राष्ट्रीय
नई दिल्ली, 8 नवंबर | राजद, कांग्रेस और वाम दलों का महागठबंधन बिहार चुनाव में राज्य के अधिकांश हिस्सों में राजग से बढ़त बनाता दिख रहा है। आईएएनएस-सीवोटर बिहार एग्जिट पोल ने यह संभावना जताई है। महागठबंधन में राष्ट्रीय जनता दल (राजद), कांग्रेस और वाम दल शामिल हैं, जबकि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में सत्तारूढ़ जनता दल-यूनाइटेड (जदयू), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के नेतृत्व वाली हम और मुकेश साहनी के नेतृत्व वाली वीआईपी शामिल है।
आईएएनएस सीवोटर बिहार एग्जिट पोल के अनुसार, महागठबंधन को 120 सीटों पर जीत मिलने की संभावना है और वह 243 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के जादुई आंकड़े 122 से दो कदम ही दूर रहेगी और इसने तिरहुत क्षेत्र को छोड़कर जिला मानचित्रण के आधार पर अधिकांश भौगोलिक क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन किया है।
आईएएनएस सीवोटर एग्जिट पोल में कहा गया है कि अंग क्षेत्र में 23 सीटों में से महागठबंधन को 12 सीटों पर जीत की संभावना है, जबकि यहां से राजग को 11 सीटें मिल सकती हैं। इसी तरह भोजपुर की 52 विधानसभा सीटों में से महागठबंधन को 26 सीटों पर जीत मिल सकती है, जबकि राजग की 23 सीटों पर जीत की संभावना है। भोजपुर की तीन सीटों पर अन्य को जीत मिल सकती है।
मगध क्षेत्र में महागठबंधन और राजग के बीच कांटे की टक्कर है और यहां की 52 सीटों पर दोनों की ओर से 26-26 सीटें जीतने की संभावना है।
मिथिला क्षेत्र की 43 सीटों में से 22 सीटों पर महागठबंधन जीतता दिख रहा है, जबकि 20 सीटों पर राजग और एक सीट अन्य के खाते में जा सकती है। सीमांचल (नेपाल की सीमा से सटे जिले) की 24 सीटों में से महागठबधंन फिर से एनडीए पर बढ़त बनाता दिखा है, क्योंकि यहां उसे 14 सीटों पर जीत मिलने की संभावना है, जबकि राजग को यहां 10 सीटों पर जीत मिलने की संभावना है।
राजग तिरहुत क्षेत्र में मजबूत दिख रहा है, क्योंकि यहां उसकी 49 में से 26 सीटें जीतने की संभावना है, जबकि महागठबंधन यहां से 20 सीटें जीत सकता है। इसके अलावा इस क्षेत्र की तीन सीटें अन्य के खाते में जाती दिख रही हैं।
लोकसभा मानचित्रण के अनुसार आईएएनएस-सीवोटर एक्जिट पोल ने भविष्यवाणी की है कि महागठबंधन ने उत्तर बिहार को छोड़कर सभी क्षेत्रों में राजग पर बढ़त हासिल की है।
इसमें संभावना जताई गई है कि पूर्वी बिहार में महागठबंधन 27 में से 15 विधानसभा सीटें जीत सकता है, जबकि 12 पर राजग की जीत की संभावना है। मगध-भोजपुर क्षेत्र में महागठबंधन को 69 में से 34 सीटों पर जीत मिल सकती है जबकि राजग को यहां 32 और अन्य को तीन सीटों पर जीत मिलने की संभावना है।
सीमांचल क्षेत्र में महागठबंधन 24 में से 14 सीटें जीत सकता है, जबकि राजग यहां से 10 सीटें ही हासिल कर पाएगी।
हालांकि राजग उत्तर बिहार का नेतृत्व करता दिख रहा है, क्योंकि यहां वह 73 में से 39 सीटें जीत सकता है, जबकि महागठबंधन के 31 सीटों पर जीतने की संभावना है। इसके अलावा यहां तीन सीटों पर अन्य की जीत हो सकती है।
बिहार में शनिवार को शाम छह बजे तीसरे और अंतिम चरण का मतदान संपन्न हुआ। पहले चरण का मतदान 28 अक्टूबर को हुआ था, जबकि दूसरा चरण तीन नवंबर को हुआ था। मतों की गिनती 10 नवंबर को होगी।
राजद ने 2015 के विधानसभा चुनावों में 80 सीटें जीती थीं, जबकि जदयू ने 71 सीटें जीती थीं। भाजपा ने उस चुनाव में 53 सीटें जीती थीं और लोजपा ने दो सीटों पर जीत दर्ज की थी।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 8 नवंबर | बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए और महागठबंधन को मिश्रित वोट शेयर हासिल हुए हैं। जनसांख्यिकीय पर आधारित आईएएनएस-सीवोटर एग्जिट पोल से यह जानकारी मिली। एग्जिट पोल के अनुसार, 3000 रुपये आयवर्ग वाले 38.1 प्रतिशत लोगों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई वाली एनडीए के पक्ष में वोट दिया है, जबकि इस समूह के 35.6 प्रतिशत लोगों ने तेजस्वी यादव की अगुवाई वाली महागठबंधन पर भरोसा जताया है।
3,000 से 6000 रुपये कमाने वाले आयवर्ग के लोगों ने महागठबंधन को 37.6 प्रतिशत वोट शेयर के साथ अतिरिक्त मजबूती प्रदान की है, जबकि 36.3 प्रतिशत ने एनडीए को वोट दिया है। इसी वर्ग के 26 प्रतिशत समर्थकों ने अन्य पार्टियों को वोट दिया है।
6,000 से 10,000 रुपये कमाने वाले समूह ने 39.9 प्रतिशत वोट शेयर के साथ महागठबंधन का तो 34.6 प्रतिशत लोगों ने एनडीए का समर्थन किया है। वहीं 10,000 से 20,000 आयवर्ग के 39.3 प्रतिशत लोगों ने एनडीए और 36.1 प्रतिशत लोगों ने महागठबंधन को वोट दिया है।
50,000 से एक लाख रुपये कमाने वाले आयसमूह ने महागठबंधन को 39.6 प्रतिशत मत शेयर प्रदान किया है। जबकि इस समूह के 35.5 प्रतिशत लोगों ने एनडीए को वोट दिया है। वहीं एक लाख रुपये से अधिक कमाने वाले लोगों में से 40.9 प्रतिशत लोगों ने एनडीए को वोट दिया है, जबकि इस आयवर्ग के 34 प्रतिशत लोगों ने महागठबंधन को वोट दिया है।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 8 नवंबर | केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी कर एक जनवरी, 2021 से पुराने वाहनों के लिए फास्टैग होना जरूरी कर दिया। एक दिसंबर, 2017 से पहले बेचे गए एम और एन श्रेणी के चार पहिया वाहनों के लिए फास्टैग होना अनिवार्य कर दिया। इसके लिए केंद्रीय मोटर वाहन नियम, 1989 में संशोधन किया गया। मंत्रालय ने इसे लेकर बीते छह नवंबर को अधिसूचना जारी कर दी। केंद्रीय मोटर वाहन नियम, 1989 के अनुसार, एक दिसंबर 2017 से नए चार पहिया वाहनों के सभी तरह के पंजीकरण के लिए फास्टैग अनिवार्य कर दिया गया था और वाहन विनिर्माता या उनके डीलर फास्टैग की आपूर्ति कर रहे हैं। साथ ही यह अनिवार्य किया गया था कि परिवहन वाहनों के लिए फास्टैग लगने के बाद ही फिटनेस प्रमाणपत्र का नवीनीकरण किया जाएगा। इसके अलावा राष्ट्रीय परमिट वाहनों के लिए भी एक अक्टूबर, 2019 से फास्टैग चिपकाना अनिवार्य है।
फॉर्म 51 में संशोधन के जरिए यह भी अनिवार्य कर दिया गया है कि एक नई थर्ड पार्टी बीमा लेते समय वैध फास्टैग का होना अनिवार्य है। इसमें फास्टैग आईडी का ब्यौरा शामिल होगा। यह एक अप्रैल, 2021 से प्रभाव में आने के साथ लागू होगा।
यह अधिसूचना केवल इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से टोल प्लाजा पर शुल्क का 100 प्रतिशत भुगतान सुनिश्चित करने की दिशा में एक प्रमुख कदम होगी और वाहन बिना किसी रुकावट केफी प्लाजासे गुजर सकेंगे। इससे वाहनों को प्लाजा पर इंतजार नहीं करना होगा और ईंधन की बचत होगी।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 8 नवंबर | देश में प्याज का उत्पादन फसल वर्ष 2019-20 (जुलाई-जून) में पिछले साल से 17 फीसदी ज्यादा होने पर भी घरेलू आपूर्ति का टोटा हो गया है और प्याज घरेलू खपत के मुकाबले आपूर्ति की कमी दूर कर इसकी कीमतों को काबू में रखने के लिए भारत को विदेशों से प्याज मंगाना पड़ रहा है।
