छत्तीसगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
उतई, 17 मार्च। पाटन विधानसभा के बठेना गांव में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की मौत के प्रति छत्तीसगढ़ सरकार के उदासीन रवैया को लेकर भारतीय जनता पार्टी के द्वारा पीडि़त परिवार को न्याय दिलाने के लिए प्रदेश भर में मण्डल स्तर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पुतला दहन का कार्यक्रम आयोजित किया गया है।
इसी तारतम्य में आज दुर्ग ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के उतई मंडल के ग्राम पंचायत मचांदुर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का पुतला दहन किया गया।
इस अवसर पर मुख्यरूप से भाजपा जिला महामंत्री ललित चंद्राकार, जिला उपाध्यक्ष डॉ अनिल साहू, मंडल अध्यक्ष फत्तेलाल वर्मा, भाजयुमों अध्यक्ष सोनू राजपूत, भाजयुमों उपाध्यक्ष प्रवीण कुमार यदु, गजेंद्र कुमार साहू, सांसद प्रतिनिधि घनश्याम चन्द्राकर, पार्षदभीम सेन सिंहा, अमित चंद्राकार, सत्यवत देवांगन, सुखीत यादव, छबिलाल साहू, फलेंद्र सिंह राजपूत, नवाब खान जसलोक साहू गीतुराज सज्जाद खान, हरीश साहू, सनत साहू, लक्ष्मीनारायण साहू, चंदू देवांगन, राकेश देवांगन, आदि भाजपा के कार्यकर्ता बन्धु उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 17 मार्च। दक्षिण कोण्डागांव वन मंडल के अंतर्गत 14 मार्च को वन परिक्षेत्र कोण्डागांव के ग्राम पोंलग के वन क्षेत्र में चीतल विचरण करते हुए झारा ग्राम की सीमा पर आ गया। जिसे ग्राम झारा के ग्रामवासियों द्वारा दौड़ाकर उसे ग्राम पोंलग के नजदीक लाठी-डंडों से मार डाला।
वन्य प्राणी के ग्राम सीमा में प्रवेश करने के संबंध में सूचना मिलते ही वन परिक्षेत्र अधिकारी कोण्डागांव एवं वन कर्मचारियों के द्वारा क्षेत्र में सघन छानबीन की गई। छानबीन के दौरान पोंलग ग्राम के समीप नीलगिरी वृक्षारोपण क्षेत्र में कुछ संदिग्ध लोग नजर आए, जो वन कर्मचारियों को देखकर भागने लगे। वन कर्मचारियों के द्वारा लोगों का पीछा करते हुए घटनास्थल पर पहुंचे, जहां मादा चीतल का शव ग्रामीणों द्वारा झाडिय़ों में दबाया गया था। जिसे कर्मचारियों द्वारा शाम 4 बजे बरामद कर शव को अपने कब्जे में लेकर वन्य प्राणी के अवैध शिकार का प्रकरण दृष्टांत होते ही वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत वन अपराध प्रकरण दर्ज कर उच्चाधिकारियों को सूचना दी गई तथा मादा चीतल के शव को वन परिक्षेत्र मुख्यालय कोण्डागांव लाकर 15 मार्च को पशु चिकित्सकों की टीम से पोस्टमार्टम कराया गया। वन्य प्राणी का दाह संस्कार पूर्ण रूप से जलने तक उपमंडलाधिकारी पश्चिम कोण्डागांव की उपस्थिति में वन कर्मचारियों के द्वारा किया गया। तदुपरांत वनमंडलाधिकारी दक्षिण कोण्डागांव के निर्देशन पर अपराधियों की पतासाजी की गई। जिसके उपरांत ग्राम झारा के 9 एवं ग्राम पोलंग से एक अपराधी को गिरफ्तार किया गया तथा उन्हें 16 मार्च को न्यायालय के समक्ष रिमांड हेतु पेश किया गया।
न्यायालय के द्वारा वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत सभी नौ आरोपियों को जेल भेजे जाने का आदेश जारी किया। जिसके परिपालन में सभी 9 अपराधियों को केंद्रीय जेल जगदलपुर भेज दिया गया। प्रकरण में और भी अपराधी सम्मिलित होने की आशंका है, जिसके लिए वनकर्मचारियों की टीम लगातार सघन जांच कर रही है जल्द ही और भी अपराधियों के गिरफ्तार होने की संभावना है।
जगदलपुर, 17 मार्च । वन अधिकार अधिनियम 2006 पेसा अधिनियम एवं अनुसूचित क्षेत्र में भूमि क्रय-विक्रय की धारा 170 (ख) के प्रशिक्षण के संबंध में 19 मार्च को सुबह 10.30 बजे संभागीय आयुक्त कार्यालय के सभा कक्ष में प्रशिक्षण कार्याशाला का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें संचालनालय आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान रायपुर द्वारा राज्य स्तर के मास्टर ट्रेनर द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इस प्रशिक्षण में जिला स्तरीय वनाधिकार समिति के सदस्यगण, अनुभाग स्तरीय वन अधिकार समिति के सदस्यगण सर्व अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) अनुविभागीय अधिकारी वन, सर्व मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत एवं सर्व वनक्षेत्रपाल उपस्थित रहेंगे। साथ ही प्रत्येक जनपद पंचायत से 2 अनुभवी सरपंच एवं आदिवासी समाज प्रमुख भी उपस्थित रहेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बकावंड, 17 मार्च। मंगलवार को स्व.बलीराम कश्यप मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल का नाम बदलने के निर्णय को शर्मनाक व निंदनीय बताते हुए भाजपा ने बकावंड में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। स्थानीय बकावंड मेन रोड पर भाजयुमो द्वारा विरोध प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व बस्तर संसाद दीपक बैज का पुतला दहन किया गया। भाजयुमो के कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की और विरोध प्रदर्शन कर पुतला फूंका। इस दौरान पूर्व विधायक डॉ सुभाऊ कश्यप , वेदप्रकाश पाण्डे ,जीतेन्द्रपानीगीई ,धनुजय कश्यप ,सुनील,बिसाई ,भलराम बेसरा मौजूद रहे।
फरसगांव, 17 मार्च। फरसगांव अनुभाग के अन्तर्गत 16 मार्च से 5 अप्रैल तक राजस्व पखवाड़ा का आयोजन किया गया है। राजस्व पखवाड़ा में हल्का पटवारी ग्राम पंचायत में उपस्थित होकर बी-1 का पठन पाठन करेंगे तत्पश्चात फौती नामान्तरण दर्ज कर सॉफ्टवेयर के माध्यम से नामान्तरण करेंगे। इसके अतिरिक्त राजस्व संबंधित आर्थिक सहायता के प्रकरणों पर भी कार्रवाई की जाएगी तथा राजस्व विभाग की योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाने हेतु कलेक्टर कोण्डागांव के मार्गदर्शन में राजस्व पखवाड़ा का आयोजन किया गया है। विकासखंड फरसगांव की 73 ग्राम पंचायत के 103 गांवों के ग्रामीणों को शासन की योजनाओं का लाभ मिले, जिसके लिए अनुभाग फरसगांव के राजस्व विभाग के अधिकारी और कर्मचारी राजस्व पखवाड़ा को सफल करने और ग्रामीणों को लाभ पहुंचाने के लिए जुटे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 17 मार्च। कलार समाज बस्तर संभाग मुख्यालय जुगानीकलार में पंचवर्षीय महासभा व पंचवर्षीय संभागीय चुनाव का आयोजन किया गया। यह आयोजन 13 से 15 मार्च तक कोण्डागांव जिले की फरसगांव ब्लॉक अंतर्गत जुगानीकलार के सामाजिक भवन में आयोजित किया गया। इस महासभा में बस्तर संभाग के कांकेर, कोण्डागांव, नगरी, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, सुकमा, राजनांदगांव सहित ओडिशा से भी हजारों स्वजाति बंधुओं का आगमन हुआ था।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष व क्षेत्रीय विधायक मोहन मरकाम के आतिथ्य में संपन्न हुआ। अध्यक्षता संभागीय अध्यक्ष दिनेश पोया ने की। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में संभागीय संरक्षक अमरसिंह कश्यप व सोनधर वैद्य, रवि घोष, झुमुक लाल दीवान रहे। मोहन मरकाम ने कहा कि, कलार समाज के लोग शिक्षा के क्षेत्र में कृषि के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि, किसी भी समाज के विकास के लिए संगठन जरुरी है। साथ ही कलार समाज मुख्यालय जुगानी कलार भवन के बाउंड्री वाल के लिए 10 लाख रुपये देने की घोषणा की व इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए नगद 15 हजार रुपए प्रदान किया।
