रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 3 मार्च। राज्य में भस्म बुधवार ( ऐश वेडनेस-डे ) मनाया गया। गिरजाघरों में विशेष आराधनाओं में बिशप व पुरोहितों ने महीसीहजनों को खजूर की डालियों की राख से माथे पर क्रास बनाकर पवित्रीकरण किया। इसके साथ ही पवित्र प्रभु भोज का संस्कार भी संपन्न कराया गया।
इस आयोजन से मसीहीजनों का 40 दिनी उपवासकाल शुरू हो गया। कैथोलिक डायसिस के आर्च बिशप विक्टर हैनरी ठाकुर और छत्तीसगढ़ डायसिस के बिशप अजय उमेश जेम्स ने अलग -अलग चर्चों में आराधनाएं संपन्न की। कैथोलिक चर्चों में पोप संत फ्रांसिस के उपदेशों का उल्लेख किया गया। छत्तीसगढ़ डायसिस के प्रवक्ता जॉन राजेश पॉल ने बताया कि अब 40 दिनों तक प्रतिदिन संध्या घरों में प्रार्थना सभाएं होंगी। उपवासकाल में चर्चों या समाज में किसी भी तरह के समारोह, विवाह या अन्य कार्यक्रम नहीं होंगे। सेंट पॉल्स कैथेड्रल में पादरी अजय मार्टिन व सहायक पुरोहितों ने प्रभु भोज का पवित्र संस्कार दिया। इस अवसर पर पूर्व बिशप रॉबर्ट अली, डीकन मार्कुस केजू डीकन अब्राहम दास, के. खूटें आदि भी मौजूद थे। संयोजक दीपक गिडियन, डीकन अब्राहम दास, डीकन इस्माइल मसीह, मनीष दयाल, राजेश लिविंग्स्टन, समीर तिमोथी, पास्ट्रेट कमेटी, संडे स्कूल, महिला सभा, क्वायर, युवा सभा को जिम्मेदारी दी गई है। सेंट मैथ्यूस चर्च, सीएनआई चर्च जोरा, सीएनआई चर्च नवा रायपुर खड़ंवा, ग्रेस चर्च, सेंट मेरीस चर्च टाटीबंध, भनपुरी कैथोलिक चर्च, मारथोमा चर्च समेत करीब चार दर्जन चर्चों में भस्म बुधवार मनाया गया।