छत्तीसगढ़
बलौदाबाजार, 28 मई। देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू की पुण्यतिथि स्थानीय नेहरू चौक में मनाई गई। इस अवसर पर कांग्रेसजनों द्वारा पंडित नेहरू को आधुनिक भारत के निर्माता निरूपित करते हुए पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्घांजलि दी।
नेहरू चौक में स्थापित पंडित नेहरू की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कांग्रेसजनों ने पंडित नेहरू के देश के लिए किए गए कार्यों को याद करते हुए कहा कि वे स्वतंत्रता आंदोलन से जुडक़र भारत को आजादी दिलाने के लिए महात्मा गांधी के साथ मिलकर कार्य किया। देश के पहले प्रधानमंत्री होने के साथ ही नेहरू आधुनिक भारत के निर्माता भी थे। देश के आजादी से लेकर आजाद भारत को समृद्घ बनाने तक में नेहरू का अहम योगदान रहा।
कार्यक्रम में उपस्थित कांग्रेस जनों ने पंडित नेहरू को याद करते हुए कहा कि आजादी की लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभाने के साथ भारत के नव निर्माण, लोकतंत्र को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले बच्चों के चाचा नेहरू और देश के प्रधानमंत्री अद्भुत वक्ता, उत्कृष्ट लेखक, इतिहासकार और आधुनिक भारत के निर्माता थे।
इस अवसर पर शहर कांग्रेस अध्यक्ष रूपेश सिंह ठाकुर, ग्रामीण अध्यक्ष विक्रम गिरी, चेंबर आफ कामर्स अध्यक्ष जुगल भट्टर, गंभीर सिंह ठाकुर, पार्षदगण गोविंद पात्रे, गौतम ठेठवार, गोल्डी मरैया, डिगेश्वरी रविंद्र नामदेव, क्रांति दिगंबर साहू, प्रियंका नितिन सोनी, एल्डरमैन हेमचंद केसरवानी, मनोज प्रजापति सुखदेव साहू,अंबु पंजवानी, लखेस साहू, संदीप साहू, सलमान शेख, महान मिश्रा सहित कांग्रेसजन उपस्थित थे।
नगरी, 28 मई। सिहावा विधायक डॉ. लक्ष्मी धु्रव ने अपने जनसम्पर्क निधि से विभिन्न समितियों व जरूरतमन्दों को राशि प्रदान की गई। इसी क्रम में नगरी निवासी गिरिश निर्मलकर को भी इलाज के लिए सिहावा विधायक डॉ. लक्ष्मी धु्रव द्वारा पांच हजार रुपए की स्वीकृति प्रदान की गई। उक्त राशि का चेक गिरीश निर्मलकर को विधायक प्रतिनिधि रूद्रप्रताप नाग एवं एल्डरमेन भरत निर्मलकर ने हितग्राही के घर पहुंचकर प्रदान किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
उतई, 28 मई। नवगठित रिसाली नगर पालिक निगम क्षेत्र में विकास करने के साथ ही शासन की महत्वकांक्षी योजना का विकास करने गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू लगातार प्रयास कर रहे हैं। खासकर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने कार्य योजना तैयार की जा रही है। नगर पालिक निगम के आयुक्त प्रकाश कुमार सर्वे ने डुंडेरा गोठान में मछली पालन कराने डबरी (तालाब) तैयार करा रहे हैं।
आयुक्त प्रकाश कुमार सर्वे ने बताया कि ग्रामीण परिवेश में जीवन यापन करने वाली महिलाएं मजदूरी करने पैदल शहर आती है। ऐसे में अगर उन्हे उनके ही रिहायशंी क्षेत्र में रोजगार उपलब्ध कराया जाए तो न केवल समय की बचत होगी बल्कि वे बेहतर तरीके से अपने घर को भी सम्हाल सकेगी। इसीलिए वे डुंडेरा गोठान में गो सेवा के साथ ही महिला स्वसहायता समूह के लिए गोठान में डबरी तैयार करा रहे हैं। जिसमें मछली पालन कर महिलाए आत्मनिर्भर हो सके।
गढ्डे को देख आया प्लान
दरअसल डुंडेरा में गोठान निर्माण बस्ती से अलग है। जिस स्थान में गोठान तैयार किया जा रहा है वहां डबरी नुमा गढ्डा है। जिसे देखने के बाद आयुक्त ने उसे समतलीकरण न कर तालाब का आकार देने के निर्देश दिए है। ताकि बारिश के पानी को संग्रहण किया जा सके।
गुणवत्ता सुधारने दिए निर्देश
डुंडेरा गोठान का कार्य 70 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। मवेशियों के लिए शेड के अलावा वर्मी खाद तैयार करने शेड बनाया गया। सुरक्षा के लिहाज से कैम्पस के चारों ओर जाली तार लगाया गया है। जाली कई जगह से झूलने पर आयुक्त ने निर्माण एजेंसी से कार्य को गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिए।
फलदार पेड़ लगाया जाएगा
निरीक्षण के दौरान आयुक्त ने क्षेत्र के एल्डरमेन तरूण बंजारे से भी चर्चा की। उन्होंने मॉडल की तरह गोठान बनाने फैसिंग से लगे हुए खाली जमीन पर आम, मुनगा व पपीता के पौधे लगाने कहा। ताकि महिला स्वसहायता समूह को आमदानी हो सके।
रायगढ़, 28 मई। जीजा के मारपीट से क्षुब्ध साले ने सोए हुए अवस्था में जीजा की डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर रिमांड पर जेल भेज दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार सरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत बड़े नवापारा मधुडीपा में रहने वाले पुरंजन भोय बताया कि उसका बेटा किशन भोय अपने ससुराल ग्राम लुधिया बरमकेला में रहता है। 25-26 मई की दरमियानी रात करीब 3 बजे ग्राम लोधिया से भतीजे ने आकर बताया कि किशन का तबीयत खराब है, देखने चलो। तब उसके साथ किशन के ससुराल जाकर देखा तो किशन ससुराल के सामने घर खुलू सिदार के मकान छत में चित हालत में पड़ा था जिसके सिर, माथे नाक, कनपटी में चोट का निशान था, मौत हो चुकी थी।
पुरंजन अपनी बहू (मृतक की पत्नी) जानकी भोय व समधन से पूछताछ किया तो बताया कि किशन का साला नित्यानंद सिदार उर्फ भैंरा घरवालों से झगड़ा मारपीट कर रहा था, जिसे किशन मना कर दो झापड़ मारा था। इसी बात से नित्यानंद रंजिश रखकर रात में किशन भोय को छत में सोये हालत में बेर के मोटा लाठी से सिर में मार कर उसकी हत्या कर दिया। आरोपी नित्यानंद सिदार उर्फ भैंरा (20) लोधिया थाना बरमकेला को बरमकेला पुलिस द्वारा हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर बताया कि उसकी बहन जानकी से इसका झगड़ा हुआ था, जिसे लेकर जीजा किशन भोय थप्पड़ मारे थे, उसी रंजिश पर उसकी डंडा से मारकर उसकी हत्या कर दी। आरोपी को गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 28 मई। कोरोनाकाल में जहां प्रदेश के साथ-साथ देश भी आर्थिक मंदी से प्रभावित है। लेकिन जिले में वनोपज की भरमार के कारण ग्रामीण इलाकों में आर्थिक स्थिति काफी तेजी से उभर रही है। तेंदूपत्ता संग्रहण भी लक्ष्य के करीब पहुंच चुका है।और अनलाक होते ही अमचूर की आवक बाजार में तेजी से बढ़ गई है। साप्ताहिक बाजार बंद होने के कारण व्यापारी गांव-गांव जाकर अमचूर खरीद रहा है। जिसके कारण ग्रामीणों के पास पैसे आ रहे है और वो बाजारों में खरीदारी भी कर रहे है।
