छत्तीसगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कवर्धा, 2 मई। नाबालिग से बलात्कार के आरोपी को रिपोर्ट दर्ज होने के 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के अनुसार 30 अपै्रल को पीडि़त नाबालिग ने अपने मां के साथ चिल्फी थाना आकर युवक के खिलाफ बलात्कार करने की रिपोर्ट दर्ज कराई। जिस पर अपराध पंजीबद्ध कर आरोपी की गिरफ्तारी हेतु त्वरित टीम गठित कर विभिन्न स्थानों पर टीम रवाना की गई। लगातार पतासाजी व विभिन्न स्थानों पर दबिश के परिणाम से अपराध के फरार आरोपी राजेंद्र खुसरे (23) बहना खोदरा थाना चिल्फी को हिरासत में लेकर पूछताछ फलस्वरूप आरोपी द्वारा धारा सदर का अपराध घटित करना स्वीकार करने व पाए जाने से एक मई को गिरफ्तार कर ज्यूडिशियल रिमांड पर भेजा गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 2 मई। अपेक्स हॉस्पिटल में भर्ती थाना पुसौर के आरक्षक अजय किशोर सोनवानी की इलाज के दौरान कल सुबह मौत हो गई।
कोरोना के लक्षण दिखने पर अजय 29 अपै्रल को आरटीपीसीआर टेस्ट कराया था, जिसकी रिपोर्ट नहीं आई थी। शनिवार की तडक़े करीब साढ़े तीन बजे अजय के सीने में असहनीय दर्द उठा, जिसके बाद प्रभारी थाना पुसौर सउनि इगेश्वर यादव, अजय का जीजा आरक्षक टीकाराम बरेठ और उसके साथी उसे रायगढ़ लाए। आरक्षक के स्वास्थ्य खराब होने की जानकारी पर एएसपी द्वारा निरीक्षक अमित शुक्ला को अपेक्स हॉस्पिटल में आरक्षक को भर्ती कराने की व्यवस्था करने निर्देशित किया। अजय का भोर में एक्स-रे, सिटी स्कैन कराया गया, अपेक्स हॉस्पिटल में भर्ती अजय इलाज के दौरान सुबह जिंदगी की जंग हार गया। हॉस्पिटल में भर्ती के पूर्व उसका एंटीजन टेस्ट कराया गया था जो निगेटिव आई थी। उसकी आरटीपीसीआर रिपोर्ट आज प्राप्त हुई, जिसमें उसे पॉजिटिव बताया गया है। कोविड-19 के गाइडलाइन का पालन करते हुए शाम अपेक्स हॉस्पिटल परिसर में जवान अजय सोनवानी को जिला पुलिस की ओर से एडिशनल एसपी अभिषेक वर्मा एवं डीएसपी गरिमा द्विवेदी द्वारा ससम्मान श्रद्धांजलि दी गई जिसके बाद उसके पार्थिव शरीर को उसके गृहग्राम दनसरा, सारंगढ़ रवाना किया गया है, जहां कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए सीमित लोगों की उपस्थित में शव का अंतिम संस्कार किया गया।
आरक्षक अजय किशोर सोनवानी मूलत: ग्राम दनसरा सारंगढ़ के रहने वाले थे। वर्ष 2008 में अजय आरक्षक के पद पर जिला पुलिस बल रायगढ़ में भर्ती हुए थे। रक्षित केन्द्र, थाना धरमजयगढ़, चौकी कनकबीरा के बाद अजय पुसौर में पदस्थ थे। कोरोना काल में आरक्षक अजय सक्रिय रूप से हर ड्यूटी में शामिल थे, मृदुभाषी अजय सोनवानी की पुसौर क्षेत्र में आमजन में अच्छी पकड़ थी।
ड्यूटी के लिए तत्पर और जरूरतमंदों की मदद के लिए हमेशा आगे रहने वाला अजय अपने अधिकारियों का प्रिय था। उनके परिवार में उनकी पत्नी, दो जुड़वा पुत्री हैं, जो ग्राम दनसरा सारंगढ़ में निवासरत हैं। जिला पुलिस बल से कोरोना से हुई यह दूसरी क्षति है, इसके पूर्व जिला बल ने थाना धरमजयगढ़ के प्रधान आरक्षक शारदा प्रसाद टंडन को खोया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 2 मई। जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए बनाए गए कोविड हास्पिटल्स और कोविड केयर सेंटरों में अव्यवस्था की लगातार मिल रही शिकायतों के बाद सांसद गोमती साय ने शनिवार को मेडिकल कालेज स्थित कोविड हास्पिटल तथा केआईटी कोविड केयर सेंटर का जायजा लिया। सांसद साय ने अस्पताल में भर्ती मरीजों के साथ साथ उनका इलाज कर रहे डाक्टरों से भी बातचीत की।
इस दौरान सांसद साय ने मरीजों से हास्पिटल में इलाज के दौरान हो रही परेशानियों व सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली। कुछ मरीजों ने हास्पिटल में पानी की दिक्कतें, व समय पर खाना नहीं मिलने की शिकायतें भी की, जिस पर सांसद ने अस्पताल प्रबंधन को समस्या को शीघ्र दुरुस्त करने के निर्देश दिए। हास्पिटल में आक्सीजन सिलेंडरों में लगाए जाने वाले रेगुलेटर की शार्टेज की जानकारी भी मिली जिस पर साय ने शीघ्र व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।
साय ने कहा कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए बाईपेक मशीन की अति आवश्यकता है। यह मशीन उपलब्ध हो जाती है तो कई मरीजों की जान बचाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि वे जिला प्रशासन से इस संबंध में चर्चा करेंगी।
छत्तीसगढ़ संवाददाता,
मनेन्द्रगढ़, 2 मई। शराबी बेटे को जब माँ ने शराब पीने से मना किया तो वह अपनी माँ पर ही टूट पड़ा। माँ को दूसरे के घर में जाकर अपनी जान बचानी पड़ी, लेकिन अतातायी बेटे ने वहां भी पहुंचकर माँ के साथ गाली-गलौज करते हुए डंडे से उसकी बेदम पिटाई कर दी। माँ की शिकायत पर मनेंद्रगढ़ पुलिस द्वारा आरोपी बेटे के खिलाफ केस दर्ज कर विवेचना की जा रही है।
मनेंद्रगढ़ थानांतर्गत ग्राम डोमनापारा निवासी कुसुम बाई ने बताया कि उसका बेटा पिछले 10 दिनों से लगातार शराब पी रहा है और घर पर खाना भी नहीं खा रहा है। बेटे के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित माँ ने शुक्रवार को दिन के 12 बजे उसे शराब पीने से मना किया तो उसने कहा कि वह उसे मना करने वाली कौन होती है। यह कहकर गाली-गलौज की और जान से मारने की धमकी देते हुए डंडे से उसके साथ मारपीट की।
बेटे की पिटाई से भयभीत मां पड़ोस में रहने वाले भगवान सिंह के घर जान बचाकर भागी, लेकिन शराबी बेटे ने दौड़ाकर उसके साथ मारपीट की। भगवान सिंह व सोनमती ने बीच-बचाव किया जिससे उसकी जान बची। माँ ने बताया कि बेटे की पिटाई से उसके सिर, पीठ व शरीर के अन्य हिस्सों में गंभीर चोट आई है।
