अंतरराष्ट्रीय
बीजिंग, 24 जुलाई (आईएएनएस)| पहले वांग चिनथाओ क्वांगतोंग प्रांत के च्यांगमन शहर में एक संचार कंपनी में कार्यरत थे, उसकी सालाना आय 6 लाख युआन से अधिक थी। लेकिन साल 2016 में 42 वर्षीय वांग इस नौकरी को छोड़कर अपनी जन्मभूमि दक्षिण पश्चिमी चीन के क्वेइचो प्रांत के ल्यूफानश्वेइ शहर के सोंगपा गांव में वापस लौटे और स्थानीय गांववासियों को गरीबी उबारने में मदद की। शहरी जीवन को छोड़कर गांव में अपना कार्य पुन: शुरू किया। वे अपना सपना साकार करने के साथ-साथ गांववासियों का नेतृत्व कर उन्हें गरीबी से निकालने लगे।
वांग चिनथाओ ने जन्मभूमि में 106 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल वाले पहाड़ी इलाके में एक सूअर पालन फार्म स्थापित किया। स्थानीय सरकार के नीतिगत समर्थन से चार से अधिक साल में उनका सूअर पालन फार्म क्वेइचो प्रांत में सबसे बड़ा सूअर पालन फार्म बन गया। साल 2016 में फार्म में 20 सूअर से 2019 के अंत तक 10 हजार सूअर तक पहुंचे।
इस वर्ष महामारी के प्रकोप के बाद वांग ने फार्म में कार्यरत किसानों को कम नहीं किया, बल्कि और 86 गांववासियों को रोजगार दिया, जिनमें 17 लोग गरीब परिवारों से हैं। वह फार्म प्लस पशु-पालन क्षेत्र नमूना अपनाकर आसपास के गांववासियों का नेतृत्व कर समृद्ध रास्ते पर आगे बढ़ रहा है। अब तक इस प्रकार के नमूने में 14 पशु-पालन क्षेत्र स्थापित हो चुके हैं।
गांववासी चांग तान गरीब परिवार से है, अब वह वांग चिनथाओ के फार्म में काम कर रही हैं। उसने कहा कि एक महीने में वह 4200 युआन कमाती है, फार्म कर्मचारियों का खानपान और रहने की जगह मुहैया करवाता है। लोगों को हर वर्ष लाभांश मिलता है, गत वर्ष उसे 800 युआन मिला और साल 2018 में 650 युआन की आय प्राप्त हुई।
इस वर्ष की पहली छमाही में वांग चिनथाओ के सूअर पालन फार्म ने 27 हजार सूअर बेचे। योजनानुसार पूरे वर्ष में सूअर बेचने से फार्म में गरीब परिवारों से आए कर्मचारियों को 75 लाख युआन का लाभांश मिलेगा।
( साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग )
बीजिंग, 24 जुलाई (आईएएनएस)| अंतरिक्ष कार्य का विकास और अंतरिक्ष की खोज देश की व्यापक क्षमता दिखाती है। सभी लोग इसका महत्व समझते हैं। स्पेस एक्स के सीईओ एलोन मस्क ने दावा किया था कि वे एक करोड़ लोगों को मंगल ग्रह में पहुंचाएंगे। कई देशों ने इस जुलाई में मार्स रोवर छोड़ने की योजना की घोषणा भी की। गुरुवार दोपहर 12 बजकर 41 मिनट पर चीन का पहला मार्स रोवर थ्येनवन नंबर-1 सफलता से लांच हुआ। योजनानुसार अगले सात महीनों में थ्येनवन नंबर-1 की उड़ान जारी रहेगी और अंतत: मंगल ग्रह में पहुंचेगा। इसका लक्ष्य मंगल ग्रह की परिक्रमा, मंगल ग्रह में लैंडिंग और गश्त का मिशन पूरा करना है।
यह आवश्यक है कि इन सात महीनों में पूरी दुनिया के विज्ञान प्रेमी चीन के इस मार्स रोवर पर नजर रखेंगे। अगर मिशन सफल होता है, तो चीन दुनिया में पहला देश बन जाएगा, जो मंगल ग्रह के पहले अन्वेषण में ही सॉफ्ट लैंडिंग पूरा कर पाएगा।
आंकड़ों के अनुसार अब तक मंगल ग्रह के अन्वेषण की सफलता दर करीब 42 प्रतिशत है। मानव जाति के इतिहास में अमेरिका, सोवियत संघ, जापान, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी और भारत ने डिटेक्टर को मंगल ग्रह के कक्षा में पहुंचाया था। वहीं अमेरिका और सोवियत संघ ने मंगल ग्रह में सॉफ्ट लैंडिंग की। अब तक सिर्फ अमेरिका ने मंगल ग्रह में सैर कर निरीक्षण किया।
हालांकि मंगल ग्रह के अन्वेषण में अधिक जोखिम मौजूद हैं, लेकिन बहुत देश फिर भी सक्रिय हैं। इस साल की गर्मियों में तीन देशों के डिटेक्टर मंगल ग्रह जाएंगे। संयुक्त अरब अमीरात ने 20 जुलाई को आशा नाम के मार्स रोवर छोड़ा। चीन ने 23 जुलाई को थ्येनवन नंबर-1 का सफल प्रक्षेपण किया। अनुमान है कि अमेरिका 30 जुलाई को मार्स रोवर छोड़ेगा।
ये देश मंगल ग्रह के अन्वेषण के लिए भारी कीमत क्यों चुकाना चाहते हैं? कारण यह है कि मंगल ग्रह पृथ्वी से नजदीक है और वहां का वातावरण पृथ्वी के जैसा है। इसलिए लोग जानना चाहते हैं कि क्या मंगल ग्रह में जीवन को जन्म देने की स्थिति होती है या नहीं? मंगल ग्रह पृथ्वी का अतीत है या भविष्य?