बताया जा रहा है कि देश के प्रमुख प्याज उत्पादक क्षेत्रों में बेमौसम बरसात से खेतों में लगी प्याज की फसल खराब होने और आगे लगने वाली फसल में विलंब होने से प्याज के दाम में बीते दिनों भारी इजाफा हुआ। हालांकि, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की मानें तो इस साल प्याज का निर्यात ज्यादा होना भी इसकी एक वजह है।
एक अनौपचारिक बातचीत के दौरान केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल ने आईएएनएस को बताया कि पिछले साल पूरे साल में करीब 22 से 24 लाख टन प्याज का जितना निर्यात हुआ था, लेकिन इस साल इतना निर्यात अगस्त तक ही हो गया था। उन्होंने बताया कि प्याज के निर्यात पर रोक लगाने से पहले 24 लाख टन निर्यात हो गया था।
केंद्रीय मंत्री कहा कि मौसम विज्ञान विभाग के पूवार्नुमान में अक्टूबर में बारिश होने की संभावना जताई गइ थी, जिसे ध्यान में रखते हुए सरकार ने समय से पहले प्याज के निर्यात पर रोक लगा दी।
केंद्र सरकार ने 14 सितंबर को प्याज के निर्यात पर रोक लगा दी थी। इसके बाद 23 अक्टूबर को थोक एवं खुदरा व्यापारियों के लिए प्याज का स्टॉक रखने की सीमा तय कर दी गई, जिसके अनुसार, खुदरा कारोबारी अधिकतम दो टन और थोक व्यापारी अधिकतम 25 टन प्याज का स्टॉक कर सकता है। सरकार ने 31 दिसंबर, 2020 तक की अवधि के लिए प्याज पर स्टॉक लिमिट लगाई है। इसके अलावा, नैफेड के पास पड़े बफर स्टॉक से भी प्याज बाजारों में उतारे गए हैं। नैफेड ने बीते सीजन में एक लाख टन प्याज का बफर स्टॉक बनाया था। हालांकि बताया, जाता है कि इसमें से कुछ प्याज खराब हो गया।
कारोबारी बताते हैं कि स्टॉक में रखा प्याज खराब होने से भी देश में हर साल सितंबर-अक्टूबर में आपूर्ति की कमी पैदा होती है।
हॉर्टिकल्चर प्रोड्यूस एक्सपोटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजित शाह ने बताया कि प्याज का निर्यात बमुश्किल से 10 से 15 फीसदी होता है जबकि 20 से 25 फीसदी प्याज सड़ जाता है। उन्होंने कहा कि देश में भंडारण की ऐसी व्यवस्था करने की जरूरत है जिससे ज्यादा समय तक प्याज का भंडारण किया जा सके।
देश की राजधानी दिल्ली में शनिवार को प्याज का खुदरा भाव 60 रुपये 70 रुपये प्रति किलो था। प्याज का भाव बीते कुछ दिनों से स्थिर है। कारोबारी बताते हैं कि प्याज का आयात होने और स्टॉक लिमिट लगने से कीमतों में वृद्धि पर लगाम लगी है।(आईएएनएस)
गुरुग्राम, 7 नवंबर | गुरुग्राम के फाजिलपुर धानी गांव में एक 15 वर्षीय लड़की से उसके पड़ोसी ने कथित तौर पर दुष्कर्म किया। पुलिस ने शनिवार को इसकी जानकारी दी।
आरोपी की पहचान उसके 18 वर्षीय पड़ोसी सुमन के रूप में हुई है। आरोपी ने शुक्रवार रात लड़की को कथित रूप से पास की झाड़ियों में खींच कर ले गया, जहां उसके साथ दुष्कर्म किया।
देर रात तक घर न लौटने पर घर वालों ने लड़की की तलाश शुरु कर दी, जिसकी बाद लड़की को घर से सटी झाड़ियों में बेहोशी की हालत में पाया गया।
गुरुग्राम पुलिस के प्रवक्ता सुभाष बोकेन ने कहा, "बादशाहपुर पुलिस स्टेशन में आरोपी के खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पास्को) अधिनियम की धारा 4 के तहत दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया है और मामले की जांच जारी है।"(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 7 नवंबर | बिहार विधानसभा चुनाव में किसी को भी स्पष्ट बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है। आईएएनएस सीवोटर एग्जिट पोल के अनुमान के अनुसार राष्ट्रीय जनता दल(राजद), कांग्रेस, वाम पार्टियों की अगुवाई वाली महागठबंधन को 120 तो वहीं जनता दल-यूनाइटेड, बीजेपी, हम और वीआईपी की अगुवाई वाली एनडीए को 116 सीट मिलती दिख रही हैं। दोनों पार्टियां 243 विधानसभा सीट में से बहुमत के आंकड़े 122 से दूर हैं। आईएएनएस सीवोटर बिहार एग्जिट पोल के अनुसार, राजद 85 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनने जा रही है और भाजपा को 70 सीट मिलने का अनुमान है।
नीतीश कुमार की अगुवाई वाली जद-यू को इसबार काफी कम सीट मिलती दिख रही हैं। अनुमान में जद-यू को कुल 42 सीट दी गई हैं। वहीं जीतन राम मांझी की अगुवाई वाली हम और मुकेश साहनी की अगुवाई वाली वीआईपी को क्रमश: दो-दो सीट मिलने का अनुमान है।
वहीं दूसरी ओर, महागठबंधन की प्रमुख सहयोगी कांग्रेस को 25 सीट मिलने का अनुमान है। पार्टी ने 70 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे। वहीं सीपीआई और सीपीआई (एम) को दो-दो सीटें और सीपीआई(एमएल) को छह सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है।
एग्जिट पोल में चिराग पासवान की अगुवाई वाली लोक जनशक्ति पार्टी को केवल एक सीट दी गई है। वहीं अन्य पार्टियों और निर्दलीय उम्मीदवारों को छह सीट मिलने का अनुमान जताया गया है।
राजद ने 2015 विधानसभा चुनाव में 80 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि जदयू को 71 सीटें मिली थीं। भाजपा ने 53 सीटों पर जीत दर्ज की थी और लोजपा को दो सीट मिली थी। बिहार में 28 अक्टूबर से 7 नवंबर के बीच तीन चरणों में चुनाव हुए हैं और नतीजे 10 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 7 नवंबर | दिल्ली में लोगों की सक्रीय भागीदारी की वजह से दिल्ली में इस साल डेंगू के कारण एक भी मौत नहीं हुई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने सभी निवासियों से इस रविवार को भी अभियान में सक्रीय रूप से शामिल होने की अपील की है। साथ ही, दिल्ली के लोगों का इस साल अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने पर आभार भी व्यक्त किया है। दिल्ली के लोगों ने 2015 में आए 15,867 डेंगू के मामलों को इस साल सफलतापूर्वक डेंगू के मामलों 489 तक लाने में कामयाबी हासिल की है। 2015 में डेंगू से हुई 60 मौतों की तुलना में इस साल डेंगू से एक भी मौतें नहीं हुई है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने डेंगू विरोधी अभियान '10 हफ्ते, 10 बजे, 10 मिनट' के पिछले सप्ताह में दिल्ली के लोगों को इस अभियान में सक्रीय भागीदारी लेने के लिए बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने कहा, 'प्रत्येक रविवार को 10 हफ्ते 10 बजे 10 मिनट अभियान के तहत घर में एकत्रित स्वच्छ जमा (स्थिर) पानी को बदलें।"
सीएम अरविंद केजरीवाल की अपील पर बच्चों से लेकर आरडब्ल्यूए, व्यापारियों, मशहूर हस्तियों और दिल्ली के निवासियों ने 10 हफ्ते, 10 बजे, 10 मिनट अभियान को सफलता की एक महत्वपूर्ण कहानी बना दिया है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने पिछले रविवार कहा, "डेंगू के खिलाफ चल रही लड़ाई का आज 9वां रविवार है और आज मैंने फिर से अपने घर में इकट्ठा हुए पानी को बदला। दिल्ली में इस साल डेंगू के मामले और भी कम हुए और एक भी मौत नहीं हुई है। 10 हफ्ते, 10 बजे, 10 मिनट, हर रविवार, डेंगू पर वार अभियान की मदद से दिल्ली ने फिर डेंगू को हरा दिया है।"
महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने 10 हफ्ते, 10 बजे, 10 मिनट डेंगू विरोधी अभियान की सराहना करते हुए ट्वीट किया, "ऐसा लगता है कि समाचार का यह एक छोटा सा टुकड़ा है, लेकिन इस तरह के मानव विकास के संकेतक हमारे रोजमर्रा के जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित करते हैं, इस तरह के मील के पत्थर जश्न मानने लायक हैं।"