बाहरी व्यक्तियों के आने-जाने पर प्रतिबंध
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बोड़ला, 2 मई। विकासखण्ड मुख्यालय से 2 किलोमीटर दूर भोंदा नवापारा में कोरोना संक्रमण बढ़ते ही जा रहा है इसे लेकर गांव वालों ने गांव में किसी भी बाहरी व्यक्ति के आने-जाने को लेकर गांव पहुंचने के मार्ग पर सभी तरफ से बैरिकेट्स लगाकर बाहरी व्यक्तियों के आने-जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
गौरतलब है कि ग्राम नवापारा में बीते कुछ दिनों से 15 से 20 कोरोना के मरीज पाए गए हैं, वहीं इससे लगे ग्राम भोंदा में भी कुछ पॉजिटिव मरीज मिलने से गांव वालों में भय एवं दहशत का माहौल बना हुआ है । दोनों गांव के ग्रामीणों ने एक राय से ग्राम भोंदा के प्रवेश द्वार दैहान के पास बस्ती के भीतर गली में इसके अलावा नवापारा जाने के रास्ते में लकडिय़ों के बैरिकेट्स लगा रखे हैं।
ग्रामीणों की मानें तो इससे वे गांव में कोरोना से खुद भी बच रहे हैं और सारे गांव वालों को ही बचा रहे है, इस काम के लिए दोनों गांव के ग्रामीणों ने सहमति बनाकर निर्णय लिया है। कोरोना की कहर से बचने के लिए दोनों गांव के ग्रामीणों ने शनिवार को बैठक कर ग्राम देवी की पूजा -अर्चना की गई है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा एहतियात के तौर पर सभी कोरोना मरीजों की पहचान कर उनको होम आइसोलेट कर दवाइयां दे दी है और मोबाइल के माध्यम से लोगों को समझाया जा रहा है।
सड़ रही हैं सब्जियां
ग्राम भोंदा एवं नवापारा मूलत: पटेलों की बस्ती है, यहां के 90फीसदी लोग बाडिय़ों व खेतों में पुश्तैनी रूप से सब्जियों का धंधा करते हैं और अभी भी उनके खेत व बाडिय़ों में जमकर सब्जियां लगी हुई कोरोना काल के समय इन्हीं गांव से बोड़ला ,चिल्फी सहित आसपास के दर्जनों से अधिक गांव में सब्जी की आपूर्ति की जाती रही है। कोरोना के चलते गांव में बैरिकेट्स लग जाने से गांव वाले भी खेतों में नहीं पहुंच रहे हैं जिससे गांव के 90 फीसदी खेतों बाडिय़ों में लगी सब्जियां खेतों में ही सड़ रही हैं। खेतों में सब्जियों की तुड़ाई बन्द होने के चलते बोड़ला, चिल्फी और आसपास के गांव में सब्जियों के दामों में दुगनी वृद्धि हो गई है । पहले जो टमाटर 5 रुपये किलो में मिलता था वह अब 10 रु. किलो में मिल रही है, इसी प्रकार से प्रत्येक सब्जियों के भाव में दोगुनी वृद्धि से लोग परेशान हो रहे हैं।
संक्रमण के विषय में इन दोनों गांव के ग्रामीणों का मानना है कि इन्हीं सब्जी बेचने वालों के चलते गांव में संक्रमण बढ़ा है, गांव के युवा बड़ी संख्या में पूरे क्षेत्र में फेरी लगाकर सब्जी बेचने का काम करते थे जिससे ही गांव में कोरोना का संक्रमण बढ़ा है और इससे बचने ग्रामीणों ने बेरिकेट्स लगाया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 2 मई। बलौदाबाजार में एक महिला अपने प्रेमी को कोरोना से संक्रमित होने की बात बर्दाश्त नहीं कर सकी। युवक की हालत गंभीर हुई तो महिला ने भी शुक्रवार शाम को फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। उसका शव घर में ही पंखे से लटकता मिला। महिला करीब एक माह पहले ही बेमेतरा में अपने पति को छोड़ युवक के साथ भागकर बलौदाबाजार पहुंची थी। मामला नेवरा थाना क्षेत्र का है।
बेमेतरा के ग्राम कठिया निवासी पूर्णिमा साहू (37) बलौदाबाजार में नेवरा के वार्ड 15 में किराये के मकान में अपने प्रेमी के साथ रह रही थी। उसने शुक्रवार शाम करीब साढ़े 6 बजे साड़ी का फंदा बना पंखे से लटक कर अपनी जान दे दी। सूचना मिलने पर पुलिस जब पहुंची तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। खिडक़ी से झांकने पर पता चला कि महिला का शव लटक रहा है। फिलहाल पुलिस ने कोविड टेस्ट के लिए उसका शव भिजवाया है।
रायपुर के अस्पताल में कोरोना से जंग लड़ रहा है प्रेमी
पुलिस ने बताया कि महिला पूर्णिमा साहू जिस युवक के साथ रह रही थी, वह कुछ दिन पहले ही संक्रमित हुआ है। उसे नेवरा के अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन तबीयत ज्यादा बिगडऩे पर रायपुर रेफर कर दिया गया। वहां एक निजी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती है, जहां उसकी हालत गंभीर है। इसके कारण उसका बयान नहीं हो सका है। परिजनों का बयान लिया गया है। उसी के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
कोई सुसाइड नोट नहीं मिला, अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
नेवरा थाना प्रभारी शरद चंद्रा ने बताया कि प्रथम दृष्टया प्रेमी के कोरोना पॉजिटिव होने के चलते सदमे में महिला के खुदकुशी करने का अंदेशा है। बताया जा रहा है कि प्रेमी की हालत भी गंभीर है। मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। ऐसे में पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कारण स्पष्ट हो सकेगा और जांच आगे बढ़ेगी। आरटी-पीसीआर की रिपोर्ट निगेटिव आने पर पोस्टमार्टम होगा। इसमें 3 से 4 दिन की देरी हो सकती है।
होली में विवाद हुआ तो पति के सामने ही प्रेमी के साथ चली गई थी महिला
पुलिस ने बताया कि महिला पूर्णिमा साहू का पड़ोस में रहने वाले सुरेंद्र साहू के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। होली के दिन सुरेंद्र अपने दोस्तों के साथ महिला के घर के सामने नगाड़ा बजाते हुए नाच रहा था। महिला के परिजनों ने मना किया, नहीं माने तो नगाड़ा फोड़ दिया था। इसे लेकर दोनों पक्षों में विवाद हुआ। मामले में शिकायत करने परिजन थाने पहुंचे। वहां से महिला ने अपने पति के सामने ही प्रेमी के साथ रहने की बात कही और उसके साथ चली गई थी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली/किरंदुल, 2 मई। मेटल माइंस वर्कर्स यूनियन शाखा किरंदुल द्वारा कोरोना जांच एवं उपचार की कठिन चुनौती का विषम परिस्थितियों एवं सीमित संसाधनों के बावजूद समुचित प्रबंधन के माध्यम से अच्छी सफलता दर अर्जित करते हुए स्थिति नियन्त्रित रखने पर एनएमडीसी परियोजना चिकित्सालय किरंदुल प्रबंधन एवं समस्त स्टॉफ के अतुलनीय योगदान की सराहना की गई है।
