छत्तीसगढ़
महासमुंद, 1 मई। यह तस्वीर तुमगांव रोड स्थित चोपड़ा राइस मिल के सामने की है। यहां खड़े ट्रक में आग लग गई थी। आगजनी से केबिन व इंजन जलकर खाक हो गया। वहीं केबिन के ऊपर रखे 30 से 40 बोरे भी जल गए हैं। अधिकतर धान बच गया लेकिन केबिन जल गया। दोपहर सवा 12 बजे ट्रक धान खाली करने चोपड़ा राइस मिल आया था। यह आग तभी लग गई।
नये वायरोलॉजी लैब में रोजाना 300 टेस्ट करने का लक्ष्य
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 1 मई। जिले के वायरोलॉजी लैब की शुरुआत शुक्रवार से हुई। इसका वर्चुअल उद्घाटन स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने किया। लंबे समय से प्रतीक्षित इस लैब की शुरुआत के बाद अब से जिले के लोगों को हफ्तों रिपोर्ट का इंतजार नहीं करना होगा। लोगों को उनकी आरटीपीसीआर रिपोर्ट 24 घंटे के भीतर ही मिल जाएगी। साथ ही अब महासमुंद जिले से प्रतिदिन 300 टेस्ट करने का लक्ष्य रखा है। बताया जा रहा है कि इसकी संख्या में आने वाले दिनों में और वृद्धि की जाएगी। इसकी तैयारी भी शुरू कर दी गई है, ताकि आसपास के जिलों को भी इसका लाभ मिल सके।
शुक्रवार को उद्घाटन से पहले गुरूवार को लैब में ट्रायल किया गया। शुक्रवार को लगभग 90 आरटीपीसीआर सैंपल की जांच की गई। अभी शासन ने 1 हफ्ते तक महासमुंद जिले के सैंपल ही जांच करने के लिए कहा है। बाद में लोड बढऩे पर पड़ोसी जिलों के सैंपल भी यहां जांच के लिए दिए जा सकते हैं।
सीएमएचओ डा. एन के मंडपे ने बताया है कि लैब में तीन शिफ्ट में काम किया जाएगा। प्रति सैंपल के रिपोर्ट आने में 4 से 5 घंटे का समय लगता है। एक शिफ्ट में 90 सैंपल जांच करने का लक्ष्य रखा है। प्रतिदिन हम 250 से 300 टेस्ट करने के लक्ष्य के अनुसार काम करेंगे। लैब का उद्घाटन संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने फीता काटकर किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमें आरटी पीसीआर जांच के लिए अन्य जिलों पर आश्रित रहना नहीं पड़ेगा। अब जिले में ही आरटी पीसीआर की जांच होगी तथा 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट भी प्राप्त हो जाएगा। ज्ञात हो कि लैब में सेवा देने वाले लैब प्रभारी, माइक्रोबॉयोलॉजिस्ट, सीनियर सांइटिस्ट, जूनियर साइंटिस्ट, लैब तकनीशियन व लैब सहायकों को संबंधित मेडिकल कॉलेज के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 1 मई। जिले के 10 टीकाकरण केन्द्रों में आज अन्त्योदय कार्डधारी परिवारों के लिये तीसरे चरण का टीकाकरण अभियान प्रारंभ हुआ। तखतपुर के पांड़ ग्राम पंचायत की 23 वर्ष की प्रियांशु कश्यप और 29 साल की दुर्गेश नंदिनी कश्यप ने इस अभियान में पहला टीका लगवाया। मुंगेली जिले में भी आज से यही अभियान शुरू हुआ।
टीका लगवाने वालों को कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने बधाई दी। उल्लेखनीय है कि अंत्योदय कार्ड में पंजीकृत 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के समस्त हितग्राहियों को कोविड-19 का टीका लगाया जाएगा। तीसरे चरण के टीकाकरण के लिए जिले के बिल्हा विकास खण्ड में ग्राम सेंवार के हैल्थ वैलनेस सेंटर, बेलतरा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, तखतपुर विकासखंड में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सकरी, कोटा विकासखंड में ग्राम अमने एवं करगी कला प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, मस्तूरी ब्लॉक में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सीपत एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जयराम नगर, नगर निगम बिलासपुर में पं. देवकीनंदन दीक्षित स्कूल प्रताप चौक एवं बालमुकुंद हाईस्कूल तालापारा शामिल हैं। टीकाकरण के लिए अंत्योदय कार्ड, आधार कार्ड, फोटो आईडी, जन्म प्रमाण पत्र इनमें से कोई एक पहचान पत्र लाना होगा एवं मोबाइल नंबर भी देना होगा।
मुंगेली जिले में जलेश्वर व उमाशंकर ने लगवाया पहला टीका
इस अभियान के तहत मुंगेली विकासखण्ड के ग्राम जरहागांव में जलेश्वर कश्यप, उमाशंकर श्रीवास, माधुरी श्रीवास सहित 15 लोगो ने कोविड-19 का अपना प्रथम टीका लगवाया। कलेक्टर पी.एस एल्मा ने अतिगरीब अंत्योदय श्रेणी के इन लोगों द्वारा कोविड-19 का टीका लगवाने पर उन्हें शुभकामनाएं दी।
तीसरे चरण के टीकाकरण के लिए जिले में 9 टीकाकरण क्रेंद बनाये गए है। इनमें विकास खण्ड मुंगेली के ग्राम पंचायत जरहगाव, टेमरी और गीधा, विकास खण्ड लोरमी के ग्राम पंचायत चंदली, औराबाधा, झझपुरी कला तथा विकास खण्ड पथरिया के ग्राम पंचायत धूमा, चन्दखुरी एवं सांवा शामिल है। तीसरे चरण के टीकाकरण हेतु जिले को 2400 डोज प्राप्त हुए है। तीनों सभी विकास खण्ड में 800- 800 डोज वितरित किए गए हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 1 मई। क्षेत्र में कोरोना संक्रमण की रफ्तार अब धीरे-धीरे नियंत्रित होने लगी है। इसके लिए क्षेत्र के सक्षम वर्ग एवं व्यवसायी भी अपने स्तर पर कोरोना को मात देने युद्धस्तर पर जुट गए हैं।
इस कड़ी में आज क्षेत्रवासियों ने आपसी सहयोग से नगर में चल रहे कोविड सेंटर में आपातकाल में मरीजो के उपयोग हेतु पांच जम्बो ऑक्सीजन सिलेंडर प्रदान किए। अब दर्जन भर से अधिक मरीजो को बेड खाली होते तक ऑक्सीजन मिल सकेगी।
इधर स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र की बी एम ओ डॉ तारा अग्रवाल ने बताया कि कोविड केअर सेंटर में क्षेत्र के सबसे अच्छे स्वास्थ्य कर्मियों एवं डॉक्टरों की सेवाएं ली जा रही है। जिससे अब अनेक भर्ती मरीज तेजी से ठीक होकर अपने घरों को जा रहे है। वर्तमान में 10 ऑक्सीजनयुक्त बेड में से मात्र 5 मरीज ही भर्ती है इसके अलावा आइसोलेशन में भी मात्र आधा दर्जन मरीजो का ही उपचार चल रहा है।
मदद के लिए आगे आए
क्षेत्र में पखवाड़े भर से अचानक बढ़े मरीजों से क्षेत्र में दहशत हो गई थी। जिसे देखते हुए क्षेत्र के सामाजिक संगठन एवम व्यवसायियो ने एसडीएम राकेश कुमार गोलछा एवं बी एमओ डॉ तारा अग्रवाल के साथ मिलकर आपसी सहयोग की योजना बना कर आपस मे ही सरकारी तौर पर प्रारंभ किए जाने वाले कोविड सेंटर के लिए आवश्यक सामग्री जुटा कर उसे प्रारंभ करवाया गया। इसके बाद मरीजों के उपचार हेतु स्वास्थ्य अमले की व्यवस्था करवाई गई।
