छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 1 जनवरी। अछोला के 57 खाताधारी कृषक समोदा बैराज से पानी लेकर लगभग 67 हेक्टेयर खेतों में पानी सिंचित कर रहे हंै। जिससे किसानों को बड़ी राहत मिली है एवं वहां के किसान आर्थिक रूप से सुदृढ़ हो रहे हैं। वर्तमान में कृषक अपने खेतों में सब्जी भाजी जैसे करेला, भिन्डी, बरबट्टी, टमाटर,खीरा लगाकर लाभ प्राप्त कर रहे हैं। इसी प्रकार अन्य कृषक अपने खेतों में गेहूं, चना, मसूर का बोवाई कार्य किया गया है। इसी तरह अन्य कृषक भी तैयारी कर रहे हंै। इस योजना के शुरू होने के बाद किसानों को विद्युत के लिए किसी भी प्रकार का बिजली बिल नहीं देना पड़ता है। जिससे सरकार के बिजली बचत करने में भी मदद मिल रही है एवं किसानों को अनावश्यक खर्चों से भी मुक्ति मिली है। पंप स्थापित करने से किसानों को लगभग प्रतिदिन 150 से 160 यूनिट अर्थात् माह में 4500 से 4800 यूनिट तक की बिजली की बचत होती है। जिसकी अनुमानित बचत प्रतिमाह लगभग 25 हजार तक हो रही है। इसके अलावा लगभग 2421 किलो कोयला की बचत एवं कोयले के जलने से उत्सर्जित होने वाले कॉर्बन डाईऑक्साईड, धुएंं से मुक्ति मिली हैं।
जिला मुख्यालय महासमुन्द से लगभग 20 किलोमीटर दूर पश्चिम दिशा में स्थित ग्राम अछोला स्थित समोदा बैराज में सिंचाई के लिए पर्याप्त मात्रा में जल उपलब्ध रहता है परन्तु स्थल, विद्युत बाधित होने एवं डीजल पंपों में आवश्यकता से अधिक व्यय होने के कारण ग्राम अछोला के किसान समोदा बैराज के जल का समुचित उपयोग सिचंाई के लिए नहीं कर पाते थे। ऐसे में सिंचाई के लिए बारिश की उम्मीद में आसमान की ओर ताक रहे ग्राम अछोला के किसानों को अब संजीवनी मिल गई है।
अब यहां के किसानों को सिर्फ मानसूनी बारिश पर निर्भर नहीं रहना पड़ता। यहां पॉवर फायनेस कॉरर्पोरेशन लिमिटेड भारत सरकार का उपक्रम के सहयोग एवं छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास प्राधिकरण क्रेडा के वित्तीय सहयोग से 10 एचपी क्षमता के 04 नग सोलर सामुदायिक सिंचाई पंप सोलर पंप का स्थापना कार्य किया गया है। जिसमें लगभग 11 हजार 500 मीटर पाईप लाईन बिछाकर समोदा बैराज का पानी कृषकों के खेतों में पहुंचाया जा रहा है।
छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 1 जनवरी। जिले के बसना विकासखंड का ग्राम गढफ़ुलझर अपने इतिहास के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के मिट्टी की परंपरागत कला को भी सहेजने और संवारने का काम भी बखूबी कर रहा है। छत्तीसगढ़ माटी कला बोर्ड ने यहां सिरेमिक ग्लोजिंग यूनिट लगाई है, जो न केवल परंपरागत कुम्हारों, बल्कि अन्य कलाकारों को भी छत्तीसगढ़ की माटीकला और टेराकोटा कला का प्रशिक्षण देकर स्थानीय लोगों को और हुनरमंद बना रहा है।
गढफ़ुलझर स्थित सिरेमिक ग्लेजिंग यूनिट में बने मिट्टी के बर्तन राजधानी के होटलों में पकवान के साथ सौंधी सुगंध बिखेर रही है। इतना ही नहीं हमारे बर्तनों की डिमांड दूसरे राज्यों में भी है। लोग ऑनलाइन ऑर्डर कर मंगवा रहे हैं। गढफ़ुलझर में बने मिट्टी के बर्तन की डिमांड राजधानी के साथ ही दूसरे जिलों में तो हैं ही अब देश के राज्यों में भी पहचान बन रही है। राजधानी रायपुर के होटलों में इन दिनों मिट्टी के बर्तनों की डिमांड बढ़ गई है। उनकी इस डिमांड में गढफ़ुलझर में बने मिट्टी के बर्तन पूरे कर रहे हैं। इसके कारण जिला मुख्यालय से 115 किमी दूर स्थित गढफ़ुलझर की पहचान आज के समय में अपने किले या गढ़ से नहीं ब्लकि मिट्टी के बर्तनों के कारण हो रही है। यहां विशेषकर माटी के दीये, बर्तन, थाली, कप, गिलास, प्लेट, कटोरी, सुराही, पॉट, बरनी, पानी बॉटल के अलावा ऑर्डर आने पर मिट्टी की मूर्तियॉं,झालर बनते हैं।
यूनिट के ट्रेनर मिनिकेतन राणा ने बताया कि गढफुलझर में तैयार माटी के बर्तन अपने बेहतरीन फिनिशिंग के लिए भी जाना जाता है। सबसे पहले मिट्टी की धुलाई होती है। मतलब उन्हें पानी में फुलाया जाता है। मिट्टी के छानने के बाद उसकी पगिंग की जाती है। पगिंग के बाद मिट्टी को बर्तन बनाने सांचे में डाला जाता है। उसके बाद तैयार बर्तन को सूखने के लिए रखा जाता है। सूखने के बाद बर्तन को भट्टी में पकने के लिए डाला जाता है। कुम्हारों को 1 कुल्हड़ के लिए 35 पैसा, 1 कप के लिए 4.5 रुपए और एक थाल सेट बनाने पर 25 रुपए तक दिया जाता है। ललेनि पाण्डे, टंकसिनी पाण्डे और देवकी पाण्डे के साथ ही दो बहनें सीता निर्मलकर, सुनीता निर्मलकर ने बताया कि वो हर दिन लगभग 150 से 200 रुपए तक कमा लेती है। इस तरह महीने में वो 5 से 6 हजार रुपए तक कमा लेती है।
छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 1 जनवरी। साल के आखरी दिन 2020 की विदाई व 2021 के स्वागत में रात को शहर में जश्न का माहौल रहा। रात 12 बजते ही लोग सडक़ों पर निगलकर पटाखे छोडऩे लगे और हैप्पी न्यू ईयर के शोर से नए साल का स्वागत किया। रात में ही लोगों ने मोबाइल व सोशल मीडिया के माध्यम से अपने-अपने सगे सम्बंधी, दोस्तों व गुरुजनों को नए साल की बधाईयां दी।
इस बार कोविड 19 के चलते सामूहिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं हो पाया। प्रशासन ने इसकी इजाजत किसी को नहीं दी थी। जिसके कारण इस बार 12 बजते ही लोग अपने-अपने घरों के बाहर खड़े होकर पटाखे छोड़े और नए साल का स्वागत किया। इस बार डीजे की धून नहीं सुनाई दी। इसके अलावा सुरक्षा व हुड़दंगियों पर पुलिस तैनात थी। नया वर्ष मंगलमय हो इसके लिए शुक्रवार को होने वाले नए वर्ष पर भक्ति और मस्ती का माहौल एक साथ होगा। नए वर्ष के मंगलमय होने के साथ आज सुबह में लोग मंदिरों में पूजा अर्चना कर रहे हैं और नए वर्ष के उल्लास में सडक़ों पर एक दूसरे को बधाई दे रहे हैं।
शाम को ही शहर में केक व पटाखे की दुकानों में पहुंचकर लोगों ने नए साल के जश्न की तैयारियां कर ली थी। नए वर्ष को देखते दुकानदारों ने भी जगह-जगह चौक चौराहों पर केक व पटाखे की बिक्री के लिए स्टॉल लगाए हुए थे। वहीं ग्रिटिंग कार्ड व गिफ्ट की दुकानें भी सजी हुई थी। कोरोना संक्रमण की वजह से जिले में नए साल के जश्र का कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं किया गया। बता दें कि कोरोना संक्रमण के मद्देनजर प्रशासन ने आयोजन के लिए दो दिन पूर्व ही गाइडलाइन जारी की है।
इसमें बच्चों और बुर्जुगों के कार्यक्रम में प्रवेश प्रतिबंधित करने के साथ ही आयोजन में 2 सौ से अधिक लोगों को शामिल नहीं करने और मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कार्यक्रम मनाने के निर्देश दिए थे। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। आज सुबह भी प्रशासन व पुलिस लोगों पर नजर बनाई हुई है।