एमएमडब्ल्यूयू किरंदुल शाखा के तदर्थ समिति प्रतिनिधि ए. के. सिंह द्वारा श्रम संघ की ओर से परियोजना चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधिकारी एम वी लाल, समस्त चिकित्सा अधिकारियों, समस्त पैरा मेडिकल स्टॉफ, नर्सिंग स्टॉफ, वार्ड बॉय, वार्ड आया, सफाई कर्मचारियों सहित समस्त स्टॉफ द्वारा अपने आप को जोखिम में डालकर पूर्णत: सेवा में समर्पित कर देने वाले प्रथम पंक्ति के समस्त कोरोना योद्धाओं के प्रति सहृदय आभार व्यक्त किया गया है। इस दुर्गम एवं संवेदनशील क्षेत्र में स्थित होने एवं सीमित संसाधनों के बावजूद कोविड 19 जैसी भीषण आपदा को नियंत्रित करने में परियोजना चिकित्सालय का प्रबंधन एवं कर्मठ कर्मचारियों द्वारा जिस तरह से सेवाभाव, समर्पण एवं पूर्ण निष्ठा के साथ अपनी कर्तव्य परायणता का निर्वहन किया जा रहा है उसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए, वह कम है।
विदित हो कि इस समय पूरा विश्व वायरस जनित महामारी कोरोना की चपेट में है, जिससे लौह नगरी किरंदुल भी अछूता नहीं रह गया है, किन्तु हमारी परियोजना चिकित्सालय के कर्मठ कोरोना योद्धाओं, जिला प्रशासन, एन. एम. डी. सी.प्रबंधन,किरंदुल नगरीय प्रशासन, पुलिस प्रशासन, शासकीय चिकित्सालय के कर्मवीरों द्वारा बेहतर प्रबंधन एवं कोरोना से लडऩे की दृढ़ इच्छाशक्ति, अपने अपने दायित्वों का गम्भीरतापूर्वक पूर्ण जिम्मेदारी के साथ कर्तव्य निर्वहन करने के कारण नगर परिवार का इस भीषण आपदा से बचाव कर पाने में सफल रहे हैं, इस सेवा के लिए सभी बधाई के पात्र है। एमएमडब्ल्यू यूनियन( इंटक) किरंदुल समस्त कोरोना योद्धाओं और एनएमडीसी प्रबंधन का आभार व्यक्त करती है।
साथ ही साथ शत प्रतिशत वैक्सिनेशन के लिए समस्त नागरिकों से अपील की जाती है कि इस भीषण आपदा के समूल निदान हेतु वेक्सीन का दोनों डोज अवश्य लगावें। शासन प्रशासन के द्वारा कोविड के रोकथाम हेतु बनाये हुए अनुशासन, दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन करते हुए मास्क लगावें, हाथ साबुन से धोने या सेनेटाइज करते रहें, सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखें, घर में रहें, सुरक्षित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 2 मई। नगर पालिका परिषद बचेली के द्वारा नगर के वार्डों में कोविड 19 महामारी के संक्रमण से बचाव के लिए सेनिटाइजर का छिडक़ाव किया जा रहा है। पालिकाध्यक्ष पूजा साव की पहल के बाद कोरोना संक्रमण की चेन तोडऩे शनिवार को नगर पालिका के कर्मियों ने मुख्य मार्ग, वार्ड 2, 3, के गली मोहल्ले को सेनिटाईज किया।
मुख्य नगर पालिका अधिकारी आईएल पटेल ने बताया कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए पालिका प्रशासन द्वारा सतर्कता बरती जा रही है। संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। आज मुख्य मार्ग, गुरूद्वारा रोड़, अंधेरी चैक व अन्य वार्डो में सेनिटाईज किया गया, नगर के सभी वार्डो में सेनिटाईज किया जाएगा। नगर पालिका की टीम दमकल विभाग की गाडिय़ो के साथ सेनिटाईज करने में जुटी रही। ज्ञात हो कि आगामी 6 मई तक जिले में लॉकडाउन लगा हुआ है। बचेली नगर में भी लगातार कोविड संक्रमितों की संख्या में इजाफा हो रहा है।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 2 मई। सविप्रा उपाध्यक्ष व विधायक गुलाब कमरो की कोरोना काल में स्वास्थ्य के क्षेत्र में सराहनीय पहल से मेसर्स बालाजी गैसेज कोरबा से कोरिया जिले को 50 मेडिकल ऑक्सीजन आपूर्ति की अनुमति मिली है।
कोरिया जिले में कोरोना के उपचार हेतु 50 मेडिकल ऑक्सीजन सिलेंडरों की पूर्ति एवं रिफलिंग की अतिरिक्त व्यवस्था के लिए अनुमति आदेश नियंत्रक खाद्य एवं औषधि प्रशासन छत्तीसगढ़ शासन ने जारी किया है।
उल्लेखनीय है कि कोरिया जिले में कोरोना संक्रमण का खतरा बरकरार है। कई लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। कोविड मरीजों की ऑक्सीजन की कमी से जान ना जाए इसकी चिंता करते हुए विधायक कमरो ने कोरबा कलेक्टर से ऑक्सीजन की आपूर्ति हेतु बात की थी जिसमें कलेक्टर ने ऑक्सीजन आपूर्ति का आश्वासन दिया था। विधायक की पहल पर कोरिया जिले में कोरोना के मरीजों के उपचार हेतु में. बालाजी गैसेस कोरबा से 50 मेडिकल ऑक्सीजन सिलेंडरों की पूर्ति एवं रिफलिंग की अतिरिक्त व्यवस्था के लिए नियंत्रक खाद्य एवं औषधि प्रशासन छत्तीसगढ़ शासन ने अनुमति आदेश जारी किया है।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
किरंदुल, 2 मई। इन दिनों सम्पूर्ण दंतेवाड़ा लॉकडाउन में हैं ताकि किसी भी माध्यम से कोरोना वायरस से लोगों को बचाया जा सके जिसको लेकर शासन - प्रशासन सभी अपने अपने स्तर पर काम रहे हैं। वहीं लौह नगरी किरंदुल में बड़े बचेली एसडीएम प्रकाश भारद्वाज पूरे नगर का दौरा कर बाहर बेवजह घूम रहे लोगों को घरों में रहने की समझाइस दे रहे हैं साथ ही उन्होंने किरंदुल स्थित कोविड केयर सेंटर का भी औचक निरीक्षण किया एवं इस बीच वहाँ चल रही गतिविधियों की जानकारी मौजूद स्टाफ से लिया और किसी प्रकार की कोई भी समस्या आती हैं तो आप तत्काल मुझसे संपर्क करने को कहा एवं लोगों को अधिक से अधिक कोविशील्ड वैक्सीन लगाने पर जोर दिया।