व्यापारी एकता मंच के सचिव राजेश गोयल ने बताया कि इस आपदा में व्यापारी एकता मंच लगातार शासन -प्रशासन के साथ खड़ा है। मंच के सदस्य एवम पदाधिकारियों के सहयोग से अब कोविड सेंटर में अच्छी सेवाएं दी जा रही है।इसके लिए कंस्ट्रेटर मशीनें दी गयी है। इसके अलावा आपातकालीन व्यवस्था हेतु पांच जम्बो ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था कर कोविड सेंटर को सौंपे गए है। इनमें अग्रवाल समाज पिथौरा, अग्रवाल महिला मंडल पिथौरा व्यापारी एकता मंच साहू समाज (कौ.प.क्र.3)राहुल प्रधान, किशोर बघेल एवं गुप्त दान के सहयोग से जम्बो सिलेंडर क्रय किए गए है।
अम्बिकापुर, 1 मई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में शुक्रवार को वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से कैबिनेट मंत्री और अधिकारियो की बैठक आयोजित की गई। बैठक में तीसरे चरण के टीकाकरण अभियान की रणनीति पर विस्तृत चर्चा की गई। बताया गया कि 18 से 44 वर्ष के लोगो के टीकाकाण के लिए 1 मई को कोवैक्सीन का डेढ़ लाख डोज रायपुर आएगा। प्रत्येक जिले को 800-800 तथा प्रत्येक नगर निगम को 2300 डोज मिलेंगे। नजदीकी जिले 1 मई को ही यह वैक्सीन प्राप्त कर लेंगे लेकिन दूरस्थ जिले एक दिन बाद ही प्राप्त कर सकेंगे।
सरगुजा जिले में यह वैक्सीन 2 मई को ही पहुंच पाएगा जिससे यहां तीसरे चरण का टीकाकरण 2 मई से प्रारंभ होगा। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी कर ली है कि शासन के मंशानुरूप सरगुजा जिले में भी तीसरे चरण के टीकाकरण की शुरुआत सबसे पहले 18 से 44 वर्ष के अंत्योदय राशनकार्डधारियों से हो सके तथा जिले के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में इसकी शुरुआत की जा सके।
टीकाकरण केंद्रों में कानून और व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिस प्रशासन भी पुख्ता इंतजाम करेगी। इसके साथ 45 से उपर के लोगों के टीकाकरण की प्रक्रिया सतत चलती रहेगी। साथ ही शासन प्रशासन ने अपील करते हुए कहा है कि कोरोना से बचाव के के लिए मास्क लगाएं,सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें,हाथों को बार-बार धोएं और अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकले। धैर्य, संयम और सुरक्षा के साथ ही इस महामारी से लड़ा जा सकता है। आमजनों से बिना डर-भय के कोविड-19 का वैक्सीन लगाने की भी अपील की गई है ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 1 मई। रामभांठा संजय मैदान स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य एवं जच्चा बच्चा केन्द्र में एक साथ वैक्सिनेशन व कोविड जाँच किये जाने को मामले को जन स्वाथ्य के साथ खिलवाड़ निरूपित करते हुए नेता प्रतिपक्ष पूनम सोलंकी ने जिला प्रशासन के समक्ष आपत्ति जताई है।
भाजपा नेत्री व निगम की नेता प्रतिपक्ष पूनम सोलंकी ने कहा कि दोनों कार्य एक ही जगह होने से कोरोना संक्रमण फैंलने का खतरा बढऩे की संभावना से कतई इंकार नही किया जा सकता। एक ओर कोविड की दूसरी लहर को रोकने हेतु मास्क की अनिवार्यता सोशल डिस्टेंस हैंड सेनेटाइजेशन लॉक डाउन जैसे उपायों को दृढ़ता से लागू करने हेतु पूरी ताकत लगा रहे वही दूसरी ओर एक ही स्थल पर वैक्सिनेशन व कोविड जाँच कर जन स्वास्थ्य के लिए मुसीबत खड़ी कर रहे है।
नेता प्रतिपक्ष ने इस व्यवस्था पर आपत्ति जताते हुए अविलंब कोविड जाँच अन्यंत्र हस्तांतरित किये जाने की माँग की है। वैक्सिनेशन के अलावा यहाँ गर्भवती महिलाओं व नवजात शिशुओं का टीकाकरण भी किया जाता है। वैक्सिनेशन व कोविड जांच हेतु आने वाली जनता के साथ आए दिनों वहाँ वाद विवाद की स्थिति भी निर्मित होने की जानकरी मिल रही है। वाद विवाद की वजह से मौजूद स्टाफ के कार्य पर भी असर पड़ रहा है। वैक्सिनेशन व कोविड जाँच हेतु प्रवेश द्वार एक ही है एवं बैठने की व्यवस्था भी पृथक पृथक नही है। इस मामले में जिला प्रशासन को अविलंब निर्णय लेने की मांग नेता प्रतिपक्ष पूनम सोलंकी ने की है।
रायगढ़, 1 मई। कलेक्टर भीम सिंह ने वीडियो कॉलिंग के जरिये अस्पताल में इलाज करवा रहे कोरोना रोगियों से बातचीत कर उनको प्रोत्साहित किया और उनका मनोबल बढ़ाया। साथ ही मरीजों से उनका फीडबैक लिया।
कलेक्टर ने शुक्रवार को एमसीएच हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों से वीडियो कॉल के माध्यम से सीधे संवाद कर उनका हाल चाल जाना। कलेक्टर भीम सिंह ने अस्पताल में उपचार करा रही कमला सतनामी और डॉ. सुनील पटेल से वीडियो कॉल में बात कर उनके सेहत के बारे में पूछा। उन्होंने मरीजों से उनका फीडबैक भी लिया। मरीजों ने बताया कि आईसीयू वार्ड में एसी को सुधार की जरूरत है और हॉस्पिटल में कुछ केअर टेकिंग स्टाफ बढ़ाने की जरूरत है। कलेक्टर श्री सिंह जल्दी ये व्यवस्थाएं करने का आश्वाशन दिया। कलेक्टर ने कहा कि इस महामारी से आपकी लड़ाई में हम सभी आपके साथ है और आप सब जल्द कोरोना को मात देकर ठीक हो जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी से लड़ रहे लोगों को दवाइयों के उपचार के साथ मानसिक संबल की भी जरूरत होती है। इसके लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अधिकारियों को इसके लिए मरीजों से बात कर उनका मनोबल बढ़ाने की व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए थे। इसके लिए रायगढ़ जिले में कलेक्टर के मार्गदर्शन में एक कॉउंसलिंग सेल शुरू किया गया है। जिसके मेंबर्स मरीजों से बात कर उनका तनाव दूर कर मनोबल व आत्मविश्वास बढ़ाने का कार्य करते हैं। वे मरीजों की समस्याओं की जानकारी भी लेते हैं और संबंधित अधिकारियों को सूचित करते हैं ताकि जल्द उसका निदान किया जा सके। जिससे इस मुश्किल समय में रोगियों को मानसिक सपोर्ट मिल सके और उनकी रिकवरी तेजी से हो। कलेक्टर ने विभिन्न जिलाधिकारियों को भी मरीजों से बात कर उनकी हौसलाफजाई करने के लिए कहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 1 मई। छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन के प्रांत अध्यक्ष राकेश चटर्जी एवं बलौदाबाजार जिला अध्यक्ष अविनाश तिवारी ने बताया कि छत्तीसगढ़ सामान्य प्रशासन विभाग में प्रस्तुत किए गए आंकड़ों के अनुसार कोरोनावायरस के कारण छत्तीसगढ़ के 54 विभागों में मौत कुल संख्या आंकड़ा 649 है, जिसमें से अकेले शिक्षा विभाग में अब तक 370 शिक्षकों की जान गंवाई है। फेडरेशन ने दिवंगत शिक्षक के परिजन के एक सदस्य को तत्काल अनुकंपा नियुक्ति देने के मांग राज्य सरकार से की है।
