खेल
नई दिल्ली, 28 जुलाई (आईएएनएस)| भारत के महान शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथ आनंद का लीजेंड्स टूर्नामेंट में हार का सिलसिला आखिरकार टूट गया। उन्होंने इजरायल के बोरिस गेलफेंड को मात दी। लगातार छह हार झेलने के बाद आनंद ने सातवें मैच में गेलफेंड को 2.5-0.5 से हरा दिया। आनंद ने पहले राउंड में 45 चालों में जीत हासिल की और दूसरे राउंड में 49 चालों में जीत हासिल की। तीसरा गेम ड्रॉ रहा।
वहीं मैग्नस कार्लसन ने अपना जीत का क्रम जारी रखा है और लगातार अपनी सातवीं जीत हासिल की है। उन्होंने रूस के पीटर स्वीलडर को 2.5-1.5 से मात दी।।
लंदन, 27 जुलाई। ब्रूनो फर्नाडिस के पेनल्टी पर किये गए महत्वपूर्ण गोल से मैनचेस्टर यूनाईटेड ने लीस्टर सिटी को इंग्लिश प्रीमियर लीग के आखिरी लीग मैच में 2-0 से हराकर चेल्सी के साथ चैंपियंस लीग में जगह बनाई. चेल्सी ने एक अन्य मैच में वॉल्वस को 2-0 से हराया. उसकी तरफ से मैसन माउंट और ओलिवर गिरोड ने गोल किए. ये दोनों गोल पहले हाफ के इंजुरी टाइम में किए गए।
पिछले साल सितंबर से टॉप 4 में जगह बनाए रखने वाले लीस्टर को कोरोना वायरस ब्रेक के बाद लीग की वापसी पर लचर प्रदर्शन का खामियाजा भुगतना पड़ा. मैनचेस्टर यूनाइटेड को चैंपियंस लीग में जगह बनाने के लिए सिर्फ ड्रॉ की जरूरत थी लेकिन उसे 71वें मिनट में पेनल्टी मिली जिसे फर्नाडिस ने गोल में बदलने में गलती नहीं की. जेसी लिग्नार्ड ने इंजुरी टाइम के 8वें मिनट में टीम की तरफ से दूसरा गोल किया।
इस जीत से मैनचेस्टर यूनाईटेड 38 मैचों में 66 प्वाइंट लेकर तीसरे स्थान पर रहा. चेल्सी के भी इतने ही अंक रहे लेकिन वह गोल अंतर में पिछडऩे के कारण चौथे स्थान पर रहा. हर लीग से टॉप 4 टीमें चैंपियंस लीग में जगह बनाती हैं. लीस्टर को 62 अंक के साथ 5वें स्थान से संतोष करना पड़ा।
प्रीमियर लीग से चैंपियन लीवरपूल और मैनचेस्टर सिटी पहले ही चैंपियंस लीग में जगह पक्की कर चुके थे. लीवरपूल ने एक अन्य मैच में न्यूकास्टल को 3-0 से हराकर 99 अंकों के साथ अपने अभियान का अंत किया. मैनचेस्टर सिटी ने नार्विच सिटी को 5-0 से करारी शिकस्त दी. वो 81 प्वाइंट के साथ दूसरे स्थान पर रहा। (भाषा)
चेन्नई, 27 जुलाई । पूर्व वल्र्ड चैंपियन आनंद ने अच्छी शुरुआत करते हुए बेस्ट ऑफ फोर बाजी के मुकाबले की पहली बाजी जीती जिसके बाद अगली 2 बाजियां ड्रॉ रही. लेको ने इसके बाद आखिरी बाजी जीतकर मुकाबला बराबर कर दिया. हंगरी के खिलाड़ी ने इसके बाद टाईब्रेक जीतकर आनंद की एक और हार सुनिश्चित की। आनंद अब तक कोई मुकाबला नहीं जीत पाए हैं और अंक तालिका में आखिरी स्थान पर चल रहे हैं।
मैग्नस कार्लसन शतरंज टूर पर पहली बार खेल रहे आनंद को इससे पहले पीटर स्विडलर , मैग्नस कार्लसन, व्लादिमीर क्रैमनिक और अनीष गिरी के खिलाफ शिकस्त का सामना करना पड़ा. दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी कार्लसन ने जोरदार वापसी करते हुए अनुभवी वेसिल इवानचुक को 3-2 से हराया। (भाषा)
नई दिल्ली, 27जुलाई । ज्यादातर क्रिकेट फैंस को ये अच्छे से याद होगा कि सचिन तेंदुलकर ने कितने इंटरनेशनल मैच खेले हैं या फिर रिकी पोंटिंग की कप्तानी में ऑस्ट्रेलियाई टीम कितनी बार वल्र्ड चैंपियन बनी। मगर दुनिया में ऐसे चुनिंदा ही फैंस होंगे, जो जानते होंगे कि इंटरनेशनल क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर, महेला जयवर्धने, रिकी पोंटिंग जैसे खिलाड़ी कितनी बार आउट हुए हैं। ये जानकर हर किसी को हैरानी होगी कि इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा बार आउट होने वाले क्रिकेटर्स की सूची में तेंदुलकर का नाम सबसे ऊपर है। नई दिल्ली। ज्यादातर क्रिकेट फैंस को ये अच्छे से याद होगा कि सचिन तेंदुलकर ने कितने इंटरनेशनल मैच खेले हैं या फिर रिकी पोंटिंग की कप्तानी में ऑस्ट्रेलियाई टीम कितनी बार वल्र्ड चैंपियन बनी। मगर दुनिया में ऐसे चुनिंदा ही फैंस होंगे, जो जानते होंगे कि इंटरनेशनल क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर, महेला जयर्वद्धने, रिकी पोंटिंग जैसे खिलाड़ी कितनी बार आउट हुए हैं। ये जानकर हर किसी को हैरानी होगी कि इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा बार आउट होने वाले क्रिकेटर्स की सूची में तेंदुलकर का नाम सबसे ऊपर है।
अपने 24 साल के लंबे करियर में 200 टेस्ट, 463 वनडे और एक टी20 मैच खेल चुके सचिन ने 100 शतक सहित कुल 34 हजार 357 रन बनाए। वह इंटरनेशनल क्रिकेट में इस दौरान कुल 708 बार आउट हुए हैं। अपने 24 साल के लंबे करियर में 200 टेस्ट, 463 वनडे और एक टी20 मैच खेल चुके सचिन ने 100 शतक सहित कुल 34 हजार 357 रन बनाए। वह इंटरनेशनल क्रिकेट में इस दौरान कुल 708 बार आउट हुए हैं।
इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा बार
उट होने वाले क्रिकेटर्स में श्रीलंका के महेला जयवद्धने दूसरे नंबर पर हैं। कुल 652 इंटरनेशनल मैच खेलने वाले जयवर्द्धने ने 54 शतक की मदद से 25 हजार 957 रन बनाए। इस दौरान वह 663 बार आउट हुए। इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा बार आउट होने वाले क्रिकेटर्स में श्रीलंका के महेला जयवर्धने दूसरे नंबर पर हैं। कुल 652 इंटरनेशनल मैच खेलने वाले जयवर्धने ने 54 शतक की मदद से 25 हजार 957 रन बनाए। इस दौरान वह 663 बार आउट हुए।
इंटरनेशनल करियर में 42 शतक सहित कुल 21 हजार 32 रन बनाने वाले सनथ जयसूर्या इस दौरान 616 बार आउट हुए। इंटरनेशनल करियर में 42 शतक सहित कुल 21 हजार 32 रन बनाने वाले सनथ जयसूर्या इस दौरान 616 बार आउट हुए।
दुनिया के महान विकेटकीपर्स पूर्व श्रीलंकाई दिग्गज कुमार संगकारा ने 513 इंटरनेशनल मैचों में 63 शतक की मदद से 28 हजार 16 रन बनाए और वह इस दौरान 599 बार आउट हुए दुनिया के महान विकेटकीपर्स पूर्व श्रीलंकाई दिग्?गज कुमार संगकारा ने 513 इंटरनेशनल मैचों में 63 शतक की मदद से 28 हजार 16 रन बनाए और वह इस दौरान 599 बार आउट हुए
ऑस्ट्रेलिया को अपनी कप्तानी में दो बार वल्र्ड कप दिलाने वाले रिकी पोटिंग 560 मैचों में 598 बार पवेलियन लौटे। उनके नाम 27 हजार 483 रन हैं। (न्यूज18)
