बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 2 मार्च। राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर जिला मुख्यालय बेमेतरा में स्थित स्वामी आत्मानंद शासकीय शिवलाल राठी अंग्रेजी माध्यम स्कूल में विज्ञान प्रारूप प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन कलेक्टर विलास भोसकर संदीपान द्वारा किया गया।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक धार्मेन्द्र सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी अरविंद मिश्रा, सुनील तिवारी नोडल अधिकारी स्वामी आत्मानंद विद्यालय बेमेतरा, लक्ष्मी सिंह प्राचार्य ज.न.वि. खिलोरा बेेमेतरा उपस्थित थे। प्रदर्शनी के लिए प्रतियोगिता हेतु हिरेंद्र कुमार साहू (पी.जी.टी.भौतिकी) शास. बालिका उ.मा. विद्यालय बेमेतरा, मनीषा (टी.जी.टी. विज्ञान) ज.न.वि. खिलोरा, राहुल वत्स (टी.जी.टी. गणित) ज.न.वि. खिलोरा ने निर्णायक पद के उत्तरदायित्व का निर्वहन किया।
ज्ञात हो कि प्रत्येक वर्ष भारत के महान वैज्ञानिक एवं नोबेल पुरस्कार प्राप्तकर्ता चंद्रशेखर वेंकट रमन के सम्मान में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है।
उन्होंने 28 फरवरी 1928 को रमन प्रभाव की खोज की थी। विद्यालयीन छात्र-छात्राओं के चारों सदन अरपा सदन, इंद्रावतीसदन, महानदी सदन एवं शिवनाथ सदन के द्वारा विज्ञान प्रारूपों का प्रदर्शन किया गया।
विद्यार्थियों ने विज्ञान शिक्षक स्मृति अग्रवाल, स्वाति ठाकुर, माधुरी साहू, विशाल जगवानी, मेहुल कोशे, जसवंत सिंह के मार्गदर्शन में प्रदर्शनी हेतु विद्यालय के प्रतिभागियों ने पर्यावरण, पाचनतंत्र, सडक़ सुरक्षा, जल शुद्धिकरण यंत्र, ड्रिप सिंचाई, मानव हृदय कार्यप्रणाली, वैक्यूमक्लीनर, होलोग्राम, वायु प्रदूषण निवारक यंत्र, स्वचालित आटा छनक, बाढ़ प्रमाणिक घर, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, भूकंप सूचक यंत्र, स्मोक ऑर्ब्जवर, लाई-फाई एवं अल्ट्रासोनिक रडार जैसे विज्ञान प्रारूपों का निर्माण कर उनका प्रदर्शन किया।
साथ ही उन्होंने एक सौ सेभी अधिक वैज्ञानिकों से संबंधित फ्लैश कार्ड का भी निर्माण किया, जिसमें वैज्ञानिकों का सामान्य परिचय देते हुए विज्ञान के क्षेत्र में उनके योगदान का भी विवरण दिया। कलेक्टर ने विद्यार्थियों के कार्य की सराहना करते हुए कहा कि, ‘‘विद्यार्थियों में विज्ञान के प्रति रूचि बढ़ाने तथा विज्ञान के अवधारणा एवं सिद्धान्तों को दैनिक जीवन में लागू करने हेतु शिक्षकों द्वारा छात्रों को उचित मार्गदर्शन देने हेतु प्रोत्साहित किया। उनके द्वारा प्रदर्शनी में बनाए गए विज्ञान मॉडल के कार्य सिद्धान्तों के बारे में विद्यार्थियों से पूछा गया तथा संबंधित दिशा-निर्देश भी दिए।
कलेक्टर ने विद्यालय परिसर के निर्माण संबंधी कार्यों का जायजा लिया। विद्यार्थियों द्वारा निर्मित इन विज्ञान प्रारूपों में प्रदर्शन देखने आए पालकों एवं अतिथियों का मनमोह लिया। विद्यालय की प्राचार्य सुदेशा चटर्जी ने सदन के प्रतिभागियों को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर प्रधान पाठिका वर्षा साहू, अनामिका रंजीत एवं विद्यालय के सभी शिक्षकीय एवं गैर शिक्षकीय कर्मचारी उपस्थित थे।