रायपुर
![बोधघाट परियोजना पर होगी आधे घंटे की चर्चा, रमन का आरोप योजना ठंडे बस्ते में बोधघाट परियोजना पर होगी आधे घंटे की चर्चा, रमन का आरोप योजना ठंडे बस्ते में](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1647001725mage.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 11 मार्च। बस्तर के बोधघाट सिंचाई परियोजना की धीमी गति को लेकर पूर्व सीएम रमन सिंह ने शुक्रवार को सरकार को घेरा। उनकी मांग पर स्पीकर डॉ. महंत ने इस परियोजना की अद्यतन स्थिति पर आधे घंटे की चर्चा कराने की व्यवस्था दी।
प्रश्नकाल डॉ. रमन सिंह ने कहा कि बोध घाट सिंचाई योजना को सरकार ने अपना ड्रीम प्रोजेक्ट बताया था इसी सदन में घोषणा करते हुए मुख्यमंत्रीजी ने 22 हजार करोड़ की लागत बताई थी, और 3 साल के भीतर योजना पूर्ण करने जैसी बड़ी-बड़ी बातें कहीं थी। अरे साहब, हाईपोथेटिकल बातें नहीं करनी चाहिए। 3-4 साल में डीपीआर नहीं बना पाए। बस्तर को झुनझुना पकड़ा दिया है। डॉ. सिंह ने कहा मेरे हर प्रश्न के उत्तर में मंत्रीजी ने समय सीमा बताना संभव नहीं का लिखित जवाब दिया है। स्थिति यह है कि अभी डीपीआर कैसे बनाया जाए इसका सर्वे हो रहे हैं। जब कुछ नहीं कर पा रहे तो बड़ी-बड़ी बातें क्यों कर रहे? उत्तरों से स्पष्ट है कि परियोजना ठंडे बस्ते में डाल दी गई है। फिर भी प्रश्न पूछता हूं डीपीआर कब तक बनाएंगे। इस पर उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने जवाब दिया परियोजना का डीपीआर, केन्द्र की मिनीरत्न एजेंसी, बापकोश को दिया गया है। उसने 70 प्रतिशत सर्वे का काम पूरा कर लिया है। डीपीआर की समयसीमा फरवरी 22 तय की गई थी। उसे आगे बढ़ाया गया है। डॉ. रमन सिंह ने कहा कि मेरे पास और भी कई प्रश्न हैं। नए मंत्री को परेशान नहीं करना चाहता इसलिए इस महत्वपूर्ण प्रश्न पर आधे घंटे की चर्चा होनी चाहिए। इस पर स्पीकर ने व्यवस्था दी कि आने वाले दिनों में आधे घंटे की चर्चा करा लेंगे।