छत्तीसगढ़
कोण्डागांव, 19 मई। भाभी से छेड़छाड़ करने वाले आरोपी देवर को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया। पुलिस के अनुसार थाना फरसगांव में रिपोर्ट दर्ज कराने आयी पीडि़ता के अनुसार उसके पति का सितम्बर 2020 में निधन हो गया। पीडि़ता ससुराल में दो बच्चों, सास व देवर के साथ रहती हैं। पति के निधन के बाद देवर पीडि़ता के हाथ को पकडऩा, अश्लील बातें व हरकतें किया करता था, जिसे पीडि़ता के द्वारा कई बार समझाया गया था। 18 मई को पीडि़ता अपने कमरे में झाडू लगा रही थी, उसी समय उसका देवर कमरे में घुस गया और पीडि़ता के साथ अश्लील हरकतें करने लगा। पीडि़ता किसी तरह अपने आप को छुड़ाकर थाना रिपोर्ट करने आयी। पीडि़ता की रिपोर्ट पर थाना फरसगांव में जुर्म पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी के निर्देशन में प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए तत्काल आरोपी संजय राठौर को पकड़ कर गिरफ्तार किया गया, गिरफ्तारी पश्चात् 19 मई को न्यायिक रिमाण्ड पर न्यायालय कोण्डागांव पेश किया गया।
दंतेवाड़ा, 19 मई। टीचर्स एसोसिएशन कटेकल्याण ने राज्य शासन का आभार माना है, जिसमें कहा गया है कि राज्य शासन द्वारा अनुकंपा नियुक्ति में 10 प्रतिशत के सीमा बंधन को शिथिल किया जाएगा। कटेकल्याण टीचर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुभाष कोड़ोपी और सचिव भरत देवांगन ने कहा कि राज्य शासन का उक्त निर्णय स्वागत योग्य है। इस निर्णय के चलते शिक्षक के परिवारों को लाभ मिलेगा। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से प्रदेश के सभी 90 विधायकों को ज्ञापन सौंपकर अभियान चला गया था। इसके फलस्वरूप शासन स्तर पर अनुकंपा नियुक्ति में उक्त बदलाव किया गया। संघ के जिला पदाधिकारी नोहर साहू ने कहा कि टीचर्स एसोसिएशन के सदस्यों को जिनकी मृत्यु कोविड -19 ड्यूटी के दौरान हुई है, राज्य शासन द्वारा उन्हें 50 लाख रुपये का बीमा कवर दिया जाना चाहिए। जिससे उनके परिवार का भरण पोषण हो सके।
जगदलपुर, 19 मई। कलेक्टर रजत बंसल ने बुधवार को दरभा विकासखंड के चन्द्रगिरी हाई स्कूल स्थित टीकाकरण केंद्र का निरीक्षण किए। निरीक्षण में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों से दवाइयों की उपलब्धता और टीका लगवाने पहुंचे ग्रामीणों से भी चर्चा किए। इस अवसर पर सहायक कलेक्टर सुरुचि सिंह, सीईओ जनपद पंचायत दरभा कौशल तेंदुलकर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। निरीक्षण के दौरान जनपद पंचायत द्वारा स्थापित हेल्प डेस्क में कार्य कर रहे युवोदय वालिंटियर्स से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के संबंध में भी चर्चा किए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कसडोल, 19 मई। महासमुंद में झुंड से भटककर पहुंचे दंतैल ने हफ्ते भर उत्पात मचाया। कल दोपहर यह दंतैल अन्य दो हाथियों के साथ कसडोल के जंगल में चले गया। जिससे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।
बलौदाबाजार वन मण्डल के अभ्यारण्य वन परिक्षेत्र कोठारी के घने जंगल को विगत तीन साल से स्थाई निवास बनाकर 8 परिक्षेत्रों सहित महासमुंद वन मण्डल के पिथौरा-महासमुंद परिक्षेत्रों के ग्रामीणों के लिए हाथियों का दल खतरा बन गया है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार की रात एक दतैल हाथी सिरपुर क्षेत्र के ग्राम अचानकपुर में किसान कन्हैया लाल ध्रुव के खलिहान पर रखा 30 कट्टा धान खा गया।
अनुमान के अनुसार खलिहान में हाथी कोई 30 कट्टा धान खा गया एवं बोरी में रखे धान को बिखेरकर भारी नुकसान पहुंचाया।
हाथी भगाओ फसल बचाओ समिति के संयोजक राधेलाल सिन्हा ने मीडिया को बताया कि हाथी से परेशान किसान अपने धान को खेत से बचाकर बमुश्किल घर ला रहे हैं। परन्तु हाथी अब खलिहान में रखे धान तक भी पहुच कर उसको खा कर नुकसान पहुंचा रहे हैं।
परिक्षेत्र अधिकारी लवन एन के सिन्हा से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम औरई के किसानों ने बताया था कि 12 मई को अभ्यारण्य कोठारी के झुंड से छिटककर 3 हाथियों को रात्रि गांव के फसल के नजदीक देखा गया था जिसे सामूहिक प्रयास से भगाया गया था।
अम्बिकापुर, 19 मई। गोठनों में तैयार वर्मी खाद केसीसी के माध्यम से खरीदने की सुविधा से किसानों को राहत मिली है। किसानो को अब नगद राशि देकर वर्मी खाद खरीदना नही पड़ेगा। किसानों को सूचना मिलते ही बड़ी मात्रा में खाद खरीदना शुरू कर दिया है। लखनपुर जनपद के 52 किसानों ने करीब 1146 क्विंटल वर्मी खाद खरीदा है।
जिला पंचायत से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम ढोंढाकेसरा के 3 किसानों ने 51 क्विंटल, अमगसी के 9 किसानों ने 201 क्विंटल, राजपुरीकला के 8 किसानों ने 96 क्विंटल, पुहपुटरा के 5 किसानों ने 72 क्विंटल, सिरकोतंगा के 11 किसानों ने 231 क्विंटल, पलगड़ी के 5 किसानों ने 60 क्विंटल, लिपिंगी के के 4 किसानों ने 84 क्विंटल, कुंवरपुर के 4 किसानों ने 207 क्विंटल, लब्जी के 2 किसानों ने 42 क्विंटल तथा अरगोती के एक किसान ने 102 क्विंटल वर्मी खाद केसीसी के माध्यम से खरीदा है।
लखमा और मण्डावी की चुप्पी पर उठाए सवाल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 19 मई। पूर्व वन मंत्री महेश गागड़ा ने सिलगेर मामले को लेकर आदिवासियों के खिलाफ साजिश की बात कहते सवाल किया है कि इस मसले पर आबकारी मंत्री कोण्टा विधायक कवासी लखमा एवं बस्तर क्षेत्र विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व स्थानीय विधायक विक्रम शाह मण्डावी की चुप क्यों हैं?