राकेश चट्र्जी और अविनाश तिवारी ने बताया कि शिक्षकों की कोरोना से मौत का सिलसिला जारी है, लेकिन शिक्षकों की ड्यूटी कोरोना महामारी के रोकथाम में लगाना अब भी जारी है। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सुरक्षात्मक उपाय किए बिना ही जिला प्रशासन द्वारा शिक्षकों की मनमानी ड्यूटी कोरोनावायरस महामारी के रोकथाम के लिए नियंत्रण में लगाया जा रहा है।
विभाग के जिला एवं ब्लॉक के अधिकारी कोरोनावायरस से इनकार करने वाले शिक्षकों के वेतन रोकने की धमकी दे रहे हैं। शिक्षकों की जान जा रही है। संक्रमित शिक्षक त्वरित इलाज के अभाव में दम तोड़ रहे हैं। विभाग रोज एक फरमान जारी कर रहा है जिससे प्रतीत हो रहा है कि विभाग को अपने शिक्षकों की जान की परवाह नहीं है।
राज्य 29 जिलों में शिक्षकों की मौत का आंकड़ा
फेडरेशन ने 26 अप्रैल 2021 की स्थिति में राज्य के 29 जिलों के अंतर्गत हुए शिक्षकों के मौत के आंकड़े का जानकारी दी गई है जिसमें से रायपुर संभाग के अंतर्गत जिला रायपुर में 49 बलौदाबाजार में 28 धमतरी में 15 महासमुंद में 25 एवं गरियाबंद में 9 कुल 126 शिक्षकों का परिवार पे सहाय हुआ है। दुर्ग संभाग के अंतर्गत जिला दुर्ग 140 राजनांदगांव में 46 कवर्धा में पांच बेमेतरा में 10 तथा बालोद से 13 कुल 115 शिक्षकों को कोरोनावायरस नहीं लिया है। बिलासपुर संभाग के अंतर्गत बिलासपुर में 14 कोरबा में दो शक्ति में साथ मुंगेली में तीन जीपीएस में चार जांजगीर 12 रायगढ़ में 23 कुल 65 शिक्षक परिवार वे सहाय हुए हैं। बस्तर संभाग के अंतर्गत दो सुकमा में 21 बीजापुर 3 कुंडा गांव चार कांकेर से चार कुल 29 शिक्षकों के घर में अंधेरा छा गया है।
सरगुजा संभाग अंतर्गत जिला अंबिकापुर 5 सूरजपुर दो बलरामपुर 6 कोरिया 3 जसपुर से 14 कुल 30 शिक्षक की कोरोना से मौत हुई है। 370 शिक्षकों को मौत के मुंह में धकेलने का दोषी कौन है।
फेडरेशन ने कहा कि शिक्षक विभाग की तृतीय श्रेणी में पदों में सहायक शिक्षक के 7144 पद एवं सहायक शिक्षक विज्ञान के 4035 पद कुल 11149 पद रिक्त है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमधा, 1 मई। कोरोना काल में स्वास्थ्य कर्मचारियों को ही स्वास्थ्य रक्षक दवाइयां और उपकरण नहीं मिलने का मामला सामने आया है। पीएचई में पदस्थ गर्भवती एएनएम के कोरोना संक्रमित होने के बाद समुचित उपचार नहीं मिलने के कारण मौत का आरोप परिजनों ने लगाया है।
धमधा के भूषण ढीमर की पत्नी दुलारी ढीमर (तारक) साजा ब्लॉक के परपोड़ी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बहुद्देशीय महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता (एएनएम) के रूप में पदस्थ थी। मुंगेली के तखतपुर से 2 साल पहले उसकी तबादला परपोड़ी में हुआ था। उसकी 3 साल की एक बच्ची भी है वह 8 महीने से गर्भवती थी उसकी ड्यूटी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परपौड़ी में थी, जहां कोरोना मरीज भी आ रहे थे।
परिजनों का आरोप है कि दुलारी तारक 8 महीने की गर्भवती थी इसके बाद भी उसकी कोरोना में ड्यूटी लगाई दी गई थी। एक दिन बाद उसे बुखार आने लगा। उसे बेमेतरा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। वह कोरोना संक्रमित पाई गई। गर्भवती होने के कारण वहां 2 दिन में ही स्थिति बिगड़ती गई। डॉक्टर ने परिवार वालों को रेमडेसीविर इंजेक्शन का इंतजाम करने कहा।
परिजनों का आरोप है कि एएनएम दुलारी तारक को न तो समय पर रेमडेसीविर इंजेक्शन मिल पाया और न ही वेंटिलेटर।
मृतक नर्स के जेठ समय लाल ढीमर ने बताया कि बेमेतरा और दुर्ग के सभी मेडिकल स्टोर में चक्कर काटने पर भी वह इंजेक्शन नहीं मिला। बड़ी मुश्किल से इसके दो डोज ब्लैक में मिले। चार हजार रूपए के दो इंजेक्शन के लिए 15-15 हजार देने पड़े। इंजेक्शन लगने के दो दिन तक ठीक थी, फिर स्थिति खराब होने लगी तो एम्स में रिफर करवाया, लेकिन वहां भी वेंटिलेटर युक्त बेड नहीं था। दो दिन इंतजार करने के बाद बेड मिला। 24 अप्रैल की सुबह 7.00 बजे एम्स के लिए रिफर कर दिया गया था, लेकिन 108 एंबुलेंस को आते-आते 4 घंटे लग गए। रायपुर एम्स पहुंचते तक दोपहर 1.00 बज गए। इसके बाद शाम 5.00 बजे दुलारी का निधन हो गया।
उन्होंने कहा कि देशभर में कोरोना के फ्रंट लाइन वर्कर को विशेष सुविधा देने के गाइड लाइन है, ताकि वे जल्दी स्वस्थ होकर मारीजों की सेवा कर सकें। लेकिन दुलारी को इस तरह की कोई सुविधा नहीं मिली और न ही अभी तक शासन ने उसकी कोई सुध ली है।
बलरामपुर, 1 मई। जिला कार्यालय में पदस्थ अपर कलेक्टर विजय कुमार कुजूर राज्य प्रशासनिक सेवा 62 वर्ष की आयु पूर्ण करने पर 30 अप्रैल को सेवानिवृत्त हो गए। अपर कलेक्टर श्री कुजूर को कलेक्टर कार्यालय द्वारा भावभीनी विदाई दी गई। कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए किसी भी प्रकार के विदाई समारोह का आयोजन नहीं किया गया। कलेक्टर श्याम धावड़े ने शासकीय सेवा से सेवानिवृत्त होने पर अपर कलेक्टर श्री कुजूर के स्वस्थ व दीर्घायु जीवन की कामना करते हुए अपना शुभकामना संदेश प्रेषित किया।
कलेक्टर श्री धावड़े ने कहा कि श्री कुजूर अपनी दक्षता, कार्यकुशलता व अनुशासन के लिए सदैव याद किए जाएंगे।