अनलाक के पहले दिन जिला मुख्यालय से लेकर करीब-करीब हर गांवों में अमचूर की खरीदारी जमकर हुई है। जहां पिछले दो माह से बाजारों की रौनक गायब थी, वही ंएकाएक रौनक लौट आई है। क्योंकि ग्रामीण इलाकों में आय का मुख्य स्त्रोत्र अमचूर भी है लेकिन लाकडाउन के कारण अमचूर व्यापारी खरीद नहीं रहे थे। जैसे ही अनलाक हुआ तो पहले ही दिन व्यापारियों ने टनों के हिसाब से अमचूर की खरीदारी की। अमचूर का भाव 70 रू. किलो है ऐसे में हर आदिवासी परिवार के पास अच्छी रकम चली जाती है। इस बार लाक डाउन में अधिकांश गांव वाले जंगलों से आम एकत्रित कर अमचूर भारी मात्रा में बनाई है अब उसे बेच रहे है। वो पैसा अब बाजारों में आ रहा है। पहले ही दिन सुबह से लेकर शाम तक दुकानों में ग्राहक पहुंच रहे थे और जरूरतमंद सामान की खरीदारी कर रहे थे।
लक्ष्य के करीब पहुंचा तेंदूपत्ता खरीदी
प्रदेश के मंत्री कवासी लखमा के निर्देश पर जिले में लाक डाउन के दौरान वनोपज तेंदूपत्ता तोड़ाई व खरीदारी दोनों चालू थी। लिहाजा तेंदूपत्ता की खरीदारी लक्ष्य के करीब पहुंच चुकी है फिलहाल खरीदी जिले में बंद है। इस साल 90400 मानक बोरा का लक्ष्य रखा गया था उसके एवज में 73887.52 मानक बोरा की खरीदारी हो चुकी है। जिसका भुगतान करीब 29 करोड़ 55 लाख के करीब है। इतनी बड़ी रकम जिले के हितग्राहियों को नगदी दिया जाऐंगा। जिससे ग्रामीण इलाकों में आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और बाजारों में भी रौनक बढ़ेगी।
आदिवासियों के आय का मुख्य स्त्रोत्र है वनोपज
जिले में ग्रामीण इलाकों में आय का मुख्य स्त्रोत्र वनोपज है। जिसमें वर्तमान में तेंदुपत्ता व अमचूर है। तेंदूपत्ता से जिले के करीब 58 हजार हितग्राहियों को सीधे तौर पर मदद मिलती है। तेंदूपत्तासे एक परिवार को अच्छी रकम मिल जाती है। वही अमचूर की भी दरे काफी बढ़ गई है। इस साल 70 रू. किलो खरीदी जा रही है। इससे भी अच्छी मोटी रकम मिल जाती है। लाक डाउन के दौरान इस बार दोनो फसलों पर आदिवासियों ने अच्छा काम किया।
लखमा के प्रयासों से मिल रहा लाभ
जब अविभाजित मध्यप्रदेश के समय मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह ने तेंदूपत्ताका सहकारीकरण कर दिया था जिसके बाद तेंदूपत्ता खरीदने की जिम्मेदारी प्रबंधकों की हो गई थी लेकिन समय पर न तो तेंदूपत्ता टूट रहा था और न ही खरीदारी जिसका नुकसान आदिवासियों को हो रहा था। जब छत्तीसगढ़ अलग राज्य बना और विधायक कवासी लखमा बने तो उन्होंने पहल की और सरकार से मांग की तब कहीं जाकर अविभाजित दंतेवाड़ा जिले में तेंदूपत्ता का निजीकरण हुआ जिसके बाद ज्यादा दरों पर ठेकेदारों ने निविदा ली और आदिवासियों को लाभ हुआ। आज फिर कोरोना काल में मंत्री कवासी लखमा के प्रयासों के कारण जिले के हितग्राहियों को तेंदूपत्ता का नगदी भुगतान हो रहा है।
बोड्डू राजा उपाध्यक्ष जिपं सुकमा ने कहा कि मंत्री कवासी लखमा के प्रयासों के चलते तेंदूपत्ता का नगद भुगतान की घोषणा हुई जिसके कारण कोरोनाकाल में लोगो को आर्थिक रूप से मदद मिलेगी। वहीं अनलाक होते ही व्यापारी अमचूर ले रहे है जिसका फायदा आदिवासियों को मिल रहा है। आदिवासियों का दोहरा फायदा के लिए मंत्री कवासी लखमा का आभार व्यक्त करते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 28 मई। बुधवार को तालाब में नहाने गई 10 साल की बच्ची का एक अधेड़ ने गला रेत कर हत्या कर दी। इसकी जानकारी ग्रामीणों को लगी तो उन्होंने आरोपी को पीट-पीटकर मार डाला। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शवों को अस्पताल में रखवा दिया है। इस मामले में दोनों पक्षों से पूछताछ की जा रही है। हालांकि अभी तक बच्ची की हत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है। मामला घरघोड़ा थाना क्षेत्र का है।
ग्राम पंचायत ढोरम निवासी मालती राठिया (10) बुधवार को अपनी सहेलियों के साथ तालाब में नहाने के लिए गई थी। आरोप है कि इसी दौरान गांव का ही रहने वाला भिक्षा लाल खेतों से हसिया लेकर पहुंच गया। उसने अचानक से बच्ची पर हमला किया और उसका गला रेतकर हत्या कर दी। यह देखकर वहां मौजूद अन्य बच्चे भाग निकले और गांव लौटकर परिजनों व ग्रामीणों को इसकी जानकारी दी।
इसका पता चलते ही ग्रामीण आक्रोशित हो गए। सभी एकजुट होकर तालाब के पास पहुंचे और आरोपी की पिटाई शुरू कर दी। गुस्से में आरोपी को इतना मारा किया वह अधमरा हो गया। सूचना मिली तो पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। हालांकि तब तब आरोपी की हालत गंभीर हो चुकी थी और वह जमीन पर पड़ा हुआ था।। पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है।
बच्ची की गला रेत कर हत्या किए जाने के पीछे का कारण पता नहीं चल सका है, वहीं दूसरी ओर ग्रामीणों का यह भी कहना है कि आरोपी पर इससे पहले भी कई बार नाबालिगों को मारने के आरोप लग चुके हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
उतई, 28 मई। शासकीय दानवीर तुलाराम स्नातकोत्तर महाविद्यालय उतई के पाँच प्राध्यापकों डॉ. शुभा शर्मा, डॉ. पी. वसंत कला, डॉ. राजबाला गुरू, डॉ. विद्या पंचांगम एवं डॉ. अनुसूईया जोगी को क्रमश: अर्थशास्त्र, अंग्रेजी, राजनीति विज्ञान, समाजशास्त्र और इतिहास विषय में हेमचन्द यादव विश्वविद्यालय दुर्ग द्वारा जारी अधिसूचना के द्वारा शोध निदेशक बनाया गया है।