इस बात के सबूत भी पाए गए हैं कि मंगल ग्रह में पानी और वायुमंडल मौजूद है। पृथ्वी से भिन्न है कि वहां के वायुमंडल में मुख्यत: कार्बन डाइऑक्साइड गैस होती है, लेकिन हम तकनीक के जरिए कार्बन डाइऑक्साइड से ऑक्सीजन निकाल सकते हैं। इससे लोग सांस ले सकते हैं और ईंधन भी बना सकते हैं।
इसकी वजह से भविष्य में रोबोट या मानव जाति संभवत: मंगल ग्रह में रह सकेंगे। पृथ्वी के बराबर मंगल ग्रह में क्या हुआ? क्या वह हमारा दूसरा घर बनेगा? इसका जवाब पाने के लिए लोगों की एकता और सहयोग की जरूरत है। हम एक साथ मंगल ग्रह का अन्वेषण करें।
(साभार---चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
इस्लामाबाद, 23 जुलाई। पाकिस्तान ने विभिन्न शहरों में 'स्मार्ट लॉकडाउन' लागू करने के बाद कोरोनोवायरस मामलों की संख्या में गिरावट दर्ज की है। यह जानकारी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने दी है। रेडियो पाकिस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने बुधवार को अपने संयुक्त अरब अमीरात के समकक्ष शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान के साथ एक टेलीफोन बातचीत के दौरान यह टिप्पणी की।
कुरैशी ने कहा कि सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों से पाकिस्तान में कोरोनोवायरस रिकवरी में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है।
सरकार ने इस महीने की शुरुआत में वायरस को नियंत्रित करने के लिए 30 शहरों में स्मार्ट लॉकडाउन लगाया।
अधिकारियों ने जून में कहा था कि जहां कहीं कोविड-19 के करीब 300 मामलों की पुष्टि होगीस वहां कम से कम दो सप्ताह तक लॉकडाउन लगेगा।
पाकिस्तान में गुरुवार तक कोविड-19 मामलों की कुल संख्या 268,815 थी, जबकि मरने वालों की संख्या 5,702 थी।(ians)
क्वेटा, 23 जुलाई (आईएएनएस)। पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में सरकार ने 200 साल पुराने एक गुरुद्वारे को 73 साल बाद सिख समुदाय को सौंप दिया है। एक मीडिया रिपोर्ट में गुरुवार को यह जानकारी दी गई।
डॉन न्यूज के मुताबिक, शहर के मध्य में मस्जिद रोड पर स्थित सिरी गुरु सिंह गुरुद्वारा को 1947 से एपीडब्ल्यूए गवर्नमेंट गर्ल्स हाई स्कूल के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है।
प्रांतीय संसदीय सचिव और मुख्यमंत्री के अल्पसंख्यक मामलों के सलाहकार, दिनेश कुमार ने बुधवार को कहा, सिख समुदाय के लिए गुरुद्वारे को धार्मिक क्रियाकलापों के लिए बहाल करना बलूचिस्तान सरकार का ऐतिहासिक फैसला है।
एबीडब्ल्यूए गवर्नमेंट गल्र्स हाई स्कूल में पढऩे वाली छात्राओं को आसपास के स्कूलों में दाखिला लेने के लिए कहा गया है।
बलूचिस्तान में सिख समुदाय समिति के अध्यक्ष सरदार जसबीर सिंह ने इस कदम का स्वागत किया और इसे प्रांत में रहने वाले सिख समुदाय को बलूचिस्तान सरकार की ओर से उपहार बताया।
डॉन न्यूज ने सिंह के हवाले से कहा, प्रांत का सिख समुदाय इस बात से बहुत खुश है कि हमारे प्राचीन गुरुद्वारे को पाकिस्तान की सरकार और बलूचिस्तान हाई कोर्ट ने 73 साल बाद हमें सौंप दिया है और अब हम वहां अपना धार्मिक क्रिया कलाप जारी रख सकते हैं। बलूचिस्तान में लगभग 2,000 सिख परिवार रहते हैं।
काबुल, 23 जुलाई (वार्ता)। अफगानिस्तान के दो प्रांतों में सुरक्षा बलों की कार्रवाई में 45 तालिबानी आतंकवादी मारे गये हैं।
पहली घटना कंधार प्रांत की है जहां सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में 31 आतंकवादी मारे गये। प्रांतीय प्रवक्ता अताउल्लाह खोग्यानी ने गुरुवार को बताया कि अफगानी सेना और तालिबान आतंकियों के बीच बुधवार से भीषण लड़ाई हो रही है। जिले के कैलाघो क्षेत्र में सुरक्षा बलों के जवाबी हमले में 13 पाकिस्तानियों सहित 31 तालिबानी आतंकवादियों की मौत हो गई। एक को जिंदा पकड़ लिया गया जबकि 15 अन्य घायल हुए हैं।
वहीं एक अन्य मुठभेड़ में अफगानिस्तान के दक्षिणी प्रांत कंधार में विदेशी सेना की मदद से अफगानी सैनिकों ने हवाई हमले में कम से कम दस तालिबानी आतंकियों को मार गिराया। स्थानीय पुलिस प्रवक्ता जमाल नासिर बरकजई ने गुरुवार को बताया कि पिछली रात हुए हमले में विदेशी सेना ने अफगानी सुरक्षाबलों को हवाई हमले में सहायाता प्रदान की थी। इसके अलावा टोलो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक कंधार के शवाली कोट जिले में सुरक्षा बलों के साथ झड़प में चार तालिबानी आतंकवादी मारे गए।
वाशिंगटन, 23 जुलाई (आईएएनएस)। डेमोक्रेटिक पार्टी के अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बिडेन ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को पहला नस्लवादी राष्ट्रपति कहा है। पोलिटिको न्यूज के मुताबिक, बिडेन ने बुधवार को एक वर्चुअल टाउनहॉल को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की, उन्होंने ट्रंप द्वारा कोरोनावायरस महामारी को चाइना वायरस, वुहान वायरस और कुंग फ्लू कहने के संदर्भ में यह टिप्पणी की।
पूर्व उपराष्ट्रपति ने कहा, किसी भी राष्ट्रपति ने कभी ऐसा नहीं किया है, कभी नहीं..किसी रिपब्लिकन राष्ट्रपति ने ऐसा नहीं किया है। किसी डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति ने भी नहीं किया है। हमारे पास नस्लवादी हैं और वे रहे हैं, और उन्होंने राष्ट्रपति बनने की कोशिश की।
उन्होंने कहा, लेकिन वह पहले हैं जो राष्ट्रपति बने। बाद में एक बिडेन के अभियान के प्रवक्ता ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा, कई नस्लवादी अमेरिकी राष्ट्रपति हुए हैं, लेकिन ट्रंप इसमे आगे हैं, विशेष रूप से आधुनिक इतिहास में - क्योंकि उन्होंने नस्लवाद को भुनाया और जीता।
पोलिटिको न्यूज के अनुसार, बिडेन की टिप्पणी के जवाब में, ट्रंप ने दावा किया कि किसी भी अन्य राष्ट्रपति ने अश्वेत, लैटिनो और एशियाई लोगों रोजगार के लिए उनके इतना काम नहीं किया है, विशेष रूप से कोरोनोवायरस महामारी के मद्देनजर।
न्यूयॉर्क, 23 जुलाई (वार्ता)। विश्व में कोरोना वायरस से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या 1.5 करोड़ के पार पहुंच गई है।