आयोजन में कलार समाज द्वारा 14 मार्च को ब्लॉक, जिला व संभाग के पदाधिकारियों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम के दौरान नियमावली संसोधन मे महत्वपूर्ण चर्चा की गई। इस दौरान सभी कलार समाज कि लोगों ने समाज मे फैली कुरीतियों को सुधार व खर्चीली शादियों पर विशेष ध्यान देते हुए नियमावली के कुछ बिन्दुओं मे संशोधन किया। इस दौरान शादियों में वस्त्र वितरण को समाप्त किया गया। वहीं किसी की देहांत होने के बाद अंतिम संस्कार में कफ न की जगह शोकाकुल परिवार को राशि देने का निर्णय लिया गया। शादियों में लोगों द्वारा बर्तन टिकावन मे देने के बजाय अंशदान देने पर विचार किया गया। प्रतिभावान छात्र-छात्राओं का सम्मान किया गया। साथ ही परिचय सम्मेलन का भी आयोजन किया गया। रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन रखा गया।
संभागीय चुनाव में दिनेश फिर से अध्यक्ष
संभागीय संरक्षक अमर सिंह कश्यप के नेतृत्व में चुनाव अधिकारी के रूप में महेंद्र पांडे, रामेश्वर बघेल, तुलसी पांडे, गजेंद्र पांडे, कमलेश नाग, कमलेश महावीर रहे। वहीं संपूर्ण कार्यक्रम में मंच संचालन गुप्तेश्वर बघेल व साथियों के द्वारा किया गया। गौरतलब हैं कि, संभागीय चुनाव के लिए अध्यक्ष पद के लिए पुन: दिनेश पोया विजयी रहे। उपाध्यक्ष मे दक्षिण बस्तर से झुमक लाल दिवान, गजेंद्र सुरोजिया और उत्तर बस्तर कमल किशोर कश्यप, रामेश्वर पांडे को उपाध्यक्ष बनाया गया। महासचिव रमेश पांडे, कोषाध्यक्ष जागेश्वर सार्दुल को बनाया गया।
युवा प्रकोष्ठ से श्रवण, महिला प्रकोष्ठ नीरजा अध्यक्ष
महिला प्रकोष्ठ में सभी प्रत्याशी निर्विरोध चुने गए नीरजा दिवान, उपाध्यक्ष चंपावती पांडे, यशोदा शार्दुल, सचिव उमेश्वरी नाग, सहसचिव पारेश्वरी बैध, सोनबती नाग। युवा प्रकोष्ठ में भी सभी प्रत्याशी निर्विरोध चुने गए, जिसमें अध्यक्ष श्रवण कुमार बेसरा, उपाध्यक्ष महेन्द्र पांडे, अशोक कुमार सेठिया, सचिव सालेन्द्र पांडे, सह सचिव छबीलाल जैन को बनाया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 17 मार्च। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर 14 मार्च को आशीर्वाद भवन, रायपुर में आयोजित एक भव्य समारोह में कोण्डागांव की शिप्रा त्रिपाठी को समाजसेवा के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया। संगीतविद्या में स्नातक तथा, दो विषयों में स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त शिप्रा आकाशवाणी में सुगम संगीत एवं गजल गायन के क्षेत्र में लगातार जुड़ी रही हैं। विगत तीन दशकों से प्रख्यात समाजसेवी संस्था संपदा से जुड़ी हैं और समाजसेवा तथा कला साधना के क्षेत्र में लगातार सक्रिय रही हैं। वर्तमान में जनजातीय चेतना कला एवं संस्कृति की राष्ट्रीय मासिक पत्रिका ककसाड़ के संपादक मंडल की वरिष्ठ सदस्य हैं।
ज्ञात हो कि, इससे पूर्व 2018 का महिला शिखर सम्मान अवार्ड भी शिक्षा एवं साहित्य के क्षेत्र में बस्तर अंचल की ही लोकप्रिय कवियित्री रश्मि विपिन अग्निहोत्री को ही मिला था। कार्यक्रम में शिप्रा त्रिपाठी का सम्मान महिला शिखर सम्मान अवार्ड, स्मृति चिन्ह, रामायण तथा शॉल भेंटकर किया गया।
कोण्डागांव, 17 मार्च। भाजपा ने 15 मार्च को जिला पंचायत सदस्य एवं पार्टी में जिला कार्यसमिति सदस्य का दायित्व निभा रहे बालसिंह बघेल को अनुशासनहीनता के चलते पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया।
बताया जाता है कि भाजपा कोण्डागांव जिलाध्यक्ष दीपेश अरोरा से मोबाइल पर वार्तालाप के दौरान उनसे अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया था। साथ ही प्रदेश उपाध्यक्ष लता उसेण्डी के विरुद्ध भी अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया था। प्रदेश संगठन को इस अनुशासनहीनता की शिकायत प्राप्त होने उपरांत 23 दिसंबर 2020 को बालसिंह बघेल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। जिसका जवाब प्रदेश संगठन को प्राप्त नहीं हुआ। अत: भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने अनुशासनहीनता का हवाला देते बालसिंह बघेल को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया है।
आने वाले दिनों में बादल छाए रहने एवं हल्की वर्षा की संभावना
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 मार्च। कृषि संचालनालय के कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को मौसम आधारित कृषि सलाह दी है। कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों के लिए सलाह दी हैं कि आने वाले दिनों में हल्के बादल छाए रहने एवं हल्की वर्षा होने की संभावना को देखते हुए चने की फसल में इल्लीयों का प्रकोप बढ़ सकता है। अत: इसकी सतत निगरानी करते रहें।
इसी प्रकार से आने वाले दिनों में हल्के बादल छाए रहने एवं हल्की वर्षा होने की संभवना को ध्यान में रखते हुए चने फसल की कटाई का कार्य करें। किसान भाइयों को सलाह दी हैं कि आने वाले दिनों में हल्के बादल छाए रहने एवं हल्की वर्षा होने की संभावना को देखते हुए धान की फसल में तना छेदक का प्रकोप बढ़ सकता है। अत: इसकी सतत निगरानी करें। मक्का की फसल में तना छेदक का प्रकोप बढ़ सकता है। अत: इसकी सतत निगरानी की जरूरत है। वर्षा की संभावना को देखते हुए थ्रिप्स कीट की उपस्थिति की जाँच की जाए। मैदानी भागों के जिलों में अधिकांश स्थानों पर हल्की बौछारे पडऩे की संभावना को देखते हुए पकी हुई दलहनी एवं तिलहनी फसलों की कटाई का कार्य सावधानी पूर्वक करें।
किसानों को सब्जी एवं फलों की फसलों के लिए सलाह दी है कि ग्रीष्मकालीन सब्जियों की बोआई के लिए अभी समय उपयुक्त हैं। अत: किसान भाइयों को सलाह है कि कद्दूवर्गीय सब्जियों की बैग में नर्सरी तैयार करें। पत्तेदार सब्जियों की बोआई करें तथा ग्रीष्मकालीन सब्जियों के लिए खेतों की तैयारी करें। भिंडी एवं भटे की फसल को बेधक कीटो से बचाने हेतु 10 फिरोमेन ट्रेप प्रति एकड़ लगाएं। कीट ग्रस्त पौधे के ऊपरी मुरझाएं हिस्से को मसलकर तोड़ देवें। आम में फल मटर के दाने के बराबर हो गए हो तो सिंचाई करने की सलाह दी जाती है जिससे कि फलो को झडऩे से बचाया जा सके। केला एवं पपीता के पौध में सप्ताह में एक बार पानी अवश्य देवें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 मार्च। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित बैठक में मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने राज्य के समस्त संभागायुक्त, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, मुख्य वन संरक्षक और जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को शासन की प्राथमिकताओं में शामिल योजनाओं-कार्यों का क्रियान्वयन त्वरित गति से करने के निर्देश दिए है। मंत्रालय महानदी भवन से आयोजित इस वीडियो कॉन्फ्रेंस में कोविड-19 से बचाव के उपाय, जिला मजिस्ट्रेट के समक्ष लंबित पेरोल आवेदनों के निराकरण, गर्मी के मौसम में पेयजल एवं निस्तारी जल की व्यवस्था और संक्रामक बीमारी से बचाव, गोधन न्याय योजना, आगामी वर्षा ऋतु में वृक्षारोपण, स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मिडियम स्कूल, नरवा, वर्षा जल के संरक्षण और कस्टम मिलिंग के संबंध में विस्तार से समीक्षा की गयी।