श्री कुजूर की राजस्व के अलावा विभिन्न विभागों से सामंजस्य व समन्वय स्थापित कर सौंपे गए दायित्वों के निर्वहन में सराहनीय भूमिका रही। डिप्टी कलेक्टर प्रवेश पैंकरा,विवेक चन्द्रा द्वारा भी अपर कलेक्टर श्री कुजूर को भावभीनी विदाई दी गई। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री कुजूर ने शासकीय सेवाकाल के कुछ महत्वपूर्ण पलों को याद करते हुए अपने अनुभव साझा किये। कलेक्टर कार्यालय के अधिकारी-कर्मचारियों ने भी श्री कुजूर के साथ अपने अनुभवों के बारे में बताया तथा उनके सुखद,स्वस्थ जीवन व उज्जवल भविष्य की कामना की। कलेक्टर कार्यालय के अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा उन्हें स्मृति चिन्ह तथा शाल-श्रीफल उपहार स्वरूप भेंट किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 1 मई। वैश्विक महामारी का रूप ले चुके नोवेल कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण के खतरे से बचने जहां एक ओर लोग अपने घरों में रहने विवश हैं, वहीं कुछ ऐसे भी कर्मवीर हैं जो उनके महकमे के द्वारा सौंपी गई जिम्मेदारियों का बखूबी निर्वहन कर रहे हैं। इनमें से नगर निगम का अमला भी शामिल है जिसके कर्मचारी नियमित कामकाज के साथ-साथ कोविड के संक्रमण से हुई मरीजों की मृत्यु के बाद उनकी पार्थिव काया का अंतिम संस्कार कर मुखाग्नि देने की जोखि भरे रस्म की अदायगी कर रहे हैं।
नगर निगम के आयुक्त मनीष मिश्रा ने बताया कि निगम के कोरोना वॉरियर्स सुभाष साहू, वीरेंद्र साहू, ओंकार निर्मलकर, नोहर साहू, विक्रम के द्वारा कोरोना से संक्रमित मरीजों की मृत्यु के बाद उनके मृत शरीर का अंतिम संस्कार कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कोविड प्रोटोकॉल के तहत संक्रमित मरीज की मृत्यु के उपरांत बेहद सावधानी एवं सतर्कता से मृत शरीर का अंतिम संस्कार करना होता है।
थोड़ी सी भी चूक से आसपास के व्यक्तियों में संक्रमण फैलने का बहुत अधिक खतरा रहता है, इसलिए मृतक के सीमित परिजनों की उपस्थिति में विभिन्न प्रकार की रस्म एवं क्रियाकर्म में ये सभी युवक सकारात्मक और पुण्य कार्य को अंजाम दे रहे हैं, जो संक्रमण के इस दौर में आम आदमी के लिए मुमकिन नहीं है।
निगम आयुक्त मिश्रा ने यह भी बताया कि निगम के तहत गठित स्वसहायता समूहों की दीदियां भी शहरवासियों को कोरोना के संक्रमण से बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन कर रही हैं।
उन्होंने बताया कि इस काम में दीदी रोशनी नायक, भारती साहू, संगीता बारले सहित 176 स्वच्छता दीदियों द्वारा डोर टू डोर कचरा संग्रहण किया जा रहा है, जो अपने आप में उल्लेखनीय कार्य है।
इसी प्रकार निगम के सफाई कर्मचारियों द्वारा शहर के सभी 40 वार्डो में सैनिटाइजर स्प्रे का कार्य किया जा रहा है, साथ ही शहर के सभी चौक-चौराहे, गली-मोहल्ले एवं नालियों की सफाई इस कोरोना काल में पूरी शिद्दत के साथ जिम्मेदारी से निभा रहे हैं।
लापरवाही पर हो सख्त कार्रवाई-एसपी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 1 मई। पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने शुक्रवार को थाना तमनार क्षेत्र अन्तर्गत बनाए गए कंटेनमेंट जोन ऊर्जानगर, क्वॉरेटीन सेंटर का व्यवस्था देखा गया।
इस दौरान उन्होंने कोरोना संक्रमित परिवारों से बातचीत की और क्वॉरेटीन सेंटर में कार्यरत स्टाफ को आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया है। उनके साथ एसडीओपी धरमजयगढ़ सुशील कुमार नायक तथा थाना प्रभारी तमनार निरीक्षक किरण गुप्ता उपस्थित थी, जिन्हें कंटेनमेंट जोन में आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई एवं कोविड टेस्ट और वैक्सीनेशन के लिए आने वाले व्यक्तियों को छोडक़र अन्य आवाजाही पर सख्त कार्रवाई करने के दिशा निर्देश दिए गए हैं।
थाना परिसर के सामने अधिकारियों व कर्मचारियों को ड्यूटी के संबंध में ब्रीफ करते हुए शादीघरों में जाकर उन्हें कोविड-19 गाइडलाइन के पालन करने की समझाइश तथा समय पर सब्जी व डिलीवरी के लिए खोले गए किराना स्टोर को समय पर बंद कराने के निर्देश दिए, नियमों की अनदेखी पर कार्रवाई करने कहा गया है।
उन्होंने कर्मचारियों को ड्यूटी दौरान डबल मास्क का उपयोग करने कहा गया है और व्यवहार में नम्रता रखकर जरूरतमंदों की अधिक से अधिक मदद करने को कहा गया। इस दौरान उन्होंने एसडीओपी धर्मजयगढ़ को कापू क्षेत्र में एकाएक काफी अधिक व्यक्तियों के संक्रमित आने पर से कंटेनमेंट जोन में सख्ती से नियमों का पालन कराने के निर्देश दिये हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सूरजपुर, 1 मई। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत राहुल देव द्वारा टीकाकरण केन्द्र चन्दरपुर,कुरूवां, ्रनावापारा, पचिरा, जयनगर तथा सिलफिली का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण उपरांत टीकाकरण केन्द्र चन्दरपुर में 5 मितानिन कार्यरत हैं,जिसमें सभी अनुपस्थित मिले। मितानिनों को अनुपस्थित देख कार्यपालन अधिकारी ने मितानिनों का मानदेय रोकने हेतु संबंधित खण्ड चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया गया एवं निरीक्षण के दौरान 85 व्यक्तियों हेतु वैक्शीन उपलब्ध था,जिसे आज ही पूरा किये जाने हेतु निर्देशित किया गया।
टीकाकरण केन्द्र नावापारा कुरूवां में निरीक्षण के दौरान 32 व्यक्तियों हेतु वैक्शीन उपलब्ध था,जिसे आज ही पूरा किये जाने हेतु निर्देशित किया गया एवं अधिक से अधिक लोगों को प्रेरित कर टीकाकरण कराये जाने हेतु निर्देशित किये है। ग्राम पंचायत पचिरा के ईट भट्टा में कार्यरत् मजदूरों द्वारा टीकाकरण नहीं कराया जा रहा था,जिसे मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा टीकाकरण लगवाये जाने हेतु प्रेरित किया गया एवं संबंधित पटवारी व भट्टा संचालक को उन्हें प्रेरित कर नजदीकी टीकाकरण सेंटर तक ले जाकर टीकाकरण कराने हेतु निर्देशित किया गया। उन्हें मास्क पहनने,2 गज दूरी बनाकर रहने की भी सलाह दी गई।
श्री देव ने टीकाकरण केन्द्र जयनगर का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण उपरांत मुस्लिम समुदाय के लोगों को टीकाकरण कराये जाने हेतु उनके मौलवी से समन्वय स्थापित कर अधिक से अधिक लोगों को टीकाकरण किये जाने हेतु निर्देशित किया गया एवं निरीक्षण के दौरान 100 व्यक्तियों हेतु वैक्शीन उपलब्ध था,जिसे आज ही पूरा किये जाने हेतु निर्देशित किया गया। टीकाकरण केन्द्र सिलफिली का निरीक्षण दौरान वहां अधिक से अधिक लोगों को टीकाकरण कराये जाने हेतु निर्देशित किया गया एवं जो व्यक्ति टीकाकरण कराना नहीं चाहते हैं,उन्हें सचिव को संबंधित पीडीएस दुकान संचालक के साथ उनके घर जाकर टीकाकरण हेतु प्रेरित किये जाने हेतु निर्देशित किया गया एवं टीकाकरण केन्द्रों में कार्यरत् पटवारी,सचिव, रोजगार सहायक,मितानिन स्वयं हितग्राही के घर जाकर उन्हें टीकाकरण सेंटर तक ले जाकर टीकाकरण कराये जाने हेतु निर्देशित किया गया है।