यह इस महाविद्यालय के लिए गौरव की बात है। ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए स्नातकोत्तर के बाद शोध कार्य में इससे सुविधा होगी। यह ध्यान दिये जाने योग्य है कि इस आदेश के पूर्व भी महाविद्यालय के अन्य सात प्राध्यापक एवं सहायक प्राध्यापक शोध निदेशक के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
इसी वर्ष महाविद्यालय के हिन्दी विभाग को हेमचन्द यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग द्वारा शोध केन्द्र का दर्जा दिया गया है और पहले ही वर्ष में 16 शोधार्थियों ने शोध केन्द्र के रूप में इस महाविद्यालय को चयनित कर अपना प्रवेश प्राप्त किया है। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. कोमल सिंह शार्वां, विधायक प्रतिनिधि एवं समाजसेवी श्री भीषम हिरवानी तथा जनभागीदारी के अध्यक्ष डॉ. प्रहलाद वर्मा ने सभी शोध निदेशकों को बधाई दी है और इसे महाविद्यालय की महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया है। इससे ग्रामीण क्षेत्र का यह महत्वपूर्ण महाविद्यालय अध्ययन, अध्यापन के साथ-साथ शोध के क्षेत्र में भी अपनी महती भूमिका का निर्वहण करेगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दल्लीराजहरा, 28 मई। संसदीय सचिव एवं बालोद जिला निषाद समाज के अध्यक्ष कुंवर सिंह निषाद ने दल्लीराजहरा के निषाद भवन में स्वास्थ्य कर्मियों का सम्मान एवं कोविड सेन्टर के मरीजों को फल, बिस्कुट एवं छाछ वितरण किया गया।
सर्वप्रथम कुंवर सिंह निषाद ने निषाद भवन दल्ली राजहरा मंदिर में पूजा-अर्चना कर स्वास्थ्य कर्मियों को उनके त्याग, समर्पण एवं सेवा कार्यों के लिए सम्मान किया, जिसमें वरिष्ठ स्टाफ नर्स बीना निषाद, सेवती निषाद, ऑपरेशन थिएटर सहायक डिगेश निषाद एवं एम्बुलेंस ड्राईवर थलेश्वर निषाद को सम्मानित किया गया।
सम्मान पश्चात नगर के लाल मैदान कोविड सेन्टर, एकलव्य कोविड सेन्टर एवं शहीद अस्पताल में मरीजों एवं स्टाफ को फल वितरण कर वहां की वस्तुस्थिति एवं स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी ली। लाल मैदान कोविड सेन्टर में मरीजों द्वारा हैण्डवास के अभाव बताने पर उन्होंने तुरंत दुकान से हैण्डवास मंगवाकर कोविड सेन्टर में दिया। शहीद अस्पताल में डॉक्टर शैवाल जाना से मिलकर मरीजों के हालत एवं स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी ली।
इस अवसर पर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष अशोक बाम्बेश्वर, जिला कांग्रेस कमेटी महामंत्री रतिराम कोसमा, जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष प्रशांत बोकडे, जिला सचिव विवेक मसीह, संजय सोनवानी, प्रदीप बाघ, जिला बालोद निषाद समाज के सचिव राजेन्द्र निषाद, उपाध्यक्ष गोपी निषाद, युवा प्रकोष्ठ अध्यक्ष अजीत निषाद, नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष काशी राम निषाद, घनश्याम पारकर, जनक निषाद (पार्षद), मूलचंद निषाद, भगऊ निषाद, जोहन, पूनाराम निषाद, ढाल सिंह निषाद, यादराम निषाद, श्री राम निषाद, जेठू राम निषाद, शिशु पाल निषाद, देवकुमार निषाद प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दन्तेवाड़ा, 28 मई। कलेक्टर दीपक सोनी ने गुरूवार को साप्ताहिक समय सीमा की बैठक लेकर विभागों को उनके लंबित प्रकरणों का जल्द निराकरण करने के निर्देश दिए। संपर्क सेल में प्राप्त हुए आवेदनों का निराकरण शीघ्र करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री सोनी ने पी.डब्ल्यू डी. को काठमाण्डू कालोनी निर्माण कार्य में बंद कार्य को तत्काल प्रारम्भ करने, इन्डोर स्टेडियम/ऑडिटोरियम को तत्काल पूर्ण कराने के निर्देश दिए। सर्व विभाग प्रमुख को अपने-अपने विभागीय कार्यो की गतिविधियों को समावेश करते हुए वार्षिक कार्ययोजना प्रस्तुत करने को कहा। जिला सहकारी बैंक को राजीव गांधी किसान न्याययोजना/के.सी.सी. प्रकरण/धान की बोनस सहित सभी योजनाओं को व्यक्तिगत रूचि लेकर सतत निगरानी करने के निर्देश दिये गए। साथ ही किसानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो इस पर ध्यान देने को कहा। खाद्य विभाग को मई एवं जून माह के राशन भण्डारण शत् प्रतिशत करने को कहा एवं उपार्जित धान कस्टिम मिलिंग हेतु तत्काल उठाव कराने के निर्देश दिए। विद्युत विभाग को बारिश के पूर्व अधुरे लाईन विस्तार कार्य पूर्ण करने एवं अंदरूनी क्षेत्रों में विद्युत व्यवस्था दुरूस्त करने को कहा। आबकारी विभाग को मंदिरा दुकानों में कोविड-19 का पूर्णत: पालन कराने एवं दुकानों में किसी भी स्थिति में भीड़-भाड़ न हो इसके लिए जरूरत पडऩे पर बेरिकेटिंग करवाने या नियमानुसार घेराव बनाने कि निर्देश दिए। जिले में मनरेगा के स्वीकृत कार्यों को कोविड़-19 के नियमों के शर्तों पर कार्य को प्रारंभ करने स्वीकृत मिट्टी के कार्य को 15 जून से पूर्व कराने के निर्देश दिए और साथ ही रोजगार मूलक जीविकोपार्जन कार्यों को निरन्तर जारी रखने को कहा। बैठक में जिला पंचायत सीईओ अश्वनी देवांगन, एडीएम अभिषेक अग्रवाल, एसडीएम अबिनाश मिश्रा, सभी विभागों के विभागाध्यक्ष एवं अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।
रायगढ़, 28 मई। युवती से रेप और मारपीट के मामले में पीडि़ता की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी युवक व उसकी पत्नी के खिलाफ जुर्म पंजीबद्ध कर लिया है। मामला घरघोड़ा थाना क्षेत्र का है।पुलिस के अनुसार थाना घरघोड़ा में 26 मई को थानाक्षेत्र की युवती द्वारा उसके गांव के संजय तिर्की द्वारा शारीरिक संबंध बनाने के बाद कानूनी कार्रवाई के डर से पंचायत के सामने शादी कर पत्नी बनाकर रखने की बात कबूल किया, फिर अपनी पत्नी के साथ उसके घर में तरह-तरह से यातनाएं देने लगा, युवती की रिपोर्ट पर आरोपी पति-पत्नी पर के विरुद्ध अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया है।
