खेल
नई दिल्ली, 23 जुलाई । इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर डेविड लॉयड ने बुधवार को कहा कि सौरव गांगुली भारतीय टीम के बदलाव लाने के लिये उत्प्रेरक बने तो बेपरवाह विराट कोहली उसे अगले स्तर तक ले गये। क्रिकेटर से कमेंटेटर बने लॉयड 2000 के दशक के शुरू में भारत और आस्ट्रेलिया की टेस्ट प्रतिद्वंद्विता के संदर्भ में बात कर रहे थे जब गांगुली की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने घरेलू श्रृंखला 2-1 से जीतने के बाद आस्ट्रेलिया में चार मैचों की श्रृंखला 1-1 से ड्रा करायी और बोर्डर-गावस्कर ट्राफी अपने पास बरकरार रखी थी। उन्होंने सोनी टेन पिट स्टॉप कार्यक्रम में कहा, मैं गांगुली का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं।
मेरा मानना है कि सौरव गांगुली ने टीम में यह बात भरी कि अब तेज गेंदबाज हम पर मनमाफिक हावी नहीं रहेंगे क्योंकि हम अपने खुद के कुछ अच्छे खिलाड़ी ढूंढ रहे हैं। लॉयड ने कहा, ''हमेशा से यह माना जाता रहा कि भारत विदेश में उछाल वाली गेंदों को पसंद नहीं करता लेकिन गांगुली की अगुवाई में टीम उछाल वाली पिचों पर खेलने के लिये पूरी तैयारियों के साथ आस्ट्रेलिया गयी थी।
उन्होंने कहा, बेशक भारत के खिलाफ उसकी सरजमीं पर खेलना बहुत मुश्किल होता है लेकिन शुरू से यह माना जाता रहा कि भारत के खिलाफ विदेशी धरती पर आपके पास मौका होता है। गांगुली ने उत्प्रेरक का काम किया और टीम में राहुल द्रविड़ और सचिन तेंदुलकर जैसे खिलाड़ी भी थे। गांगुली भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक है। उन्होंने 49 टेस्ट मैचों में से 21 में जीत दर्ज की जिनमें 11 मैच विदेशी धरती पर जीते गये।
लॉयड ने कहा कि वर्तमान में कोहली टीम को नये स्तर पर ले गये हैं। उन्होंने कहा, वह बेहतरीन खिलाड़ी तो है ही बहुत अच्छे नेतृत्वकर्ता भी है। वह कभी हार नहीं मानता और उसे किसी चीज का खौफ नहीं होता है। यह महत्वपूर्ण है कि वह डरता नहीं है। लॉयड ने कहा, कोहली के बारे में मेरा मानना है कि वह मैच जीतने के लिये मैदान पर उतरता है। वह खुद के लिये रन नहीं बनाता वह वहां मैच जीतने के लिये होता है और आगे बढ़कर नेतृत्व करता है।(भाषा)
टोक्यो, 22 जुलाई (आईएएनएस)| टोक्यो 2020 ओलंपिक आयोजन समिति के अध्यक्ष योशिरो मोरी ने स्वीकार किया है कि अगर जापान की राजधानी में कोरोनावायरस का प्रकोप बना रहता है, तो ऐसी स्थिति में अगले साल होने वाले टोक्यो ओलंपिक खेलों की मेजबानी करना भी संभव नहीं होगा। टोक्यो में पिछले हफ्ते 293 कोरोना मामलों का एक नया दैनिक रिकॉर्ड बना था और हाल के दिनों में आंकड़े 200 से ऊपर पहुंच गए हैं। विशेषज्ञों ने संक्रमण के तेजी से फैलने की चेतावनी दी है और ऐसे में शहर के गवर्नर युरिको कोइके ने नागरिकों को घरों में ही रहने के लिए कहा है।
मोरी से जब ये पूछा गया कि क्या मौजूदा परिस्थितियों में खेलों का आयोजन हो सकता है, तो उन्होंने जापानी समाचार चैनल एनएचके से कहा, "अगर मौजूदा स्थिति जारी रहती है, तो हम इसका आयोजन नहीं कर सकते।"
मोरी ने हालांकि यह भी कहा कि इस समय काल्पनिक सवालों का जवाब देना उनके लिए उचित नहीं है और उन्हें नहीं लगता है कि एक साल बाद भी स्थिति ऐसी ही रहेगी।
टोक्यो ओलंपिक खेलों का आयोजन इस साल 24 जुलाई से होना था, लेकिन कोरोना वायरस के कारण अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) और जापान सरकार ने इसे अगले साल तक के लिए स्थगित कर दिया। ओलंपिक का आयोजन अब अगले साल 23 जुलाई से आठ अगस्त तक होगा।
मोरी ने स्वीकार किया कि ओलंपिक का आयोजन काफी हद तक कोविड-19 के टीका बनने पर निर्भर करता है। आयोजक पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि इन खेलों को और स्थगित नहीं किया जा सकता।
- -आईएएनएस
नई दिल्ली, 22 जुलाई । इस साल आईपीएल के आयोजन का रास्ता साफ माना जा रहा है। 26 सितंबर से 8 नंबवर के बीच यूएई में आईपीएल का आयोजन हो सकता हैं। आईपीएल गवर्निंग चेयरमैन बृजेश पटेल ने भी यूएई में लीग के आयोजन की घोषणा कर दी है। साथ ही कहा कि सरकार से मंजूरी मिलने का इंतजार है। वही अब आ रही खबरों के मुताबिक आईपीएल से पहले बीसीसीआई यूएई में ही भारत और साउथ अफ्रीका के बीच तीन टी20 मैचों की सीरीज करवाने पर विचार विमर्श कर रहा है। इनसाइडस्?पोर्ट की खबर के मुताबिक इस कदम का प्रस्ताव क्रिकेट साउथ अफ्रीका ने भेजा है। कुछ समय पहले खबर आई थी कि तीन मैचों के लिए भारत को अगस्त में साउथ अफ्रीका का दौरा करना है, मगर कोविड 19 के कारण प्रस्तावित सीरीज पर चर्चा बंद हो गई।
साउथ अफ्रीका बोर्ड के लिए भारत और साउथ अफ्रीका सीरीज आर्थिक संकट से बाहर निकलने का रास्?ता है। साउथ अफ्रीका बोर्ड स्वीकार कर चुका है कि अगर यह सीरीज नहीं होती है तो वह मुश्किल में आ जाएंगे। इसी वजह से क्रिकेट साउथ अफ्रीका ने बीसीसीआई से आईपीएल से पहले इस सीरीज को करवाने के लिए संपर्क किया।
बीसीसीआई अधिकार ने कहा कि क्रिकेट साउथ अफ्रीका ने आईपीएल से पहले तीन मैचों की सीरीज खेलने के लिए हमसे संपर्क किया है। मगर सब कुछ आईपीएल 2020 की हमारी योजना पर निर्भर करेगा, क्?योंकि सरकार से मंजूरी सहित काफी चीजें बाकी हैं। हमारे लिए आईपीएल 2020 प्राथमिकता है। एक बार यह हो जाएग, फिर हम सीरीज के बारे में सोच सकते हैं। मार्च में भारत और साउथ अफ्रीका के बीच वनडे सीरीज रद्द हो गई थी, जिसके बाद अगस्त में दोनों के बीच सीरीज खेली जानी है। हालांकि यह सीरीज वास्तवितक फ्यूचर टूर प्रोग्राम का हिस्सा नहीं है। (न्यूज18)
टी20 वल्र्ड कप स्थगित पर आस्ट्रेलिया ने कहा
मेलबर्न, 22 जुलाई (न्यूज18)। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने मंगलवार को कहा कि वह कोरोना वायरस महामारी के कारण इस साल होने वाले टी20 वल्र्ड कप को स्थगित करने के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के फैसले को स्वीकार करता है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने दोहराया कि 'मौजूदा माहौल' में 16 टीमों की मेजबानी करने में काफी जोखिम था। आईसीसी ने 2 महीने से ज्यादा समय तक विभिन्न आपात योजनाओं पर चर्चा के बाद सोमवार को टी20 वल्र्ड कप को स्थगित कर दिया था।