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने इस साल दिल्ली में डेंगू से संबंधित एक भी मौत नहीं होने के लिए अरविंद केजरीवाल सरकार द्वारा चलाए जा रहे डेंगू विरोधी अभियान को श्रेय दिया है। उन्होंने कहा, "दिल्ली के लोगों ने यह कर दिखाया है। इस साल डेंगू के कारण कोई भी मौत नहीं हुई है। पिछले साल के आंकड़ों की तुलना में इस साल डेंगू के मामलों में भी भारी कमी आई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अभियान 10 हफ्ते, 10 बजे, 10 मिनट को आप सभी द्वारा सफल बनाया गया है।"
सीएम अरविंद केजरीवाल ने 6 सितंबर को अपने घर में जमा पानी का निरीक्षण कर और उसे खाली करके 10 हफ्ते, 10 बजे, 10 मिनट डेंगू विरोधी अभियान की शुरूआत की थी, ताकि मच्छरों के प्रजनन और अन्य वेक्टर-जनित बीमारियों जैसे डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया को रोका जा सके।
पिछले साल दिल्ली निवासियों, आरडब्ल्यूए, धार्मिक और सांस्कृतिक संगठनों, मंत्रियों, विधायकों और नेताओं व प्रभावशाली लोगों के इसी तरह के सहयोग ने शहर में डेंगू के प्रभाव को कम करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई थी, जिसके कारण पिछले साल सिर्फ 2036 मामले आए थे और दो मौते हुईं थी, जबकि 2015 में 15867 मामले आए थे और 60 मौतें हुई थी। डेंगू विरोधी अभियान के पहले संस्करण की शुरूआत 2019 में की गई थी।
इस वर्ष दिल्ली सरकार ने आम जनता की सहायता के लिए डेंगू हेल्पलाइन 01123300012 और व्हाट्सएप हेल्पलाइन- 8595920530 भी शुरू की है।
--आईएएनएस
नई दिल्ली, 7 नवंबर | आईआईटी दिल्ली, मॉरिशस के बाद अब विदेशों में और भी नए कैंपस खोलने पर विचार कर रहा है। विदेशों तक भारतीय शिक्षा का प्रसार कर रहा आईआईटी दिल्ली, आसियान पीएचडी छात्र कार्यक्रम का राष्ट्रीय समन्वयक भी है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने कहा, "आसियान पीएचडी कार्यक्रम हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ही एक पहल है, जिसकी घोषणा उन्होंने 2018 में गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान आसियान नेताओं की उपस्थिति में की थी।"
शनिवार को आईआईटी दिल्ली का 51वां दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने कहा, "सभी आईआईटी संस्थान न केवल राष्ट्रीय महत्व के संस्थान हैं, बल्कि हमारे देश का प्रतिनिधित्व करने वाला एक वैश्विक मंच है।"
कोरोना संकट काल में आईआईटी दिल्ली ने सबसे सस्ती कोरोनावायरस परिक्षण किट बनाई। इसके अलावा इस संस्थान में कई कोविड-19 संबंधी अन्य अनुसंधान गतिविधियां हैं जो संस्थान के शोधकर्ताओं द्वारा उद्योग, अंतर्राष्ट्रीय साझेदारों तथा सरकारी एजेंसियों के सहयोग से की जा रही हैं।
आईआईटी दिल्ली ने अनुसंधान एवं शिक्षा के क्षेत्र में असाधारण रूप से अच्छा प्रदर्शन किया है। क्यू एस रैकिंग में 'इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी' के क्षेत्र में आईआईटी दिल्ली ने विश्व में 47वां स्थान प्राप्त किया है। ओवर ऑल रैकिंग में आईआईटी दिल्ली, विश्व के शीर्ष 200 संस्थानों में शामिल है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने कहा, "इससे पता चलता है कि आईआईटी दिल्ली, इंजीनियरिंग तथा तकनीकी की दिशा में बहुत अच्छा काम कर रहा है।"
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विशिष्ट अतिथि के तौर पर आईआईटी दिल्ली के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष डॉ. आर चिरमबरम, निदेशक प्रोफेसर वी रामगोपाल राव, डिग्री प्राप्त करने वाले छात्र एवं उनके अभिभावक और पूर्व छात्र भी वीडियो कॉन्फ्ऱेंसिंग द्वारा इस कार्यक्रम से जुड़े।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रावधानों के बारे में बताते हुए डॉ. निशंक ने कहा, "राष्ट्रीय शिक्षा नीति भी उच्च शिक्षण संस्थानों को अपनी रैंकिंग सुधारने का सुझाव देती है। आईआईटी दिल्ली इस दिशा में तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है। चाहे वह शिक्षा हो, अनुसंधान हो या इनोवेश्ॉन, आईआईटी दिल्ली ने पिछले 3 वर्षों में 7 नए शैक्षणिक विभाग तथा स्कूल शुरू किए हैं। विभिन्न विषयगत क्षेत्रों में 13 उत्कृष्टता केंद्रों की शुरूआत की है।"
निशंक ने दीक्षांत समारोह में डिग्री प्राप्त करने वाले सभी छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए कहा, "मुझे विश्वास है कि न सिर्फ आप बल्कि इस संस्थान में पढ़ने वाले वर्तमान छात्र देश निर्माण की पहल में योगदान देंगे। ह्यूमन कैपिटल के संदर्भ में हम दुनिया के सबसे बड़े देशों में से एक हैं। इसलिए हमें प्रधानमंत्री के 2024 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के सपने को पूरा करने की दिशा में कार्य करना चाहिए और यह तभी संभव है जब हम अपने ज्ञान को धन में परिवर्तित करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे।"
--आईएएनएस
नई दिल्ली, 7 नवंबर | अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने सरकार द्वारा रखी गई वाणिज्यिक खनन पट्टे की नीलामी में शनिवार को सफल बोली लगाकर एक कोल ब्लॉक को अपने नाम कर लिया है। यह ब्लॉक झारखंड का गोंडुलपारा कोयला खदान है।
नीलामी के छठे दिन इस खदान को शामिल किया गया, जिसमें 17.63 करोड़ टन कोयले का भंडारण है।
नीलामी के छठे दिन कोयला मंत्रालय ने अपने एक बयान में कहा कि खदानों की इस ई-नीलामी में बोली लगाने वालों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखी गई।
अडानी ने इसके लिए 20 फीसदी से अधिक राजस्व की हिस्सेदारी पेश की थी। इससे सालाना 520.92 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होगा।
वाणिज्यिक खनन के लिए कोयला मंत्रालय द्वारा कुल 38 कोयला खदानों को नीलामी की प्रक्रिया में शामिल किया गया था। 23 खदानों के लिए 42 कंपनियों से 76 बोलियां लगाई गई हैं और बाकी बचे 15 खदानों के लिए कोई बोली नहीं लगी है।
अब तक, बीते पांच दिनों में 17 खदानों के लिए सफल बोली लग चुकी है, जिन्हें हासिल करने वाले वेदांता लिमिटेड, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज लिमिटेड और अडानी एंटरप्राइजेज जैसे समूह शामिल रहे हैं।
--आईएएनएस
जफर अब्बास
नई दिल्ली, 7 नवंबर| हाउसिंग स्कीम धोखाधड़ी से लेकर पोंजी स्कीम धोखाधड़ी तक सफेदपोश (व्हाइट कॉलर) अपराधी देशभर में लोगों को ठगने के लिए नए तौर-तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसे जालसाजों की पहचान करके इन अपराधों पर शिंकजा कसने और अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) की काफी अहम भूमिका रही है।
आईएएनएस के विशेष संवाददाता जफर अब्बास के साथ एक विशेष साक्षात्कार में संयुक्त पुलिस आयुक्त ईओडब्ल्यू ओ.पी. मिश्रा ने इस संबंध में खुलकर बातचीत की। पेश है बातचीत के कुछ प्रमुख अंश :
प्रश्न : वर्तमान परिदृश्य में, क्या आपको लगता है कि ईओडब्ल्यू की भूमिका कई गुना बढ़ गई है, क्योंकि अधिक से अधिक लोग धोखेबाजों के चंगुल में फंस रहे हैं और सफेद कॉलर अपराधों के बढ़ने के साथ अपना पैसा खो रहे हैं?