नई दिल्ली, 27 जुलाई। भारत के दिग्गज खिलाड़ी रहे युवराज सिंह ने बीसीसीआई पर एक बार फिर निशाना साधा है। युवराज सिंह ने स्पोर्ट्सकीड़ा को दिए इंटरव्यू में कहा है कि बीसीसीआई ने आखिरी समय में उनके साथ अनप्रोफेशनल बर्ताव किया। युवी ने आगे ये भी अपने बयान में बताया है कि जो सहवाग और हरभजन सिंह के साथ किया गया वैसा ही बर्ताव मेरे साथ बीसीसीआई ने किया। 2011 वल्र्ड कप में अपने परफॉर्मेंस से भारत के विश्व विजेता बनाने वाले युवराज ने 2019 के जून में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया था। 2011 वल्र्ड कप (2011 वल्र्ड कप ) में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब पाने वाले युवराज सिंह ने कहा कि भारतीय क्रिकेट में ऐसा ही होता है। सहवाग, जहीर और हरभजन सिंह के साथ बीसीसीआई ऐसा कर चुका है। उनके आखिरी समय के करियर में बीसीसीआई ने उन्हें भी इसी तरह से टीम से बाहर कर दिया था।
युवी 2012 के बाद से वनडे टीम में नियमित तौर पर शामिल नहीं हो पाए थे। यही कारण 2015 वल्र्ड कप में उन्हें शामिल नहीं किया गया था। गौरतलब है कि युवी ने 2014-15 के रणजी सीजन में शानदार परफॉर्मेंस किया था और 3 शतकीय पारी खेली थी। इन सबके बाद भी युवी को फिर से भारतीय टीम का नियमित सदस्य नहीं माना गया। इस दौरान वो टीम से अंदर-बाहर होते रहे थे। यहां तक कि उन्होंने कई इंटरव्यू में कहा था कि वो 2019 वर्ल्डकप की तैयारी कर रहे हैं और 2019 का वर्ल्डकप खेलना चाहते हैं। इसके अलावा युवराज सिंह यो-यो टेस्ट में भी सफल रहे लेकिन भारतीय टीम में उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला। युवराज सिंह ने 2017 में आखिरी बार भारतीय वनडे टीम में वापसी की थी।
युवराज ने अपने करियर में 304 वनडे मैच खेले और इस दौरान 8701 रन बनाए। वनडे में युवराज ने 111 विकेट लेने का कमाल भी किया। 58 टी20 मैचों में उन्होंने 1177 रन बनाए और 28 विकेट लिए। युवराज सिंह ने भारत के लिए 40 टेस्ट मैच में भी हिस्सेदारी ली थी। इंटरव्यू में युवराज सिंह ने माना कि अपने करियर में वो टेस्ट में अच्छा नहीं कर पाए जिसका उन्हें अफसोस रहेगा।- (एनडीटीवी)
पिथौरागढ़ (उत्तराखंड), 27 जुलाई। भारतीय व्हीलचेयर क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और वर्तमान में उतराखंड के कप्तान राजेंद्र सिंह धामी को इन दिनों अपने परिवार की मदद के लिए मजदूरी करने को मजबूर होना पड़ रहा है। मजदूरी शुरू करने से पहले वह कुछ बच्चो क्रिकेट कोचिंग देते थे, जिन्होंने थोड़े समय (लॉकडाउन के चलते) से आना छोड़ दिया। उनके पैरेंट्स कहते हैं कि घर में पैसे नहीं बचे थे।
जब घर में कुछ नहीं बचा तो धामी को परिवार का पेट भरने के लिए मजदूरी के लिए मजबूर होना पड़ा। धामी को 3 साल की उम्र में पैरालिसिस का अटैक पड़ा था, जिसके बाद से वह 90 फीसदी दिव्यांग हैं। क्रिकेट की फील्ड पर उन्होंने खूब अवॉर्ड अपने नाम किए हैं। इसके अलावा वह इतिहास में एमए हैं और उनके पास बीएड की डिग्री भी है। लेकिन इतनी शैक्षिक योग्यता और खेलों में भी अपने देश का प्रतिनिधित्व कर चुके और वर्तमान में अपने राज्य के लिए खेल रहे इस खिलाड़ी के पास कोविड- 19 के चलते शुरू हुए लॉकडाउन में कमाई का कोई सहारा नहीं है।
वर्षीय खिलाड़ी ने बताया, इससे पहले, मैं वीलचेयर पर आश्रित उन बच्चो को रुद्रपुर में कोचिंग दे रहा था, जिन्हें क्रिकेट का शौक था। लेकिन यह सब रुक गया तो मैं रायकोट (पिथौरागढ़) में अपने गांव आ गया, जहां मेरा परिवार रहता है।
उत्तराखंड वीलचेयर टीम के कप्तान होते हुए मलेशिया, बांग्लादेश और नेपाल जैसे देशों की यात्रा कर चुके राजेंद्र सिंह धामी ने कहते हैं, लॉकडाउन के इन कुछ महीनों ने हालात मुश्किल बना दिए हैं। मेरे पैरेंट्स बुजुर्ग हैं। मेरी एक बहन और छोटा भाई भी है। मेरा भाई गुजरात में एक होटल में काम करता था लेकिन उसकी नौकरी भी चली गई। इसलिए मैंने मनरेगा योजना के तहत अपने गांव में काम करने का तय किया।
जब राजेंद्र से पूछा गया कि इन चुनौतीपूर्ण हालात में क्या उन्होंने किसी से मदद के लिए कहा था, तो धामी कहते हैं, कुछ लोग मदद के लिए आगे आए थे, इनमें से सोनू सूद भी एक हैं, जिन्होंने 11,000 रुपये भेजे थे। इसके अलावा रुद्रपुर और पिथौरागढ़ में भी कुछ लोगों ने मदद की लेकिन यह परिवार के लिए काफी नहीं था।
मजदूरी करके भी राजेंद्र सिंह धामी का हौसला टूटा नहीं है और उन्हें दृढ़ विश्वास है कि यह चुनौतियां जल्दी ही खत्म होंगी। वह मुस्कुराते हुए कहते हैं, अपनी आजीविका चलाने के लिए कोई भी काम करने में कोई बुराई नहीं है। मैंने मनरेगा जॉब में इसलिए काम करना पसंद किया क्योंकि यह मुझे मेरे घर के पास ही काम देता है। भले यह मुश्किल समय है लेकिन मैं जानता हूं कि मैं इससे पार पा लूंगा। (नवभारत टाईम्स)
नई दिल्ली, 27 जुलाई (आईएएनएस)| भारतीय टीम के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी युवराज सिंह ने कहा है कि 2007 टी-20 विश्व कप के फाइनल में रोहित शर्मा की पारी काफी विशेष थी, जिसे अधिकतर लोग भूल जाते हैं।
भारत ने 24 सितंबर 2007 को जोहान्सबर्ग में पाकिस्तान को फाइनल में मात दे पहले टी-20 विश्व कप को अपने नाम किया था।
इस मैच में गौतम गंभीर ने 54 गेंदों पर 75 रनों की पारी खेली थी। वहीं इरफान पठान और आरपी सिंह ने तीन-तीन विकेट लिए थे।
युवराज ने स्पोर्ट्सकीड़ा से बात करते हुए कहा, "गौतम और इरफान का फाइनल शानदार रहा था। इसलिए मुझे लगता है कि वह संयुक्त प्रयास था। हां, इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया के खिलाफ मैंने दो अहम पारियां खेली थीं, जिससे हमें आगे आने में मदद मिली थी।"
युवराज ने कहा कि लोग हमेशा फाइनल में रोहित शर्मा की पारी को भूल जाते हैं। उन्होंने 16 गेंदों पर 30 रन बनाए थे और भारत के स्कोर को 150 के पार ले गए थे। अपनी पारी में उन्होंने कुछ चौके और एक छक्का मारा था।
युवराज ने कहा, "हर कोई मेरी और गौतम की बात करता है लेकिन कोई भी रोहित की 18,20 गेंदों में बनाए गए उन 36 (रोहित ने उस मैच में 16 गेंदों पर 30 रन बनाए थे) रनों को याद नहीं करता जिसने हमें 160 (पांच विकेट पर 157) तक पहुंचाया।"