पूर्व वन मंत्री महेश गागड़ा एवं भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीनिवास राव मुदलियार ने यहां पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा करते कहा कि जब पांच दिनों से सुकमा जिले के सिलगेर गांव में सुरक्षाबलों के कैम्प खोले जाने का लोग विरोध कर रहे थे तब न तो कोण्टा विधायक कवासी लखमा वहां पहुंचे और न ही बीजापुर विधायक विक्रम मण्डावी। नैतिकता के आधार पर दोनों कांग्रेसी नेताओं को इस्तीफा दे देना चाहिए। भाजपा नेता द्वय ने कहा कि विरोध को दबाने के कई तरीके हो सकते हैं। इसका हल हिंसा ही नहीं है। बातचीत और समझाईश से हल निकाला जा सकता था लेकिन कांग्रेस नेता यहां नहीं पहुंचे। इससे ऐसी स्थिति निर्मित हुई। प्रदेश के सीएम और गृहमंत्री ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया। इससे आदिवासियों के खिलाफ किसी गहरी साजिश की आशंका है।
श्री गागड़ा ने कहा कि कांग्रेस ने मेनीफेस्टो में निर्दोष आदिवासियों की जेलों से रिहाई की बात कही थी लेकिन ये वादा खोखला निकला। उलट, अब तो आदिवासी मारे जा रहे हैं। इनकी कोई सुनवाई नहीं है। सिलगेर घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते भाजपा नेताओं ने कहा कि अब आईजी पी. सुंदरराज सिलगेर में पहले नक्सलियों की ओर से गोलीबारी का आरोप लगा रहे हैं जबकि ग्रामीणों का कहना है कि वहां कोई नक्सली नहीं था।
उच्चस्तरीय जांच हो
इस मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। मृतकों एवं घायलों के परिजनों को सरकारी नौकरी दी जानी चाहिए। मारे गए लोगों के परिवारों को एक-एक करोड़ रूपए के मुआवजे की मांग करते महेश गागड़ा ने बताया कि वे भी मौके पर जाना चाहते थे लेकिन सुरक्षा कारणों से उन्हें जाने से मना कर दिया गया। पार्टी के कुछ स्थानीय लोगों ने गांव जाकर पीडि़त परिवारों से मुलाकात की और उनकी आपबीती सुनी। सबसे बड़ी बात तो ये है कि पंचायत में कोई भी काम होने से पहले ग्राम सभा होनी चाहिए लेकिन ऐसा नहीं हुआ। ग्रामीणों को विष्वास में नहीं लिया गया। इस वजह से भी ग्रामीण नाराज हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिश्रामपुर, 19 मई। खाद के मूल्य वृद्धि के विरोध में किसान कांग्रेस के सूरजपुर जिला महामंत्री वेद प्रकाश मिश्र के नेतृत्व में गत दिनों वर्चुअल धरना अपने निवास के सामने दी गई।
जिला महामंत्री श्री मिश्र ने कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है और यहां की आमजन का रोजगार कृषि पर आधारित है। वर्तमान में कोरोना वैश्विक महामारी में देश की आम जनता का अर्थव्यवास्था तहस-नहस हो गया है। ऐसी स्थिति में खरीफ फसल सीजन 2021 में रासायनिक उर्वरक के मूल्यों में बेतहाशा वृद्धि किसानों के हित में कुठारघात है।
उन्होंने कहा कि रासायनिक खाद्य में विशेष कर डीएपी के दामों में प्रति बोरी 700 रुपए वृद्धि कर दिया जबकि रबि फसल सीजन 2020-21 में किसानों को प्रति बोरी 1200 की दर पर उपलब्ध कराई गई थी। खरीफ फसल सीजन में डीएपी में 58 प्रतिशत वृद्धि किसानो के साथ धोखा है। इस प्रकार रासायनिक खाद के दामों में भी 565 रूपये वृद्धि कर दी गई है। ऐसी स्थिति में किसानो के सामने खेती को लेकर बहुत बड़ा संकट खड़ा हो गया है। केन्द्र सरकार से आग्रह है कि कोरोना संकट काल में किसानों को राहत देने रासायनिक उर्वरको के दामो के बेतहाशा मूल्य वृद्धि को वापस लिया जाए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिश्रामपुर, 19 मई। मंगलवार को पुलिस टीम ने अभियान चलाकर शराब बेचने वालों के खिलाफ आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई की है।
सूरजपुर थाना क्षेत्र के ग्राम डुमरिया के मुकेश देवांगन से 2 लीटर, ग्राम गोपालपुर निवासी हीरा सिंह से 2 लीटर, ग्राम तेलसरा निवासी अनुक सिंह से 3 लीटर, मानपुर के बैंगापारा निवासी शिवलोचन चेरवा से 4 लीटर, तुरियापारा निवासी जगत नारायण से 4 लीटर, ग्राम सोनपुर के विनोद सोनवानी से 3 लीटर एवं भटगांव थाना क्षेत्र के ग्राम कुदरीयापारा निवासी रामअवतार से 4 लीटर महुआ शराब जब्त किया गया। पुलिस के द्वारा इन सभी से 22 लीटर महुआ शराब कीमत 2200 रूपये का जब्त कर इन सभी लोगों के विरूद्व आबकारी एक्ट के तहत कार्यवाही की गई। अवैध शराब के विरूद्व सूरजपुर पुलिस का यह अभियान निरतंर जारी रहेगा।
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी सूरजपुर बसंत खलखो, थाना प्रभारी भटगांव किशोर केंवट, एएसआई बृजकिशोर पाण्डेय, गजपति मिर्रे, कृष्ण कुमार यादव, ललित तिर्की, प्रधान आरक्षक बिसुनदेव पैंकरा, आरक्षक रावेन्द्र पाल, दीपक खलखो, अजित प्रताप सिंह, लक्ष्मी नारायण मिर्रे, रामकुमार नायक, महिला आरक्षक बालकुमारी मिंज व प्रमिला सिंह सक्रिय रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पत्थलगांव, 19 मई। बुधवार को बगीचा एसडीएम ज्योति बबली कुजुर के विरुद्ध पटवारियों और राजस्व अधिकारियों के द्वारा की गई शिकायतों की जांच शुरू हो गई है। जांच कमेटी की टीम पटवारियों का बयान लेने बगीचा रेस्ट हाउस पहुंचे, जहां पटवारियों के बयान लिए जा रहे हैं।
जांच शुरू होने से पहले कलेक्टर महादेव कांवरे भी बगीचा रेस्ट हाउस पहुंचे और अधिकारियों से चर्चा करने के बाद रेस्ट हाउस से रवाना हो गए।
पटवारियों ने चर्चा के दौरान बताया कि कलेक्टर महादेव कावरे से उन्होंने मौखिक तौर भी अपनी पीड़ा और दर्द को बयां किया है। जिस पर कलेक्टर ने उनकी बातों को गंभीरता से सुनने के बाद मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
पटवारी संघ के लोग आज भी सारे आरोपों पर कायम है। चर्चा के दौरान पटवारियों ने विवाद के कारण व्यक्त किए।