901 कार्यों के लिए 35 करोड़ 35 लाख स्वीकृत
मनरेगा श्रमिकों ने किया 6 लाख 56 हजार मानव दिवस अर्जित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 1 मई। जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत चल रहे कार्यों में 23 हजार 06 सौ 51 श्रमिक नियोजित है। कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य के मार्गदर्शन एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के निर्देश पर जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत 901 कार्यों के लिए 35 करोड़ 35 लाख 23 हजार रूपये स्वीकृत किए गए हैं।
ग्रामीण श्रमिकों के मांग पर डबरी निर्माण, तालाब गहरीकरण, कच्ची नाली निर्माण, भूमि सुधार कार्य, मिट्टी सडक़ निर्माण कार्य, नरूवा, पाथ उपचार कार्य, सामुदायिक डबरी निर्माण कार्य, नया तालाब निर्माण कार्य इत्यादि के कार्य शुरू होने से ग्रामीण श्रमिकों को रोजगार मिल रहा है।
कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन की स्थिति से निपटने पंचायतों में मनरेगा कार्य शुरू होने से श्रमिक परिवारों की आर्थिक स्थिति में सुदृढ़ता आयी है। वैसे भी 01 अपै्रल 2021 से प्रत्येक श्रमिक परिवार को कार्य दिवस के आधार पर 193 रूपये प्रति दिवस के मान से उनके खाते के माध्यम से मजदूरी भुगतान की जा रही है। अब तक धमतरी विकासखंड के 94 ग्राम पंचायत में 65 कार्यों में 04 हजार 06 सौ 84 श्रमिक, कुरूद विकासखंड के 108 ग्राम पंचायत में 62 कार्यों में 06 हजार 05 सौ 83 श्रमिक, मगरलोड विकासखंड के 66 ग्राम पंचायत में 39 कार्यों में 03 हजार 05 सौ 48 श्रमिक, नगरी विकासखंड के 102 ग्राम पंचायत में 72 कार्यों में 08 हजार 08 सौ 36 श्रमिक रोजगार मूलक कार्यों से लाभान्वित हो रहे हैं।
इन कार्यों से श्रमिकों ने 06 लाख 56 हजार मानव दिवस अर्जित किया। जो कि अप्रैल माल लक्ष्य के आधार पर शतप्रतिशत् है। मनरेगा कार्य चलने से श्रमिकों को आर्थिक संकटों से निजात मिली है। वहीं शासन के दिशा निर्देशानुसार पंचायत स्तर पर कोरोना की रोकथाम के लिए कार्य कर रहे श्रमिकों को सामाजिक दूरी बनाने का प्रयास करना, आपसी संपर्क से बचने जैसे-हाथ मिलाना, हाथ पडक़ना या गले लगना, अपने हाथों को साबुन और पानी से बार-बार धोना, मास्क का उपयोग करना, खांसने या छींकने के बाद नाक, मुंह, आंख को न छूने, आपसी संपर्क के दौरान कम से कम 01 मीटर की दूरी बनाये रखने, सेनीटाइजर का उपयोग करने के आवश्यक निर्देश भी दे रहे हैं। साथ ही श्रमिकों को मास्क लगाने के तरीका भी कार्यस्थल में बताये जा रहे हैं। जैसे-मुंह पर मास्क लगाने से पहले अपने हाथ को अवश्य धोवें। यह भी सुनिश्चित करें कि यह ढीला न हो और मुंह और नाक दोनों ढंके हुए हों। मास्क को सामने से न छुंए केवल बगल से स्पर्श करें। मास्क बदलने के बाद अपने हाथों को अवश्य धोवें। हर 6 से 8 घंटे में मास्क बदलें या इसके नम या गीला होने पर तत्काल बदलें। यदि डिस्पोजेबल मास्क का उपयोग किया जा रहा है, तो मास्क को केवल ढक्कन लगे हुए डस्टबिन में ही फेंके और डस्टबिन में एक प्लास्टिक बैग अवश्य लगावें। यदि कपड़े के मास्क का उपयोग कर रहे हो, तो उन्हें कम से कम दिन में एक बार अवश्य धोने के निर्देश दिए गए है।
राजनांदगांव-गढ़चिरौली के सरहदी गांवों में मदद के लिए बर्फानी सेवा समिति ने बढ़ाए हाथ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 1 मई। राजनांदगांव जिले के आखिरी छोर में बसे गांवों में कोरोनाकाल के दौरान बर्फानी सेवा समिति के उदार कदम से ग्रामीणों को उनकी जरूरत के मुताबिक खानपान के सामान मिल रहे हैं। जिला मुख्यालय से करीब 200 किमी दूर आधा दर्जन गांव में पहुंचने के लिए महाराष्ट्र के रास्ते से होकर समिति के सदस्य गांवों में पहुंच रहे हैं। कोरोनाकाल में लगे पाबंदियों के चलते ग्रामीण इलाकों की दशा भी खराब है।
ग्रामीणों के सामने भरपेट भोजन करने की जरूरत एक बड़ी समस्या बन गई है। राजनांदगांव जिले का मेढ़ागुंडरू ऐसा गांव है जहां पहुंचने के लिए महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले के रास्तों को नापना पड़ता है। गढ़चिरौली के सडक़ों से होकर ही इस गांव में पहुंचा जा सकता है। सेवाभाव को लेकर बर्फानी सेवा समिति के अध्यक्ष राजेश मारू और सदस्य कमलेश सिमनकर लगातार नक्सल क्षेत्रों में पहुंचकर ग्रामीणों को सूखा राशन की सहायता दे रहे हैं। उनकी यह मदद इसलिए कारगर है कि नक्सलगढ़ से होकर सामान ग्रामीणों तक पहुंचाया जा रहा है।
सेवा समिति के अध्यक्ष श्री मारू और सदस्य श्री सिमनकर ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि समिति की ओर से जरूरतमंद लोगों की सुध ली जा रही है। नक्सली क्षेत्रों में ग्रामीणों को सहायता देना इसलिए भी जरूरी है कि क्योंकि दूरस्थ इलाके में बसे लोगों तक पहुंचना प्रशासन के लिए भी कठिन चुनौती है। ऐसे में समिति ने बीड़ा उठाकर लोगों की सहायता करने का संकल्प लिया है। बताया जाता है कि बीहड़ इलाकों में बसे मेतातोडक़े, कोहकाटोला और नैनगुड़ा के बाशिंदों को भी सूखा राशन वितरित किया गया। गौरतलब है कि गुजरे साल भी कोरोनाकाल के संकट में समिति के द्वारा राजनंादगांव जिले के उत्तरी इलाके कटेमा, गातापार, मलैदा में भी ग्रामीणों को राशन और सब्जियों की खेप पहुंचाई गई थी। समिति की मदद से ग्रामीणों को भरपेट भोजन करने की चुनौती से निजात मिली है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 1 मई। बलौदा बाजार में कोरोनावायरस कोरोना कई मरीजों को ऑक्सीजन की कमी के चलते उनकी जान संकट में होने की लगातार खबर मिलने पर स्थानीय चेंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्यों ने जरूरतमंदों को ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराने का बीड़ा उठाते हुए मुसीबत की घड़ी में सहायता पहुंचाने का निश्चय किया है।