शाम होते ही शहर सहित जिले भर में पुलिस की चौकसी देखने को मिली। एएसपी मेघा टेम्भूरकर ने बताया कि एसडीओपी और थाना प्रभारियों को आयोजन पर नजर रखने निर्देश दिए गए थे। हालांकि जिले में बड़े आयोजन की खबर नहीं थी। शाम को जिलेभर में पेट्रोलिंग पार्टी और चौक.चौराहों पर पुलिस के जवान तैनात थे। असामाजिक गतिविधि और नशेडिय़ों पर विशेष नजर बनाई हुई थी। आज भी नए वर्ष के स्वागत पर जगह-जगह जश्न मनाया जा रहा है।
जिला मुख्यालय स्थित महामाया, रामेश्वरी, शीतला, बरोंडा चौक स्थित दुर्गा मंदिर और बजरंगबली मंदिर, भीमखोज खल्लारी, बागबाहरा घुंचापाली चंडी मंदिर, पिथौरा कामाख्या मंदिर, सिंघोड़ा स्थिति समलेश्वरी मंदिर सहित ग्रामीण अंचलों के मंदिरों में नव वर्ष की मंगलमय शुरुआत के लिए लोग पूजा अर्चना व मत्था टेकनें लोग पहुंच रहे हैं। सिरपुर, शिशुपाल पर्वत, बम्हनी, दलदली, कनेकेरा, जिला मुख्यालय के संजय कानन, बीटीआई सहित ब्लॉक मुख्यालयों के उद्यानों में नव वर्ष के स्वागत का जश्न मनाया जा रहा है।
छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 1 जनवरी। जिलेवासियों को इस साल आयुर्वेद हॉस्पिटल की सौगात मिलेगी। एलौपैथिक हॉस्पिटल की तरह आयुर्वेद हॉस्पिटल का निर्माण जल्द होगा। जिला मुख्यालय से लगे ग्राम खैरा में हॉस्पिटल का निर्माण कराया जाएगा। जिसकी तैयारियां चल रही हैं। यहां लकवा, एग्जिमा जैसे रोग से ग्रसित मरीजों को नि:शुल्क उपचार की सुविधा मिलेगी।
जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. एस लाल पटेल ने बताया कि शहर से लगे ग्राम पंचायत खैरा में 10 बिस्तर पॉली क्लीनिक का निर्माण करने राष्ट्रीय आयुष मिशन भारत सरकार की ओर से राशि आंबटित की गई है। निर्माण के लिए जमीन आंबटित करने जिला प्रशासन को प्रस्ताव भेजा गया है। जिला प्रशासन की ओर से जमीन आंबटित करने प्रकिया भी प्रारंभ कर दी गई है। उन्होंने बताया कि भवन का निर्माण के लिए राशि आ चुकी है। जिसमें भू-तल में अस्पताल और प्रथम तल पर जिला आयुर्वेद विभाग का कार्यालय संचालित होगा।जिला आयुर्वेद अधिकारी ने बताया कि इस बिल्डिंग के निर्माण के बाद लोगों को एक ही छत के नीचे यूनानी, आयुर्वेद व होम्योपैथिक पद्यति से इलाज का लाभ मिलेगा। इस परिसर में औषधि पौधों के लिए गार्डन भी बनाया जाएगा। इस हास्पिटल के निर्माण के लिए दो करोड़ रुपए का आबंटन हो चुका है, लेकिन जगह नहीं मिलने के कारण कार्य रुका हुआ था। हॉस्पिटल के निर्माण के लिए यह राशि वर्ष 2014 में आ गई है,लेकिन अधिकारियों की लापरवाही की वजह से निर्माण नहीं हो पाया।
इस साल 2020 में जिला आयुर्वेद अधिकारी के द्वारा कलेक्टर से जमीन मांग कर निर्माण के लिए प्रस्ताव रखा। जिस पर कलेक्टर ने तत्काल स्वीकृति देते हुए जमीन आवंटन का प्रक्रिया शुरू कर दी। खैरा में दो एकड़ का जमीन का आवंटन होना है। जमीन हास्पिटल के नाम करने की अंतिम प्रक्रिया में है। इस साल यानी 2021 में हॉस्पिटल बनकर तैयार हो जाएगा।
वर्तमान में आयुष पॉली क्लीनिक का संचालन बीटीआई रोड स्थित पुराना मलेरिया ऑफिस स्थित छोटे से भवन में हो रहा हैं।
उन्होनें बताया कि यहां पर अभी मरीजों को केवल जांच और दवा की ही सुविधा मिल रही है। अस्पताल के निर्माण होनेे से मरीजों को पूरी तरह उपचार की भी सुविधा मिलेगी। यहां पंचकर्म की सुविधा मरीजों को मिल पाएगी।
पशुपालकों-किसानों ने बेचा पौने 3 करोड़ का गोबर
छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 1 जनवरी। गोधन न्याय योजना जिले के पशुपालकों के लिए आर्थिक रूप से वरदान साबित हो रही है। इस योजना से किसानों को अतिरिक्त आमदनी हो रही है। वर्मी कम्पोस्ट के जरिए जैविक खेती की ओर किसान बढ़ रहे हैं। गोधन न्याय योजना के माध्यम से तैयार होने वाली वर्मी कम्पोस्ट खाद की बिक्री सहकारी समतियों के माध्यम से हो रही है। किसानों के साथ-साथ वन विभाग, कृषि, उद्यानिकी, नगरीय प्रशासन को पौधरोपण एवं उद्यानिकी खेती के समय जैविक खाद भी मिलने लगा है। स्वसहायता समूह की महिलाओं को भी रोजगार मिलने लगा है।
गोधन न्याय योजना से शुरूआत से लेकर अब तक महासमुन्द जिले में 4108 गोबर विक्रेता हैं। इनमें 3440 सक्रिय पशुपालक गोबर विक्रेता हैं। इन गोबर विक्रेताओं को निर्धारित दर पर अब तक 2 करोड़ 66 लाख 98 हजार रुपये का कुल एक करोड़ 33 लाख 49 हजार किलो गोबर की खरीदी की गई है। उक्त हितग्राहियों को अब तक छह किश्तों के माध्यम से अब तक 2 करोड 5 लाख 94 हजार रुपए से अधिक का भुगतान सीधे बैंक खातों के जरिए मिल चुका है। शेष राशि का भुगतान चार किश्तों में और किया जा रहा है। जिले की महिला स्वसहायता समूह ने 93 क्विंटल 25 किलो वर्मी कम्पोस्ट खाद अब तक बेचा है। जिसके एवज में उन्हें 89 हजार 840 रुपए की कमाई हुई। महासमुन्द जिले के 86 गौठानों में गोबर की खरीदी की जा रही है। सबसे कम महासमुन्द ब्लॉक के कौंआझर गौठान में और गौठानों की अपेक्षा सबसे कम केवल 15 हजार 675 किलो गोबर ही पशुपालकों द्वारा बेचा गया है।
अब तक सबसे अधिक गोबर की खरीदी महासमुन्द ब्लाक के बम्हनी गौठान में हुई है। यहां 74 सक्रिय पशुपालकों से 8 लाख 70 हजार 853 किलो गोबर की खरीदी की गई है। सबसे कम इसी विकासखण्ड के कौंआझर गौठान में अब तक केवल 15 हजार 675 किलो गोबर की खरीदी हुई है। यहां बताना लाजमी होगा कि अबसे अधिक इसी विकासखण्ड के बम्हनी के ईश्वर यादव ने एक लाख लगभग 91 हजार रुपए का 95 हजार 500 किलो गोबर बेचा है। पशुपालक ईश्वर यादव ने फोन पर बताया कि लगभग इनके पास 55.57 गाय.भैंस हैं। वहीं बसना ब्लॉक के सकरी गौठान में बिहारी पशुपालक किसान ने 60 हजार किलो से अधिक गोबर बेचकर एक लाख 20 हजार से अधिक की राशि कमाई। पशुपालकों ने बताया कि उन्हें किश्तों का भुगतान समय-समय पर हो रहा है।
शिवरीनारायण, 1 जनवरी। नववर्ष के प्रथम दिन भगवान शिवरीनारायण के दरबार में मत्था ठेकने व दर्शन करने भक्तों की भीड़ उमड़ी । सुबह से भगवान शिवरीनारायण का दर्शन करने भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। भक्तों से आग्रह किया गया है सभी कोविड 19 व सामाजिक दूरी का पालन करते हुए कतार में दर्शन करें।
दो महीनों पहले यहां अवैध शराब की चर्चा होती थी, अब शराबबंदी के लिए चर्चाएं हैं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 1 जनवरी। महासमुन्द जिला मुख्यालय से करीब 68 किमी दूर बसे बुंदेली गांव में अब शराब के कारण घर-परिवार के झगड़े बंद हैं। दो महीने पहले यहां सब कुछ अलग था। शराब के नशे में आए दिन लड़ाई-झगड़े और मारपीट की शिकायतें हर रोज सुनने को मिलती थी।