पीडि़त युवती ने बताया कि पिछले साल दिन तारीख याद नहीं है, संजय तिर्की के दुकान के पास सार्वजनिक बोरिंग में पानी भरने गई थी, उस समय संजय दुकान पर बुलाकर डरा धमकाकर शारीरिक संबंध बनाया था। उसके बाद से जब कभी संजय अकेले देखता तो अपने घर ले जाकर संबंध बनाता। फरवरी में तबियत खराब होने पर युवती अपनी मां को आपबीती बताई तो गांव में पंचायत किये, पंचों के समक्ष संजय जो विवाहित है, अपनी दूसरी पत्नी बनाकर अच्छे से रखूंगा कहकर अपने घर ले गया। उसके घर में उसकी पत्नी सिलमिना तिर्की और संजय काफी दिनों तक घर को बाहर से बंद कर चले जाते और आने के बाद झगड़ा मारपीट करते थे। पीडि़ता के लिखित आवेदन पर आरोपी संजय तिर्की और उसकी पत्नी सिलमिना तिर्की के विरूद्ध अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया है। थाना प्रभारी घरघोड़ा निरीक्षक अमित सिंह, आरोपियों के गांव पहुंचे जहां से दोनों आरोपी फरार हैं।
महासमुंद, 28 मई। पिथौरा के खुटेरी निवासी महिला से गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी देने के मामले में पिथौरा थाने में शिकायत दर्ज की गई है। पिथौरा पुलिस ने गांव के ही सेवक राम निषाद के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। प्रार्थी महिला के मुताबिक बीते 25 मई की रात 8 बजे सेवक राम ने शराब के नशे में गाली-गलौज करते हुए उसे जान से मारने की धमकी दी। दूसरे दिन इसी मामले को लेकर गांव में बैठक हुई लेकिन उक्त मीटिंग में सेवक राम नहीं आया। इसके बाद महिला ने थाने पहुंचकर मामले की शिकायत की।
युवा व बुजुर्गों ने बढ़-चढ़ लगवाया वैक्सीन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 28 मई। जिले को शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन के लिए गरियाबंद पुलिस एवं प्रशासन प्रयासरत है। कलेक्टर निलेश क्षीरसागर एवं एसपी भोजराम पटेल नक्सल क्षेत्र ग्राम कुल्हड़ीघाट पहुंचे। कोरोना टीकाकरण को लेकर जो भ्रम है, उसे दूर किया।
आगे बताया कि वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है, तथा मानवजाति के संरक्षण के लिए इस आपदा की घड़ी में टीकाकरण बेहद ज़रूरी है, ग्राम के युवा वर्ग एवं बुजुर्गों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया और वैक्सीन का पहला टीका सभी ने लगवाए। गांव में कोरोना किट के माध्यम से जांच भी किए।
कलेक्टर श्री क्षीरसागर ने सरकार के नीतियों के बारे में बताए एवं लोगों की मांगों को पूर्ण करने के लिए आश्वासन दिया। एसपी श्री पटेल ने कहा कि जनता एवं पुलिस के मध्य मधुर संबंध स्थापित बना रहे हर वो कार्य करेंगे। आगे कहा कि आप आगे आए और अपना परेशानी बताएं, हम हरसंभव प्रयास करेंगे। गांव के बच्चों से भी मिले तथा कोरोना महामारी के संबंध में जानकारी दी एवं सवाल भी पूछे।
कार्यक्रम में कांग्रेस नेता विनोद तिवारी, मैनपुर थाना प्रभारी सत्येंद्र सिंग श्याम, स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी, गांव के सरपंच, पंच एवं अन्य उपस्थित थे।
राजनांदगांव, 28 मई। भाजपा नेता अशोक चौधरी ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम के इस बयान को हास्यप्रद बताते कहा जिसमें श्री मरकाम ने डॉ. रमन सिंह को आपराधिक प्रवृत्ति का बताया है। श्री चौधरी ने कहा कि श्री मरकाम अपने बयान से साबित कर दिया है कि वह राहुल गांधी के फालोवर है और अपने को स्वयं मंदबुद्धि का साबित कर दिया है। सर्वविदित है कि डॉ. रमन एक सरल सहज और परोपकारी प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं।
उन्होंने अपने मुख्यमंत्री काल में कभी भी किसी व्यक्ति को तकलीफ नहीं पहुंचाई है और अब कांग्रेस सरकार अपने क्रियाकलापों से चारों ओर से घिर गए हैं तो कांग्रेस अध्यक्ष जैसे प्रभावशाली पद पर रहते हुए अपनी गरिमा के विपरीत बयानबाजी करना उन्हें शोभा नहीं देता।
छत्तीसगढ़ की जनता एक-एक बात को ध्यान से देख रही है। जिसमें डॉ. रमन को प्रताडि़त करने का कार्य कांग्रेस सरकार और उनके बड़े पदाधिकारी कर रहे हैं। श्री चौधरी ने प्रदेश अध्यक्ष श्री मरकाम को अपने बयान के लिए माफी मांगने की मांग की है अन्यथा इस कृत्य के लिए जनता सबक सिखाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 28 मई। थाना बागबाहरा की टीम ने कल कृषि उपज मंडी के सामने चोरी के स्कूटर को बेचने ग्राहक की तलाश करते एक आरोपी को पकड़ा है। आरोपी का नाम देवदत्त दुबे (24) कुशालपुर मलसाय तालब के पास थाना पुरानी बस्ती रायपुर जिला रायपुर है। उसकेपास एक पुरानी इस्तेंमाली सफेद रंग की एक्टिवा कीमती करीबन 40 हजार रुपये मिला। संदेही से उक्त वाहन के संबंध में कडाई से पूछताछ करने पर 22 मई को भाठांगांव रायपुर से चोरी करना बताया। उक्त वाहन को समक्ष गवाहन जब्त कर पुलिस ने अपने कब्जे में लिया। जब्त स्कुटी चोरी का होने से आरोपी के खिलाफ धारा 41-1़4, जाफौ तथा 379 भादवि दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 28 मई। पटेवा थाना क्षेत्र के ग्राम पचरी मेंं बुधवार की रात दो परिवारों के बीच विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों के बीच जमकर मारपीट भी हुई और गांव में स्थिति खराब हो गई। सूचना मिलते ही पटेवा थाना सहित बागबाहरा और पिथौरा से भी पुलिस की टीम रात में गांव रवाना की गई। मामले में दोनों पक्षों की शिकायत पर पुलिस ने कुल 7 लोगों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर मामले को जांच में लिया है। साथ ही घायलों का इलाज कराया जा रहा है।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार परसों बुधवार की रात पटेवा थाना क्षेत्र के ग्राम पचरी में छोटे बच्चों को मारने और गाली देने को लेकर दो पक्षों में विवाद शुरू हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई और घटना में एक महिला और एक पुरुष घायल हो गए। जिन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। मामले में पचरी निवासी सुभाष लहरे की शिकायत पर विक्रम लहरे, मारकंडेय, आकाश डोरा और अमित की खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है। वहीं दूसरे पक्ष की ओर से विक्रम लहरे की शिकायत पर देवराज, सुभाष और धनराज लहरे के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया गया है। मामले में दोनों पक्षों की शिकायत पर पुलिस ने कुल 7 लोगों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर मामले को जांच में लिया है। साथ ही घायलों का इलाज कराया जा रहा है।