उन्होंने कहा, "वह टूर्नामेंट की सबसे अहम पारी थी। इरफान ने तीन विकेट लिए थे और मैन ऑफ द मैच रहे थे लेकिन मुझे लगता है कि फाइनल में रोहित की पारी विशेष थी।"
नई दिल्ली, 27 जुलाई (आईएएनएस)| जापान की महिला टेनिस स्टार नाओमी ओसाका ने कहा है कि उनके स्वीमसूट पहनने के बाद प्रशंसकों की टिप्पणी सुनकर वह परेशान हो गई हैं। ओसाका ने हाल ही में अपनी स्वीटसूट पहने कुछ फोटो सोशल मीडिया पर डाली थीं जिसके बाद प्रशंसकों ने उनसे कहा था कि वह अपनी मासूम छवि को बनाए रखें और वो बनने की कोशिश न करें जो वो नहीं हैं।
ओसाका ने इसके जवाब में ट्वीट किया है, "मैं सिर्फ इतना कहना चाहती हूं कि जितने लोग मुझसे कह रहे हैं कि मैं अपनी मासूम छवि बनाए रखूं और वो बनने की कोशिश न करूं जो मै नहीं हूं, मैं उनसे कहना चाहती हूं कि इससे मैं परेशान हो रही हूं।"
उन्होंने कहा, "आप मुझे जानते नहीं हैं, मैं 22 साल की हूं और पूल में स्वीमसूट पहनती हूं। आपको ऐसा क्यों लगता है कि मैं जो पहन रही हूं उस पर आप टिप्पणी कर सकते हैं।"
ढाका, 27 जुलाई (आईएएनएस)| बांग्लादेश के क्रिकेटर काजी अनिक इस्लाम को राष्ट्रीय क्रिकेट लीग-2018 में डोपिंग नियम का उल्लंघन करने के कारण दो साल के लिए निलंबित कर दिया गया है। इस टेस्ट में फेल होने के बाद उन्हें बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के सभी कार्यक्रमों में से भी हटा दिया गया है।
अनिक 2018 में खेले गए अंडर-19 विश्व कप का हिस्सा थे।
अनिक को मेथाम्फेटामाइन के सेवन का दोषी पाया गया है। यह पदार्ध आईसीसी द्वारा 2018 में निकाली गई प्रतिबंधित पदार्थ की सूची में है।
फरवरी 2019 में अनिक ने इस बात को कबूल किया था और साथ ही बीसीबी के डोपिंग रोधी ईकाई द्वारा दिए गए अस्थायी निलंबन को स्वीकार कर लिया था।
बीसीबी ने कहा कि चूंकि यह इस्लाम का पहला मामला था इसलिए उनका निलंबन आठ फरवरी 2019 से शुरू हो रहा है (इसी तारीख को उनका अस्थायी निलंबन शुरू हुआ था।)। वह सात फरवरी 2021 के बाद से क्रिकेट शुरू कर सकते हैं।
अनिक 2018 अंडर-19 विश्व कप में बांग्लादेश के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। बाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज ने 10 विकेट लिए थे। सीनियर क्रिकेट में उन्होंने चार प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं। वहीं 26 लिस्ट ए मैच और नौ टी-20 मैच खेले हैं।
लाहौर, 27 जुलाई (आईएएनएस)| पाकिस्तान के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज जुनैद खान ने भारतीय कप्तान विराट कोहली की जमकर तारीफ की है और उन्हें सभी प्रारूपों में विश्व का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज बताया है। जुनैद ने कहा कि कोहली की निरंतरता उन्हें बाबर आजम, स्टीव स्मिथ, केन विलियम्सन से आगे रखती है।
जुनैद ने क्रिकइनजीआईएफ के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किए गए वीडियो में कहा, "इसमें कोई शक नहीं है कि कोहली तीनों प्रारूपों में सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं। अगर आप किसी से पूछेंगे तो वह कहेंगें कि बाबर आजम, जोए रूट, केन विलियम्सन, स्टीव स्मिथ इस समय विश्व में सर्वश्रेष्ठ हैं लेकिन इन सभी से ऊपर कोहली हैं क्योंकि वह तीनों प्रारूपों में ही शानदार रहे हैं।
2012 में भारत में हुई वनडे सीरीज में जुनैद ने कोहली को तीन बार आउट किया था।
इस पर उन्होंने कहा, "उस दौरे से पहले मैं फैसलाबाद में क्रिकेट खेल रहा था। मैं एक दिन में 35-40 ओवर फेंक रहा था जिससे मुझे सीरीज के लिए जरूरी लय मिल गई थी। मैं उस सीरीज से वनडे में वापसी कर रहा था। भारत जाने से पहले मैं सोच रहा था कि यह मेरे लिए वापसी का एक मात्र मौका है।"
उन्होंने कहा, "मैं टेस्ट टीम में स्थायी था लेकिन मुझे वनडे में वापसी करनी थी। दूसरी बात यह थी कि मैं जानता था कि वापसी के लिए मुझे भारत के खिलाफ विकेट लेने होंगे।"
जुनैद ने कहा, "मैंने पहली गेंद उन्हें फेंकी वो वाइड थी। अगली गेंद पर वो बीट हो गए। मैंने सोचा कि वह कोई आम बल्लेबाज है। इसके बाद मुझे लय मिली।"
उन्होंने कहा, "विराट ने सीरीज से पहले मुझसे कहा था कि यह भारतीय पिचे हैं और यहां गेंद ज्यादा स्विंग या सीम नहीं होती मैंने कहा था कि देखते हैं क्योंकि मैं अच्छी खासी लय में था।"
जुनैद ने पाकिस्तान के लिए 22 टेस्ट, 76 वनडे और नौ टी-20 मैच खेले हैं जिनमें क्रमश: 71, 110 और नौ विकेट लिए हैं।
लंदन, 27 जुलाई (आईएएनएस)| लिसेस्टर सिटी के स्ट्राइकर जैमी वार्डी ने इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) के 2019-20 सीजन का गोल्डन बूट अवार्ड अपने नाम कर लिया है। वार्डी ने इस सीजन अपनी टीम के लिए 23 गोल किए। उन्होंने इस अवार्ड की रेस में आर्सेनल के पिएर एमेरिक आबुयामेयांग और साउथैम्पटन के डैनी लेग्स को पछाड़ा है जिन्होंने लीग में 23-23 गोल किए।
वार्डी हालांकि टीम के अंतिम मैच में गोल नहीं कर पाए थे मैनचेस्टर युनाइटेड ने रविवार को लिसेस्टर सिटी को 2-0 से मात दी थी जिसके कारण वह चैम्पियंस लीग में जगह नहीं बना सकी।
वार्डी इस अवार्ड को जीतने वाले लिसेस्टर सिटी के पहले खिलाड़ी हैं।
वहीं मैनचेस्टर सिटी के गोलकीपर ब्राजील के एडरसन ने गोल्डन ग्लव का पुरस्कार अपने नाम किया है। वह इस सीजन में 16 क्लीनशीट रखने में कामयाब रहे थे। इससे पहले दो सीजन वह इस खिताब से महरूम रह रहे थे।
नई दिल्ली, 27 जुलाई (आईएएनएस)| भारत के महान शतरंज खिलाड़ी का लीजेंड्स टूर्नामेंट में हार का सिलसिला बदस्तूर बरकरार है। उन्हें टूर्नामेंट की लगातार छठी हार का सामना करना पड़ा है। उन्हें रूस के इयान नेपोमनियाच्ट्टची ने 3-2 से हरा दिया। आनंद ने मैच की शुरुआत पहले गेम में 53 बाजी के ड्रॉ के साथ की। दूसरे मैच में हालांकि इयान ने 34 चालों में ही आनंद को मात दे दी। तीसरा गेम 48 चालोंके बाद ड्रॉ रहा।
चौथे गेम में आनंद ने 42 चालों में जीत हासिल की और मैच को अमेर्गेडोरन टाई ब्रेकर में ले गए जहां इयान ने 41 चालों में बाजी जीत मैच अपने नाम किया।
इस टूनार्मेंट में आनंद को एक भी जीत नसीब नहीं हुई है।