घर के पुरुष महिलाओं को पीटते या फिर पति पत्नी और बच्चों के झगड़े अधिकांश घरों में होते थे। अब यहां बुंदेली थानेदार विकास शर्मा के सहयोग से महिलाओं ने एक समूह तैयार किया है। मां महिला समिति नाम की इस समूह की महिलाएं रात को शराबबंदी के नारों के साथ हाथ में लाठी और टार्च लिए गांव का भ्रमण करती हैं और अवैध शराब बनाने वालों को पकडक़र पुलिस के हवाले कर देती हैं। दो महीनों पहले यहां अवैध शराब की चर्चा होती थी, अब शराबबंदी के लिए चर्चाएं रही है। शिक्षिका अपनी सेवाएं देते हुए साल 2015 में रिटायर हुई सुनिधि चंद्राकर बताती हैं कि मैंने अपनी आंखों से तीन पीढिय़ों को शराब के कारण बर्बाद होते देखा है। कई ऐसे घर हैं,जहां दादा, पिता और बच्चा तीनों एक साथ शराब पीते थे।
गांव में अवैध शराब बेचे जाने वालों के खिलाफ आंदोलन खड़ा करने वाली महिला समिति अब शराबबंदी के साथ स्वरोजगार की दिशा में भी आगे बढ़ रही है। महिलाओं को स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ाने के लिए चौकी प्रभारी विकास शर्मा भी आगे हैं। विकास शर्मा ने स्वयं के खर्च से महिला समिति के लिए मिनी आटाचक्की मशीन, पैकेजिंग मशीन और वेट मशीन खरीदकर दिया है। समिति की महिलाओं को मशरूम पाउडर बनाने का प्रशिक्षण भी दिया गया है। पंचायत की ओर से समिति को एक भवन दिया गया है, जहां ये मशरूम पाउडर तैयार कर उसकी पैकेजिंग करेंगी। गांव के ही मशरूम उत्पादक लेखराम रात्रे से महिला समूह मशरूम की खरीदी करेगी और उसका पाउडर तैयार करेगी।
मां महिला समिति की अध्यक्ष सुनिति चंद्राकर, सचिव लता ठाकुर सहित सदस्य बिंदा चौहान, पुन्नी डडसेना, झुनिया दीवान. कमला दीवान (ये चारों पंच भी हैं) ने बताया कि गांव के अधिकांश घरों में अवैध शराब बनता था। गांव में कुल 1800 मकान हैं और आबादी 6 हजार की है। लेकिन इसमें से 600 घरों में अवैध तरीके से शराब बनाए जाते थे।
हालात ये थे कि शराब बनाने के इस काम में महिलाएं, बच्चे और घर के बुजुर्ग भी शामिल थे। अवैध शराब का कारोबार करने वालों की सूचना गांव के कुछ युवा समिति की महिलाओं को देते हैं। उपसरपंच पूरनदास मानिकपुरी ने बताया कि गांव के युवा परस यादव, लाला बघेल, छोटे लाल प्रभाकर, दुर्गेश दास और संदीप राव समेत कुछ युवाओं की एक टीम भी बनाई गई है।
पटरीपार 90 प्रतिशत काम पूरा जबकि अंबेडकर चौक की ओर 50 प्रतिशत ही काम पूरा
छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 1 जनवरी। महासमुन्द शहर के बीच से होकर गुजरने वाली एनएच.353 पर तुमगांव मार्ग में बनने वाली आवरब्रिज में शाम तक तुमगांव व अंबेडकर चौक की ओर बने पिलर को जोडऩे के लिए लोहे का गर्डर चढ़ाया जाएगा। दो जनवरी को गर्डर का वेट टेस्टिंग रेलवे के अधिकारियों द्वारा किया जाएगा। वेट टेस्टिंग के बाद जैसे ही रेलवे हरी झंडी देगी ब्लॉक लेकर गर्डर लांच यानी चढ़ाया जाएगा।
पटरीपार 90 प्रतिशत काम पूरा हो गया है जबकि अंबेडकर चौक की ओर 50 प्रतिशत ही काम पूरा हो पाया है। इस साल 2021 में अक्टूबर-नवम्बर तक इसके पूरा होने की उम्मीद है। पूरे 37 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन तुमगांव ओवरब्रिज की राह महासमुन्द की जनता पिछले दो वर्षों से कर रही है। इस साल 2021 में इसके पूरे होने की आशा सभी को है।
ज्ञात हो कि साल 2017-18 में इस ब्रिज का निर्माण शुरू हुआ था। पटरीपार में बड़ी तेजी से ब्रिज का निर्माण शुरू हुआ था। इससे लोगों को लगा था कि 2019 में ही इसका निर्माण पूरा हो जाएगा। लेकिन प्रशासनिक पेंच के कारण काम एकाएक धीमा हो गया। अभी भी निर्माण कार्य के लिए जमीन नहीं मिलने के कारण काम प्रभावित हो रहा है। हाल ही में अंबेडकर चौक की ओर रिटर्निंग वॉल के स्लोब को उतारने का पेंच फंसा था, कहा जा रहा है कि अब यह मामला जल्द ही सुलझने वाला है। इसके बाद निर्माण कार्य में तेजी आएगी। सेतु निगम के इंजीनियरों ने स्लोब उतारने के लिए नया ड्राइंग डिजाइन तैयार कर उसे अप्रूव कराने के लिए लोक निर्माण एवं एनएच विभाग को भेज दिया है। जैसे ही नक्शा अप्रूव होकर आएगा, निर्माण की जद में आ रहे घर व दुकानों का अधिग्रहण कर लिया जाएगा। उसके बाद निर्माण कार्य शुरू होगा।
सेतु निगम के अधिकारी एलडी महाजन ने बताया कि ओवरब्रिज का स्लोब उतारने के लिए नई ड्राइंग डिजाइन तैयार कर ली गई है। डिजाइन अप्रूव होते ही निर्माण कार्य कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि सैफी पेट्रोल पंप के पास रिटर्निंग वॉल का स्लोब उतरेगा। इसके बाद पंप व आईडीबीआई बैंक के बीच 46 मीटर का चौक बनाया जाएगा ताकि रायपुर की ओर से आने वाली गाडिय़ां भी आसानी से मुडक़र ब्रिज पर चढ़ जाए। नए साल में लोगों को ओवरब्रिज मिल जाएगा। अब चौक निर्माण के लिए फिर से 12 दुकान व घर अधिग्रहण करना होगा।
नए ड्राइंग डिजाइन के अनुसार ओवरब्रिज के रिटर्निंग वॉक का स्लोब सैफी पेट्रोल पंप के बाद उतरेगा। जिसकी लंबाई 116.900 मीटर व चौड़ाई 14.800 मीटर है। उसके बाद आईडीबीआई बैंक तक एक बड़ा सा चौक का निर्माण किया जाएगा। जिसकी चौड़ाई 46 मीटर है। इस चौक का निर्माण रायपुर रोड की ओर से आने वाले गाडिय़ों को ओवरब्रिज पर आसानी से चढ़ाने के लिए किया जा रहा है, ताकि उन्हें परेशानी का सामना न करना पड़े। रिटर्निंग वॉल का स्लोप व चौक निर्माण कराने के लिए 12 दुकान व घर का अधिग्रहण करना होगा। नक्शा अप्रूव होने के बाद अधिग्रहण की कार्रवाई की जाएगी। चौड़ीकरण के बाद डिवाइडर का निर्माण एनएच के ठेकेदार द्वारा कर दिया गया है। शहर से रायपुर रोड जाने का मार्ग 7 से 8 मीटर रहेगा लेकिन दूसरे हिस्से में सर्विस रोड पांच मीटर का बनाया जा रहा है, ताकि जो लोग ओवरब्रिज का इस्तेमाल नहीं करेंगे, वे सर्विस रोड का इस्तेमाल करेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पत्थलगांव, 1 जनवरी। बीती रात पत्थलगांव में बीटीआई चौक के समीप एक 14 चक्का ट्रक ने मोटरसाइकिल सवार महिला एवं उसके चचेरे भाई को लापरवाहीपूर्वक चलाते हुए घायल कर दिया। पुलिस ने एक्सीडेंट कर भाग रहे ट्रक को काफी मशक्कत के बाद रात में ही 10 किमी से ज्यादा दूरी पर धर दबोचा।
पुलिस के अनुसार 31 दिसंबर की रात को लैलूंगा से कमला नागेशिया व उसके चचेरे भाई बुधन साय मोटरसाइकिल से सीतापुर अपने घर वापस लौट रहे थे। बीटीआई चौक के समीप मोटरसाइकिल से दूसरे ट्रक को क्रास करते समय 14 चक्का ट्रक क्रमांक पीबी 23 यू 47 47 के चालक सुरजीत सिंह द्वारा लापरवाही पूर्वक ट्रक चलाते हुए कमला नागेशिया व बोधन साय को ठोकर मार दी। जिससे कमला के ऊपर दोनों पैरों से ट्रक के पहिए गुजर गए।