उत्तर : हां, आर्थिक अपराध शाखा की भूमिका कई गुना बढ़ गई है। आर्थिक अपराध विभिन्न प्रकार के होते हैं। अपराधी व्यक्तिगत और सामूहिक पीड़ितों को चुनते हैं। वे इसके बाद पीड़ितों को अपने जाल में फंसाने के लिए अलग-अलग तरीके और तरकीब अपनाते हैं।
प्रश्न : पोंजी स्कीम्स से लेकर लैंड पूलिंग फ्रॉड तक, लोगों को ठगने के लिए धोखेबाजों की फिलहाल क्या रणनीति रहती हैं?
उत्तर : लैंड पूलिंग हाल ही में एक धोखाधड़ी के रूप में सामने आई है, जिसमें निर्दोष निवेशकों को डीडीए की प्रस्तावित लैंड पूलिंग नीति के तहत विभिन्न आवास योजनाओं में निवेश करने के लिए प्रेरित किया जाता है। जमीनी हकीकत यह है कि डीडीए ने अभी तक दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों के लिए व्यापक लैंड पूलिंग नीति की औपचारिक घोषणा या अंतिम रूप नहीं दिया है।
कई सोसायटी का गठन बेईमान व्यक्तियों द्वारा किया गया था, जो लोगों को निवेश करने के लिए प्रेरित कर रहे थे। ये सोसायटी डीडीए या रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (रेरा) द्वारा अनुमोदित नहीं है। हमने विभिन्न फर्जी सोसायटी के खिलाफ 19 से अधिक मामले दर्ज किए हैं। इसी तरह, पोंजी स्कीम एक आकर्षक वित्तीय योजना है, जो अनधिकृत लोगों द्वारा निवेश पर बहुत अधिक रिटर्न के वादे के साथ मंगाई जाती है। पोंजी योजनाएं विभिन्न प्रकार की आड़ में संचालित होती हैं। ईओडब्ल्यू ने हाल ही में विभिन्न पोंजी स्कीम मामलों में कई लोगों को गिरफ्तार किया है।
प्रश्न : क्या आपको लगता है कि ईओडब्ल्यू सफेद कॉलर अपराध मामलों की आमद को संभालने के लिए अच्छी तरह से सुसज्जित है?
उत्तर : हां, आर्थिक अपराध शाखा, दिल्ली पुलिस सफेदपोश अपराध मामलों की आमद को संभालने के लिए अच्छी तरह से सुसज्जित है। जांच अधिकारियों के पेशेवर कौशल को निखारने के साथ ही जांच अधिकारियों ने मामलों की विशिष्ट प्रकृति को संभालने के लिए आवश्यक व्यावसायिक कौशल भी हासिल कर लिया है। यूनिट समय-समय पर तकनीकी रूप से खुद को लैस करने में भी सक्षम रही है। विभिन्न अन्य तकनीकी पहल कार्यान्वयन के विभिन्न चरणों में हैं।
प्रश्न : अभियुक्तों की गिरफ्तारी के बाद करोड़ों रुपये के अपराधों में धन की वसूली कितनी आसान या कितनी कठिन है?
उत्तर : आर्थिक अपराधों की जांच भारी दस्तावेज-आधारित है। अपराध की प्रकृति से संबंधित दस्तावेजों की जांच और सत्यापन बहुत जरूरी होता है। हमारे खोजी प्रोटोकॉल के अनुसार, मामला दर्ज होते ही कथित व्यक्तियों के बैंक खाते तुरंत फ्रीज कर दिए जाते हैं। हालांकि, विभिन्न अपराधों में वसूली सक्षम न्यायालय के आदेश पर एक कानूनी प्रोटोकॉल के माध्यम से होती है। आवास धोखाधड़ी के एक हालिया मामले में, बिल्डर को गिरफ्तारी के तुरंत बाद अदालत के आदेश से विभिन्न निवेशकों के पैसे वापस करने के लिए मजबूर किया गया है।
प्रश्न : आप आम जनता को क्या सलाह देंगे, ताकि वे धोखेबाजों की योजनाओं में न फंसे?
उत्तर : प्रत्येक अपराध पीड़ितों की ओर से बरती जाने वाली लापरवाही एवं कुछ खामियों के कारण होता है। आर्थिक अपराधी कमजोर लक्ष्य चुनते हैं, जो बहुत ही कम समय में जल्दी पैसा कमाना चाहते हैं। मैं लोगों को साइट के उचित सत्यापन, कंपनी की साख और सक्षम प्राधिकारी की अनुमति के बाद ही आवास योजनाओं में निवेश करने की सलाह देना चाहूंगा। (आईएएनएस)
पटना, 7 नवंबर | बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण के तहत शनिवार को सुबह सात बजे से 15 जिलों के 78 विधानसभा क्षेत्रों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान जारी है। इस चरण के मतदान को लेकर लोगांे में उत्साह देखा जा रहा है। इस बीच, अपराह्न् तीन बजे तक करीब 46 प्रतिशत मतदाता वोट डाल चुके हैं। कहीं से कोई बड़ी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक, अंतिम चरण में 78 विधानसभा क्षेत्रों में वोट डाले जा रहे हैं, जिसके लिए लोगों में उत्साह देखा जा रहा है, खासकर कई मतदान केंद्रों में महिला मतदाताओं की अच्छी खासी संख्या दिख रही है।
कुछ मतदान केंद्रों में प्रारंभ में ईवीएम खराब होने की सूचना मिली थी, जिसे बाद में या तो बदल दिया गया या ठीक कर दिया गया।
आयोग के मुताबिक, दिन के तीन बजे तक 45.85 प्रतिशत मतदाता अपने-अपने मताधिकार का प्रयोग कर चुके हैं। सबसे अधिक सुपौल में 51.12 प्रतिशत मतदाता अब तक वोट डाल चुके हैं, जबकि सबसे कम दरभंगा में 41.15 फीसदी वोट डाले गए हैं।
इसके अलावा पश्चिमी चंपाराण में 45.58 फीसदी, पूर्वी चंपारण में 47.46, सीतामढ़ी में 44.65, मधुबनी में 44.96, सुपौल में 51.12, अररिया में 43.22, किशनगंज में 47.55, पूर्णिया में 46.09, कटिहार में 43.11, मधेपुरा में 46.33 प्रतिशत, सहरसा में 48.98 फीसदी, दरभंगा 41.15, मुजफ्फरपुर में 48.43, वैशाली में 46.34 तथा समस्तीपुर में 45.05 प्रतिशत वोट डाले गए हैं।
इस चरण में 2.35 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, जिसके लिए 33,782 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
इधर, पूर्णिया के धमदाहा मतदान केंद्र संख्या 282 में सुरक्षाकर्मी द्वारा हवाई फायरिंग की गई। मुख्य निर्वाचन अधिकारी एच आर श्रीनिवास ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि इस घटना में मतदान को लेकर कोई व्यवधान नहीं पड़ा है।
विधानसभा क्षेत्रों के अलावा वाल्मीकिनगर लोकसभा क्षेत्र के लिए हो रहे उपचुनाव के लिए भी मतदाता अपने मताधिकार का प्रयेाग कर रहे हैं। यहां तीन बजे तक 45.58 फीसदी मतदान हो चुका है।
चुनाव आयोग के मुताबिक, तीसरे चरण में 1,204 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला होना है, इनमें से 1094 पुरूष तथा 110 महिलाएं शामिल हैं। सबसे अधिक 31 प्रत्याशी गायघाट से हैं जबकि सबसे कम नौ प्रत्याशी ढाका, त्रिवेणीगंज, जोकीहाट तथा बहादुरगंज से हैं।
इस चरण में सामान्य विधानसभा क्षेत्रों में सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक जबकि चार विधानसभा क्षेत्रों में सुबह सात बजे से शाम चार बजे तक ही मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। सभी मतदान केन्द्रों पर सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। सीमांचल क्षेत्रों में सुरक्षा के और पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 7 नवंबर | भारतीय रेलवे ने शनिवार को पंजाब सरकार के उस संदेश को गुमराह करने वाला और भ्रामक बताया, जिसमें राज्य ने कहा है कि मालगाड़ियों के परिचालन के लिए ट्रैक (पटरियां) खाली हैं। चल रहे किसान आंदोलन के बीच रेलवे ने राज्य सरकार से रेल सेवाओं की बहाली के लिए रेल स्टेशन परिसरों से किसानों को हटाने का आग्रह किया है। यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ वी.के. यादव ने कहा, "कल शाम राज्य सरकार ने हमें संदेश दिया कि सिर्फ मालगाड़ियों के लिए ही ट्रैक क्लीयर हैं।"