चेन्नई, 26 जुलाई (एजेंसी)। भारतीय ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद को लीजेंड्स आफ चेस' (ऑनलाइन शतरंज) टूर्नामेंट में लगातार चौथी शिकस्त का सामना करना पड़ा। उन्हें नीदरलैंड के अनीश गिरी ने 3-2 से मात दी। पूर्व विश्व चैम्पियन विश्वनाथन आनंद और गिरी ने पहले चार गेम ड्रा खेले, लेकिन नीदरलैंड के खिलाड़ी ने शुक्रवार को आर्मागेडोन गेम (टाई ब्रेक) में जीत हासिल की।
आनंद ने हालांकि 1,50,000 डॉलर ईनामी राशि के इस टूर्नामेंट का अपना पहला अंक हासिल किया, लेकिन वह अंकतालिका में सबसे नीचे बने हुए हैं। इससे पहले वह पीटर स्विडलेर, मैग्नस कार्लसन और ब्लादीमिर क्रामनिक से हार गये थे। आनंद मैग्नस कार्लसन शतरंज टूर में पहली बार खेल रहे हैं, उन्होंने ‘बेस्ट ऑफ फोर’ मुकाबले के शुरूआती गेम में 82 चाल में ड्रा खेला। दूसरा गेम 49 चाल का रहा जबकि तीसरा और चौथा गेम ड्रा रहा, जिससे यह आर्मागेडोन चरण में चला गया। गिरी ने काले मोहरों से खेलते हुए आर्मागेडोन के निर्णायक गेम में जीत हासिल की और दो अंक अपनी झोली में डाले। अब शनिवार को पांचवें दौर में आनंद हंगरी के पीटर लेको से खेलेंगे।
नई दिल्ली, 26 जुलाई (एजेंसी)। पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज़ गौतम गंभीर ने शनिवार को कहा कि महेंद्र सिंह धोनी जब तक फिट और फार्म में हैं, उन्हें अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलते रहना चाहिए। 07 जुलाई को 39 साल के हुए धोनी ने पिछले साल हुए 2019 विश्व कप में भारत के सेमीफाइनल से बाहर होने के बाद से इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं खेला है।
गंभीर ने कहा कि उम्र तो एक आंकड़ा है। अगर आप अच्छे फार्म में हैं और गेंद को बखूबी पीट रहे हैं, तो आपको खेलते रहना चाहिए। एमएस धोनी अच्छे फार्म में हैं और अपने खेल का मजा ले रहे हैं। अगर उन्हें लगता है कि वह अभी भी देश के लिये मैच जीत सकते हैं, खासकर छठे और सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करके, तो उन्हें खेलते रहना चाहिए।
गंभीर ने स्टार स्पोटर्स के शो ‘क्रिकेट कनेक्टेड’ में कहा, वह अगर फार्म में हैं और फिट हैं तो उन्हें लगातार खेलना चाहिये। उनसे कोई संन्यास के लिये जबर्दस्ती नहीं कर सकता है। धोनी जैसे खिलाडिय़ों पर उम्र को लेकर कई विशेषज्ञ दबाव बना सकते हैं, लेकिन यह व्यक्तिगत फैसला होता है।
कोरोना वायरस महामारी के कारण आईपीएल के संयुक्त अरब अमीरात में आयोजन को लेकर गंभीर ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आईपीएल कहां हो रहा है। यदि यूएई में हो रहा है तो कोई भी प्रारूप खेलने के लिये वह बेहतरीन जगह है। इससे लोगों का मूड भी बदलेगा। इसलिये यह आईपीएल बाकी तमाम आईपीएल से बड़ा है, क्योंकि मुझे लगता है कि यह देश के लिये है।
मैनचेस्टर, 25 जुलाई (भाषा)। वेस्टइंडीज के महान तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग का मानना है कि जोफ्रा आर्चर में महान तेज गेंदबाज बनने की क्षमता है और उन्हें 'बाहरी शोर' पर ध्यान देने की बजाय अपनी गेंदबाजी पर फोकस करना चाहिए। वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे और निर्णायक टेस्ट के लिए आर्चर को टीम में शामिल किया गया है। दरअसल वेस्टइंडीज के खिलाफ पहला टेस्ट खेलने के बाद जैव सुरक्षित प्रोटोकॉल तोडऩे पर उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था और वो सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच नहीं खेल पाए थे। आर्चर नेस्वीकार किया था कि पहले मैच के बाद जैव सुरक्षित प्रोटोकॉल तोडऩे की वजह से सोशल मीडिया पर वह नस्लीय छींटाकशी का शिकार हुए थे।
होल्डिंग ने स्काई स्पोटर्स से कहा कि ईमानदारी से कहूं तो मुझे नहीं लगता कि यह इतना कठिन होना चाहिए। वह उस टीम का हिस्सा है जिसने अभी एक टेस्ट मैच जीता है। उन्होंने कहा कि इंग्लैंड टीम में उनके कई दोस्त हैं। वह बेन स्टोक्स के काफी करीब है। वह काफी सकारात्मक इंसान है। उन्हें टीम में व्यस्त रहना चाहिए और बाहरी शोर के बारे में भूल जाना चाहिए। ऐसा करके ही वह महान गेंदबाज बन सकते हैं।
उन्होंने स्वीकार किया कि किसी भी तरह के अपमान को भुलाना इतना आसान नहीं होता। उन्होंने कहा कि यह आसान नहीं है। जब लोग आपके मूल, आपकी चमड़ी के रंग, आपके धर्म को लेकर आपको ताने मारे। आपके वजन को लेकर आपका अपमान करें। यह अनदेखा करना आसान नहीं होता। सोशल मीडिया से निपटना इतना आसान नहीं है, लेकिन यह सब काम पर फोकस करने की बात है। इसके लिए मानसिक रूप से दृढ होना होगा।
कुछ दिन पहले डेली मेल में लिखे अपने कॉलम में आर्चर ने कहा था कि आइसोलेशन के दौरान सोशल मीडिया पर नस्लीय टिप्पणियों का सामना करना पड़ा। उन्होंने अपनी शिकायत इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड को भेजी। आर्चर ने कहा पिछले कुछ दिनों में उन्होंने इससे दूर होने के लिए काफी सोशल मीडिया प्रोफाइल अनफॉलो और म्यूट कर दिया। इंग्लिश गेंदबाज ने कहा कि एक खिलाड़ी कैसे एक मिनट में हीरो बन जाता है और अगले ही पल उसकी आलोचना होने लगती हैं। आर्चर ने कहा कि जिस दुनिया में हम रहते है, यह अस्थिर दुनिया है। (भाषा)
नई दिल्ली, 25 जुलाई। आईपीएल के 13वें सीजन का आगाज सितंबर 19 से यूएई में होगा। इसके लिए अब क्रिकेटर्स भी अपनी तैयारी शुरू कर चुके हैं। सुरेश रैना ने अपने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें वो और ऋषभ पंत आईपीएल के लिए बल्ले की खरीदारी करते हुए नजर आए हैं। रैना ने वीडियो शेयर कर कैप्शन में लिखा है, आईपीएल के नए सीजन का बेसर्बी से इंतजार है, बैट फाइनल करने के साथ ही बेसब्री से इंतजार कर रहे आईपीएल के इस सीजन की तैयारियों के लिए पहला कदम, मैदान पर वापसी करने अब इंतजार नहीं हो रहा। रैना ने ऋषभ पंत को भी टैग किया है।
वीडियो में रैना और पंत अपने बल्ले को बारिकी के साथ देख रहे हैं। आईपीएल के चैयरमैन ब्रजेश पटेल ने कंफर्म किया है कि इस बार आईपीएल 19 सितंबर से शुरू होगा और इसका फाइनल 8 नवंबर को खेला जाएगा। यही नहीं आईपीएल टूर्नाममेंट 51 दिनों तक चलेगा और 60 मैच खेले जाएंगे। ऐसे में अब क्रिकेट फैन्स भी इस बड़े टूर्नामेंट का इंतजार कर रहे हैं। फैन्स के बीत उत्सुकता इस बात को लेकर है कि सबसे चहेते धोनी एक बार फिर क्रिकेट के मैदान पर वापसी करते हुए नजर आएंगे।
