सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर,2 फरवरी। खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने केंद्रीय बजट को निराशाजनक बताया है। उन्होंने कहा कि इस बजट में सैन्य सुरक्षा पर ध्यान नहीं दिया गया और रोजगार के वादे भी अधूरे रह गए। आरोप लगाते हुए कहा है कि खास कर छत्तीसगढ़ राज्य को इस बजट से बहुत उम्मीदें थी, किंतु केंद्र ने राज्य के साथ सौतेला व्यवहार किया। इस बजट में हमारे राज्य या हमारी जनता के लिए कुछ है ही नहीं।
उन्होंने बताया कि राज्य बीते कई समय से रेलवे और हवाई कार्गो के विस्तार की मांग करता रहा है, मगर इसे नजर अंदाज किया गया। देश सहित हमारे राज्य में किसान और मध्यम वर्गीय परिवार की संख्या ज्यादा है, किंतु इस बजट में इन वर्गों को ही नजर अंदाज कर दिया गया। बजट में कमी, रक्षा बजट में कमी, गरीबों की जेब में पैसा नहीं, बेरोजगारों के लिए रोडमैप नहीं, देश पर कर्ज में बेतहाशा वृद्धि, वित्तीय घाटा बेलगाम, सभी तरह के निवेश में कमी, वहीं कोरोना काल के समय से देश में बढ़ती बेरोजगारी से निराश युवाओं में असंतोष का माहौल है। युवा इस बजट से बेहद उम्मीदें लगाए बैठे थे।
बजट महंगाई बढ़ाने और उद्योगपतियों की जेब भरने वाला एवं आम आदमी, किसान, मजदूर की जेब खाली करने वाला बजट है। पिछले 7 साल में केन्द्र सरकार का राजकोषीय घाटा दोगुना हो गया है, इस बजट के बाद ये घाटा और बढऩे वाला है। बजट में किसान, आम आदमी, गरीब, महिलाओं एवं वंचित वर्ग के लिए कोई विशेष प्रावधान नहीं हैं।
श्री भगत ने कहा कि बजट में रोजगार के लिए नए आंकडेट पेश किए गए हैं, परन्तु इसकी कोई वास्तविक कार्य योजना नहीं बनाई गई है।