उन्होंने कलेक्टर को लिखित में दिए गए शिकायतों को फिर से दोहराया और उम्मीद जताई है कि जांच के बाद मामले में संतोषजनक कार्रवाई होगी। ज्ञात हो कि बगीचा एसडीएम के खिलाफ लिखित हस्ताक्षर सहित पटवारियों और राजस्व अधिकारियों ने कलेक्टर से कई बिंदुओं पर शिकायत की थी।
कसडोल, 19 मई। तेंदूपत्ता तोडऩे गए दो ग्रामीणों पर गौर ने हमला कर घायल कर दिया। दोनों को प्राथमिक उपचार के बाद रायपुर भेज दिया गया है।
परिक्षेत्र देवपुर अंतर्गत 16 मई को कक्ष क्रमांक 281 में गत दिनों सुबह तेंदूपत्ता तोडऩे गई गुरबारी पति शत्रुघन सवरा एवं सुखराम बरिहा ग्राम देवपुर को वन्यप्राणी नर गौर के द्वारा हमला कर दिया जिससे गुरबारी सवरा को गंभीर तथा सुखराम बरिहा को हल्का चोट आया।
सूचना मिलते ही डिप्टी रेंजर बसंत खांडेकर एवं बीटगार्ड अजित ध्रुव के द्वारा शासकीय वाहन में बिठाकर इलाज हेतु पिथौरा शासकीय अस्पताल लाया गया जहाँ मरीज की गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टर द्वारा रायपुर मेकाहारा भेज किया गया।
डॉक्टर द्वारा मरीज की हालत को खतरे से बाहर बताया गया है ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रामानुजगंज, 19 मई। महासमुंद में भ्रष्टाचार की जांच की मांग को ले अनशन पर बैठने वाले अधिकारी को सुरक्षा देने तथा महिला एवं बाल विकास विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार की जांच की मांग को लेकर राज्यपाल के नाम ज्ञापन बलरामपुर कलेक्टर को भाजपा महिला मोर्चा कार्यकर्ताओं ने सौंपा।
आज भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष शकुंतला पोर्ते व भाजपा जिलाध्यक्ष गोपाल कृष्ण मिश्रा के नेतृत्व में भाजपा महिला मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल के नाम बलरामपुर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
शकुन्तला पोर्ते ने कहा कि महिला बाल विकास अधिकारी द्वारा अपने ही विभाग के कर्मचारियों के खिलाफ अनशन करना इस सरकार में हो रहे व्यापक भ्रष्टाचार को स्पष्ट दर्शाता है। वहीं नेताओं ने कहा कि जब तक दोषियों पर उचित कार्यवाही नहीं होती वे इस अधिकारी के साथ कंधे से कंधा साथ खड़े हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 19 मई। शासकीय विवेकानंद स्नातकोत्तर महाविद्यालय मनेंद्रगढ़ के गृह विज्ञान विभाग, राष्ट्रीय सेवा योजना एवं नैक प्रकोष्ट के संयुक्त तत्वाधान में महाविद्यालय की गृह विज्ञान विभागाध्यक्ष कार्यक्रम अधिकारी राष्ट्रीय सेवा योजना सह प्राचार्य डॉ. सरोजबाला श्याग विश्नोई के संयोजन में ऑनलाइन वर्चुअल राष्ट्रीय सेमिनारका आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए सेमिनार में डॉ. विश्नोई द्वारा वेबीनार आयोजन का विषय, उद्देश्य, आवश्यकता आदि बातों को संक्षिप्त में वर्चुअल पटल पर सबके समक्ष रखा गया। उन्होनें बताया कि कोरोना वैश्विक महामारी के कारण हमारी शारीरिक एवं मानसिक परेशानियों के निदान के लिए विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया है।
डॉ. अशोक त्रिपाठी निश्चेतना विशेषज्ञ डायरेक्टर त्रिपाठी हॉस्पिटल रायपुर एवं सचिव छत्तीसगढ़ राज्य बाल्य कल्याण परिषद ने सकारात्मक विचार, योग प्राणायाम पर उन्होंने सर्वाधिक जोर दिया। साथ ही अनावश्यक सीटी स्कैन या अन्य दवाओं के अत्यधिक सेवन आदि से बचने के लिए सचेत किया। डॉ. मीता झा पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर विभागाध्यक्ष मनोविज्ञान ने बताया कि किस तरह से हमारा तनाव मस्तिष्क से शुरू होकर हमारे शरीर को प्रभावित करता है। उन्होंने बताया कि दैनिक जीवन की घटनायें, क्रियाकलाप, परिस्थितियां, वातावरण सभी किसी न किसी रूप में तनाव का कारण बनती है। डॉ. मीता ने तनाव से होने वाली परेशानियों को दूर करने के उपाय एवं तकनीक सरल एवं सहज तरीके से समझाया।
डॉ. प्रीति पांडेय मनोचिकित्सक न्यूरोलॉजी सेंटर एंड डाक्टर्स लैब वाराणसी (उप्र) ने तनाव के प्रमुख निदान तकनीकों को समझाया और लगातार सकारात्मक सोच के साथ व्यस्त रहने एवं सकारात्मक कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया। अंतिम वक्ता के रूप में डॉ. अर्चना गुप्ता शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय रीवा (मप्र) गृह विज्ञान संकाय से आहार एवं पोषण विषय की प्रोफेसर द्वारा सकारात्मक जीवन पर प्रकाश डालते हुए मौसमी फल, ताजी सब्जियां, विभिन्न अनाज, ड्राई फू्रट्स आदि आहार में सम्मिलित करने के लिए समझाया।
इसके पश्चात प्रश्नोत्तर सेशन में विषय विशेषज्ञों से सवाल कर जवाब प्राप्त किए गए, तत्पश्चात राष्ट्रीय सेवा योजना पुरूष इकाई के कार्यक्रम अधिकारी सुशील कुमार तिवारी के द्वारा राष्ट्रीय सेमिनार की संक्षिप्त रिपोर्टिंग प्रस्तुत की गई। अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ. विश्नोई ने सभी से टीकाकरण कराने की अपील की एवं सोशल डिस्टेंसिंग को बनाये रखने, डबल मास्क लगाने एवं हाथों को बार-बार साबुन से धोने एवं सेनेटाईज करने का आग्रह करते हुए कहा कि कोविड नियमों का पालन करते हुए ही हम अपने जीवन को सुरक्षित रख सकते हैं। कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय के नैक कोऑर्डिनेटर एलसी मनवानी ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।
रामानुजगंज, 19 मई। बलरामपुर वार्ड क्रमांक 3 में एक जरूरतमंद परिवार जो विगत 3 दिनों पहले कोरोना पॉजिटिव आए है,उनके घर में भोजन बनाने वाली गैस टंकी खत्म होने पर उन्होंने भाजयुमो के हेल्प लाइन नम्बर पर फोन कर मदद मांगी। जरूरतमंद परिवार का फोन आते ही युवा मोर्चा मण्डल अध्यक्ष आशीष अंश सिंह अपने साथी युवा मोर्चा मण्डल महामंत्री मनीष सिंह के साथ जरूरतमंद के घर पहुंच उनके लिए गैस टंकी उपलब्ध कराया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 19 मई। कलेक्टर संजीव कुमार झा के द्वारा केंद्रीय जेल अम्बिकापुर में सजा भुगत रहे जशपुर जिले के ग्राम बासेन निवासी बंदी नइहर साय का मेडिकल कालेज अस्पताल अम्बिकापुर में उपचार के दौरान मृत्यु होने पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व प्रदीप साहू को जांच हेतु दंडाधिकारी नियुक्त किया गया है।
