रायपुर
![महानदी दिशा बदलने की ओर..., रेत निकालने नदी में बनाया गया अवैध रैंप, ऐसी रही तो महानदी बदल देगी दिशा महानदी दिशा बदलने की ओर..., रेत निकालने नदी में बनाया गया अवैध रैंप, ऐसी रही तो महानदी बदल देगी दिशा](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/16454502862.gif)
सूखी नदी के भीतर रेत लोड करते ट्रैक्टरों का झूंड (लाल घेरे में)
संदीप सिन्हा
रायपुर, 21 फरवरी (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। घोड़ारी ब्रिज के पास महानदी में अवैध रूप से रेत की निकासी करने के लिए तस्करों ने एक नहीं बल्कि दो स्थान पर नदी में अवैध रूप से रैंप बनवाया है। ऐसे ही नियमित रूप से रेत का उठाव होने से नदी की धार बदलने की आशंका है।
वहीं लगातार रेत उत्खनन के चलते महानदी पर बने पुल पर इसका असर पड़ सकता है। इसके चलते बरिश के दिनों में गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
नियमों का किया उल्लघन
सीएम ने स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी स्थिति में रेत का अवैध परिवहन नहीं किया जाएगा, लेकिन महानदी में इनकी अनदेखी किया जा रहा है। रोज सुबह सैकड़ों की संख्या में ट्रैक्टरों के माध्यम से रेत का परिवहन किया जा रहा है।
रेत की खुदाई के लिए मोड़ रहे धार
महानदी में रेत खनन के लिए बालू कर हजारों बोरियां डालकर नदी की धार को रोका जा रहा है। नदी के बीचो-बीच रास्ता बनाया गया, ताकि रेत से लदे वाहन बाहर जा सकें। महानदी में इसी तरह से रेत निकाला जाएगा तो नदी की धार बदल जाएगा, जिससे कटाव की स्थिति निर्मित होने की संभावना है।
गीली रेत से सडक़ें हो रही खराब
नदी में सूखे इलके से खुदाई न कर जहां पानी बह रहा है वहां भी खुदाई की जा रही है। गीली रेत से पानी गांव की सडक़ों सहित हाईवे पर गिर रहा है। सडक़ें तो खराब हो रही हैं।
ऐसा भी चल रहा खेल
हाईवा एवं चैन माऊटेन से रेत की खोदाई में रोक लगने के बाद से ट्रैक्टरों के माध्यम से नदी से रेत निकाला जा रहा है। टैक्टर के माध्यम से रेत निकालकर खाली मैदान या एनएच के किनारे डंप किया जा रहा है और वहां से हाईवा के माध्यम से रेत शहरों तक पहुंचाई जा रही है।