एम एस धोनी 2019 वल्र्डकप के बाद से क्रिकेट के मैदान से बाहर हैं। वहीं, खबरों की मानें तो भारतीय टीम के दुबई में
कर अभ्यास कैंप में हिस्सा लेने वाले हैं। आईपीएल शेड्यूल का ऐलान भी बीसीसीआई जल्द ही करने वाली है। बीसीसीआई सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस बार आईपीए में केवल पांच डबल हेडर मुकाबले खेले जाएंगे।
गौरतलब है कि टी-20 वल्र्डकप के स्थगित होने के बाद ही बीसीसीआई ने आखिरकार आईपीएल को आयोजन को लेकर हामी भरी है। इस समय बीसीसीआई ने आईपीएल को दुबई में कराने को लेकर सरकार से इसकी अनुमती के लिए पत्र लिखा है. उम्मीद की जा रही है कि एक दो दिन के अंदर आईपीएल शेड्यूल को भी सबके सामने ला दिया जाएगा। (एनडीटीवी)
नई दिल्ली, 25 जुलाई (आजतक)। भारतीय मुक्केबाज इस हफ्ते के आखिर में अपने पृथकवास अवधि को समाप्त कर सोमवार से औपचारिक अभ्यास शिविर को फिर से शुरू करेंगे। भारतीय खेल प्राधिकरण ने 'अनजाने में कोरोना पृथकवास नियमों को तोडऩे वाले मुक्केबाजों को माफ कर दिया, जिससे वे भी इसका हिस्सा होंगे।
विश्व चैम्पियनशिप के रजत पदक विजेता एवं ओलंपिक पदक के दावेदारों में से एक अमित पंघल सहित पटियाला के राष्ट्रीय खेल संस्थान (एनआईएस) परिसर में पृथकवास में रहे अन्य मुक्केबाज और कोचों का तीसरी बार कोरोना वायरस जांच का नतीजा नेगेटिव आया हैं।
मुक्केबाजों के साथ मौजूद कोच ने पीटीआई से कहा, 'औपचारिक अभ्यास सोमवार से फिर से शुरू होगा। अभी सब कुछ ठीक है। कुछ समय के लिए सब कुछ स््रढ्ढ के मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के तहत होगा। इसमें खिलाडिय़ों को स्पैरिंग और रिंग में जाने की अनुमति नहीं होगी।'
ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करने वाले विकास कृष्ण और सतीश कुमार द्वारा पृथकवास नियमों के उल्लंघन के कारण खिलाडिय़ों और कोचों को तीसरी बार कोविड-19 के लिए जांच करनी पड़ी। एनआईएस में साथी एथलीटों द्वारा उनके खिलाफ शिकायत दर्ज किए जाने के बाद उन्हें शिविर छोडऩे के लिए कहा गया था।
टोक्यो ओलंपिक का टिकट हासिल कर चुके खिलाडिय़ों के लिए हो रहे इस शिविर में छह बार की विश्व चैम्पियन एमसी मेरीकॉम और तेजी से उभरती लवलीना बोरगोहिन जैसी महिला मुक्केबाज भी शामिल हो रही हैं। मेरीकॉम और बोरगोहिन दोनों दिल्ली और असम में अपने-अपने घरों में अभ्यास कर रही हैं।
महासंघ के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा, 'परिस्थितियों के हिसाब से शिविर वैकल्पिक है। इसलिए इस में शामिल होने का फैसला मुक्केबाजों को करना था। यह सुचारु रूप से आगे बढऩा चाहिए।' विकास और सतीश द्वारा नियमों को तोडऩे की जांच कर रहे साई की जांच समिति ने कहा कि इन खिलाडिय़ों से अनजाने में नियम टूटा था।
साई के सचिव रोहित भारद्वाज की अध्यक्षता वाली समिति की रिपोर्ट के बाद दोनों को शिविर में शामिल होने की छूट दे दी गई। साई के बयान के मुताबिक, 'जांच-पड़ताल के दौरान, मुक्केबाजों ने स्वीकार किया कि उन्होंने पृथकवास नियमों का उल्लंघन किया है। जांच में पाया गया है कि यह जानबूझकर उल्लंघन नहीं था, लेकिन पृथकवास नियमों के बारे में मुक्केबाजों की जागरूकता की कमी से ऐसा हुआ।' (आजतक)
नई दिल्ली, 25 जुलाई। टीम इंडिया के महान स्पिन गेंदबाज अनिल कुंबले ने साल 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ दिल्ली टेस्ट की दूसरी पारी में सभी 10 विकेट लेने के पीछे की पूरी कहानी बयां की है। कुंबले ने दिल्ली के ऐतिहासिक फिरोजशाह कोटला मैदान पर पाकिस्तानी टीम के सभी 10 बल्लेबाजों को आउट करके इतिहास रच दिया था क्योंकि कुंबले ऐसा करने वाले सिर्फ दूसरे गेंदबाज बने थे। कुंबले से पहले ये उपलब्धि इंग्लैंड के जिम लेकर ने हासिल की थी।
पाकिस्तान के खिलाफ उन रोंगटे खड़े करने वाले पलों को याद करते हुए कुंबले ने जिम्बाब्वे के पूर्व तेज गेंदबाज पॉमलेले मांब्गावा के साथ सोशल मीडिया पर बात करते हुए कहा, मेरे लिए यह ऐसा है कि कल ही हुआ हो। यह मेरे लिए काफी खास है। 2 टेस्ट मैचों की यह वो सीरीज थी जो भारत और पाकिस्तान लंबे समय बाद खेल रहे थे। पहला टेस्ट चेन्नई में खेला गया था जिसे हम 12 रनों से हार गए थे। कोटला में जाते समय हमें पता था कि हमें जीतना होगा।
कुंबले ने उस टेस्ट के चौथे दिन पिच कैसा व्यवहार कर रही थी, इस बारे में भी विस्तार से बात की और कहा, मुझे पता है कि जब विकेट का व्यवहार दोहरा होता है या उसमें असीमित उछाल होता है तो मैं ज्यादा प्रभावी होता हूं। अगर गेंद ज्यादा स्पिन भी नहीं होती है तो ये ज्यादा मायने नहीं रखता क्योंकि मैं असीमित उछाल का फायदा उठा सकता हूं।
कुंबले ने इस रहस्य का भी खुलासा किया कि कैसे उनके साथी गेंदबाज जवागल श्रीनाथ की रणनीति ने उन्हें 10वां विकेट लेने में मदद की थी। कुंबले ने बताया, लंच तक पाकिस्तान को अच्छी शुरुआत मिल चुकी थी। मुझे पता था कि यह एक विकेट की बात है। भोजनकाल के बाद मैंने छोर बदला। फिर मुझे एक विकेट मिला, दूसरा मिला और फिर मिलते चले गए। मैं लंच से टी ब्रेक तक गेंदबाजी करता चला गया, लेकिन थक गया था। मुझे पता था कि मेरे पास अपने प्रदर्शन को बेहतर करने का मौका है क्योंकि मैं 6 पर 6 था। लंच के बाद मुझे 7, 8, 9 विकेट मिल गए। मैंने अपना ओवर खत्म किया और श्रीनाथ आए। शायद इससे मुश्किल स्थिति में उन्होंने गेंदबाजी नहीं की होगी।
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान कुंबले ने आगे कहा, श्रीनाथ को सब कुछ भूलना पड़ा और बाहर गेंदबाजी करनी पड़ी, लेकिन मैंने उनसे कुछ नहीं कहा था। मैंने सोचा वसीम अकरम को एक रन दे देते हैं। मैंने सोचा मुझे एक ओवर में विकेट लेना होगा क्योंकि एक और ओवर मांगना अच्छा नहीं लगता। मेरी किस्मत में शायद यह लिखा था, पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज में एक मैच से पीछे रहना, फिर यह सब होना, विशेष था। (जी न्यूज)