अमेरिका के जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केन्द्र (सीएसएसई) की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार बुधवार तक दुनियाभर में इससे 15008046 लोग प्रभावित हुए हैं। वहीं 617902 लोगों ने इसके कारण जान गंवाई है। इस महामारी से अमेरिका सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। यहां पर इस प्राण घातक विषाणु से 3919550 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 142350 लोगों की मृत्यु हुई है। अमेरिका के अलावा ब्राजील, भारत, रूस, दक्षिण अफ्रीका, पेरू, मेक्सिको तथा चिली में तीन लाख से अधिक लोग कोविड-19 से संक्रमित हुए हैं।
वाशिंगटन, 22 जुलाई (आईएएनएस)| एक अध्ययन से पता चला है कि कोविड-19 के ऐसे मामले, जिनमें वायरस का असर हल्का होता है, उन रोगियो में संक्रमण के बाद के पहले तीन महीनों में कोरोनावायरस के खिलाफ एंटीबॉडी तेजी से कम होते हैं। लॉस एंजेलिस के कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में एक शोध दल ने ऐसे 34 लोगों पर गहन अध्ययन किया है, जो हल्के कोविड-19 संक्रमण से उबर चुके थे।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, उन्होंने तीन महीने में दो से तीन बार अपने खून का परीक्षण कराया।
शोधकर्ताओं ने इन ठीक हो चुके रोगियों में एंटीबॉडीज में तेजी से गिरावट देखी, जो कि शरीर में संक्रमण को रोकने में मदद करने वाले प्रतिरक्षा प्रणाली के प्रोटीन हैं। द न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, प्रत्येक 73 दिनों में एंटीबॉडी का स्तर लगभग आधा हो गया।
अध्ययन में इन निष्कर्षों को लेकर चिंता व्यक्त की गई है कि सार्स-सीओवी-2 के खिलाफ मानव प्रतिरक्षा लंबे समय तक नहीं रह सकती है।
अध्ययन में यह भी कहा गया है कि 90 दिनों के बाद एंटीबॉडीज के स्तर को लेकर आगे अध्ययन की आवश्यकता होगी।
वेलिंगटन, 22 जुलाई (आईएएनएस)| न्यूजीलैंड के आव्रजन मंत्री इयान लीस-गैलोवे को एक महिला कर्मचारी के साथ अनुचित प्रेम संबंध रखने के कारण बुधवार को पद से हटा दिया गया। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उन्होंने लीस-गैलोवे को मंत्री पद से हटा दिया है।
अर्डर्न ने कहा कि उनके कार्यालय को एक तीसरे पक्ष से एक ईमेल मिला है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि लीस-गैलोवे के एक पूर्व कर्मचारी के साथ अनुचित संबंध थे, जो उनकी एक एजेंसी में काम करती थी।
अर्डर्न ने कहा कि इन आरोपों का सामना करते हुए, लीस-गैलोवे ने पुष्टि की कि सहमति से संबंध बना है और इसमें कोई ऐसी कर्मचारी शामिल रही, जिसने पहले उनके (गैलोवे के) कार्यालय में काम किया था।
अर्डर्न ने कहा कि मेरे लिए यह स्पष्ट हो गया कि एक मंत्री के रूप में उनके पद को स्वीकार नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कहा कि लीस-गैलोवे ने अपने कृत्य के लिए पूरी जिम्मेदारी ली और अगले चुनाव में खड़े नहीं होने का फैसला किया है।
लीस-गैलोवे ने एक बयान में कहा, "मैंने पद पर रहते हुए पूरी तरह से अनुचित काम किया है और एक मंत्री के रूप में पद पर नहीं बना रह सकता।"
वह सांसद का पद भी छोड़ेंगे।
इस्लामाबाद, 22 जुलाई (आईएएनएस)| इस्लामाबाद हाईकोर्ट (आईएचसी) ने पत्रकार मतिउल्ला जान के अपहरण के लिए बुधवार को पुलिस को फटकार लगाई और कहा कि इस घटना के लिए पूरा शासन जिम्मेदार है। जियो टीवी के मुताबिक, आईएचसी पत्रकार के अपहरण के संबंध में एक याचिका की सुनवाई कर रही थी। जान का अपहरण उनकी पत्नी के स्कूल के बाहर से किया गया था और लौटने से पहले लगभग 12 घंटे तक गायब रहे।
आईएचसी के मुख्य न्यायाधीश अतहर मिनल्ला ने सवालिया लहजे में कहा, "जिस तरह से एक पत्रकार को दिन दहाड़े अगवा किया गया, क्या सभी संस्थान नष्ट हो गए हैं?" उन्होंेने कहा, "किसी ने पुलिस की वर्दी पहनकर किसी शख्स का अपहरण करने की हिमाकत कैसे की?"
मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि अगर कानून का शासन नहीं चला तो पूरे देश में अराजकता फैल जाएगी।
उन्होंने हैरानी जताते हुए पूछा कि इस्लामाबाद पुलिस कहां थी?
उन्होंने कहा कि पत्रकारों के खिलाफ अपराध अब खत्म होने चाहिए।
मुख्य न्यायाधीश ने कहा, "आज जो हुआ, उसके लिए पूरा शासन जिम्मेदार है।" उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार को भी प्रेस की स्वतंत्रता के बारे में बात करनी चाहिए।
मुख्य न्यायाधीश ने पुलिस को यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने का निर्देश दिया कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
पत्रकार की कुशल बरामदगी के लिए याचिका दायर करने वाले वकील जहांगीर जादून ने कहा कि इस मामले को खत्म नहीं होना चाहिए और अदालत को घटना के संबंध में प्रगति रिपोर्ट मांगनी चाहिए।
मिनल्ला ने कहा कि इस संबंध में कदम उठाना राज्य की जिम्मेदारी है।
संयुक्त राष्ट्र, 22 जुलाई (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय बाल कोष (यूनिसेफ) की प्रमुख हेनरीटा फोरे ने आगाह करते हुए कहा है कि कोविड-19 महामारी एक वैश्विक बाल देखभाल (चाइल्डकेयर) संकट को और भी बदतर बना रहा है। संयुक्त राष्ट्र के एक अध्ययन के जारी होने के बाद फोरे ने यह टिप्पणी की है, जिसमें कोरोना से निपटने के उपायों के कारण कम से कम चार करोड़ बच्चे बचपन में प्रारंभिक शिक्षा से चूक गए हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, मंगलवार को प्रकाशित शोध, वैश्विक स्तर पर बच्चों की देखभाल स्थिति और प्रारंभिक शिक्षा पर प्रकाश डालता है और महामारी के कारण इन महत्वपूर्ण पारिवारिक सेवाओं के व्यापक रूप से बंद होने के कारण उत्पन्न व्यवधान का विश्लेषण भी करता है।
लॉकडाउन के कारण कई माता-पिता को बच्चों की देखभाल के लिए संघर्ष करना पड़ा है।
गरीब देशों में, छोटे बच्चों के साथ परिवारों के लिए गुजर-बसर करना और मुश्किल हो गया है।
अध्ययन से पता चलता है कि हाल के आंकड़ों के साथ 54 कम और मध्यम आय वाले देशों में, तीन और पांच साल की उम्र के लगभग 40 प्रतिशत बच्चों को अपने घर में किसी भी वयस्क से सामाजिक-भावनात्मक सहारा व प्रोत्साहन नहीं मिल रहा था।
फोरे ने कहा कि कोरोना महामारी बच्चों को शिक्षा पाने से रोक रही है।
यूनिसेफ प्रमुख ने कहा, "बच्चों की देखभाल और प्रारंभिक शिक्षा एक नींव का निर्माण करती है, जिस पर बच्चों के विकास का हर पहलू निर्भर करता है। महामारी उस नींव को गंभीर खतरे में डाल रही है।"
