छत्तीसगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 मार्च। आर्थिक एवं सांख्यिकी मंत्री अमरजीत भगत ने मंगलवार को मंत्रालय महानदी भवन में आयोजित विभागीय समीक्षा बैठक में अधिकारियों से कहा कि कौशल विकास योजना के तहत छत्तीसगढ़ के युवाओं को जापानी भाषा सिखाया जाए। इसके लिए सभी जिलों के कलेक्टरों को जिम्मेदारी सौंपी जाए। उन्होंने कहा कि इण्डो-जापान फाउंडेशन द्वारा एमओयू किया गया है। जिसका उद्योग विभाग नोडल विभाग है। एमओयू का उद्देश्य कौशल विकास योजना के तहत जापानी भाषा का अध्ययन कराना है, जिससे स्थानीय युवाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार से जोड़ा जा सके। बैठक में राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष श्री अजय सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
मंत्री श्री भगत ने कोविड-19 में प्रवासी मजदूरों के व्यवस्थापन एवं जीविकोपार्जन के लिए विशेष प्रयास किए जाने पर बल दिया। श्री भगत ने इसके लिए विशेष कार्यक्रम तैयार करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सतत विकास लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए विशेष प्रयास करने कहा। उन्होंने कहा कि इसमें नवाचार को शामिल किया जाना चाहिए। मंत्री श्री भगत ने कहा कि नवाचार, एमओयू आदि के कार्यों की समीक्षा हर तीन माह में की जाएगी। बैठक में बताया गया कि वर्ष 2021-22 के बजट में नवाचार के लिए 2 करोड़ रूपए का बजट प्रावधान किया गया है। यूनिसेफ के सहयोग से 17 गोल पर काम किया जा रहा है। राज्य योजना आयोग द्वारा यूएनडीपी के सहयोग से किए जा रहे कार्यों के बारे में बताया कि राज्य के नौ विकासखण्डों का चयन कर लेबर रिसोर्स सेंटर विकसित किया जा रहा है। जिसमें प्रवासी मजदूरों के डाटा संकलन, स्किल मैपिंग तथा स्थानीय उद्योगों के अनुकूल मानव संसाधन तैयार कर उद्योगों से लिंकेज करने का कार्य किया जा रहा है।
राज्य योजना आयोग द्वारा वर्ष 2020-21 में राज्य के विश्वविद्यालयों से एमओयू किया गया है, जिसका मुख्य उद्देश्य राज्य के शैक्षणिक संस्थानों में उपलब्ध मानव संसाधन का उपयोग राज्य के सर्वांगीण विकास में कैसे किया जा सकता है। मंत्री श्री भगत ने इसकी लगातार बैठक कर समीक्षा करने तथा प्रदेश के युवाओं को राज्य की योजनाओं के बारे में जानकारी देने को कहा। सतत विकास लक्ष्य में निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने की समय-सीमा वर्ष 2015 से 2030 तक तय किया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 मार्च। देशभर में घूम-घूम कर बैंक एवं एटीएम मशीन में रकम जमा करने के नाम पर ठगी करने वाला झारखण्ड का एक अंतर्राज्यीय आरोपी यहां रेलवे स्टेशन पास गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने उसके कब्जे से 6 हजार नगद, आधार कार्ड, एटीएम कार्ड, मोबाइल आदि जब्त की है, जांच जारी है।
पुलिस के मुताबिक मौदहापारा पुलिस की टीम बैंक के अंदर व बाहर लगे सीसीटीवी फुटेजों की जांच में लगी थी, तभी एक अज्ञात आरोपी को चिन्हांकित कर मुखबीर लगाया गया। इसी दौरान धनबाद (झारखण्ड) राज कुमार कर (29) यहां रेलवे स्टेशन के पास घूमते हुए पकड़ा गया। पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि वह देश भर में घूम -घूम ठगी की घटनाओं को अंजाम देता है।
उसने पुलिस पूछताछ में यह भी बताया कि उसने यहां जयस्तंभ चौक स्थित भारतीय स्टेट बैंक शाखा में एक महिला सुनीता देवी को अपना शिकार बनाया था। सांकरा धरसींवा की रहने वाली यह महिला 9 नवबर 2020 को अपने पति के बैंक खाता में 93 हजार रूपये जमा करने के लिए यहां जयस्तंभ चौक स्टेट बैंक आई थी। वह बैंक के अंदर पैसा जमा करने के लिए 4 नंबर काउंटर में लाइन लगाकर खड़ी थी, तभी एक व्यक्ति हल्का लाल रंग का शर्ट एवं चेहरे पर रूमाल बांधे उसके पास आकर बोला यहां भीड़ क्यों लगाये हो, पैसा जमा करना है तो चलो बाहर बैंक के एटीएम में पैसा जमा कर देता हूं।
उसने एटीएम रूम में महिला के हाथ में रखे बैंक की पर्ची एवं पैसों को ले लिया। और एटीमए मशीन में जमा करने के नाम से पैसा को मशीन में डालकर कुछ -कुछ करने लगा एवं थोड़ी देर बाद महिला को एटीम पर्ची दिया और बोला कि तुम्हारा पैसा जमा हो गया। महिला ने बैंक की मुहर लगा दो कहा, तो आरोपी बोला-एटीएम पर्ची में मुहर नहीं लगाते। फिर वह अपने घर चली गई। घर में उसने अपने पति को पर्ची को दिखाई, तब पता चला कि यह पैसा दूसरे के खाते में जमा हो गया। उसने फिर इसकी शिकायत मौदहापारा पुलिस में की। पुलिस इसी मामले की जांच में लगी थी, तभी यह अंतर्राज्यीय ठग गिरफ्तार किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 मार्च। प्रदेश में कोरोना का खतरा धीरे-धीरे अब बढऩे लगा है। पिछले 24 घंटे में यहां 856 नए पॉजिटिव सामने आए हैं। वहीं 8 की मौत दर्ज की गई है। एक्टिव साढ़े 4 हजार पार हो गए हैं। सैंपलों की जांच जारी है। स्वास्थ्य अफसरों का कहना है कि कोरोना का खतरा बढ़ता जा रहा है। ऐसे में सडक़ों-बाजारों में मास्क पहनने के साथ सामाजिक दूरी बनाकर रखना बहुत जरूरी है।
प्रदेश के करीब आधा दर्जन जिलों में एक्टिव मरीजों के आंकड़े फिलहाल कम हैं। बुलेटिन के मुताबिक बीती रात रायपुर में 306, दुर्ग में 233, बिलासपुर में 56 नए पॉजिटिव मिले। राजनांदगांव-27, बालोद-6, बेमेतरा-6, कबीरधाम-2, धमतरी-30, बलौदाबाजार-9, महासमुंद-17, गरियाबंद-6, रायगढ़-24, कोरबा-9, जांजगीर-चांपा-10, मुंगेली-7, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही-2, सरगुजा-9, कोरिया-17, सूरजपुर-9, बलरामपुर-8, जशपुर-13, बस्तर-6, कोंडागांव-0, दंतेवाड़ा-1, सुकमा-0, कांकेर-6, नारायणपुर-1, बीजापुर जिले से 0 व अन्य राज्य से 1 मरीज रहे।
पिछले 24 घंटे में मिले इन मरीजों को आसपास कोरोना अस्पतालों में भेजे जा रहे हैं। दूसरी तरफ, उनके संपर्क में आने वालों की जांच की जा रही है, और उन्हें सतर्क किया जा रहा है।
राजस्व की हो रही है हानि
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 मार्च। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि प्रदेश में जब से कांग्रेस सत्ता में आयी है तब से प्रदेश में रेत माफियाओं का राज बढ़ गया है। प्रदेश में आए दिन रेत की अवैध उत्खनन की घटना सामने आ रही है। उन्होंने कहा कि रेत के अवैध उत्खनन के कारण प्रदेश के राजस्व की भारी हानि हो रही है। प्रदेश में चारों तरफ रेत माफियाओं का राज बढ़ता जा रहा है। प्रदेश के रेत खदानों से भी अवैध रूप से उत्खनन होता जा रहा है, लेकिन प्रदेश की कांग्रेस सरकार आंखें मूंदे बैठी है।