जगदलपुर, 2 मई । कोरोना वायरस की महामारी से उपजे हालात से निपटने के लिए संसदीय सचिव व विधायक रेख चंद जैन ने अपनी विधायक निधि दो करोड़ रूपए के साथ ही अप्रैल महीने के वेतन को दान कर दी। इसके पूर्व पिछले साल भी उन्होंने अपने एक महीने का वेतन देकर कोरोना संकटकाल में सहयोग किया था। छत्तीसगढ़ प्रदेश में कोरोना की दस्तक के साथ ही श्री जैन कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में अपना अहम योगदान दे रहे हैं। जरूरतमंदों को राशन सामान उपलब्ध कराने के साथ ही प्रशासन को दो ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन दान की एवं इस साल अप्रैल महीने की सैलरी भी दान की एवं भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी को इंकावन हजार रुपए भी प्रदान किया इसके अलावा पिछले साल भी उन्होंने अपनी एक महीने की सैलरी दान की थी ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 2 मई। लॉकडाउन की वजह से बड़ी संख्या में लोगों की रोजी रोटी की समस्या पैदा हो गई है। गार्डन बंद होने के आदेश हुए, तो वहां काम करने वाले भाटागांव का रहने वाला रामू प्रसाद साहू की समस्याएं बढ़ गई। उनके पास कोई काम नहीं रह गया था।
लॉकडाउन के कुछ दिन बाद ठेले पर सब्जी बेचने का आदेश जारी हुआ, तो रामू ने सोचा क्यों ना मैं भी सब्जी बेचकर अपने परिवार का गुजारा कर सकूं। रामू के पास इतने पैसे नहीं थे कि वह किराए से ठेले लेकर सब्जी बेच सकें, क्योंकि ठेले का किराया प्रतिदिन के हिसाब से 70 से 80 रूपये, तब रामू ने जुगाड़ से अपने दो साइकिल को ठेले में तब्दील किया।
प्लाई के टुकड़े को काटकर उसे सब्जी बेचने लायक बनाया और अपने दो साइकिल को जोडक़र ठेले का रूप दिया। रामू भाटागांव पर किराए के मकान से रहता है। मूलत: वह बलौदाबाजार का रहने वाला है। वह 2 बजे तक घूम-घूम कर मोहल्लेे में सब्जी बेचता है जिससे वह अपने परिवार का खर्चा उठाता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 2 मई। रायपुर में कोविड मरीजों को अस्पतालों में सभी प्रकार के बेड पर्याप्त संख्या में उपलब्ध है। अब रायपुर में समय पर अस्पतालों में पर्याप्त बेड की उपलब्धता सुनिश्चित हो रही है।कोविड संक्रमण से बचाव एवं उपचार की स्थिति अब पहले से बेहतर है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्तमान में रायपुर जिले में सामान्य बेड 988 हैं जिसमे 767 बेड रिक्त हैं, आक्सीजन बेड 2170 जिसमे 1150 बेड रिक्त, एच डी यू बेड 584 जिसमे 333 रिक्त, आई सी यू बेड 1024 में से 374 बेड रिक्त, वेंटिलेटर बेड 346 में से 131 बेड रिक्त हैं।
उल्लेखनीय है कि cgcovidjansahayta.com में हॉस्पिटल में बेड की उपलब्धता की स्थिति के बारे में अद्यतन जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
45 साल से अधिक आयु के लोगों को कोरोना वैक्सीन के प्रथम डोज देने में छत्तीसगढ़ पूरे देश में चौथा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 2 मई। कोरोना महामारी से निपटने के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, अग्रिम पंक्ति कार्यकर्ताओं और 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों का टीकाकरण किया जा रहा हैं वहीं एक मई से 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में प्रथम चरण में अंत्योदय परिवार के लोगों का टीकाकरण प्रारंभ हो गया है।
केन्द्र सरकार के अधिकारियों द्वारा दिए गए प्रजेन्टेशन और मीडिया ब्रीफिंग के अनुसार स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के टीकाकरण के मामले में छत्तीसगढ राज्य़ पूरे देश में दूसरे स्थान पर है वहीं 45 साल से अधिक आयु के लोगों को कोविड-19 वैक्सीन के प्रथम डोज देने में छत्तीसगढ़ पूरे देश में चौथे नंबर पर है। इसी तरह अग्रिम पंक्ति कार्यकर्ताओं के टीकाकरण के मामले में छत्तीसगढ़ देश में छठवें नंबर पर है।
स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार 30 अप्रैल 2021 तक - छत्तीसगढ़ में 3 लाख (88 प्रतिशत) स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को प्रथम डोज तथा 2.09 लाख (62 प्रतिशत) स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को द्वितीय डोज दी गई। इसी तरह 2.76 लाख (94 प्रतिशत) अग्रिम पंक्ति कार्यकर्ता को प्रथम डोज तथा 1.65 लाख (56 प्रतिशत) अग्रिम पंक्ति कार्यकर्ता को द्वितीय डोज दी गई। कोविड टीकाकरण के तहत 45 वर्ष से अधिक 42.76 लाख (73 प्रतिशत) नागरिकों को प्रथम डोज एवं 3.43 लाख (6 प्रतिशत) नागरिकों को द्वितीय डोज दी गई।
स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के टीकाकरण के मामले में पूरे देश में दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 97.73 प्रतिशत के साथ छत्तीसगढ़ राज्य का है। वर्तमान में छत्तीसगढ़ राज्य में पंजीकृत कुल 4894 सेशन साईट में टीकाकरण किया जा रहा है एवं राज्य में 6823 प्रशिक्षित वैक्सीनेटर उपलब्ध हैं। 2 अप्रैल 2021 को सर्वाधिक 3.26 लाख व्यक्तियों का तथा 3 अप्रैल 2021 को 2.92 लाख व्यक्तियों का टीकाकरण किया गया।
रायपुर, 2 मई। चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. आशा जैन (एमडी डीएनबी ) ने कहा है कि कोविड के 95 प्रतिशत केस में यह खतरनाक बीमारी नहीं है। इसे हम सीमित कर सकते हैं। लेकिन गर्भवती महिलाओं और बच्चों के कोविड मामलों में उनसे संबंधित चिकित्सा विशेषज्ञों की सलाह ली जानी चाहिए।
डॉ. जैन ने कहा कि कहा कि आज कोविड ने महामारी का रूप लिया है और ये लगभग पूरे परिवारों को चपेट में ले रहे, इससे गर्भवती महिलाएं, घर के बुज़ुर्ग और छोटे बच्चे सभी चपेट में आ रहे हैं।