सैन फ्रांसिस्को, 22 जुलाई (आईएएनएस)। भारत द्वारा टिकटॉप पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद अब अमेरिका में भी टिकटॉक पर प्रतिबंध के आसार बढ़ गए हैं। शॉर्ट वीडियो-शेयरिंग प्लेटफॉर्म को डिवाइसों पर डाउनलोड करने से रोकने से संबंधित सरकार के प्रस्ताव के बाद इस एप पर प्रतिबंध की संभावना बढ़ गई है। पोलिटिको की सोमवार की रिपोर्ट के अनुसार, रिपब्लिकन नेता केन बक ने 741 अरब डॉलर के रक्षा नीति बिल के हिस्से के रूप में फेडरल डिवाइसों से टिकटॉक को प्रतिबंधित करने का प्रस्ताव दिया ।
सदन ने मंगलवार को मतदान के जरिए वित्त वर्ष 2021 के लिए राष्ट्रीय रक्षा प्राधिकरण अधिनियम पारित किया।
इस बात की अभी तक कोई गारंटी नहीं है कि प्रतिबंध एक अधिनियम बन जाएगा, क्योंकि सीनेट को इस सप्ताह के अंत में बिल के अपने संस्करण को पारित करने की उम्मीद है और इसके बाद दोनों चैंबर राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के लिए भेजने से पहले अपने मतभेदों को सुलझाएंगे।
लेकिन डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन पहले ही टिकटॉक के बारे में अपनी चिंताओं को जाहिर कर चुका है और यहां तक कि संकेत दिया है कि यह एप पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहा है।
इससे पहले, 29 जून को भारत ने 59 चीनी एप पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसमें वीडियो शेयरिंग एप टिकटॉक भी शामिल था।
सैन फ्रांसिस्को, 22 जुलाई (आईएएनएस)। ट्विटर ने मंगलवार को कहा कि वह साजिश रचने वाले समूह क्वनॉन से जुड़े 7,000 से अधिक अकाउंट्स को हटाने की दिशा में काम कर रहा है और ऐसा ऑफलाइन नुकसान पर नकेल कसने के लिए किया जा रहा है। इस समूह का उदय अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के युग में हुआ और इसके समर्थकों का मानना है कि ट्रंप 'डीप स्टेट' के गद्दारों के खिलाफ एक अंदरूनी लड़ाई लड़ रहे हैं।
ट्विटर ने कहा है कि इन खातों का निलंबन इस हफ्ते से शुरू होगा और ऑफलाइन नुकसान से संबंधित नीतियों का उल्लंघन करने के लिए कुल मिलाकर 150,000 खातों को प्रभावित किया जाएगा।
ट्विटर सपोर्ट ने ट्वीट करते हुए कहा, "हम पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि हम ऐसे बर्ताव पर मजबूत प्रवर्तन कार्रवाई करेंगे, जिनमें ऑफलाइन नुकसान को उकसाने की प्रवृत्ति होगी। इस ²ष्टिकोण के साथ हम इस सप्ताह तथाकथित क्यूएन की गतिविधि पर आगे की कार्रवाई करने जा रहे हैं।"
कंपनी ने कहा कि निलंबन को स्थायी रूप से उन खातों पर लागू किया जाएगा, जो हमारी बहु-खाता नीति के उल्लंघन में लगे हुए हैं, व्यक्तिगत पीड़ितों के आसपास दुर्व्यवहार का समन्वय कर रहे हैं या पिछले निलंबन से बचने का प्रयास कर रहे हैं।
ट्विटर की ओर से अब क्वोनॉन से जुड़ी उन विषय सामग्रियों की सिफारिश नहीं की जाएगी, जिनमें इनकी गतिविधि को उजागर किया जाता है या सुझावों के बारे में बताया जाता है व इसके साथ ही इससे जुड़े यूआरएल को भी ब्लॉक कर दिया जाएगा।
क्वोनॉन को पिजैगेट के साथ इसके संबंधों के चलते जाना जाता है, जो कि एक निराधार षड़यंत्र है जिसने पूर्व डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन पर वाशिंगटन डीसी पिज्जा प्लेस से सेक्स ट्रैफिकिंग रिंग चलाने का आरोप लगाया था।
साउथ अमेरिका , 22 जुलाई। समाचार एजेंसी AFP के मुताबिक, बोलिविया की पुलिस ने मंगलवार को बताया कि बीते 5 दिनों में उन्हें देश के प्रमुख शहरों की सड़कों और घरों से 400 से ज्यादा शव बरामद हुए हैं. पुलिस के मुताबिक टेस्ट में और शवों की हालत देखकर लग रहा है कि इनमें से 85% से भी ज्यादा कोरोना संक्रमित हैं, जो इलाज के अभाव में दम तोड़ चुके हैं.
सूक्रह. कोरोना संक्रमण से तो दुनिया के ज्यादातर देश जूझ रहे हैं लेकिन साउथ अमेरिकी देशों में हालात सबसे ज्यादा ख़राब है. बोलिविया की पुलिस ने मंगलवार को बताया कि बीते 5 दिनों में उन्हें देश के प्रमुख शहरों की सड़कों और घरों से 400 से ज्यादा शव बरामद हुए हैं. पुलिस के मुताबिक टेस्ट में और शवों की हालत देखकर लग रहा है कि इनमें से 85% से भी ज्यादा कोरोना संक्रमित हैं, जो इलाज के अभाव में दम तोड़ चुके हैं.
बोलीविया के शहर कोचाबांबा से ही करीब 191 शव बरामद किए गए हैं. इसके आलावा ला पाज़ शहर से 141 शव बरामद हुए हैं, जो या तो घरों में सड़ने लगे थे या फिर सड़कों पर बिखरे हुए थे. नेशनल पुलिस डायरेक्टर कर्नल इवान रोजास ने प्रेस कांफ्रेस में कहा कि ऐसी भयावह स्थिति उन्होंने पहले कभी नहीं देखी है. देश के सबसे बड़े शहर सांता क्रूज की सड़कों पर से भी 68 शव बरामद किए गए हैं. सिर्फ इसी शहर में देश के 50% के आस-पास कोरोना संक्रमण के केस मौजूद हैं. इस एक शहर में अभी तक 60 हज़ार से भी ज्यादा केस सामने आ चुके हैं.
85% हैं कोरोना संक्रमित
रोजास ने बताया कि बरामद हुए शवों में से 85% से भी ज्यादा कोरोना संक्रमित है, कुछ का टेस्ट किया जा चुका है जबकि बाकी के लक्षण देखकर इसका अंदाजा लगाया जा सकता है. इनमें से कुछ अन्य बीमारियों, भूख और हिंसा की घटनाओं में भी मारे गए हैं. नेशनल एपिडेमोलॉजी ऑफिस के मुताबिक सांता क्रूज के बाद अब ला पाज़ में कोरोना संक्रमण का हॉटस्पॉट बन गया है और यहां रोज़ हजारों की संख्या में नए केस सामने आ रहे हैं. डायरेक्टर ऑफ़ फोरेंसिक इन्वेस्टिगेशन आंद्रेस फ्लोरेस ने बताया कि 1 अप्रैल से अभी तक ऐसे 3000 से ज्यादा शव बरामद किए जा चुके हैं, जिनमें से ज्यादातर संक्रमित थे. बोलीविया में संक्रमण के 60 हज़ार से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं जबकि आधिकारिक रूप से 2200 मौतें हुईं हैं.
राष्ट्रपति भी संक्रमित
बोलिविया की अंतरिम राष्ट्रपति जीनिन अंज कोरोना वायरस से संक्रमित हो गई हैं. संक्रमण की पुष्टि करने हुए जीनिन ने कहा कि मैंने कोरोना वायरस का टेस्ट कराया था, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. उन्होंने यह भी कहा है कि वह आइसोलेशन में रहते हुए भी अपना काम जारी रखेंगी. जीनिन ने गुरुवार को एक ट्वीट में कहा कि 'मैंने हाल ही में कोरोना का टेस्ट कराया था, अब इसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. उन्होंने साथ ही कहा कि वह आइसोलेशन में जाएंगी और वहां रहते हुए भी अपना काम पहले की तरह जारी रखेंगी. उन्होंने यह भी लिखा कि मैं अच्छी हूं, मैं खुद को मजबूत महसूस कर रही हूं.
