रायपुर
![भारत में महिला दिवस को लक्ष्मी दिवस नाम दिया जाए-रिजवी भारत में महिला दिवस को लक्ष्मी दिवस नाम दिया जाए-रिजवी](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1646664244G_LOGO-001.jpg)
रायपुर, 7 मार्च। मध्यप्रदेश पाठ्यपुस्तक निगम के पूर्व अध्यक्ष इकबाल अहमद रिजवी ने कहा है कि अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर न केवल महिलाओं के प्रति शुभकामनाऐं प्रेषित किया जाए वरन् इस दिवस पर पुरूषों को भी समान रूप से शुभ आशीष देना चाहिए क्योंकि पुरूषों की जननी महिला ही होती है, यह नहीं भूलना चाहिए। जब भी किसी कन्या का जन्म होता है तो सभी माता-पिता को बधाई देते हैं कि आपके यहां लक्ष्मी आई है। इसलिए भारत में इस दिन को लक्ष्मी दिवस के रूप में मनाया जाना उचित होगा।
खूबियों के साथ-साथ महिलाएं औसतन ज्यादा ईमानदार एवं संघर्षशील होती है तथा सभी क्षेत्रों में महिला पुरूषों से कम नहीं होती है तथा अपने फर्ज को निभाने में कोई कोताही नहीं करती है। इसके बावजूद राजनेता महिला बिल संसद में लाने से क्यों कतराते हैं, यह यक्ष प्रश्न है। महिला दिवस को सार्थक करने के लिए केन्द्र सरकार इसी सत्र में महिलाओं को एक तिहाई हक देने वाला बिल प्रस्तुत करें।
रिजवी ने भाजपा की मातृ संस्था राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत से निवेदन किया है कि वह भाजपा को संसद में महिला बिल पेश करने आदेशित करें जो समयोचित तो है ही साथ ही वक्त का तकाजा भी है। साथ ही श्री भागवत से पूछना चाहता हूं कि संघ के पदाधिकारियों एवं प्रचारकों में एक भी महिला को अवसर क्यों नहीं दिया जाता? संघ की इच्छा के विपरीत भाजपा बिल कदापि संसद में पेश नहीं करेगी। महिला सशक्तीकरण के कसीदे पढ़ने मात्र से ही महिलाओं को सशक्त नहीं बनाया जा सकता। महिलाओं के प्रति एलर्जी रखने वाले दल एवं संगठनों को अपना नजरिया बदल देने का महिला (लक्ष्मी) दिवस उपयुक्त अवसर है। केन्द्र सरकार महिला दिवस को लक्ष्मी दिवस के नामकरण की घोषणा करें।