बाकी हर उम्मीदवार को बिठा दिया गया था, और सिर्फ एक उम्मीदवार सत्ता की पकड़ में नहीं आया था, इसलिए चुनाव की नौबत आई थी, वरना सूरत की तरह वहां भी बिना चुनाव सत्तारूढ़ पार्टी के उम्मीदवार को निर्वाचित घोषित कर दिया गया होता।
देश में वामपंथी दलों को छोडक़र अधिकतर पार्टियां ऐसी रही हैं जिन्हें किसी भी तरह की खरीद-बिक्री से परहेज नहीं रहा। नेता निजी स्तर पर बिकते हैं, और पार्टियां संगठन के स्तर पर खरीददारी करती हैं, भारतीय संसदीय व्यवस्था दुनिया की एक सबसे अश्लील और बेशर्म मंडी बनी हुई है। दिक्कत यह है कि चुनाव कानूनों के तहत इनमें से कोई भी बात जुर्म नहीं है, और लोग अपनी काया या आत्मा जो भी बेचें, उसमें कुछ गैरकानूनी नहीं रहता। इतना जरूर है कि इस देश में देह बेचने वाली महिलाओं को तो जेल भेजने का पूरा इंतजाम है, लेकिन आत्मा बेचने वाले उम्मीदवारों, निर्वाचित नेताओं, और बाकी राजनेताओं के सम्मान के लिए मालाएं हैं, कानून की अदालत में रियायत है, जांच एजेंसियों से छूट है। अभी इंदौर में जिस कांग्रेस उम्मीदवार ने आखिरी पल में अपना नाम वापिस लिया और भाजपा में शामिल हुआ, उसके बारे में बताया जा रहा है कि राज्य पुलिस ने उसके खिलाफ कोई पुराना मामला ढूंढकर उसमें कोई नई गंभीर दफा जोड़ी थी, और रातों-रात कांग्रेस से गद्दारी करने के पीछे शायद वह भी एक वजह थी।
आज देश भर में मोदी सरकार की जांच एजेंसियों के घेर में आए हुए लोगों के भाजपा में जाने के बहुत से मामले गिनाए जाते हैं। लेकिन यह याद रखने की जरूरत है कि इमरजेंसी के वक्त जगजीवन राम को कांग्रेस छोडक़र विपक्ष में जाने से रोकने के लिए किस तरह की कोशिशें की गई थीं, और फिर मानो उन्हें सजा देने के लिए उनके बेटे सुरेश राम की 21 बरस की छात्रा-मित्र के साथ नग्न तस्वीरों से मेनका गांधी की पत्रिका, सूर्या, का पूरा एक अंक ही भर दिया गया था। इस पूरे स्कैंडल से जगजीवन राम के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार बनने की हसरतें धरी रह गई थीं। इसलिए किसी को पार्टी छोडऩे से रोकने के लिए, या पार्टी छोडऩे की सजा देने के लिए तरह-तरह के अनैतिक कामों का इस देश में लंबा इतिहास रहा है। आज भाजपा लोगों को घेरकर जांच और मुकदमे की नोंक पर अपनी पार्टी में ला रही है, लेकिन यह नया सिलसिला नहीं है, इन दिनों बहुत अधिक बढ़ा हुआ जरूर है। ऐसा लगता है कि न तो भारत का चुनाव कानून, और न ही किसी दूसरे तरह के कानून ऐसी साजिशों को रोक पा रहे हैं, हमारा यह मानना है कि दलबदल करने वाले लोगों के खिलाफ कानून कड़ा करने की जरूरत है। लोग अगर थोक में भी दलबदल करें, तो भी इसे नए दल के रूप में मान्यता देने के बजाय सभी का बचा हुआ कार्यकाल खत्म करने के बारे में भी सोचना चाहिए कि क्या वह प्रावधान अधिक न्यायसंगत होगा? इसके अलावा नई पार्टी में किसी के जाने पर कुछ बरस तक उसके चुनाव लडऩे पर रोक रहनी चाहिए, ऐसा इसलिए भी होना चाहिए कि रातों-रात इम्पोर्ट करके अगली सुबह उम्मीदवार बनाने की बेइंसाफी खत्म हो सके। आज भाजपा ने दूसरी पार्टियों से इतने अधिक लोगों को लाकर उम्मीदवार बनाया है कि एक मजाक चल रहा है कि जो लोग बचपन से शाखा जाते थे, और जनसंघ के वक्त से पार्टी में लगातार बने हुए हैं, उन्हें भाजपा टिकटों में आरक्षण मिलना चाहिए। लेकिन मजाक से परे हकीकत यह है कि अपनी पार्टी को धोखा देकर दूसरी पार्टी से चुनाव लडऩे के सिलसिले को कुछ खत्म किया जाना चाहिए, इसे कैसे किया जा सकता है, उस पर चर्चा होनी चाहिए।