इस्लामाबाद, 21 जुलाई (आईएएनएस)| पाकिस्तान में प्रेस की स्वतंत्रता और पत्रकारों की सुरक्षा आज भी सबसे उपेक्षित पहलू है और आज भी यहां पत्रकारों को अपहरण का शिकार होना पड़ रहा है।
एक ताजा घटना में वरिष्ठ पत्रकार मतीउल्लाह जान को मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी इस्लामाबाद से दिनदहाड़े उठा लिया गया।
जान को पाकिस्तान के शक्तिशाली सैन्य प्रतिष्ठान की आलोचना के लिए जाना जाता है।
वह इस्लामाबाद के सेक्टर जी-6 में इस्लामाबाद मॉडल कॉलेज फॉर गर्ल्स के पास एक स्कूल के बाहर अपनी पत्नी का इंतजार कर रहे थे जो स्कूल में शिक्षिका हैं। इसी बीच, कम से कम तीन वाहनों में कुछ लोगों ने उनकी कार को घेर लिया, उन्हें उनकी कार से जबरन उतारा गया और उन्हें अपने साथ ले गए।
स्कूल का सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इसमें दिख रहा है कि जान को सिविल ड्रेस में और पुलिस की वर्दी में कुछ लोगों ने घेरा हुआ है।
उनके बेटे ने अपने पिता के ट्विटर हैंडल का इस्तेमाल कर अपहरण की पुष्टि की।
उन्होंने कहा, "मेरे पिता मतीउल्लाह को राजधानी इस्लामाबाद के बीचोबीच से अगवा कर लिया गया है। मैं मांग करता हूं कि उन्हें ढूंढा जाए और इस घटना में शामिल एजेंसियों को तुरंत जिम्मेदार ठहराया जाए। ईश्वर उन्हें सुरक्षित रखें।"
पत्रकार असमा शिराजी ने ट्वीट किया, "व्हाट द हेल? अज्ञात लोगों ने (मतीउल्लाह जान) को आबपारा से उठा लिया। क्या सच में वे अज्ञात हैं?"
पाकिस्तान के प्रमुख दैनिक डॉन के संपादक जफर अब्बास ने इस घटनाक्रम को 'बेहद परेशान करने वाला' और 'अत्यधिक निंदनीय' करार दिया और संपादकों से उनके लापता होने की खबर को प्रकाशित-प्रसारित करके अपनी भूमिका निभाने का आह्वान किया।
मानवाधिकार पर सीनेट फंक्शनल कमेटी के अध्यक्ष व पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के वरिष्ठ राजनेता मुस्तफा नवाज खोखर ने जान के अपहरण की जानकारी कमेटी को देने के लिए पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) को बुधवार को तलब किया है।
जान के भाई ने आरोप लगाया है कि उनके अपहरण के पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियां हो सकती हैं। उन्होंने कहा, "सीसीटीवी फुटेज से पता चल रहा है कि सिविल पोशाक वालों के साथ वर्दीधारी लोग भी थे। यह दर्शाता है कि एजेंसियों ने उन्हें उठाया है।"
जान की पत्नी कनीज सुगरा ने कहा कि उनके पति ने सुबह 10 बजे उन्हें स्कूल पर ड्राप किया और लगभग तीन घंटे बाद वह उन्हें लेने आने वाले थे।
सुगरा ने कहा, "वह मुझे छोड़कर गए और इसके एक घंटे बाद मैंने बाहर झगड़े जैसी आवाज सुनी। हालांकि, मैंने उस समय इसे गंभीरता से नहीं लिया।"
उन्होंने कहा, "मैंने मतीउल्लाह के फोन पर दोपहर सवा एक बजे कॉल की लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।"
सुगरा ने कहा कि उन्होंने कार में चाबी लगी देखा। कार की स्थिति से लगा कि जान को इससे जबरन निकाला गया।
खुलेआम, दिन के उजाले में मतीउल्लाह जान के अपहरण ने इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार पर गंभीर सवाल उठाए हैं। अंतर्राष्ट्रीय निकाय पत्रकार की सुरक्षित वापसी की मांग कर रहे हैं और देश में प्रेस की स्वतंत्रता के लंबे-चौड़े दावों पर सवाल उठा रहे हैं।
जान न्यायाधीशों के खिलाफ कथित रूप से अपमानजनक ट्वीट करने के मामले में बुधवार को पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट के सामने पेश होने वाले थे।
उनके अपहरण ने वैश्विक मानवाधिकार निकायों और पत्रकार संगठनों को परेशान किया है, जिन्होंने उनकी तत्काल रिहाई की मांग की है।
पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग ने ट्वीट किया, "सरकार को तुरंत पत्रकार की सुरक्षित बरामदगी सुनिश्चित करनी चाहिए। मतीउल्लाह जान के परिवार ने पुष्टि की है कि वह लापता हैं।"
एमनेस्टी इंटरनेशनल साउथ एशिया ने ट्वीट किया, "हम मतीउल्लाह की हालत व सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित हैं। वह अपनी पत्रकारिता के लिए शारीरिक हमलों और उत्पीड़न का सामना करते रहे हैं। अधिकारियों को तुरंत उनके बारे में पता करना चाहिए।"
पत्रकार संगठन सीपीजे एशिया ने ट्वीट किया, "हम मतीउल्लाह जान के कथित अपहरण के बारे में बेहद चिंतित हैं। उन्हें तुरंत रिहा कर उनके परिवार के पास भेजा जाना चाहिए।"
बीजिंग, 21 जुलाई (आईएएनएस)| पेइचिंग में 20 जुलाई से प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थितियों के लिए आपातकालीन प्रतिक्रिया स्तर को दूसरे स्तर से तीसरे स्तर (मध्य जोखिम से कम जोखिम) में परिवर्तित कर दिया गया है। पार्क, संग्रहालय, खेल प्रतियोगिता आदि फिर से जनता के लिये खुल जाएंगे। साथ ही समूचे चीन में कम जोखिम वाले क्षेत्रों में 20 जुलाई से सिनेमा हॉल फिर एक बार खुल जाएंगे। पेइचिंग नगरपालिका सरकार की उप महासचिव छन पेई ने कहा कि आपातकालीन प्रतिक्रिया स्तर को तीसरे स्तर तक बदलने के बाद यात्रियों की संख्या को 50 प्रतिशत के मापदंड के आधार पर सीमित कर पार्क, पर्यटन स्थल, व्यायामशाला, पुस्तकालय, संग्रहालय, कला दीर्घा आदि स्थलों को खोला जाएगा।
आपातकालीन योजना तैयार करने की पूर्वशर्त पर 500 व्यक्तियों वाले सम्मेलन का आयोजन किया जा सकेगा और स्थिति के अनुसार सम्मेलन के पैमाने का समायोजन किया जाएगा।
20 जुलाई से कम जोखिम वाले क्षेत्रों में सिनेमा हॉल का संचालन फिर शुरू होगा। गौरतलब है कि 24 जनवरी से सभी सिनेमा हॉल बंद कर दिये गये थे। 6 महीनों के बाद उनका संचालन फिर शुरू होगा। यह सभी फिल्म प्रेमियों के लिये एक अच्छी खबर है।
सिनेमा हॉल को छोड़कर हाल ही में चीन के कई क्षेत्रों में प्रांत-पार पर्यटन भी शुरू हुआ। विशेषज्ञों ने सलाह दी कि बाहर पर्यटन करने के दौरान लोगों को अच्छी तरह से व्यक्तिगत रक्षात्मक कदम उठाने चाहिये।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
-- आईएएनएस
सात महीनों बाद मंगल पहुंचेगा
बीजिंग, 21 जुलाई (आईएएनएस)| संयुक्त अरब अमीरात के पहले मंगलयान 'अमल' (होप) को दक्षिणी जापान के तनेगाशिमा अंतरिक्ष केंद्र से सफलतापूर्वक प्रक्षेपित कर दिया गया। अनुमान है कि यह मंगलयान साल 2021 में मंगल ग्रह की परिक्रमा करेगा और मंगल ग्रह के वातावरण का वैज्ञानिक सर्वेक्षण करेगा। यह अरब देशों का पहला मंगल सर्वेक्षण यान है। पिछले हफ्ते खराब मौसम के कारण इस मंगलयान के प्रक्षेपण को स्थगित करना पड़ा था।