पटेवा थाना प्रभारी के अनुसार दोनों परिवार में बच्चों के बीच हुई लड़ाई ही इस खूनी संघर्ष का कारण बना। पटेवा थाना प्रभारी कुमारी चंद्राकर ने बताया कि दोनों परिवार पचरी गांव में देवराज लहरे और सहदेव लहरे का परिवार आमने-सामने रहता है। दोनों परिवार के बच्चों के बीच रात में करीब 8.30 बजे किसी बात पर लड़ाई हो गई। बच्चों की लड़ाई के बाद दोनों परिवार के बीच खूनी संघर्ष हो गया। मामले में दोनों पक्षों की शिकायत पर अपराध दर्ज कर लिया गया है।
रायपुर, 28 मई। छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी विपणन संघ के महाप्रबंधक ने बताया कि राज्य के किसानों को अब डीएपी उर्वरक 1200 रूपए प्रति बोरी की दर पर प्रदाय की जाएगी । भारत सरकार द्वारा डीएपी उर्वरक पर 20 मई से सब्सिडी बढ़ाए जाने के कारण खाद की बढ़ी हुई कीमत में कमी आई है।
ज्ञात रहे कि डीएपी उर्वरक निर्माता कंपनियों द्वारा खाद के दाम में एकाएक प्रति बोरी लगभग 900 रूपए की वृद्धि किए जाने के कारण इसका दाम 1200 रुपये प्रति बोरी से बढक़र लगभग 1900 रुपये प्रति बोरी हो गया था , जो सरकार द्वारा सब्सिडी बढ़ाए जाने के कारण फिर से घटकर 1200 रूपए प्रति बोरी हो गया है । गौरतलब है कि खरीफ सीजन 2021 के लिए राज्य में डीएपी उर्वरक की आपूर्ति के लिए छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी विपणन संघ द्वारा आमंत्रित निविदा में निर्माता कंपनियों द्वारा प्रति बोरी डीएपी खाद की सप्लाई के लिए 1800 रुपए से लेकर 2026 रुपए की दर दी गई थी ।
राज्य स्तरीय उर्वरक क्रय समिति द्वारा राज्य में डीएपी उर्वरक की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु प्रदायकों से 1800 से लेकर 1950 रुपए एमआरपी प्रति बोरी की दर से डीएपी क्रय करने का निर्णय लिया गया था। छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी विपणन संघ के महाप्रबंधक ने बताया कि 20 मई 2021 से पूर्व प्रदायकों द्वारा राज्य को 30,119 मेट्रिक टन डीएपी उर्वरक की आपूर्ति की गई थी । उर्वरक की उक्त मात्रा पर अतिरिक्त सब्सिडी के संबंध में भारत सरकार सेअभी दिशानिर्देश प्राप्त नहीं हुआ है । सब्सिडी बढ़ाए जाने का निर्देश प्राप्त होते ही 20 मई से पूर्व प्रदायकों द्वारा प्रदाय की गई डीएपी उर्वरक की उक्त मात्रा पर भी 1200 रुपए प्रति बोरी की नवीन दर लागू की जाएगी। छत्तीसगढ़ राज्य में 20 मई के बाद प्रदायकों द्वारा प्रदाय की गई डीएपी उर्वरक की कीमत 1200 रुपए प्रति बोरी निर्धारित कर दी गई है और किसानों को 1200 रुपए प्रति बोरी में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।
पुलिस कर रही गृह नगर भेजने की व्यवस्था
रायगढ़, 28 मई। जिले के पुसौर क्षेत्र में स्थापित एनटीपीसी लारा में झारखंड से आई कोयले की गाड़ी में गुरूवार को अचरज स्थिति निर्मित हो गई। जब इस कोयले से लोड़ मालगाड़ी में एक जिंदा आदमी बाहर निकला।
बताया जा रहा है कि झारखण्ड के बरवाडीह से कोयले की आपूर्ति एनटीपीसी लारा में की जाती है। हमेशा की तरह कोयले की मालगाड़ी एनटीपीसी पहुंची, लेकिन इस मर्तबे मालगाड़ी के एक डिब्बे में कोयले पर बैठा बोरे को लपेटे जिंदा आदमी को देखा गया। अचानक जब यहां लोगों की नजर उस पर पड़ी तो एकबारगी अचरज वाली स्थिति निर्मित हो गई थी। इस अंजान व्यक्ति के मिलने के बाद मामले की सूचना पुसौर पुलिस को दी गई।
बताया जा रहा है कि इस आदमी ने खुद को पटना का रहने वाला बताया। यह कोयले की गाड़ी में कैसे पहुंचा, इसे लेकर वह साफ-साफ नहीं बता सका। एनटीपीसी प्रबंधन इसे पुलिस के सुपुर्द कर दिया है। पुलिस के अनुसार संभवत: वक्त व्यक्ति शराब के नशे में बोगी में चढ़ गया था और बेसुध होकर सो गया था। पुलिस उसे गृह नगर भेजने की व्यवस्था कर रही है।
युद्धवीर सिंह ने जांच के लिए सीएम को लिखा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 28 मई। जशपुर जिले में स्वास्थ्य विभाग में करीब सवा सौ करोड़ से अधिक की खरीदी में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया है। पूर्व संसदीय सचिव युद्धवीर सिंह जूदेव ने इस सिलसिले में सीएम भूपेश बघेल को पत्र लिखा है, और जांच का आग्रह किया है। जूदेव ने कहा है कि जांच नहीं होने की दशा में वे अदालत जाएंगे।
पत्र में उन्होंने मुख्य्मंत्री को बताया है कि नामचीन और निजी फर्मों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से स्वस्थ विभाग जशपुर में एक करोड़ छत्तीस हजार नौ सौ 74 रुपये का बड़ा घोटाला किया गया है। वित्तीय वर्ष 19-20 और 20-21 के बिलों में बिना क्रय नियमों का पालन किये और बगैर टेंडर जारी किए क्रय समिति के अनुमोदन बिना करोड़ों रूपये का फर्जीवाडा कर राशि भुगतान करने की कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया है कि इस करोड़ों के फर्जीवाड़ा में जिला अस्पताल के सिविल सर्जन की अहम भूमिका है। सिविल सर्जन द्वारा क्षमता से अधिक खरीददारी की गई था खरीदी की गई सामग्रियों का भौतिक सत्यापन तक नहीं कराया गया।