दोनों घायलों को 108 के माध्यम से पत्थलगांव सिविल अस्पताल में लाया गया, जहां गंभीर स्थिति को देखते हुए कमला को अन्य अस्पताल भेज दिया गया। पुलिस ने एक्सीडेंट कर भाग रही ट्रक को काफी मशक्कत के बाद रात में ही 10 किमी से ज्यादा दूरी पर धर दबोचा। ट्रक चालक एक्सीडेंट कर बहुत ही तेज गति से वाहन चला रहा था।
थाना प्रभारी संतलाल आयाम ने बताया कि हमारे द्वारा अपनी जान की परवाह न करते हुए ट्रक को ओवरटेक कर सुखरापारा के समीप पकड़ा। पूरे मामले पर धारा 279, 337 के तहत मामला कायम कर विवेचना में लिया गया।
राजनीतिक-गैरराजनीतिक हस्तियों ने जताई 2021 होगा खुशियों से भरपूर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 1 जनवरी। 2020 की कोरोना संकट की कड़वी यादों को भूलाकर अब हम नए साल 2021 में प्रवेश कर गए हैं। नए वर्ष में बीते साल की थमी विकास की रफ्तार को गति मिलने की जहां उम्मीद है। वहीं लडखड़़ाती इंसानी जीवन कोरोना से मुक्त होने की उम्मीद लेकर विकास की नई इबारत लिखने का संकल्प दोहरा रहा है। नांदगांव जिले की राजनीतिक-गैर राजनीतिक हस्तियों ने भी नए वर्ष को कोरोना से मुक्त साल मानकर विकास के रास्ते आगे बढऩे का भरोसा जताया है।
‘छत्तीसगढ़’ से अपनी प्रतिक्रिया में राजनंादगांव महापौर हेमा देशमुख का कहना है कि नगर निगम के अधीन अधूरे कार्य पूरे होंगे। महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में उनका अपना इरादा मजबूत है। गोधन न्याय योजना से लोगों का कायाकल्प होगा। वहीं शहर में रोजगारमुखी फूडपार्क सेंटर स्थापित करना उनकी प्राथमिकता में शामिल है।
भाजपा के दिग्गज नेता व पूर्व सांसद मधुसूदन यादव ने उम्मीद जताई कि 2021 में पूरी दुनिया कोविड-19 से निश्चिततौर पर सम्हलकर आगे बढ़ेगी। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किसानों को दिए कष्ट को दूर करने की अपील करते श्री यादव ने कहा कि नए वर्ष में किसानों को उनका हक निश्चिततौर पर राज्य सरकार देगी, ऐसी अपेक्षा है।
खुज्जी विधायक छन्नी साहू ने कहा कि पूरी दुनिया ने कोरोना का वीभत्स संकट देखा है। राज्य सरकार की ओर से जनता को हर संभव मदद मिली है। आगे भी जनता के प्रति सरकार की योजनाओं को पहुंचाकर सभी को आर्थिक रूप से संबल बनाया जाएगा।
राजनांदगांव शहर के जाने-माने चिकित्सक डॉ. प्रकाश खूंटे का कहना है कि टीकाकरण के बाद इंसान अपने पुराने जीवन मेें लौट आएगा। पहले की तरह लोग आपस में मेल-जोल बढ़ा सकते हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के लिहाज से गुजरा साल काफी कष्टदायक था। उम्मीद है कि नया वर्ष में अब लोगों को पुराने तकलीफों से राहत मिलेगी।
छत्तीसगढ़ राज्य अल्प संख्यक आयोग के सदस्य हफीज खान ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने कोरोना संकट में पूरी दृढ़ता के साथ जनता को सुरक्षित और सुविधा संपन्न बनाया। राज्य सरकार ने जनता से किए 80 प्रतिशत वादों को लगभग पूरा कर लिया है। 20 प्रतिशत कार्य जल्द ही पूरे होंगे। राज्य सरकार जनआकांक्षाओं पर पूरी तरह से खरी उतरी है।
कलेक्टर टीके वर्मा ने कहा कि शासन की सभी योजनाओं को बेहतर रूप से मूर्तरूप दिया जाएगा, ताकि विकास में गति बढ़े। उन्होंने कहा कि शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं से जिले में विकास की नई इबारत लिखी जाएगी।
राजनांदगांव एसपी डी. श्रवण ने कहा कि नक्सल मोर्चे में पुलिस पूरी मुस्तैदी के साथ काम करेगी। वहीं अपराध को लेकर फीडबैक लिए जाने की मुहिम को समूचे जिले के थानों में लागू किया जाएगा। अपराध और साईबर सेल से जुड़े मामलों को दूर किया जाएगा। साथ ही जनता और पुलिस के बीच परस्पर सहयोग की भावना बढ़े, इस पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
युकां अध्यक्ष चेतन भानुशाली ने कहा कि हर स्तर पर मिले बीते साल की तकलीफें नए वर्ष की खुशियों के सामने काफूर होंगी। नया साल हर क्षेत्र में लोगों में नया जोश लेकर आएगा।
आधी रात तक जश्न, सुबह मंदिरों में भी उमड़ी भीड़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 1 जनवरी। वैश्विक महामारी कोरोना के कहर से टूटे लोगों को नए वर्ष 2021 का बेसब्री से इंतजार था। नया वर्ष के स्वागत में कहीं आधी रात तक जश्न हुए तो कहीं मंदिरों में कीर्तन की गूंज सुनाई दी। निजी स्तर पर भी लोगों ने पार्टियां कर भडक़ते गीत-संगीतों के बीच नृत्य किए। लोगों को कोरोना से बेखौफ होकर थिरकते हुए देखकर यह भी समझा गया कि इस बुरे साल को बिदाई देने किस कदर लोगों में उत्साह था।
शहर के अलग-अलग इलाकों में देर रात तक लोग घरों की छत और आंगन में डांस किए। सडक़ों में 2021 के स्वागत से जुड़े स्लोगन लिखा हुआ दिखाई दिया। गली-मोहल्लों में युवकों ने अलग-अलग टोली में जमकर नाच-गान किया। हालांकि रेस्टोरेंटों और होटलों में भीड़ को रोकने के लिए प्रशासन ने कोविड-19 की शर्तों को लागू कर दिया जिसके चलते होटलों में नववर्ष के दौरान होने वाले कारोबार पर पूरी तरह रोक रही। होटल कारोबारियों को कोरोनाकाल से बड़ा नुकसान हुआ। कारोबारी उम्मीद में थे कि नए वर्ष में कुछ हद तक घाटे की भरपाई होगी। इधर गुरुवार देर रात को रामदेव मंदिर में आयोजित भजन-कीर्तन कार्यक्रम में लोगों ने भजन की धुन में झूमते नजर आए।
नए साल के पहले दिन शुक्रवार को लोगों ने शहर में जश्र और मौज-मस्ती के साथ बिताया। जबकि धार्मिक भावना से ओतप्रोत होकर एक वर्ग ने बेहद ही शांति के साथ मंदिरों में अपना समय गुजारा। शहर के देवालयों में नए साल का आगाज करने के लिए लोग सुबह से पूजा-अर्चना करने के लिए पहुंचे।
शहर के अलावा जिले के प्रसिद्ध मंदिरों में भी श्रद्धालुओं की भीड़ अन्य दिनों की तुलना में अधिक रही। इस बीच युवा वर्ग ने आज पूरे दिन मौज-मस्ती के साथ अपना समय व्यतीत किया। इससे पूर्व गुरुवार देर रात को युवा वर्ग नए वर्ष का स्वागत पटाखे फोडकर और केक काटकर किया। इसके अलावा विविध अयोजनों के साथ ही देर रात तक कई लोग आतिशबाजी और नाच-गान करते खुशियां मनाई। वहीं केक काटकर भी खुशियां बांटी। साल की बिदाई और और नए साल का स्वागत करने अंचल में जश्न का माहौल रहा।
इधर साल के पहले दिन शुक्रवार को युवाओं की अलग-अलग टुकड़ी ने पर्यटन स्थलों में जाकर इस दिन को यादगार बनाने की कोशिश की। गीत-संगीत के साथ युवा दिनभर विविध आयोजन के जरिए व्यस्त रहे। शहर से सटे प्रमुख पिकनिक स्पॉट भी आज के दिन भी गुलजार रहे।
