रायपुर

पहले ई-रिक्शा में करते थे रेकी फिर चोरी, मप्र-ओडिशा के गैंग का खुलासा
27-Feb-2022 4:28 PM
पहले ई-रिक्शा में करते थे रेकी फिर चोरी, मप्र-ओडिशा के गैंग का खुलासा

आरोपियों के कब्जे से साढ़े 5 लाख के जेवरात, ई-रिक्शा जब्त

छत्तीसगढ़ संवाददाता
 रायपुर, 27 फरवरी। 
पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र में सूने मकानों पर निशाना साध कर चोरी करने वाले अंतर राज्य गैंग का खुलासा पुलिस ने किया है। 5 आरोपियों के पकड़े जाने के बाद उनके पास से ढाई लाख रुपए के आभूषण और दूसरे घरेलू सामान बरामद किए हैं। पुलिस के मुताबिक प्रार्थी अशोक सिंह ने थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया था। वह सिमरन सिटी में परिवार सहित रहता है तथा उसका मठपुरैना टिकरापारा में सांवरिया ज्वेलर्स के नाम से दुकान हैै। प्रार्थी के बड़े भाई लखपत सिंह का अवधपुरी भाठागांव में मकान है जो विगत 10 दिनों से ताला बंद है।

25 फरवरी को लखपत सिंह ने प्रार्थी को फोन कर बताया कि उसके पडोसी बताये है कि घर का ताला टूटा हुआ है। जिस पर प्रार्थी अपने बड़े भाई लखपत सिंह अवधपुरी कालोनी भाठागांव जाकर देखा तो मेन गेट का ताला टूटा हुआ था। अंदर जाकर देखा तो सभी कमरों में लगा ताला टूटा हुआ था, सामान बिखरा हुआ था तथा घर में रखे सोने एवं चांदी के जेवरात नहीं थे। कोई अज्ञात चोर चोरी कर ले गया।  पड़ोसी आसकरण पंचारिया जो अपने घर में ताला बंद कर परिवार सहित राजस्थान गये थे, के मकान का भी ताला टूटा हुआ था। प्रार्थी द्वारा कमरे के अंदर जाकर देखने पर आलमारी का ताला भी टूटा था एवं आलमारी में खुला था। प्रार्थी द्वारा आसकरण पंचारिया से पूछताछ करने पर उसके द्वारा आलमारी में चांदी के जेवरात रखना बताया गया। हम लोग को गंभीरता से लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय  प्रशांत अग्रवाल द्वारा जांच के आदेश दिए गए थे इस पर सफलता मिली।

टीम के सदस्यों द्वारा घटना स्थल व उसके आसपास लगे सीसीटीवी. कैमरों के फुटेजों का अवलोकन करने के साथ ही तरीका वारदात के आधार पर चोरी के पुराने आरोपियों के संबंध में भी तस्दीक की। प्रकरण में मुखबीर लगाने के साथ ही तकनीकी विश्लेषणों के माध्यम से भी अज्ञात आरोपी की पहचान सुनिश्चित करने के प्रयास किये जा रहे थे। इसी दौरान सायबर सेल की टीम के सदस्यों को मुखबीर से सूचना प्राप्त हुई कि घटना स्थल के आसपास देर रात्रि एक ई-रिक्शा तीन पहिया वाहन एवं उसमें सवार कुछ व्यक्तियों को संदिग्ध हालत में देखा गया। वाहन के संबंध में पतासाजी करना प्रारंभ करते हुए वाहन स्वामी के रूप में ढीमर मोहल्ला टिकरापारा निवासी रोमांचन देवांगन को चिन्हांकित किया गया। रोमांचन देवांगन की पतासाजी कर पकडक़र प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर कड़ाई से पूछताछ करने पर उसके द्वारा अपने भाई सहित कुल 04 लोगों के साथ मिलकर चोरी की उक्त घटनाओं को कारित करना स्वीकार किया गया। जिस पर घटना में संलिप्त वेद व्यास मेहर, थान सिंह सिंगाड़, जितेन्द्र मूवेल एवं कमरू भूरिया की पतासाजी कर पकड़ा गया।

पूरे घटना का मास्टर माइंड वेद व्यास मेहर उर्फ शुभम है जो पूर्व  भी गांजा तस्करी करने के मामले में थाना माना से नारकोटिक्स एक्ट के प्रकरण में जेल निरूद्ध रह चुका है। वेद व्यास मेहर उर्फ शुभम मूलत: राजा खरियार उडीसा का निवासी है जो विगत 10 वर्षो से रायपुर के अलग - अलग स्थानों में किराये का मकान लेकर निवास करता है तथा वर्तमान में अवधपुरी कालोनी पुरानी बस्ती में किराये के मकान में निवासरत है। वेद व्यास मेहर ने चोरी करने की योजना बनायी तथा चोरी करने हेतु अपने परिचित अलीराजपुर (म.प्र.़) निवासी थान सिंह सिंगाड़, जितेन्द्र मूवेल एवं कमरू भूरिया को रायपुर बुलाया। इसके साथ ही उसने अपने चचेरे भाई रोमांचन देवांगन जो ई-रिक्शा चलाता है, को भी अपने साथ शामिल किया। वेद व्यास मेहर अवधपुरी कालोनी में घुम - घुम कर ताला लगे बंद मकानों की रेकी कर मकानों को चिन्हांकित किया तत्पश्चात् दिनांक घटना को सभी पांचों आरोपी ई-रिक्शा में सवार होकर मौका पाकर दोनों मैं ताला तोडक़र चोरी की घटना को अंजाम दिया। आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से जेवरात आटो रिक्शा जब्त कर लिया है इनकी कीमत साढ़े 5 लाख बतायी जा रही है।

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