गर्भवती महिलाएं है के 95 फीसदी केसेस में कुछ भी कॉम्प्लिकेशन नहीं है। मगर आप हर दवाई नहीं ले सकते इसलिए आपको अपने स्त्री रोग विशेषज्ञ की सलाह से ही कोविड-19 पर दवाई लेनी होगी। 15 दिन का आपको आइसोलेशन रखना है। यदि घर के बच्चे इससे इफ़ेक्ट होते है तो शिशु रोग विशेषज्ञ से आप सलाह ले क्योंकि शिशु रोग विशेषज्ञ उनकी सही दवाई और सही मात्रा बता सकते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 2 मई। 18 से अधिक आयु वर्ग के लोगो के वेक्सिनेशन में अन्त्योदय कार्ड धारियों को प्राथमिकता दिए जाने के मुख्यमंत्री भपेश बघेल के निर्णय का भाजपा द्वारा विरोध किए जाने को कांग्रेस ने भाजपा का गरीब विरोधी चरित्र बताया है।
सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य के 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिकों को मुफ़्त वैक्सीन लगाने की घोषणा की ।राज्य ने 1 मई से वृहद पैमाने से टीकाकरण करने की तैयारी भी कर रखी थी ।इस हेतु राज्य सरकार ने दोनों वैक्सीन निर्माता कम्पनियों सीरम और भारत बायोटेक को 25 -25 हजार कुल 50 हजार टीको का ऑर्डर भी दिया है ।वैक्सीन कम्पनियों ने सिर्फ 3 लाख टीके छत्तीसगढ़ को देने पर सहमति जताई उसमें भी सिर्फ सवालाख डोज टीके ही आये है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी और केंद्र सरकार से भी राज्य को उसकी जरूरत और मांग के अनुरूप टीके दिलवाने के अनुरोध किया लेकिन कोई सहयोग नही मिला।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि राज्य में 18 से 44 वर्ष की आयु वाले सवा करोड़ से अधिक लोगो को वैक्सीन लगनी है । जब राज्य को उसके मांग के अनुरूप टीके नही मिल रहे तब ऐसे में व्यवस्था बनाने के लिए टीके लगाने में प्राथमिकता तय करना जरूरी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्राथमिकता तय करते हुये पहले अन्त्योदय कार्ड धारियों को टीके लगवाने का संवेदन शील और मानवीय निर्णय लिया है। लोककल्याणकारी राज्य में राजकीय संसाधनों पर पहला हक उस राज्यो के गरीबो का होता है। भारतीय जनता पार्टी के नेता गरीबों को पहले टीका लगाने में आपत्ति व्यक्त कर अमानवीय आचरण प्रस्तुत कर रहे यह भाजपा की स्तरहीन राजनीति है। आर्थिक रूप से सक्षम लोग निजी अस्पतालों में 600 और 1200 रु दे कर भी वैक्सीन लगवा सकते है ।
शुक्ला ने कहा कि भाजपा द्वारा अन्त्योदय कार्ड धारी गरीबो को पहले टीका लगाए जाने को टीके में आरक्षण बताया जाना तथा उसे जाति से जोड़ कर प्रस्तुत करना भाजपा की गंदी राजनीति है ।यह विशुद्ध रूप से व्यवस्था बनाने प्राथमिकता तय की गई है।
इसमे कोई भेदभाव वाली बात नहीं है जैसे ही वैक्सीन निर्माता कम्पनियां राज्य को टीके की पूरी सप्लाई शुरू कर देगी राज्य के हर नागरिक को मुफ्त टीके लगाए जाएंगे। छत्तीसगढ़ में 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के टीकाकरण में एक दिन में 3 लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाया गया है ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 2 मई। छत्तीसगढ़ स्टटे पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के उपभोक्ता हितैषी मोबाइल एप मोर बिजली एप्लीकेशन लोगों के बीच में काफी पसंद किया जा रहा है। प्रदेश के अधिकांश जिलों में कोरोना संक्रमण के दौरान लॉक डाउन की स्थिति में घर बैठे बिजली संबंधित कार्यों को निपटाने में एप अधिक कारगर साबित हुआ है। बिजली उपभोक्ताओं में लोकप्रिय होने के साथ ही लोगों की प्रतिक्रियाओं के आधार पर गूगल ने इसे 4.5 स्टार दिया है। प्रदेश में कोरोनावायरस के सेकण्ड वेब की भयावह दौर में सोशल डिस्टेंसको बनाए रखने इस एप को अब तक 5 लाख से अधिक उपभोक्ताओं ने डाउनलोड किया है। उक्त जानकारी पावर कम्पनी के अतिरिक्त महाप्रबंधक (जनसंपर्क) विजय मिश्रा ने दी।
उन्होंने ने बताया एप की सुविधा निशुल्क है। एक बार मोबाइल में डाउनलोड करने के बाद उपयोगकर्ताओं को इस एप से अनेक सुविधाएं मिलती हैं। यही वजह है इस बहुपयोगी एप पर संतोष व्यक्त करते हुए बड़ी संख्या में बिजली उपभोक्ताओं ने अपनाया है।
एजीएम श्री मिश्रा ने कहा गूगल के 4.5 स्टार रेटिंग मिलने के पीछे उपभोक्ताओं का विश्वास तथा उपयोगकर्ताओं को मिल रही सुविधाओं को समझा जा सकता है। गूगल स्टोर में दर्ज दस हजार से अधिक प्रतिक्रियाओं के आधार पर गूगल ने ये रेटिंग मोर बिजली एप को प्रदान की है। लॉक डाउन से पहले एप को 4.3 स्टार प्राप्त था। मोर बिजली एप के माध्यम से छ्त्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनी के निम्न दाब उपभोक्ताओं को कई सहुलियतें प्राप्त हुई हैं। वे अब घर बैठे ही बिजली से संबंधित छोटे- बड़े कई कार्य सहजता से संपन्न कर पा रहे हैं।
लाकडाउन में मोर बिजली एप की उपादेयता और अधिक बढ़ गई है। इसके जरिए उपभोक्तागण बिजली बिल देखने से लेकर बिल भुगतान, नया कनेक्शन , मीटर रीडिंग भेजना, बिजली संबंधी शिकायत, बिल भुगतान विवरण , बिजली भार में बदलाव सहित 16 से अधिक बिजली विषयक सेवाएं सहजता से प्राप्त कर रहे हैं।
रायपुर, 2 मई। कोरोना संक्रमण ने समाज के हर वर्ग और हर आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित किया है। राज्य राजस्व सेवा छत्तीसगढ़ की अधिकारी दिव्या वैष्णव भी एक ऐसी ही अधिकारी है जो वर्तमान में राज्य के माननीय गृहमंत्री की ओएसडी है। लेकिन उनका परिवार भी इस कोरोना की चपेट में आया।
डिप्टी कलेक्टर दिव्या वैष्णव ने बताया कि 15 अप्रैल 2021 को मेरे 68 वर्षीय पिता कृष्ण दास वैष्णव , 65 वर्षीय माता विमल वैष्णव तथा बड़ी बहन कविता वैष्णव उम्र- 38 वर्ष कोविड टेस्ट में पॉजिटिव आए । हम सभी बहुत चिंतित थे क्योंकि उस समय रायपुर जिला कोरोना के भयावह संक्रमण से गुजर रहा था।