चेन्नई, 24 जुलाई (आईएएनएस)| महिला ग्रैंडमास्टर (डब्ल्यूजीएम) आर. वैशाली और उनके भाई आर. प्रगानन्धा शनिवार से शुरू होने वाले फिडे के पहले ऑनलाइन शतरंज ओलम्पियाड की पूरी शिद्दत के साथ तैयारी कर रहे हैं।
हालांकि, इन दोनों खिलाड़ियों के लिए इस तरह की तैयारी रोज का काम है लेकिन इनकी मां को गर्व है कि उनके बच्चे पहले ऑनलाइन शतरंज ओलम्पियाड में हिस्सा लेने वाले पहले भाई-बहन बनकर इतिहास में अपना नाम दर्ज कराने वाले हैं।
इन दोनों की मां एन. नागालक्ष्मी ने आईएएनएस से कहा, "हमारा घर हमेशा से शांत रहता है क्योंकि हम टीवी नहीं चालू करते। वैशाली (19) और प्रगानन्धा (14) अलग-अलग अभ्यास करते हैं। यह सच है कि दोनों ऑनलाइन शतरंज ओलम्पियाड के लिए भारतीय टीम में हैं लेकिन घर पर जो हो रहा है, वो रोज की बात है।"
उन्होंने कहा कि वह अपने बच्चों को ओलम्पियाड में खेलते हुए देखना चाहती थीं और उनका यह सपना अब सच होने वाला है।
प्रगानन्धा ने आईएएनएस से कहा, "ऑनलाइन ओम्पियाड के लिए कोई विशेष तैयारी नहीं की है। हम जिस तरह से अभ्यास करते थे, उसी तरह से कर रहे हैं। दूसरी टीमों में जो खिलाड़ी हैं, वो शीर्ष स्तर के हैं। यहां अंतर सिर्फ इतना है कि हमें जल्दी अपनी चालें चलनी होंगी और यह ऑनलाइन होगा।"
उन्होंने कहा कि वह रोज छह घंटे अभ्यास करते हैं।
दोनों के कोच ग्रैंड मास्टर आर.बी. रमेश ने आईएएनएस से कहा, "हम किसी एक टूर्नामेंट के लिए अभ्यास नहीं करते हैं बल्कि लगातार जरूरत के हिसाब से ट्रेनिंग करते हैं।"
प्रगानन्धा ने कहा कि टूर्नामेंट बेशक शनिवार से शुरू हो रहा है लेकिन शीर्ष डिवीजन में टीमें 19-20 अगस्त को खेलेंगी। शनिवार से क्वालीफाइंग मैच शुरू हो रहे हैं।
वैशली और प्रगानन्धा अभ्यास अलग-अलग करते हैं लेकिन वह मैच और पोजिशन को लेकर साथ में बात करते हैं।
उनकी मां ने कहा, "वह एक दूसरे के साथ भी खेलते हैं।"
वैशाली (लड़कियों के वर्ग में आठवीं रैंक पर) और प्रगानन्धा अपने-अपने वर्ग में र्जिव में हैं। दोनों को उम्मीद है कि उन्हें खेलने का मौका मिलेगा।
भारत की महिला टीम में विश्व नंबर-2 कोनेरू हम्पी और वल्र्ड नंबर-9 द्रोणावल्ली हरिका हैं
नई दिल्ली, 24 जुलाई । तारीखें और आंकड़े। ये दोनों ही चीजें क्रिकेट के खेल में बहुत महत्व रखती हैं। तारीखों से इतिहास के दिलचस्प किस्से सिखाते भी हैं और रोमांचित भी करते हैं जबकि आंकड़ों से खेल के स्तर और खिलाडिय़ों की सफलताओं का अंदाजा लग जाता है। तारीखों की बात करें तो क्रिकेट इतिहास में आज की तारीख (24 जुलाई) भी एक दिलचस्प किस्से की गवाह रही है।
89 साल पहले
आज से 89 वर्ष पूर्व 1931 में इसी तारीख को क्रिकेट के जनक इंग्लैंड की जमीन पर कुछ ऐसा हुआ था जिसे देखकर सब हैरान रह गए थे। नॉटिंघमशायर और वॉरविकशायर के बीच खेले गए प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैच में एक बाप-बेटे की जोड़ी ने हैरान करने वाला रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज कराया था। नॉटिंघमशायर के जॉर्ज गन उस समय 52 साल के थे जबकि उनके पुत्र जॉर्ज वर्नोन गन भी उसी टीम का हिस्सा थे जिनकी उम्र 26 वर्ष थी।
जाहिर तौर पर सभी क्रिकेट फैंस के लिए बाप-बेटे की जोड़ी को एक ही मैच में उतरते देखना कोई आम बात नहीं थी। सब उस लम्हे का गवाह बनना चाहते थे। मैदान भी खचाखच भरा था। 52 वर्षीय जॉर्ज गन से दर्शक वाकिफ थे क्योंकि वो उस समय इंग्लैंड के स्टार क्रिकेटर थे लेकिन उनके बेटे का धमाल देखना बाकी था। ये इत्तेफाक था कि वो दोनों साथ ही मैदान पर उतरने जा रहे थे। खैर, बाप-बेटे की ये जोड़ी जब पिच पर उतरी तो उसने ना सिर्फ दर्शकों को एक लाजवाब नजारा दिखाया बल्कि रिकॉर्डतोड़ खेल भी दिखा दिया। दरअसल, दोनों ने शतक जड़ दिए। पिता जॉर्ज गन ने 183 रनों की पारी खेली जबकि उनके बेटे ने नाबाद 100 रनों की पारी खेलकर दिल जीत लिया।
आजकल 52 साल की उम्र तक क्रिकेट खेलने के बारे में सोचा भी नहीं जा सकता लेकिन उस समय जॉर्ज गन ने ऐसा कर दिखाया था। उन्होंने 1907 और 1930 के बीच इंग्लैंड के लिए 15 टेस्ट मैच खेले और 1120 रन बनाए। जॉर्ज गन ने 643 फर्स्ट क्लास मैच खेले जिसमें उन्होंने 35,208 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से 62 सेंचुरी और 194 पचासे निकले। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनका सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर नाबाद 122 रनों का था, वहीं प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनकी सबसे बड़ी इनिंग 220 रन की रही थी। उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 66 विकेट भी झटके थे। जॉर्ज के बेटे की चर्चा करें तो उन्हें राष्ट्रीय टीम से खेलने का मौका तो नहीं मिला लेकिन उन्होंने 22 साल तक काउंटी क्रिकेट में जबरदस्त क्रिकेट खेली। जॉर्ड वर्नोन गन की मृत्यु 52 साल की उम्र में हो गई थी।
बेशक गन पिता-पुत्र की जोड़ी ने 24 जुलाई 1931 को जो किया था वो बेहद खास था और वैसा नजारा फिर कभी नहीं दिखा लेकिन क्रिकेट जगत में कई और ऐसी बाप-बेटे की जोडिय़ां रह चुकी हैं जिन्होंने एक ही दौर में साथ क्रिकेट खेला। इसमें ग्रेस बाप-बेटे की क्रिकेटर जोड़ी सबसे यादगार रही। क्रिकेट के पिता (फादर ऑफ क्रिकेट) के नाम से मशहूर रहे डब्ल्यूजी ग्रेस और उनके बेटे ने लगभग 46 बार एक साथ क्रिकेट खेलने का रिकॉर्ड बनाया था। हैरान करने वाली बात ये रही कि इस जोड़ी में बेटा पहले रिटायर हो गया जबकि पिता ने बाद में संन्यास लिया था। आज के दौर में ऐसा कुछ देखने की उम्मीद भी मत कीजिएगा। (timesnownews.com)