साय ने कहा कि प्रदेश में रेत घाटों को ठेका में देने से कोई लाभ नहीं हुआ है बल्कि राजस्व की हानि हुई और साथ ही मंहगे दर पर आम उपभोक्ता रेत खरीदने को मजबूर है। पूरे प्रदेश में यही स्थिति बनी हुई है। खनिज विभाग मौनता इस सवाल को जन्म देता है कि आखिरकार इस विभाग का औचित्य क्या रह गया है? प्रदेश अध्यक्ष साय ने कहा कि प्रदेश में अवैध रेत उत्खनन को लेकर जिस तरह से कार्य हो रहा है पर्यावरण के नियमों की अनदेखी हो रही है। प्रशासनिक स्तर पर केवल औपचारिकता के नाम पर कार्रवाई हो रही है। लगातार मुख्यमंत्री इस बात का भरोसा दिलाते है कि रेत माफियाओं पर कार्रवाई होगी लेकिन कार्रवाई के नाम पर कुछ भी नहीं होता। उन्होंने कहा कि रेत खदानों के समीप बने गड्डों से अप्रिय स्थिति भी निर्मित हुई है और कुछ लोगों की मौतें भी हुई है। लेकिन इन सबके बाद भी प्रशासन के तरफ से कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। 24 घंटे रेत खदानों में रेत का अवैध परिवहन किया जा रहा है। नियम के मुताबिक सूर्यास्त के बाद रेत उत्खनन का कार्य नहीं किया जाना चाहिए।
साय ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इंद्रावती से लेकर महानदी तक खारून नदी से लेकर शिवनाथ नदी सहित छत्तीसगढ़ के सारे नदियों के पर अवैध रेत तस्करों के कब्जे में है और सरकार की इस पूरे कार्य को पूरा समर्थन है। पूरे प्रदेश में अवैध रेत तस्करी को रोकने व भवन निर्माण के लिए आम उपभोक्ताओं को दस्ते दर पर रेत उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश की कांग्रेस सरकार को ठोस कदम उठाना चाहिए और रेत तस्करी में लगे असमाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 मार्च। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने रायपुर के शास्त्री चौक स्थित आयोग कार्यालय में महिलाओ से संबंधित प्रकरणों की सुनवाई की। सुनवाई के दौरान बुजुर्ग माता-पिता और छोटे भाई के परिवार को घर से बाहर निकालने का प्रकरण सामने आया।
मकान का भूमि स्वामित्व बुजुर्ग दंपति के नाम पर है जिसमें उसके बड़े पुत्र श्याम सुन्दर और उसकी पत्नी ने कब्जे में रखकर माता-पिता और भाई को घर से निकाल दिया है। सीनियर सिटीजन से इस तरह का व्यवहार घरेलू हिंसा की श्रेणी में आता है। ऐसी परिस्थिति में बुजुर्गो को मकान का कब्जा देने के साथ अनावेदक की पत्नी द्वारा अनावेदक के पिता और उनके परिवार में किसी भी तरह का बुरा व्यवहार नहीं करने के निर्देश दिए गए। इस पूरे प्रकरण में अधिवक्ता द्वय भूपेन्द्र जैन, शमीम रहमान को कमिश्नर नियुक्त किया गया। थाना प्रभारी गोल बाजार को निर्देशित किया गया कि दोनों पक्षकारों को शांतिपूर्वक ढंग से उनके हिस्से में निवास हेतु उचित समझाइश दें और अनावेदक इसमें दखलांदाजी करने पर उचित कार्यवाही करें।
इसी तरह एक अन्य प्रकरण में आवेदिका ने बताया कि उनके पति ने दूसरा विवाह कर लिया है। तीनों बच्चों को भी सुपरवाइजर दूसरी महिला के पास रख दिया है। पति द्वारा किसी भी तरह का भरण-पोषण नहीं दिया जा रहा है। इस पर अनावेदक ने पत्नी द्वारा मनगढ़त बातें कहना बताया। अनावेदक के पुत्र से टेलीफोन पर बात करने से स्पष्ट हुआ कि अनावेदक शासकीय पद पर होते हुये बिना पत्नी को तलाक दिये अवैध रिश्ते में है और अपने बच्चों को भी दूसरी महिला के साथ रख रहा है। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए अध्यक्ष ने अनावेदक को आगामी तिथि में अपने तीनों बच्चों, मां और सुपरवाइजर के साथ उपस्थित रहने कहा अन्यथा उसके और सुपरवाइजर महिला के खिलाफ विभागीय जाँच की अनुशंसा की कार्यवाही की जायेगी।
एक अन्य प्रकरण में आवेदिका ने उपस्थित होकर अपना आवेदन वापस लेना चाहा, इस पर आवेदिका को विस्तार से सुना गया और आवेदिका को समझाइश दिया गया कि पति, बेटा, बहू के बात पर आकर प्रकरण वापस लेना गलत है। परिवार में उनके सम्मान में कभी भी कमी आने की दशा में या पति, बेटा, बहू के प्रताडि़त किये जाने की दशा में दोबारा महिला आयोग आकर कार्यवाही के लिए आवेदन प्रस्तुत किया जा सकता है। आवेदिका के निवेदन पर आयोग ने निर्देश दिया कि उनकी के बेटी के घर आने-जाने पर परिवार के अन्य लोगों द्वारा पाबंदी नहीं लगाई जाए। ऐसा नहीं करने पर उनके पति, बेटा, बहू पर भविष्य में कार्यवाही की जा सकती है। इस आदेश के साथ प्रकरण नस्तीबद्ध किया गया।
एक अन्य प्रकरण में अनावेदक ने दिसम्बर में दिये गये निर्देशों का पालन नहीं करते हुए शादी का सभी सामान और गहने अभी तक वापस नहीं किया गया। इसी स्थिति में संबंधित थाने से संपर्क कर उभय पक्ष को समय सूचित करने और आवेदिका का सामान वापस कराने दिलाने कहा गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 17 मार्च। छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी द्वारा बिजली बिल का भुगतान नहीं करने वाले उपभोक्ताओं से बकाया राजस्व वसूली के लिए संयुक्त अभियान चलाया जा रहा है।
इसी परिप्रेक्ष्य में डोंगरगांव संभाग स्तर पर गठित अधिकारियों की संयुक्त टीमों द्वारा मजियापार, हिद्दड़, पेंदाकोड़ो, छुरिया, गोटाटोला, बांधाटोला, डोंगरीटोला, साल्हेटोला, रानाटोला, खडग़ांव, ककईपार, परसाटोला, मटेवा, भर्रीटोला, भावसा, चवेला, दिघवाड़ी, एटेगर्दा, डोकला, कहडबरी, कुमरदा, कोकपुर, खुज्जी, डोंगरगांव शहर एवं ग्रामीण में बकाया वसूली अभियान चलाकर 101 बकायादार उपभोक्ताओं से 4 लाख 10 हजार रुपए की बकाया राशि वसूल की गई है। साथ ही बकाया राशि भुगतान नहीं करने वाले 51 उपभोक्ताओं के विद्युत कनेक्शन भी विच्छेदित किए गए। विभाग के मैदानी अधिकारियों ने उपभोक्ताओं से लंबित देयकों का अविलंब भुगतान करने का आह्वान किया।
डोंगरगांव संभाग के कार्यपालन अभियंता बीरबल कुमार उइके ने बताया कि स्थानीय स्तर पर गठित सहायक एवं कनिष्ठ अभियंताओं की टीमों ने 8 उपभोक्ताओं को बिजली चोरी करते हुए पकड़े जाने पर विद्युत अधिनियम 2003 की धारा 135 के तहत कार्रवाई की गई। इस संयुक्त कार्रवाई के दौरान मौके पर 12 उपभोक्ताओं द्वारा प्रयोजन परिवर्तन के लिए आवेदन प्रस्तुत किए गए, जिस पर त्वरित कार्रवाई की गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 17 मार्च। जनसंपर्क विभाग द्वारा छुरिया के ग्राम चिचोला में सूखा झूरानदी के किनारे राम मंदिर के पास मंगलवार को साप्ताहिक बाजार में फोटो प्रदर्शनी सह सूचना शिविर लगाई गई। प्रदर्शनी में बड़ी संख्या में बाजार करने आए नागरिकों ने शासन की योजनाओं की जानकारी ली। जनसंपर्क विभाग द्वारा शिविर में मासिक पत्रिका जनमन एवं अन्य प्रचार सामग्री लोगों को वितरित किया गया।