वैश्विक संस्था ने हालांकि अब तक फैसला नहीं किया है कि क्या भारत और आस्ट्रेलिया 2021 और 2022 में होने वाली प्रतियोगिताओं की आपस में अदला बदली करेंगे या नहीं। इन दोनों प्रतियोगिताओं का आयोजन अक्टूबर-नवंबर की विंडो में होना है। सीए के अंतरिम मुख्य कार्यकारी और आईसीसी टी20 वल्र्ड कप 2020 के मुख्य कार्यकारी अधिकारी निक हॉकले ने बयान में कहा, ''कोविड-19 महामारी दुनिया भर में खेल टूर्नामेंटों को प्रभावित कर रही है और क्रिकेट भी इससे बचा हुआ नहीं है।'
उन्होंने कहा, 'मौजूदा हालात में अक्टूबर में 16 टीमों की अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए मेजबानी करने में जटिलता और जोखिम आईसीसी के लिए टूर्नामेंट को स्थगित करने के लिए पर्याप्त थी।' टी20 वर्ल्ड कप का आयोजन ऑस्ट्रेलिया में 18 अक्टूबर से 15 नवंबर के बीच किया जाना था लेकिन क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने मई में ही विक्टोरिया राज्य में कोरोना वायरस मामले बढऩे के बाद टूर्नामेंट की मेजबानी में असमर्थता जताई थी।
हॉकले ने कहा, 'हम ऑस्ट्रेलिया में होने वाले आईसीसी टी20 वल्र्ड कप को स्थगित करने के आईसीसी के फैसले को स्वीकार करते हैं। यह फैसला प्रशंसकों, खिलाडिय़ों, अधिकारियों और अन्य स्टाफ की सुरक्षा और सेहत को ध्यान में रखते हुए किया गया है।' ऑस्ट्रेलिया ने इसी साल फरवरी-मार्च में महिला टी20 वल्र्ड कप की सफल मेजबानी की थी और देश को पुरुष प्रतियोगिता की भी सफल मेजबानी की उम्मीद थी। (न्यूज18)
नई दिल्ली, 22 जुलाई । भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने देश को कई सितारे दिए हैं जिन्होंने उनकी ही कप्तानी में टीम में कदम रखा और आगे चलकर महानता के शिखर पर पहुंचे। इनमें से सबसे बड़ा नाम महेंद्र सिंह धोनी का है जो आगे चलकर गांगुली की विरासत को नए मुकाम पर ले गए और भारत के सबसे कामयाब कप्तान बने। आईपीएल टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के पूर्व निदेशक जॉय भट्टाचार्य ने कहा है कि धोनी अपने पहले ही दौरे पर गांगुली की नजरों में आ गए थे।
भट्टाचार्य ने गौरव कपूर के पोडकास्ट 22 यार्नस पर कहा, मुझे याद है कि मैं 2004 में बांग्लादेश की फ्लाइट में था और गांगुली मुझसे कह रहे थे कि हमारे पास एक नया चाबुक बल्लेबाज आया है। आपको उसे देखना चाहिए। धोनी बड़ा स्टार बनेगा।
2004 का बांग्लादेश का दौरा धोनी का भारतीय टीम के साथ पहला दौरा था। इस दौरे पर वह हालांकि प्रभावित नहीं कर सके थे और पहले ही मैच में शून्य पर रनआउट हो गए थे। इसके बाद उन्हें पाकिस्तान के खिलाफ खेली गई सीरीज के लिए दोबारा टीम में चुना गया था। इस सीरीज में गांगुली ने अपनी जगह नंबर-3 पर धोनी को भेजा था और धोनी ने विशाखापट्टनम में खेले गए वनडे में 123 गेंदों पर 148 रनों की पारी खेल अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सुर्खियां बटोरी थीं।
भट्टचार्या ने कहा, एक चीज में मुझे लगता है कि वह शानदार थे, वह आपको देखेंगे और उन्हें पता चल जाएगा कि आपमें प्रतिभा नहीं है। अगर आप में प्रतिभा है तो वो आपका समर्थन करेंगे। उन्होंने कहा, उनके लिए यह मतलब नहीं है कि आपने रन नहीं बनाए तो आप फेल हैं, यह उनके लिए मायने नहीं रखता क्योंकि वो जानते हैं कि आपमें क्षमता है और जब दिन आपका होगा तो आप रन बनाएंगे। (आईएएनएस)
तुरिन, 22 जुलाई। इटालियन क्लब जुवेंतस के स्टार खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने सेरी-ए लीग में लाजियो के खिलाफ दो गोल दागने के बाद अपने नाम एक और उपलब्धि हासिल कर ली है। सोमवार रात खेले गए मुकाबले में रोनाल्डो ने दूसरे हॉफ में तीन मिनट के अंदर दो गोल दागकर जुवेंतस को लाजियो के खिलाफ 2-1 से जीत दिलान में अहम भूमिका निभाई।
इस जीत के बाद जुवेंतस ने अपने लगातार नौवें सेरी-ए खिताब की ओर मजबूत कदम बढ़ा दिए हैं। जुवेंतस ने साथ ही दूसरे स्थान पर मौजूद इंटर मिलान पर आठ अंक की बढ़त बना ली है जबकि अटलांटा से नौ और लाजियो से 11 अंक आगे है। अभी चार राउंड के मैच खेले जाने बाकी है।
रोनाल्डो 2018-19 सीजन में जुवेंतस क्लब से जुड़े थे और तब से लेकर अब तक वह क्लब के लिए 50 से अधिक गोल के आंकड़े को छू चुके हैं। इसके साथ ही रोनाल्डो प्रीमियर लीग, स्पेनिश ला लीगा और सेरी-ए में कम से कम 50 गोल दागने वाले दुनिया के पहले खिलाड़ी बने गए हैं।
रोनाल्डो ने कहा, 'रिकॉर्ड हमेशा महत्वपूर्ण है, लेकिन उससे भी महत्वपूर्ण चीज टीम का जीतना है। हम एक शानदार टीम हैं और हमने आज फिर से दिखाया। हालांकि हम इसमें हमेशा सुधार करना चाहते हैं।' (एजेंसियां)
डोप लैब निलंबन 6 माह बढ़ा
नई दिल्ली, 22 जुलाई (आजतक)। अंतरराष्ट्रीय स्तर के अनुरूप नहीं होने के कारण निलंबन बढ़ा 11 महीने से बिना मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला के काम हो रहा भारत की ओलंपिक की तैयारियों को बड़ा झटका लगा, जब विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) ने देश की राष्ट्रीय डोप परीक्षण प्रयोगशाला (एनडीटीएल) के निलंबन को और छह महीने के लिए बढ़ा दिया। वाडा ने कहा कि प्रयोगशाला के अंतरराष्ट्रीय स्तर के अनुरूप नहीं होने के कारण निलंबन बढ़ाया गया।
वाडा ने पिछले साल अगस्त में एनडीटीएल को पहली बार छह महीने के लिए निलंबित किया था। वैश्विक संस्था के नवीनतम निरीक्षण में पता चला है कि अब भी कुछ मापदंडों को पूरा नहीं किया गया है। वाडा ने बयान में कहा, 'विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी ने भारत के नई दिल्ली की राष्ट्रीय डोप परीक्षण प्रयोगशाला की मान्यता दूसरी बार छह महीने के लिए निलंबित कर दी है।'
इस निलंबन के कारण एनडीटीएल कोई डोपिंग रोधी गतिविधि नहीं कर पाएगा, जिसमें मूत्र और रक्त के नमूनों का परीक्षण भी शामिल है। वाडा के निरीक्षण में पता चला कि एनडीटीएल प्रयोगशालाओं के अंतरराष्ट्रीय स्तर (आईएसएल) के मापदंडों पर खरी नहीं उतरती जिसमें प्रयोगशाला का 'आइसोटोप रेशियो मास स्पेक्ट्रोमेट्री' भी शामिल है, जिस तकनीक का इस्तेमाल प्रतिबंधित पदार्थों की पुष्टि के लिए किया जाता है।