उन्होंने कहा, "यह एक भ्रामक संदेश था, क्योंकि रेल पटरियां यात्री के साथ-साथ माल गाड़ियों के लिए भी होती हैं। यह केवल मालगाड़ी सेवाओं के लिए ही संभव नहीं है, क्योंकि यात्री ट्रेनों के लिए भी पटरियां होती हैं।"
यादव ने कहा, "हमने पंजाब सरकार से आंदोलनकारियों के कब्जे से रेलवे ट्रैक और परिसर को खाली कराने का अनुरोध किया है, ताकि राज्य में ट्रेन सेवाओं को फिर से शुरू किया जा सके।
अध्यक्ष ने कहा कि रेलवे राज्य सरकार से पटरियों और परिसरों को खाली कराने और रेलवे कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लगातार अनुरोध कर रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय परिवहन ने राज्य सरकार को इससे भी अवगत कराया है कि सभी यात्री ट्रेनों की बुकिंग हो गई है और ट्रेनों के रद्द होने के कारण कई यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
किसानों की वर्तमान स्थिति के बारे में टिप्पणी करते हुए, रेलवे के सीईओ ने कहा कि किसान एक रेलवे स्टेशन के परिसर के अंदर मौजूद हैं, जबकि 22 स्टेशनों में किसान परिसर में आंदोलन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, "हमें अपने स्टेशन मास्टरों के माध्यम से आंदोलनकारियों से संकेत मिला है कि वे राज्य में केवल मालगाड़ियों के संचालन की अनुमति देने के लिए तैयार हैं। और, अगर यात्री ट्रेन सेवाओं को फिर से शुरू किया जाता है, तो वे रेलवे पटरियों पर वापस आ जाएंगे।"
पंजाब में रेल नाकाबंदी तीन विवादास्पद केंद्रीय कृषि कानूनों को लेकर 24 सितंबर को शुरू हुई, जिसे वे निरस्त करना चाहते हैं।
रेलवे ने मालगाड़ी सेवाओं की शुरुआत 22 अक्टूबर को की थी। हालांकि, दो दिन बाद एक बार फिर आंदोलनकारी किसानों ने ट्रेनें रोक दीं, जिससे सेवाएं रुक गईं।
यादव ने कहा कि राज्य सरकार भी पूरी कोशिश कर रही है कि रेल नाकेबंदी को खत्म कर दिया जाए। उन्होंने कहा, "एक बार नाकेबंदी खत्म होने के बाद हम ट्रेन सेवाओं को फिर से शुरू करेंगे।" (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 7 नवंबर | राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े स्वदेशी जागरण मंच ने सभी राज्य सरकारों से कहा है कि दीपावली के अवसर पर पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध की कार्रवाई से बचें। उसने कहा कि पटाखों के पर्यावरण पर दुष्प्रभाव का गलत प्रचार किया जा रहा है। स्वदेशी जागरण मंच ने एक बयान में कहा, पिछले कुछ समय से बिना किसी तथ्यात्मक जानकारी के, सरकारों द्वारा दीपावली पर सभी प्रकार के पटाखों पर प्रतिबंध जैसी कार्रवाई की जा रही है, जो सर्वथा अनुचित है। समझना होगा कि पटाखों के कारण अभी तक जो प्रदूषण होता था, वह अधिकांश गैरकानूनी रूप से चीन से आयातित पटाखों के कारण होता था। चीनी पटाखों में पोटैशियम नाइट्रेट और सल्फर मिलाए जाने के कारण प्रदूषण होता रहा है, लेकिन आज भारत में बन रहे ग्रीन (प्रदूषण रहित) पटाखों में पोटैशियम नाइट्रेट और सल्फर नहीं मिलाया जाता और अन्य प्रदूषक तत्वों जैसे एल्युमीनियम, लीथियम, आर्सेनिक एवं पारा आदि का भी न्यूनतम इस्तेमाल होता है।
उसने कहा कि ये पटाखे वैज्ञानिक एवं औद्योगिक शोध परिषद-नीरी द्वारा प्रमाणित हैं और न्यूनतम 30 प्रतिशत कम प्रदूषण करते हैं। चूंकि भारत सरकार ने चीनी पटाखों पर प्रभावी प्रतिबंध लगाया हुआ है इसलिए दीपावली पर सभी प्रकार के पटाखों पर प्रतिबंध लगाना अनुचित है।
स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सह संयोजक अश्वनी महाजन ने केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि राष्ट्रीय ग्रीन ट्रिब्यूनल को ग्रीन पटाखों के बारे में सही जानकारी से अवगत कराया जाय। उन्होंने कहा, खेद का विषय है कि पंजाब, हरियाणा और दिल्ली समेत देश के विभिन्न हिस्सों में सरकारी एजेंसियां पराली जलाने की समस्या का समाधान नहीं कर पाई है, जिससे राजधानी और आस पास के क्षेत्रों में प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है।
स्वदेशी जागरण मंच ने सभी राज्य सरकारों से भी अनुरोध किया है कि पराली के प्रदूषण की समस्या का स्थाई निदान निकालने का प्रयास करें।
मंच ने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने भी अक्टूबर 2018 में दिए अपने आदेश में दीपावली पर पटाखे जलाने की परंपरा और पटाखा उत्पादन में लगे लाखों लोगों की जीविका के मद्देनजर, दो घंटे पटाखे चलाने की अनुमति दी हुई है।
स्वदेशी जागरण मंच ने दिल्ली, राजस्थान, उड़ीसा और पश्चिम बंगाल सरकारों से कहा है कि वो सुप्रीम कोर्ट के आदेश की भावना के तहत, ग्रीन पटाखों से कम प्रदूषण होने और लाखों लोगों की जीविका प्रभावित होने के मद्देनजर, पटाखों पर लगाए पूर्ण प्रतिबंध को निरस्त करें। (आईएएनएस)
श्रीहरिकोटा, 7 नवंबर | भारत के पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल राकेट ने शनिवार को यहां से रडाल इमेजिंग सैटेलाइट ईओएस-01 के अलावा नौ विदेशी सैटेलाइट्स के साथ सफल उड़ान भरी। 10 सैटेलाइट्स के साथ रॉकेट ने भारतीय समयानुसार दोपहर 3.02 बजे सतीश धवन स्पेस सेंटर (एसडीएससी) के पहले लॉन्च पैड से उड़ान भरी।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 7 नवंबर| केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी द्वारा कोरोना चुनौतियों के मद्देनजर बड़े बदलावों के साथ हज 2021 की घोषणा के साथ ही शनिवार से हज 2021 के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। हज हाउस, मुंबई में हज 2021 की घोषणा करते हुए नकवी ने कहा कि, "हज 2021 में कोरोना के मद्देनजर राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय प्रोटोकॉल गाइडलाइन्स का मुस्तैदी से पालन किया जायेगा। हज 2021 के लिए आवेदन पत्र जमा किये जाने की अंतिम तिथि 10 दिसंबर 2020 है। हज के लिए आवेदन, ऑनलाइन और मोबाइल एप के जरिये एवं ऑफलाइन माध्यम से किये जा सकेंगे।" नकवी ने आगे कहा कि, "हज 2021 जून-जुलाई के महीने में होना है। संपूर्ण हज प्रक्रिया, सऊदी अरब की सरकार एवं भारत सरकार द्वारा कोरोना आपदा के मद्देनजर तय किये जाने वाले पात्रता मानदंड, आयु मानदंड, स्वास्थ्य परिस्थिति एवं अन्य जरुरी दिशानिर्देशों के अनुसार हो रही है। लोगों की सेहत, सुरक्षा और सऊदी अरब सरकार के दिशानिर्देशों को प्राथमिकता देते हुए और अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, नागरिक उड्डयन मंत्रालय, हज कमेटी, सऊदी अरब में भारतीय एम्बेसी, जेद्दा में भारतीय कॉन्सुल जनरल आदि द्वारा गहन मंत्रणा के बाद हज 2021 की संपूर्ण प्रक्रिया तय की गई है।"