मुख्य्मंत्री को लिखे गए पत्र में युद्धवीर ने उन फर्मों के नाम का भी जिक्र किया है, जिन्हें फायदा पहुंचाकर कमीशनखोरी का बड़ा खेल खेल खेला जा रहा है। खास बात यह है कि ये बहुत सारे फर्म रायगढ़ और जशपुर के हैं, उनके द्वारा दी गयी फर्मों सूची में श्याम सर्जिकल रायगढ़, जिंदल इंटर प्राइजेज रायगढ़,चंद्रा मेडिकल एजेंसी रायगढ़,गुप्ता बुक डिपो जशपुर, रायपुर साइंटीफिक खमतराई रायपुर, सत्या इंटरप्राइजेज रायपुर, विजय स्टील इंडस्ट्रीज रायगढ़, न्यू साव इलेक्ट्रॉनिक्स जशपुर,कुमुद टेक्सटाइल्स खादी ग्रामोद्योग गम्हरिया जशपुर आदि हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गंडई, 28 मई। ग्राम पंचायत रोड़ अतरिया के पदाधिकारियों और ग्रामीणों ने गत् दिनों रोजगार सहायक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था और जनपद पंचायत छुईखदान के सीईओ को रोजगार सहायक के खिलाफ लिखित शिकायत की थी।
इस संबंध में छुईखदान जनपद सीईओ प्रकाशचंद तारम ने बताया कि तीन सदस्यीय टीम का गठन किया गया है, जल्द ही उनके द्वारा जांच किया जाएगा और जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
ग्रामीणों का आरोप है कि रोजगार सहायक द्वारा मनमानी करते बिना पंचायत के पंचनामा के ही पूर्व में पास हुए और वर्तमान में मृत हो चुके व्यक्ति के भूमि सुधार के कार्य को करवाया गया है।
मामले पर शिकायत किए लगभग एक सप्ताह हो गया है, परन्तु इस ओर कोई कार्रवाई नहीं किया गया था, जिस पर आज मामले की वस्तुस्थिति को जानने के लिए ग्राम पंचायत रोड अतरिया के प्रतिनिधि जनपद पंचायत छुईखदान सीईओ के पास गए थे।
ज्ञात हो कि बीते वर्ष 16 जुलाई 2020 को विश्राम निषाद पिता ठेलू निषाद के नाम पर भूमि सुधार का काम आया था। जिसके पश्चात विश्राम निषाद की मृत्यु 28 अगस्त 2020 को हो गया था। हितग्राही की मृत्यु हो जाने के बाद रोजगार सहायक द्वारा बिना ग्राम पंचायत से पूछे बिना सहमति एवं बिना पंचनामा तैयार करवाए ही उक्त मृतक विश्राम निषाद के भूमि सुधार के कार्य को 23 अप्रैल 2021 से 30 अप्रैल 2021 तक एवं एक मई 2021 से 8 मई 2021 तक करवाया गया है।
इसी प्रकार शत्रुहन लोधी पिता रामजी लोधी के नाम पर भूमि सुधार का कार्य 12 दिसंबर 2020 को आया। जिसके पश्चात 13 जनवरी 2021 को शत्रुहन लोधी की मृत्यु हो गई थी। इस मामले पर भी रोजगार सहायक द्वारा बिना किसी पंचनामा या सहमति पत्र के ही भूमि सुधार के कार्य को एक मई 2021 से 8 मई 2021 तक करवाया गया है।
पंचायत पदाधिकारियों ने मांग की थी कि मामले पर निष्पक्ष जांच कर दोषी रोजगार सहायक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किया जाए। साथ ही उक्त रोजगार सहायक को अन्यत्र स्थानांतरण किया जाए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 28 मई। काईट कॉलेज नरदहा रायपुर में कृति कोविड केयर सेंटर (नि:शुल्क) 18 अप्रैल, 2021 से संचालित है। यहां से 310 से ज्यादा मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। डिस्चार्ज हो कर घर जा रहे सभी मरीजों को 10 दिन की दवाईयों की किट के साथ पोस्ट-कोविड चिकित्सकीय सलाह का भी एक डॉक्यूमेंट उपलब्ध कराया गया है।
कृति कोविड केयर सेंटर (नि:शुल्क) में आज कोविड सेंटर में फ्रंटलाइन में सेवा देने वाले कोरोना वारियर्स का सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मंच में आर एसएस के छत्तीसगढ़ प्रान्त के प्रान्त प्रचारक प्रेमशंकर सिदार, वरिष्ठ समाजसेवी रामजीलाल अग्रवाल, पूर्व मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल, सांसद सुनील सोनी, रामप्रताप सिंह, डॉ.कमलेस्वर अग्रवाल, डॉ.अशोक त्रिपाठी, डॉ. गंभीर सिंग उपस्थित थे। कृति कोविड- केयर सेंटर के द्वारा सभी अतिथियों का श्रीफल एवं साल देकर सम्मान किया गया वही सेंटर में सेवा देने वाले सभी डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ नर्स वार्ड बॉय, स्वीपर, गार्ड, एम्बुलेंस ड्राइवर सहित सभी का स्मृति चिन्ह व उपहार देकर सम्मान किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बृजमोहन अग्रवाल ने कहा की जरूरत पड़ी तो कृति कोविड- सेंटर निशुल्क संभावित कोरोना के तीसरी लहर के लिए भी तैय्यार है । उन्होंने कहा कि सेवा भाव मानवता को लक्ष्य बनाकर यह सेंटर ऐसे समय में प्रारंभ किया गया जब प्रदेश में एक एक बेड के लिए ऑक्सीजन के एक एक सिलेंडर के लिए मारामारी चल रही थी, मेरे पास भी देर रात से लेकर 24 घंटे लोगों के फोन आते थे कि हमें बेड दिलवा दीजिए सारे प्रयासों के बाद मैं भी लोगों को सहयोग कर पाने में अपने आप को असहाय पाने लगा था।
श्री अग्रवाल ने कहा कि अगर यदि जरूरत पड़ी तो तीसरी लहर की आशंकाओं पर भी कृति कोविड केयर सेंटर ने तैयारी चालू कर दी है। बाल-रोग विशेषज्ञों की सलाह पर प्रदेश की जरूरत मंद जनता को कृति सेंटर जरूरत पडऩे पर व्यवस्थाएं उपलब्ध कराने के लिए भी पूरी तरह तैयार है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक श्री प्रेम सिंह सिदार ने अपने संबोधन में कहा मानव सेवा से बड़ा कोई धर्म नही है । कोरोना के इस काल में जिस जिस ने भी मरीजो की सेवा की है ,उनका योगदान ईश्वरीय तुल्य है । सांसद सुनील सोनी ने कहा की इस सेंटर ने मरीजो की जो सेवा की है उनकी जितनी तारीफ की जावे कम है । आज इस सेंटर की चर्चा पूरे प्रदेश में है । इस सेंटर से प्रेरणा लेकर ही प्रदेश में अनेक संस्थाओं ने इस दिशा में कदम उठाकर सेंटर खोलने का प्रयास किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 28 मई। सांकरा पुलिस ने गुरुवार को 12 किलो गांजा के साथ रायपुर के एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने गांजा एवम बाइक जब्त कर आरोपी को रिमांड पर भेज दिया है।
पुलिस के अनुसार गुरुवार को सांकरा पुलिस द्वारा क्षेत्र में लॉकडाउन के मद्देनजर परसवानी चौक ओवर ब्रिज के पास वाहनों की चेकिंग कर रही थी। इस बीच पिपरौद की ओर से एक मोटर साइकिल को रोक कर उससे पूछताछ की गई। पूछताछ में दुपहिया चालक ने अपना नाम सैय्यद खालिक (39 वर्ष) संजय नगर वार्ड नम्बर 63 रायपुर थाना टिकरापारा जिला रायपुर का रहना बताया तथा उसके पि_ू बैग को चेक करने पर उसमें एक एक किलो के 12 पैकेट में 12 किलोग्राम गांजा कीमत करीब एक लाख बीस हजार रुपये का पाया गया। आरोपी पर नारकोटिक्स एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर जांच की जा रही है। घटना में प्रयुक्त पुरानी इस्तेमाली मोटरसाइकिल व एक मोब. को जब्त कर आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर लिया गया।