उधर शहर के शीतला मंदिर, पाताल भैरवी में सुबह से ही लोगों ने नए साल में तरक्की और सुखमय जीवन के लिए माथा टेका। फुहड़ संगीत और शोरगुल से परे होकर शहर का एक वर्ग ऐसा भी है जो शांतिमय तरीके से पूजा-अर्चना से अपनी खुशहाली की कामना करता है। नए साल के पहले दिन शहर में हर वर्ग ने अपने-अपने तरीके से गुजरे साल को जहां अलविदा कहा। वहीं नववर्ष के स्वागत में पूरे जोश दिखाया।
रायगढ़, 31 दिसंबर। पूर्व संसदीय सचिव एवं धरमजयगढ़ के पूर्व विधायक ओम प्रकाश राठिया का बुधवार रात 9.40 बजे कोरोना से निधन हो गया। सांस लेने की दिक्कत के चलते उन्हें 26 दिसंबर को रायगढ़ के कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 24 दिसंबर को हुए कोरोना टेस्ट में उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। तबीयत ज्यादा बिगडऩे पर एक दिन पहले ही उन्हें रायपुर एम्स में शिफ्ट किया गया था।
पूर्व विधायक ओमप्रकाश राठिया धरमजयगढ़ सीट से दो बार भाजपा के टिकट पर विधायक रह चुके थे। वह ऐसे आदिवासी नेता थे जो बिना किसी लाग-लपेट के अपनी बात सीधे तौर पर कहते थे। उन्हें सीधी और खरी तौर पर बात करने के लिए ही जाना जाता था। परिवार में बेटा और दो बेटियां हैं। भाजपा ने पिछली बार उनकी बहू लीनव को टिकट दिया था, लेकिन वह हार गई थीं। बेटा भी उनका राजनीति में है।
ओम प्रकाश राठिया पहली बार वर्ष 2003 और फिर 2008 में विधायक चुने गए। धरमजयगढ़ में 25 सालों से कांग्रेस के ही विधायक थे। उन्होंने कांग्रेस का वर्चस्व तोड़ भाजपा का खाता खोला था। दोनों ही बार उन्होंने कांग्रेस के कद्दावर नेता चनेशराम राठिया को शिकस्त दी थी। बाद में चनेशराम राठिया के बेटे लालजीत राठिया ने ही उन्हें हराया। अभी वहां लालजीत राठिया विधायक हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 31 दिसंबर। यूके से आ रहे यात्रियों से दूसरे स्ट्रेन वाले कोरोना संक्रमण फैलने की चिंता है। प्रदेश में भी इसकी ट्रेकिंग की जा रही है। गत 29 नवंबर से 29 दिसंबर के बीच जिले में दो लोग लंदन से लौटे हैं। आइसोलेट कर इन दोनों की जांच की गई। रिपोर्ट निगेटिव आने से प्रशासन के साथ स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है। वहीं जिले में कोरोना की रफ्तार तो कम हुई है, लेकिन मौतें अभी भी हो रही हैं। बुधवार को जिले में 75 लोग संक्रमित पाए गए, वहीं कोरोना से 2 लोगों ने जान गंवाई है।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक बुधवार को 75 नए मरीजों में 31 शहर से हैं। सारंगढ़ से 8, घरघोड़ा से 5, तमनार से 5, बरमकेला से 5, खरसिया से 4 लोग शामिल हैं। नए मरीजों को मिलाकर जिले में कुल रोगियों की संख्या 22 हजार 231 पर जा पहुंची है। बुधवार को दिनभर में 81 मरीज डिस्चार्ज हुए। इन्हें मिला ठीक होने वालों की संख्या 21 हजार 172 हो गई। साथ ही 773 एक्टिव संक्रमितों का इलाज जारी है।
इधर जिले में बुधवार को दिनभर में 2597 लोगों की कोरोना जांच हुई। जिसमें एंटीजन टेस्ट से 32, आरटीपीसीआर से 25 और ट्रूनॉट जांच से 18 नए मरीज मिले हैं। 24 घंटे में 2 कोरोना पीडि़त मरीजों की मौत हो गई। तमनार के 68 वर्षीय मरीज की 250 बेड कोविड केयर अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई , टेरम घरघोड़ा के 65 साल के बुजुर्ग ने केजीएच में दम तोड़ा। दोनों को कोरोना संक्रमण के साथ दूसरी बीमारी भी थी।
बीजापुर, 31 दिसंबर। केंद्र सरकार द्वारा बनाये गए तीन कृषि कानूनों व संसद की शीतकालीन सत्र को रद्द करने के खिलाफ युवा कांग्रेस ने बीजापुर में आक्रोश मशाल रैली निकाली व केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
बुधवार की शाम जिला मुख्यालय में युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष एजाज खान के नेतृत्व में जिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस, महिला कांग्रेस व एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने स्थानीय कांग्रेस भवन से किसानों के समर्थन में मशाल रैली निकाली, जो नगर के मुख्यमार्ग से होते हुए जय स्तम्भ चौक में समाप्त हुई। इस बीच कांग्रेसियों ने मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और कृषि कानून को वापस लिए जाने की मांग की।
युवा कांग्रेस अध्यक्ष एजाज खान ने बताया कि युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कोको पाढ़ी के निर्देश पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किसानों के समर्थन में आक्रोश मशाल रैली निकाली है। श्री खान ने केंद्र सरकार से मांग की है कि वे किसानों के हित में जल्द ही तीनों कृषि बिल को वापस लें।
इस अवसर पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष लालू राठौर, जिपं सदस्य नीना रावतिया उद्दे, जिला पंचायत उपाध्यक्ष कमलेश कारम, नगर पालिका अध्यक्ष बेनहुर रावतिया, पार्षद प्रवीण डोंगरे, मनोज अवलम, जितेंद्र हेमला, संतोष गुप्ता, लक्ष्मण कडती, ऋषभ कुमार, रोहित कुमार, प्रशांत ताटी, विनोद तालुकदार, शेख आरिफ, प्रेम कुमार, शंकर कटबिन्ना, वरुण वासम, कामेश कुमार सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।
भोपालपटनम, 31 दिसंबर। पंचायत सचिव संघ के आह्वान पर शासकीयकरण के एक सूत्रीय मांग को लेकर जनपद पंचायत कार्यालय बीजापुर के सामने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे सचिवों को समर्थन देने पहुंचे जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़(जे) के जिला अध्यक्ष चन्द्रैया सकनी ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने चुनावी जनघोषणा पत्र में कहा था कि सभी प्रकार के अनियमित कर्मचारियों को सरकार बनते ही दस दिनों के अन्दर नियमित कर दिया जाएगा। सरकार बने दो वर्ष पूरा हो गया है, लेकिन आज पर्यत्न तक किसी भी विभाग के कर्मचारियों का नियमितीकरण नहीं किया गया है। यही कारण है कि पंचायत सचिवों को एक सूत्रीय मांग को लेकर हड़ताल पर बैठना पड़ रहा है।
आगे कहा कि सरकार ग्राम पंचायत को मजबूत करने की बात कहती है, वहीं पंचायत स्तर में विपरीत परिस्थितियों का सामना करते राजस्व एवं वनाधिकार जैसे मामलों के साथ-साथ पेंशन वितरण तक सरकारी योजना का लोगों तक लाभ दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सचिवों को शासकीयकरण न करना सरकार की वादाखिलाफी का परिचायक है।
संयुक्त पंडाल में बैठे छत्तीसगढ़ ग्राम रोजगार सहायक संघ का भी जोगी कांग्रेस ने समर्थन किया। जिला अध्यक्ष ने कहा कि महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना में सेवा देने वाले रोजगार सहायकों को स्वयं की गारंटी के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है, प्रदेश में इससे बड़ी विडम्बना क्या हो सकती है? इनको मिलने वाली मानदेय से इनका परिवार ससम्मान कैसे जीवनयापन कर सकता है? अगर सरकार पंचायत सचिव तथा रोजगार सहायकों के मांगों को पूरा नहीं करती है तो जेसीसीजे हमेशा कंधे से कंधा मिलाकर इनका साथ देगी।