मेरी बात डॉ. अंजली शर्मा नायाब तहसीलदार एवं नोडल होम आइसोलेशन कंट्रोल रूम रायपुर से हुई। उन्होंने बहुत सरल तरीके से रायपुर में संचालित कंट्रोल रूम के बारे में तथा होम आइसोलेशन रजिस्ट्रेशन लिंक के बारे में जानकारी दी।
होम आइसोलेशन की टीम लगातार हम सभी के साथ संपर्क करती रही । नगर निगम जोन 6 की अधिकारियों और कर्मचारियों ने हर संभव सहायता की । होम आइसोलेशन वेब लिंक के माध्यम से हमें डॉ निलय मोझरकर असाइन हुए । उन्होंने बहुत अच्छे से पूरे परिवार की चिकित्सकीय देखभाल की। होम आइसोलेशन अवधि के 17 दिन वे सभी स्वस्थ हैं। कोई चिकित्सकीय शिकायत नहीं है। इसका श्रेय होम आइसोलेशन रायपुर की पूरी टीम को जाता है।
दिव्या वैष्णव ने आइसोलेशन कंट्रोल रूम रायपुर के प्रत्येक सदस्यों के प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष सहयोग हेतु हार्दिक धन्यवाद दिया है और कहा है कि आप सभी ऐसे ही सकारात्मक ऊर्जा ,कर्तव्यनिष्ठा और विश्वास के साथ कोरोना के विरुद्ध इस जंग में अपना योगदान देते रहिए।
कांकेर के कोडेकुर्से कैम्प से लापता जवान की तलाश में सर्चिंग तेज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 2 मई। कांकेर जिले के कोडेकुर्से थाना में पदस्थ एक सहायक आरक्षक के चार दिनों से गुमशुदगी के मामले में पुलिस को अब तक ठोस सुराग नहीं मिला है। बीते 28 अप्रैल से थाना से नदारद मोहन नेताम नामक सहायक आरक्षक के एकाएक लापता होने की खबर से पुलिस महकमे में खलबली मच गई है। बताया जा रहा है कि सहायक आरक्षक राजनंादगांव जिले के औंधी इलाके के रानवाही गांव के आसपास से गायब हुआ है। सहायक आरक्षक मोहन नेताम करीब डेढ़ साल से कोडेकुर्से थाना में बतौर सहायक आरक्षक कार्यरत था। 28 अप्रैल को एकाएक वह बिना बताए थाना से बाहर निकल गया। मोटर साइकिल से निकले जवान की खोज खबर नहीं होने के बाद कांकेर पुलिस में अफरा-तफरी मच गई।
बताया जा रहा है कि रानवाही के पास से जवान की मोटर साइकिल लावारिस हालत में मिली है। इधर कांकेर और राजनांदगांव पुलिस संयुक्त रूप से दोनों जिले की सीमा पर गश्त कर रही है।
सूत्रों का कहना है कि नक्सलियों की भूमिका को लेकर पुलिस को शंका है। पुलिस को एक हस्तलिखित कथित नक्सल पत्र भी मिला है। जिसमें राजनांदगांव कांकेर बार्डर डिवीजन की कम्यूनिस्ट माओवादी के नाम का जिक्र है। वहीं पर्चे में मुखबिरी और जनता विरोधी और जनताना सरकार जिंदाबाद का भी उल्लेख है। बताया जा रहा है कि हस्तलिखित पर्चे का आमतौर पर नक्सली इस्तमाल नहीं करते हैं। सूत्रों का कहना है कि नक्सलियों की कथित अपहरण के आधार पर पुलिस जांच कर रही है। इधर कांकेर के एएसपी जीएन बघेल जवान की तलाश के लिए मानपुर पहुंच गए। मानपुर के एसडीओपी हरीश पाटिल अन्य अफसरों के साथ उन्होंने जवान के संबंध में जानकारी ली। बताया जा रहा है कि सहायक आरक्षक के लापता होने से अफसर परेशान हैं। नक्सल क्षेत्र होने के कारण कई तरह की भ्रामक खबरें भी अफसरों को मिल रही है। सूत्रों का कहना है कि सहायक आरक्षक चयन से पहले जवान के साथ नक्सलियों ने मारपीट भी की थी। फिलहाल लापता जवान की तलाश में दोनों जिले की पुलिस सरगर्मी से बीहड़ को खंगाल रही है।
5 राज्यों के चुनावी नतीजे जानने टीवी-मोबाइल से चिपके रहे लोग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 2 मई। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में सर्वाधिक चर्चित पश्चिम बंगाल में रविवार को दोपहर तक ममता बेनर्जी की नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस के एकतरफा बढ़त से राजनांदगांव भाजपा में मायूसी छा गई। 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा नेतृत्व ने ताकत झोंककर कई चर्चित नेताओं को चुनाव में बाजी मारने की जवाबदारी सौंपी थी। दोपहर तक तृणमूल कांग्रेस 206 सीटों बढ़त बनाए हुए थी। जबकि भाजपा 83 सीटों में विजयी हासिल करने की ओर अग्रसर थी।
इधर राजनंादगांव शहर के भाजपा नेताओं को पश्चिम बंगाल के नतीजों पर खासी दिलचस्पी थी। पश्चिम बंगाल में चुनावी प्रचार के दौरान भाजपा आलाकमान ने 200 सीट जीतने का दावा किया था। पार्टी के इस दावे के उलट तृणमूल कांग्रेस ने 200 से अधिक सीटों पर लगभग कब्जा किया। बताया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल के चुनावी नतीजों से राजनांदगांव के भाजपा नेताओं को झटका लगा है। चुनावी परिणाम से पहले भाजपा के स्थानीय नेताओं ने केंद्रीय नेतृत्व के दावा को सही ठहराया था।
आज आए नतीजों से भाजपा नेताओं ने चुप्पी साध ली है। हालांकि असम और पड्डुचेरी में सरकार बनाने की स्थिति पर कुछ नेताओं ने खुशी जाहिर की। इस बीच विधानसभा चुनाव के नतीजों को जानने के लिए रविवार सुबह से ही लोग टीवी और मोबाइल से चिपके रहे। राजनीतिक रूप से पश्चिम बंगाल के चुनावी नतीजों पर ज्यादातर लोगों की रूचि थी। तमिलनाडु में भी भाजपा अपनी साख नहीं बचा पाई। इससे परे लोगों को पश्चिम बंगाल के परिणाम को लेकर रूचि थी। ममता बेनर्जी के तीसरी बार सत्तारूढ होने से भाजपा नेताओं को हार से निराशा मिली।
न हिसंक वन्यप्राणी का पेट भरा, न मृत चीतल का हो सका अंतिम संस्कार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 2 मई। गर्मी के दिनों में अक्सर वन्यप्राणी जंगल से भटक कर गांव के करीब पहुंच जाते हैं। ऐसे में कई बार वे कुत्तों का शिकार बन जाते हैं, तो कई बार अन्य घटना से उनकी मौत हो जाती है। ऐसे में उनके शव को जला दिया जाता है, लेकिन उच्चाधिकारियों ने ऐसी स्थिति को देखते हुए यह आदेश निकाला कि सेंचुरी क्षेत्र में अगर ज्ञात कारणों से किसी वन्यप्राणी की मौत होती है, तो उसके शव को जलाया नहीं जाए। बल्कि उसे तेंदुए व अन्य हिसंक वन्यप्राणी का भोजन बनाया जाए और ऐसे स्थान पर मृत वन्यप्राणी को रखा जाए। जहां हिसंक प्राणी आसानी से पहुंच जाए और उसे खाकर अपना पेट भर ले, पर रायगढ़ रेंजर ने कुत्तों के हमले से मरे चीतल को ऐसे जंगल में रख दिया, जहां कई वर्षों से न तो तेंदुए का कोई प्रमाण मिला और न ही भालू को छोडक़र किसी अन्य हिसंक वन्यप्राणी की यहां पुष्टि हो सकी। बंगुरसिया के जंगल कक्ष क्रमांक 915 में वह मृत चीतल पिछले चार दिनों से वहीं पड़े पड़े सड़ गया।