मुख्य सचिव ने कोविड-19 से बचाव के लिए टीकाकरण, संक्रमण की जांच और कोविड से बचने के लिए जरूरी उपायों को व्यवहार में शामिल करने के प्रयासों पर जोर दिया है। उन्होंने कहा है कि टीकाकरण का पहला डोज ले चुके फ्रंटलाईन वर्कर्स, स्वास्थ्य कर्मियों और 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को निर्धारित समयावधि में टीके के दूसरा डोज लेना अनिवार्य है। इसके लिए सभी लक्षित समूहों तक विभिन्न माध्यमों से संदेश पहुंचाकर उन्हें प्रेरित करने कहा गया है। श्री जैन ने कोविड टेस्ट और टीकाकरण की प्रगति में पिछड़े हुए जिलों को इस कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए है। उन्होंने यह भी कहा है कि कोविड टीकाकरण के चलते गर्भवती-शिशुवती और बच्चों के टीकाकरण के कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बरदास्त नहीं की जाएगी। आगामी समय में त्यौहारों को देखते हुए संक्रमण से बचाव के उपाय का पालन आम लोगों द्वारा किए जाए यह सुनिश्चित करने के निर्देश कलेक्टरों को दिए गए है। त्यौहारी सीजन के दौरान इससे संबंधित सामग्री से विक्रय से जुड़े दुकानदारों और लोगों के सम्पर्क में आने वाले चाट-खोमचे आदि के संचालकों का स्वास्थ्य जांच प्राथमिकता के आधार पर करने के निर्देश दिए गए है। सीमावर्ती राज्यों से लगे हुए क्षेत्रों में विशेष रूप से निगरानी के निर्देश सभी पुलिस अधीक्षकों को दिए गए है। जिन जिलों में एयरपोर्ट का संचालन होता है और बाहरी राज्यों से आने वाले यात्रियों की कोरोना की जांच एवं विस्तृत जानकारी एयरपोर्ट पर ही प्राप्त करने के निर्देश दिए गए है। ऐसे स्थानों पर पुलिस बल की पर्याप्त व्यवस्था रखने कहा गया है। जिलों में तैनात पैरा मिलिट्री और पुलिस के जवानों का टीकाकरण अनिवार्य रूप से कराने कहा गया है। आगामी दिनों में आयोजित होने वाले स्कूली और महाविद्यालयीन परीक्षाओं के लिए तैयार किए गए परीक्षा केन्द्रों में सुरक्षा के सभी उपायों का पालन सुनिश्चित कराने कहा गया है।
जेलों में निरूद्ध कैदियों के पैरोल अवकाश पर जाने संबंधित आवेदनों का निराकरण निर्धारित समय-सीमा के भीतर करने और इन प्रकरणों की नियमित समीक्षा करने कहा गया है। ग्रीष्म ऋतु में ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों में निस्तार और पेयजल के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध हो इसके लिए कार्ययोजना बनाकर त्वरित क्रियान्वयन करने कहा गया है। इसके लिए गर्मी के समय पानी के स्तर में कमी वाले जगहों का ग्राम एवं वार्डवार चिन्हांकन करने और पेयजल आपूर्ति के समस्त साधनों की सफाई एवं मरम्मत प्रारंभ करने कहा गया है। पीलिया से बचाव के लिए रणनीति बनाकर पेयजल की पाईप लाइनों की मरम्मत और नए पाईप लाइन बिछाने के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए गए है। गर्मी के समय में किसी भी प्रकार के संक्रामक रोगो से बचाव के लिए जरूरी जीवन रक्षक दवाईयों की उपलब्धता स्वास्थ्य केन्द्रों, मितानिनों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के पास सुनिश्चित करने कहा गया है। गर्मी के समय में धान की उपज न लेने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने कहा गया है। राज्य में स्थापित गौठानों को स्वावलम्बी गौठानों के रूप में विकसित करने के लिए गौठान समितियों और उनसे जुड़े स्वसहायता समूहों को विभिन्न आय उपार्जक गतिविधियों से जोडऩे कहा गया है। साथ ही सभी गौठानों में निर्मित हो रहे वर्मी कम्पोस्ट खाद के शत-प्रतिशत विक्रय के माध्यम से प्राप्त हो रहे राशि का वितरण गौठान समितियों और स्वसहायता समूहों को करने के निर्देश दिए गए है। आगामी वर्षा ऋतु में वृक्षारोपण के लिए कार्ययोजना बनाकर उसका क्रियान्वयन करने कहा गया है। इसके लिए वृक्षारोपण की जगह, वृक्षारोपण का समय, लगाए जाने वाले पौधों की प्रजाति, उनके सुरक्षा के उपाय, पिछले वृक्षारोपण में लगाए गए पौधों की वर्तमान स्थिति, नवीन तकनीकों के माध्यम से वृक्षारोपण की मॉनिटरिंग, रोड साईड प्लांटेशन, राम वन गमन पथ वृक्षारोपण, नदी तट पर वृक्षारोपण और सामुदायिक वनाधिकार के जमीनों पर वृक्षारोपण जैसे बिन्दुओं को शामिल करने की समझाईस दी गयी है। श्री जैन ने कहा है कि बड़े पैमाने पर फलदार पौधों का वृक्षारोपण किया जाए। और इनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी स्वसहायता समूहों को सौपी जाए।
स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मिडियम स्कूल की समीक्षा करते हुए श्री जैन ने कहा है कि चालू शिक्षण सत्र में 52 सरकारी अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों का संचालन किया जा रहा है। आगामी शिक्षण सत्र से 119 नए स्कूल संचालित होंगे। इसके लिए सभी जरूरी व्यवस्था जुटाने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जाए। नरवा योजना के तहत स्वीकृत कार्यों की समीक्षा करते हुए श्री जैन ने कहा है कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में स्वीकृत सभी कार्य निर्धारित समयावधि में पूरे कर लिए जाए। नए वित्तीय सत्र में कराए जाने वाले कार्यों का चिन्हांकन करके उनकी स्वीकृति की कार्यवाही पूरी कर ली जाए। नरवा योजना के तहत ज्यादा से ज्यादा श्रम आधारित काम स्वीकृत करने कहा गया है। इसके साथ ही योजना के तहत अब तक किए गए कार्यो से क्षेत्र के नागरिकों को हुए फायदों की जानकारी शासन को भेजने कहा गया है। सभी शासकीय भवनों में वर्षा जल के संरक्षण के लिए रूफ वॉटर हार्वेस्टिंग के कार्य अनिवार्य रूप से किए जाने के निर्देश दिए गए है। श्री जैन ने कहा है कि नए निर्मित हो रहे शासकीय भवनों के साथ निजी भवनों में भी रूफ वॉटर हार्वेस्टिंग के कार्यों की मॉनिटरिंग कलेक्टरों द्वारा की जाएगी। बैठक में कस्टम मिलिंग हेतु अनुबंध एवं धान के उठाव में तेजी लाने के निर्देश कलेक्टरों को दिए गए है।
