रायपुर
![राजधानी के मैदानों का ऐसा नजारा राजधानी के मैदानों का ऐसा नजारा](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1645031020aidan.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 16 फरवरी। राजधानी रायपुर के बड़े-बड़े सरकारी मैदान साल भर किसी ना किसी सरकारी या राजनीतिक कार्यक्रमों से घिरे रहते हैं। बड़े कार्यक्रमों के लिए साइंस कॉलेज का मैदान सबसे बड़ा है, और यहां पर लगातार कोई न कोई आयोजन चलते रहते हैं। रोजाना 10-20 अलग-अलग टीमें यहां क्रिकेट या कोई दूसरा खेल खेलने इकट्ठी होती हैं, लेकिन दर्जनों ट्रकों में सामान लदकर आता है और कोई न कोई शामियाना या पंडाल बनना शुरू हो जाता है। आयोजन के एक पखवाड़े पहले से मैदान छिन जाता है और आयोजन के कई हफ्तों बाद तक वह बर्बादी झेलते रहता है। कल सुबह यहां पर इकट्ठा ढेरों प्लास्टिक का कचरा ढेर बनाकर उसमें आग लगा दी गई, क्योंकि पूरा मैदान कचरे से भरा हुआ था और सफाई कर्मचारियों के लिए शायद यही तरीका आसान रहता है। न तो आयोजन करने वाले लोग मैदान को साफ करवा कर जाते, और न ही सफाई का जिम्मेदार म्युनिसिपल कचरे में आग लगाने को रोक पाता है। घंटों तक गहरा काला धुआं बताता रहा कि किस तरह रबर और प्लास्टिक का कचरा जल रहा है, और यह सरकारी मैदान में सरकारी निगरानी के बीच हो रहा था। शहर के बाकी मैदानों का भी यही हाल रहता है। (तस्वीर/‘छत्तीसगढ़’)