रायपुर
![परीक्षाओं के दौर में राजधानी और आसपास आने जुगाड़ बिठा रहे हैं प्राचार्य-शिक्षक परीक्षाओं के दौर में राजधानी और आसपास आने जुगाड़ बिठा रहे हैं प्राचार्य-शिक्षक](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1645790621ANTRALAY-1.gif)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 25 फरवरी। 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षाएं शुरू होने में सप्ताहभर से कम का समय शेष बचा हुआ है। इन परीक्षाओं के बाद नतीजे बनाने का काम होना है। ऐसे नाजुक दौर में शासकीय स्कूलों के शिक्षक-प्राचार्यों के तबादले किए जा रहे हैं। इससे परीक्षा व्यवस्था पर बड़ा असर पड़ सकता है।
इस साल कोरोना के चलते सरकार ने तबादला नीति के तहत तबादले नहीं किए हैं। लेकिन इसके बावजूद उसी अनुपात में तबादले जारी हैं। इन तबादलों से स्कूल शिक्षा विभाग, और विभागीय मंत्री प्रेमसाय टेकाम की स्थिति भी असहज बनी हुई है। ऊंची पहुंच के चलते शिक्षक, प्राचार्यों के तबादले करना राजनीतिक मजबूरी होती जा रही है। सत्र के अंतिम महीनों में तबादले से परहेज करते हुए मंत्री टेकाम ने अपने बंगले में तबादले के आवेदन स्वीकार नहीं करने का नोटिस भी चस्पा कर रखा है, तो हाल में विभाग ने तबादले किन स्थितियों में किए जाएंगे। इसे लेकर पांच बिन्दुओं का विशेष आदेश भी जारी किया है। विभाग ने प्रतिनियुक्ति, और अचैटमेंट खतम कर शिक्षकों, और प्राचार्यों को उनके मूल पदस्थापना वाले स्कूलों में लौटने का आदेश भी जारी किया है। इन उपायों के बाद भी विभाग में तबादले किए जा रहे हैं। आश्चर्यजनक यह है कि ये तबादले जिले के भीतर के साथ-साथ अंतर जिले भी हो रहे हैं। अंतर जिला तबादलों के लिए, जिले के प्रभारी मंत्री विधायक, विभागीय मंत्री के साथ शासन की समन्वयक समिति की अनुमति भी आवश्यक है। बड़ी पहुंच का इस्तेमाल करते हुए शिक्षक-प्राचार्य इसमें भी सफल हो रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार राजनांदगांव के अंबागढ़ चौकी, बिलासपुर के कोटा, रायगढ़ के पुसौर, कांकेर के नरहरपुर जैसे अहम कस्बों के शिक्षक-प्राचार्य पड़ोस के जिले ही नहीं सीधे राजधानी रायपुर जिले में तबादले के लिए जुगाड़ बिठा चुके हैं। इनके तबादलों के बाद उन स्कूलों में एवजीदार शिक्षक-प्राचार्य भेजने में दिक्कत हो रही है। आने वाले सप्ताह में बोर्ड परीक्षाएं उनका मूल्यांकन फिर छठवीं से ग्यारहवीं की स्थानीय परीक्षाएं होंगी। ऐसे अहम समय में तबादलों से पूरी व्यवस्था चौपट होने के आसार हैं। इस संबंध में स्कूल शिक्षा सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने कहा कि बीमारी, विकलांगता जैसी विशेष परिस्थितियों में समन्वय से तबादले किए जाते हैं। फिर भी यदि कुछ मामले इससे अगल हैं, तो उनका परीक्षण करा लिया जाएगा।