इस अवसर पर जेसीसीजे नेत्री जमुना सकनी, सुधाकर के.जी, रोशन झाड़ी, चंदेश माड़वी आदि उपस्थित थे।
विजेता व उप विजेता टीम को क्रिकेट किट की सौगात
जगदलपुर, 31 दिसंबर। नगरनार ब्लॉक के ग्राम पंचायत कस्तूरी में विधायक जगदलपुर एवं संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने माता मावली क्रिकेट प्रतियोगिता के फाइनल मैच पहुंच खिलाडिय़ों को खेल के प्रति प्रोत्साहित कर उनका हौसला बढ़ाया। आज का फाइनल मैच कस्तूरी और मारकूल के मध्य खेला गया जिसमें कस्तूरी की टीम विजयी रही। इससे पहले खिलाडिय़ों के उत्साहवर्धन के लिए विधायक खुद क्रिकेट बैट पकड़ कर मैदान में उतरे।
इस अवसर पर विधायक जगदलपुर श्री जैन ने कहा कि जि़न्दगी एक खेल है यह आप पर निर्भर करता है कि आप खिलाड़ी बनकर जीते है या खिलौना बनकर, विपक्षी खिलाडिय़ों के पसीने छूटने लगे, वे मुझे रोकने के लिए हर सम्भव कोशिश करने लगे। बॉलर की बार बार लाइने बिगडऩे लगी अब तो बिना टच किये ही बाउंड्री लगने लगी।
इस अवसर पर सरपंच राजेंद्र बघेल,उप सरपंच देवी सिंह राणा,पंच लैखन राउत,लक्ष्मण सेठिया, जैतराम,कु सहित नाथ, मोतीराम सेठिया,निलोराम सेठिया,पेन्वती कश्यप, रविन्द्र नाथ दास, धनसाय कश्यप, लक्ष्मण सेठिया, गणेश सेठिया,किशोर सेठिया, मोहन सिंह, कमलेश बघेल, भगत सेठिया, मदन, पदन हाबिल, भोयर, साधुराम, रामधर कश्यप सहित ग्रामीण जन उपस्थित रहे।
आज के दौरे में विधायक जगदलपुर एवं संसदीय सचिव रेखचंद जैन के साथ ब्लाक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विरेंद्र साहनी, शहर जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री अनवर खान,विधि प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अवधेश झा एवं एनएसयूआइ के प्रदेश संयुक्त सचिव अरुण गुप्ता, वरिष्ठ नेता प्रवीण जैन एवं वरिष्ठ पत्रकार विकास दुग्गड साथ रहे।
बुजुर्ग माताओं से मिलकर कुशलक्षेम जाना रेडक्रास राज्य सचिव ने
जगदलपुर, 31 दिसम्बर। बस्तर कलेक्टर एवं अध्यक्ष रेडक्रॉस सोसायटी रजत बंसल के मार्गदर्शन में चल रहे रेडक्रॉस की गतिविधियों को देखने राज्यस्तर की टीम राज्य सचिव प्रदीप साहू के नेतृत्व में बस्तर पहुंचकर रेडक्रॉस की गतिविधियों से रूबरू हुए।
उल्लेखनीय है कि गत दिनों राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल अनुसुईया उइके के हाथों अध्यक्ष रजत बंसल बस्तर को पूरे प्रदेश में श्रेष्ठ जिला में प्रथम एवं ओआईसी अलेक्जेंडर एम.चेरियन को प्रदेश में श्रेष्ठ अधिकारी का प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ है। इसी तारतम्य में राज्यपाल के मंशानुरूप चेयरमैन सोनमणि बोरा के निर्देश से राज्य सचिव प्रदीप कुमार साहू , बस्तर पहुंचकर संचालित गतिविधियों को देखा।
उपाध्यक्ष अलेक्जेंडर एम.चेरियन एवं अन्य सदस्यों के साथ जगदलपुर में संचालित रेडक्रॉस आस्था निकुंज वृद्धा आश्रम में निवासरत माताओं के बीच पहुंच कर कुशल क्षेम जाना और सभी की सुखमय जीवन की कामना की। कलेक्टर रजत बंसल से मुलाकात कर रेडक्रास के गतिविधियों और समाज के लिए किए जा रहे कार्यों के साथ रेडक्रास वोलेंटियर्स एवं युवोदय वोलेंटियर्स के माध्यम से किए जा रहे कार्यों को अन्य जिलों में लागू करने की मंशा भी जताई। सामाजिक जागरूकता, नशा उन्मूलन, केन्द्र शासन व राज्य शासन की योजनाओं की जानकारी जमीनी स्तर तक पहुंचाने चर्चा की गई ।
इस अवसर पर अलेक्जेंडर एम.चेरियन, उपसंचालक समाज कल्याण विभाग श्रीमती वैशाली मरडवार, प्रबंधक जीआर ठाकुर, डा. देवकांत एवं राज्य से आए रेडक्रॉस सदस्य गुरुशरण साहू, प्रेमनारायण साहू , ताराशंकर सिन्हा, शैलेंद्र कुमार उपस्थित थे।
जगदलपुर, 31 दिसम्बर। उलेखनीय है कि कोविड काल में बस्तर रेडक्रॉस को कलेक्टर एवं अध्यक्ष रजत बंसल व अय्याज तंबोली के मार्गदर्शन में किए गए कार्य को पूरे प्रदेश में अच्छा मानते हुए श्रेष्ठ जिला एवं श्रेष्ठ अधिकारी का प्रथम पुरस्कार अलेक्जेंडर एम.चेरियन को राज्यपाल द्वारा प्रदान किया गया था। साथ ही राज्य स्तरीय वालिटियंर्स के पुरस्कार के लिए डा. देवकांत चतुर्वेदी, जिला स्तर पर हरेन्द्र पानीग्रही को राज्यपाल एवार्ड के लिए नॉमिनेट किया गया था। इस एवार्ड को अध्यक्ष एवं कलेक्टर बस्तर रजत बंसल ने आज जिला कलेक्टर कार्यालय में आयोजित समय सीमा की बैठक में जिले के सभी स्वयंसेवी सदस्यों को समर्पित किया।
जिले के विकास के लिए मिल का पत्थर साबित होंगे दो वर्षों के महत्वपूर्ण निर्माण कार्य
जगदलपुर, 31 दिसंबर। आदिवासी बाहुल्य बस्तर जिले के लोक निर्माण विभाग के लिए 2019 एवं 2020 का वर्ष कई मायनों में उपलब्धियों से भरा रहा। इन दो वर्षों में हुए अनेक बहुप्रतिक्षित एवं महत्वपूर्णं विकास कार्य वास्तव में बस्तर जिले के विकास के लिए धूरी बनकर मिल का पत्थर साबित होंगे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व वाले छत्तीसगढ़ सरकार के मंशानुरूप लोक निर्माण विभाग द्वारा पिछले दो वर्षों में जिले में कराए गए सभी महत्वपूर्णं कार्य आम जनता की समस्याओं एवं जनसरकारों जुड़ी हुई है। जिनकी मांग बस्तर के जनप्रतिधि एवं आम नागरिक लम्बे समय से करते आ रहे थे। राज्य सरकार की संवेदनशीलता एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों तथा प्रशासन की तत्परता से जिला मुख्यालय के अलावा सुदूर ग्रामीणों अंचलों में हुए अनेक छोटे-बड़े कार्यों से आम लोगों को सहुलियत मिल रही है। इसके साथ ही इसके माध्यम से बस्तर जिले में विकास की बुनियाद रखने का प्रयास किया गया है।
इन दो वर्षों में लोक निर्माण विभाग द्वारा कराए गए विकास कार्यों की लम्बी फेहरिस्त है। पूरे बस्तर संभाग की महत्वपूर्ण पहचान एवं जिले को देश के महत्वपूर्णं शहरों हवाई मार्ग से जोडऩे वाले मां दंतेश्वरी एयरपोर्ट 41.05 करोड़ रूपए लागत से जरूरी निर्माण कार्य किए गए है। मां दंतेश्वरी एयरपोर्ट से रायपुर और हैदराबाद के लिए 21 सितम्बर 2020 से हवाई सेवा प्रारंभ हो गई है। निर्माण विभाग द्वारा शहर के पीजी कॉलेज के मेन बिल्डिंग एवं आडिटोरियम का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इसके अलावा बस्तर विश्वविद्यालय जगदलपुर में रूसा योजना अंतर्गत 6.03 करोड़ रूपए की लागत से बीएड अध्ययन शाला भवन निर्माण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