गौरतलब है कि मंगलयान 'अमल' संयुक्त अरब अमीरात का पहला मंगलयान है, जिसकी कुल लम्बाई 2.9 मीटर और चौड़ाई 2.37 मीटर है। इसमें कुल 1.5 टन का ईंधन है, जिसका कुल आकार एक छोटी मोटर गाड़ी के बराबर है। करीब सात महीनों के बाद साल 2021 की शुरूआत में यानी संयुक्त अरब अमीरात की स्थापना की 50वीं जयंती के अवसर पर यह मंगलयान मंगल ग्रह की कक्ष में पहुंचेगा और लगभग 687 दिनों का सर्वेक्षण मिशन निभाएगा। संयुक्त अरब अमीरात भी अमेरिका, रूस, यूरोपीय ब्यूरो और भारत के बाद विश्व में मंगल सर्वेक्षण करने वाला पांचवां देश या संगठन बन गया है।
चूंकि संयुक्त अरब अमीरात में अंतरिक्ष उद्योग के पूरे विकास का अभाव है, इसलिए अपने मंगल मिशन को अमेरिका और जापान के साथ सहयोग कर बनाया है। संयुक्त अरब अमीरात ने अमेरिका के साथ मंगलयान बनाया, जबकि वाहन रॉकेट और प्रक्षेपण स्थल जापान द्वारा प्रदान दिया गया है। ( साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग )
इस्लामाबाद, 21 जुलाई (आईएएनएस)| पाकिस्तान की कुल जनसंख्या 22.9 करोड़ आंकी गई है और यह प्रति जोड़े 3.6 बच्चों की वार्षिक प्रजनन दर के साथ तेजी से बढ़ रही है। एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है। डॉन न्यूज ने सोमवार को बताया कि अमेरिकी जनसंख्या संदर्भ ब्यूरो द्वारा जारी 2020 की विश्व जनसंख्या डेटा शीट का यह भी अनुमान है कि दुनिया में आज कुल 7.8 अरब लोग हैं।
कोविड-19 संकट का उल्लेख करते हुए रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि "शहरी क्षेत्रों में जनसंख्या घनत्व, घरेलू आकार और लोगों की उम्र महामारी के प्रति कमजोर बनाती है।"
रिपोर्ट ने अफगानिस्तान और पाकिस्तान को सबसे तेजी से बढ़ती आबादी के रूप में दर्शाया गया है।
अफगानिस्तान में पाकिस्तान की तुलना में तेज दर है, जो प्रति जोड़ा 4.5 है। लेकिन उच्च मृत्यु दर और कम जीवन प्रत्याशा के कारण, देश की कुल जनसंख्या अभी भी 3.89 करोड़ है।
पाकिस्तान की दर 3.6 है, इससे 19.4 वर्षों में जनसंख्या दोगुनी हो जाएगी।
देश को अपनी जनसंख्या को कम करने के लिए अपनी आबादी दर को प्रति वर्ष 2 प्रतिशत तक लाने की आवश्यकता है।
रिपोर्ट के मुताबिक, रिप्लेसमेंट फर्टिलिटी रेट 2.1 है।
कुल 1.424 अरब की जनसंख्या के साथ चीन अभी भी दुनिया में सबसे बड़ी आबादी वाला देश है, लेकिन यह प्रजनन दर को घटाकर 1.5 करने में सक्षम रहा है। इस एशियाई देश की आबादी 2050 तक घटने का अनुमान है।
रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि 1.4 अरब लोगों के साथ, भारत दुनिया में दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला देश है, लेकिन इसकी प्रजनन दर घटकर 2.2 हो गई है।
--आईएएनएस
बीजिंग, 20 जुलाई। चीनी स्मार्टफोन निर्माण कंपनी वीवो की तरफ से एक ऐसे स्मार्टफोन पर काम किया जा रहा है, जो फुल स्क्रीन डिस्प्ले के साथ उपलब्ध होगा और इसके नीचे का हिस्सा घूम जाएगा। इस फोन का पेटेंट डिजाइन सामने आया है जिसमें यह दिखता है कि इसके निचले हिस्से को 180 डिग्री तक घुमाया जा सकता है।
गिज्मोचाइना की रिपोर्ट के मुताबिक, इस पेंटेट डिजाइन के डायग्राम के आधार पर पता चलता है कि फोन में दो अलग-अलग स्क्रीन होगी - एक बड़ा हिस्सा होगा और एक निचला घुमावदार हिस्सा मौजूद होगा।
डायग्राम से यह भी पता चलता है कि स्क्रीन के बिल्कुल पीछे घूम जाने के बाद भी इसे इस्तेमाल किया जा सकेगा।
फोन के निचले हिस्से के घुमावदार होने के अलावा इसके बाकी के फीचर्स अन्य सामान्य एंड्रॉयड फोन के समान ही होंगे।
फोन के सामने वाले हिस्से में ऊपर बिल्कुल बीचोंबीच एक पंच-होल कैमरा मॉड्यूल होगा। वॉल्यूम बटन दाहिने किनारे पर स्थित होंगे और वायएचई पावर बटन बाईं ओर होगी।
डायग्राम में फिंगरप्रिंट स्कैनर नहीं दिखाई पड़ी है जिसका मतलब यह है कि इसमें संभावना इन-डिस्प्ले सेंसर दिए जाने की ही है।
फोन में पीछे की ओर तीन बड़े कैमरा सेंसर हॉरिजॉन्टल मॉड्यूल में दिए जाएंगे। (IANS)
वाशिंगटन, 20 जुलाई (आईएएनएस)। वाशिंगटन डीसी में गोलीबारी की एक घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि आठ अन्य घायल हो गए। यह जानकारी पुलिस ने दी।
गोलीबारी की घटना रविवार को 14 स्ट्रीट और स्प्रिंग रोड पर हुई। डीसी पुलिस प्रमुख पीटर न्यूजहैम ने एक प्रेस ब्रीफ में यह जानकारी दी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि तीन लोगों में से दो लंबी बंदूकों के साथ और एक व्यक्ति पिस्तौल के साथ था, जिन्होंने लोगों के एक समूह पर निशाना बनाकर गोलीबारी को अंजाम दिया।
न्यूज हैम के अनुसार, कुल नौ लोगों को अस्पताल भेजा गया है, जिसमें आठ पुरुष और एक महिला शामिल है। घायलों में से ही एक को मृत घोषित किया जा चुका है, जबकि दो गंभीर हालत में हैं। वहीं बाकी घायल खतरे से बाहर हैं। डीसी पुलिस विभाग ने एक ट्वीट में कहा कि घटना की जांच की जा रही है।
मास्को, 19 जुलाई (स्पूतनिक)। जी-20 देशों ने वैश्विक महामारी कोरोना संकट के बीच लोगों की जिंदगी बचाने और उनकी आय के साधनों का संरक्षण करने को लेकर प्रतिबद्धता जताई है। जी-20 देशों के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों की शनिवार को हुई बैठक के बाद एक संयुक्त वक्तव्य जारी कर यह प्रतिबद्धता जताई गयी।
वक्तव्य के मुताबिक जी-20 देशों ने कहा, हम लोगों के जीवन, नौकरियों और आय की सुरक्षा के लिए सभी उपलब्ध एवं संभव नीतियों को अपनाने को लेकर प्रतिबद्ध हैं। यह वैश्विक अर्थव्यवस्था को बचाने और वित्तीय प्रणाली को बनाए रखने के लिए आवश्यक है। जी-20 देशों के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों की यह तीसरी बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये हुई।
वक्तव्य के मुताबिक, समावेशी विकास को बढ़ावा देने के लिए हम अपनी प्रतिबद्धताओं को दोहराते हुए आश्वासन देते हैं कि असमानताओं को कम करने के अपने प्रयासों को जारी रखेंगे। कोरोना से प्रभावित समाज के वंचित तबके की मदद करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठायेंगे। जी-20 समूह के देशों के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों की अगली बैठक अक्टूबर 2020 में होगी।
गौरतलब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 11 मार्च को कोरोना को महामारी घोषित किया था। अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केन्द्र (सीएसएसई) की ओर से जारी किए गए ताजा आंकड़ों के मुताबिक दुनिया भर में कोरोना संक्रमण के 1.42 करोड़ से अधिक मामलों की पुष्टि हो चुकी है जबकि इस महामारी से छह लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