आदेश में कहा गया है कि नइहर साय को जिला एवं सत्र न्यायालय जशपुर द्वारा 10 वर्ष कारावास एवं अर्थदंड 500 रुपये या 3 माह अतिरिक्त कारावास के दंड से दण्डित करने के फलस्वरूप आगामी सजा भगताये जाने हेतु जिला जेल जशपुर से स्थानांतरण पर 2 अक्टूबर 2016 को केंद्रीय जेल अम्बिकापुर में प्रविष्ट कोकर सजा भुगत रहा था।
बंदी को जेल चिकित्सक की परामर्श पर उपचार हेतु 13 मई 2021 को मेडिकल कॉलेज अम्बिकापुर लाया गया जहां भर्ती कर ईलाज किया जा रहा था। ईलाज के दौरान 16 मई 2021 को रात्रि 10:55 बजे मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बंदी की मृत्यु हो गई ।
कलेक्टर ने दण्डाधिकारी जांच में बंदी की जेल प्रवेश के समय का स्वास्थ्य, कब बीमार हुआ और मेडिकल कालेज कब लाया गया, किसके द्वारा कब ईलाज किया गया और इलाज के दौरान कौन-कौंन से दवाई दी गई। बंदी को समुचित चिकित्सा उपलब्ध कराई या नही, बंदी को शारीरिक या मानसिक यातना तो नही दी गई, अधिकारी या कर्मचारी द्वारा कोई लापरवाही तो नहीं की गई , इन तथ्यों पर जांच कर एक माह में प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के आदेश दिए है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिश्रामपुर, 19 मई। छत्तीसगढ़ में कोरोना के बढ़ते प्रकोप से आम जनमानस को निरंतर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है इसे देखते हुए धनुष फाउंडेशन के सहयोग से सूरजपुर जिले में श्री राम आरोग्य मित्र अभियान का प्रारंभ गूगल मीट के माध्यम से किया गया।
इस अभियान का उद्देश्य है कि एप के माध्यम से लोगों को निशुल्क घर बैठे हैं अपने फोन के माध्यम से चिकित्सकीय सलाह एवं परामर्श मिल सके। इस अभियान के अंतर्गत वीमेड नामक एक ऐप लॉन्च किया गया है जिसमें पूरे प्रदेश से स्पेशलिस्ट डॉक्टर एक निर्धारित समय पर सेवा के लिए उपलब्ध रहेंगे। इसमें मरीज ऐप के माध्यम से डॉक्टर से ऑनलाइन जुडक़र अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त कर सकेंगे।
श्रीराम आरोग्य मित्र अभियान के अंतर्गत संपूर्ण प्रदेश से समर्पित स्वयंसेवकों को जोडक़र उन्हें आरोग्य मित्र बनाया जा रहा है, इन सभी आरोग्य मित्रों की भूमिका, रोगी एवं डॉक्टर के बीच मध्यस्थता कि रहेगी। इसके साथ ही रोगी कि स्वास्थ्य कि निगरानी का कार्य भी आरोग्य मित्र द्वारा किया जाएगा। इस अभियान में पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश से अब तक कई डॉक्टर जुड़ चुके हैं तथा लगभग 2500 से अधिक आरोग्य मित्र भी जुड़ चुके हैं। इस सेवा का विस्तार मुख्य रूप से ग्रामीण एवं सुदूर अंचलों में अनुपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं को ध्यान में रखकर प्राथमिक उपचार के परामर्श हेतु प्रारंभ किया गया है। वी मेड ऐप के माध्यम से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करके चिकित्सक मरीज को होम आइसोलेशन तथा क्वारेनटाइन रहते हुए किस प्रकार स्वास्थ्य लाभ ले सकते हैं इसकी सुविधा पूर्णता निशुल्क प्रदान की जाएगी।
वर्तमान में सभी चिकित्सकों और आरोग्य मित्रों का व्यापक प्रशिक्षण प्रारंभ है ताकि सभी यह जान सके कि ऐप के माध्यम से किस प्रकार सेवा दी जा सकती हैं और इसकी जानकारी समस्त कार्यकर्ताओं और चिकित्सकों को बारीकी से हो सके।
उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में जितेंद्र वर्मा प्रांत संगठन मंत्री विश्व हिंदू परिषद, घनश्याम चौधरी प्रांत सह मंत्री विश्व हिंदू परिषद, धवल शाह कोषाध्यक्ष विश्व हिंदू परिषद, दुर्गा चरण सिंह जी संघचालक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सूरजपुर, उत्पल चटर्जी जिला अध्यक्ष विश्व हिंदू परिषद ने सभी कार्यकर्ताओं को मार्गदर्शन प्रदान किया। कार्यक्रम का संचालन बजरंग दल जिला संयोजक दिनेश साहू ने किया और आभार प्रदर्शन अंशुमान तिवारी द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से संजय भारत, अभिषेक जयसवाल, विनोद वैष्णव, हर्षिद गुर्जर, महेश गुप्ता, दीपेंद्र चौहान, फलेश्वर यादव, संतोष गुप्ता, सुजीत सिंह, शांतनु सिंह, देव शरण, कृष्ण चंद्र तिवारी, ललितेश कुमार, मयंक गोयल, विष्णु बंसल, आशीष शर्मा, दुलेश्वर सेन, रूपचंद्र देवांगन सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता ऑनलाइन उपस्थित हुए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिश्रामपुर, 19 मई। पुलिस अधीक्षक राजेश कुकरेजा ने बुधवार को प्रतापपुर क्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने प्रतापपुर थाना क्षेत्र के ग्राम सिलौटा में लगाए गए चेकपोस्ट का निरीक्षण किया। यहां तैनात पुलिस बल को दीगर जिले से आने वाले लोगों पर सतत निगरानी रखने कहा। पुलिस अधीक्षक ने प्रतापपुर अनुभाग के एसडीओपी एवं थाना प्रभारी को थाना में लंबित अपराधिक प्रकरण के निराकरण के लिए तथा कोविड 19 कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए निर्देशित किया।
पुलिस अधीक्षक ने एसडीओपी प्रशांत खाण्डे व थाना प्रभारी विकेश तिवारी को कहा कि गांव में होने वाले विवाह के दौरान प्रशासन द्वारा जारी कोरोना प्रोटोकाल के अनुरूप सामाजिक दूरी बनाए रखने एवं भीड़भाड़ नहीं करने के लिए लोगों को जागरूक करने कहा। इसके अलावा उन्होंने जवानों से चर्चा कर उनकी समस्या को जानी और उसका निराकरण किया।