नकवी के मुताबिक, "कोरोना महामारी के चलते दिशानिर्देशों को ध्यान में रखते हुए हज व्यवस्थाओं में बड़े पैमाने पर परिवर्तन किया गया है। इनमें भारत एवं सऊदी अरब में आवास, सऊदी अरब में हज यात्रियों के ठहरने की अवधि, यातायात, स्वास्थ्य एवं अन्य व्यवस्थाएं शामिल हैं।"
"अंतर्राष्ट्रीय हवाई सफर प्रोटोकॉल के तहत हज पर जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति को हज यात्रा से 72 घंटे पहले कोरोना टेस्ट करवाना जरुरी होगा। नेगेटिव परिणाम आने पर ही हज यात्रा पर जाने की अनुमति दी जाएगी।"
कोरोना पैंडेमिक पोजीशन और एयर इंडिया सहित विभिन्न एजेंसियों से प्राप्त फीडबैक के चलते इम्बार्केशन प्वाइंट की संख्या जो पहले 21 थी, वह हज 2021 के लिए 10 रहेगी। हज 2021 के लिए 10 इम्बार्केशन प्वाइंट निर्धारित किये गए हैं- अहमदाबाद, बेंगलुरु, कोच्चि, दिल्ली, गुवाहाटी, हैदराबाद, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई और श्रीनगर।
अहमदाबाद एम्बार्केशन प्वाइंट से गुजरात के सभी हज यात्री, बेंगलुरु से कर्नाटक के सभी हज यात्री, कोच्चि से केरल, लक्षद्वीप, पुड्डुचेरी, तमिलनाडु, अंडमान एवं निकोबार के यात्री, दिल्ली से दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, उत्तराखंड, राजस्थान एवं उत्तर प्रदेश के पश्चिम क्षेत्र के यात्री, गुवाहाटी से असम, मेघालय, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, नागालैंड के यात्री, हैदराबाद से आंध्र प्रदेश, तेलंगाना के यात्री, कोलकाता से पश्चिम बंगाल, ओडिशा, त्रिपुरा, झारखण्ड, बिहार के यात्री, लखनऊ से पश्चिम उत्तर प्रदेश को छोड़ कर उत्तर प्रदेश के अन्य सभी क्षेत्र के यात्री, मुंबई से महाराष्ट्र, गोवा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, दमन और दीव, दादर व नगर हवेली के यात्री एवं श्रीनगर से जम्मू-कश्मीर, लेह-लद्दाख-कारगिल के हज यात्री यात्रा करेंगे। (आईएएनएस)
निवाड़ी, 7 नवंबर| मध्यप्रदेश के निवाड़ी जिले में बोरवेल के गड्ढे में गिरे चार साल के प्रह्लाद को सुरक्षित निकालने के लिए बीते 75 घंटों से बचाव कार्य चल रहा है, मगर अब तक अपने अंजाम तक नहीं पहुंच पाया है। इस अभियान में बड़ी बाधा पानी बना हुआ है, क्योंकि रिसाव के कारण पहले पानी निकालना होता है और उसके बाद ही अभियान आगे बढ़ पाता है। निवाड़ी जिले के सेतपुरा गांव में हरिकिशन का चार साल का बेटा प्रह्लाद बुधवार की सुबह खेत में खोदे गए दो सौ फुट गहरे बोरवेल में गिर गया था, उसके बाद से ही बच्चे को सुरक्षित निकालने के लिए राहत और बचाव अभियान चलाया जा रहा है। एनडीआरएफ, सेना और अन्य राहत व बचाव दल ने बोरवेल के समानांतर 60 फुट से गहरा गड्ढा खोदा और सुरंग बनाई। सुरंग बनाने का काम अंतिम चरण में है।
जिलाधिकारी आशीष भार्गव ने संवाददाताओं को बताया कि अभियान जल्दी ही पूरा हो जाएगा, बीच-बीच में पानी आ जाने से कुछ दिक्कत होती है। पानी निकाला जाता है। सभी दल अपने अभियान को बिना रोक जारी रखे हुए है।
बच्चा जिस गड्ढे में गिरा है, उसमें लगातार ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है। वहीं कैमरे के जरिए उसकी हर हरकत पर नजर रखी जा रही है। इसके साथ ही मौके पर एम्बुलेंस के साथ चिकित्सकों का दल पूरी तरह तैयार है। प्रह्लाद के परिवार के सदस्य भी मौके पर हैं और राहत व बचाव कार्य के चलते यह आस लगाए हुए है कि उनका बच्चा सुरक्षित निकल आएगा।
हरिकिशन ने अपने खेत में बोरवेल के लिए दो सौ फुट गहरा गड्ढा खुदवाया था। उसका बेटा प्रह्लाद खेलते समय उसी गड्ढे में गिर गया था। बुधवार से राहत और बचाव का काम जारी है। (आईएएनएस)
लखनऊ 7 नवम्बर| रामनगरी अयोध्या को एक बार फिर भव्य और दिव्य रोशनी सजाए जाने की तैयारियां हो रही हैं। दीपोत्सव में श्रीराम जन्मभूमि का समूचा परिसर दीपों की माला से जगमग नजर आएगा। दीपोत्सव में पहली बार वर्चुअल माध्यम से दीप प्रज्जवलित करने की व्यवस्था होगी। दीपोत्सव के अवसर पर खुद मुख्यमंत्री योगी अयोध्या पहुंचेंगे। रामलला के दर्शन कर वहां भी दीपक जलाएंगे। रामनगरी में होने जा रहे चौथे दीपोत्सव को भव्य बनाने की तैयारी में शासन-प्रशासन पूरी तत्परता से जुटा है। इस बार दीपोत्सव 11 से 13 नवंबर तक होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दीपोत्सव के दौरान अयोध्या की भव्य सजावट की जाए। प्रतिदिन अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं। जितने भी कार्यक्रम होंगे सभी में कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा। दीपोत्सव में पहली बार वर्चुअल माध्यम से दीप प्रज्जवलित करने की व्यवस्था की गयी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दीपोत्सव पर राम की पैड़ी के साथ सभी मठ मंदिरों व घरों में ऐसे दीप जलेंगे, जिससे भगवान राम की नगरी अयोध्या दीपा के प्रकाश से पूरी तरह से अलोकित हो जाए।
योगी ने श्री रामजन्मभूमि, कनक भवन, राम की पैड़ी व हनुमान गढ़ी सहित सभी मंदिरों में बिजली की सजावट करने के निर्देश दिए हैं। पुलों व विद्युत पोल पर बिजली की झालर लगाने को कहा गया है। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 7 नवंबर | ग्लांस ने अपनी पहली इंटेलेक्च ुअल प्रॉपर्टी (आईपी) सीरीज 'दानिश की गुगली' रोपोसो पर लॉन्च करने की घोषणा की है। आईपी सीरीज में स्टैंडअप कॉमेडियन, टेलीविजन होस्ट, रेडियो जॉकी, अभिनेता और लेखक दानिश सेत अपने स्तर पर बढ़िया प्रस्तुति दे रहे है। वे क्रिकेट और मनोरंजन को एक साथ लाते हुए क्रिकेटरों, मैदान पर अपने प्रदर्शन और मैदान के बाहर, टीम के मालिकों, चीयरलीडर्स,दर्शकों की कमी आदि का प्रदर्शन कर रहे है।
सीरीज विशेष तौर पर और ग्लांस लॉकफीड द्वारा 19 सितंबर को लॉन्च की जा चुकी है, क्योंकि इसी समय पर क्रिकेट की सबसे बड़ी और रोमांचक लीग शुरू हो चुका है। यह सीरीज ग्लांस लॉकफीड पर भी उपलब्ध है, जिसका डेली एक्टिव यूजर बेस 100 मिलियन से भी ज्यादा है।
दानिश ने कहा, " मैं भारत की नंबर वन सोशल वीडियो ऐप रोपोसो और भारत के तीसरे सबसे बड़े कंटेंट प्लेटफॉर्म ग्लांस के साथ जुड़कर काफी रोमांचित महसूस कर रहा हूं। रोपोसो और ग्लांस ने मुझे क्रिकेट सीजन के दौरान 200 मिलियन दर्शकों तक अपनी पहुंच बनाकर उनका मनोरंजन करने का मौका दिया है, जिसे लेकर मैं काफी खुश हूं।"