मैनचेस्टर, 24 जुलाई। इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने संकेत दिये हैं कि स्टार आलराउंडर बेन स्टोक्स पूरी तरह फिट नहीं होने की स्थिति में वेस्टइंडीज के खिलाफ आज से शुरू होने वाले तीसरे और निर्णायक टेस्ट मैच में विशेषज्ञ बल्लेबाज के रूप में खेल सकते हैं। स्टोक्स ने ओल्ड ट्रैफर्ड में ही खेले गये दूसरे टेस्ट मैच में 176 और नाबाद 78 रन की पारियां खेली तथा तीन विकेट लिये थे। वह इंग्लैंड की 113 रन की जीत के नायक रहे। लेकिन इस दौरान उनकी पांव की मांसपेशियों में खिंचाव आ गया और वह अभी तक इससे पूरी तरह नहीं उबरे हैं। रूट ने मैच से पहले कहा, हमें देखना होगा कि बेन किस स्थिति में हैं क्योंकि अब भी उन्हें थोड़ी परेशानी है और हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि वह गेंदबाजी के लिये फिट रहें। दूसरे मैच में अपने शानदार प्रदर्शन से स्टोक्स आईसीसी टेस्ट बल्लेबाजी रैंकिंग में तीसरे स्थान पर पहुंच गये। उन्हें 14 सदस्यीय टीम में रखा गया है और जरूरत पडऩे पर बाद में गेंदबाजी कर सकते हैं। रूट ने कहा, उसे एक बल्लेबाज के रूप में टीम रखना निश्चित तौर पर उचित होगा। इंग्लैंड इस मैच में चार तेज गेंदबाजों को भी उतारने पर विचार कर सकता है। ऐसे में डॉम बेस को बाहर बैठना पड़ेगा और रूट को स्पिनर की भूमिका निभानी होगी। रूट ने कहा, हमारे पास कई अच्छे विकल्प हैं। हम जिस भी गेंदबाजी संयोजन के साथ उतरेंगे वह निश्चित तौर पर 20 विकेट लेने में सक्षम होगा। (भाषा)
बता दें वेस्टइंडीज ने साउथम्पटन में पहला टेस्ट मैच चार विकेट से जीता था लेकिन इंग्लैंड ने ओल्ड ट्रैफर्ड में ही जैव सुरक्षित वातावरण में खेले गये दूसरे मैच में 113 रन से जीत दर्ज करके तीन मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर करायी। वेस्टइंडीज को अगर विजडन ट्रॉफी अपने पास बरकरार रखनी है तो उसे तीसरे मैच को कम से कम ड्रॉ करवाना होगा। इस मैच में जीत दर्ज करने पर जैसन होल्डर की टीम 1988 के बाद इंग्लैंड की धरती पर श्रृंखला जीतने वाली पहली कैरेबियाई टीम बन जाएगी।
नई दिल्ली, 24 जुलाई। बहु प्रतीक्षित इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 19 सितंबर को संयुक्त अरब अमीरात में शुरू होगा और इसका फाइनल आठ नवंबर को खेला जाएगा। आईपीएल चेयरमैन ब्रजेश पटेल ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। आईपीएल संचालन परिषद की अगले सप्ताह बैठक होगी जिसमें इसे अंतिम रूप देने के साथ कार्यक्रम को मंजूरी दी जाएगी। पता चला है कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने अपनी योजना से फ्रैंचाइजी को अवगत करा दिया है।
पटेल ने कहा, ‘संचालन परिषद जल्द ही बैठक करेगी लेकिन हमने कार्यक्रम तय कर लिया है। यह 19 सितंबर से शुरू होकर आठ नवंबर तक होगा। हमें सरकार की मंजूरी मिलने की उम्मीद है। यह पूरा 51 दिन का आईपीएल होगा।’ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के अक्टूबर नवंबर में होने वाली टी20 विश्व कप को स्थगित करने के फैसले के बाद आईपीएल का आयोजन संभव हो गया है।
पटेल ने कहा कि कोविड-19 महामारी के खतरे से बचने के लिए मानक परिचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार की जा रही है और बीसीसीआई अधिकारिक रूप से एमिरेट्स क्रिकेट बोर्ड को लिखेगा। पटेल ने कहा, ‘हम एसओपी बना रहे हैं और यह कुछ दिनों में तैयार हो जाएगी। दर्शकों को अनुमति देना या नहीं देना संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) सरकार पर निर्भर करेगा। हमने इस पर फैसला उनकी सरकार पर छोड़ दिया है। फिर भी सामाजिक दूरी का पालन करना होगा। हम अधिकारिक रूप से भी यूएई बोर्ड को लिखेंगे।’
यूएई में तीन मैदान उपलब्ध हैं जो दुबई अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम, शेख जायद स्टेडियम (अबुधाबी) और शारजाह मैदान है। पता चला है कि बीसीसीआई टीमों की ट्रेनिंग के लिए आईसीसी अकादमी का मैदान किराए पर लेगा। आईसीसी अकादमी में दो पूरे बड़े आकार के क्रिकेट मैदान हैं, साथ ही 38 टर्फ पिचें, छह इंडोर पिचें, 5700 वर्ग फुट आउटडोर कंडीशनिंग क्षेत्र है जिसमें फिजियोथेरेपी और चिकित्सा सेंटर भी हैं।
दुबई में मौजूदा स्वास्थ्य प्रोटोकॉल के अनुसार अगर लोग अपनी कोविड-19 परीक्षण रिपोर्ट नेगेटिव लेकर आ रहे हैं तो उन्हें क्वॉरंटीन में रहने की जरूरत नहीं है, लेकिन अगर ऐसा नहीं है तो उन्हें जांच से गुजरना होगा। ऐसी अटकल लगायी जा रही थी आईपीएल 26 सितंबर से शुरू होगा लेकिन बीसीसीआई ने इसे एक सप्ताह पहले शुरू करने का फैसला किया है ताकि भारतीय टीम के ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर असर नहीं पड़े।
अधिकारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा, ‘भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया सरकार के नियमों के अनुसार वहां पहुंचने पर 14 दिन तक क्वॉरंटीन पर रहना होगा। इसमें देरी से परेशानी हो सकती है।’ उन्होंने कहा, ‘इस 51 दिन के कार्यक्रम की अच्छी बात यह होगी कि इसमें एक दिन में दो मैचों का आयोजन कम होगा। सात सप्ताह तक टूर्नमेंट चलने से हम पांच दिन दो मैचों के आयोजन के मूल कार्यक्रम पर टिके रह सकते हैं।’
प्रत्येक टीम को अभ्यास के लिए एक महीने के समय की जरूरत पड़ेगी और ऐसे में फ्रैंचाइजी 20 अगस्त तक आयोजन स्थलों पर पहुंच जाएंगी। इससे उन्हें तैयारी के लिए चार सप्ताह का समय मिल जाएगा। भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया में चार टेस्ट की सीरीज खेलनी है जिसका पहला मैच तीन दिसंबर से ब्रिसबेन में खेला जाएगा। आईपीएल का आयोजन मार्च के आखिर से होना था लेकिन कोरोना वायरस महामारी और यात्रा पाबंदियों के चलते इसे अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया था। बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने हालांकि कहा था कि इस साल आईपीएल होगा। (navbharattimes.indiatimes.com)
नई दिल्ली, 23 जुलाई । दक्षिण अफ्रीका के सीमित ओवरों के कप्तान क्विंटन डिकॉक ने कहा कि एबी डिविलियर्स 2020 टी20 विश्व कप में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में फिर से वापसी कर सकते थे। कोविड-19 महामारी के कारण यह विश्व कप स्थगित कर दिया गया है। यह प्रतियोगिता अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में आयोजित की जानी थी। डिविलियर्स ने 2018 में संन्यास ले लिया था लेकिन उनकी वापसी को लेकर अटकलों का बाजार पहले की तरह गर्म है।
डिकॉक ने स्टार स्पोर्ट्स से कहा, 'वह निश्चित तौर वापसी की राह पर थे। अगर वह फिट होते थे तो मैं एबी डिविलियर्स को टीम में रखना पसंद करता।' उन्होंने कहा, 'मेरा मानना है कि कोई भी टीम एबी डिविलियर्स को अपनी टीम में चाहेगी। हम उसकी वापसी के लिये जोर दे रहे थे लेकिन अब देखना होगा कि टी20 विश्व कप आयोजन कब होता है।'
