रायपुर
![प्राइवेट कॉलेजों के प्रोफेसरों की भी बढ़ेगी रिटायरमेंट आयु प्राइवेट कॉलेजों के प्रोफेसरों की भी बढ़ेगी रिटायरमेंट आयु](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1644929646642416665G_LOGO-001.jpg)
दुर्ग विवि ने 65 वर्ष करने शासन को भेजा प्रस्ताव, दुर्ग विश्वविद्यालय का कार्य क्षेत्र...
दुर्ग, राजनांदगांव, कवर्धा, बालोद, बेमेतरा जिले के सभी अशासकीय और अनुदान प्राप्त अशासकीय कॉलेज आते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 15 फरवरी। अब प्रदेश के निजी और अनुदान प्राप्त कालेजों के शिक्षकों का भी रिटायरमेंट उम्र 62 से 65 वर्ष करने की तैयारी शुरू हो गई है। इस आशय का पहला प्रस्ताव हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग ने उच्च शिक्षा विभाग को भेजा है। इसके लिए सबसे अहम शासकीय महाविद्यालय परिनियम की धारा 28 में संशोधन करना होगा। विश्विद्यालय के सूत्रों ने बताया कि इसके लिए प्रस्ताव राज्य शासन को भेजा है।
करीब 8 साल पहले स्थापित दुर्ग विश्वविद्यालय के दायरे में दुर्ग, राजनांदगांव, बालोद, कवर्धा, और बेमेतरा जिले के सरकारी और निजी कॉलेज आते हैं। इनकी संख्या करीब 72 है। इनमें 68 शासकीय (निजी)और चार अशासकीय अनुदान प्राप्त कॉलेज हैं। विश्वविद्यालय के इस प्रस्ताव पर कुलाधिपति की मुहर लगती है, तो इन कॉलेजों के सैकड़ों प्राध्यापकों को लाभ मिलेगा। उनकी सेवाएं सीधे 3 साल बढ़ जाएंगी।
यहां बता दे कि पहले विवि समन्वय समिति के जरिए अनुमोदन लिया जाता था। अब विवि अधिनियम की धारा 36,38 में संशोधन के बाद विवि से प्राप्त ऐसे प्रस्ताव राज्य सरकार के माध्यम से कुलाधिपति को भेजने का की व्यवस्था है। कुलाधिपति से अनुमोदन के बाद विवि इनमें संशोधन कर सकते है। कुलाधिपति को भेजने के दौरान इन सशोधन का औचित्य बताना अनिवार्य है। उच्च शिक्षा और मेडिकल कॉलेजों के शिक्षकों की आयु 2005 में संशोधन किया जा चुका था। अब इसकी देखा देखी निजी कालेज भी सेवा आयु बढ़ाने की मांग कर सकते हैं। यद्यपि विवि के विद्या परिषद और कार्यपरिषद का अनुमोदन भी आवश्यक है।