फिलहाल राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) द्वारा एकत्रित किए नमूने मुख्य रूप से दोहा में वाडा से मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला के पास भेजे जाते हैं वाडा ने फरवरी में दूसरी बार एनडीटीएल का निरीक्षण किया था, लेकिन पाया गया कि सुधारवादी कदम निलंबन हटाने के लिए पर्याप्त नहीं है जिसे अब जनवरी 2021 तक बढ़ा दिया गया है।
वाडा ने कहा, 'फरवरी 2020 में जब छह महीने का निलंबन खत्म हुआ और कुछ मापदंडों को सफलतापूर्वक पूरा नहीं किया गया तो वाडा के प्रयोगशाला विशेष समूह (लैबईजी) ने प्रयोगशाला के खिलाफ आगे की अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू करने की सिफारिश की।'
अनुशासनात्मक समिति को वाडा के अध्यक्ष को सिफारिश का अधिकार होता है और उसने अपनी स्थिति रिपोर्ट में निलंबन बढ़ाने को कहा। वाडा ने हालांकि कहा, 'निलंबन के दौरान अगर प्रयोगशाला लैबईजी के मापदंडों पर खरी उतरती है, तो वह छह महीने के निलंबन समय से पहले अपनी मान्यता बहाल करने के लिए आवेदन कर सकती है।'
हालांकि जिस तरह निलंबन सौंपा गया है, उसके आधार पर इसे छह और महीने के लिए बढ़ाए जाने का प्रावधान है, जिसका मतलब हुआ कि एनडीटीएल जुलाई 2021 में टोक्यो ओलंपिक से पहले परीक्षण नहीं कर पाएगा। डोपिंग से जुड़े मामले देखने वाले वकील पार्थ गोस्वामी ने पीटीआई को बताया, 'यह खेल मंत्रालय और एनडीटीएल को बड़ा झटका है। पिछले 11 महीने से नाडा बिना मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला के काम कर रहा है और अब इस निलंबन को छह महीने के लिए बढ़ा दिया गया है।'
उन्होंने कहा, 'नमूनों को परीक्षण के लिए कतर की प्रयोगशाला में भेजने से लागत बढ़ती है और नतीजे आने में भी देर लगती है। एनडीटीएल/खेल मंत्रालय ने पिछले साल अगस्त में खेल पंचाट में वाडा के निलंबन को चुनौती नहीं दी थी। यह देखना रोचक होगा कि इस बार एनडीटीएल विरोध करता है या नहीं।'
नई दिल्ली, 21 जुलाई। मैनचेस्टर में खेले गए दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड ने वेस्टइंडीज को 113 रनों से हराकर 3 टेस्ट मैचों की सीरीज को 1-1 से बराबरी करने में सफलता पाई। दूसरे टेस्ट में बेन स्टोक्स ने अकेले दम पर वेस्टइंडीज टीम को परास्त कर मैन ऑफ द मैच का खिताब अपने नाम करने में सफल रहे। स्टोक्स ने इंग्लैंड की पहली पारी में 176 रन तो वहीं दूसरी पारी में ताबड़तोड़ 78 रन की पारी। इसके अलावा गेंदबाजी और फील्डिंग में भी कमाल दिखाया। स्टोक्स 3 विकेट लेने में सफल रहे। स्टोक्स के ऑलराउंड परफॉर्मेंस के कारण ही वेस्टइंडीज की टीम यह टेस्ट मैच नहीं जीत पाई। इस टेस्ट मैच में जहां स्टोक्स की बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग का शानदार नजारा दिखाई दिया तो वहीं कई शानदार कैच भी दूसरे इंग्लैंड खिलाडिय़ों के द्वारा लपके गिए।
खासकर जब वेस्टइंडीज के आखिरी विकेट के रूप में केमर रोच आउट हुए। रोच को स्पिनर डोमिनिक बैस ने शार्ट लेग पर खड़े फील्डर ओली पोप के हाथों कैच कराकर पवेलियन भेजा और वेस्टइंडीज की दूसरी पारी का अंत किया। जिस तरह से ओली पोप ने केमर रोच का कैच लपका वो बेहद ही शानदार था। ओली पोप ने एक हाथ से कैच लपकर रोच को आउट किया।
दरअसल रोच ने बैस की गेंद जो मीडिल लेंथ पर थी उसे कलाई के सहारे स्क्वायर लेग की तरफ शॉट मारने की कोशिश की लेकिन शार्ट लेग पर ओली पोप खड़े थे। हालाकि शॉट काफी तेज था जिसके कारण एक कोशिश में पोप कैच लपक नहीं पाए लेकिन जब गेंद उनके हाथ से लगकर गेंद छिटककर नीचे गिर रही थी तो फील्डर ने हवा में सुपरमैन की तरह छलांग लगाकर एक हाथ से कैच लपक लिया।
ओली पोप के द्वारा लपके गए इस कैच को आईसीसी ने सोशल मीडिया पर शेयर किया और लिखा है कि खेल खत्म करने का बेहतरीन तरीका। पोप के द्वारा लपके गए इस कैच को लोग काफी पसंद कर रहे हैं। गौरतलब है कि सीरीज का आखिरी टेस्ट मैच 24 जुलाई को मैनचेस्टर में खेला जाएगा। (एनडीटीवी)
नई दिल्ली, 21 जुलाई । आस्ट्रेलिया अगर 2021 में भारत की जगह आईसीसी टी20 विश्व कप की मेजबानी करता है तो अब स्थगित हो चुके टूर्नामेंट के टिकट वैध रहेंगे। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने कोविड-19 महामारी के कारण इस साल इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता को स्थगित करने के बाद अपनी वेबसाइट पर कहा कि अगर टूर्नामेंट को 2022 में आयोजित किया जाता है तो सभी टिकटधारक पूरी राशि वापस पाने के हकदार होंगे। टी20 विश्व कप का आयोजन अक्टूबर-नवंबर में आस्ट्रेलिया में होना था लेकिन महामारी के कारण इसे स्थगित कर दिया गया है। आईसीसी ने अब तक घोषणा नहीं की है कि कौन सा देश किस साल टूर्नामेंट की मेजबानी करेगा क्योंकि आयोजन से जुड़े कुछ मुद्दे हैं जिनका हल आस्ट्रेलिया और भारत को निकालना है।
वैश्विक संस्था ने अपने टिकट साझेदार के जरिए टिकटों की बिक्री शुरू कर दी थी और काफी संख्या में टिकट बिक भी गए थे। आईसीसी ने कहा, ''टिकटधारकों का अपने टिकट अपने पास बरकरार रखने के लिए स्वागत है अगर आस्ट्रेलिया 2021 में टूर्नामेंट की मेजबानी करता है तो टिकट खरीद चुके प्रशंसकों के लिए ये वैध रहेंगे और उनमें स्वत: ही नई तारीख आ जाएगी।
उन्होंने कहा, ''अगर आस्ट्रेलिया 2022 में टूर्नामेंट की मेजबानी करता है तो टिकट खरीदने वालों को पूरी राशि लौटा दी जाएगी। टूर्नामेंट की तारीखों की पुष्टि होने तक प्रशंसक टिकट रख सकते हैं। टिकट के पैसे लौटाने का आग्रह 15 दिसंबर तक किया जा सकता है और आनलाइन आवेदन के 30 दिन के भीतर इस पर काम किया जाएगा। हॉस्पिटैलिटी पैकेज भी 2021 में वैध रहेंगे।
आईसीसी ने टी-20 वर्ल्डकप के अलावा 50 ओवर वाले वल्र्ड कप के शेड्यूल में बदलाव किया है। 50 ओवर वाले वल्र्ड कप का आयोजन 2023 में अक्टूबर-नवंबर में भारत में होना है। (भाषा)
मुम्बई, 21 जुलाई। अपनी शानदार फील्डिंग के लिए मशहूर रहे दक्षिण अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर जोंटी रोड्स, उनके देश के ही पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी लॉन्स क्लूजनर, भारतीय कबड्डी टीम के कप्तान दीपक निवास हुड्डा और मुक्केबाज गौरव विधुरी जैसे कई स्पोटर्स सेलीब्रिटी अब एक व्यापक प्लेटफार्म के माध्यम से अपने फैन्स के साथ रू-ब-रू हो सकेंगे। पर्सनलाइज्ड वीडियो मैसेजेज के द्वारा फैन्स को उनके फेवरिट सेलीब्रिटीज के साथ कनेक्ट करने वाले गोनट्स ने फैंस के सेलीब्रिटी एन्गेजमेंट एक्सपीरिएंस को चरम पर ले जाने के लिए बुकमाईशो के साथ साझेदारी की है। इस साझेदारी के बाद गोनट्स और बुकमाईशो के देश भर के यूजर्स अपने पसंदीदा स्पोर्ट्स सेलीब्रिटीज से पर्सनलाइज्ड वीडियो ग्रीटिंग्स और मैसेजेज पा सकेंगे।