बीजिंग/जिनेवा/नई दिल्ली, 18 जुलाई (वार्ता)। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) का कहर तेजी से बढ़ता जा रहा है और दुनियाभर में इससे अब तक 1.40 करोड़ से अधिक लोग प्रभावित हो चुके हैं तथा छह लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
कोविड-19 के संक्रमितों के मामले में अमेरिका दुनिया भर में पहले, ब्राजील दूसरे और भारत तीसरे स्थान पर है। वहीं इस महामारी से हुई मौतों के आंकड़ों के मामले में अमेरिका पहले, ब्राजील दूसरे और ब्रिटेन तीसरे स्थान पर है जबकि भारत मृतकों की संख्या के मामले में आठवें स्थान पर है।
अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केन्द्र (सीएसएसई) की ओर से जारी किये गये आंकड़ों के अनुसार विश्व भर में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1,40,60,402 हो गयी है जबकि अब तक इस महामारी के कारण 601820 लोगों ने जान गंवाई है।
विश्व महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कोरोना से अब तक 36,41539 लोग संक्रमित हो चुके हैं तथा 1,39,176 लोगों की मौत हो चुकी है। ब्राजील में अब तक 20,46,328 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं जबकि 77851 लोगों की मौत हो चुकी है।
भारत में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना के 34884 नये मामले सामने आये हैं और इसके साथ ही यहां इससे संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या
10,38,716 हो गयी है। देश में अब तक कुल 6,53,751 मरीज स्वस्थ हुए हैं जबकि 26,273 लोगों की इस महामारी से मौत हो चुकी है। देश में वर्तमान में 3,58,692 सक्रिय मामले हैं।
रूस कोविड-19 के मामलों में चौथे नंबर पर है और यहां इसके संक्रमण से अब तक 7,58,001 लोग प्रभावित हुए हैं तथा 12,106 लोगों ने जान गंवाई है। पेरू में लगातार हालात खराब होते जा रहे है वह इस सूची में पांचवें नम्बर पर पहुंच गया है। यहां संक्रमितों की संख्या 3,45,537 हो गई तथा 12,799 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना से संक्रमित होने के मामले में दक्षिण अफ्रीका सातवें स्थान पर पहुंच गया है। यहां इससे अब तक 3,37594 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 4804 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं मैक्सिको में कोरोना से अब तक 3,31298 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 38310 लोगों की मौत हुई है। कोविड-19 से संक्रमित होने के मामले चिली अब छठे नंबर पर पहुंच गया है। यहां इससे अब तक 3,26,439 लोग संक्रमित हुए हैं और मृतकों की संख्या 8347 है।
ब्रिटेन संक्रमण के मामले में नौवें नंबर पर है। यहां अब तक इस महामारी से 2,94,803 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 45,318 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।
वहीं खाड़ी देश ईरान में संक्रमितों की संख्या 2,69,440 हो गई है और 13,791 लोगों की इसके कारण मौत हुई है। वहीं स्पेन में कोरोना संक्रमितों की संख्या 2,60,255 है जबकि 28,420 लोगों की मौत हो चुकी है। पड़ोसी देश पाकिस्तान में कोरोना से अब तक 2,59,999 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 5475 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं सऊदी अरब में कोरोना संक्रमण से अब तक 2,45,851 लोग प्रभावित हुए हैं तथा 2407 लोगों की मौत हो चुकी है। यूरोपीय देश इटली में इस जानलेवा विषाणु से 2,43,967 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 35,028 लोगों की मौत हुई है। तुर्की में कोरोना संक्रमितों की संख्या 2,17,799 हो गयी है और 5458 लोगों की मौत हो चुकी है। फ्रांस में कोरोना संक्रमितों की संख्या 2,11,943 हैं और 30,155 लोगों की मौत हो चुकी है। जर्मनी में 2,02,045 लोग संक्रमित हुए हैं और 9088 लोगों की मौत हुई है।
बंगलादेश में 1,99,357 लोग कोरोना की चपेट में आए हैं जबकि 2547 लोगों की इस बीमारी से मौत हो चुकी है। कोरोना वायरस से नीदरलैंड में 12295, बेल्जियम में 9795, कनाडा में 8884, स्वीडन में 5619, इचडोर में 5250, मिस्र में 4188, इंडोनेशिया में 3957, इराक में 3616, स्विट्जरलैंड में 1969, रोमानिया में 1988, अर्जेंटीना में 2178, बोलीविया में 20, आयरलैंड में 1752 और पुर्तगाल में 1682 लोगों की मौत हो चुकी है।
बीजिंग/जिनेवा/नई दिल्ली, 17 जुलाई (वार्ता)। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का कहर तेजी से बढ़ता जा रहा है और दुनियाभर में इसके कारण अब तक 5.89 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है तथा 1.37 करोड़ से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
कोविड-19 के संक्रमितों के मामले में अमेरिका दुनिया भर में पहले, ब्राजील दूसरे और भारत तीसरे स्थान पर है। वहीं इस महामारी से हुई मौतों के आंकड़ों के मामले में अमेरिका पहले, ब्राजील दूसरे और ब्रिटेन तीसरे स्थान पर है जबकि भारत मृतकों की संख्या के मामले में आठवें स्थान पर है।
अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केन्द्र (सीएसएसई) की ओर से जारी किये गये आंकड़ों के अनुसार विश्व भर में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1,37,892,73 हो गयी है जबकि अब तक इस महामारी के कारण 5,84,990 लोगों ने जान गंवाई है।
विश्व महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कोरोना से अब तक 3754371 लोग संक्रमित हो चुके हैं तथा 1,38339 लोगों की मौत हो चुकी है। ब्राजील में अब तक 2012151 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं जबकि 76688 लोगों की मौत हो चुकी है।
भारत में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना संक्रमण के 34956 नये मामले सामने आये हैं और इसके बाद संक्रमितों की संख्या 1003832 हो गयी है। वहीं इस दौरान 687 लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या 25602 हो गई है। संक्रमण के तेजी से बढ़ रहे मामलों के बीच राहत की बात यह है कि इससे स्वस्थ होने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। देश में अब तक 635757 मरीज रोगमुक्त हो चुके हैं। देश में अभी कोरोना के 342473 सक्रिय मामले हैं।