बैठक में अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री, गृह एवं जेल श्री सुब्रत साहू, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्रीमती रेणु जी पिल्ले, प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा डॉ. आलोक शुक्ला, प्रमुख सचिव वन श्री मनोज पिंगुआ सहित संबंधित विभागों के सचिव स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 मार्च। जीवन में अगर हौसला हो और उस पर कुछ करने का मौका मिले तो शारीरिक कमजोरी भी कभी आड़े नहीं आती। हौसलों की उड़ान इतनी मजबूत होती है कि विपरीत परिस्थितियों में भी आगे बढऩे की राह मिल ही जाती है। ऐसी ही अपने कमजोरियों से ऊपर उठते हुए अपने परिवार को साथ लेकर आगे बढऩे की मिसाल कबीरधाम जिले के तितरी गांव के निवासी दिव्यांग बंशीलाल मरकाम पिता फागूराम मरकाम ने कायम की है।
कबीरधाम जिले के बोड़ला विकासखण्ड का वनांचल गांव तितरी जिला मुख्यालय से लगभग 65 किमी की दूरी पर स्थित है। शासकीय योजनाओं के बेहतर प्रबंधन का ही नतीजा है कि समाज का प्रत्येक वर्ग इससे सीधे लाभान्वित हो रहा है। दिव्यांग बंशीलाल मरकाम महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत चालू वित्तीय वर्ष में 116 दिवस का रोजगार पूर्ण कर अपनी आजीविका कमा रहे हैं। अपने दोनो पैरों से 80 प्रतिशत दिव्यांग श्री बंशीलाल मरकाम सामान्य व्यक्तियों की तरह चल-फिर नहीं सकते लेकिन काम करने का ऐसा जज्बा है जो सभी को प्रेरणा देता है। बंशीलाल और उनका परिवार मनरेगा में पंजीकृत है। तीन बच्चे और पत्नी के भरण पोषण की जिम्मेदारी बंशीलाल के कन्धो पर हैं, लेकिन शारिरीक कमजोरी कभी इसके आड़े नहीं आई। तितरी गांव में होने वाले निजी डबरी कार्य हो या फिर अन्य कार्य बंशीलाल गोदी खोदते हुए सभी ग्रामीणों के साथ देखे जा सकते है।
यहीं कारण है कि महात्मा गांधी नरेगा योजना से इसके परिवार को अब तक 116 दिवस का रोजगार मिल गया है और स्वयं बंशीलाल के द्वारा 56 दिवस का कार्य किया गया है। कार्य करने के एवज में बंशीलाल के परिवार को लगभग 22 हजार रूपए का मजदूरी भुगतान इनके बैंक खाते में गया है। भारतीय स्टेट बैंक शाखा रेंगाखार में हुआ मजदूरी भुगतान बंशीलाल के लिए बहुत मददगार सिद्ध हुआ है।
श्री बंशीलाल बताते है कि मैं हमेशा से रोजगार गारंटी योजना में काम करता रहा हूं। गांव में ही रोजगार मिलना मेरे लिए बहुत खुशी का विषय रहा है। मैं अपने पत्नी के साथ गोदी खनता हूं और मेरी पत्नी मिटटी को फेकती है। हम दोनों अपनी जोड़ी में काम करते है। समस्या के बावजूद भी रोजगार गारंटी योजना से मुझे निरन्तर काम मिलता रहा है यहीं कारण है कि मैं अभी तक अपने परिवार के साथ मिलकर 100 दिवस से अधिक का रोजगार कर लिया हूं। बंशीलाल कहते है कि तालाब गहरीकरण काम में, भूमि सुधार कार्य में, निजी डबरी के काम में मैने गोदी खोदने का काम किया है। ग्राम पंचायत द्वारा कार्यो में मुझे सुविधाजनक कार्य करने का अवसर दिया जाता रहा है, लेकिन मैंने अपने शारीरिक तकलीफों को कभी काम के आड़े नहीं आने दिया। मनरेगा से हमारी आवश्यक जरूरतें पूरी हो जाती है। मेरी योजना है कि सब्जी का व्यवसाय शुरू करूं और आगे बढूं़। तितरी के ग्राम रोजगार सहायक श्री अशोक पटले बताते है कि श्री बंशीलाल के पास एक एकड़ भूमि है। वह अपने खेत मे काम करते हैं और रोजगार गारंटी योजना के काम से उन्हें सहायता मिल जाती है। गांव में बंशीलाल के समान और दिव्यांगजन जिन्हें निरन्तर रोजगार दिया जा रहा है। मनरेगा से गांव के दिव्यांगजनों को बहुत फायदा हो रहा है।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी कबीरधाम श्री विजय दयाराम के. ने बताया कि जिले में मैदानी क्षेत्र से लेकर वनांचल क्षेत्र तक रोजगार गारंटी योजना से चालू वित्तीय वर्ष में अब तक 3377 दिव्यांगजनों को लाभान्वित किया गया है। जिसमें जनपद पंचायत कवर्धा क्षेत्र मे 365, जनपद पंचायत बोड़ला क्षेत्र में 867, जनपद पंचायत पण्डरिया क्षेत्र में 1318 एवं जनपद पंचायत स.लोहारा में 827 को रोजगार का अवसर प्राप्त हो चुका है। इसमें से बहुत से परिवार को 100 दिवस का रोजगार भी मिला है। 3377 दिव्यांगजनों को अब तक 89 हजार 8 सौ 98 मानव दिवस का रोजगार प्रदान किया गया है। ग्रामीणों को अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध हो इसके लिए 352 पंचायतों में 853 कार्य प्रगति पर है साथ ही ग्रामीणों की मांग पर कार्य प्रारंभ किया जाता हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 मार्च। छत्तीसगढ़ में पढऩा-लिखना अभियान की मॉनीटरिंग बुनियादी साक्षरता प्रवेशिका और स्वयंसेवी शिक्षक मार्गदर्शिका के साथ शिक्षार्थियों की फोटो अपलोड कर की जाएगी। यह जानकारी अभियान के तहत पब्लिक फायनेंस मैनेजमेंट सिस्टम के लिए आयोजित राज्य स्तरीय बैठक में दी गई।
बैठक में उपस्थित राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकारण (एसएलएमए) के सहायक संचालक और पढऩा-लिखना अभियान के नोडल अधिकारी श्री प्रशांत पाण्डेय ने बताया कि अभियान के तहत पूरे प्रदेश में निर्धारित लक्ष्य की सम्पूर्ण जानकारी पोर्टल पर अपलोड कर दी गई है। शिक्षार्थियों के लिए बुनियादी साक्षरता प्रवेशिका आखर झांपी और स्वयंसेवी शिक्षक मार्गदर्शिका को जिलो में उपलब्ध किया गया है। प्रवेशिका, मार्गदर्शिका के साथ शिक्षार्थियों और स्वयंसेवी की पोर्टल में फोटो अपलोड कर सघन मानीटरिंग की व्यवस्था भी की गई है। इसमें 24 पाठों के ई-प्राइम, ई-प्रशिक्षण सामग्री, वीडियो, प्रशिक्षण नियमावली टी-1 व टी-2, समय सारणी, पंजीयन प्रपत्र, फीडबैक, प्रमाण पत्र सहित आवश्यक समस्त सामग्री पोर्टल और यू-ट्यूब में आसानी से उपलब्ध है।
श्री पाण्डेय ने बताया कि पढऩा-लिखना अभियान में कुशल प्रशिक्षकों की भूमिका मानीटरिंग और मूल्यांकन में अहम स्थान दिया गया है। इसे देखते हुए प्रदेश स्तर पर स्रोत व्यक्ति, कुशल प्रशिक्षक का उन्मुखीकरण तथा प्रशिक्षण पूर्ण कर लिया गया है। प्रदेश के विकासखण्ड स्तर तक स्वयंसेवी शिक्षकों का प्रशिक्षण कार्य अपने अंतिम पडाव में है। इसी कड़ी में ग्राम पंचायत प्रभारी और नगरीय निकाय अंतर्गत वार्ड प्रभारियों का चिन्हांकन कार्य पूर्ण कर लिया गया है। आगामी समय में इन प्रभारियों का उन्मुखीकरण प्रशिक्षण भी पूरा कर अभियान में उनको महती जिम्मेदारी भी प्रदान कर दी जाएगी।
बैठक में बताया गया कि प्रदेश स्तर पर एससीईआरटी में राज्य साक्षरता केन्द्र और जिलों के डाइट में जिला साक्षरता केन्द्र का गठन कर लिया गया है। जो कि इस अभियान में सम्पूर्ण अकादमिक प्रदान करेगा। इस अभियान के सुचारू संचालन के लिए अंतर्राष्ट्रीय संस्था यूनिसेफ से भी एमओयू पूर्ण कर लिया गया है। इसके साथ ही सामाजिक संस्था समर्थ एवं प्रथम का भी विशेष सहयोग लिया जा रहा है।