गोनट्स के पोर्टफोलियो में फिल्म, टेलीविजन, खेल एवं संगीत के अलावा दूसरे फील्ड्स के 500 से अधिक सेलीब्रिटीज हैं। इससे यूजर्स को अपने खास लोगों के लिए खास पलों पर पर्सनलाइज्ड मैसेजेज देने की आजादी मिलती है।
इस प्लेटफार्म पर शामिल प्रमुख स्पोर्ट्स सेलीब्रिटीज में जोंटी रोड्स, लांस क्लूजनर, दीपक निवास हुड्डा और गौरव वधुरी शामिल हैं। इसके अलावा इस प्लेटफार्म पर शान, शंकर महादेवन, कैलाश खेर, तलत अजीज, शिबानी कश्यप, देबू रतानी, शिवमनी, अंकित बाथला, शिविन नारंग जैसे फिल्मी कलाकार हैं।
गोनट्स के सह-संस्थापक जोजी जार्ज ने इस साझेदारी को लेकर कहा, हम बुकमाईशो के साथ साझेदारी पर अत्यंत रोमांचित हैं। फैनडम तेजी से बढ़ रहा है और सोशल मीडिया ने स्पोर्ट्स सेलीब्रिटीज के आनलाइन फैन फालोइंग में इजाफा किया है। यह अलग बात है कि अभी यह वन-वे-कन्वरसेशन तक ही सीमित है। गोनट्स इस सीमा को तोडऩा चाहता है और उसका मकसद फैन्स और सेलीब्रिटीज को एक एसे मंच पर लाना है, जहां वे दो तरफा संवाद कर सकें। (आईएएनएस)
ऑकलैंड, 21 जुलाई । आईसीसी ने कोरोनावायरस के कारण इसी साल होने वाले पुरुष टी-20 विश्व कप को स्थगित कर दिया है। अगले साल महिला विश्व कप भी होना है और इसे लेकर मेजबान न्यूजीलैंड बोर्ड के चेयरपर्सन ग्रैग बार्कले ने कहा है कि इस पर फैसला आने वाले दो सप्ताहों में किया जाएगा। न्यूजीलैंड क्रिकेट के चेयरपर्सन बार्कले ने रेडिय एनजेड से कहा, इस पर फैसला अगले दो सप्ताह में लिया जाएगा। यह इसलिए क्योंकि अगर इस टूर्नामेंट को स्थगित करने की जरूरत पड़ी तो हमें इसके बारे में जल्दी से जल्दी पता चलना चाहिए।
उन्होंने कहा, जैसे की अगर इसका आयोजन होना है तो हमें इस पर अंतिम फैसला लेना होगा ताकि हम फरवरी में होने वाले विश्व स्तर के टूर्नामेंट के लिए अपने सभी संसाधन झोंक सकें।
आठ टीमों का वनडे टूर्नामेंट न्यूजीलैंड में छह फरवरी से सात मार्च के बीच खेला जाएगा। यह टूर्नामेंट ऑकलैंड, हेमिल्टन, टौरांगा, वेलिंग्टन, क्राइस्टचर्च और डुनेडिन में खेला जाएगा।
आईसीसी ने कोविड-19 के कारण इसी साल आस्ट्रेलिया में 18 अक्टूबर से 15 नवंबर के बीच होने वाले पुरुष टी-20 विश्व कप को रद्द कर दिया है। बार्कले ने कहा है कि न्यूजीलैंड पूरे विश्व में इस समय इकलौता ऐसा देश है जो खचाखच भरे स्टेडियमों में मैचों का आयोजन कर सकता है। उन्होंने हालांकि कहा कि अगले ग्रीष्मकाल में होने वाले टूर्नामेंट की मेजबानी करने से पहले कुछ बाधाओं का साफ होना जाना जरूरी है।
उन्होंने कहा, आप कैसे पूरे विश्व से आने वाली टीमों के यातायात की व्यवस्था करोगे। उन्हें यहां दूसरे देशों से आना होगा तो इसके संबंध में क्या नियम होंगे। इसके बाद उन्हें क्वांरनटीन किया जाएगा और जाहिर सी बात है कि इसके पीछे काफी लागत आएगी इसलिए फरवरी में होने वाले टूर्नामेंट में बजट काफी ज्यादा हो जाएगा।
आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका और भारत ने टूनार्मेंट के लिए क्वालीफाई कर लिया है। आठ टीमें राउड रोबिन प्रारूप में खेलेंगी और शीर्ष चार टीमें सेमीफाइनल में पहुंचेंगी। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 20 जुलाईॉ । इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच दूसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन लंच से पहले एक ऐसी घटना घटित हुई जिसकी चर्चा खूब हो रही है। दरअसल चौथे दिन लंच से ठीक पहले इंग्लैंड के खिलाड़ी डॉमिनिक सिबले ने गलती से गेंद को चमकाने के लिए उस पर अपने लार का इस्तमाल किया। जिसके तुरंत बाद सिबले को अपली गलती का एहसास हुआ और अंपायर से जाकर इस बात की जानकारी दी। अंपायर माइकल गॉफ और रिजर्ड इलिंगवर्थ ने फिर गेंद की जांच की और उसे डिसइन्फेक्ट किया। अंपायरों ने गेंद पर डिसइन्फेक्ट करने वाली वाइप का इस्तमाल कर फिर उस गेंद से खेलने की इजाजत खिलाडिय़ों को दी। अंपायरों ने फिर 5 रन पेनाल्टी के तौर पर इंग्लैंड टीम को सजा भी दी।
आईसीसी ने कोरोना प्रोटोकॉल के तहत गेंद को लार से चमकाने पर बैन लगाई हुई है। लेकिन सिबले मैच के दौरान ये भूल गए और ऐसी गलती कर बैठे। हालांकि सिबले ने अपनी गलती स्वीकार की और खुद इस बात की जानकारी अंपायर को दी। जिसके कारण अंपायर ने सिबले को चेतावनी देकर छोड़ दिया और कोई सजा नहीं सुनाई। (एनडीटीवी)
नई दिल्ली, 20 जुलाई । वर्तमान में इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच 3 टेस्ट मैचों की सीरीज इंग्लैंड में खेली जा रही है। सुरक्षित वातावरण यह तीनों सीरीज खेली जानी है। आईसीसी ने क्रिकेट के आगाज के लिए प्रोटोकॉल बनाए हैं उसके तहत ही सुरक्षित माहौल में सभी टेस्ट मैच खेले जा रहे हैं। जिस तरह से इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट सीरीज बिना दर्शकों के भी काफी सफल हो रही है उसे देखते हुए दूसरे देश भी अब इंग्लैंड आकर क्रिकेट खेलने की तैयारी कर रहे हैं। वेस्टइंडीज के सीरीज के बाद इंग्लैंड में ही पाकिस्तान की टीम के साथ सीरीज होनी है। पाकिस्तान के सीरीज के बाद इंग्लैंड दौरे पर ऑस्टेलियाई टीम भी आ सकती है। ऑस्ट्रेलिया के इंगलैंड दौरे की संभावित शेड्यूल का ऐलान हो गया है।
आस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम का इंग्लैंड का दौरा चार सितंबर से शुरू होगा जिसमें जैव सुरक्षित वातावरण में तीन टी20 और इतने ही एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेले जाएंगे। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गयी है। 'द डेली टेलीग्राफ' की रिपोर्ट के अनुसार दौरे की शुरुआत टी20 सीरीज से होगी। टी20 मैच चार, छह और आठ सितंबर को खेले जाएंगे । इसके बाद 10, 12 और 15 सितंबर को एकदिवसीय मैच होंगे। रिपोर्ट के अनुसार आस्ट्रेलियाई टीम निजी विमान से इंग्लैंड रवाना होगी और सभी छह मैच साउथम्पटन और मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में खेले जाने की संभावना है।