रूस कोविड-19 के मामलों में चौथे नंबर पर है और यहां इसके संक्रमण से अब तक 7,51,612 लोग प्रभावित हुए हैं तथा 11,920 लोगों ने जान गंवाई है। पेरू में लगातार हालात खराब होते जा रहे है वह इस सूची में पांचवें नम्बर पर पहुंच गया है। यहां संक्रमितों की संख्या 3,41,586 हो गई तथा 12,615 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना से संक्रमित होने के मामले में दक्षिण अफ्रीका छठे स्थान पर पहुंच गया है। यहां इससे अब तक 324221 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 4669 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं मैक्सिको में कोरोना से अब तक 3,24041 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 37574 लोगों की मौत हुई है। कोविड-19 से संक्रमित होने के मामले चिली अब आठवें नंबर पहुंच गया है। यहां इससे अब तक 3,23698 लोग संक्रमित हुए हैं और मृतकों की संख्या 77290 है।
ब्रिटेन संक्रमण के मामले में नौवें नंबर पर है। यहां अब तक इस महामारी से 2,94114 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 45,204 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।
वहीं खाड़ी देश ईरान में संक्रमितों की संख्या 2,67,061 हो गई है और 13,608 लोगों की इसके कारण मौत हुई है। वहीं स्पेन में कोरोना संक्रमितों की संख्या 2,58,855 है जबकि 28,416 लोगों की मौत हो चुकी है। पड़ोसी देश पाकिस्तान में कोरोना से अब तक 2,57,914 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 5426 लोगों की मौत हो चुकी है।
यूरोपीय देश इटली में इस जानलेवा विषाणु से 2,43,736 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 35017 लोगों की मौत हुई है। सऊदी अरब में कोरोना संक्रमण से अब तक 2,43,238 लोग प्रभावित हुए हैं तथा 2370 लोगों की मौत हो चुकी है। तुर्की में कोरोना संक्रमितों की संख्या 2,16873 हो गयी है और 5440 लोगों की मौत हो चुकी है। फ्रांस में कोरोना संक्रमितों की संख्या 2,11102 हैं और 30,141 लोगों की मौत हो चुकी है। जर्मनी में 2,01,450 लोग संक्रमित हुए हैं और 9086 लोगों की मौत हुई है।
बंगलादेश में 1,96323 लोग कोरोना की चपेट में आए हैं जबकि 2496 लोगों की इस बीमारी से मौत हो चुकी है। कोरोना वायरस से बेल्जियम में 9792, कनाडा में 8875, नीदरलैंड में 6156, स्वीडन में 5593, इक्वाडोर में 5207, मिस्र में 4129, इंडोनेशिया में 3873, इराक में 3522, स्विट्जरलैंड में 1969, रोमानिया में 1971, अर्जेंटीना में 2112, बोलीविया में 1984, आयरलैंड में 1749 और पुर्तगाल में 1679 लोगों की मौत हो चुकी है।
नई दिल्ली, 16 जुलाई। पाकिस्तान ने कहा है कि कुलभूषण जाधव को भारत के अनुरोध पर गुरुवार को कॉन्सुलर एक्सेस दिया गया. जाधव को दूसरी बार कॉन्सुलर एक्सेस मिला है. इससे पहले पिछले साल सितंबर में भी उन्हें कॉन्सुलर एक्सेस मिला था.
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि कॉन्सुलर रिलेशंस पर वियना कन्वेंशन के तहत भारत को ये मौक़ा दिया गया है. 25 दिसंबर 2017 को कुलभूषण जाधव की माँ और पत्नी को भी उनसे मिलने का मौक़ा मिला था.
विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है- इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग के दो अधिकारियों को बिना किसी रुकावट और बिना किसी बाधा के स्थानीय समय के मुताबिक़ तीन बजे उनसे मिलवाया गया.
पाकिस्तान का दावा है कि जाधव को 3 मार्च 2016 को बलूचिस्तान में एक कार्रवाई के दौरान गिरफ़्तार किया गया था. पाकिस्तान ये भी कहता है कि पूछताछ के दौरान कुलभूषण जाधव ने पाकिस्तान में आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने की बात स्वीकार की है.
हालांकि भारत इन सबका खंडन करता है. भारत का कहना है कि वो एक पूर्व नौसेना अधिकारी और बिज़नेसमैन हैं. इसी महीने के शुरू में पाकिस्तान ने कहा था कि कुलभूषण जाधव ने अपनी फाँसी की सज़ा के ख़िलाफ़ अपील करने से मना कर दिया है.
जाधव की रहम की अपील पाकिस्तान के राष्ट्रपति के सामने भी लंबित है. भारत ने जाधव के अपील दाख़िल न करने के पाकिस्तान के दावे को ख़ारिज करते हुए कहा था कि ये पाकिस्तान के उसी स्वांग का हिस्सा है 'जो खेल वो पिछले चार सालों से रचता रहा है'.
भारत का कहना है कि पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव को मजबूर किया है कि वो पुनर्विचार याचिका नहीं दाख़िल करें. जाधव को 2017 में पाकिस्तान की एक फ़ौजी अदालत ने जासूसी और अन्य मामलों में मौत की सज़ा सुनाई थी.
भारत ने कुलभूषण जाधव के मामले में इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ़ जस्टिस से अपील की थी कि वो भारतीय नागरिक को रिहा करे. (BBC)
नई दिल्ली, 16 जुलाई। माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर ढेरों बड़े सिलेब्रिटीज के अकाउंट हैक होने का मामला सामने आया है। ना सिर्फ ढेरों सिलेब्स के अकाउंट हैक हुए बल्कि स्कैमर्स ने हैक किए गए अकाउंट्स की मदद से सोशल मीडिया यूजर्स से क्रिप्टोकरंसी बिटकॉइन भी उन्हें भेजने को कहा। हैक किए गए अकाउंट्स एक के बाद एक बढ़ते गए और ऐपल, एलन मस्क, जेफ बेजोस के बाद जॉन बिडेन, बराक ओबामा, उबर, माइक्रोसॉफ्ट को-फाउंडर बिल गेट्स और कई बिटकॉइन स्पेशलिटी फम्र्स के अकाउंट हैक हो गए।
माइक्रोब्लॉगिंग सर्विस ने एक ट्वीट कर कहा, हमें ट्विटर अकाउंट्स के साथ हुए एक सिक्यॉरिटी इंसीडेंट के बारे में पता चला है। ट्विटर ने कहा कि हम इस मामले की जांच कर रहे हैं और इसे फिक्स करने के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। सभी को जल्द ही अपडेट देते रहेंगे। बताया कि ट्विटर ने हैक किए गए अकाउंट्स फौरन लॉक कर दिए और हैकर्स की ओर से किए गए फर्जी ट्वीट्स को भी फौरन डिलीट कर दिया गया।
ट्विटर सपॉर्ट टीम ने एक ट्वीट में कहा कि हो सकता है कि इस हैकिंग इवेंट का अड्रेस पता लगने तक आप अपने अकाउंट का पासवर्ड रिसेट ना कर सकें या फिर ट्वीट ना कर पाएं। अकाउंट्स हैक किए जाने के बाद स्कैमर्स की ओर से ट्वीट कर कहा गया कि अगले आधे घंटे में अगर कोई यूजर 1000 डॉलर बिटकॉइन में भेजते हैं, तो उन्हें दोगुनी कीमत की क्रिप्टोकरंसी भेजी जाएगी। जेमिनी क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज को फाउंडर ने कहा, यह एक स्कैम है, इसमें हिस्सा ना लें।
क्रिप्टोकरंसीज में होने वाले ट्रांसफर को मॉनीटर करने वाली साइट ने बताया कि करीब 12.58 बिटकॉइन स्कैमर्स की ओर से बताए गए ईमेल अड्रेसेज पर भेजे गए और इनकी वैल्यू 116,000 डॉलर ( करीब 87.2 लाख रुपये) होती है। लगभग हर ट्वीट में स्कैमर्स ने लिखा कि अकाउंट होल्डर अपने फॉलोअर्स को बिटकॉइन दे रहे हैं और इसके लिए उन्हें बताए गए अड्रैस पर बिटकॉइन भेजने होंगे। कई ट्वीट्स में यूजर्स को दिए गए लिंक पर क्लिक करने को भी कहा गया। (navbharattimes.indiatimes.com)