उन्होंने एसडीओपी से ऑपरेशन रक्षक अभियान के कार्यो को जाना और लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के क्रम में पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रतापपुर, भटगांव, चौकी खडग़वां व लटोरी तथा इन इलाकों में बनाए गए चेकपोस्ट का भी निरीक्षण किया। थाना-चौकी में लंबित अपराधों की जांच को लेकर प्रभारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने पुलिस जवानों को कहा कि संक्रमण से बचाव के लिए 18 वर्ष से अधिक उम्र के अपने परिजनों को कोरोना वैक्सीन पात्रता अनुसार जल्द लगवाए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 मई। कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए शासकीय मेडिकल कॉलेज पेंड्री राजनांदगांव में वीआरडीएल (वायरल रिसर्च एण्ड डायग्नोस्टिक लैब्रोटरी) लैब ने पूरे समर्पण भाव के साथ काम करते उपलब्ध संसाधनों के बीच कोविड-19 के 2 लाख 75 हजार सैम्पल की जांच पूर्ण कर ली है।
यह उपलब्धि लैब ने मात्र 9 माह में हासिल की है। कोविड लैब 7 अगस्त 2020 से निरंतर कार्यरत है। वीआरडीएल लैब में काम कर रहे लैब इंचार्ज डॉ. सिद्धार्थ पिंपलकर ने बताया कि लैब में कार्यरत अधिकारी, वैज्ञानिक, टेक्निशियन, लैब सहायक व डाटा एंट्री आपरेटर के अथक परिश्रम और समर्पण से यह कार्य संभव हो सका। लैब का काम सुचारू रूप से चलने में डॉ. विजय अंबादे, डॉ. सुरेंदर कौर, इ. नवीन तथा नेहा कुमारी का विशेष योगदान रहा। शासकीय भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी स्मृति मेडिकल महाविद्यालय पेंड्री राजनांदगांव की अधिष्ठाता डॉ. रेणुका गहिने ने इस उपलब्धि के लिए विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई देते उनका उत्साहवर्धन किया है।
लैब इंचार्ज डॉ. सिद्धार्थ ने बताया कि वीआरडीएल लैब शुरू होने से अब तक समस्त अधिकारियों ने बिना कोई अवकाश के निरंतर कार्य किया है। यह सभी स्टाफ के योगदान से संभव हो पाया है। कोरोना महामारी की इस कठिन घड़ी में वायरोलॉजी लैब के समस्त स्टाफ ने एक-दूसरे का साथ देते निरंतर कार्य किया है। संसाधनों की निरंतर पूर्ति होती रही तो लैब इसी प्रकार से आगे भी पूर्ण समर्पित भाव से कार्य करने के लिए सदा तत्पर है। अभी राजनांदगांव स्थित वीआरडीएल लैब में राजनांदगांव, बालोद, बेमेतरा एवं कबीरधाम से आने वाले कोविड-19 आरटीपीसीआर सैंपल की जांच की जा रही है। इसके अलावा भी समय-समय पर राज्य की जरूरतों के अनुसार अन्य जगह के सैम्पल का भी यहां जांच किया गया है। लैब इंचार्ज डॉ. सिध्दार्थ पिंपलकर ने इस उपलब्धि के लिए लैब में कार्यरत सभी सहकर्मियों का आभार व्यक्त किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबन्द, 19 मई। जिला अस्पताल के डॉ. महावीर एडी अग्रवाल ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में बताया कि कोरोना महामारी अब बहुत ही विकराल रूप ले चुकी हैं. पहली लहर से भी खतरनाक साबित हो रही है ये दूसरी लहर। इस बार इसका असर बड़े बुजुर्ग के साथ-साथ बच्चों मे भी काफी देखने को मिल रहा है। कोरोना के इसी विकराल परिस्थिति को देखते सभी को सतर्क रहने और भयभीत न होने की जरूरत है।
नया स्ट्रेन टेस्ट से नहीं आ रहा सामने
अबकी बार जो कोरोना वायरस के स्ट्रेन देखने मे आ रहे हैं। वो आरटीपीसीआर रैपिड एंटीजन व ट्रूनॉट से भी पकड़ मे नही आ रहे हैं। जिससे लोगों में ये भ्रान्ति रहती हैं की उन्हे कोरोना नहीं हैं। जिससे प्रभावित मरीज ज्यादा हालात खराब होने के बाद देर से अस्पताल पहुच रहे हैं। इसी कारण से ज्यादा मृत्यु देखने में मिल रही हैं। और ये हालात सरकार और आम जनता के लिए भी मुसीबत बनी हुई है। नतीजन अचानक कोरोना मरीजों के बाढ़ सी आने से संसाधन मे कमी के साथ -साथ बहुत स्वास्थ्य कर्मी भी इससे प्रभावित हुये हैं।
कोरोना जांच निगेटिव आने पर कुछ दिनों बाद पुन: जांच कराएं
देखने में आ रहा है कि कोई व्यक्ति किसी कोरोना संक्रमित मरीज के संपर्क में आता है या उसे कोरोना के लक्षण आ रहा है तो वे हड़बड़ी में अपना एंटीजन या आरटीपीसीआर टेस्ट करवा लेते हैं और जब टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आती है, तो लोग निश्चित हो जाते हैं, जबकि ऐसी परिस्थिति में लोगों को चाहिए कि वे कुछ दिन इंतजार करें। संक्रमित मरीज के संपर्क में आने के बाद या संक्रमण होने में कम से कम 5 से 7 दिन लगता है।
यह भी ध्यान रखें कि संक्रमण के लक्षण आने के बाद तुरंत बिना चिकित्सक की राय लिए सिटी स्कैन करवाने की न सोचें क्योंकि यहां भी रिपोर्ट में कुछ भी नहीं आयेगा। संक्रमित के संपर्क में आने के बाद या संक्रमण के तुरंत बाद आये निगेटिव जांच आने पर पूरी तरह आश्वस्त हो जाना उचित नहीं है। पुन: अपना जांच करवाना सही होगा।
इन लक्षणों के आने पर चिकित्सक से परामर्श लें
1. कोरोना संक्रमित होने से मरीजों के मुख्यत: फेफड़ों मे संक्रमण होने की वजह से उनकी काम करने की क्षमता मे कमी आती है। जिसके कारण उनका आक्सीजन लेवल मे गिरावट देखा जाता है। यदि मरीज का ऑक्सीजन लेवल नियमित समय के अंतराल मे जांच करने पर, 92 से 94 प्रतिशत से कम बताये तो तुरंत किसी चिकित्सक या नजदीकी अस्पताल जाकर सलाह ले।
2. दिल की धडक़न यदि अनियमित या 120-130 से अधिक हो।
3. बुखार लगातार तीन दिन से दवाई लेने के बाद भी कम ना हो।
4. शरीर में अत्यधिक थकान महसूस हो या हरारत सी लगे, यह लक्षण 2-3 दिनों से अधिक होने पर।
5. 6 मिनट वाक टेस्ट- छ: मिनट चलने के बाद यदि आक्सीजन 4-5त्न प्रतिशत से ज्यादा कम हो तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करे।
6.बच्चों के लिये जो भी लक्षण आपको असामान्य लगे या आँख का लाल होना; भूख मे कमी; अचानक चिढ़-चिढ़ाना ;ज्यादा सोना; दस्त होना; पहले से सुस्त रहना या खेलने मे कमी आना तब एक बार जरूर अपने चिकित्सक से संपर्क करे।
कोरोना मरीजों को इसका ध्यान रखना है
1.होम आइसोलेट मरीजो को नियमित रूप से अपना आक्सीजन धडक़न व तापमान का रिकॉर्ड नियमित अपने चिकित्सक को भेजना चाहिये.