कांग्रेसियों के बाद चेंबर में भी संभाली जिम्मेदारियां
कोरोना की लहर ने बीते 1 माह में ऑक्सीजन की कमी से कई लोगों की जान ले ली है। ऑक्सीजन लेवल कम होने के बाद ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए लोगों को तड़पते हुए देखकर पूर्व में जिला कांग्रेस के सदस्यों के द्वारा जरूरतमंदों को निशुल्क आहार सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराने की शुरुआत की गई थी, लेकिन गंभीर कोरोना क्रमिक मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की तैयारियों तथा जिला कांग्रेस कमेटी की पहल के बावजूद रोज ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी होने तथा ऑक्सीजन के लिए मरीज के परिजनों के भटकते रहने संबंधित खबरें के बाद स्थानीय चेंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्यों द्वारा आपसी सहमति के माध्यम से जरूरतमंदों को समय पर ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराने का निश्चय कर तुरंत इसकी शुरुआत भी कर दी गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 1 मई। कोरोना संक्रमण के दूसरे दौर में ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे मरीजों के उपचार के लिए ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अंबागढ़ चौकी को 4 जंबो व मिनी ऑक्सीजन सिलेंडर प्रदान किया। ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ने यह सुविधा ब्लॉक मुख्यालय के सीएचसी व कोविड सेंटर के अलावा क्षेत्र व नगरवासियों को नि:शुल्क सुविधाएं प्रदान करने के लिए अस्पताल प्रबंधन व स्वास्थ्य अधिकारियों को प्रदान किया है।
मुख्यमंत्री एवं प्रदेश व जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष के निर्देश तथा क्षेत्रीय विधायक इंद्रशाह मंडावी व खुज्जी विधायक छन्नी साहू के आह्वान पर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ने ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे पॉजिटिव मरीजों के इलाज के लिए स्थानीय स्तर पर ऑक्सीजन की सुविधाएं प्रदान करने 4 जंबो व 4 मिनी ऑक्सीजन सिलेंडर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को प्रदान किया है।
ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष अनिल मानिकपुरी ने कहा कि संकट के इस क्षण में पार्टी की ओर से कोविड मरीजों व आम जनता के हितार्थ काम करने का निर्देश प्राप्त हुआ था, इसलिए शीर्ष नेतृत्व की मंशानुसार ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ने बिना किसी सहयोग राशि जुटाए पार्टी की ओर से स्थानीय सीएचसी में मरीजों के लिए यह स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की है।
बीएमओ डॉ. आरआर धुवे ने बताया कि अब सीएचसी व कोविड केयर सेंटर में पर्याप्त मात्रा में सिलेंडर उपलब्ध हो गया है। अब यहां सिलेंडर को लेकर कोई समस्या नहीं है।
इस अवसर पर बीएमओ डॉ. आरआर ध्रुर्वे, पार्षद मनीष बंसोड, पार्षद अविनाश कोमरे, पार्षद मुकेश सिन्हा, राजेन्द्र मंडावी, ओमेश दुबे, अशोक साहू सहित अन्य प्रमुखजन उपस्थित थे। ब्लॉक कांग्रेस कमेटी की इस पहल का सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सा स्टाफ के अलावा ब्लॉक कांग्रेस के प्रमुख पदाधिकारी नादिर खेतानी, देवनारायण नेताम, शिवनारयण खंडेलवाल, छोटेलाल कटेंगा, जसवंत साहू, बसंत मंडावी, रामेन्द्र गोआर्य, डेरहा मेश्राम, पूनाराम पटेल, बस्तर सलामे, राजकुमार ध्रुव, राजू नशीने, संतोष भारद्वाज, उदेराम साहू, बेनीप्रसाद साहू ने स्वागत करते इसे प्रेरणादायी कदम बताया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 1 मई। नगर पालिक निगम दुर्ग सीमा क्षेत्र में कोरोना संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के लिए काम कर रही ऐसी महिला कर्मचारी जो वर्तमान में गर्भवती हैं, कोरोना संक्रमण से सुरक्षा हेतु उनकी पसंद अनुसार ड्यूटी में परिवर्तन किया जा सकेगा। साथ ही उनकी मांग पर उन्हें मातृत्व अवकाश प्रदान की जाएगी। गर्भवती होने के कारण उन्हें कार्य करने में परेशानी हो रही है, तो वे अपनी ड्यूटी अस्थाई रूप से परिवर्तन करने के लिए अपना आवेदन निगम आयुक्त के समक्ष प्रस्तुत कर सकती हैं।
आयुक्त हरेश मंडावी ने कहा कोरोना संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के कार्य में संलग्न महिला गर्भवती कर्मचारियों को सुविधा दी जा रही है। ऐसे गर्भवती माताएं अपनी मनपसंद आराम वाली जगह में ड्यूटी कर सकेंगे। आयुक्त ने उन्हें निर्देशित कर कहा है कि वे कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए यह कदम उठाया जा रहा है। उन्होंने बताया गर्भवती माताओं को आवेदन करने पर तत्काल मातृत्व अवकाश प्रदान की जाएगी। इसके लिए वे आयुक्त कार्यालय में सीधे आवेदन कर सकते हैं।
आयुक्त श्री मंडावी ने कहा कि नगर पालिक निगम दुर्ग सीमा क्षेत्र में कोरोना संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के लिए नगर पालिक निगम दुर्ग के महिला सफाई कर्मचारी एनयूएलएल की महिलाएं और ऑफिस स्टाफ के करीब 500 महिलाएं कोरोना संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के कार्य में संलग्न है। वर्तमान में जो महिला कर्मचारी गर्भवती हैं, उन्हें कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रखने उन्हें नियमानुसार आवेदन करने पर मातृत्व अवकाश अथवा उनके काम में परिवर्तन की अनुमति दी जा रही है । गर्भवती महिलाएं अपना आवेदन आयुक्त के नाम निगम कार्यालय में जमा कर सकते हैं।
निजी एंबुलेंस चालकों ने काम बंद कर हड़ताल शुरू कर दिया था
