बस्तर

आदर्श प्री मैट्रिक कन्या छात्रावास में शैक्षणिक नवाचार से छात्राएं हो रहीं लाभान्वित
16-Mar-2022 6:17 PM
आदर्श प्री मैट्रिक कन्या छात्रावास में शैक्षणिक नवाचार से छात्राएं हो रहीं लाभान्वित

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

जगदलपुर, 16 मार्च। शिक्षा के लिए शासन द्वारा सभी प्रकार की सुविधाएं प्रदाय की जाती है। शैक्षणिक सुविधाओं का लाभ छात्र-छात्राओं द्वारा लिया जाता है। शैक्षणिक नवाचार से अध्ययन-अध्यापन को रोचक बनाकर विद्यार्थियों को शिक्षा के प्रति जागरूक किया जाता है। कुछ ऐसा ही प्रयास आदर्श प्री मैट्रिक कन्या छात्रावास में शैक्षणिक नवाचार के रूप में किया गया, जिसका लाभ वहां रहकर अध्ययन करने वाली छात्राओं को मिला। प्री मैट्रिक कन्या छात्रावास लोहण्डीगुड़ा सत्र 2007 से कन्या पूर्व माध्यमिक शाला उसरीबेडा के अतिरिक्त कक्ष में संचालित होना प्रारंभ हुआ। नवीन संस्था होने के कारण मात्र दो छोटे कक्षा में 50 बच्चों के निवास की सुविधा जुटापाना बड़ा ही कठिन कार्य था।

परन्तु अधीक्षिका व कर्मचारियों के स्नेह ने छात्राओं का मनोबल झुकने नहीं दिया। छोटे से कक्ष में ही पर्दों और अलमारी के पार्टिशन से ही कार्यालय एक छोटी लाइब्रेरी एक ही कम्प्यूटर से कम्प्यूटर लैब बनाया गया और अधीक्षिका द्वारा छात्राओं के बेसिक ज्ञान सामान्य ज्ञान के साथ-साथ प्रतिदिन के गृह कार्य में मदद से छात्राओं में पढ़ाई के प्रति रूचि बढऩे लगी। सांस्कृतिक व खेल कार्यक्रम में प्रोत्साहन से छात्राओं द्वारा विद्यालय के साथ-साथ विकासखंड प्रतियोगिता एवं चित्रकोट महोत्सव में भी बढ़-बढ़ कर भाग लिया जाने लगा।

भवन विहीन संस्था को 2021 में नवीन भवन प्राप्ति उपरान्त निरंतर नवाचार का प्रयास किया जा रहा है। छात्राओं द्वारा समाचार पत्र अध्ययन व अधीक्षिका की प्रेरणा से सुविचार व सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तर प्रतिदिन दिनचर्चा में शामिल है। राष्ट्र और विश्व के सामान्य ज्ञान के साथ-साथ स्थानीय बस्तर संस्कृति के ज्ञान हेतु प्रति दिन छात्राओं द्वारा आया मोचो दंतेश्वरी का पाठ किया जाता है। विश्व प्रसिद्ध दशहरे की रस्मों के विषय में रोचक ज्ञान के कारण सभी छात्राओं को रस्मे कंठस्थ है। बस्तर के इतिहास संस्कृति व लोहण्डीगुड़ा के स्वाधीनता संग्राम गोलीकाण्ड को दीवारों में उकेस गया है, जिससे छात्राएं अपनी संस्कृति के विषय में भी जाने और प्रचारित करें। पारम्परिक व्यंजन प्रतियोगिता से स्थानीय पाक कला का ज्ञान भी छात्राओं को हुआ प्रतिदिन अधीक्षिक द्वारा पठन अध्ययन में निगरानी, गृहकार्य में विशेष ध्यान, प्रत्येक छात्र के लिए कार्य योजना हेतु व्यक्तिमत स्टूडेंट कोंर्नर से छात्राओं के अध्ययन स्तर में सुधार आया है।