जगदलपुर में सेंट्रल लाईब्रेरी भवन का निर्माण कार्य की लागत 409.24 लाख रूपए संटेऊल लाईब्रेरी के निर्माण से बस्तर जिले एवं जिलेेे के दूरस्थ जगहों में पढऩे वाले विद्यार्थियों को जिले के मुख्यालय में सर्व सुविधा युक्त लाईब्रेरी की सुविधा मिलेगी। जिससे प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों को आवश्यक पठन सामाग्री उपलब्ध होगी। लाईब्रेरी में बुक रेडिंग के साथ ई-लर्निंग तथा छोटे बच्चों के लिए बाला बिल्डिंग ंएस लर्निंग एआईडी भी होगा। जिससे छोटे बच्चों को खेल के साथ-साथ उनका सामान्य ज्ञान भी बढ़ेगा तथा लाईब्रेरी परिसर में विद्यार्थियों की सुविधा के लिए रेस्टोरेंट एवं स्टेशनरी का भी निर्माण किया गया है, जो कि लाईब्रेरी के साथ सातों दिन चैबीस घंटों खुला रहेगा।
जगदलपुर शहर में 1006.45 लाख रूपए की लागत से निर्मित शासकीय आर्दश आवासीय महाविद्यालय भवन के निर्माण होने से जिले व संभाग के दूरस्थ अंचल में रहने वाले विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए बेहतर सुविधा एवं परिवेश मिल सकेगी। इस आदर्श आवासीय महाविद्यालय में छात्र-छात्राओं को परिसर में ही अध्ययन-अध्यापन की उत्तम सुविधा एवं आवास की व्यवस्था उपलब्ध होगी।
बस्तर विकासखण्ड में भानपुरी के पास राष्ट्रीय राजमार्ग में स्थित ग्राम तारागांव में 83.59 लाख रूपए की लागत से निर्मित बस्तर हस्तशिल्प परियोजना भवन का निर्माण किया गया है। यह कार्य वास्तव में आदिवासी बाहुल्य बस्तर जिले में हस्तशिल्प को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्णं कार्य है। इस भवन के निर्माण हो जोने से जिले में हस्तशिल्प कला के व्यवसाय में वृद्धि होने के अलावा इस कार्य से जुड़े लोगों की जीवन स्तर में भी सुधार हो रहा है।
पूरे बस्तर संभाग में स्वास्थ्य सुविधाओं की दृष्टि से महत्वपूर्णं सौगात माने जाने वाले शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में 6 करोड़ रूपए की लागत से सर्व-सुविधायुक्त आडिटोरियम भवन का निर्माण किया गया है। कार्य पूर्ण करा लिया गया है। 500 व्यक्तियों की क्षमता वाले इस आडिटोरियम का निर्माण वास्तव में महत्वपूर्णं उपलब्धि है। राज्य शासन द्वारा श्रमिकों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए जिला मुख्यालय जगदलपुर में काम-काजी महिलाओं के लिए 6.99 करोड़ रूपए की लागत से 50 सीटर सर्व-सुविधायुक्त हास्टल निर्माण किया गया है। स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार के तहत महारानी अस्पताल जगदलपुर के ओ.पी.टी. भवन का उन्नयन कार्य विशेष केंद्रीय सहायता एससीए योजना अंतर्गत 1.49 करोड़ रूपए की लागत से किया गया है।
फरसगांव, 31 दिसंबर। युवा संचारकर्मी मृगेन्द्र पाण्डेय ने आदर्श विद्यालय के छात्रों को नवीन संचार और संभावनाओं विषय पर वेबीनार के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि मीडिया को सशोल मीडिया से नवीन स्वरूप मिला है। जिससे हमारी अभिव्यक्ति को भी और मजबूत आधार मिला है। टीवी मीडिया ने सूचनाओं को प्रस्तुत करने का तरीका बदला है। पहले सूचनाएं खबर होती थीं, लेकिन टीवी मीडिया के आने बाद सूचनाओं ने न्यूज पैकेज का रूप ले लिया है।
आईआईएमसी के पूर्व छात्र पाण्डेय ने कहा कि प्रिंट मीडिया का प्रभाव कभी कम नहीं हो सकता है। जिसे हर मीडिया में संदर्भ के रूप में लिया जाता है। समय के साथ संचार का स्वरूप जरूर बदला है लेकिन इसके पक्ष के साथ ही स्वरोजगार की संभवानायें बढ़ी हैं। खबरों के प्रस्तुतिकरण में प्रयोग अधिक हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि गांवों की कहानियों को अधिक स्थान मिले, इस दिशा में और अधिक काम करने की जरूरत है। आप सभी छात्र बदलाव के कारण बन सकते हैं। इस मौके पर उन्होंने छात्रों को प्रयोगिक तौर पर पत्रकारिता के कई पक्षों की विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन डॉ. परवीन अख्तर ने किया। इस मौके पर स्कूल के छात्र वेबीनार में शामिल हुए।
अब जगरगुंडा तक जाना होगा आसान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
किरंदुल, 31 दिसंबर। दंतेवाड़ा जिले की ऐसी सडक़ जो 16 बरस से नक्सलियों के कब्जे में थी, अब कई कुर्बानियों व चुनौतियों के बाद बननी शुरू हो गई है। दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर से कमारगुड़ा तक 10 किमी पक्की सडक़ बन चुकी है, वहीं 8 किमी जगरगुंडा सुकमा जिले तक अभी और बनना बाकी है।
दक्षिण बस्तर का सबसे धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र अरनपुर में बालक आश्रम के सामने संगमरमर के पत्थर पर विकास की गाथा लिखी दिखाई देगी। यह बात है 16 मार्च 2003 की, जब उस वक्त के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री शहीद महेंद्र कर्मा बस्तर टाइगर हुआ करते थे। उनके करकमलों द्वारा इस मार्ग का शिलान्यास किया गया और विकास की गाथा लिखी गई और एक सुनहरा सपना देखा गया।
इस संगमरमर के पत्थर में साफ अंकित है कि मरियमगुंडा से जनकपुर कॉरिडोर मार्ग के तहत जगरगुंडा से किरंदुल तक 43.3 किमी की सडक़ बननी थी और क्षेत्र का विकास होना था। भूमिपूजन के दौरान उस वक्त के कोटा विधायक कवासी लखमा और छत्तीसगढ़ अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के अध्यक्ष राजेंद्र पामभोई भी मौजूद थे। उनका नाम भी उस पत्थर पर अंकित है।
उस वक्त बस्तर टाइगर शहीद महेंद्र कर्मा ने जो सपना देखा था, आज वह पूरा होता नजर आ रहा है। 2004 के बाद से यह मार्ग नक्सलियों ने बंद कर रखा था, 16 वर्ष बाद यह मार्ग खोला गया पहेली बार यह प्रशासन पहुंचा। इस मार्ग को लोग बारूदी सडक़ भी कहने लगे। नक्सलियों ने इस मार्ग पर कई किलोमीटर मौत का सामान बिछा रखा था। मार्ग बनाते वक्त कई जवान विस्फोटक की चपेट में आये और कुछ तो शहीद भी हो गए। नक्सलियों ने पुलिस की एंटी लैंड माइंस व्हीकल को भी बारूद लगाकर उड़ा दिया। कई चुनौतियों के बाद यह मार्ग अब पूरा होने जा रहा है।
इस मार्ग को बनाने के लिए पालनार, समेली, अरनपुर, कुंडापारा, कुंडासावली, कमाल पोस्ट और कामरगुड़ा सीआरपीएफ कैम्प खोला गया। इस मार्ग को बनाने ऐसे आधा दर्जन से ज्यादा पुलिस कैंप स्थापित किए गए, लगभग 16 साल बाद यहां मार्ग बनने जा रहा है और बस्तर टाइगर शहीद महेंद्र कर्मा ने जो सपना देखा था, आज वह पूरा होता नजर आ रहा है। पहले यह मार्ग किरंदुल से पेरपा, मडक़मीरास, हिरोली, गुमियापाल, तेनेली, पेडक़ा गांव से होते हुए अरनपुर से जगरगुंडा तक जुडऩा था, पर नक्सली दवाब के चलते जिला प्रशासन ने इस मार्ग को किरंदुल पालनार से होते हुए जगरगुंडा तक बनाने का फैसला लिया। एक समय में सबसे बड़ा बेल बाजार जगरगुंडा में लगता था, पर माओवाद ने पूरे क्षेत्र को निगल लिया यह के लोग विकास से कोसो दूर हो गए। आज एक रोशनी की किरण नजर आ रही है।