विभागीय कर्मचारियों ने बताया कि अब तो उसके शरीर में कीड़े भी लग चुके हैं। ऐसे में वह मृत चीतल न तो किसी का पेट भर सका और न ही उसका अंतिम संस्कार हो सका।
बंगुरसिया पश्चिम के वनकर्मियों से मोबाइल पर चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि पिछले पांच-छह बरसों से यहां तेंदुआ व लकड़बग्घा का कोई प्रमाण नहीं मिला है और न ही इसकी पुष्टि हो सकी है। इसके बाद भी इस तरह मृत चीतल को जंगल में छोडऩा विभाग के अधिकारियों की लापरवाही को उजागर कर रही है।
बिना शिकार किए शिकारियों की हो जाएगी मौज
विभागीय जानकारों का यह भी कहना है कि तेंदुआ व हिसंक वन्यप्राणियों की बिना पुष्टि और चौबीस घंटे की बिना निगरानी इस तरह मृत वन्यप्राणियों को घने जंगलों में छोड़ दिया जाता है, तो शिकारियों व वन अपराध से जुड़े लोगों की मौज हो जाएगी। बिना शिकार ही उन्हें अपना मनपसंद शिकार मृत हालत में बंधा मिलेगा। बताया जा रहा है कि बंगुरसिया के कक्ष क्रमांक 915 में जहां मृत चीतल को छोड़ा गया था, वहां सिर्फ सुबह व शाम को देखकर वनकर्मी लौट आते हैं।
हो सकती है वनकर्मियों पर कार्रवाई
विभागीय सूत्रों ने बताया कि इस तरह की लापरवाही से अब बड़ी कार्रवाई विभाग के उच्चाधिकारियों द्वारा रायगढ़ रेंज में की जा सकती है। चीतल को इस तरह सडऩे के लिए जंगल में छोडऩे संबंधी इस मामले सहित दावानल से जंगल को बचाने में की गई लापरवाही की शिकायत भी उच्च विभाग में किए जाने की तैयारी अब वन व वन्यप्राणी प्रेमियों के द्वारा की जा रही है। जल्द ही इस मामले की उच्च स्तर पर शिकायत हो सकती है। ऐसे में आने वाले समय में रायगढ़ वन मंडल में लापरवाह अधिकारी व कर्मचारियों पर बड़ी कार्रवाई से इंकार नहीं किया जा सकता है।
इस संबंध में रायगढ़ वनमंडलाधिकारी डॉ. प्रणय मिश्रा का कहना है कि मृत चीतल प्रजाति के वन्यप्राणी को तेंदुआ व अन्य हिसंक प्राणी के भोजन के लिए ऐसे स्थान पर छोडऩा है, जहां उनकी मौजूदगी हो। यह आदेश अभ्यारण्य के लिए आया था, पर सेंचुरी के अलावा अगर कहीं तेंदुआ है, तो वहां भी उसके पेट भरने के लिए अपनी निगरानी में रख सकते हैं। बंगुरसिया में मृत चीतल को ऐसा रखा गया है इसकी रिपोर्ट रेंजर ने अभी नहीं किया है। मैं इनसे बात कर लेता हूं और अगर वहां हिसंक वन्यप्राणी नहीं है, तो मृत चीतल के शव को मंगवा कर उसका अंतिम संस्कार कराया जाएगा और आगे की कार्रवाई की जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 2 मई। एक तरफ जहां कोरोना को लेकर शासन-प्रशासन सक्रिय नजर आ रही है। वैक्सीन लगाने को लेकर तमाम तरह के जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ नगरपालिका बालोद भी जागरूकता अभियान को लेकर पीछे नहीं है। आज सुबह नगर पालिका अध्यक्ष, पार्षद सहित सफाई कर्मचारी बालोद नगर में फ्लैग मार्च निकालकर लोगों को जागरूकता का संदेश दिया।
पहले लाइन में सैनिटाइजर की गाडिय़ां, उसके बाद नगरपालिका के जनप्रतिनिधि व कर्मचारी और फिर आखिरी लाइन में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सफाई कर्मचारी एक कतार में बालोद नगर का भ्रमण करते हुए लोगों को जागरुक करते नजर आए।
नगर पालिका अध्यक्ष विकास चोपड़ा ने बताया कि जागरूकता रैली के बाद नगर के प्रत्येक वार्डों में एक-एक दिन विशेष जागरूकता अभियान के साथ साफ-सफाई का वृहद रूप से कार्य भी किया जाएगा।
गरीबी रेखा के लोगों ने टीकाकरण से बनाई दूरी, कई डोज खराब भी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 2 मई। 18 वर्ष से अधिक लोगों का टीकाकरण किए जाने को लेकर राज्य सरकार की अंत्योदय कार्डधारियों को ही पहले लाभ दिए जाने की नीति को लेकर विवाद गहरा गया है। अंत्योदय कार्डधारियों का टीकाकरण किए जाने के फैसले से दीगर वर्ग के लोगों ने सख्त आपत्ति दर्ज की है। एक मई से शुरू हुए इस अभियान के दूसरे दिन टीकाकरण सेंटरों में लोग सरकार से फैसला वापस लेने की मांग करते गैर अंत्योदय कार्डधारियों को भी टीकाकरण की पात्रता देने की पूरजोर पैरवी कर रहे हैं।
तकनीकी रूप से सवाल उठाते हुए कहा जा रहा है कि एक वाल्व में कम से कम 10 लोगों का टीकाकरण किया जाना है। जबकि अंत्योदय कार्डधारियों की गैरहाजिरी के चलते टीकाकरण के बचे हुए डोज खराब हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि अंत्योदय कार्डधारियों को ही प्राथमिकता के साथ टीके के डोज लगाए जाने के सरकार के स्पष्ट आदेश हैं। लिहाजा नगर निगम द्वारा राजनांदगांव के 51 वार्डों की अंत्योदय कार्डधारियों की एक सूची जारी की गई है। सूची के अनुसार ही टीकाकरण किया जा रहा है।
रविवार को शहर के चिखली, मोतीपुर और लेबर कॉलोनी में अंत्योदय कार्डधारियों को टीका लगाए जाने का कार्य शुरू हुआ। शनिवार एक मई को महज 3 लोगों को ही टीका लगाया गया। बताया जा रहा है कि अंत्योदय कार्डधारियों में टीकाकरण को लेकर रूचि नहीं ली जा रही है। यानी एक तरह से टीकाकरण अभियान से इस वर्ग ने दूरी बना ली है। ऐसे में गैर अंत्योदय वर्ग ने खुद के टीकाकरण के लिए आवाज उठाई है। इस संबंध में ममता नगर के रहने वाले हर्ष जैन का आरोप है कि छत्तीसगढ़ इकलौता राज्य है जहां एक वर्ग विशेष को टीकाकरण के लिए पात्र घोषित किया गया है। महामारी के इसदौर में सभी का टीकाकरण किया जाना चाहिए। श्री जैन का कहना है कि कई डोज खराब भी हो रहे हैं, जिस पर सरकार को ध्यान देना चाहिए।