इस अभियान के अंतर्गत फंड के सुचारू तरीके से क्रियान्वयन हेतु एचडीएफसी बैंक के शाखा प्रबंधक आफताब अहमद, एरिया हेड अभय कुमार सिंग व सहायक प्रबंधक रंजित पाण्डा ने जिलों के जिला शिक्षा अधिकारी, जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण के जिला परियोजना अधिकारी, लेखा कार्य के कर्मचारी एवं प्रत्येक जिले के एक तकनीकी कर्मचारी को पब्लिक फायनेंस मैनेजमेंट सिस्टम (पीएफएमएस) को पीपीटी के माध्यम बताया। बैठक के दौरान बैंक के अधिकारियों ने यूजरनेम और पासवर्ड बनाने एवं आगे की प्रक्रिया को चरणबद्ध तरीके से बताया और प्रशिक्षार्थियों को एक दिन का होमवर्क भी दिया। एक दिन के होमवर्क के बाद पुन: बैठक द्वारा पीएफएमएस के क्रियान्वयन को अंतिम रूप प्रदान किया जाएगा। बैठक में राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण से परियोजना सलाहकार श्री सुनील रॉय, सुश्री नेहा शुक्ला और श्री महेश कुमार वर्मा विशेष रूप से उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 मार्च। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं ग्रामोद्योग मंत्री गुरु रूद्रकुमार ने दुर्ग जिले के ग्राम ढौर में विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि पूजन किया। इस अवसर पर उन्होंने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि ग्रामीणों से ग्रामीण विकास के लिए जो भी फीडबैक मिलते हैं उनके मुताबिक कार्य स्वीकृत कराए जाते हैं।
छत्तीसगढ़ शासन की पहली प्राथमिकता ग्रामीण विकास की रही है, इसमें खेती किसानी के विकास के लिए हमने राजीव गांधी किसान न्याय योजना, कर्ज माफी एवं नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी जैसी योजनाओं का क्रियान्वयन किया। गोधन न्याय योजना जैसी योजनाओं के माध्यम से पशुपालकों के लिए भी आय का रास्ता खुला।
इसके अलावा हमने गांव-गांव में और हर घर में शुद्ध पेयजल सुनिश्चित करने की योजनाओं पर भी काम किया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण जनों से जिस तरह से विकास कार्य चाहे जाएंगे उनके अनुरूप ग्रामीण विकास की योजनाएं तैयार की जाएंगी।
इस अवसर पर ग्राम सरपंच श्रीमती कुसुम अंजोर दास बघेल ने ग्रामवासियों की मांगों से मंत्री गुरु रुद्रकुमार को अवगत कराया जिसमें प्रमुख रूप से समस्त ग्रामवासियों के जलसंकट, पानी टंकी निर्माण, मुख्य बाजार चौक में कांक्रीटीकरण, गांव के बुजुर्गोंं के लिए सियान सदन की मांग, नवयुवकों के लिए ओपन जिम, विद्युतीकरण मांग, ग्राम प्रवेश द्वार, मंच निर्माण, जैसे मूलभूत सुविधाओं हेतु मांग रखा। जिसे मंत्री गुरु रुद्रकुमार ने सहर्ष स्वीकार करते हुए सर्वप्रथम समस्त ग्रामवासियों के लिए पानी टंकी निर्माण कर पाइप लाइन का विस्तार करते हुए सभी ग्रामीणों को मुफ्त में नल जल कनेक्शन, बुजुर्गों के लिए सियान सदन, साहू समाज के कबीर भवन में बोर खनन एवं मंच विस्तार करण के कार्यों की घोषणा की। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला पंचायत अध्यक्ष शालिनी रिवेन्द्र यादव ने किया एवं कार्यक्रम में जनपद अध्यक्ष देवेंद्र देशमुख, जनपद सदस्य पुष्पा भुवनेश्वर यादव, जनपद सदस्य योगिता अनिल बंजारे, सरपंच कुसुम अंजोरदास बघेल व जनप्रतिनिधियों सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण भी उपस्थित रहे।
भगत ने की विभागीय काम-काज की समीक्षा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 मार्च। खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने मंगलवार को मंत्रालय (महानदी भवन) में खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के काम-काज की समीक्षा की। उन्होंने उचित मूल्य की दुकानों में खाद्यान्न कम मिलने की शिकायतों पर जांच कर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
उन्होंने प्रदेश के शासकीय उचित मूल्य की दुकानों में खाद्यान्न भण्डारण और वितरण की जिलेवार समीक्षा की। श्री भगत ने फोर्टिफाईड चावल, गुड़, शक्कर और चने के वितरण के लिए पर्याप्त मात्रा में भण्डारण सुनिश्चित करने कहा है। जिन दुकानों में 5 हजार से अधिक राशनकार्डधारी हैं ऐसे दुकानों का युक्तियुक्तकरण करने, राशन दुकानों में पेयजल व्यवस्था, रंग-रोगन और रेट लिस्ट लगाने के साथ ही निरंतर निरीक्षण करते रहने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।
बैठक में खाद्य विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने बताया कि प्रदेश के 4 हजार शासकीय उचित मूल्य की दुकानों में सीसीटीव्ही कैमरा लगाए जा चुके हैं, इनमें 109 शहरी क्षेत्र की दुकाने एवं 2 हजार 900 ग्रामीण क्षेत्र की दुकाने शामिल हैं। शेष राशन दुकानों में सीसीटीव्ही कैमरा लगाने की प्रक्रिया जारी है। राज्य में 4 हजार 427 उचित मूल्य की दुकाने पंचायतों द्वारा, 4 हजार 29 दुकाने सहकारी समितियों द्वारा, 3 हजार 925 दुकाने महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा 117 दुकाने वन सुरक्षा समितियों द्वारा एवं 29 उचित मूल्य की दुकाने नगरीय निकायों द्वारा संचालित की जा रही है। प्रदेश में अप्रैल 2020 से अब तक 2 लाख 77 हजार नए राशनकार्ड जारी किए गए हैं और 2 लाख 76 हजार 808 सदस्यों का नाम जोड़े गए हैं।
उचित मूल्य की दुकानों में अप्रैल 2020 से अब तक खाद्यान्न कम पाए जाने की 511 शिकायतें मिली है, जिनमें से लगभग शिकायतों का निराकरण हो चुका है। राज्य में 305 उचित मूल्य की दुकानों का युक्तियुक्तकरण किया गया है। राज्य के 12 हजार 768 उचित मूल्य की दुकानों में से 11 हजार 652 दुकानों में रंग-रोगन किया जा चुका है। सभी दुकानों में पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न सामग्री, गुड़, चना, शक्कर, फोर्टिफाईड चावल का भण्डारण और वितरण सुचारू रूप से हो रहा है। बैठक में खाद्य विभाग के विशेष सचिव श्री मनोज कुमार सोनी, एमडी मार्कफेड श्री अंकित आनंद सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
रायपुर, 17 मार्च। अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ.दिनेश मिश्र ने कहा सामाजिक बहिष्कार कर हुक्का पानी बन्द करने की कुरीति का खत्म होना आवश्यक है,इस के लिए एक सक्षम कानून का बनाया जाना भी आवश्यक है सरकार को इस हेतु पहल करनी चाहिए । समिति के सदस्य के सदस्य डॉ. दिनेश मिश्र, डॉ हरीश बंछोर, ज्ञानचंद विश्कर्मा, शंकर सोनकर मंदिर हसौद ,तथा चन्द्रखुरी , खमरिया ,गुखेरा, रीवा, लखोली,नवागांव, ग्रामों में गए अभियान चलाया और बहिष्कृत नागरिकों से मिले।
डॉ. मिश्र ने बताया कि आरंग के पास कुछ ग्रामों से सामाजिक बहिष्कार के मामले सामने आया है , जिसमे समाज के हुक्मरानों और गांव के दबंगों ने कुछ परिवारों को समाज से बहिष्कृत कर दिया है, समाज और गांव से बहिष्कृत होकर अपनों के बीच रहकर भी बेगाने की जिंदगी जीने को मजबूर हैं। सामाजिक बहिष्कार के मामलों में गांव में इस तुगलकी फरमान का असर इस कदर हावी होता है कि उसके परिवार वाले से गांव का कोई व्यक्ति ना तो बातचीत करता है और ना ही कोई व्यक्ति उसे गांव में काम देता है।
इतना ही नहीं गांव के किराना दुकानदार भी उन्हें और उनके परिवार को समान नहीं देता. बीच में कुछ दुकानदारों और कुछ लोगों ने उनसे बातचीत करने की जरूर कोशिश की. मगर तथाकथित लोगों ने उन्हें भी आर्थिक रूप से दंडित कर दिया. अब उसे रोजी रोटी व जरूरत के सामान के लिए पड़ोसी गांवों पर निर्भर रहना पड़ता है.