ग्राम लालूडोला के किसान सुखीराम सिदार ने कहा कि यह हमारे जमाने में नहीं होता था, अब समय बदल गया है और शासन खुद चलकर हम लोगों को योजनाओं की जानकारी देने आई है। यह समय शासन एवं जनसमुदाय के लिए एक सुनहरा पल साबित होगा। प्रदर्शनी लोगों के लिए जागरूकता का अभियान के रूप में चिचोला ग्रामवासियों के लिए आई और लाभकारी है। चिचोला निवासी अलखराम सिंह ने बताया कि यह प्रदर्शनी लोक मड़ई में भी देखी और जनमन भी प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि जनमन पढऩे के बाद उन्हें शासन की योजनाओं की जानकारी हुई। चिचोला निवासी काशीराम कोड़ा ने कहा कि मैं पढ़ नहीं सकता और मुझे आंखों से दिखाई भी नहीं देती है। घर में बच्चे पढक़र शासन की योजनाओं की जानकारी देंगे। उन्होंने शासन के योजना के तहत अपनी इलाज के लिए स्वास्थ्य संबंधी योजना की जानकारी ली। विभाग द्वारा बताया गया कि डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत वे अपना इलाज करा सकते है। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर 104 में संपर्क कर सकते हैं।
हायर सेकंडरी विद्यालय चिचोला के कक्षा 11वीं की विद्यार्थी भुनेश्वरी, राधिका, सरस्वती, दामिनी और तपेश्वर कवर, केजुराम साहू ने फोटो प्रदर्शनी का अवलोकन किया और प्रचार सामग्री प्राप्त की। फोटो प्रदर्शनी में दाई दीदी क्लीनिक योजना के बारे में जानकारी लेते कहा कि यह महिलाओं के लिए बहुत ही अच्छी योजना है, जो उन्हें नि:शुल्क उपचार एवं बीमारियों के प्रति जागरूक करती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कवर्धा, 17 मार्च। कबीरधाम जिले में इस बार सभी अधिकारी और कर्मचारी भोरमदेव हर्बल गुलाल से होली खेंलेगे। इस भोरमदेव हर्बल गुलाल को कबीरधाम जिले की महिला स्वसहायता समूह ने अलग-अलग आकर्षक रंगों में तैयार किया है। इस समूह ने कल कलेक्टर कार्यालय और जिला पंचायत कार्यालय में अपनी विक्रय के लिए भोरमदेव हर्बल गुलाल की दुकान भी लगाई है। कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा, जिला पंचायत सीईओ विजय दयाराम के. और डिएफओ दिलराज प्रभाकर सहित समस्त अधिकारियों ने नगद राशि भुगतान कर भोरमदेव हर्बल गुलाल की पैकेट खरीदा है।
कलेक्टर श्री शर्मा ने जिले के सभी अधिकारी और कर्मचारियों को हर्बल गुलाल का बढ़ावा देते हुए गुलाल खरीदी के लिए कहा है। महिला स्व सहायता समूह की सदस्य ने बताया कि आज एक दिन में लगभग 8 हजार रूपए का हर्बल गुलाल की बिक्री हुई है। इस दौरान डिप्टी कलेक्टर संदीप ठाकुर, डिप्टी कलेक्टर अनिल कुमार सिदार, इंद्रजीत बर्मन, एसडीएम विनय सोनी, प्रकाश टंडन, दिलेराम डाहिरे, विनय कश्यप, रेखा चंद्रा सहित समस्त अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
कबीरधाम जिले के विकासखण्ड बोड़ला के ग्राम राजानवागांव के जय गंगा मईया महिला स्व.सहायता समूह द्वारा होली त्योहार को देखते हुए हर्बल गुलाल तैयार किया गया है। यह गुलाल हल्दी, गेंदा, गुलाब, चुकून्दर, अनार जैसे प्राकृतिक पुष्प एवं फलों के रस से बने है। यह पूर्णत: जैविक होने के साथ-साथ यह स्वास्थ्य और त्वाचा के लिए लाभकारी है। जय गंगा मईया समूह के सदस्यों ने बताया कि इस गुलाल का स्वास्थ्य पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है और साथ में त्वचा को यह ठंडक प्रदान करता है।
केमीकल युक्त गुलालों के विपरित यह हर्बल गुलाल त्वचा एवं बालों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाता है और आंखो में जलन होने से बचाता है। विगत कई दिनों से समूह कि महिलाएं फूल आदि इक_ा कर इसे तैयार करने के कार्य में लगी थी जो अब बाजार के लिए तैयार है। अलग-अलग आकर्षक रंगों में उपलब्ध हर्बल गुलाल 250, 300 ग्राम के पैकेट में उपलब्ध है जिसमें 100-100 ग्राम के तीन अलग-अलग रंगों में उपलब्ध हैं जिसमें लाल, पीला, हरा जैसे आकर्षक रंगों के हर्बल गुलाल समूह ने तैयार किया है। इस समूह ने एक दिन में लगभग 8 हजार के गुलाब बेच लिया है।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत कबीरधाम विजय दयाराम के. ने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के तहत समूह का गठन किया गया है। समूह द्वारा हर्बल गुलाल विभिन्न फूलों एवं फलो के रस से तैयार किया जा रहा है। इन फूल एवं फलों की आपूर्ति बाबा भोरमदेव के मंदिर एवं नवधा रामायण के आयोजनों में चढऩे वाले फूलो से हो रहा जय मां गंगा मईया महिला स्व सहायता समूह में 10 सदस्य कार्य कर रहे है और इन्होंने अब तक 75 किलो हर्बल गुलाल बना लिया है। विगत कई दिनों से हर्बल गुलाल बनाने का काम किया जा रहा था जो अब अंतिम रूप में तैयार होकर जिले के 3 स्थानों में विक्रय के लिए उपलब्ध है। कलेक्ट्रेट परिसर, जिला पंचायत परिसर मे विक्रय करने के लिए समूह की महिलाओ ने अपना स्टॉल लगाया है। जिला पंचायत एवं कलेक्ट्रेट में इस गुलाल को लोगों ने खूब पसंद किया और पहले दिन ही लगभग 8 हजार रूपए से अधिक कि बिक्री हो गयी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 17 मार्च। कलेक्टर टीके वर्मा की अध्यक्षता में विभिन्न शासकीय विभाग, महाविद्यालय एवं नव गठित जिला कौशल विकास प्राधिकरण (जिला स्किल कमेटी) के सदस्यों की बैठक गत् दिनों आयोजित की गई। बैठक में जिला स्किल कमेटी के सदस्यों को मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना एवं प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना से संबंधित जानकारी दी गई। साथ ही दोनों योजनाओं के लक्ष्य निर्धारण तथा प्रधानमंत्री कौशल केन्द्र राजनांदगांव के लक्ष्य एवं प्रशिक्षण पर चर्चा की गई। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना अंतर्गत आरपीएल के संचालन के लिए विभिन्न विभागों से पत्राचार के माध्यम से सूची प्राप्त कर हितग्राहियों का चिन्हांकन कर उन्हें लाभान्वित कर प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा। इसके लिए सदस्यों द्वारा सुझाव के रूप में, गांव के कार्य कुशल व्यक्तियों का चिन्हांकन कर उन्हें उसी कोर्स में लाभान्वित करने के लिए कहा गया।
बैठक में जिला पंचायत सीईओ अजीत वसंत, नोडल अधिकारी डिप्टी कलेक्टर राहुल रजक, सहायक संचालक जिला कौषल विकास प्राधिकरण नितिन हिरवानी, सहायक परियोजना अधिकारी, लाईवलीहुड कॉलेज राजनांदगांव देवेन्द्र कुमार, श्रम पदाधिकारी श्रम विभाग, उप संचालक जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र राजनांदगांव, महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, जिला अग्रणी (लीड) बैंक मैनेजर अजय कुमार त्रिपाठी एवं अन्य अधिकारीगण तथा जिला स्किल कमेटी के सदस्य यथा अध्यक्ष राजनांदगांव इंडस्ट्रीज एसोशियेशन संतोष जैन, व्याख्याता कन्या पॉलीटेक्नीक राजनांदगांव इंदुलता साहू, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी राजनांदगांव बीबी देवांगन, प्राचार्य आईटीआई डोंगरगढ़ मोहनलाल बंजारे, सरपंच ग्राम पंचायत घुमका फूलमती वर्मा, जनपद सदस्य छुरिया हेमलता बंजारे, पंच भनसुला डेरहाराम मेश्राम, पंच गोटाटोला रामाधिन यादव, हैदर डोंगरगढ़ एडवीन, पार्षद, नगर पंचायत छुरिया मुकेश कुंजाम, पार्षद नगर पंचायत छुरिया सुनील लारोकर, पार्षद नगर पंचायत डोंगरगांव पुष्पदेवी रोषन यदु, पार्षद नगर पंचायत डोंगरगांव रूखमणी साहू उपस्थित थी।
