रायपुर

पीएचडी करने के लिए अब पोस्ट ग्रेजुएशन की जरूरत नहीं, यूजीसी ने किया नियमों में बदलाव
30-Apr-2024 6:57 PM
पीएचडी करने के लिए अब पोस्ट ग्रेजुएशन की जरूरत नहीं, यूजीसी ने किया नियमों में बदलाव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायपुर, 30 अप्रैल। नए नियमों के तहत यूजीसी ने कुछ शर्तें भी तय की हैं. चार साला यूजी कोर्स पूरा करने वाले या आठ सेमेस्टर पूरे कर ग्रेजुएशन की डिग्री लेने वाले छात्र इस नए सिस्टम में पात्र माने जाएंगे।

 पीएचडी करने के लिए अब पोस्ट ग्रेजुएशन की जरूरत नहीं, यूजीसी ने किया नियमों में बदलाव पीएचडी करने के लिए अब पोस्ट ग्रेजुएशन करने की जरूरत नहीं रही. अब चार साल ग्रेजुएशन डिग्री वाले छात्र भी सीधे पीएचडी कर सकेंगे. अगर उनके पास 75त्न कुल अंक या समकक्ष ग्रेड है, तो ऐसे ग्रेजुएशन डिग्री वाले छात्र पीएचडी करने के पात्र होंगे. इसके साथ ही नेशनल पात्रता परीक्षा-नेट में भी चार सालों की डिग्री वाले छात्र शामिल हो सकते हैं. यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन यानी यूजीसी ने ये महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं।

जूनियर रिसर्च फैलो यानी जेआरएफ़ के साथ या उसके बिना पीएचडी करने के लिए कैंडिडेट्स को चार सालों के ग्रेजुएशन कोर्स में मिनिमम 75 परसेन्ट या इसके समकक्ष ग्रेड की जरूरत होगी. अभी तक के नियम के मुताबिक, नेट में शामिल होने के लिए अभ्यर्थी की 55 प्रतिशत मार्क्स के साथ पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री की जरूरत होती थी. मगर अब चार सालों की स्नातक डिग्री वाले छात्र भी नेट की परीक्षा में शामिल हो सकते हैं और सीधे पीएचडी भी कर सकते हैं. इसके लिए सब्जेक्ट का भी दायरा नहीं है. अभ्यर्थी किसी भी विषय में पीएचडी कर सकता है. भले ही उसने ग्रेजुएशन किसी भी विषय में किया हो.

नए नियम के साथ कुछ शर्तें भी

नए नियमों के तहत यूजीसी ने कुछ शर्तें भी तय की हैं. चार साला यूजी कोर्स पूरा करने वाले या आठ सेमेस्टर पूरे कर ग्रेजुएशन की डिग्री लेने वाले छात्र इस नए सिस्टम में पात्र माने जाएंगे. हालांकि इसके लिए 75 प्रतिशत मार्क्स हासिल करने की शर्त है और जहां मार्क्स की बजाए ग्रेड का सिस्टम है, वहां से पास आउट अभ्यर्थियों का ग्रेड 75 प्रतिशत अंकों के बराबर होना चाहिए. आरक्षण के पात्र अभ्यर्थियों को यहां अंकों के मामले में छूट दी जा सकती है. नियमों में बदलाव करने के बाद यूजीसी नेट के लिए रजिस्ट्रेशन का प्रोसेस शुरू हो गया है. जहां रजिस्ट्रेशन की आखिरी तारीख 10 मई है, वहीं 12 मई तक एप्लीकेशन फीस जमा करवाई जा सकती है।

माशिमं का हेल्पलाइन 1 से

छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल,  हेल्पलाईन टोल फ्री नंबर 18002334363 पर 1 मई से शुरू कर रहा है।

परीक्षा परिणाम के पूर्व विद्यार्थियों के मन में परीक्षा परिणाम के भय से होने वाले तनाव का प्रबंधन तथा विषय व कैरियर चयन एवं पुनर्मूल्यांकन/पुनर्गणना संबंधी मार्गदर्शन और जानकारी दी जाएगी। इस हेल्पलाइन में  15 मई तक मनोवैज्ञानिक / मनोचिकित्सक / कैरियर काउन्सलर, मण्डल के अधिकारी/सहायक प्राध्यापक के सहयोग से उपसचिव जे0के0 अग्रवाल के मार्गदर्शन में एवं हेल्पलाईन समन्वयक डॉ0 प्रदीप कुमार 6 तक संचालित की जायेगी। हेल्पलाईन दो पालियों में सुबह 10:30 से 01: 30 तक एवं दोपहर 2 बजे तक कार्य करेगा।

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