रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 18 जनवरी। यूनियन बैंक द्वारा नया रायपुर के विकास के लिया गया कर्ज न पटाने के कारण एनआरडीए की संपत्ति अटैच की जा रही है। यह खबर सोमवार को ‘छत्तीसगढ़’ ने प्रमुखता से प्रकाशित की थी। इसे लेकर राजनीति तेज हो गई है। भाजपा नेताओं ने इसे सरकार की नाकामी बताते हुए तंज कसा है।
पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने ट्वीट कर कहा कि यह गर्त में जाता कांग्रेस का छत्तीसगढ़ मॉडल है। बैंक आज नया रायपुर की सरकारी संपत्ति को कब्जे में ले रहा है। कल विधानसभा, मंत्रालय, चौंक-चौराहों के साथ छत्तीसगढ़ की महतारी भी गिरवी में चली जाएगी। पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने भी सीएम को टैग कर ट्वीट किया कि जो सरकार 14 करोड़ के डिफाल्टर मेडिकल कॉलेज की संपत्ति 175 करोड़ में अधिग्रहण कर सकती है। वो अपने ही एक विभाग एनआरडीए को एनपीए होने से नहीं बचा पाई।
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि सरकार पूरी तरह से बदहाल हो चुकी है। पहले से ही 51 हजार करोड़ का कर्जा ले चुकी है। अब कर्ज चुकाने के लिए कर्ज लेने की तैयारी है। इसी तरह से विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि इस साल आने वाला नया बजट में कुल राशि का आधा कर्ज का होगा। तीन सालों में सरकार के पास इसके अलावा कोई दूसरी उपलब्धि नहीं है।