साउथ अफ्रीका ॉमें शनिवार को 3 टीसी यानी सोलिडैरिटी कप खेल गया। इस मैच में साउथ अफ्रीका के पूर्व बल्लेबाज एबी डिविलियर्स ने मौका मिलते ही मैदान पर कोहराम मचा दिया था। बिग बैश लीग के बाद मैदान पर वापसी करते हुए डिविलियर्स ने ईगल्स की तरफ से 24 गेंदों पर 61 रन जड़ दिए। आखिरी की 17 गेंदों पर उन्होंने 50 रन जोड़े। डिविलियर्स की टीम ने गोल्ड मेडल जीता।
जनवरी में बिग बैश के दौरान डिविलियर्स ने खुद पुष्टि की थी वह वापसी पर विचार कर रहे हैं। एबी डिविलियर्स ने कहा था कि 2015 विश्व कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ हार ने लगभग एक साल तक उन्हें तोड़ कर रखा था और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से अचानक संन्यास के उनके फैसले में इसकी बड़ी भूमिका थी। दक्षिण अफ्रीका को 2015 विश्व कप के वर्षा से प्रभावित सेमीफाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड के खिलाफ डकवर्थ लुईस के आधार पर चार विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। डिविलियर्स ने स्वीकार किया कि उन्हें इस हार के झटके से उबरने में जूझना पड़ा। (भाषा)
नई दिल्ली, 23 जुलाई। न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने बुधवार को कहा कि वह संयुक्त अरब अमीरात में आईपीएल खेलने को लेकर उत्साहित हैं लेकिन कोविड-19 महामारी के प्रकोप को देखते हुए अब भी बहुत सारी योजनायें बनाने की जरूरत है। सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान ने राष्ट्रीय टीम के ट्रेनिंग शिविर के बाद मीडिया से बात की। आईसीसी ने इस महामारी के कारण टी20 विश्व कप को भी स्थगित कर दिया है। विलियमसन ने कहा, जैसा कि मैंने कहा, यह देखते हुए कि यह जहां आयोजित होगा और जो सारी जानकारी आ रही हैं, आईपीएल में खेलना हमेशा एक शानदार चीज रहा है, सचमुच, इसमें खेलना और इसका हिस्सा बनना शानदार होगा. लेकिन वह साथ ही सुरक्षा इंतजामों के बारे में भी काफी चीजें जानना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ''लेकिन कोई भी अंतिम फैसला करने से पहले काफी जानकारी हासिल करने की जरूरत है। लेकिन और कुछ भी जानना अच्छा होगा।
उन्होंने कहा लेकिन सभी चीजों को देखते हुए वे इस टूर्नामेंट की मेजबानी करना चाहते हैं जो शानदार है और जो शानदार है वह दर्शकों को आकर्षित करता है. विलियमसन ने कहा, विश्व कप को स्थगित होते हुए देखना शर्मनाक है लेकिन मेरा मानना है कि मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए यह लाजमी ही है। उन्होंने साथ ही यूएई को सुरक्षित स्थान करार दिया क्योंकि भारत में कोविड-19 संक्रमित लोगों की संख्या 11 लाख से ऊपर पहुंच गयी है।
उन्होंने कहा, आईपीएल को देखते हुए वे इसकी मेजबानी के लिये सर्वश्रेष्ठ विकल्प ढूंढ रहे हैं जहां लोगों को पृथक रखा जा सके जैसा कि आप दुनिया भर में अन्य खेलों के साथ देख रहे हो। विलियमसन ने कहा, जैसा कि मैंने कहा कि इसके लिये अभी काफी योजना बनायी जानी बाकी है ताकि सुनिश्चित हो सके कि इसका आयोजन हो और हम वही जानते हैं जो आप जानते हो, आप जो सुन रहे हो, यह उससे ज्यादा अलग नहीं है। डेविड वॉर्नर के हैदराबाद टीम से जुडऩे के बाद विलियमसन को आईपीएल के इस सीजन से कप्तानी पद से हटाकर वॉर्नर को कप्तान बना दिया गया है. ऐसे में इस साल आईपीएल के आयोजन में वॉर्नर हैदराबाद टीम की कप्तानी करते हुए दिख सकते हैं। बीसीसीआई आईपीएल शेड्यूल की घोषणा जल्द करने वाली है। विलियमसन ने भी कप्तान के तौर पर हैदराबाद के लिए शानदार काम किया था। मीडिया में आई खबर की मानें तो आईपीएल 2020 का आगाज 19 सितंबर से हो सकता है और फाइनल नवंबर के पहले हफ्ते में खेला जाएगा। (भाषा)
कोलकाता, 23 जुलाई । भाजपा में शामिल होने के एक दिन बाद भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व खिलाड़ी मेहताब हुसैन ने बुधवार को कहा कि वह किसी राजनीतिक दल से नहीं जुड़े हैं। कोलकाता मैदान में 'मिडफील्ड जनरल' के नाम से मशहूर हुसैन ने कहा कि राजनीति छोडऩे का फैसला व्यक्तिगत है क्योंकि वह राजनीतिक दल में शामिल होने के अचानक लिए गए फैसले से अपने परिवार और शुभचिंतकों को हुई पीड़ा से व्यथित हैं।
ईस्ट बंगाल के पूर्व कप्तान को भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष द्वारा मंगलवार को मुरलीधर सेन लेन स्थित दफ्तर में भारत माता की जय के नारों के बीच भाजपा का झंडा थमाया गया था। हुसैन ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा, आज से मैं किसी भी राजनीतिक दल से नहीं जुड़ा हूं। मैं अपने इस फैसले के लिए सभी शुभचिंतकों से माफी मांगता हूं।
उन्होंने कहा, किसी ने भी यह फैसला लेने के लिए मुझ पर दबाव नहीं डाला। राजनीति से दूर रहने का फैसला पूरी तरह से मेरा व्यक्तिगत फैसला है। भारत की तरफ से खेले गए 30 मैचों में दो गोल करने वाले हुसैन ने कहा कि वह राजनीति में आए थे क्योंकि वह और लोगों से जुडऩा चाहते थे।
उन्होंने कहा, इस मुश्किल वक्त में, मैं अपने लोगों के साथ रहना चाहता था। उन मजबूर चेहरों ने मेरी नींद ले ली है। इसलिए मैंने अचानक राजनीति का रुख कर लिया। हुसैन ने कहा, लेकिन मैं राजनीति में आकर जिन लोगों की सेवा करना चाहता था, उन लोगों ने कहा कि मुझे राजनीति से नहीं जुडऩा चाहिए। वे मुझे राजनीतिज्ञ के तौर पर नहीं देखना चाहते थे। हुसैन ने कहा कि उनके राजनीति से जुडऩे के फैसले से पत्नी और बच्चे भी आहत थे।
उधर, भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस की धमकियों की वजह से हुसैन ने यू-टर्न लिया। भाजपा नेता सयांतन बसु ने कहा, यह टीएमसी की डराने और धमकाने की राजनीति का नतीजा है। हमने यह चीजें पहले भी देखी हैं। लेकिन तृणमूल जितना इन हथकंडों को अपनाएगी, उतना ही जनता में समर्थन खोती जाएगी। पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष जय प्रकाश मजूमदार ने कहा कि ऐसी घटनाएं पश्चिम बंगाल में कानूनविहीन स्थिति को दर्शाती हैं। वहीं, तृणमूल कांग्रेस के नेता पार्थ चटर्जी ने इन आरोपों को निराधार बता खारिज किया है। (आजतक)