राजनांदगांव, 17 मार्च। जिला सैनिक कल्याण कार्यालय राजनांदगांव द्वारा 10 मार्च को कार्यालय परिसर में ‘प्रोजेक्ट पिटठ्’ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में कलेक्टर टीके वर्मा मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर कलेक्टर वर्मा ने उपस्थित जरूरतमंद भूतपूर्व सैनिकों को 1000 रुपए की खाद्य सामग्री एवं एक आश्रित को आर्थिक सहायता 8 हजार 700 रुपए प्रदान की। प्रोजेक्ट पिटठ् कार्यक्रम में प्रदेश के भूतपूर्व सैनिक जिनकी आयु 65 वर्ष से अधिक है ।
एवं नान पेंशनर तथा पेनुरी अनुदान प्राप्त करने वाले भूतपूर्व सैनिकों के अंतर्गत आते हैं, उन्हें सपोर्ट अवर हीरोज द्वारा प्रति माह 1000 रुपए की खाद्य सामग्री का वितरण किया जाता है। कार्यक्रम में 45 भूतपूर्व सैनिक एवं उनके आश्रित उपस्थित रहे। कार्यक्रम में कैप्टन (आईएन) जिला सैनिक कल्याण अधिकारी अनिल चन्द्रा पोखरियाल (से.नि.) एवं कल्याण संयोजक अविनाश चंद्र पंत उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 17 मार्च। दुर्ग जिले के पाटन ब्लॉक के बठेना गांव में एक ही गांव के 5 लोगों कथित हत्या के मामले को लेकर भाजपा ने प्रदेशव्यापी आंदोलन के तहत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का पुतला फूंका। बुधवार को राजनंादगांव समेत समूचे जिले में भाजपाईयों ने पुतला फूंकते हुए बठेना घटना में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने को लेकर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया। स्थानीय मानव मंदिर चौक में भाजपाईयों ने मुख्यमंत्री का पुतला फूंका। इस दौरान पुलिस भी मौके पर मौजूद थी। पुतला दहन के दौरान पुलिस जवानों और भाजपाईयों के बीच झूमा झटकी की स्थिति बनी रही।
भाजपा जिलाध्यक्ष मधुसूदन यादव ने कहा कि आज भाजपा पूरे प्रदेश में प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का पुतला दहन कर रहे हैं। आज जिले के सभी 20 मंडलों में पुतला दहन का कार्यक्रम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि गत् दिनों भूपेश बघेल के पाटन विधानसभा के ग्राम बठेना में एक ही परिवार के 5 लोगों की या तो हत्या की गई है या आत्महत्या की है। उनका सुसाईड नोट भी है। सुसाईड को आज तक सार्वजनिक नहीं किया गया है। रामबृज गायकड़वाड़ उनकी पत्नी, एक पुत्र और दो पुत्रियां ऐसे 5 लोगों की या तो हत्या हुई है या आत्महत्या किया। यदि आत्महत्या हुई है तो किन कारणों से की है उसकी आज तक कोई जांच नहीं हुई। वहीं हत्या हुई है तो उसमें कौन लोग संलिप्त है उसकी आज तक पहचान नहीं हुई है। सुसाईड नोट में क्या है ये प्रदेश की जनता को जानना चाहिए कि आखिर मुख्यमंत्री के क्षेत्र में लोग सुरक्षित नहीं है तो पूरे प्रदेश में लोगों की क्या स्थिति होगी इसकी सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है। इसका विरोध करते हुए भाजपा ने आज जिलेभर में 20 स्थानों पर पुतला दहन का कार्यक्रम किया है।
स्थानीय मानव मंदिर चौक में पुतला दहन के दौरान मधुसूदन यादव, किशुन यदु, मधु बैद, विष्णु अग्रवाल, सौरभ कोठारी, शरद सिन्हा, आलोक श्रोती, रमेश पटेल, आकाश चोपड़ा, देवशरण सेन, राजू वर्मा, ऋषि चौधरी समेत अन्य भाजपा कार्यकर्ता शामिल थे।
हिस्टोपैथोलॉजिकल जांच से हुआ खुलासा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
उदयपुर,17 मार्च। हिस्टोपैथोलॉजिकल जांच से मौत के कारण का पता चला और पुलिस ने पिता की हत्या के आरोप में बेटे को घटना के 10 माह बाद गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। ज्ञात हो कि हिस्टोपैथोलॉजिकल जांच से शरीर के अंदरुनी हिस्से के चोट का भी पता चल जाता है और मौत के सही कारणों की जानकारी मिल जाती है।
पुलिस के अनुसार थाना क्षेत्र के ग्राम रामनगर में 12 मई 2020 को मंगलाराम (45 वर्ष) अपनी पत्नी प्रमिला जो कि उसकी दूसरी पत्नी है, से आपस में झगड़ा विवाद कर रहे थे। इसी दौरान बड़ा बेटा मनीनाथ जो कि पहली पत्नी का पुत्र है, गुस्से में घर से डंडा लेकर आया और अपने पिता को पेट व पीठ में मारा और तबीयत खराब होने पर अपने पिता को सीएचसी उदयपुर में दाखिल कराया, वहां से जिला चिकित्सालय अंबिकापुर इलाज हेतु रेफर किया गया। इलाज के दौरान 15 मई 2020 को मंगलाराम की मृत्यु अंबिकापुर में हो गई थी।
आरोपी पुत्र द्वारा पिता को भैंस मारा है, बोलकर इलाज कराया जा रहा था। अंबिकापुर अस्पताल से पंचनामा के पश्चात डायरी उदयपुर थाना में आने पर मर्ग जांच किया गया। मृतक का हिस्टोपैथोलॉजिकल जांच कराया गया, जिसमें भोथरे हथियार से चोट आना लेख होने पर प्रकरण में धारा 302 का अपराध कायम कर ग्रामीणों और परिजनों के द्वारा मृतक के पुत्र मनीनाथ के द्वारा मारपीट करने की बात बताए जाने पर मनीनाथ को 15 मार्च को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
पानी के लिए दो स्थानों पर उत्खनन
राजनांदगांव, 17 मार्च। कलेक्टर टीके वर्मा ने मंगलवार को आयोजित साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक में कहा कि गर्मी के दिनों में पेयजल की समस्या को देखते इस पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि शिवनाथ नदी में जल स्तर कम होने से राजनांदगांव के ग्राम सोमनी, फरहद, खुटेली, मनकी, सुंदरा सहित कुल 24 गांव में पेयजल एवं निस्तारी की समस्या आई है। उन्होंने कहा कि इन ग्रामों में पानी की समस्या को देखते खरखरा जलाशय से पानी छोडऩे बालोद कलेक्टर से चर्चा की गई है। उन्होंने इस समस्या के समाधान के लिए लोक लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता को निर्देशित किया।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता एसएन पांडे ने कलेक्टर को बताया कि मोंगरा जलाशय से पानी छोड़ा गया है, लेकिन अभी तक राजनांदगांव नहीं पहुंचा है और तीन-चार दिनों में ईरा तक पहुंचेगा। उन्होंने बताया कि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा ईरा के निकट एक गहरा नलकूप 650 फीट उत्खनन किया जा रहा है। वहीं आज ही और एक गहरा नलकूप 1000 फीट का ईरा ग्राम में उत्खनन किया जाएगा। इसके अतिरिक्त नदी के अंदर ग्रेवल पैक्ड नलकूप दो दिनों के भीतर उत्खनन किया जाएगा। इन नलकूपों में से किसी भी नलकूप में यदि अच्छा पानी निकलता है तो उसे धीरी योजना में जोड़ा जाएगा।
मास्क न लगाने पर कार्रवाई के निर्देश
कलेक्टर वर्मा ने कहा कि गर्मी में लू से सावधानी रखने की जरूरत है। सभी एसडीएम, तहसीलदार तथा स्वास्थ्य विभाग इसके लिए सतर्क रहें। लू से बचने दोपहर में घर से बाहर न निकले, अधिक मात्रा में पानी पीये। कलेक्टर ने कहा कि जिले में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते कहा कि सभी चौक-चौराहों में जिला स्तरीय अधिकारी मास्क नहीं लगाने वालों पर चालानी कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के साथ दुर्ग और रायपुर में लगातार कोविड-19 के केस बढ़ रहे हैं, इसलिए अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। महाराष्ट्र से बस से आने वाले यात्रियों के नामों की सूची बनाने के लिए कहा।
