सरगुजा
अंचल ओझा द्वारा लिखित पुस्तक लफ्ज मेरे दिल का विमोचन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर,3 फरवरी। कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा प्रायोजित जन शिक्षण संस्थान सरगुजा के सभागार में प्रबंधक मंडल बोर्ड (बीओएम) की बैठक 3 फरवरी को आयोजित की गई । इस बैठक के एजेंडे में जे.एस.एस योजना पर वर्तमान गतिविधियों पर चर्चा की गई, साथ ही कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई), नई दिल्ली के कौशल विकास कार्यक्रमों के विकास पर चर्चा एवं योजनाओं पर चर्चा के साथ चलाए गए सफल प्रशिक्षण, स्किल हब के अंतर्गत चलाए जा रहे घरेलू डेटा एंट्री ऑपरेटर ट्रेनिंग पर चर्चा भी की गई।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में चंद्रिका विश्वकर्मा प्राचार्या गवर्नमेंट पालीटेक्निक अंबिकापुर उपस्थित रहीं। साथ ही गिरीश गुप्ता प्राचार्य लाईवली हूड कॉलेज अंबिकापुर, जन शिक्षण संस्थान सरगुजा के चेयरमैन, डॉक्टर संजय गुहा डी.ई.ओ. अंबिकापुर, सहायक संचालक ललित पटेल, एम सिद्दीकी निदेशक जन शिक्षण संस्थान सरगुजा,अंचल ओझा अध्यक्ष सरगुजा साइंस ग्रुप अंबिकापुर, मुकेश अग्रवाल प्रदेश उपाध्यक्ष की उपस्थिति रहीं।
स्वागत प्रतिवेदन प्रस्तुत कर एम सिद्दीकी ने कहा कि युवा वर्ग को सीधे उत्पादकता से जोडऩे के लिए उन्हें क्षेत्र विशेष में प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है। इसके बिना उत्पादकता संबंधी किसी योजना की सफलता संभव नहीं है।
चंद्रिका विश्वकर्मा ने बताया कि कौशल विकास को केंद्र सरकार ने भी मिशन के तौर पर लिया है। इससे सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी से निजात मिल सकती है। साथ ही जन शिक्षण संस्थान सरगुजा को स्किल हब के अंतर्गत प्राप्त हुए ट्रेनिंग के लिए बधाई भी दी गई। साथ ही मत्स्य पालन, बांस से बनने वाले सामान, वन उत्पाद समेत खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में राज्य में अपार संभावनाएं हैं। इससे संबंधित प्रशिक्षण और उद्योग राज्य के विकास में मददगार साबित होंगे।
गिरीश गुप्ता ने बताया कि आज सीखना चाहने वाला भिन्न किस्म की शिक्षा प्राप्त कर सकता है क्योंकि सूचनाओं की भरमार है। साथ ही अंचल ओझा द्वारा लिखित पुस्तक लफ्ज़ मेरे दिल के एवं नीरज वर्मा द्वारा लिखित पुस्तक कहानी पत्थर का भी विमोचन किया गया।
इस प्रकार कार्यक्रम में नीरज वर्मा वरिष्ठ साहित्यकार, रेणु पांडेय साथ ही अंबिकापुर के सभी विकासखंड से ब्लॉक परियोजना अधिकारी की उपस्थिति रहीं।