कार्रवाई में थाना प्रभारी सूर्यकांत भारद्वाज, रविन्द्र साहू, रमाकांत साहू, जितेंद्र बाघ, जितेश साहू, वीरेंद्र साहू, मदन निषाद, दिलीप सेट, नरेंद्र बीसी, विजय विकास दिब्य आदि का विशेष योगदान रहा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 28 मई। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए रायपुर पुलिस ने मास्कअप रायपुर नाम से मुहीम की शुरुआत की है। इसके तहत सार्वजानिक स्थानों पर जिनके पास मास्क नहीं है। उन्हें उपलब्ध कराया जायेगा।
रायपुर मशीनरी मर्चेंट एसोसिएशन द्वारा रायपुर पुलिस के मास्कअप रायपुर अभियान के लिए 5000 मास्क दिए गए। रायपुर पुलिस अधीक्षक अजय यादव, एडिशनल एसपी तारकेश्वर पटेल, लखन पाटले अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर,अजंने वैष्णव नगर पुलिस अधीक्षक कोतवाली, विजय यादव गंज थाना प्रभारी से मुलाकत कर 5000 मास्क सौंपा।
इस दौरान रायपुर मशीनरी मर्चेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र जग्गी, सचिव अनिल दुग्गड़, कोषाध्यक्ष पियूष जेठवा, वरिष्ठ मार्गदर्शक गोविंद अग्रवाल, उपाध्यक्ष हर्षुक पटेल उपस्थित रहे।
कर्मचारी संगठन की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 28 मई। राज्य कर्मचारी संघ छत्तीसगढ़ के पूर्व प्रांताध्यक्ष रहे वरिष्ठ कर्मचारी नेता तथा वर्तमान में अनेक सामाजिक सस्थाओं से जुड़े छत्तीसगढ़ राज्य संयुक्त पेंशनर्स फेडरेशन के अध्यक्ष वीरेन्द्र नामदेव ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को ट्विटर के माध्यम से ट्वीट कर सलाह दिया है कि कर्मचारी जगत और राज्य के बुजुर्ग पेंशनस लगभग कई वर्षो से राज्य सरकार के समक्ष अपने समस्याओं को लेकर चर्चा-पर्चा और प्रदर्शन, धरना आन्दोलन के द्वारा ध्यान आकर्षित करते आ रही है, परन्तु समस्याओं के निराकरण में पूर्व और वर्तमान दोनों ही सरकार गंभीर नहीं है, जिसके कारण कर्मचारी जगत उचित न्याय से वंचित और व्यथित है।
कर्मचारी और पेन्शनर संगठन लगातार प्रयास के बाद भी कांग्रेस सरकार में सरकार के मुखिया से टेबल टॉक के माध्यम से अपनी न्याय संगत बातें रख पाने में असफल है। इसलिए कर्मचारी जगत के समस्याओं के निराकरण के लिए राजीव गांधी किसान न्याय योजना की भांति कर्मचारी जगत कल्याण योजना लांच करने की जरूरत है। जिसमें हर विभाग के सचिव और मंत्री से समय-समय पर सीधे टेबल टॉक के निश्चित अवसर की योजना से त्वरित कार्यवाही होगी और कर्मचारियों को समय पर न्याय मिलने में सहूलियत होगी।
जारी विज्ञप्ति में पेंशनर्स फेडरेशन के अध्यक्ष वीरेन्द्र नामदेव, पेंशनर्स एसोसिएशन छत्तीसगढ़ के प्रांताध्यक्ष यशवन्त देवान, भारतीय राज्य पेंशनर्स महासंघ छत्तीसगढ़ प्रदेश के अध्यक्ष जेपी मिश्रा, छत्तीसगढ़ प्रगतिशील पेंशनस कल्याण संघ के प्रदेश अध्यक्ष आरपी शर्मा ने आगे बताया है कि सम्प्रति कर्मचारी जगत अनुकम्पा नियुक्ति, महंगाई भत्ता, पदोन्नति, पुरानी पेंशन योजना, संविदा एवं दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों का नियमितीकरण, अनिवार्य सेवानिवृत्ति से बहाली, वेतन विसंगति और मप्र राज्य पुनर्गठन अधिनियम 2000 के तहत पेंशनरी दायित्वों का बंटवारा, सेंटल पेंशन प्रोसेसिंग सेल (फुल स्ट्रेंथ) स्टेट बैंक की छत्तीसगढ़ में स्थापना, बस यात्रा में किराए में छूट का प्रावधान के साथ साथ समय समय पर शासन द्वारा जारी किये गए आदेश के परिपालन कराये जाने की मांग को लेकर लगातार जूझ रहे हैं।
मगर स्थिति यह है कि न्याय संगत बातो को सुनकर उस पर अमल करने की जरूरत से जिम्मेदार लोगों को कोई मतलब नहीं है परन्तु यदि राज्य सरकार कर्मचारी - पेन्शनर न्याय योजना लांच करती है तो यह दूसरे राज्यों के लिये भी अनुकरणीय होगा।
राजनांदगांव, 28 मई। महापौर हेमा देशमुख के टूलकिट वाले मामले पर जिला भाजपा प्रवक्ता रविन्द्र सिंह ने प्रत्युत्तर देते कहा कि जब टूलकिट मामले में उसके कंटेंट अथवा दस्तावेज सही है कि गलत, इसकी दिल्ली पुलिस की जांच दल कर रही है और उस जांच दल की रिपोर्ट ही अभी सामने नहीं आई है तो बिना जांच दल के रिपोर्ट के पहले ही महापौर ने दस्तावेज झूठ है कि सही उसका पहले से ही कैसे निर्णय कर लिया है। कम से कम जांच दल के रिपोर्ट आने तक इंतजार तो कर ही लेती या कानूनी प्रक्रिया पर उन्हें भरोसा ही नहीं है। जबकि टूलकिट का मामला अब उच्चतम न्यायालय में भी चला गया है।
प्रवक्ता रविन्द्र सिंह ने कहा कि महापौर को इतना भी ज्ञात होना चाहिए कि ट्विटर ने डॉ. रमन सिंह के जिस ट्वीट की गई दस्तावेज को मेंनुपुलेटेड या छेड़छाड़ की गई दस्तावेज कहा है, उस पर ट्विटर इंडिया के हेड को नोटिस भेजी गई है। बगैर जांच के उसने कैसे किसी ट्वीट को मैनिपुलेटेड कह दिया है। उनके पास जो भी साक्ष्य , उसे जांच दल को दिया जाए। जबकि अभी तक ट्विटर ने कोई दस्तावेज नहीं दिया है और जवाब देने से भाग रही है। मतलब मामला पूरी तरह गड़बड़ है और कांग्रेस के टूलकिट पर खंडन अपने दस्तावेज के पकड़ा जाने से भयभीत है।