छात्राओं के पाठ्यक्रम में शामिल सिद्धांतों, सूत्रों, तथ्यों व सामान्य ज्ञान को रोचक तरीके से दिवारों व फर्श पर चित्रित किया गया है, जिससे वे प्रति दिन उन्हें देखकर आत्मसात कर रहे हैं।

स्मार्ट टी.वी. में फ्री यू-ट्यूब चैनलों के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर के शिक्षकों से छात्राए ज्ञान प्राप्ति के साथ-साथ शैक्षणिक स्तर में सुधार कर रही है। अधीक्षिका व सहायक खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा दान की गई अनमोल किताबों की लाइब्रेरी से छात्राएं ज्ञान अर्जन कर प्रफुल्लित है। कम्प्यूटर में छात्राएं टाईपिंग, पेटिंग सीख कर कम्प्यूटर साक्षर हो रही है। किचन गार्डन में कुछ कटकर प्रयास किया जा रहा है। जिससे बच्चों में रचनात्मक विकास हो। बची सब्जियां, जूठन, पत्तों आदि से कम्पोस्ट खाद बनाया जा रहा है। छात्र समिति द्वारा संस्था में 1 दुकान व 1 बैंक संचालित है, दैनिक आवश्यकताओं हेतु छात्राओं को बार-बार संस्था से बाहर जाना ना पड़े छात्राएं पालक द्वारा खर्च हेतु दी गई राशि को बैंक में जमा करती है। जिससे पैसों की चोरी में रोक के साथ, दुकान के लाभ को छात्राओं को ब्याज के रूप में वितरित कर दिया जाता है। नवाचार की पहल करते हुए पत्थरों से छात्राओं ने गार्डन की खाली जमीन में सौर मण्डल की रूपरेखा बनाई है। जिसमें ग्रहों की संरचना कबाड़ वस्तुओं से की जाएगी।

कुछ माह से साबुन, शैम्पू पाउच, खड्डों और प्लास्टिक के टुकड़ों को नहीं फेक कर जमा किया जा रहा है। जिससे कचरे का प्रबंधन कबाड़ का का जुगाड़ कर सजावटी वस्तुएं, विज्ञान व प्रबंधन संबंधी मॉडल की योजना पर छात्राएं कार्य कर रही है। मुर्गी पालन व गौ शाला हेतु पालक स्थानीय अधिकारियों के सहयोग से रूपरेखा तैयार की जा रही है। जिससे आगामी वर्षों में छात्राओं को चिकन व दुध के लाभ के साथ-साथ स्वावलंबन का प्रशिक्षण भी मिल जाएगा। स्थानीय महिला शासकीय सेवकों (एबीईओ, एस आई) आदि जनप्रतिनिधि व गणमान्य महिला नागरिकों से चर्चा कर प्रत्येक सप्ताह बच्चियों को पर्सनालिटी डेवलपमेंट हेतु उनके आगमन व समय से प्रोत्साहन हेतु समय सारणी बनाई गई है। बच्चियों की एक्टिविटी व छात्र वासियों दिनचर्या संबंधी यू-ट्यूब चैनल एंजल आफ ट्राईब बनाया गया है। जिससे उन्हें प्रोत्साहन व पहचान मिले।

भूतपूर्व छात्राएं कमला बीएससी नर्सिंग, बमबती कश्यप फैशन डिजाइनिंग, बनिता आईटीआई, दुलारी बीएससी एग्रीकल्चर व कई अन्य छात्राएं लगातार संपर्क में है और अपनी उपलब्धि का श्रेय छात्रावास के परिवेश को देती है। छात्रावास के प्रत्येक सफल प्रयास हेतु विकासखंड के मण्डल संयोजक एवं सहायक आयुक्त के सहयोग और मार्गदर्शन रहा है। दूरस्थ अंचलों की छात्राओं को सीमित संसाधनों में भी बेहतर माहौल, मार्गदर्शन व प्रोत्साहन से छात्राओं के आंखों पर उज्ज्वल भविष्य की चमक व वर्तमान के संतोष की मुस्कान ने संस्था की वास्तविक उपलब्धि माना जा रहा है।

 

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