बस्तर

44 की जगह है केवल 11 स्टॉफ नर्स
27-Aug-2021 9:11 PM
 44 की जगह है केवल 11 स्टॉफ नर्स

  संख्या बढ़ाने मेकाज ने बस्तर कलेक्टर को लिखा पत्र   

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

जगदलपुर, 27 अगस्त। संभाग के सबसे बड़े मेडिकल कॉलेज के एसएनसीयू, एनआईसीयू में स्टाफ की कमी के चलते नवजात के साथ ही उनके परिजनों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, जिसका सबसे बड़ा कारण है कि मेकाज का एसएनसीयू 36 बिस्तरों का है, जिसके लिए पर्याप्त स्टाफ भी नहीं है। स्टाफ की बढ़ोत्तरी को लेकर मेकाज ने बस्तर कलेक्टर को पत्र लिखा है, लेकिन अब तक इस ओर किसी भी तरह से कोई पहल नहीं किया गया है।

पत्र में बताया गया है कि शिशु रोग विभाग जिसमे एनआईसीयू व एसएनसीयू में स्टॉफ नर्स की लगातार कमी बनी हुई है, शिशु स्वास्थ्य संचनालय  छत्तीसगढ़ के मानदण्ड के अनुसार 36 बिस्तर वाले एसएनसीयू के लिए न्यूनतम 33 स्टॉफ नर्स की  होना जरूरी है, जबकि एनएबीएच के मानदण्ड के अनुसार एनआईसीयू/ इन्टेसिव केयर में वेटीलेटेड मरीजों के लिए एक शिफ्ट में 01:01 स्टॉफ एवं नॉन वेटीलेटेड मरीजों के लिए 01:03 स्टॉफ होना जरूरी है। जिसके अनुसार  एनआईसीयू / एसएनसीयू में जहां एक समय में अनुमानित 5 मरीज वेंटीलेटर में रहते हैं, वहां पर न्यूनतम 42 स्टॉफ नर्स की होना काफी जरूरी है। इसमें छुट्टी में जाने वाले स्टॉफ नर्स को जोड़ा भी नहीं गया है।

 देखा जाए तो वर्तमान में मेकाज में संचालित होने वाले एसएनसीयू  में केवल 11 स्टॉफ नर्स कार्यरत है, जिसकी वजह से एसएनसीयू  के काम पूरी तरह से नहीं हो पा रहे हैं। वहीं दैनिक कार्य भी पूरे करने में कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। जिससे नवजात के जन्म - मृत्यु दर बढऩे के काफी आसार हैं।

इस मामले को लेकर अस्पताल प्रबंधन एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को इस संबंध में कई बार पत्र व्यवहार भी किया जा चुका है। किन्तु आज पर्यन्त तक इस ओर किसी भी प्रकार से समस्या पर कोई भी कार्यवाही नहीं हुई है।

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