इन दोनों स्थानों पर टीमों, मैच अधिकारियों और प्रसारकों के ठहरने के लिये स्टेडियम से लगे होटल हैं। इन दोनों मैदानों पर ही अभी इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट श्रृंखला खेली जा रही है जिससे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी भी हुई। इसके बाद पाकिस्तान के खिलाफ श्रृंखला भी इन्हीं स्थानों पर खेली जाएगी। आस्ट्रेलियाई चयनकर्ताओं ने इस दौरे के लिये पिछले सप्ताह 26 सदस्यीय संभावित टीम का चयन किया था। (भाषा)
मैनचेस्टर, 20 जुलाई। वेस्टइंडीज के स्पिन ऑलराउंडर रोस्टन चेज ने इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर में खेले जा रहे पहले टेस्ट के चौथे दिन 51 रन की अर्धशतकीय पारी खेलकर अपना नाम रिकॉर्ड बुक्स में दर्ज करा लिया। दूसरे टेस्ट की पहली पारी में अर्धशतक पूरा करते ही चेज इंग्लैंड के खिलाफ एक मैच में पांच विकेट लेने के साथ अर्धशतक जडऩे का कारनामा दो बार करने वाले पहले कैरेबियाई क्रिकेटर हैं। उनसे पहले वेस्टइंडीज का और कोई खिलाड़ी इस ऐसे स्पेशल प्रदर्शन को दोहरा नहीं सका।
रोस्टन चेज ने मैनचेस्टर टेस्ट में इंग्लैंड की पहली पारी में 44 ओवर में 172 रन देकर पांच विकेट लिए थे। मैनचेस्टर के मैदान पर 70 साल बाद ऐसा हुआ है जब वेस्टइंडीज के किसी स्पिनर ने एक पारी में 5 विकेट झटके हों। चेज ने रोरी बर्न्स, डॉम सिबली, जैस क्रॉले ओली पोप और सैम कुरेन जैसे खिलाडिय़ों के विकेट झटके। गेंदबाजी में धमाल मचाने के बाद उन्होंने बल्ले से कमाल करते हुए टीम को फॉलोऑन खेलने से बचा लिया। उनके आउट होते ही कैरेबियाई पारी ढह गई।
चेज ने इससे पहले इंग्लैंड के खिलाफ जनवरी 2019 में ब्रिजटाउन में खेले गए टेस्ट मैच की पहली पारी में 54 रन बनाए थे। इसके बाद मैच की आखिरी और इंग्लैंड की दूसरी पारी में 60 रन देकर 8 विकेट लिए थे। उस मैच में चेज ने केवल दूसरी पारी में गेंदबाजी की थी इंग्लैंड के बल्लेबाजों को धूल चटा दी थी। ऐसे में 18 महीने बाद चेज ने एक बार फिर वैसा ही प्रदर्शन करके इतिहास रच दिया है।
28 वर्षीय रोस्टन चेज ने अबतक खेले 34 टेस्ट मैच की 61 पारियों में 32.10 के औसत से 1830 रन बनाए हैं जिसमें 5 शतक और 8 अर्धशतक शामिल हैं। उनका सर्वाधिक स्कोर नाबाद 137* रन रहा है। वहीं गेंदबाजी में 34 मैच की 48 पारी में 41.56 की औसत से 66 विकेट लिए हैं। तीन बार उन्होंने पारी में पांच विकेट लिए हैं जिसमें से दो बार इंग्लैंड और एक बार भारत के खिलाफ किया है। उनका सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन 8/60 रन रहा है। (टाईम्स नाउ)
विटोरिया (स्पेन), 20 जुलाई। लियोनेल मेसी ने बार्सिलोना की अंतिम दौर में अलावेस पर 5-0 से शानदार जीत के दौरान दो गोल करके स्पेनिश फुटबाल लीग ला लिगा में रेकॉर्ड सातवीं बार किसी एक सत्र में सर्वाधिक गोल करने के लिए 'गोल्डन बूट' हासिल किया। मेसी ने लीग में कुल 25 गोल दागे जो उनके करीबी प्रतिद्वंद्वी करीम बेंजेमा से चार गोल अधिक हैं। बेंजेमा रियल मैड्रिड और लेगानेस के बीच 2-2 से ड्रॉ छूटे मैच में गोल नहीं कर पाए थे।
मेसी लीग में सात अलग अलग सत्रों में सर्वाधिक गोल करने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं। चोट के कारण सत्र के शुरुआती मैचों में नहीं खेल पाने के बावजूद उन्होंने यह उपलब्धि हासिल की। अर्जेंटीना के इस स्टार ने 33 मैचों में 25 गोल किए। इससे पहले वह टेल्मो जारा के साथ बराबरी पर थे।
उन्होंने लगातार चार सत्र में सर्वाधिक गोल करने के ह्यूजो सांजेच के रेकॉर्ड की भी बराबरी की। मेसी ने रविवार को कहा, 'व्यक्तिगत उपलब्धियां बाद में आती हैं। अच्छा होता अगर हम इसके साथ ही खिताब भी जीतने में सफल रहते।'
बार्सिलोना की तरफ से अलावेस के खिलाफ रविवार को अंशु फाती, लुइस सुआरेज और नेल्सन सेमेडो ने भी गोल किए। बार्सिलोना लीग में रियल मैड्रिड के बाद दूसरे स्थान पर रहा। (एपी)
नई दिल्ली, 20 जुलाई । भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 2008 में खेली गई बॉर्डर-गावस्कर सीरीज दो वजहों से चर्चित रही। पहली स्टीव बकनर की खराब अंपायरिंग और दूसरा मंकीगेट कांड। स्टीव ने 128 टेस्ट मैचों के अलावा 181 वनडे मैचों में अंपारयरिंग की। अपने करियर में ज्यादतर समय वह किसी तरह के विवाद में नहीं रहे लेकिन करियर के आखिरी में उन्होंने कुछ गलतियां जरूर कीं। ये गलतियां 2008 में सिडनी में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए टेस्ट मैच में हुईं।
बकनर ने उस सीरीज के 12 वर्ष बाद कहा, 'मैंने सिडनी टेस्ट 2008 में दो गलितयां कीं। पहली गलती तब हुई जब भारत अच्छा कर रही थी, ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज को शतक बनाने दिया। दूसरी गलती मैच के पांचवें दिन, जिसके कारण शायद भारत को मैच गंवाना पड़ा। लेकिन फिर भी, पांच दिन में वो दो गलतियां। क्या मैं पहला अंपायर था जिसने टेस्ट मैच में दो गलतियां कीं? लेकिन फिर भी वो दो गलतियां मुझे परेशानी करती हैं।'
बकनर ने कहा, 'आपको समझना होता है कि गलतियां क्यों होती हैं। आप एक ही तरह की गलती दोबारा नहीं करना चाहते। मैं कोई बहाना नहीं बना रहा हूं, ऐसा समय होता है कि हवा बह रही होती है और उसी कारण आपको आवाज सुनाई नहीं देती। कॉमेंटेटर्स स्टम्प माइक से आवाज सुन सकते हैं लेकिन अंपायर इसे लेकर सुनिश्चित नहीं रहते। यह वो चीजें होती हैं जो दर्शक नहीं जानते।' स्टीव बकनर ने 2009 में अंपायरिंग से संन्यास ले लिया था।
इसके अलावा बकनर ने द्रविड़ को आउट करार दिया था। भारत 333 रनों का पीछा कर रहा था और द्रविड़ का बल्ला पैड के पीछे ही था। रिप्ले में बताया गया था कि बल्ले और गेंद का कोई संपर्क नहीं हुआ है। इसके बाद बकनर को आईसीसी ने तीसरे टेस्ट मैच में अंपायरिंग करने से हटा दिया था क्योंकि दोनों टीमों के बीच टेंशन बढ़ गई थी और भारतीय टीम ने सीरीज से नाम वापस लेने का भी मन बना लिया था।
उस मैच में इशांत शर्मा की गेंद पर एंड्रयू साइमंड्स विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी को कैच दे बैठे थे, लेकिन बकनर ने उन्हें आउट करार नहीं दिया था। साइमंड्स उस समय 30 रनों पर थे और बाद में उन्होंने 162 रनों का पारी खेली और ऑस्ट्रेलिया को एक समय छह विकेट के नुकसान पर 134 रनों से 463 रनों तक पहुंचाया।(नवभारत टाईम्स)