ग्लांस के सीएमओ बिकास चौधरी ने कहा, " इस सीजन के दौरान हमारा ध्यान महान व्ख्यानों को जीवन में लाने और उन्हें अपने उपयोगकर्ताओं के साथ साझा करने पर है। हमारे पास त्योहारों के मौसम की शानदार सीरीज है, जो सभी वर्गों को पसंद आ रही है।"(आईएएनएस)
हैदराबाद, 7 नवंबर। आन्ध्र का एक नौजवान एयरपोर्ट पर लोगों को झांसा देकर ठगने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया है। उसने ठगी का एक अनोखा तरीका ढूंढ निकाला था, लेकिन आखिर में पकड़ा गया।
21 बरस का एम.वी. दिनेशकुमार हवाई सफर का शौकीन था, लेकिन यह उसकी क्षमता से परे की बात थी। फिर उसने एक तरकीब निकाली, वह एकदम सस्ती हवाई टिकट खरीदता था, और एयरपोर्ट पहुंचकर जानबूझकर उस उड़ान को मिस कर जाता था। इसके बाद वह वहां के दूसरे मुसाफिरों से मदद मांगना शुरू करता था कि घर लौटकर उनके पैसे भेज देगा, लेकिन कभी नहीं भेजता था।
उड़ान छूट जाने के बाद अगली उड़ान की टिकट जाहिर तौर पर महंगी रहती थी, और वह एक से अधिक मुसाफिरों को मदद के लिए तैयार कर लेता था। इस तरह वह मुफ्त सफर भी करता था, पहले की खरीदी सस्ती टिकट की भरपाई भी कर लेता था, और कुछ पैसे बचा भी लेता था।
उसने अपने पास छात्र होने का नकली आईकार्ड भी बनवा रखा था, और एनसीसी नकली कार्ड भी। कोरोना के दौरान भी वह ऐसे बहुत सफर करते रहा, और उसका सोशल मीडिया पेज विमान में ली गई सेल्फी से भरा हुआ है।
बाद में कुछ मुसाफिरों की शिकायत पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। (thenewsminute.com)
मुंबई, 7 नवंबर | इंडस्ट्री में दो दशक के लंबे सफर में, शेफाली शाह ने कई यादगार किरदारों को पर्दे पर उतारा है। उनका हालिया लोकप्रिय किरदार, दिल्ली क्राइम से वर्तिका चतुवेर्दी का है जिसने इस वर्ष के अंतर्राष्ट्रीय एमी अवार्डस 2020 में सर्वश्रेष्ठ ड्रामा श्रेणी में नामांकन प्राप्त किया है। दर्शकों से लेकर उनके प्रशंसकों ने एक अभिनेता के रूप में उनके अविश्वसनीय ग्राफ और विश्वसनीयता को देखा है। इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि उनकी बहुमुखी प्रतिभा और लोकप्रियता ने उन्हें 2020 में सबसे प्रभावशाली दक्षिण एशियाई लोगों की विशिष्ट सूची में जगह हासिल कारवाई है, जिसमें जाकिर हुसैन, एआर रहमान, सोनम निगम, शंकर महादेवन सहित उनके बिरादरी के कई अन्य उल्लेखनीय दिग्गज शामिल हैं।
एक लोकप्रिय ब्रिटिश पत्रकार और मनोरंजन उद्यमी, किरण राय ने हाल ही में न्यूयॉर्क प्रेस एजेंसी के साथ मिलकर वर्ष 2020 के लिए कला, संस्कृति और मीडिया में 400 सबसे प्रभावशाली दक्षिण एशियाई लोगों की एक सूची तैयार की है।
इस परियोजना में, राय ने एशिया के सबसे प्रभावशाली लोगों का इंटरव्यू लिया है जो 15 दिनों के अंतराल में क्रिकेटरों, टेलीविजन सितारों, डीजे, बॉलीवुड सितारों, मिशेलिन स्टार शेफ्स और अन्य लोगों का मिश्रण हैं। उन्होंने यह दिखाने के लिए दुनिया भर में इंटरव्यू और वीडियो जारी करने का फैसला किया कि लॉकडाउन में क्वारन्टीन के दौरान भी सेलेब्रिटीज का जीवन कितना नार्मल है।
शेफाली शाह ने साझा किया, "इन प्रतिभाशाली लोगों की इस सूची का हिस्सा बन कर बहुत उत्साहित और रोमांचित हूं।"
प्रतिभाशाली अभिनेत्री-निर्देशक ने हाल ही में मुंबई में अपनी दूसरी शार्ट फिल्म 'हैप्पी बर्थडे मम्मीजी' की शूटिंग पूरी की है।(आईएएनएस)
खुर्रम हबीब
नई दिल्ली, 7 नवंबर| चाइनामैन गेंदबाद कुलदीप यादव जून 2017 से युजवेंद्र चहल के साथ मिलकर भारतीय क्रिकेट टीम के स्पिन आक्रामण की अगुआई कर रहे हैं लेकिन बीते एक साल में उनकी फॉर्म और किस्मत उनके साथ नहीं रही है।
उनका पिछला प्रदर्शन और विराट कोहली का समर्थन यही दो वजहें दिखती हैं जिनके कारण चयनकर्ताओं ने उन्हें आस्ट्रेलिया दौरे पर वनडे टीम में चुना। इस प्रारूप में हालांकि उनकी फॉर्म हाल ही में ज्यादा अच्छी नहीं रही है। कुलदीप को टी-20 टीम में जगह नहीं मिली।
पिछले साल खेले गए विश्व कप में इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने कुलदीप की गेंदों पर जमकर रन बनाए थे। 10 ओवरों में उन्होंने 72 रन लुटाए थे तब से यह गेंदबाज ज्यादा प्रभाव नहीं छोड़ पाया है।
उन्होंने 23 जून 2017 को पदार्पण किया था और 29 जून 2019 तक, यानि इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए मुकाबले से एक दिन पहले, उन्होंने 49 मैचों में 23.06 की औसत से 91 विकेट लिए थे। इस दौरान उनका इकॉनोमी रेट 4.88 रहा। उन्हें हर 28.3 गेंद बाद विकेट मिला।
इसके बाद उनके करियर के अगले फेज में उनके प्रदर्शन में गिरावट देखी गई। 1 जुलाई 2019 से पांच फरवरी 2020 तक, जब उन्होंने अपना आखिरी वनडे मैच खेला था, उन्होंने 10 मैचों में 12 विकेट लिए हैं। इस फेज में उनका औसत 45.83 रहा और उन्होंने प्रति ओवर 5.97 रन दिए। विकेट लेने के आंकड़े को देखें तो उन्होंने हर 46वीं गेंद के बाद विकेट लिए हैं।
हेमिल्टन में खेले गए अपने आखिरी वनडे में कुलदीप ने 10 ओवरों में 84 रन लुटाए। उससे पहले चार मैचों में जो उन्होंने भारत में ही आस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले थे, उनमें रन ज्यादा खर्च किए थे और विकेट कम लिए थे।
साफ है कि वनडे में उनकी फॉर्म में गिरावट आई है फिर भी टीम में चुने जाने का एक कारण यह भी हो सकता है कि टीम के पास वनडे में ज्यादा अनुभवी रिस्ट स्पिनर नहीं हैं।
आस्ट्रेलिया की उछाल भरी पिचों पर रिस्ट स्पिन काफी अहम होगी। भारतीय टीम अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को भी मौका दे सकती थी जिन्होंने आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स के साथ खेलते हुए शानदार प्रदर्शन किया है।
कुलदीप के टी-20 में वापसी की उम्मीदों को उनकी आईपीएल टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के साथी वरुण चक्रवर्ती ने तोड़ दिया है।
उनके इस बार आईपीएल के प्रदर्शन पर निगाहें डालें तो वह विकेट लेने की सूची में 70वें स्थान पर हैं। इस सीजन कुलदीप ने कोलकाता के लिए पांच मैच खेले और सिर्फ एक विकेट लिया।
यह साफ है कि कुलदीप के लिए समय निकल रहा है और यह उनके लिए अपना प्रभाव छोड़ने का आखिरी मौका हो सकता है। देखना होगा कि क्या वह प्रभाव छोड़ पाते हैं या नहीं। (आईएएनएस)