रायपुर, 28, मई। जिस जिले की पहचान कभी कुपोषण, बेरोजगारी, अशिक्षा और नक्सलियों के खौफ के कारण हुआ करती थी, केवल ढाई वर्षों में वहां की तस्वीर बदल चुकी है। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में विकास और विश्वास की नयी बयार बह रही है। खौफ के काले बादल छंट रहे हैं और सुदूर इलाकों तक शांति की किरणों पहुंच रही है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सुकमा जिले के विकास को अपनी प्राथमिकताओं की सूची में सबसे ऊपर रखा है, यही कारण है कि पिछले ढाई वर्षों से इस जिले का विकास नये नजरिये के साथ किया जा रहा है। स्थानीय लोगों की आकांक्षाओं, उनकी जरूरतों, समस्याओं और चुनौतियों का आंकलन कर जिले के विकास की रणनीति नये सिरे से तैयार की गई, जिसमें स्थानीय लोगों की भागीदारी सुनिश्चित की गई है। अब यहां के गावों में ग्रामीण खुशहाल, स्वस्थ और शिक्षित जीवन जीते हैं। जिले में जहाँ पिछले ढाई सालों में कुपोषण की दर में कमी आई है तो वहीं शिक्षा के स्तर में बढ़ोतरी हुई है और स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार हुआ है।
जिले में बन्द पड़े स्कूलों के पुन: संचालत से अन्दरूनी गांवों के बच्चों को गृह ग्राम के नजदीक ही शिक्षा पाने का अवसर मिल रहा है। वर्ष 2006 में सलवा जुडूम आंदोलन का असर जिले के कोण्टा क्षेत्र के गांवों में ज्यादा रहा। विकासखण्ड कोन्टा अन्तर्गत वर्ष 2006 से पहले 275 प्राथमिक एवं 66 माध्यमिक शालायें संचालित थी, लेकिन वर्ष 2006 में नक्सलवादियों द्वारा बहुत सी शालाओं को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। इसके फलस्वरुप 102 प्राथमिक एवं 21 माध्यमिक शालाओं को या तो बंद करना पड़ा था या फिर शिफ्ट कर संचालित करना पड़ रहा था। शासन एवं जिला प्रशासन सुकमा की पहल से वर्ष 2018-19 में इन बंद शालाओं का संचालन पुन: प्रारंभ किया गया। वर्तमान में ऐसे 92 स्कूलों को पुन: संचालित किया जा रहा है, जिनमें 4 हजार 172 विधार्थी अध्यनरत हैं। इसके साथ ही संबंधित पंचायत के स्थानीय 12वीं उत्तीर्ण युवक-युवतियों को पंचायत के प्रस्ताव के आधार पर स्कूलों में शिक्षादूत के रूप मे नियुक्त किया गया है। प्रारंभ में शालाओं के संचालन हेतु स्थानीय स्तर पर झोपडिय़ों का निर्माण किया गया था। वर्तमान मे शासन एवं प्रशासन स्तर पर 60 शाला भवनों तथा 34 अतिरिक्त कक्ष निर्माण की स्वीकृति प्रदाय कर भवनों का निर्माण किया जा रहा है। इनमें से 22 भवनों का निर्माण पूर्ण हो चुका है तथा शेष भवन भी जल्द ही पूर्ण कर लिए जाएंगे। शालाओं में शासन के द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं, जैसे मध्यान्ह भोजन, नि:शुल्क पाठ्य-पुस्तक, गणवेश आदि का लाभ विद्यार्थियों को मिल रहा है।
सुपोषण अभियान से संवर रही बच्चों की सेहत
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान वर्ष 2019 से प्रारंभ किया गया है, जिसके अन्तर्गत जिला प्रशासन सुकमा और महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जिले के बच्चों को कुपोषण से बाहर निकालने के उद्देश्य से संवरता सुकमा कार्यक्रम चलाया जा रहा है। वर्ष 2019 के वजन त्योहार में जिले में कुपोषण की दर 45 प्रतिशत थी, इस कार्यक्रम की बदौलत विगत दो वर्षों में ही कुपोषण की दर में 9 प्रतिशत की गिरावट आई है। आंगनबाड़ी केन्द्रों में प्रदाय किए जा रहे गरम और पौष्टिक आहार के साथ ही समय-समय पर बच्चों एवं महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच भी की जाती है। जिले के अन्दरूनी क्षेत्रों में विगत दो वर्षों में 36 नवीन आंगनबाड़ी केन्द्रों का संचालन किया गया है। वहीं अंदरुनी क्षेत्रों के 55 आंगबाड़ी भवन सहित कुल 178 नवीन भवन का निर्माण कार्य पूर्ण हुआ है। जिले में वर्तमान स्थिति में कुल 963 आंगनबाड़ी केन्द्र संचालित है, जिसमें 665 केन्द्र आंगनबाड़ी भवनों में संचालित किए जा रहे हैं तथा 200 आंगनबाड़ी केन्द्र निर्माणाधीन है।
बेहतर हुई स्वास्थ्य सुविधाएं
सुकमा जिले में समय के साथ स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार होने से अब लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलने लगी हैं, जिससे सीमावर्ती अन्य राज्यों पर जिले के लोगों की निर्भरता कम होने लगी है। कोण्टा विकासखण्ड के अन्तर्गत विगत दो वर्षों में उप स्वास्थ्य केन्द्रों में 21 एएनएम तथा 13 पुरूष स्वास्थ्यकर्ताओं की भर्ती की गई है। वर्ष 2018 में केवल 1303 मितानिनें अपनी सेवाएं दे रही थी, वहीं आज कुल 1446 मितानिनों के माध्यम से जिले के दुर्गम क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं प्रभावी रुप से पहुंच रही है। संस्थागत प्रसव के मामले में भी जिले में सफलता हासिल की गई है। वर्ष 2018 में जहां 70.3 प्रतिशत प्रसव अस्पतालों एवं चिकित्सा केन्द्रों में किए गए, वहीं यह आंकड़ा बढक़र 2020-21 में 91.6 प्रतिशत हो गया है। संवेदनशील क्षेत्रों जैसे गोलापल्ली में 89.2 प्रतिशत, जगरगुण्डा में 113.3 प्रशित, चिन्तागुफा में 122.5 प्रतिशत तथा चिन्तलनार में 146.7 प्रतिशत संस्थागत प्रसव शामिल है। गर्भवती माताओं को तत्काल स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने एवं संस्थागत प्रसव सुनिश्चित करने के लिए 5 बिस्तरीय 19 प्री-बर्थ प्रतीक्षा केन्द्र का स्थापित किए गए हैं। विगत ढाई वर्षों में जिले में कुल 10 नवीन उप स्वास्थ्य केन्द्र व 1 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का निर्माण कार्य पूर्ण किया गया और 2 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र निर्माणाधीन हैं। वर्तमान में जिले में कुल 13 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं 89 उप स्वास्थ्य केन्द्र संचालित हैं, जिससे पहुंचवीहिन क्षेत्रों के निवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं अल्प समय में ही उपलब्ध हो रही हैं। ग्रामीणों की छोटी मोटी स्वास्थ्यगत परेशानियों का निदान नजदीक के स्वास्थ्य केन्द्र में हो जाता है।
जिले में मलेरिया के प्रकोप पर प्रभावी नियंत्रण हासिल किया गया है। 2018 में जहां 11 हजार 698 लोग मलेरिया संक्रमित पाए गए थे, वहीं अब यह आंकड़ा घटकर केवल 1612 तक सिमट गया है। आज की स्थिति में पाजीटीविटी दर 17 प्रतिशत से घटकर केवल 8.9 प्रतिशत रह गई है।