लंदन, 19 जुलाई । दर्शकों को अगले हफ्ते से इंग्लैंड में कुछ खेल प्रतियोगिताओं के लिए स्टेडियम में एंट्री की परमिशन दी जाएगी। इंग्लैंड की योजना अक्टूबर में स्टेडियमों को व्यापक रूप खोलने की है, लेकिन उससे पहले वह चाहता है कि कोरोना वायरस को रोकने के लिए उठाए गए कदमों का परीक्षण किया जाए।
मार्च के बाद 26 और 27 जुलाई को घरेलू क्रिकेट पहली खेल स्पर्धा होगी जिसमें दर्शकों को स्टेडियम में जाने की परमिशन दी जाएगी। 31 जुलाई से शेफील्ड में विश्व स्नूकर चैम्पियनशिप शुरू होगी जो एक अगस्त को ग्लोरियस गुडवुड घोड़ा रेस महोत्सव के साथ सरकार की प्रशंसकों की वापसी की योजना का हिस्सा है।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने शुक्रवार को कहा, ''अक्टूबर से हम दर्शकों को स्टेडियम में लाने की इच्छा रखते हैं। लेकिन बहाली के बाद शुरूआती सफल नतीजे के बाद ही कोविड-19 के लिए सुरक्षित माहौल में ऐसा किया जाएगा।''
हालांकि सरकार को महामारी के बारे में सलाह देने वाले प्रोफेसर सुसान मिशी को डर है कि प्रशसंको के लिए खेलों को खोलने से - विशेषकर इंडोर स्थलों को - वायरस संक्रमण के मामले बढ़ सकते हैं और इससे एक और लॉकडाउन भी लगाना पड़ सकता है। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा, ''हम बहुत जल्दी ही यह कदम उठा रहे हैं। ''
स्टेडियम की क्षमता पर अब भी बैन लगा होगा। स्टेडियम में प्रवेश के लिए सोशल डिस्टेंसिंग और वन-वे प्रणाली जरूरी होगी। खाना, सामान खरीदने या सट्टेबाजी के लिए जहां सोशल डिस्टेंसिंग बरकरार नहीं रखी जा सकती, वहां बैरियर या स्क्रीन लगाई जाएंगीं। खेल मंत्री नाइजेल हडलस्टोन ने कहा कि स्टेडियमों के पूरा भरने से पहले यह कुछ समय के ले ऐसा ही रहेगा।(एजेंसी)
नई दिल्ली, 19 जुलाई । दक्षिण अफ्रीका ने नये प्रारुप में खेले जा रहे तीन टीमों की क्रिकेट टूर्नामेंट (3टीसी) सोलिडैरिटी कप में एबी डिविलियर्स ने धमाकेदार बल्लेबाजी की और पहले ही मैच में 24 गेंद पर 61 रन ठोक डाले। एबी डिविलियर्स की टीम ईगल्स हैं और इस टीम के कप्तान भी हैं। कोरोना वायरस के बीच खेली जा रही इस अलग तरह के टूर्नामेंट में दक्षिण अफ्रीका के 24 शीर्ष क्रिकेटर तीन टीमों में होंगे। ये टीमें ईगल्स, किंगफिशर्स और काइट्स हैं। मैच में 18 -18 ओवर के दो हाफ होंगे। हर टीम को 12 ओवर मिलेंगे जो छह-छह ओवर में बंटे होंगे। ये छह-छह ओवर अलग अलग टीमें फेकेंगी। ड्रॉ से तय होगा कि पहले बल्लेबाजी कौन करेगा। मैच के दौरान हर टीम को दो पारियों में बल्लेबाजी करनी होगी।
ऐसे में इस नए प्रारूप में जब एबी को बल्लेबाजी करने का मौका मिला तो उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से तहलका मचा दिया। डिविलियर्स ने ईगल्स की ओर से खेलते हुए 24 गेंद पर धमाकेदार 61 रन बनाए, एबी ने आखिरी 17 गेंद पर ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 50 रन जोड़े थे। डिविलियर्स की टीम गोल्ड मेडल जीतने में सफल रही।
पहले हाफ में किंगफिशर्स की टीम ने 2 विकेट पर 56 रन बनाए तो वहीं ईगल्स ने 1 विकेट पर 66 रन ठोके। इसके बाद काइट्स की टीम की पारी आई और उन्होंने पहले हाफ में 58 रन बनाए। ऐसे में पहले हाफ के बाद रन कम बनने के कारण किंगफिशर्स दूसरे हाफ में नहीं पहुंच पाई। दूसरे हाफ का मुकाबला ईगल्स और काइट्स के बीच हुआ। पहले हाफ में डिविलियर्स ने ज्यादा रन बनाए थे ऐसे में वो फिर से बल्लेबाजी करने आए और इस बार उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से धूम मचा दी। ईगल्स की टीम ने 3 विकेट पर 94 रन बनाए। ऐसे में ईगल्स का पूरा स्कोर 12 ओवर में 4 विकेट पर 160 रन हुआ। एबी के अलावा एडेन मार्करम ने 70 रन बनाए। ईगल्स की पारी के बाद काइट्स की टीम लक्ष्य का पीछा करने उतरी और 12 ओवर में 3 विकेट पर 138 रन ही बना सकी। ड्वेन प्रिटोरियस ने 50 और जे स्?मट्स ने 48 रनों की पारी खेली।
डिविलियर्स की पारी ने हर फैन्स का दिल जीत लिया, सोशल मीडिया पर डिविलियर्स की जमकर तारीफ हो रही है। बता दें कि एबी ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया है लेकिन अभी भी अपनी बल्लेबाजों से एक से एक बड़े गेंदबाजों की जमकर धुनाई करते रहते हैं। यही कारण है कि आज भी दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट उन्हें टीम में शामिल करना चाहता है।(एनडीटीवी)
मैनचेस्टर, 19 जुलाई । इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की बहाली के लिये लगाये गये सख्त पृथकवास प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने के लिये जुर्माना लगाया गया और एक अधिकारिक चेतावनी दी गयी। इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने शनिवार को एक बयान में कहा कि शुक्रवार की शाम को अनुशासनात्मक सुनवाई के बाद यह सजा दी गयी।
बारबाडोस में जन्में आर्चर ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट के बाद घर जाकर जैव सुरक्षित प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया था। इसके बाद उन्होंने ऐसा करने के लिये माफी मांगी थी। हालांकि, यह भी अजीब है कि जोफ्रा आर्चर को दूसरे टेस्ट से बाहर कर दिय गया था और यह भी उनके लिए एक सजा सरीखा जैसा ही था। लेकिन इसके बावजूद अनुशासनात्मक कमेटी द्वारा जुर्माना लगाना अजीब सा लगता है।
फिलहाल जोफ्रा आर्चर पांच दिन के पृथकवास में हैं। उन्हें दो कोविड-19 जांच करानी होंगी और नेगेटिव आने पर ही वह मंगलवार को टीम के बाकी सदस्यों के साथ जुड़ पाएंगे। उम्मीद करते हैं कि जोफ्रा आर्चर टीम के साथ जुड़ेंगे और इस घटना से भी आगे सबक लेंगे कि टीम का अनुशासन में ही खिलाड़ी विशेष का भला है। (भाषा)
नई दिल्ली, 19 जुलाई । साल 1999 में चेन्नई में भारत और पाकिस्तान के बीच खेला गया टेस्ट मैच एक ऐसा मैच है, जिसके बारे में काफी चर्चा होती है। भारत को इस मैच में पाकिस्तान से 271 रनों का लक्ष्य मिला था, और भारतीय टीम 12 रन से मैच को गंवा बैठी थी। वकार यूनिस की अगुवाई वाली पाकिस्तान टीम के पास वसीम अकरम और सकलैन मुश्ताक जैसे दिग्गज गेंदबाज थे। मुश्ताक ने इस मैच की दूसरी पारी में पांच विकेट झटकर भारत को हार थमा दी थी।