78 स्थानों पर टीकाकरण की सुविधा
उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन में लक्ष्य के अनुरूप वैक्सीनेशन होनी चाहिए। जिले में 78 स्थानों पर टीकाकरण की सुविधा दी गई है। वहीं राजनांदगांव में 15 प्राईवेट हॉस्पिटल में टीकाकरण किया जा रहा है। कलेक्टर ने कहा कोरोना के कारण अन्य शासकीय कार्यों की गति कम नहीं होनी चाहिए। विभागों को कार्य दिया गया है वे समय पर पूरा करें। इसके लिए अधिक मेहनत करने की जरूरत है। उन्होंने गोधन न्याय योजना की समीक्षा करते कहा कि गौठानों में लगातार गोबर खरीदी होनी चाहिए। इसके साथ ही वर्मी कम्पोस्ट के निर्माण में तेजी लाकर इसके विक्रय और निराकरण का कार्य करें। कलेक्टर ने वर्षा ऋतु में पौधरोपण के लक्ष्य को पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
जगदलपुर, 16 मार्च। छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरवा एवं बाड़ी के अन्तर्गत बस्तर जिले में वर्ष 2021 के ग्रीष्मकालीन अवधि में नरवा योजना में किये जाने वाले कार्यों को लेकर पंचायतों में एक जन आंदोलन रूप देने एवं इन पंचायतों के बीच नरवा विकास हेतु पंचायतों के बीच झोडी जतन प्रतियोगिता का आयोजन 17 मार्च से 30 मई 2021 तक किया जा रहा है।
पंचायतों को अत्यधिक पानी रोकने एवं रोके हुए पानी को दूसरी फसल हेतु खेतों तक पहुंचाना इस प्रतिस्पर्धा का प्रमुख आयाम है। झोडी (नाला) जतन प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य बस्तर जिला आदिवासी संस्कृति एवं प्राकृतिक संपदा से परिपूर्ण है। बस्तर जिले में सालाना 140 से.मी. की वर्षा होती है, बस्तरिया अपने आजीविका के लिये कृषि एवं वनोपज पर आश्रित है। अधिकांश कृषक वर्षा आधारित कृषि ही करते हैं, एवं खरीफ फसल के दौरान धान ही मुख्य फसल है। खरीफ फसल के पश्चात् वनोपज संग्रहण करना आजीविका का मुख्य साधन है, किन्तु वनोपज संग्रहण पर्याप्त रोजगार नहीं दिला पाता है, जिसके फलस्वरूप खरीफ फसल के पश्चात् युवा अन्य जगहों में पलायन करने के लिये मजबूर है। बस्तर में दूसरी फसल के क्षेत्र को बढ़ावा देने से आजीविका के अवसर बढ़ सकते हैं, जिससे पलायन पर रोक लगाया जा सकता है। इस संदर्भ में छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा. गरूवा, घुरवा एवं बाड़ी एक अस्त्र की तरह है। इस दिशा में बस्तर जिला प्रशासन द्वारा वर्ष 2021 ग्रीष्मकालीन अवकाश में नरवा योजना को जन आंदोलन का रूप देकर पंचायतों के बीच प्रतिस्पर्धा करने का निर्णय लिया गया है।
प्रशासन द्वारा जिले के सातों विकासखण्डों में 66 नालों का चयन किया गया है जिनकी कुल लम्बाई राजस्व क्षेत्र में 488.45 कि.मी एवं चयनित नरवा का कैचमेंट एरिया राजस्व क्षेत्र में एक लाख 30 हजार हेक्टेयर है। उक्त 66 नालों पर पडऩे वाले 166 पंचायतों के बीच इस अभियान के अंतर्गत प्रतिस्पर्धा होगी। इस दिशा में पानी रोकने एवं उचित उपयोग करने के लिये अलग-अलग विभागों का समन्वय एवं अभिसरण किया जा रहा है। नरवा योजना का कार्य प्रमुख रूप से महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के माध्यम से लागू होगा। इस कार्यक्रम में पंचायतों के बीच प्रतिस्पर्धा होने के कारण पंचायत प्रतिनिधि एवं ग्राम पंचायत सचिव, मुख्य भूमिका निभा सकेंगे। जन भागीदारी को बढ़ावा देने के लिये जिले के स्व-सहायता समूह की मातृशक्तियों एवं युवोदय के सदस्यों का उपयोग किया जावेगा। इसके अतिरिक्त तकनीकि योगदान देने के लिये ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के इंजीनियर एवं कृषि विभाग के कर्मचारी एवं अधिकारी शामिल रहेंगे। इस अभियान के अंतर्गत पंचायतों में नये जल संरक्षण कार्य के साथ-साथ पुराने जल संरक्षण अधो-संरचना का पुर्नद्धार भी किया जा सकता है इस हेतु पंचायत में पूर्व में निर्मित सरंचना का आकलन कर जानकारी देने होगी। इसमें ग्राम पंचायत, मनरेगा, सिंचाई विभाग, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, कृषि विभाग, एनआरएलएम, उद्यानिकी विभाग और युवोदय के स्वयं सेवक की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।
जगदलपुर, 16 मार्च । मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कोरोना के तीसरे लहर के रोकथाम के लिए किए जाने वाले उपाय, गर्मी के दौरान होने वाली पानी की किल्लत के समाधान, गोधन न्याय योजना, वृक्षारोपण की तैयारी, नए स्वीकृत स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के संचालन की तैयारी, नरवा योजनाओं की प्रगति, वर्षा जल संचयन और कस्टम मिलिंग हेतु धान के उठाव की समीक्षा की।
श्री जैन ने कोरोना के बढ़ते हुए मामलों को देखकर कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने और मास्क नहीं लगाने वालों पर दो-दो सौ रुपए जुर्माने की कार्यवाही के निर्देश दिए। उन्होंने स्वास्थ्य कर्मी, प्रथम पंक्ति के कोरोना वारियर्स, 60 वर्ष से अधिक के बुजुर्ग और 45 वर्ष से अधिक के मरीजों के टीकाकरण में तेजी लाने के निर्देश दिए। बस्तर कलेक्टर श्री बंसल ने कोरोना पर रोकथाम के लिए अतिरिक्त सतर्कता बरतने तथा अंतर्राज्यीय सीमाओं पर कोरोना की जांच में तेजी लाने की बात कही।
मुख्य सचिव श्री जैन ने आगामी बोर्ड परीक्षाओं में शारीरिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए परीक्षार्थियों को पर्याप्त दूरी पर बिठाने, सामाजिक समारोहों में कम से कम लोगों की उपस्थिति सुनिश्चित करने और त्यौहारों के समय कोरोना प्रोटोकाल का पालन सुनिश्चत करने के निर्देश दिए।
आगामी गर्मी के दौरान लोगों को पेयजल और निस्तारी जल की समस्याओं से निजात पहुंचाने के लिए आवश्यक तैयारी सुनिश्चित करने के निर्देश मुख्य सचिव श्री जैन ने दिए। उन्होंने सभी खराब हैण्डपंपों की तत्काल मरम्मत सुनिश्चित करने के साथ ही पेयजल स्त्रोतों की साफ-सफाई और शुद्धिकरण के लिए क्लोराईजेशन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्रामवार जल उपलब्धता की जानकारी एकत्रित करने और जलस्त्रातों के संरक्षण के संबंध में भी निर्देश दिए। नगरीय क्षेत्रों में भी पेयजल की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने अप्रैल और मई में लू चलने की संभावनाओं को देखते हुए आवश्यक सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। निर्माण क्षेत्र, यातायात पुलिस और वरिष्ठजनों के लू के चपेट में आने की संभावनाओं को देखते हुए सभी आवश्यक तैयारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से लू से बचने के लिए प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। मुख्य सचिव ने श्रम विभाग, पशुधन विकास विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, नगरीय विकास विभाग, पर्यटन विभाग, एवं शिक्षा विभाग सहित संबंधित विभागों के माध्यम से लू से बचने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित करने तथा ओआरएस घोल की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने गोधन न्याय योजना की समीक्षा के दौरान सभी गोठानों को स्वावलंबी बनाने के लिए तेजी से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने वर्मी कम्पोस्ट बनाने वाली स्वसहायता समूहों की सदस्यों के आर्थिक लाभ के लिए भुगतान तत्परतापूर्वक सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने गोठानों में विभिन्न प्रकार के रोजगारमूलक गतिविधियां संचालित करने के निर्देश दिए।