2. शुगर ,ब्लड प्रेशर, थाइरॉइड, कैंसर या किसी लंबी बीमारी से ग्रसित व्यक्ति को अपनी नियमित जांच कराकर परामर्श लेना है. उन्हे अतरिक्त सावधानी बरतनी है.
3. बताए हुए दवाइयों का नियमित उपयोग करना है।
4. मरीजों को श्वांस संबधित व्यायाम चिकित्सक के परामर्श अनुसार करना चाहिये।
5. धूम्रपान एवं नशे का परहेज़ रखना चाहिए।
6. किसी भी भारी काम से बचना चाहिए जिसमें शरीर को थकान हो।
7. नियमत: 7-8 घंटे की नींद लेना जरूरी है जो कि इम्यूनिटी बढ़़ाने मे सहायक होती है।सुबह की धूप में कम से कम 15 मिनट बैठें।
8. गरिष्ठ भोजन से बचें, प्रोटीन युक्त भोजन एवं भरपूर पानी पीना चाहिए।
9. संभव हो तो मेडिटेशन करें, पसंदीदा गाने सुनें, फि़ल्म देखें, कुल मिलाकर बीमारी का भय मन में न आने दें और खूब हंसे , खूब खुश रहें।
कोरोना मरीजों को इससे बचाना चाहिए
1. ये देखने में आ रहा है कि मरीज अपने मर्जी अनुसार कहीं से भी सुन या पढ़ कर दिग्भ्रमित हो जाते हैं और बिना चिकित्सक के परामर्श के दवाइयों का उपयोग अपनी इम्यूनिटी बड़ाने के लिए करते हैं, जो की उनके लिये घातक सिद्ध होती हैं. इम्यूनिटी एक नियमित प्रकिया हैं, जो किसी भी मरीज को दो तीन दिनों में नहीं मिलती।
2. मरीजों को आइसक्रीम या किसी भी प्रकार के ठंडा पेय पदार्थ से बचना है . इसके सेवन से वायरल संक्रमण का खतरा बढ़ जाता हैं। ठंडी हवाओं और ठंडे पानी से स्नान से भी बचें।
3. चिकित्सक के बिना परामर्श के बिना किसी भी स्टेरॉयड एंटी-बायोटिक या एंटी-वायरल दवा के उपयोग से बचे।
4. कोई भी मेडिसिन या इंजेक्शन अभी तक कोरोना के इलाज में पूर्णत: कारागर साबित नहीं हुई है इसलिए किसी प्रकार के गलतफहमी में न रहें और न ही अपने स्थिर मरीजों के लिए रेमडेसिविर या ञ्जशष्द्यद्ब5ह्वद्वड्डड्ढ इंजेक्शन के लिए डॉक्टर या स्वास्थ्य कर्मचारी पर दबाव डाले। इससे दवाइयों की कालाबाजारी को बढ़ावा मिल रहा है।
सोशल मीडिया के निगेटिव या ज्यादा कोरोना वाले समाचार न सुनें या न देखें
सोशल मीडिया में प्रचारित किसी भी बातों को सच न मानें या न अपनायें... क्योंकि सभी वायरल पोस्ट सही हो ये जरूरी नहीं है। सोशल मीडिया के ऐसे पोस्ट इसके कुछ निगेटिव वीडियो या फोटो ज्यादा से ज्यादा वायरल कर जन-मानस में भय पैदा कर रहा है, और ज्यादा कोरोना वाले समाचार ना सुने या ना देखे क्यूंकि इससे में अवसाद का अहसास होता है।
यह सही है कि भारत में कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट 95 प्रतिशत से अधिक है। इसलिए हम सभी को इससे डरना नहीं है , ना ही भयभीत होना है।
बचाव के उपायों का कड़ाई से पालन करें
इस संकट के समय में आम नागरिकों को खुद ही अपनी सुरक्षा के लिये सजग रहना होगा। इस वक्त मास्क ही सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है। सैनिटाइजर का समय- समय पर इस्तेमाल करें व अपने हाथों को साफ रखें। भीड़भाड़ वाली जगह जाने से बचें, जब तक आवश्यक ना हो तो घर से बाहर ना निकले। साथ - साथ दूसरों को भी प्रेरित करें और शासन के बताये अनुसार नियमों का पालन करें।
वैक्सीनेशन आवश्यक रूप से करवाएं
वैक्सीनेशन आवश्यक रूप से करवायें और दूसरों को भी प्रेरित करें। जिन लोगों ने कोरोना वैक्सीन लगवाई है उनमें कोरोना का संक्रमण बहुत ही कम या न के बराबर दिखा है और हुआ भी है तो वो जानलेवा साबित नहीं हुआ है।
आजकल वैक्सीन के बारे में अनपढ़ या नासमझ शरारती लोगों द्वारा अफवाह फैलाया जा रहा है जो बिल्कुल गलत है। इसे नकराते हुये सभी को वैक्सीन लगवाने में आगे आना है और समाज में ंअन्य लोगों को भी आगे लाना है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबन्द, 19 मई। गरियाबंद जिले में कोरोना के खिलाफ जंग में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं एवं सहायिकाएं हर मोर्चे पर डटी हुई है। घर-घर जाकर पूरक पोषण आहार प्रदाय करने के साथ लोगो को कोरोना संक्रमण व नियंत्रण के प्रति जागरूक और टीकाकरण के लिए प्रेरित कर रही है।
कलेक्टर निलेश कुमार क्षीरसागर के मार्गदर्शन में जिले में पूरक पोषण आहार कार्यक्रम का सफल क्रियान्वयन महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा किया जा रहा है। विभाग द्वारा कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में आंगनबाड़ी केन्द्रों में दी जाने वाली सेवाएं निरंतर जारी रखी गई है। इन सेवाओं में प्राथमिकता के आधार पर सभी पात्र हितग्राहियों को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 द्वारा निर्धारित प्रोटीन एवं कैलोरी मानकयुक्त पूरक पोषण आहार (रेडी टू ईट) घर-घर पहुंचकर प्रदाय किया जा रहा है।
विभाग द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्र बंद रखे जाने की अवधि तक आंगनबाड़ी केन्द्र आने वाले 3 से 6 वर्ष के बच्चों, जिन्हे सामान्य परिस्थितियों में स्थानीय स्व सहायता समूहों के माध्यम से गर्म पका भोजन दिये जाने के स्थान पर गुणवत्तायुक्त रेडी टू ईट पोषण आहार प्रति हितग्राही प्रति दिवस निर्धारित मापदण्ड के अनुसार साप्ताहिक रूप से प्रदान किया जा रहा है। इसी प्रकार गर्भवती माताओं को भी गर्म भोजन के स्थान पर सामान्य परिस्थितियों में प्रदाय किये जाने वाले रेडी टू ईट पोषण आहार के साथ अतिरिक्त रेडी टू ईट पोषण आहार प्रदान किया जा रहा है।
महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी जगरानी एक्का ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका द्वारा बच्चों और गर्भवती धात्री महिलाओं को 15 दिवस के अंतराल में माह के प्रथम व तृतीय मंगलवार को पूरक पोषण आहार घर-घर जाकर प्रदाय किया जा रहा है।
उनके द्वारा 6 माह से 6 वर्ष के दर्ज सभी 58571 सामान्य व मध्यम कुपोषित बच्चों को प्रति सप्ताह 6 दिन के मान से 750 ग्राम व दर्ज सभी 934 गंभीर कुपोषित बच्चों को 1200 ग्राम का रेडी टू ईट का पैकेट, 5190 गर्भवती व 5622 शिशुवती माताओं को प्रति सप्ताह 6 दिन के मान से 900 ग्राम का रेडी टू ईट का पैकेट प्रदाय किया जा रहा है।
जिले में संचालित पूरक पोषण आहार वितरण कार्यक्रम का जिला कार्यक्रम अधिकारी, परियोजना अधिकारियों व पर्यवेक्षकों द्वारा मॉनिटरिंग की जा रही है। मॉनिटरिंग कार्य के साथ ही साथ परियोजना अधिकारी व पर्यवेक्षक भी अंागनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका के कदम में कदम मिलाते हुए घर-घर जाकर पूरक पोषण आहार प्रदाय कर रेडी टू ईट की उपयोगिता पर जानकारी प्रदाय कर रहे है। इसके अलावा आम नागरिकों को कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूक व टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित भी कर रहे हंै।
महासमुंद, 19 मई। छत्तीसगढ़ सनातन दशनाम गोस्वामी समाज की पत्रिका दत्त प्रकाश द्वारा आयोजित शंकराचार्य के जीवन दर्शन पर आधारित वर्चुअल कार्यक्रम अवसर पर भाटापारा के सुरेंद्र गिरी भागवत आचार्य ने कहा कि भारतीय संस्कृति के विकास में आदि शंकराचार्य का विशेष योगदान रहा है।
उन्होंने सनातन धर्म की रक्षा हेतु संपूर्ण भारत का भ्रमण किया और भारतवर्ष में प्रचलित तात्कालिक कुरीतियों को दूर कर समभावदर्शी धर्म की स्थापना कर राष्ट्र को एकता के सूत्र में पिरोने का प्रयास किया।
धमतरी के मानस मर्मज्ञ अर्जुन पुरी ने कहा कि सनातन धर्म की रक्षा हेतु शंकराचार्य ने देश के चारों दिशाओं में चार मठ की स्थापना की। उत्तर में ज्योतिर्पीठ, दक्षिण में श्रृंगेरी मठ, पूर्व में गोवर्धन मठ तथा पश्चिम में शारदा मठ के अलावा आदि शंकराचार्य ने सन्यासियों की 10 श्रेणियां बनाई। ये है गिरि, पुरी, भारती, सरस्वती, वन, पर्वत, सागर, तीर्थ और आश्रम। इन्हें उक्त मठों से संबद्ध किया। इसीलिए गोस्वामी समाज आदि शंकराचार्य के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी माने जाते हैं।
कार्यक्रम में शिखा गिरी मुंगेली ने शंकराचार्य पर आधारित प्रेरक प्रसंग प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन उमेश भारती गोस्वामी ने किया।
धैर्य व साहस के साथ कोरोना गाइडलाइन का किया पालन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 19 मई। एक पुरानी व विख्यात कहावत है- जहां चाह, वहां राह। अगर हौसला बुलंद हो और मंजिल पाने की जिद शिद्दत भरी हो तो राहें खुद-ब-खुद आसान हो जाती हैं। पिछले एक साल से कोरोना वायरस से सम्पूर्ण मानव जीवन पर खतरा मंडरा रहा है, वहीं ज्यादातर ऐसे भी लोग हैं जो अपनी इच्छाशक्ति और जीने की ललक से मौत को पीछे धकेलकर फिर से जिंदगी संवारने में कामयाब हो जाते हैं।
ऐसे ही धमतरी शहर के आमापारा वार्ड निवासी प्यारीबाई जैन ने अपने जीवन के शतक के करीब वाली उम्र में भी कोरोना को पछाड़ दिया, जो अन्य लोगों के लिए एक ज्वलंत उदाहरण है। जहां एक ओर इस बीमारी ने सभी आयु वर्ग के लोगों को अपने संक्रमण की चपेट में लेकर बुजुर्गों के साथ-साथ अधेड़ व युवा लोगों की भी जान ले ली, वहीं प्यारी बाई ने 92 साल की उम्र में कोरोना संक्रमित होने के बाद भी उसे मात देकर यह साबित कर दिया कि अगर जीने की चाह हो और मन में दृढ़ इच्छाशक्ति हो तो साक्षात् मौत को भी मात दी जा सकती है।
उन्होंने बताया कि सर्दी-खांसी, बुखार के प्रारम्भिक लक्षण के बाद गत एक मई को कोविड टेस्ट कराया, जिसकी रिपोर्ट पॉजीटिव निकली। श्रीमती जैन ने बताया कि इसके बावजूद वह बिलकुल भी नहीं घबराई और शासन द्वारा जारी कोविड संबंधी दिशा-निर्देशों का धैर्यपूर्वक पालन करते हुए होम आइसोलेशन में पृथक् से रहीं। इसके बाद 17 मई को दोबारा टेस्ट कराया, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई। सबसे अच्छी बात यह रही कि लक्षण दिखने के तुरंत बाद से ही उन्होंने खुद को होम आइसोलेट कर लिया, जिसकी वजह से घर के अन्य सदस्यों में कोरोना का संक्रमण नहीं फैल पाया। इस तरह धैर्य, साहस और शासन की गाइडलाइन का अक्षरश: पालन करते हुए वयोवृद्धा श्रीमती प्यारी बाई ने कोरोना वायरस को पटखनी देने में कामयाब रहीं, जो दूसरों के लिए निश्चित तौर पर प्रेरणास्पद है।
महासमुंद, 19 मई। कलेक्टर डोमन सिंह ने कल महामसुन्द के दो कोविड टीकाकरण केन्द्र, बृजराज पाठशाला और अम्बेडकर स्कूल में बनाए गए टीकाकरण केन्द्र का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने टीकाकरण से संबंधित जानकारी ली।
उन्होंने सेंटर में बनाए गए प्रतीक्षा कक्षए निगरानी कक्ष आदि भी देखा। कलेक्टर श्री सिंह ने सीजी टीका एप्प में की जा रही एण्ट्री भी देखी और जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने टीकाकरण कराने आए लोगों से भी कहा कि वे अपने-अपने इलाकें में लोगों को टीकाकरण के लिए कहें। इस मौके पर कलेक्टर के साथ मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत आकाश छिकारा, एसडीएम सुनील कुमार चंद्रवंशी, नगर पालिका अधिकारी एके हालदार मौजूद थे। कलेक्टर ने टीकाकरण सेंटर पर मितानिन से बातचीत की और उनसे थर्मल स्कैनिंग और ऑक्सीमीटर आदि की जानकारी ली।