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 1 मई। शुक्रवार को जिला अस्पताल में कोविड मरीजों को सेवा देने वाले निजी एंबुलेंस चालकों ने काम बंद कर हड़ताल शुरू कर दिया। इनके हड़ताल से जिला अस्पताल से घर लौटने और घर से उपचार के लिए जिला अस्पताल या अन्य अस्पताल लाए जाने वाले मरीजों के स्वजनों को परेशानी होने लगी। इसकी खबर एसडीएम सुनील चंद्रवंशी को मिली तो उन्होंने मामले की जानकारी ली और तहसीलदार मूलचंद चोपड़ा को मौके पर भेजा। निजी एंबुलेंस चालकों ने तहसीलदार को बताया कि कतिपय लोग उन्हें बदनाम करने पर तुले हैं, और उनकी छवि बिगाड़ रहे हैं। अत: अब वे सेवा देने से खुद को पृथक करेंगे औऱ ऐसा निर्णय लेकर उन्होंने निजी एंबुलेंस सेवा बंद कर दिया है। काफी मान मनौव्वल के बाद ही एंबुलेंस चालकों ने काम शुरू किया।
निजी एंबुलेंस चालक अशोक सोनी ने तहसीलदार को बताया कि वे शासन से निर्धारित दर पर ही दूरी व वाहन का चार्ज ले रहे हैं। लेकिन कोविड मरीज व कोविड डेड बाडी को स्वजन उठाना नहीं चाहते। ऐसे में एंबुलेंस चालक व परिचालक स्वयं की जान खतरे में डालकर पीपीई किट पहनकर न केवल मरीज को वाहन पर चढ़ाते उतारते हैं। बल्कि डेड बाडी को वाहन पर रखने, उतारने के साथ चिता पर रखने तक काम करते हैं। ऐसे में वे शासन से निर्धारित वाहन चार्ज व अतिरिक्त सेवा चार्ज से मरीज के स्वजन को अवगत कराते हैं और सहमति पर सेवा देते हैं। शासन ने वाहन घंटे और प्रति किमी के हिसाब से चार्ज तय किया है लेकिन वाहन चालक डेड बाडी उठाता है, इसकी दर निर्धारित नहीं की है। शासन इसकी भी दर निर्धारित करे। श्री सोनी ने कहा कि वे परिवार की रोजमर्रा की जरूरतों के साथ कोरोना के गंभीर संक्रमणकाल में अपने सामाजिक दायित्व को निभाने सेवा में जुटे हैं। उन्हें बदनाम न किया जाए।
तहसीलदार चोपड़ा ने पूरी बात सुनकर उनका मनोबल बढ़ाया। उनके सेवा कार्य की तारीफ की और उन्हें यह पुनीत सेवा कार्य बाधित न करने की समझाईश दी। श्री चोपड़ा ने कहा कि मरीज के परिजनों की दशा को समझें, उनसे निर्धारित वाहन शुल्क लें, साथ ही जहां वाहन चालक-परिचालक को ही डेड बॉडी को चढ़ाना, उतारना हो वहां परिजनों को बताकर न्यूनतम पारिश्रमिक लें। उन्होंने वाहन चालकों को संक्रमण से बचने सुरक्षा संसाधन अपनाने, पीपीई किट पहनने की सलाह दी। साथ ही सभी के वाहनों की जांच कर इस पर सुरक्षा के लिहाज से पालीथिन कवर करने के निर्देश दिए। तहसीलदार की समझाईश के बाद हड़ताल समाप्त हुआ। इस हड़ताल के चलते करीब दो घण्टे बाद इनकी सेवाएं बहाल हुई। बता दें कि निजी एम्बुलेंस चालक मरीजों को लाने ले जाने और मृत कोविड मरीज का अंतिम संस्कार करने की व्यवस्था तक सहयोग देने में लगे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नगरी, 1 मई। उपाध्यक्ष मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण एवं सिहावा विधायक डॉ.लक्ष्मी धु्रव ने 30 अप्रैल को सूदूर वनांचल मगरलोड जनपद पंचायत के ग्राम केकराखोली पहुंच कर ग्रामीणों एवं जनप्रतिनिधियों से मिलकर उनका हाल चाल जाना।
इस दौरान उन्होंने सरपंच अन्नू यादव एवं जय बूढ़ादेव गौठान समिति के अध्यक्ष अशोक नेताम से विस्तृत चर्चा कर वर्तमान में कोरोना महामारी से बचाव हेतु ग्रामवासियों को ज्यादा से ज्यादा टीकाकरण हेतु प्रेरित करने, एक दूसरे से उचित दूरी बनाए रखने, मास्क, सेनेटाइजर का उपयोग करने एवं स्वास्थ्य ठीक न होने पर तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाकर कोरोना जांच कराने को कहा।
साथ ही उन्होंने जय बूढ़ादेव गौठान जाकर निरीक्षण किया एवं सभी व्यवस्था का जायजा लिया।
इस दौरान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य लखन लाल धु्रव, विधायक प्रतिनिधि रुद्र प्रताप नाग एवं समस्त ग्रामवासी उपस्थित थे।
नगरी, 1 मई। युवाओं को नि:शुल्क टीकाकरण पर ब्लॉक युवा कांग्रेस ने भूपेश सरकार का आभार जताया है।
छत्तीसगढ़ युवा कांग्रेस के अध्यक्ष पूर्णचंद्र कोको पाढ़ी के निर्देश पर ब्लॉक युवा कांग्रेस नगरी के अध्यक्ष भीष्म यादव ने कांग्रेस शासित भूपेश बघेल की सरकार द्वारा 1 मई से 18 वर्ष की उम्र तक फ्री वैक्सीन लगाने की घोषणा को लेकर 30 अप्रैल को सोशल मीडिया कैम्पेन आभार छत्तीसगढ़ सरकार- आभार भूपेश सरकार स्लोगन बनाकर हाथ में तख्ती लेकर अपने घर के सामने 18 साल के ऊपर वाले लोगों को टीका मुक्त करने के छत्तीसगढ़ सरकार के निर्णय के प्रति आभार व्यक्त कर ज्यादा से ज्यादा युवाओं को वैक्सीन लगाने हेतु प्रेरित किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मैनपुर, 1 मई। पहली बार हाथियों ने अपना नया रास्ता चुना है, और नारीपानी-कंवरआमा के जंगल में पहुंचे हैं। यहां पर नदी है, जिससे उनको पानी के साथ चारा आसानी से मिल रहा है। हाथियों पर वन विभाग के अफसर-कर्मी नजर रखे हुए हैं। वहीं लोगों में हाथियों की मौजूदगी से दहशत है।
ज्ञात हो कि गुरूवार दिन भर हाथियों का दल तहसील मुख्यालय मैनपुर के नजदीक फुलझर घाटी में अपना डेरा डाले हुए थे । नेशनल हाईवे 130 सी मार्ग को शाम 7 बजे पार कर फुलझर जलाशय के तरफ रात में बढ़ गये थे, लेकिन फुलझर जलाशय में जाने के बजाय सलफ जलाशय बांध स्थल पर 15 हाथियों के दल ने रात को लगभग 12 बजे तक विश्राम करने के बाद फिर वापस नेशनल हाईवे 130 सी मैनपुर, पैरी गंगा कॉलेज के सामने एक किसान के खेत में नुकसान पहुंचाने के बाद सडक़ पर हाथियों का दल खड़ा हो गया।
हाथियों पर पिछले दो दिनों से नजर रखे वन विभाग एवं हाथी मित्रदल के सदस्यों ने सडक़ के दोनों तरफ आने जाने वाले वाहनों को रोककर हाथी का दल नेशनल हाईवे मार्ग होने की जानकारी देते रहे, लेकिन रात ढाई बजे के आसपास रायपुर से एक एम्बुलेंस चालक को मैनपुर अस्पताल के सामने रोककर बताया गया कि 100 मीटर की दूरी पर नेशनल हाईवे पर हाथियों का दल मौजूद है। पर एम्बुलेंस चालक ने एम्बुलेंस को आगे बढ़ा दिया। महज 100-200 मीटर की दूरी पैरींगंगा कॉलेज के पास नेशनल हाईवे पर हाथियों का दल खड़ा था। एम्बुलेंस चालक ने अचानक हाथियों को देखकर अपना नियंत्रण खो दिया था। जैसे तैसे वाहन को मोड़ा और वापस वन विभाग के टीम के पास पहुंचकर टीम के सदस्यों से माफी मांगी। एम्बुलेंस चालक ने बताया कि उन्होंने जंगली हाथियों को इस तरह खुले सडक़ पर विचरण करते कभी नहीं देखा था। शुक्रवार सुबह 6 बजे के आसपास हाथियों के दल सडक से हटने के बाद एम्बुलेंस चालक देवभोग के तरफ बढ़े।