वर्षा ऋतु के प्रारंभ के साथ ही शुरु होने वाली वृक्षारोपण के लिए अभी से आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने वृक्षारोपण के लिए स्थान का चयन करने के साथ ही वृक्षारोपण के बाद पौधों की सुरक्षा के लिए भी सभी आवश्यक तैयारियां करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वन भूमि, निजी भूमि, शिक्षा विभाग की भूमि सहित सडक़ एवं नदी किनारे वृक्षारोपण किया जाना है। उन्होंने राम वन गमन पथ सहित सभी सडक़ों के किनारे वृक्षारोपण को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। उन्होंने इन वृक्षों के लंबे समय तक सुरक्षा की बात भी कही। इस दौरान जगदलपुर के वीडियो कांफ्रेंसिंग कक्ष में वन मंडलाधिकारी सुश्री स्टायलो मंडावी, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी कैलाश कोड़ोपी सहित संबंधित विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे।
जगदलपुर, 16 मार्च। कलेक्टर रजत बंसल और पुलिस अधीक्षक दीपक झा ने शहर के ऐतिहासिक दलपत सागर के सफाई अभियान तथा परिसर क्षेत्र में किए जा रहे विकास कार्यों का जायजा मंगलवार की सुबह लिया। निर्माण कार्यों को जल्द पूर्ण कर मनोरंजन केन्द्र के रूप विकसित करने के निर्देश आयुक्त नगर निगम को दिए। इस अवसर पर एसडीएम जगदलपुर जीआर मरकाम, आयुक्त नगर निगम प्रेम पटेल, डीएसपी ठाकुर सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे। इस अवसर राष्ट्रीय सेवा योजना के तहत् बच्चों ने सफाई अभियान को सफल बनाने के लिए अधिकारियों के प्रेरित किए।
जगदलपुर, 16 मार्च। तृतीय लिंग समुदाय के कौशल विकास हेतु टाउन हाल में काउंसिलिंग की गई। काउंसलिंग में डिप्टी डायरेक्टर समाज कल्याण लेवाली मडवार, रेखा पारिया जेतना से, शरद चंद्र गौड़ सहायक संचालक कौशल विकास, काउंसलर कविता ठाकुर, ममता सिंह एवं तृतीय लिंग समुदाय की 20 महिलाओं ने भाग लिया। इनका चयन कंप्यूटर, सिलाई, बेसन डिजाइन, अचार पापड़ निर्माण हेतु किया गया।
जगदलपुर, 16 मार्च। आज शहर के प्रवीर चंद्र भंजदेव वार्ड क्रमांक 1 के प्राथमिक शाला कोहकापाल में भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे आयुष्मान कार्ड योजनांतर्गत शिविर लगाकर वार्डवासियों के लिए आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है। इस कार्ड के माध्यम से प्रत्येक व्यक्ति हेतु 50,000 से 5,00,000 व विशेष परिस्थिति में 20 लाख तक का मुफ्त इलाज का इस आयुष्मान कार्ड के माध्यम से किया जा सकता है। इस शिविर का आयोजन आने वाले कुछ दिनों तक निरंतर जारी रहेगा।
इस शिविर की जानकारी देते हुए वार्ड के पार्षद महेंद्र पटेल ने बताया कि यह शिविर सुबह 9 बजे से प्रारंभ हुई जिसमें आज 100 से अधिक लोगो का आयुष्मान कार्ड बनाया गया। साथ ही वार्ड के पार्षद ने वार्डवासियों से अपील भी की है कि ज्यादा से ज्यादा वार्डवासी इस योजना का लाभ ले।
जगदलपुर,16 मार्च। बस्तर अधिकार मुक्तिमोर्चा के मुख्य संयोजक नवनीत चांद के मार्गदर्शन व ग्रामीण जिला संयोजक भरत कश्यप व शहर जिला संयोजक शोभा गंगोत्री के संयुक्त नेतृत्व में मुक्ति मोर्चा का दल हड़तालकर्मियों के बीच पहुंच उनकी मांगों का समर्थन किया।
मुक्ति मोर्चा के मुख्य संयोजक नवनीत चांद ने कहा कि राज्य की सरकार व उनके पार्टियों के द्वारा पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान उनके नेता प्रतिपक्ष व आज हमारे पंचायत मंत्री द्वारा चुनाव के दौरान घोषणा पत्र में सभी से संवाद कर तैयार किया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि ,राज्य के सभी अनियमित कर्मचारियों को नियमित किया जाएगा? व समान काम समान वेतन दिया जायेगा। इस तारतम्य में साक्षर भारत कार्यक्रम के अंतर्गत जिला व विकास खण्ड कार्यक्रम समन्वयकों एवं 16 हजार 8 सौ दो प्रेरकों को कहा था कि राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने पर दूसरे विभागों में योग्यता के आधार पर नियुक्ति हेतु आवश्यक उपाय किएजायेंगे। साथ ही विभागों में रिक्त पदों पर नियुक्ति के समय भी प्रेरकों कार्यक्रम के समन्वयकों को प्राथमिक्ता दी जाएगी। यह लिखित बयान व सरकार के वादे सरकार में आने के बाद भी, ढाई वर्ष बीत जाने के पश्चात भी, वास्तविक रूप से शासन द्वारा सरकारी भर्तियों व वित्तीय पदोन्नति में लागू नहीं करना, इस बात का परिचायक है कि राज्य सरकार के द्वारा जनता के समक्ष चुनाव के दौरान घोषणा पत्र में किए गए सभी वादे हवा-हवाई है। इसका जमीनी धरातल से कोई सरोकार नहीं।
मुक्ति मोर्चा के जिला संयोजक भरत कश्यप शहर संयोजक शोभा गंगोत्री ने संयुक्त रूप से कहा कि वह हड़ताल कर्मियों के विरोध प्रदर्शन में कंधे से कंधे मिलाकर संयुक्त रूप से संघर्ष करने उनके साथ है। व आगामी समय में बस्तर की संपूर्ण जनता को राज्य सरकार की वादाखिलाफी के खिलाफ जागरूक करने का अभियान शहर से गांव तक चलाया जाएगा।
इस कार्यक्रम में एकता रानी, सुनिता दास, संगीता सरकार, सुमिती दास, निलाम्बर सेठिया, रामेश्वर बघेल, शैलेंद्र वर्मा,मीना कौर, चंदा खुदराम, जयश्री विश्वकर्मा, मीना केशवानी,लक्ष्मी विश्वकर्मा, विकास मांझी आदि मोर्चा सदस्य व प्रेरकों संघ के पदाधिकारी एवं सदस्य उपस्थित थे।