लेबर कॉलोनी की संगीता साहू ने टीकाकरण नहीं किए जाने का विरोध किया। उनका कहना है कि अंत्योदय कार्डधारियों की गैरहाजिरी में दूसरे वर्ग का टीकाकरण किया जाना चाहिए। उन्होंने सवाल उठाया कि एक वाल्व में टीकाकरण के बचे डोज को बर्बाद करने के लिए सरकार तैयार है, लेकिन जरूरतमंदों को टीका लगाने पर ध्यान नहीं है। बहरहाल 18 वर्ष से अधिक लोगों का टीकाकरण किए जाने के अभियान दूसरे दिन ही सेंटरों में आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया है। अंत्योदय कार्डधारियों को पहले मौका मिलने का खुलकर विरोध हो रहा है।
मौसम के रूख बदलने से तापमान गिरा, दो घंटे बिजली गुल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 2 मई। शनिवार शाम ढलते ही गरज-बरस के साथ 3 घंटे बारिश से मौसम ने करवट बदली। शाम ढलते ही तेज हवाओं के झोंके के साथ कड़ाके की साथ बिजली चमकने लगी। वहीं शाम 7 बजे के आसपास हल्की बूंदाबांदी से शुरू हुई बारिश तेज हो गई। करीब 3 घंटे तक रूक-रूककर बारिश हुई। लगातार एक घंटे के आसपास बादल जमकर बरसे,उसके बाद थोड़े-थोड़े अंतराल में अनवरत बारिश का सिलसिला चलता रहा। मौसम विभाग ने चक्रवाती सिस्टम बनने के कारण बारिश की चेतावनी दी थी।
बारिश के चलते मौसम जहां खुशगवार हो गया। वहीं रविवार दिनभर बादल छाए रहे। बादलों की वजह से ठंडी हवाएं भी चली। हवाओं के नम होते ही तापमान में काफी गिरावट देखी गई। दिन में तेज तपिश से परेशान लोगों को आज काफी राहत मिली। गर्मी पूरी तरह से गायब रही। पसीने से लथपथ होने वाले लोगों को आज ठंडकता का अहसास हुआ। शनिवार शाम को तेज गर्जना के साथ बादल बरसते ही पारा तेजी से लुढक़ गया। बारिश के कारण ठंडी हवाओं के झोंके चलने लगे। बिजली कडक़ने के साथ लोगों को बेमौसम बारिश से राहत मिली।
उधर बारिश शुरू होते ही विद्युत व्यवस्था की पोल खुल गई। बारिश शुरू होते ही शहर के अधिकांश हिस्से अंधेरा छा गया। बिजली गुल होने के कारण लोगों को करीब 3 घंटे अंधेरे में ही रहना पड़ा। बारिश के चलते उमस से लोगों के पसीने छूटने लगे। शहर के ज्यादातर इलाकों में घुप्प अंधेरा होने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। विद्युत गुल होने के कारण छोटे बच्चे भी पसीने से लथपथ हो गए। वहीं बड़े-बुजुर्गों को भी अंधेरे में रहने के लिए विवश होना पड़ा। राजनांदगांव शहर में मामूली हवाएं चलते ही बिजली गुल किए जाने का चलन हाल ही के वर्षों में बढ़ा है। अफसरों की मनमर्जी के सामने आम लोगों की सुनवाई बंद हो गई है। बिजली गुल को लेकर सवाल पूछने के लिए बनाए गए टोल नम्बर को भी बंद रखा जाता है। कुल मिलाकर बदले मौसम से भले ही लोगों को गर्मी से निजात मिली हो, लेकिन इस बेमौसम बारिश के बाद धूप निकलते ही लोगों को बेचैनी महसूस होगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बोड़ला, 1 मई। मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ सीमा पर चिल्फी में कोरोना को लेकर स्वास्थ्य एवं राजस्व विभाग की संयुक्त जांच टीम तैनात की गई है। जांच टीम के द्वारा कोरोना जांच को लेकर प्रशासन द्वारा निर्धारित शुल्क 200 रुपये से कई गुना अधिक राशि 1 हजार रुपये वसूलने का मामला सामने आया है।
कोरोनाकाल में लॉकडाउन के चलते कबीरधाम कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा कबीरधाम के आदेश के मुताबिक दीगर राज्यों से आनेवाले लोगों को बिना टेस्ट के राज्य में प्रवेश नहीं दिया जाना है, इसके लिए बॉर्डर में मेडिकल की टीम की तैनाती की गई है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम जिनके पास कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट नहीं होने पर एंटीजन टेस्ट कराया जाता है, जिसके लिए शासन द्वारा 200 रुपये का शुल्क निर्धारित किया गया है। लेकिन यहां एंटीजन टेस्ट का 1000 रुपये लिए जा रहे थे।
ट्वीट कर की गई शिकायत
लॉकडाउन में जांच टीम द्वारा अधिक रुपये लिए जाने का आसपास के ग्रामीणों व लोगों ने अपने स्तर पर विरोध किया, लेकिन उसका कोई असर नहीं हुआ। इसी समस्या पर मध्यप्रदेश के किसी व्यक्ति द्वारा ट्वीट कर समस्या की जानकारी दी गई। ट्वीट के आधार पर जिले के मीडिया वालों की टीम पड़ताल करने धवईपानी पहुंच कर जानकारी ली तो ये खुलासा हुआ।
इस मामले में मीडिया की टीम ने वहां ड्यूटी में लगी स्वास्थ्य विभाग की टीम से पूछा गया तो विभाग के डॉ. खूंटे ने बताया कि 1000 रुपये जांच के लेने के लिखित में कोई आदेश नहीं है। जांच के लिए जिला प्रशासन ने 200 रुपये की पर्ची काटने का आदेश दिया है। तहसीलदार ने मौखिक आदेश दिया है जिस पर एक हजार रुपये लिया जा रहा था।
इस विषय में जब मीडिया के लोगों ने जिले के सीएमएचओ डॉ. एस के मंडल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि नायब तहसीलदार के दबाव में जांच के लिए एक हजार लिया गया, इसमें स्वास्थ्य विभाग का कोई भी कर्मचारी जिम्मेदार नहीं है।
मामले में बोड़ला के नायब तहसीलदार सतीश ने कहा कि छत्तीसगढ़ में वैसे भी जांच किट की कमी है. इसी को लेकर आदेश निकला था कि जांच के लिए शुल्क लेना है लेकिन राशि तय नहीं की गई थी। एसडीएम ने कहा था कि 1 हजार रु. कर दो तो दूसरे राज्य वाले जांच नहीं कराएंगे। अपने राज्य वाले कराएंगे, वैसे सिर्फ 6 लोगों से 1000 लिए गए हैं। लोगों को परेशानी न हो, इसका ध्यान रखा जा रहा है।
एसडीएम प्रकाश टण्डन से इस विषय में बात की गई तो उन्होंने कहा कि शुरुआत में टेस्टिंग को लेकर रेट क्लीयर नहीं था। पहले दिन ही समस्या थीं, अब टेस्टिंग के लिए 200 रुपये लिए जा रहे हैं। अब समस्या नहीं है।