कलेक्टर दंतेवाड़ा दीपक सोनी ने कहा कि कई साल बाद इन गांवों में खुशियां लौटी है। गांव में पानी के लिए हैंडपंप, पीडीएस की दुकान, सडक़, पुल-पुलिया, स्वास्थ्य सुविधा और अभी बिजली की भी व्यवस्था की जा रही है। ग्रामीणों को मूलभूत सुविधा प्रदान करना प्रशासन की जिम्मेदारी है और ग्रामीणों को रोजगार के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है।
एसपी दंतेवाड़ा डॉ. अभिषेक पल्लव का कहना है कि जवान नक्सलियों को चुनौती देते हुए आज जगरगुंडा तक पहुंच गए हंै और क्षेत्र के एक-एक गांव तक विकास पहुंचाना हमारा पहला लक्ष्य है। मूलभूत सुविधा गांव तक पहुंचाई जा रही है और ग्रामीण भी खुश हंै। उन्होंने कहा कि जो सपना शहीद महेंद्र कर्मा ने देखा था वो पूरा हो रहा है और मैं तो ये कहता हूं कि इस मार्ग का नाम भी शहीद महेंद्र कर्मा मार्ग होना चाहिए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 31 दिसंबर। आम आदमी पार्टी छत्तीसगढ़ की बैठक 27 दिसम्बर को दिल्ली में राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और प्रदेश प्रभारी गोपाल राय के निवास में सपन्न हुई, जिसमें आने वाले चुनाव हेतु चर्चा की गई तथा आम आदमी पार्टी के दो पदाधिकारियों को प्रदेश प्रभारी गोपाल राय के निर्देश पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई।
बालोद के जिला संगठन मंत्री ,कार्यकर्ता एवं किसान नेता दाऊ घनश्याम चन्द्राकर को पार्टी के प्रदेश प्रभारी व मंत्री गोपाल राय ने प्रदेश उपाध्यक्ष नियुक्त कर चौबीस विधानसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी सौंपी है। वहीं आप नेता, प्रदेश प्रवक्ता और जनपद पंचायत दुर्गुकोंदल वन सभा पति देवलाल नरेटी को प्रदेश सह संगठन मंत्री नियुक्त किया गया है और 24 विधानसभा की जिम्मेदारी दी गई।
अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में मुख्यमंत्री आवास पर छत्तीसगढ़ के आप नेताओं की बैठक आहुत कर आगामी 2023 के विधानसभा चुनाव की तैयारी हेतु आवश्यक दिशानिर्देश दिए हैं। नवनियुक्त प्रदेश उपाध्यक्ष घनश्याम चन्द्राकर और प्रदेश सह संगठन मंत्री देवलाल नरेटी ने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल, प्रदेश प्रभारी गोपाल राय तथा प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेन्डी ने मुझ जैसे कार्यकर्ता पर भरोसा जताया है।
मेरी कोशिश होगी कि उनके भरोसे पर खरा उतर सकूं।श्री चन्द्राकर ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस व भाजपा के प्रति लोगों का विश्वास टूट चुका है। छत्तीसगढ़ के लोगों के साथ कांग्रेस और भाजपा ने हमेशा धोखा किया है। प्रदेश के लोगों की निगाह अब नए विकल्प आम आदमी पार्टी की तरफ है। दिल्ली में जिस तरह अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी की सरकार ने काम की राजनीति की शुरुआत कर देश में नया इतिहास रचा है,उसी तर्ज पर छत्तीसगढ़ में भी शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली,पानी व मूलभूत जरुरतों पर काम करने की आवश्यकता है।
प्रदेश उपाध्यक्ष और सह संगठन मंत्री बनने पर आम आदमी पार्टी के जिला बस्तर अध्यक्ष तरुणा बेदरकर,जिला सचिव गीतेश सिंघाड़े,जिला संगठन मंत्री विवेक शर्मा,युवा अध्यक्ष मितेश पाणिग्राही, जगदलपुर अध्यक्ष नवनीत सराठे,ग्रामीण अध्यक्ष ईश्वर कश्यप,सचिव खिऱपति भारती, व्यापार प्रकोष्ट अध्यक्ष धीरज जैन,महिला अध्यक्ष फूलमती कुडिय़ाम समेत बस्तर जिले के समस्त कार्यकर्ताओं ने शुभकामनाएं और बधाई प्रेषित की है।
कोण्डागांव, 31 दिसंबर। माता सावित्री बाई फुले प्रथम महिला शिक्षिका के जन्म दिवस के अवसर पर 3 जनवरी को पटेल विद्या मंदिर महामाई पारा रायपुर में छग मरार पटेल समाज कर्मचारी प्रकोष्ठ के तत्वावधान में शिक्षा सत्र 2019-20 में कक्षा 10वीं और 12वीं में 75 प्रतिशत से ऊपर प्राप्तांक समाज के मेधावी बच्चों और समाज में उत्कृष्ट योगदान देने वाले स्वजनों को माता सावित्री बाई फुले सम्मान तथा महात्मा ज्योतिबा फुले सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। इस अवसर पर विवाह योग्य युवक-युवती परिचय माला पुस्तिका का विमोचन और परिचय सम्मेलन कार्यक्रम का आयोजन भी किया जा रहा हैं। उपरोक्त जानकारी कोण्डागांव कर्मचारी प्रकोष्ठ कोसरिया मरार समाज जिला अध्यक्ष देशवती पटेल ने दी हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली/किरंदुल, 31 दिसंबर। एनएमडीसी लिमिटेड किरंदुल परियोजना द्वारा नैगमिक सामाजिक दायित्व के अंतर्गत ग्राम पंचायत समलवार एवं चोलनार में 31 दिसंबर को विविध सामग्री प्रदाय किया गया।
परियोजना के अधिशासी निदेशक आर गोविंदराजन, सीएसार विभाग के उपमहाप्रबंधक धर्मेन्द्र आचार्य, वरिष्ठ प्रबंधक जितेन्द्र कुमार के द्वारा ग्रामीणों को बैठक, खेलकूद, वार्षिक सम्मेलन एवं पंडुम विवाह के आवश्यक विविध सामाग्री प्रदान किया गया।
दोनों ही ग्राम पंचायतों के द्वारा अपने पंचायत क्षेत्र में सामाजिक कार्यक्रम, खेलकूद बैठक के लिए टेबल, कुर्सी, अलमीरा, माईक सेट, टेंट की मंाग की गई थी, जिसके बाद एनएमडीसी ने उन्हें प्रदाय किया। इस दौरान ग्राम समलवार के संरपंच सुखराम कुंजाम, सचिव दयालु नायक, जनपद सदस्य जोगाराम कुंजाम, चोलनार के सरपंच भीमाराम मंडावी, सचिव हेम सिंह ठाकुर मौजूद रहे।
गौरतलब है कि इस्पात मंत्रालय के अधीन कार्यरत देश की नवरत्न कंपनी एनएमडीसी जो की बैलाडिला क्ष्ेात्र में लौह अयस्क खनन करती है। पिछले कई वर्षों से एनएमडीसी परिक्षेत्रीय विकास में उल्लेखनीय कार्य कर रही है। सीएसआर मद से अपने आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में समय-समय पर विकास कार्य कर रही है।
कोण्डागांव, 31 दिसंबर। हुक्काबेड़ा पाथरी शामपुर में नववर्ष के उपलक्ष्य में बाल यूथ क्लब हुक्काबेड़ा पाथरी के माध्यम से त्रिदिवसीय सफाई अभियान चलाया गया। अभियान में गांव स्तर पर मोहल्ले की साफ-सफाई की गई और स्वच्छता अभियान के साथ-साथ ग्रामवासियों को साफ सफाई का संदेश भी दिया। बाल यूथ क्लब के मुना राम सोरी, संगीता नेताम, किरण मंडावी, अंजू मंडावी, जयमती मंडावी, गीता सोरी, गंगोत्री मरकाम, मनीषा सोरी, मनीषा सोरी, गीता मरकाम, गीता सोरी, संदीप नेताम, परमेश्वर मंडावी, हिरदेश मंडावी, हवन लाल, सोरी हेमेंद्र सोरी, दीपिका मंडावी, पुष्पा सोरी, रमेश मंडावी आदि शामिल रहे।