वकार ने द ग्रेटेस्ट रिवेलरी पोडकास्ट में कहा, हमने एक नई गेंद ली और पहली बॉल पर नयन मोंगिया ने इसे हवा में मारा। मुझे लगता है कि वह जल्दबाजी में थे या मुझे नहीं पता कि उनके दिमाग में क्या चल रहा था। उन्होंने कहा कि खेल खत्म हो गया था और उन्होंने उस खेल को जीत लिया, और उन्हें थोड़ी शालीनता मिली, विशेषकर नयन मोंगिया। एक बार जब वह बाहर निकले, तब भी हम यहीं सोच रहे थे, ऐसा होने वाला नहीं है, हम इस मैच को जीतने नहीं जा रहे हैं। जब तक सचिन हैं, तब तक यह नहीं होगा।
मोंगिया ने दूसरी पारी में सचिन के साथ मिलकर छठे विकेट के लिए 136 रनों की साझेदारी की थी। मोंगिया के आउट होने के बाद सचिन पाकिस्तान और जीत के बीच खड़े थे। वकार ने कहा, ईमानदारी से कहूं तो मुझे बिल्कुल भी पता नहीं था कि सचिन उस समय क्या सोच रहे थे। उनके पास अभी भी चार विकेट बाकी थे और उन्हें 16 रनों की जरूरत थी।
उन्होंने कहा, जिस तरह से वह बल्लेबाजी कर रहे थे, वह इस दुनिया से बाहर थे। फिर अगले ही ओवर में, मुझे लगता है, सचिन ने सकलेन मुश्ताक को, हवा में एक चौका मारा। उनके इस चौके के बाद हमने यह कहना शुरू कर दिया कि हम उन्हें 15-16 रन नहीं बनाने देंगे। जो आवश्यक भी था।
पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा, फिर सकलैन उन सभी पर हावी हो गए। मैच बचाना उनके लिए मुश्किल था, या बाहर हिट करने के कारण वह विकेट खो रहे थे। मुझे लगता है कि उन्होंने पांच या छह ओवरों में सभी चार विकेट खो दिए। मैं कहना चाहूंगा कि मैंने जो सर्वश्रेष्ठ टेस्ट देखे, उनमें से एक यह है जिसे मैंने खेला और मैंने देखा।(एजेंसी)
नई दिल्ली, 19 जुलाई । पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ ने कहा कि महान ऑल राउंडर कपिल देव की सलाह ने उन्हें संन्यास के बाद विकल्प तलाशने में मदद की, जिसके बाद उन्होंने भारत ए और अंडर-19 टीमों के कोचिंग पद की जिम्मेदारी संभाली।
द्रविड़ ने कहा कि वह थोड़े भाग्यशाली भी रहे कि अपने करियर के अंत में वह इंडियन प्रीमियर लीग की टीम राजस्थान रायल्स में कप्तान-सह-कोच की भूमिका निभा रहे थे।
द्रविड़ ने भारतीय महिला टीम के कोच डब्ल्यू वी रमन को उनके यूट्यूब चैनल 'इनसाइड आउट' में कहा, ''खेलना बंद करने के बाद (संन्यास लेने के बाद) बहुत ही कम विकल्प थे और मुझे पता नहीं चल रहा था कि क्या करना चाहिए। तो कपिल देव ही थे जिन्होंने मुझे सलाह दी और ऐसा मेरे करियर के अंत के दौरान ही हुआ था। ''
द्रविड़ ने कहा, ''मैं उनसे कहीं मिला और उन्होंने कहा, राहुल सीधे जाकर कुछ भी मत करो, पहले कुछ समय सिर्फ देखो और अलग अलग चीजें करो और फिर देखो कि तुम्हें वास्तव में क्या पसंद है। मुझे लगा कि यह अच्छी सलाह है। इस महान क्रिकेटर ने कहा कि शुरू में उन्हें कमेंटरी करना पसंद आया था, लेकिन बाद में उन्हें लगा कि वह खेल से थोड़े दूर हैं। द्रविड़ ने कहा, ''मुझे जो चीज सबसे ज्यादा संतोषजनक लगती है वो खेल से जुड़े रहना है और खिलाडिय़ों के साथ संपर्क में रहना थी। मुझे कोचिंग जैसी चीज बहुत पसंद थी और जब मेरे पास मौका आया तो मैं भारत ए और अंडर-19 टीमों के साथ जुड़ गया।
पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा मुझे लगा यह शुरूआत करने के लिए अच्छी जगह थी और मैंने इसे स्वीकार कर लिया और मैंने अब तक इसका काफी लुत्फ उठाया है। मुझे कोचिंग करना काफी ज्यादा संतोषजनक लगता है।
भारत के लिये 1996 से 2012 के बीच 164 टेस्ट में 13,288 रन बनाने वाले इस महान बल्लेबाज ने कहा, ''विशेषकर कोचिंग का विकास करने में मदद करने वाला हिस्सा, भले ही इसमें भारत ए टीम हो, अंडर-19 टीम या फिर एनसीए (राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी)। इससे मुझे काफी सारे खिलाडिय़ों से काम करने का मौका मिला और इसमें मुझे तुरंत नतीजे की चिंता भी नहीं थी जो मुझे लगता है कि मेरे काम करने के लिए अच्छा था। उन्होंने साथ ही बीसीसीआई के अंडर-19 खिलाडिय़ों को एक विश्व कप तक सीमित करने के फैसले का समर्थन किया।
द्रविड़ बेंगलुरू में एनसीए के भी क्रिकेट प्रमुख हैं, उन्होंने कहा, ''महज 15 से 20 खिलाडिय़ों के बजाय हम एनसीए में 45 से 50 खिलाडिय़ों को सुविधाओं का फायदा दिला सकते थे, जिसमें अच्छे कोच, अच्छे फिजियो, अच्छे ट्रेनर शामिल थे।''(एजेंसी)
क्रिकेटर हार्दिक पंड्या और अभिनेत्री नताशा स्टेनकोविक के घर जल्द ही किलकारियां गूंजने वाली हैं। हार्दिक और नताशा दोनों ही सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय हैं और हर खास बात प्रशंसकों के साथ साझा करते रहते हैं। अब हार्दिक ने अपनी एक तस्वीर पोस्ट की है जिसमें नताशा बेबी बंप फ्लॉन्ट कर रही हैं। इस तसवीर में नताशा हार्दिक की गोद में सिर रखकर लेटी दिखाई दे रही हैं. इस तसवीर में इस कपल के साथ उनके पालतू डॉगी भी नजर आ रहे हैं. इस फैमिली फोटो पर लोग जमकर कमेंट कर रहे हैं. एक यूजर ने लिखा,' नया मेहमान घर आनेवाला है, आप दोनों को बधाई.' एक और यूजर ने लिखा,' सुंदर तसवीर.'
31 मई 2020 को नताशा ने जानकारी दी थी कि वह हार्दिक के साथ अपने पहले बच्चे की उम्मीद कर रही हैं. कुछ तस्वीरें पोस्ट करते हुए नताशा ने लिखा था, “हार्दिक और मैंने अब तक एक साथ एक यादगार यात्रा साझा की है. हम बहुत जल्द ही अपने जीवन में एक नए मेहमान का स्वागत करने के लिए उत्साहित हैं.'
नताशा ने आगे लिखा था,' हम एक साथ अपने जीवन के इस नए कदम के लिए बहुत उत्साहित हैं और विनम्रतापूर्वक आपका आशीर्वाद और शुभकामनाएं मांगते हैं.' इस बीच हार्दिक पांड्या ने लिखा था, “नताशा और मेरी एक साथ एक सुखद यात्रा रही है और यह बेहतर है कि हम एक साथ हमारे जीवन में नए मेहमान का स्वागत करने जा रहे हैं. हम अपने जीवन के इस नए चरण के लिए रोमांचित हैं और आपका आशीर्वाद और शुभकामनाएं चाहते हैं.
'हार्दिक पांड्या ने बॉलीवुड एक्ट्रेस नताशा स्टानकोविक से इसी वर्ष सगाई की है और कुछ दिनों पहले हार्दिक ने नताशा के बेबी बंप के साथ दोनों की तसवीर भी शेयर की थी. हार्दिक पांड्या भारतीय टीम के स्टार क्रिकेटर हैं. नताशा मूलत: सर्बिया की रहने वाली हैं, लेकिन फिलहाल वे बॉलीवुड में आइटम नंबर्स कर रही हैं.