कलेक्टर ने कहा कि कोरोना के समय आप लोग जिस प्रकार काम कर रहें हैं, वह सराहनीय व प्रशंसनीय है। उन्होंने मितानिन से कहा आप लोग घर.घर जाकर थर्मल स्कैनिंग और ऑक्सीमीटर के जरिए संदिग्ध व्यक्तियों के कोरोना लक्षण आदि की जानकारी स्वास्थ्य केन्द्रों में देती है। ऐसे संदिग्ध व्यक्तियों के कोरोना टेस्टिंग के बाद उनके उपचार करने में मदद मिलती है। आपका यह कार्य काबिले तारीफ है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 19 मई। शहर विधायक अरुण वोरा और महापौर धीरज बाकलीवाल ने पटरीपार क्षेत्र में भ्रमण कर शक्ति नगर और करहीडीह नाला की सफाई का निरीक्षण किए।
विधायक, महापौर ने निगम अधिकारी को निर्देशित कर कहा शहर की सभी नाला की सफाई बारिश के पूर्व पूरा कर लेवे। निरीक्षण के दौरान कार्यपालन अभियंता राजेश पाण्डेय, पार्षद देवनारायण चंद्राकर, निर्मला साहू, स्वास्थ्य अधिकारी दुर्गेश गुप्ता एवं अधिकारी मौजूद थे।
सफाई के साथ वार्ड को सेनेटाईज भी करें
विधायक श्री वोरा एवं महापौर श्री बाकलीवाल ने शक्ति नगर और करहीडीह वार्ड की नाला और नालियों की सफाई का जायजा लिया।
उन्होंने करहीडीह में निर्माण किए जा रहे भवन का भी अवलोकन कर जल्द पूरा करने अधिकारी को निर्देश दिए। उन्होंने कहा शहर के वार्डों की नाला और नालियों की बेहतर सफाई के साथ ही वार्ड में लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु वार्ड में सेनेटाईज अभियान जरुर चलाए। उन्होंने र्वाउ 17 और वार्ड 18 के विभिन्न भाग का अवलोकन कर क्षेत्र में सेनेटाईज करने का निर्देश अधिकारियों को दिए।
आदिवासी परिवार को 10 माह से नहीं मिला राशन
राज शार्दुल
विश्रामपुरी, 19 मई (‘छत्तीसगढ़’)। दस माह पूर्व कुछ गरीबों का गरीबी रेखा राशन कार्ड निरस्त हो गया है जिससे उन परिवारों पर गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है। मजदूरी करके किसी तरह पेट चल रहा था कि इस बीच लाकडाउन हो गया। लॉकडाउन के वक्त कहीं पर मजदूरी भी नहीं मिल रहा है न ही मनरेगा का कार्य चल रहा है। जिससे इन गरीब परिवारों पर भूखमरी की नौबत आ गई है।
ऐसा ही एक परिवार बड़े राजपुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत केरागांव का है जहां राजमन मरकाम के परिवार जिसमें उनकी पत्नी, दो बच्चे सहित कुल 4 लोग रहते हैं। राजमन की पत्नी घसनीन मरकाम के नाम पर गरीबी रेखा का राशन कार्ड था, जिसमें उसे 20 किलो चावल के अलावा नमक, शक्कर एवं अन्य राशन सामग्री मिल रहा था। दस माह पूर्व जुलाई 2020 में अचानक उसका राशन कार्ड निरस्त होना बताया गया। घसनीन जब हमेशा की तरह राशन कार्ड लेकर राशन दुकान बांसकोट पहुंची तो वहां सेल्समेन ने उसे कहा कि तुम्हारा राशन कार्ड तो निरस्त हो गया है।
मैं अभी अपने तरफ से 10 किलो दे सकता हूं ऐसा कहकर उसने उसे 2 माह तक 10- 10 किलो चावल दिया किंतु उसके बाद तीसरे माह से उसने साफ मना कर दिया कि अब तुम्हें राशन का कोई सामान नहीं मिलेगा, क्योंकि तुम्हारा नाम राशन की लिस्ट से हट गया है। उसके बाद घसनीन ने राशन दुकान जाना बंद कर दिया है। जैसे-तैसे उनके जवान बेटे संपत लाल गांव मजदूरी करके पूरे परिवार का पालन पोषण कर रहा था, लेकिन लॉकडाउन के बाद इस परिवार की स्थिति बेहद खराब है। गांव में कोई रोजगार मूलक कार्य नहीं चल रहा है। न ही मनरेगा में कोई कार्य चल रहा है जिससे यह परिवार दाने-दाने को मोहताज हो गया है।
पड़ोसियों से चावल मांगकर बनाते हैं खाना
राजमन एवं घसनीन ने बताया कि बेटा मजदूरी करके पैसा लाता है उसका आधा रकम तो चावल और नमक में खर्च हो जाता है। अब मजदूरी भी नहीं चल रहा है। कई बार पड़ोसियों से चावल उधारी में मांगकर परिवार का पेट चलता है लेकिन बार-बार पड़ोसियों से उधारी मांगकर भी शर्म महसूस हो रहा है। कई बार दुकानदारों के पास भी चावल उधारी में लेकर काम चलाते हैं।
इसी गांव के सांयतु पिता गट्टू एवं गांडो राम पिता गट्टटी की भी यही स्थिति है। इनका राशन कार्ड भी तकनीकी गलती से निरस्त हुआ है। जिसका खामियाजा यह गरीब परिवार भुगत रहे हैं।
जिला खाद्य अधिकारी भूपेंद्र मिश्रा से उनके मोबाइल पर संपर्क किया गया किंतु संपर्क नहीं हो पाया।
इस संबंध में खाद्य निरीक्षक बड़ेराजपुर कविता ठाकुर ने बताया कि सत्यापन के समय कुछ लोगों का नाम कट गया था। नाम कटने के कई कारण हो सकते हैं। डबल नाम या भुइयां पोर्टल में गड़बड़ी आदि के कारण भी नाम कट जाता है। जांच के बाद ही पता चल पायेगा।
महासमुंद, 19 मई। दसवीं बोर्ड परीक्षा संचालित करने स्कूलों में भेजी गई राशि को वापस करने केलिए माध्यमिक शिक्षा मंडल ने आदेश जारी किया है। क्योंकि इस साल बोर्ड की परीक्षा नहीं हुई है। वहीं जिन स्कूलों में दसवीं व बारहवीं एक साथ संचालित हो रही है, वहां बारहवीं की परीक्षा समाप्त होने के बाद स्कूलों को राशि व बिल बाउचर समायोजन करना होगा। ब्लॉक शिक्षा अधिकारी एस चंद्रसेन ने बताया कि जिले में करीब 40 से 50 हजार रुपए बोर्ड परीक्षा के संचालन के लिए माशिमं से भेजा जाता है। जानकारी के अनुसार 10 व 11 अप्रैल को जिले के हाई व हायर सेकेंडरी स्कूलों में बोर्ड परीक्षा आयोजित करने के लिए गोपनीय सामग्री व प्रश्न-पत्र भेजी जा चुकी है। वहीं उत्तरपुस्तिका का भी वितरण पूर्व में किया गया है। जिला मुख्यालय के समन्वयक केंद्र आदर्श हायर सेकेंडरी स्कूल से माशिमं के अधिकारियों की मौजूदगी में गोपनीय सामग्री का वितरण किया गया था।