डॉ मिश्र ने कहा लंबे समय से बहिष्कृत का दंश झेलते झेलते परिवार में सहन शीलता खत्म हो जाती है
डॉ.दिनेश मिश्र ने कहा बहिष्कार के मामलों पर पुलिस एवं प्रशासन को त्वरित कार्यवाही करनी चाहिए ,वही सरकार को सामाजिक बहिष्कार के खिलाफ सक्षम कानून बनाना चाहिए ताकि प्रदेश के हजारों बहिष्कृत परिवारों को न केवल न्याय मिल सके ,बल्कि वे समाज मे सम्मानजनक ढंग से जी सकें
डॉ. दिनेश मिश्र
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 मार्च। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने टेली कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के भाजपा पदाधिकारियों व मोर्चा-प्रकोष्ठ के प्रमुखों से कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण अभियान के संबंध में चर्चा कर आवश्यक निर्देश दिए है।
उन्होंने कहा कि कोरोना मुक्त राष्ट्र हो इसके लिए हमारे सामने वैक्सीन ही एक विकल्प है इसके साथ ही सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखते हुए हम दैनिक जीवन में कोरोना महामारी से बच सकते है। उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों से अपील की है कि केन्द्रीय संगठन द्वारा निर्धाति कोरोना टीकाकरण जन अभियान में शामिल होकर इस अभियान की सफलता के लिए सहभागी बनें।
साय ने कहा कि पूरे प्रदेश में कोरोना वैक्सीन टीकाकरण अभियान में जन जुड़ाव जरूरी है इसके लिए पार्टी का प्रत्येक कार्यकर्ता जुडक़र टीकाकरण हेतु आम लोगों को प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि इस अभियान के लिए जिलावार योजना बनाई गई है जिसमें ही कार्यकर्ता की भूमिका महत्वपूर्ण है।
इस मौके पर भाजपा प्रदेश महामंत्री व वरिष्ठ विधायक नारायण चंदेल, महामंत्री भूपेन्द्र सवन्नी, किरण देव, टीकाकरण अभियान प्रभारी खूबचंद पारख सहित पदाधिकारी शामिल हुए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 मार्च। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर के स्वामी विवेकानंद कृषि अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, रायपुर द्वारा कल मंगलवार को यहां विश्वविद्यालय परिसर में एक दिवसीय तकनीकी एवं यंत्र प्रदर्शन मेला का आयोजन किया गया जिसका उद्देश्य कृषि में यंत्रों के उपयोग को बढ़ावा देना तथा इन कृषि यंत्रों को अपनाने हेतु किसानों को प्रेरित करना था। इस तकनीकी एवं यंत्र प्रदर्शन मेले में खेत की जोताई से लेकर फसलों की कटाई एवं गहाई तक में प्रयुक्त होने वाले कृषि यंत्रों एवं उपकरणों की तकनीकी एवं कार्यपद्धति का जीवंत प्रदर्शन किया गया। इस मेले का शुभारंभ इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एस.के. पाटील ने किया। मेले में रायपुर एवं आस-पास के जिलों से आए किसानों ने इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा विकसित विभिन्न कृषि यंत्रों एवं उपकरणों की तकनीकी एवं कार्यपद्धति का अवलोकन किया।
समारोह को संबोधित करते हुए कुलपति डॉ. पाटील ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में मानव श्रम की उपलब्धता निरंतर घट रही है और पशुचलित तथा ऊर्जाचलित यंत्रों का उपयोग बढ़ रहा है। यह समय की मांग है। उन्होंने कहा कि किसान बंधु खेती में आधुनिक यंत्रों एवं तकनीकी का उपयोग करके अधिक आय प्राप्त कर सकते हैं।
डॉ. पाटील ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संचालित नरवा, गरूआ, घुरवा, बाड़ी कार्यक्रम के तहत गौवंश के संरक्षण एवं संवर्धन की दिशा में काफी अच्छा काम हो रहा है। इससे पशुचलित यंत्रों के उपयोग को बढ़ावा मिलेगा। समारोह को इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के संचालक अनुसंधान डॉ. आरके बाजपेयी, निदेशक विस्तार डॉ. एससी मुखर्जी एवं स्वामी विवेकानंद कृषि अभियांत्रिकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. एमपी त्रिपाठी ने भी संबोधित किया।
तकनीकी एवं यंत्र प्रदर्शन मेले का आयोजन भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा संचालित विभिन्न अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजनाओं - प्रक्षेत्र उपकरण एवं यंत्र, पशु ऊर्जा का उपयोग, कटाई उपरांत अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी तथा सिंचाई जल प्रबंधन परियोजनाओं के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
इस मेले में खेती की तैयारी में प्रयुक्त कृषि यंत्रों जैसे हैरो, रोटावेटर, विभिन्न प्रकार के हल, रिजर, पावर टिलर, बीज एवं पौधों की बुआई में प्रयुक्त विभिन्न सीड ड्रिल एवं प्लान्टर, निंदाई-गुडाई में प्रयुक्त होने वाले कृषि यंत्रों जैसे वीडर, पडलर, मल्चर तथा फसलों की कटाई एवं गहाई में प्रयुक्त यंत्रों - हार्वेस्टर, रीपर, थ्रेशर आदि का प्रदर्शन किया गया। इसके साथ ही खेतों की सिंचाई हेतु उपयोग में आने वाले विभिन्न प्रकार के सिंचाई पंपों को भी प्रदर्शित किया गया। मेले में फसलों के प्रसंस्करण हेतु उपयोग में आने वाले यंत्रों को भी रखा गया था जिनमें भुट्टे से मक्के के दाने और मूंगफली से दाने निकालने वाले यंत्र शामिल हैं। इस बार मेले में अनेक नवीन विकसित यंत्र भी प्रदर्शित किए गए जिनमें मटर छिलाई यंत्र, चना भाजी तुड़ाई यंत्र, गमला, कंडा, दिया बनाने का यंत्र, ढेंस खुदाई यंत्र, मक्का छिलाई यंत्र आदि शामिल हैं। इस अवसर पर कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, साजा (बेमेतरा) के अधिष्ठाता डॉ. डी.एस. ठाकुर, अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. जी.के. श्रीवास्तव, डॉ. एस. पटेल, डॉ. ए.के. दवे एवं विभिन्न परियोजनाओं के अन्वेषक डॉ. आर.के. नायक, डॉ. वी.एम. विक्टर, डॉ. पी.एस. पिसालकर सहित प्राध्यापक एवं वैज्ञानिकगण उपस्थित थे।
रायपुर, 17 मार्च । नवनियुक्त राज्य सूचना आयुक्त मनोज कुमार त्रिवेदी एवं धनवेन्द्र जायसवाल ने कल छत्तीसगढ़ राज्य सूचना आयोग में कार्यभार ग्रहण कर आज से आयोग में द्वितीय अपील के प्रकरणों की सुनवाई प्रारम्भ की।
राज्य सूचना आयुक्त मनोज कुमार त्रिवेदी सरगुजा, राजनांदगाँव, दुर्ग, कबीरधाम, कोरबा, दंतेवाड़ा, कोण्डागांव और सुकमा जिले के द्वितीय अपील और शिकायत प्रकरणों की सुनवाई वीडियो कॉफ्रेंसिग के माध्यम से करेंगे। इसी प्रकार राज्य सूचना आयुक्त धनवेन्द्र जायसवाल राज्य सूचना आयोग में रायगढ़ जिले से संबंधित द्वितीय अपील और शिकायत प्रकरणों की सुनवाई वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से करेंगे। श्री जायसवाल ने आज पांच प्रकरणों को निराकृत किया।
