रायपुर
![सलवा जुडूम के बाद बस्तर से गए आदिवासियों को पुनः बसाए जाने की जरूरत-नंद कुमार साय सलवा जुडूम के बाद बस्तर से गए आदिवासियों को पुनः बसाए जाने की जरूरत-नंद कुमार साय](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1647355026AY.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 15 मार्च। भाजपा नेता नंदकुमार साय ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में सलवा जुडूम की वजह से हुआ पलायन भी कश्मीरी हिंदुओं जैसा ही है। नक्सलियों का अत्याचार बढ़ा, गोलियां चलीं, कई लोग मारे भी गए। ऐसे में लोग अपने गांव छोड़कर दूसरी जगह चले गए। जहां वह बुरी हालत में रहने को मजबूर हैं। हम चाहते हैं कि उन्हें फिर से बसाने की दिशा में काम किया जाए। हमारी यह रैली विरोध प्रदर्शन इसी बात की शुरुआत है। हम इसका पूरा प्रयास करेंगे। जो उनका का मूल स्थान था वहां उनको लाना चाहिए। इसकी पूरी जांच होनी चाहिए लोगों की जानकारियां जुटाकर उनकी जीवन स्थिति को सुधारने का काम किया जाना चाहिए। हालांकि इस पर बात हमेशा होती रही। मगर अब तक हुआ कुछ नहीं है, इसलिए आदिवासी समाज सड़कों पर उतरा है और अब उनकी आवाज उठा रहा है।
यहां बता दें कि सोमवार को सर्व आदिवासी समाज पोटाई गुट के लोग विरोध प्रदर्शन करते हुए विधानसभा का घेराव करने निकले थे। इनमे साय भी थे। इनकी 23 सूत्रीय मांगों में नक्सलवाद की वजह से गांव छोड़कर दूसरे राज्यों में जा बसे लोगों को उनकी जमीन उनका गांव लौटाना भी शामिल है।