मेक्सिको सिटी, 7 नवंबर | मेक्सिको के चियापास राज्य में भारी बारिश के कारण बाढ़ और भूस्खलन में करीब 19 लोगों की मौत हो गई और 900 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए। यह जानकारी अधिकारियों ने दी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने राज्य के सिविल प्रोटेक्शन सेक्रेटेरिएटके बयान के हवाले से बताया, अब तक राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में 20 नगरपालिकाएं, नदियों और भूस्खलन से प्रभावित हुई हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, मेक्सिकन राज्य ग्वाटेमाला की सीमा के उत्तरी पहाड़ों में स्थित तीन स्वदेशी नगरपालिकाओं में 19 पीड़ितों में से पंद्रह लोग मारे गए हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है, एल बोस्क की नगरपालिका में एक वयस्क और तीन बच्चों की मौत हो गई, चेनल्हो की नगर पालिका में एक नदी में 10 लोग मृत पाए गए और ऑक्सुच के नगर पालिका में नदी की बाढ़ से बहकर आए एक व्यक्ति की भी मौत हो गई।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 7 नवंबर | रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर एक बार फिर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का खिताब नहीं जीत सकी। भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने कहा है की टीम को अब कप्तान विराट कोहली का विकल्प तलाशना होगा। बेंगलोर को शुक्रवार रात खेले गए लीग के 13वें सीजन के एलिमिनेटर में सनराइजर्स हैदराबाद ने छह विकेट से हरा दिया। बेंगलोर ने 2016 में फाइनल खेला था, लेकिन हैदराबाद ने उसे जीतने नहीं दिया। 2017 में वो आखिरी स्थान पर रही थी और 2018 में वह छठे और 2019 में फिर आखिरी स्थान पर रही थी।
इस साल टीम ने प्लेऑफ मे जगह बनाई, लेकिन एलिमिनेटर मुकाबले में ही हार कर बाहर हो गई।
कोहली 2013 से टीम के कप्तान हैं और उनकी कप्तानी में टीम ने आठ सीजनों मे से तीन में ही प्लेऑफ में जगह बनाई है।
वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो ने गंभीर के हवाले से लिखा है, "आठ साल एक टूर्नामेंट में बिना खिताब जीते। आठ साल लंबा समय होता है। मुझे एक कप्तान बता दीजिए, कप्तान भी छोड़िए मुझे एक खिलाड़ी बता दीजिए जो आठ साल किसी टीम से खेला हो और खिताब न जीतने के बाद भी टीम में रहा हो। कप्तान को जिम्मेदारी लेनी होगी।"
बाएं हाथ के पूर्व बल्लेबाज ने कहा, "यह एक साल की बात नहीं है। यह इस सीजन की ही बात नहीं है। मैं कोहली के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन कहीं न कहीं उन्हें कहना होगा कि इसके लिए वो जिम्मेदार हैं।"
गंभीर ने किंग्स इलेवन पंजाब का उदाहरण देते हुए कहा, "आठ साल काफी लंबा समय है। रविचंद्रन अश्विन के साथ क्या हुआ। दो साल पंजाब की कप्तानी की लेकिन जीत नहीं दिला पाए और इसलिए हटा दिए गए। हम महेंद्र सिंह धोनी, रोहित शर्मा और कोहली की बात करते हैं। धोनी ने तीन आईपीएल खिताब जीते हैं। रोहित ने चार खिताब जीते हैं। यही कारण है कि वह इतने लंबे समय से कप्तान हैं। मैं आश्वस्त हूं कि अगर रोहित सफल नहीं होते तो हटा दिए जाते। लोगों के लिए अलग-अलग पैमाने नहीं होते।"(आईएएनएस)
पटना, 7 नवंबर | बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण के तहत शनिवार को सुबह सात बजे से 15 जिलों के 78 विधानसभा क्षेत्रों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान जारी है। इस बीच, अपराह्न् एक बजे तक करीब 35 प्रतिशत मतदाता वोट डाल चुके हैं। इस बीच कहीं से कोई बड़ी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है, हालांकि पूर्णिया के धमदाहा में गोली चलने की खबर है। राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक, अंतिम चरण में 78 विधानसभा क्षेत्रों में वोट डाले जा रहे हैं, जिसके लिए लोगों में उत्साह देखा जा रहा है, खासकर कई मतदान केंद्रों में महिला मतदाताओं की अच्छी खासी संख्या है। कुछ मतदान केंद्रों में प्रारंभ में ईवीएम खराब होने की सूचना मिली थी, जिसे बाद में या तो बदल दिया गया या ठीक कर दिया गया।
आयोग के मुताबिक, दिन के 1 बजे तक 34.82 प्रतिशत मतदाता अपने-अपने मताधिकार का प्रयोग कर चुके हैं। सबसे अधिक मुजफ्फरपुर में 40.15 प्रतिशत मतदाता अब तक वोट डाल चुके हैं, जबकि सबसे कम दरभंगा में 26.58 फीसदी वोट डाले गए हैं।
इसके अलावा, पश्चिमी चंपाराण में 35.81 फीसदी, पूर्वी चंपारण में 34.62 फीसदी, सीतामढी में 31.51 प्रतिशत, मधुबनी में 34.59 प्रतिशत, सुपौल में 35.73 प्रतिशत, अररिया में 32.79 प्रतिशत, किशनगंज में 34.45 प्रतिशत, पूर्णिया में 37.23 प्रतिशत, कटिहार में 35.34 प्रतिशत, मधेपुरा में 33.93 प्रतिशत, सहरसा में 37.58 प्रतिशत, दरभंगा में 26.58 प्रतिशत, मुजफ्फरपुर में 40.15 प्रतिशत, वैशाली में 37.99 प्रतिशत तथा समस्तीपुर में 34.16 प्रतिशत वोट डाले गए हैं।
इस चरण में 2.35 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, जिसके लिए 33,782 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
इधर, पूर्णिया के धमदाहा मतदान केंद्र संख्या 282 में सुरक्षाकर्मी द्वारा हवाई फायरिंग की गई। मुख्य निर्वाचन अधिकारी एच.आर. श्रीनिवास ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि इस घटना से मतदान में कोई व्यवधान नहीं पड़ा है।
विधानसभा क्षेत्रों के अलावा, वाल्मीकिनगर लोकसभा क्षेत्र के लिए हो रहे उपचुनाव के लिए भी मतदाता अपने मताधिकार का प्रयेाग कर रहे हैं।
चुनाव आयोग के मुताबिक, तीसरे चरण में 1,204 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला होना है, इनमें से 1094 पुरूष तथा 110 महिला शामिल है। सबसे अधिक 31 प्रत्याशी गायघाट से हैं जबकि सबसे कम नौ प्रत्याशी ढाका, त्रिवेणीगंज, जोकीहाट तथा बहादुरगंज से हैं। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 7 नवंबर | डेमोक्रेटिकउपराष्ट्रपति उम्मीदवार कमला हैरिस का एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है, जिसमें वह अपनी भतीजी की बेटी से कहती नजर आ रही हैं कि 'आप राष्ट्रपति बन सकती हैं।' उनकी भतीजी मीना हैरिस द्वारा पोस्ट किए गए एक वीडियो में डेमोक्रेटिक सीनेटर ने मीना की 4 वर्षीय बेटी, अमारा अजागु से कहा, "आप राष्ट्रपति बन सकती हैं, लेकिन अभी नहीं। आपको 35 वर्ष से अधिक आयु का होना होगा।"
वीडियो में कमला हैरिस की गोद में बैठी अमारा अजागु उनसे बातचीत में व्यस्त दिख रही हैं। हैरिस और उनकी अमारा के बीच राष्ट्रपति बनने के बारे में चर्चा हो रही है।
मीना ने बाद में हैरिस के वीडियो को ट्विटर पर पोस्ट किया। इसके कैप्शन में उन्होंने लिखा, "जानकारी के लिए बता दूं कि, मेरी बेटी राष्ट्रपति और एक अंतरिक्ष यात्री दोनों बनना चाहती है।"
मीना हैरिस ने हाल ही में एक किताब लिखी है, जिसका शीर्षक एंबिशस गर्ल है, यह किताब एनवाईटी बेस्टसेलर है। (आईएएनएस)