रायपुर
![पाटन की पूर्व जिपं सदस्य जयंती और भाई के यहां ईडी की रेड, शराब कारोबारी से लिंक मिलने के बाद घिरा साहू परिवार पाटन की पूर्व जिपं सदस्य जयंती और भाई के यहां ईडी की रेड, शराब कारोबारी से लिंक मिलने के बाद घिरा साहू परिवार](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1647263784D.gif)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 14 मार्च। प्रवर्तन निदेशालय ईडी के दर्जन से अधिक अफसरों ने दुर्ग जिले के दक्षिण पाटन की पूर्व जिला पंचायत सदस्य जयंती साहू,उनके भाई विमल साहू समेत रिश्तेदारों के यहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की रेड पड़ी है। सूत्रों के मुताबिक 13 सदस्यीय अधिकारियों का अमला सोमवार सुबह दक्षिण पाटन के ग्राम गातापार पहुंचा। सूत्रों के अनुसार 10 दिन पहले रायपुर से गिरफ्तार शराब कारोबारी सुभाष शर्मा से पूछताछ, और उसके दस्तावेजों से मिले लिंक के आधार पर साहू परिवार को घेरा गया है। ईडी ने पहले जयंती साहू के दल्लीराजहरा निवासी रिश्तेदार को घेरा और उसके बाद गातापार में कार्रवाई शुरू कर दी। इन पंक्तियों के लिखे जाने तक किसी तरह की नगदी या जेवरात जब्त करने की सूचना नहीं है। फिलहाल ईडी के अफसर से दस्तावेजों की जांच कर रहे हैं।
हमारे बालोद प्रतिनिधि के अनुसार शहर के सदर बाजार में होटल व्यवसायी सुभाष शर्मा के घर पर एक टीम छानबीन कर रही है। बाहर में बंदूकधारी सैनिक तैनात हैं। 10 दिन पहले दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय की गिरफ्तारी के बाद उन्हें रायपुर शिफ्ट कर लिया गया है और पूछताछ की जा रही है, आज छापेमारी कार्रवाई को उसी कार्रवाई से जोडक़र देखा जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार सुभाष दुबई जाने के लिए निकले हुए थे, जहां पर दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें गिरफ्तार किया था।
2009 से 2015 तक लिया गया कर्ज
बालोद शहर के शराब व्यवसाई द्वारा वर्ष 2009 से 2015 तक अपने विभिन्न कंपनियों के माध्यम से पंजाब नेशनल बैंक एवं एक्सिस बैंक से लोन लिया गया था, जिसके बाद से बाद में मनी लॉन्ड्रिंग सहित अन्य मामलों में जांच के बाद अपराध पंजीबद्ध किया गया और उन्हें गिरफ्तार किया गया था। आज बालों शहर के उनके मकान में छानबीन की कार्रवाई की जा रही है, दरअसल वर्ष 2015 में विक्रम राणा नाम के व्यक्ति ने गोल बाजार थाने में शर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत की थी। उसके मुताबिक सुभाष शर्मा ने राणा की जमीन बंधक रखकर पंजाब नेशनल बैंक से करीब 16.50 करोड़ का कर्ज लिया था। किस्तें अदा नहीं होने पर बैंक ने राणा को नोटिस भेजा। उसके बाद इस फ्रॉड की जानकारी हुई। इस मामले में गोल बाजार पुलिस ने अप्रैल 2018 में उसे गिरफ्तार किया, हालांकि बाद में सुभाष जमानत पर छूटा और शहर छोड़ दिया।