राज्य सूचना आयुक्त एके अग्रवाल छत्तीसगढ़ राज्य सूचना आयोग के विरूद्ध द्वितीय अपील और शिकायत प्रकरणों की सुनवाई वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से करेंगे । केवल रायपुर जिले और मंत्रालय, संचालनालय के जनसूचना अधिकारी और प्रथम अपीलीय अधिकारी प्रकरणों की सुनवाई एवं जवाब प्रस्तुत करने आयोग कार्यालय में उपस्थित हो सकते हैं ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 मार्च। केंद्र सरकार द्वारा बजट प्रस्ताव में दो बैंकों के निजीकरण के घोषणा के खिलाफ बैंक कर्मी, अधिकारी की दो दिन की हड़ताल के बाद 17 मार्च को देश भर के सार्वजनिक क्षेत्र के आम बीमा कंपनियों के कर्मचारी, अधिकारी ज्वाइंट फोरम आफ ट्रेड यूनियन के आव्हान पर सार्वजनिक क्षेत्र की एक आम बीमा कंपनी के निजीकरण के प्रस्ताव के खिलाफ आज एक दिन के देशव्यापी हड़ताल पर रहें और कल 18 मार्च को एल आई सी के कर्मचारी, अधिकारी एल आई सी के आईपीओ और बीमा क्षेत्र में एफ डी आई सीमा को 49 से बढ़ाकर 74 करने के प्रस्ताव के खिलाफ देशव्यापी एकदिवसीय हड़ताल पर रहेंगे ।
आल इंडिया इंश्योरेंस एम्पलाईज एसोसियेशन के संयुक सचिव धर्मराज महापात्र ने उक्त जानकारी देते हुए आम बीमा कर्मचारी, अधिकारियों को इस अभूतपूर्व हड़ताल के लिए बधाई दी । इस हड़ताल में ओरिएंटल, नेशनल, यूनाइटेड इंडिया, न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी के कर्मचारी,अधिकारी शिरकत किए । हड़ताली कर्मचारी, अधिकारियों ने सुबह 10 बजे ओरिएंटल इंश्योरेंस के पचपेड़ी नाका स्थित कार्यालय में उसके बाद यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस के पंडरी कार्यालय में 10.30 बजे से और न्यू इंडिया कार्यालय में जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किए । इसमें नेशनल इंश्योरेन्स के कर्मी भी हड़ताल कर इन प्रदर्शनों में शामिल हुए ।
उल्लेखनीय है कि 1971 में आम बीमा क्षेत्र के राष्ट्रीय के बाद से देश की सरकारी क्षेत्र की आम बीमा कंपनियों का देश के विकास में आज तक अमूल्य योगदान रहा है , आज केंद्र सरकार निजी मुनाफे के लिए इसे बर्बाद करने पर आमादा है । प्रदर्शन के बाद बाद सभा को कामरेड धर्मराज महापात्र, बैंक कर्मी नेता शिरीष नलगुंडवार, एल आई सी कर्मी नेता सुरेन्द्र शर्मा, वी एस बघेल, के के साहू, ए तिर्की, सीटू के प्रदीप मिश्रा, ओरिएंटल इंश्योरेंस के आंचलिक सचिव के पी वर्मा, यूनाइटेड इंडिया के श्री पुरोहित, मनीष कुमार, नेशनल इंश्योरेंस के श्री कतलम न्यू इंडिया के पवन अग्रवाल, निकोलस पन्ना ने भी संबोधित किया ।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए बजट में बीमा क्षेत्र में विदेशी पूंजी निवेश की सीमा को 49 प्रतिशत से बढ़ाकर 74 प्रतिशत करने बीमा कानून 1938 में संशोधन और बीमा क्षेत्र में कुछ सुरक्षात्मक उपायों के साथ विदेशी नियंत्रण की घोषणा के साथ ही एल आई सी के आई पी ओ जारी करने के फैसले का तीव्र विरोध करते हुए 18 मार्च को एल आई सी के प्रथम श्रेणी अधिकारी, विकास अधिकारी संगठन के साथ ही सभी श्रेणी के कर्मचारी, अधिकारी एक दिन के हड़ताल पर रहेंगे ।
संगठन के राष्ट्रीय सहसचिव कामरेड महापात्र ने कहा कि निजी बीमा उद्योग में विदेशी पूंजी 49 प्रतिशत की अनुमति के बाद भी कम है । विदेशी पूंजी किसी सूरत में भारत में बीमा उद्योग के वृद्धि के इच्छुक नहीं है उल्टे सरकार के इस कदम से देश के महत्वपूर्ण घरेलू बचत पर ही उनको नियंत्रण में सहयोग करेगा जो देश के हितो के प्रतिकूल है । जबकि हमारे जैसे विकासशील देश के लिए घरेलू बचल पर देश का अधिक नियंत्रण होना चाहिए । देश कें घरेलू बचत पर विदेशी नियंत्रण देश के लिए नुकसानदायक है ।
18 मार्च को मध्य क्षेत्र के रायपुर, भोपाल, शहडोल, सतना, ग्वालियर, जबलपुर, इंदौर, बिलासपुर मंडलों सहित मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के 140 से अधिक स्थानों पर स्थित शाखाओं में भी हड़ताल होगी और प्रदर्शन एवम सभा की जायेगी ।
विभिन्न मुद्दों पर चर्चा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 17 मार्च। कांकेर लोकसभा क्षेत्र के सांसद मोहन मंडावी ने मंगलवार सुबह लगभग 11 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लोकसभा में प्रधानमंत्री दफ्तर में सौजन्य भेंट की।
मोदी ने मानस मर्मज्ञ मंडावी द्वारा किए गए मानस क्षेत्र के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि मानस जन जन को जोडऩे व समरसता का सबसे उत्तम माध्यम है। प्रधानमंत्री ने वनांचल क्षेत्रों में मानस के प्रसार हेतु मंडावी को डटे रहने की सलाह दी।इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ के राजनीतिक हालात पर भी विचार विमर्श किया, जिस पर सांसद ने प्रदेश में बढ़ते अपराध, किसानों के प्रति राज्य सरकार के अन्याय, भ्रष्टाचार व छत्तीसगढ़ में अवैध खनन के साथ साथ राज्य के विभिन्न मुद्दों को विस्तृत ढंग से पी एम मोदी के समक्ष रखा।
कोरोना के बढ़ते संकट को लेकर चिंतित है पीएम-सांसद
सांसद मोहन मंडावी ने दूरभाष के माध्यम से जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना के बढ़ते संकट को लेकर प्रधानमंत्री चिंतित हैं और देश को इस संकट से बाहर निकालने के लिए प्रयासरत हैं। वहीं छत्तीसगढ़ के विषय में भी बारीक से बारीक जानकारी मोदी जी रखते हैं।
सांसद ने आगे बताया कि आने वाले समय में केंद्र की बड़ी योजनाओं के लाभ के संकेत भी प्रधानमंत्री से मिले है जो हम सबके लिए हर्ष का विषय है। मोदीजी से मिलना ही जनता के प्रति अपनी जवाबदारी और ऊर्जा को दुगुना करता है। निश्चित ही उनके नेतृत्व में काम करना मेरा सौभाग्य है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 17 मार्च। भाजपा जिलाध्यक्ष मधुसूदन यादव के नेतृत्व में मंगलवार को भाजपा ग्रामीण मंडल ने धीरी समूह नल-जल योजनांतर्गत आने वाले गांवों में पेयजल व्यवस्था को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
मिली जानकारी के अनुसार धीरी समूह नल-जल योजना अंतर्गत आने वाले 23 गांव को आगामी ग्रीष्म काल में पेयजल की समस्या का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि एनीकट में पानी खत्म हो चुका है तथा मोंगरा बैराज, खरखरा जलाशय से पानी आने की संभावना नहीं है। इस स्थिति में पहले खरखरा जलाशय से पानी छोड़ा जाए, ताकि निस्तारी की व्यवस्था हो सके तथा यथासंभव पेयजल की व्यवस्था हो, मोंगरा बैराज तथा खरखरा जलाशय से पेयजल हेतु पानी तत्काल छोड़ा जाए और यदि पानी पर्याप्त मात्रा में ही पहुंच जाता है, तो लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के पेयजल हेतु तत्काल वैकल्पिक व्यवस्था किया जाए, ताकि गर्मी में इस प्रकार से असुविधा न हों, अन्यथा पानी की समस्या होने पर 23 गांव के ग्रामीणों द्वारा उग्र आंदोलन हेतु बाध्य होंगें।
ज्ञापन सौंपने के दौरान जिला भाजप अध्यक्ष मधुसूदन यादव, कृष्णा तिवारी, मनोज साहू, हेमंत साहू, महेश साहू, जितेंद्र साहू, खिलेश्वर साहू, हेमंत साहू, अजय साहू, जगदेव साहू, चंद्रशेखर बंजारे, खेमदास साहू, पुष्पा उईके, मोती देवांगन, पुष्पा गायकवाड, कमल सोनी जिला भाजपा सोशल मीडिया प्रभारी सहित भाजपा ग्रामीण मंडल के कार्यकर्ता उपस्थित थे।