भानपुरी,16 मार्च। भानपुरी के मुख्य चौक में युवा मोर्चा ने पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया। स्व. बलीराम कश्यप चिकित्सा महाविद्यालय सह अस्पताल डिमरापाल का नाम परिवर्तन कर स्व. महेंद्र कर्मा के नाम पर करने सांसद दीपक बैज के प्रस्ताव पर भूपेश सरकार ने नाम परिवर्तन का अनुशंसा सह अस्पताल को भेजा है, जिसके विरोध में आज विशाल विरोध प्रदर्शन कर सीएम भूपेश बघेल व सांसद दीपक बैज का पुतला दहन किया।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने कहा कि बस्तर के सर्वांगीण विकास में सब-कुछ समर्पित करने वाले पुरोधा जन-जन के नेता स्व.बलीराम कश्यप का अपमान हम नही सहेंगे। इसका हम पुरजोर विरोध करते हैं। इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष संतोष बघेल ,वरिष्ठ भाजपा तरुण चोपड़ा,विजय तिवारी , जिला पंचायत सदस्य निर्देश दीवान ,दिलीप पाणिग्राही ,हरदेव बघेल ,संपत कश्यप, रघुनाथ कश्यप ,किसन सेन,असगर खान,जगबंधु सेठिया ,राधाकृष्ण पाणिग्राही, प्रवीण सांखला ,उमाकांत कश्यप, गणेश सेठिया, बुधुराम कश्यप, शेख़ सिद्धिकी,टिंगल राम,फक़़ीर,खुलेश्वर कश्यप, कश्यप, शेख सिराजुद्दीन,शब्बु खान,कुंदन बघेल,गुलाब बघेल, भारतीय जनता युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष तुलसुराम कश्यप, युवा मोर्चा कार्यकर्ता बबलू बघेल,लच्छिन बघेल,हरबधु बघेल,महेश कश्यप, रमेश दीवान,गौरव कश्यप,रामप्रसाद मौर्य,ताकेश पटेल,ओमप्रकाश कश्यप,मुकेश दीवान,साधु राम बघेल,हीरालाल कश्यप,घस्सू राम मौर्य, मुन्ना मौर्य, घनश्याम पाणिग्राही, तुला पटेल,भवानी सोनी,भकचंद कश्यप, श्याम सुंदर दीवान,पवन बैध,शिबू साह, बरातू बघेल,सुदरू कश्यप, मदन सेठिया,ओम प्रकाश कश्यप,संयतु कोर्राम,रमेश कश्यप, जदु बघेल,लेबो बैध, पिंकू ध्रुव,लक्ष्मी सिन्हा, दिनेश ठाकुर भारी संख्या में कार्यकर्ता शामिल रहे।
जगदलपुर, 16 मार्च । गोठानों में गोधन न्याय योजना के तहत खरीदी गई गोबर से वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाने में महिला स्व-सहायता समूहों को जोडक़र रोजगार के अवसर देना है। ग्रामीण क्षेत्रों के विकास कार्यों और गोठानों से संबंधित निर्माण कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उक्त बातें कलेक्टर रजत बंसल ने मंगलवार को जिला कार्यालय के प्रेरणा हॉल में आयोजित जिला पंचायत के विभिन्न शाखाओं की समीक्षा बैठक में कही।
बैठक में कलेक्टर ने मनरेगा, मॉडल गौठान, गोधन न्याय योजना, स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना, एनआरएलएम, कठा लगाऊ बुटा, धान चबूतरा निर्माण, नवीन ग्राम पंचायत भवनों का निर्माण, नरवा जतन सहित अन्य विकास कार्यो की समीक्षा किए। समीक्षा के दौरान कलेक्टर श्री बंसल ने कार्यो के प्रति लापरवाही बरतने के लिए चार तकनीकी सहायक और दो एसडीओ को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश अति. मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कोडोपी को दिए। बैठक में कलेक्टर ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत धार्मिक स्थल और पर्यटन स्थलों में शौचालय की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। साथ ही शौचालय का उपयोग करने वालों से यूजर चार्ज भी लेने कहा।
कलेक्टर श्री बंसल ने प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के कार्यो की प्रगति जनपद वार समीक्षा कर हितग्राहीवार निर्माण कार्यो में प्रगति लाने के निर्देश दिए। कठा लगाऊ बुटा के तहत किए गए वृक्षारोपण में पौधों का संरक्षण और सुरक्षा के लिए आवश्यक कार्यवाही कर अधिक से अधिक पौधों को बचाने के निर्देश दिए। उन्होंने नवीन ग्राम पंचायत भवनों के निर्माण कार्यो में प्रगति लाने कहा। बैठक में 17 मार्च से प्रारंभ हो रही नरवा (झोडी) जतन प्रतियोगिता के संबंध में चर्चा किया गया। वर्मी टैंक निर्माण कार्य प्रगति का गौठानवार समीक्षा कर वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाने के कार्यो में प्रगति लाने कहा गया।
पारम्परिक रीति-रिवाजों के साथ देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना
आस्था के साथ कोण्डागांव का वार्षिक मेला सम्पन्न
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 16 मार्च। आज आस्था एवं परम्परा के अनूठे संगम के साथ कोण्डागांव का वार्षिक मेला सम्पन्न हो गया।
ज्ञात हो कि कोरोना संक्रमण के चलते प्रथम बार मेले अवधि को जिला प्रशासन द्वारा सीमित करते हुए एक दिवसीय कर दिया गया, अन्यथा मेला पूरे छह दिवस तक आयोजित किया जाता रहा है। मेला एक दिवसीय होने के कारण ग्रामीणों की भीड़ भी पूर्व वर्षों की अपेक्षा कम रही, फिर भी इस मेले में आसपास के ग्रामों से आए ग्रामीणों एवं उनके देवी-देवताओं के हुजुम ने आस्था और संस्कृति के विभिन्न रंग को फीका पडऩे नहीं दिया और लोगों के द्वारा भीगे चावलों एवं पुष्प-पंखुडिय़ों की वर्षा के साथ देवी-देवताओं की अगुवानी की गई।
धार्मिक आयोजन और लोक संस्कृति का प्रतीक है कोण्डागांव का मेला
कोण्डागांव के वार्षिक मेले में धार्मिक आयोजन के साथ-साथ लोक संस्कृति का अनूठा मेलमिलाप देखने को मिलता है क्योंकि मड़ई यहां मात्र मनोरंजन का आयोजन नहीं है बल्कि इसके माध्यम से क्षेत्र के निवासी अपने आराध्य देवी-देवताओं का पूरे विधि-विधान, पूजा-अर्चना के साथ अपनी धार्मिक सद्भावना प्रदर्शित करते है। इस वर्ष भी कोण्डागांव के वार्षिक मेले में जिले के आस पास के ग्रामों जैसे पलारी, भीरागांव, बनजुगानी, भेलवापदर, फरसगांव, कोपाबेड़ा, डोंगरीपारा के ग्रामीण देवी देवता, माटीपुजारी, गांयता सम्मिलित हुए। जहां आराध्य मां दन्तेश्वरी के अलावा विभिन्न समुदायो के देवी देवताओं जैसे सियान देव, चैरासी देव, बुढाराव, जरही मावली, गपा-गोसीन, देश मात्रा देवी, सेदंरी माता, दुलारदई, कुरलादई, परदेसीन, रेवागढ़ी, परमेश्वरी, राजाराव, झूलना राव, आंगा, कलार बुढ़ा, हिंगलाजीन माता, बाघा बसीन देवताओ की पूरे धार्मिक विधि-विधान ढ़ोल नगाड़े, माहरी, तोड़ी, मांदर एंव शंख ध्वनि के साथ भव्य पूजा अर्चना सम्पन्न की गई।
इस क्रम में देवी-देवताओं को मेला स्थल पर लाये जाने के पश्चात मुख्य पुजारियों एवं सिरहाओ द्वारा नगर के प्रमुख अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि गणों की अगुवानी की गई। सम्पूर्ण मेला स्थल की परिक्रमा भी परम्परागत दैवीय अनुष्ठान का एक प्रमुख अंग माना जाता है। इस क्रम में सर्वप्रथम ग्राम पलारी से आई हुई माता डोली एवं लाट द्वारा सर्वप्रथम पूरी भव्यता के साथ भ्रमण किया गया। तत्पश्चात उनके पीछे-पीछे अन्य ग्रामों के देवी देवताओ एंव ग्रामों की डोलियां ने उनका अनुसरण करते हुए परिक्रमा किया, इनके साथ ही छतर एवं डंगई लाट धरे हुए उनके भक्तगण भी साथ चल रहे थे। इस दौरान पांरम्परिक आस्था के प्रतीक स्वरूप इन लाटो को काले, लाल झंडियो एंव फूलो से सजाया गया था और पूरा बाजार स्थल ढ़ोल, मोहरियों, मांदर की धुन से गुंजायमान था।
इस अवसर पर क्षेत्र के विधायक मोहन मरकाम, देवचंद मातलाम, कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा, एसपी सिद्धार्थ तिवारी, द्वारा पुरी आस्था और श्रद्धा के साथ ग्राम देवी देवताओं की माता गुड़ी स्थल में पूजा अर्चना करके परंपराओं का निर्वहन किया गया।
इसके पूर्व ग्रामीणों ने पूराने विश्राम गृह से जन प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों को गाजेबाजे के साथ मेला स्थल में लाया गया, इस मौके पर एसडीएम बीआर धु्रव, डिप्टी कलेक्टर गौतम पाटिल, सीएमओ सूरज सिदार एवं अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
