बस्तर
12 माह ले सकते हैं इस गुफा का लुत्फ
जगदलपुर, 6 मई। बस्तर में 12 महीना लोगों का आना-जाना लगा रहता है, जिसमें बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटकों की संख्या भी रहती है, लेकिन अभी गर्मी की वजह से एक ओर जहां तीरथगढ़ व चित्रकोट जलप्रपात से गिरने वाले पानी कम हो जाने के कारण लोगों का आना भी कम हो जाता है, ऐसे में जगदलपुर शहर से 35 किमी दूर मादरकोंटा गुफा आम लोगों के साथ ही विदेशी पर्यटकों के लिए पसंद बनती जा रही है, यहां किसी भी मौसम में आने पर यहां के समूह के द्वारा गुफा घुमाने के साथ ही आसपास के खूबसूरत वादियों को भी दिखा रहे हैं।
2020 से यह गुफा लोगों की नजर में आया, जिसके बाद यह एक पिकनिक स्पॉट के रूप में भी शामिल हो चुका है।
पूर्व कलेक्टर ने जाना इसकी खूबसूरती को
मादरकोंटा गुफा की जानकारी पहले इस गाँव के लोगों को ही थी, लेकिन एक दिन इस गांव को देखने पूर्व कलेक्टर रजत बंसल पहुंचे, जहाँ गांव वालों से चर्चा के दौरान उन्होंने गुफा के बारे में बताया, जिसके बाद बस्तर कलेक्टर ने इस गुफा को अंदर से इस गुफा की खूबसूरती को जाकर देखा और इसके बारे में आमजनों को बताने के लिए पहल शुरू की गई। जिसके बाद अब लोगों के लिए पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो चुका है,
कैसे पहुचेंगे यहां पर
जगदलपुर शहर से 35 किमी दूर मादरकोटा गुफा है। यहां पहुंचने के लिए पहले केशलूर चौक वहां से नेगानार, चिड़पाल, चिकलकोटा, धुरवारास के बाद मादरकोटा गुफा आता है। यहां तक पहुंचने के लिए पूरा मार्ग सडक़ है, जहां लोगों को किसी भी प्रकार से कोई दिक्कत नहीं होगी।
समूह में थे पहले 25 लोग, अब हो गए हंै कम
मादरकोंटा गुफा को देखने के बाद पूर्व कलेक्टर रजत बंसल ने इस गाँव के ही 25 युवाओं को जोडक़र मादरकोंटा गुफा पर्यटन समिति का गठन किया था, साथ ही यहां के युवाओं को ट्रेनिंग देने के साथ ही इसकी खूबसूरती को बता सके, शुरुआत में जुड़े 25 युवाओं में 15 युवाओं ने समिति छोड़ दिया, जिसके बाद अब केवल 10 लोग ही बचे हैं।
पूर्व बस्तर कलेक्टर ने इस गांव को भी गोद लिए जाने की बात भी बताई गई है। इस गुफा को को देखने आने वालों से जो इनकम आता है उन पैसे से जनपद और ग्राम पंचायत को कुछ पैसे भी दिए जाते है और उन्ही पैसों से जो समिति के युवा है उन्हें भी कुछ पैसे दिए जाते हैं।
अबतक कितने लोग आए
मादरकोंटा गुफा पर्यटन समिति के सचिव बुधराम कवासी ने बताया कि 1948 में इसकी खोज हुई थी, केवल गांव के लोग ही इसे जानते थे, लेकिन 2020 में जब इसके बारे में पता चला तो वर्ष 2022 में 1923 पर्यटक आये, वहीं वर्ष 2023 में 1465 पर्यटक आये, जिसमें 6 विदेशी नागरिक में 2 जर्मनी व 4 फ्रांस के थे, साथ ही 19 ग्रुप के लोगों ने यहां कैम्पिंग भी किया था।
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