राजनांदगांव, 17 मार्च। नगर के सामाजिक सुरक्षा पेंशनधारियों की सुविधा को ध्यान में रखते नगर निगम द्वारा पेंशन का भुगतान वार्डों में शिविर लगाकर किया जा रहा है। इसी कड़ी में पेंशन का भुगतान के लिए वार्डों में 18 मार्च से 16 अपै्रल 2021 तक शिविर का आयोजन सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक किया जा रहा है। जिसके तहत 18 मार्च को वार्ड नं. 1 हेतु साहू धर्मशाला बजरंगपुर नवागांव व वार्ड नं. 2 हेतु लोधी भवन, 19 मार्च को वार्ड नं. 4 हेतु पंचायत भवन नया ढाबा, 20 मार्च को वार्ड नं. 3 व 8 हेतु मोतीपुर स्कूल सामुदायिक भवन एवं 22 मार्च को वार्ड नं. 5 हेतु शीतला मंदिर चिखली, वार्ड नं. 6 हेतु चिखली स्कूल व वार्ड नं. 10 हेतु शिव मंदिर शांति नगर में शिविर का आयोजन किया जा रहा है। उक्त जानकारी देते नगर निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने सामाजिक सुरक्षा पेंशनधारियों से वार्डों में आयोजित शिविर में कोरोना वायरस संक्रमण को ध्यान में रखते मास्क लगाकर, सोशल डिस्टेंस का पालन करते उपस्थित होकर लाभ लेने की अपील की है।
शिव जायसवाल
बालोद, 17 मार्च (‘छत्तीसगढ़’)। ब्लॉक के भीमकन्हार गाँव मे अभी से पानी की गंभीर समस्या खड़ी हो रही है। खासतौर से ग्रामीण क्षेत्र में हैंडपंप सूखने लगे हैं। जल स्तर नीचे होने की समस्या अभी से सामने आ रही है।
ग्रामीणों व ग्राम सरपंच की माने तो जल स्तर तेजी से नीचे जा रहा है क्योंकि धान की खेती में पानी की खपत अधिक होती है और इसी का नतीजा है कि ग्रामीण क्षेत्र में अभी से पेयजल की स्थिति बिगडऩे लगी है। जानकारी के अनुसार विकासखण्ड के ग्राम पंचायत भीमकन्हार में 20 हैंडपम्प स्थित है, जिनमें से 16 हैंडपंप बंद हो गए हैं।
जानकारी के अनुसार गाँव में वर्तमान में महज 4 हैंडपंप चालू हालत में है जिसके भरोसे चार हजार आबादी की प्यास नहीं बुझ पा रही है। जिसके चलते ग्रामीणों को एक से डेढ़ किलोमीटर दूर खेत के बोर से पानी लाने की मजबूरी है। सुबह से शाम तक पानी लाने में ही ग्रामीणों का समय बीत जाता है जिससे उनके अन्य काम प्रभावित होते हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि एक ओर जहां हैंडपंप चलना बंद हो गए हैं तो वहीं निजी बोर भी जवाब देने लगे हैं। खेतों के इक्का-दुक्का बोर से लोगों की प्यास बुझ रही है। कई वार्डों में जहां सभी हैंडपंप बंद हो गए हैं वहां तो स्थिति और भी ज्यादा खराब है। ग्रामीणों ने बताया कि अभी से ये हाल है तो पूरी गर्मी में क्या हाल होगा, सोच कर ही घबरा जाते हैं।
सरपंच पोषण लाल साहू का कहना है कि हमने मामले की जानकारी पीएचई विभाग सहित संबंधित अफसरों को दे दिए हैं। मांग कर रहे हैं कि अस्थाई पानी टंकी या टैंकर का इंतजाम हो ताकि अभी तो कम से कम राहत मिले। स्थाई टंकी जब बनेगी तब बनेगी, लेकिन फिलहाल परेशानी हो रही है। इसका समाधान जल्द से जल्द निकाला जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हाल ही में जिला प्रशासन द्वारा पानी की व्यवस्था बनाए रखने के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। वहीं ब्लॉक स्तर पर भी हैंडपंप बंद होने सहित अन्य परेशानी को लेकर सूचना देने के लिए नंबर जारी हुआ है। जिसमें उन्होंने फोन किया है।
ग्रामीण खेत से पानी लाने को मजबूर हैं। कोई भी पीपे से पानी ला रहा है तो कोई पैदल बर्तन से पानी ढो रहे हैं। ग्रामीण यतिन राठौर, अंतू ठाकुर, पप्पू चंद्राकर डोमन आमले, लोकेश ठाकुर ने कहा कि पानी की समस्या अभी से शुरु हो गई है। सुबह से पानी की चिंता रहती है कि आज प्याज कैसे बुझायेंगे। वार्ड के हैंडपंप तो बंद हो गए हैं एक हफ्ते से ये दिक्कत है। शासन प्रशासन को जल्द इस पर ध्यान देना चाहिए।
सरपंच ने बताया कि कलेक्टर से मामले में बात की है कलेक्टर ने कहा है कि कल सर्वे के लिए अधिकारी भेजते हैं देखेंगे क्या व्यवस्था बन सकती है। वैकल्पिक इंतजाम करेंगे ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 17 मार्च। नि:शुल्क चिकित्सा हेतु सहायता देने के लिए 18 मार्च से वार्डों में आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए शिविर का आयोजन किया जा जाएगा। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना व डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना अंतर्गत एसईसीसी एवं उपलब्ध राशन कार्ड प्रकार के आधार पर पात्रानुसार हितग्राहियों को वर्ष में 50 हजार रुपए एवं 5 लाख रुपए तक के नि:शुल्क चिकित्सा हेतु सहायता प्रदान की जा रही है। चिकित्सा सहायता का लाभ दिए जाने शासन निर्देश के अनुक्रम में आयुष्मान कार्ड बनाने कोविड-19 के निर्देशों का पालन करते सुबह 10 से शाम 5 बजे तक वार्डों में शिविर का आयोजन किया जाना है।
नगर निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने बताया कि कल 18 मार्च को वार्ड नं. 1 के लिए साहू धर्मशाला बजरंगपुर नवागांव व वार्ड नं. 2 हेतु लोधी भवन, 19 मार्च को वार्ड नं. 4 हेतु पंचायत भवन नया ढाबा, 20 मार्च को वार्ड नं. 3 व 8 हेतु मोतीपुर स्कूल सामुदायिक भवन एवं 22 मार्च को वार्ड नं. 5 हेतु शीतला मंदिर चिखली, वार्ड नं. 6 हेतु चिखली स्कूल व वार्ड नं. 10 हेतु शिव मंदिर शांति नगर, 23 मार्च को वार्ड नं. 47 हेतु पार्षद कार्यालय मोहारा व वार्ड नं. 51 हेतु सामुदायिक भवन हरदी, 24 मार्च को वार्ड नं. 49 हेतु सार्वजनिक मंच मोहड व वार्ड नं. 50 हेतु सार्वजनिक मंच गौठान सिंगदई, 25 मार्च को वार्ड नं. 42 व 43 हेतु फिरंतीन मंदिर आंगनबाडी राजीव नगर व वार्ड नं. 46 हेतु हनुमान मंदिर बसंतपुर एवं 26 मार्च को वार्ड नं. 7 व 9 हेतु मंगल भवन शंकरपुर व वार्ड नं. 11 ओवरब्रिज के नीचे आंगनबाड़ी में शिविर का आयोजन किया जा रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 17 मार्च। राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने मां महामाया सहकारी शक्कर कारखाना मर्यादित केरता जिला सूरजपुर में हो रहे भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया।
सदन में श्री नेताम ने कहा कि मां महामाया सहकारी शक्कर कारखाना मर्यादित केरता में व्यापक भ्रष्टाचार किया जा रहा है जिसके कारण किसानों को भारी आर्थिक क्षति हो रही है तथा कारखाने को भी चपत लगाया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ के दूसरे शक्कर कारखाने में मोलासीस को 6500/- प्रति टन से लेकर 7000/- प्रति टन के दर से बिक्रय किया गया है वहीं मां महामाया शक्कर कारखाने में बिना निविदा आमंत्रित किए 5500/- की दर से भ्रष्टाचार कर अपने चहेते फर्म को मोलासीस बेच दिया गया है। केंद्र सरकार के द्वारा 33/- किलो की दर से शक्कर बेचने का दर तय किया गया है जिसमें बगैर निविदा के भ्रष्टाचार कर 31/- किलो में शक्कर बेच दिया गया है। बिना वैकेंसी के सैकड़ों नियुक्तियां की गई है और उसमें से ज्यादातर कर्मचारी फैक्टरी में कार्यरत नहीं है और उनका वेतन उनके खाते में जमा किया जा रहा है। गन्ना परिवहन के निविदा में भी व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया है जिसकी जांच कर दोषियों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई किया जाना चाहिए।