बेंगलुरु, 18 जुलाई। भारत के इस चैंपियन वेटलिफ्टर को इतना दर्द तो कभी 295 किलोग्राम के डेडलिफ्ट उठाते हुए भी नहीं महसूस हुआ, जितना अब हो रहा है। मोहम्मद अजमत ने दो साल पहले इंटरनैशनल पॉवर लिफ्टिंग चैंपियनशिप में इतना ही वजन उठाकर अपना दमखम दिखाया था। लेकिन इन दिनों अजमत कोविड- 19 के कारण मरन वाले लोगों के शवों को उठा रहे हैं और यह काम उन्हें अपने वेटलिफ्टिंग प्रफेशन से ज्यादा भारी दिख रहा है।
समाज में शवों को उनकी अंतिम यात्रा तक पहुंचाने को भले ही सम्मान की नजर से देखा जाता है। लेकिन इनदिनों कोविड-19 वायरस के खतरे को देखते हुए लोग मृतकों की अंतिम यात्रा से दूर ही रहते हैं। कई शवों के तो अंतिम संस्कार के लिए भी कोई नहीं है। अजमत ने ऐसे कई शवों को कब्रिस्तान ले जाकर उन्हें अपने दो साथियों के साथ दफनाया है। वह कहते हैं कि मृतकों को दफनाने अब कोई नहीं आता है। हम तीन लोग ही कई शवों को दफना चुके हैं। अजमत इस गंभीर वायरस से पूरी तरह सावधान हैं और वह अपनी सुरक्षा के सभी जरूरी उपाय इस्तेमाल में लाकर इस काम को अंजाम देते हैं। इसके अलावा उन्होंने खुद को परिजनों से दूर आइसोलेशन में रखा हुआ है।
43 वर्षीय अजमत ने कहते हैं, मैंने कई बार प्रैक्टिस में और कॉम्पिटीशन में भी 300 किलो के करीब वजन उठाया है। लेकिन जब मैंने अपने दो साथियों के साथ एक बुजुर्ग व्यक्ति के शव को क्रिश्चिन कब्रिस्तान मैदान में जाकर दफनाया, मुझे जो दर्द महसूस हुआ उसे मैं शब्दों में भी बयां नहीं कर सकता। 5 फीट 8 इंच लंबे 108 किलो वजनी अजमत बताते हैं, उस बुजुर्ग के शव को दफनाने के लिए हम तीन ही लोग कब्रिस्तान में थे, जो उनकी अंतिम प्रार्थना कर रहे थे।
अजमत बेंगलुरु में एक आईटी फर्म से जुड़े हैं, जिन्होंने हाल ही में एक एनजीओ मर्सी एंजिल्स जॉइन किया है। यह एनजीओ इस शहर में कोविड-19 के कारण मरने वाले लोगों को शवों को उनकी अंतिम यात्रा तक पहुंचाने का काम कर रहा है।
कोविड- 19 से पहले अजमत अपने वेटलिफ्टिंग स्पोर्स्टस में पूरे मन से मेहनत कर रहे थे। बीते साल दिसंबर में वह वल्र्ड पावर लिफ्टिंग कांग्रेस में हिस्सा लेने मॉस्को गए थे, जहां उन्होंने क्लासिर रो कैटिगरी 110 किलो भारवर्ग में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था।
इसके बाद मार्च में कोविड-19 का संक्रमण दुनिया भर में फैल गया और अजमत को भी अपने अगले कॉम्पीटीशन की तैयारियां छोडऩी पड़ीं। इसके बाद उन्होंने लॉकडाउन हटने के बाद अपने दो दोस्तों से शवों को कब्रिस्तान तक न पहुंच पाने की बात सुनी तो उन्होंने इस नेक काम के लिए यह एनजीओ जॉइन किया। अजमत अब तक 15 शवों को पूरे रीति-रिवाज के साथ दफनाने का काम कर चुके हैं। (navbharattimes.indiatimes.com)
कोलकाता, 18 जुलाई । भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने कहा है कि वो अभी भी इस बात को पचा नहीं पाते हैं कि साल 2007 में सबसे ज्यादा रन बनाने के बाद भी उन्हें वनडे टीम में से हटा दिया गया गया था। गांगुली को सबसे पहले कोच ग्रैग चैपल के साथ मतभेदों की वजह से 2005 में कप्तानी और टीम में से हाथ धोना पड़ा था। गांगुली ने हालांकि 2006 में दमदार वापसी की थी और लगातार रन बनाते चले गए।
गंगुली को हालांकि 2007-08 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर राहुल द्रविड़ के साथ टीम से बाहर कर दिया गया। इसके एक साल बाद गांगुली ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। गांगुली ने बंगाल के अखबार संगबाद प्रतिदिन से बात करते हुए कहा, ये अविश्वसनीय चीज थी। मुझे वनडे टीम में से तब हटाया गया था जब मैंने उस कैलेंडर ईयर में सबसे ज्यादा रन बनाए थे। आपका प्रदर्शन चाहे कितना भी अच्छा है, लेकिन अगर आपसे मंच छीन लिया जाए तो आप क्या साबित करोगे? और किसे साबित करोगे? यह चीज मेरे साथ हुई।
उन्होंने कहा, अगर मुझे दो और वनडे सीरीज मिलती तो मैं और ज्यादा रन बनाता। अगर मैं नागपुर में संन्यास नहीं लेता तो मैं अगली 2 सीरीज में भी रन बनाता।' गांगुली ने कहा कि अगर वो थोड़ा अभ्यास करें तो अभी भी भारत के लिए रन बना सकते हैं।
उन्होंने कहा, अभी भी, मुझे 6 महीने दीजिए ट्रेनिंग के लिए, कुछ रणजी ट्रॉफी मैच खेलने दीजिए, मैं टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए अभी भी रन कर सकता हूं। मुझे 6 महीने भी नहीं चाहिए, 3 महीने काफी हैं, मैं रन बना दूंगा। बीसीसीआई के मौजूदा अध्यक्ष ने कहा, आप मुझे खेलने का मौका नहीं दे सकते लेकिन आप मेरे अंदर के विश्वास को कैसे खत्म करोगे। गांगुली ने हालांकि 2012 तक आईपीएल खेला था। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 18 जुलाई (भाषा)। भारतीय टीम के साथ किशोर खिलाड़ी के तौर पर जुडऩे वाले स्पिनर हरभजन सिंह का मानना है कि 22 सत्रों के बाद 40 साल की उम्र में भी ‘कौशल’ के मामले में वह किसी से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर किसी को इस मामले में शक है तो देश के बेस्ट स्पिनर्स के साथ उनका कौशल परीक्षण करवा लें। देश के लिए 103 टेस्ट और 236 वनडे खेलने वाले हरभजन ने कहा, ‘अगर आप उन युवा खिलाडिय़ों से मेरी तुलना करना चाहते है तो आप जिसे बेस्ट समझते है उसके साथ मेरा स्किल टेस्ट करवा दीजिए।’
टी-20 मैचों में 7 से कम इकोनोमी रेट के साथ 235 विकेट लेने वाले हरभजन ने कहा, ‘आप उम्र के बारे में उस वक्त बात कर सकते है जब गेंद आपके पैरों के बीच से निकल जाए और आपके कंधो में जान ना रहे।’ उन्होंने कहा, ‘मैं भारत के लिए कम से कम 800 दिन तक मैदान पर उतरा हूं। मैंने इतना कुछ हासिल किया है जिसमें किसी की सहानुभूति की जरूरत नहीं है। लेकिन हां, अगर कौशल की बात करें, तो आप किसी के साथ भी मेरा परीक्षण कर सकते है। मैं अभी भी तैयार हूं।’
हरभजन से जब पूछा गया कि वह घरेलू क्रिकेट खेले बिना आईपीएल में अपना बेस्ट प्रदर्शन कर सकते है तो उन्होंने कहा, ‘हर किसी का अपना तरीका होता है। अगर किसी को लगता है कि उसके लिए मैच जरूरी है तो उसके लिए यह अच्छा है। मैंने जीतना अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला है और अगर मैं नेट पर एक महीने में 2000 गेंद फेंकता हूं तो मेरे लिए यह काफी है।’
पिछले महीने 40 साल के हुए हरभजन को जब यह बताया गया कि इस साल आईपीएल खेलने को तैयार रवि बिश्नोई और कार्तिक त्यागी जैसे खिलाडिय़ों का जन्म उनके टेस्ट डेब्यू के बाद हुआ है तो वह हंसने लगे। हरभजन ने कहा, ‘ऐसा लग रहा है कि आप मुझे यह महसूस कराने की कोशिश कर रहे हैं कि मैं बहुत बूढ़ा हो गया हूं। लेकिन गंभीरता से बात करूं तो मैंने जब डेब्यू किया था तब मोहम्मद अजहरुद्दीन भारत के कप्तान थे। यह एक शानदार यात्रा रही है, उतार-चढ़ाव से भरी और मैं ईश्वर का आभारी हूं कि मैं दो दशकों तक अपने सपने को जी सका।’ हरभजन का मानना है कि कोविड-19 लॉकडाउन ने उन्हें पहले से ज्यादा फिट होने में मदद की है। उन्होंने कहा, ‘आपको हमेशा लगता है कि अगर और मौका मिला होता तो आप और ज्यादा ख्याति हासिल कर सकते थे। जो मैं देश के लिए नहीं हासिल कर सका शायद वह मेरी किस्मत में था ही नहीं, पर वह एक दूसरा नजरिया होगा।’