जगदलपुर, 16 मार्च । जिला मुख्यालय तहसील, विकासखण्ड मुख्यालय में शासकीय भूमि पर हो रहे अतिक्रमण के विरूद्ध अभियान के माध्यम से कार्यवाही करने के निर्देश कलेक्टर रजत बंसल ने दिए। उक्त निर्देश कलेक्टर श्री बंसल ने जिला कार्यालय के प्रेरणा सभाकक्ष में आयोजित समय-सीमा की बैठक में समय-सीमा के प्रकरणों पर चर्चा के दौरान दिए। उन्होंने बैठक में आंगनबाड़ी केन्द्रों में जनपद के माध्यम से वजन मशीन देने के संबंध आवश्यक कार्यवाही कर जल्द उपलब्ध करने के निर्देश दिए और आंगनबाड़ी केन्द्रों में शौचालय मरम्मत कार्य की जांच महिला एवं बाल विकास अधिकारी को करने को कहा गया। इस अवसर पर अपर कलेक्टर अरविंद एक्का सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में सीएमएचओ को कबाड़ में तब्दील हुई संजीवनी वाहनों की अपलेखन की कार्यवाही जल्द करने के साथ ही प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र छिंदगुर, कोलेंग, और सामुदायिक केन्द्र दरभा में आवश्यक संसाधनों को पूर्ति करने के निर्देश दिए। साथ ही महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी को आगामी वित्तीय वर्ष में सुपोषण अभियान के लिए बच्चों को दिए जाने खाद्यान के संबंध में कार्ययोजना तैयार करने और विकासखण्डवार पोषण पुर्नवास केन्द्रों में कुपोषित बच्चों की भर्ती करवाने के निर्देश दिए।
प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ विकास प्राधिकरण के सडक़ों का निर्माण कार्यो से संबंधित समय-सीमा के प्रकरणों को जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए और शासन को भेजे प्रस्ताव पर वरिष्ठ अधिकारियों से सम्पर्क कर आगे की कार्यवाही हेतु प्रयास करने कहा गया। रेखाघाटी क्षेत्र में सडक़ निर्माण कार्य को जल्द पूर्ण करवाने के निर्देश दिए। साथ ही आदिवासी विकास विभाग के डिपाजिट कार्य के ठेकेदार से निर्माण कार्यो को जल्द पूर्ण करवाने कहा।
कठा लगाऊ बुठा के तहत् सडक़ किनारे वृक्षारोपण के तहत पौधों के संरक्षण के कार्य में प्रगति हेतु बस्तर, बकावण्ड जनपद क्षेत्र को विशेष प्रयास करने निर्देश दिए। जिले में 10 स्थानों पर महिला स्व-सहायता समूहों के माध्यम से पेवर ब्लॉक मशीन देकर ईंठा निर्माण के लिए कार्य योजना पर चर्चा किया गया। ग्रामीण यांत्रिकी सेवा द्वारा निर्माण की जा रही शासकीय उचित मूल्य के दूकानों, शासकीय कर्मचारियों हेतु आवास निर्माण और टाइपदर से कावापाल तक सडक़ निर्माण कार्य को इसी वित्तीय वर्ष में पूर्ण करने कहा गया। जगदलपुर शहर में किराए के भवन में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों के लिए शासकीय जमीन पर संचालित करने हेतु एसडीएम, आयुक्त नगर निगम को जमीन का चिन्हांकन करने कहा गया। इसके अलावा बैठक में मनरेगा अन्तर्गत अनुमोदन कार्यो का विभागवार आगामी वित्तीय वर्ष कार्ययोजना बनाने के संबंध में चर्चा किया गया।
प्रदेशवासियों की खुशहाली और सुख-समृद्धि की कामना
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दन्तेवाड़ा, 16 मार्च। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने एक दिवसीय दन्तेवाड़ा प्रवास पर बस्तर की आराध्य देवी माँ दन्तेश्वरी की पूजा-अर्चना कर प्रदेश की जनता की खुशहाली और सुख-समृद्धि की कामना की। इस दौरान विधायक दंतेवाड़ा देवती महेंद्र कर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष तूलिका कर्मा, पूर्व अध्यक्ष दीपक कर्मा,उपाध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य वनौषधि पादप बोर्ड छबिंद्र कर्मा, कमिश्नर बस्तर जी.आर. चुरेन्द्र, आईजी पी. सुन्दरराज, कलेक्टर दीपक सोनी एवं पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव मौजूद थे।
24 मार्च तक जमा करना होगा चेकबुक
जगदलपुर, 16 मार्च । राज्य शासन ने सरकारी बिल जमा करने की एक समय सीमा निर्धारित की है। कोषालयों तथा उप कोषालयों में वित्तीय वर्ष 2020-21 के बजट से संबंधित देयक स्वीकार करने के संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं। इसके तहत समस्त विभागों के लिए वर्ष 2020-21 से संबंधित समस्त देयक कोषालय तथा उप कोषालयों में प्राप्त होने की अंतिम तिथि 25 मार्च निर्धारित की गई है।
समस्त कोषालय अधिकारी 25 मार्च तक प्राप्त समस्त देयकों का निराकरण 31 मार्च तक किया जाना सुनिश्चित करेंगे। मंत्रालय महानदी भवन स्थित वित्त विभाग से अध्यक्ष राजस्व मंडल बिलासपुर, समस्त संभागीय आयुक्त, विभागध्यक्ष, कलेक्टर और कोषालय तथा उप कोषालय अधिकारियों को इस आशय का पत्र जारी कर शत-प्रतिशत पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके तहत सभी विभागों द्वारा अंतिम तिथि के पश्चात् वित्त विभाग की अनुमति से 30 मार्च तक ही देयक कोषालय तथा उप कोषालयों में जमा किए जा सकेंगे।
25 मार्च तक कोषालय द्वारा स्वीकार किए गए देयकों पर ली गई आपत्तियों के नियमानुसार निराकरण कर प्रस्तुत किए जाने वाले देयकों पर भी यह प्रतिबंध लागू होगा। वित्त विभाग द्वारा 25 मार्च के पश्चात् यदि कोई सहमति अथवा स्वीकृति जारी की गई है तो उन प्रकरणों पर यह प्रतिबंध लागू नहीं होगा। इनमें भारत सरकार से प्राप्त राशि से संबंधित देयकों तथा विधायकों के स्वत्वों से संबंधित देयकों पर भी यह प्रतिबंध लागू नहीं होगा। राजभवन सचिवालय, विधानसभा सचिवालय तथा मुख्यमंत्री सचिवालय के अधीन गठित प्रकोष्ठ, प्राधिकरण, मुख्यमंत्री सचिवालय तथा निवास कार्यालय से संबंधित प्राप्त देयकों और उच्च न्यायालय तथा अधीनस्थ न्यायालयों से संबंधित देयकों पर भी यह प्रतिबंध लागू नहीं होगा।
राज्य शासन द्वारा निर्माण कार्यों से संबंधित समस्त आहरण एवं संवितरण अधिकारियों को अपना चेक बुक 24 मार्च को शाम 5 बजे तक कोषालय अधिकारी के पास जमा करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही उपयोग किए गए और निरंक चेक का विवरण भी मांगा गया है। राज्य शासन द्वारा कहा गया है कि जनहित या प्रशासन के हित में अनिवार्य एवं अपरिहार्य प्रकरणों में 25 मार्च को जिलाध्यक्ष के समक्ष पूर्ण प्रकरण व विषयवस्तु औचित्य सहित प्रस्तुत कर भुगतान संबंधी आदेश प्राप्त किया जा सकता है। ऐसे सभी आदेशों की प्रति संकलित कर वित्त विभाग को अनिवार्यत: उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।
25 मार्च से वित्तीय वर्ष की समाप्ति तक उपरोक्त निर्देशित प्रक्रिया के अनुसार जिलाध्यक्ष से स्वीकृति प्राप्त प्रकरणों में चेक काटने हेतु कोषालय अधिकारी संबंधित चेक आहरण एवं संवितरण अधिकारी को चेक बुक उपलब्ध करायेगें जिस पर संबंधित आहरण एवं संवितरण अधिकारी के हस्ताक्षर एवं कोषालय अधिकारी द्वारा प्रतिहस्ताक्षर किया जाएगा। वित्तीय वर्ष के लेन-देन की समाप्ति के पश्चात आहरण एवं संवितरण अधिकारी की अभिस्वीकृति लेकर चेक बुक वापस किया जा सकेगा।