बस्तर
तकनीकी गड़बड़ी बताकर करोड़ों का भुगतान रोका
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 16 मार्च। घर-घर शुद्ध पानी पहुंचाने की पीएचई विभाग की मुहिम जल जीवन मिशन के ठेकेदार भुगतान के लिए भटक रहे हैं। आरोप है कि ठेकेदारों पर दबाव बनाकर 6 महीने के भीतर काम पूरा करने को कहा जाता है, जिसके चलते पेनाल्टी से बचने के लिए ठेकेदार समय पर काम पूरा कर रहे हैं, लेकिन पिछले 3 महीने से लगभग दर्जन भर ठेकेदार को पीएचई विभाग भुगतान नहीं कर रहा है। करोड़ों का बकाया होने से ठेकेदारों को काम पूरा करने में परेशानी हो रही है, वहीं अधिकारी कहते हैं कि सतकनीकी फाल्ट है।
इस संबंध में कुछ ठेकेदारों ने बताया कि मिशन हेड में राशि होने के बावजूद दिसंबर 2021 से जमा बिल का भुगतान आज तक नहीं किया गया है। वैसे भी जनप्रतिनिधियों द्वारा कार्यों का भूमिपूजन में देरी हुई, वहीं ठेकेदारों को 6 महीने में काम पूरा करने का अल्टीमेटम दिया गया है। ऐसे में भुगतान नहीं होने से काम ठप पड़ा है।
जगदलपुर डिवीजन की सभी ब्लॉकों में यही हाल है। ठेकेदारों पर समय सीमा में काम नहीं पूरा करने पर 5 फीसदी पेनाल्टी लगाने का आदेश दिया जा रहा है। यह कहा जा रहा है कि कलेक्टोरेट में होने वाली बैठकों में भी पीएचई के अधिकारियों द्वारा ठेकेदारों को सूचना नहीं दी जाती है। बावजूद बैठक से गैरमौजूद रहने का आरोप लगाया जा रहा है। ठेकेदारों ने पेमेंट पूरा होने पर ही काम समय पर पूरा करने की बात कही है। गौरतलब है कि गर्मी का सीजन शुरू हो चुका है और शहर से लेकर गांव गांव तक जल संकट गहराने लगा है, ऐसे में जल जीवन मिशन का काम बंद होने से जल समस्या की आशंका बढ़ गई है।