रायपुर
![छत्तीसगढ़ में धान खरीदी का रिकार्ड टूटा, 17 लाख टन चावल भी जमा छत्तीसगढ़ में धान खरीदी का रिकार्ड टूटा, 17 लाख टन चावल भी जमा](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1644322685m-dhan-khari-me.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 8 फरवरी। राज्य सरकार ने इस साल राज्य में किसानों से समर्थन मूल्य पर 97 लाख 97 हजार 122 टन धान की खरीदी कर अपने पिछले साल के रिकार्ड को ब्रेक करते हुए एक नया रिकार्ड कायम किया है। राज्य में बीते साल 92 लाख टन धान की खरीदी हुई थी। इस साल राज्य में एक दिसम्बर खरीदी शुरू की थी, जो सोमवार को खत्म हो गई। इस साल 21,77,283 किसानों ने समर्थन मूल्य पर अपना धान बेचा है, जो बीते वर्ष धान बेचने वाले 20,53,600 किसानों की संख्या से 1,23,683 अधिक है।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सतत निगरानी के चलते बारदाना संकट और जनवरी में बेमौसम बारिश के बावजूद भी राज्य में किसानों से बिना किसी व्यवधान के धान खरीदी पूरी कर ली गई।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सरकार की किसान हितैषी नीतियों के चलते बीते तीन सालों में राज्य में धान उत्पादक कृषकों की संख्या और उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। जिसके चलते समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का रिकार्ड साल दर साल टूट रहा है। इस साल 97.97 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का नया रिकार्ड बना है। वर्ष 2021 में 92 लाख मीट्रिक टन धान, वर्ष 2020 में 83.94 लाख तथा 2019 में 80.37 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई थी। इस साल खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में धान बेचने के लिए कुल 24,06,560 किसानों ने पंजीयन कराया था, जिनके द्वारा बोए गए धान का रकबा 30 लाख 10 हजार 880 हेक्टेयर है। जबकि गत वर्ष पंजीकृत धान का रकबा 27 लाख 92 हजार 827 हेक्टेयर था। यदि एक साल के आंकड़े की ही तुलना की जाए तो धान बेचने के लिए पंजीकृत किसानों की संख्या में लगभग सवा लाख तथा पंजीकृत धान के रकबे में 2 लाख 18 हजार की वृद्धि हुई है।
राज्य में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी में राजनांदगांव जिला प्रदेश में अग्रणीय रहा है। राजनांदगांव जिले के 149 खरीदी केन्द्रों में सर्वाधिक 8 लाख 25 हजार 127 टन धान की खरीदी हुई है। जांजगीर-चांपा जिला दूसरे क्रम पर रहा है यहां 8 लाख 24 हजार 552 टन धान का उपार्जन हुआ है। महासमुंद जिले ने 7 लाख 74 हजार 136 टन धान की खरीदी कर तीसरे क्रम पर रहा है।
खाद्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार बस्तर जिले में 1,58,915 टन, बीजापुर में 63,703 टन, दंतेवाड़ा में 17,437 मीट्रिक टन, कांकेर में 3,18,793 टन, कोण्डागांव में 1,53,322 मीट्रिक टन, नारायणपुर में 22,794 टन, सुकमा में 46,291 टन, बिलासपुर में 4,84,119 टन, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 69,356 मीट्रिक टन, कोरबा में 1,70,237 टन, मुंगेली में 3,83,622 टन, रायगढ़ में 5,72,898 टन, बालोद जिले में 5,19,469 टन धान की खरीदी हुई है।
खाद्य सचिव टोपेश्वर वर्मा ने बताया कि समर्थन मूल्य पर खरीदे गए धान का उठाव और कस्टम मिलिंग का काम तेजी से जारी है। अब तक 64.43 लाख टन धान का उठाव हो चुका है। कस्टम मिलिंग करके भारतीय खाद्य निगम में 9.47 लाख टन एवं नागरिक आपूर्ति निगम में 7.66 लाख टन चावल जमा किया जा चुका है।