देवभोग के तरफ सडक़ निर्माण कार्य में लगे हाईव वाहन चालक भी अचानक फुलझर घाटी मां भगवती मंदिर के पास तीन हाथियों को सडक़ पर देखकर कांप उठा। सडक़ के बीचों बीच गाड़ी को खड़े कर मंदिर में रातभर अपनी जान बचाने को घुस गया। सुबह हाथियों के दल जाने के बाद हाईवा चालक ने आगे बढ़ा और कहा अब रात के समय इस मार्ग पर वे काम नहीं करेंगे। वहीं रात भर गांव-गांव ग्रामीण पटाखे फोड़ते रहे कि गांव में हाथी न घुसे।
बहरहाल हाथियों का दल दो-तीन दिन के नन्हें शावक को लेकर फुलझर मंदिर तालाब में रात को पानी पीने के लिए ठहरा था और मां भगवती मंदिर बुढ़ादेव मंदिर होते हुए एक किसान के फसल को नुकसान पहुंचाने के बाद पैरी गंगा कॉलेज के सामने नेशनल हाईवे मार्ग में सुबह 4 बजे तक मंडराता रहा। इसके बाद हाथियों का दल ग्राम मैनपुरकला नदी को पार कर पंडरीपानी, स्कूल के बगल से होते हुए दिन को 10 बजे के आसपास नारीपारी और कंवरआमा के जंगल में ठहरा हुआ है, जहां पर नदी है, यहां हाथियों को पानी के साथ चारा आसानी से मिल रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
खरसिया, 1 मई। सूने मकान का कुंदा उखाड़ कर अज्ञात चोरों ने माल साफ किया। चोर कितना माल ले गए, इसका पता नहीं लग पाया है, क्योंकि मकान मालिक अमेरिका में रहता है। समझा जाता है कि चोरी गए सामान की कीमत लाखों में हो सकती है। पुलिस जांच में जुट गई है। आसपास के मकानों में लगे हुए सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को खंगाला जा रहा है।
पुलिस के अनुसार खरसिया के टीआईटी कॉलोनी स्थित सुरेश कुमार अग्रवाल पिता मांगेराम अग्रवाल के सूने मकान में चोरों ने कुंदा तोडक़र प्रवेश किया और कमरे की अलमारियों को खंगाला। उन्हें जितना सामान, रुपए मिले, संभवत वे ले उड़े। सुरेश कुमार अग्रवाल अपने पुत्र के साथ अमेरिका में रहते हैं, वहीं उनकी पत्नी अपने दूसरे पुत्र के साथ नागपुर में रहती है। इसलिए कितना माल चोरी गया है। इसकी जानकारी अभी नहीं मिल पाई है। घटनास्थल पर पहुंचकर पुलिस तफ्तीश में लगी है।
सुरेश कुमार अग्रवाल के अन्य रिश्तेदार खरसिया में रहते हैं, जिन्हें 30 अप्रैल को चोरी होने की जानकारी मिली, जिसकी सूचना खरसिया पुलिस चौकी में दी गई। घटना की सूचना पर खरसिया पुलिस चौकी प्रभारी नंदकिशोर गौतम पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे, तो अंदर जाकर देखा कि कमरे के भीतर की अलमारियों का सामान बिखरा हुआ पड़ा है।
घटनास्थल के मुआयना के पास के साथ ही पुलिस चोरी की तफ्तीश में लग गई है। इस सिलसिले में आसपास के मकानों में लगे हुए सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को भी देखकर चोरों का पतासाजी का प्रयास किया जाएगा।
तालाबों में जलस्तर बढ़ाने तांदुला बांध से छोड़ा पानी-वोरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 1 मई। तालाबों में लगातार जल स्तर कम होने की शिकायत मिलने पर विधायक अरूण वोरा ने सिंचाई विभाग के अफसरों को तांदुला से पानी छोडऩे के लिए कहा। इसके बाद अब तांदुला से शहर के तालाबों में पानी पहुंचने लगा।
भीषम गर्मी में दुर्ग निगम के अंतर्गत तालाबों का जलस्तर निरंतर कम होने के कारण वार्डों में आमजनता के समक्ष निस्तारी एवं बोर सूखने की समस्या उत्पन्न होना प्रारंभ हो गई,जबकि शहर की आधी आबादी तालाबों पर निर्भर है।
वर्तमान में प्रतिदिन जल स्तर लगातार कम होता जा रहा था। जिसमें शक्तिनगर, बोरसी, पोटिया, दीपक नगर, कातुलबोर्ड तालाब प्रमुख है। तालाब सूखने की शिकायत शहर विधायक अरुण वोरा को निरंतर मिल रही थी।
उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को तांदुला से पानी छोडऩे के लिए कहा। जिस कारण 10 से 30 अप्रैल तक पानी छोड़ऩे का निर्णय सिंचाई विभाग ने लिया। अब शहर के तालाबों में पानी पहुंचने लगा।
विधायक वोरा ने पानी की बर्बादी को रोकने के लिए लिकेंज नहर की मरम्मत व संक्रामक बीमारी ना हो, इसके लिए नगर निगम को विलंब से नहर नाली की सफाई करने के कारण फटकार लगाई और शीघ्र ही नहरों एवं तालाबों की सफाई एवं मॉनिटरिंग पर विशेष ध्यान देने कहा। सिंचाई विभाग के कार्यपालन अभियंता एसके पाण्डेय से निगम के द्वारा शिवनाथ नदी में पेयजल हेतु डिमाण्ड ना मिलने पर भी खरखरा बांध से पानी तीन दिनों में नदी के इंटकवेल के पास पहुंचेगा। वर्तमान में शहर की जनता की जलापूर्ति के लिए दस दिन का पानी शेष है। कोरोना काल में जनमानस को पानी का संकट निर्मित ना हो इसका ध्यान प्रशासन रखे।
शहर के तालपुरी, बोरसी, पोटिया, दीपक नगर, कैलाश नगर, शक्तिनगर, कातुलबोर्ड के तालाबों के निरीक्षण में पार्षद ज्ञानदास बंजारे, पूर्व पार्षद राजेश शर्मा, नंदू महोबिया पहुंचे थे।
उतई, 1 मई। नगर पंचायत उतई उपाध्यक्ष रविंद्र वर्मा और जीवन दीप समिति के सदस्य प्रदीप पाटिल, कैलाश देवांगन ने मिलकर सामूहिक रूप से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उतई के प्रभारी डॉ. एन. एल.बंजारे का शाल और श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया। कोरोना वॉरियर्स का हौसला बढ़ाया।
कोरोना संक्रमित होने पर रविंद्र वर्मा को उतई सरकारी अस्पताल में आइसोलेशन में भर्ती कराया। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उतई के प्रभारी डॉ. एन.एल.बंजारे की निगरानी में उनका इलाज हुआ। कोरोना को मात देने पर मरीजों को फल और बिस्किट वितरण किया और साथ ही अस्पताल के सभी स्टॉफ को धन्यवाद दिया गया।
कोरोना की जंग जीत कर आने पर रविंद्र वर्मा ने कहा कि मै डॉ.बंजारे को बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं जिनकी निगरानी में मेरा इलाज किया और सभी स्टॉफ को भी बहुत बहुत धन्यवाद देता हूं। सभी कोरोना वॉरियर्स को बहुत-बहुत धन्यवाद और शुक्रगुजार हूं, जो लगातार कोरोना को हारने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। डॉक्टर्स खुद के जान को जोखिम में डालकर मरीजों का इलाज कर रहे हैं।
उपसरपंच प्रदीप पाटिल ने कहा कि लगातार डॉक्टरों का कोरोना के प्रति संघर्ष जारी है। इनके माध्यम से कोरोना की चैन तोडऩे में कामयाब हो रहे और सभी कोरोना वॉरियर्स का भी बहुत बहुत धन्यवाद जो इस लड़ाई में लगातार आपनी 100 प्रतिशत योगदान दे रहे हैं।