सरगुजा
कलेक्टर-एसपी ने फतेहपुर के ग्रामीणों की सुनी समस्याएं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 20 अप्रैल। कलेक्टर संजीव कुमार झा एवं पुलिस अधीक्षक अमित तुकाराम कांबले ने मंगलवार को उदयपुर जनपद के फतेहपुर में आयोजित जनसमस्या समाधान चौपाल में जिला अधिकारियों की उपस्थिति में ग्रामीणों की समस्याएं सुनी। चौपाल में वनाधिकार पत्र, बिजली, आंगनबाड़ी में कार्यकर्ता की नियुक्ति, स्कूल में बाउंड्रीवॉल, देवालय निर्माण सहित शिक्षकों की समस्याओं का समाधान मौके पर किया गया। जिससे ग्रामीणों को राहत मिली।
कलेक्टर ने ग्रामीणों के जल, जंगल, जमीन से बेदखली एवं जाति-निवास प्रमाण पत्र बनाने में आने वाली दिक्कत के संबंध में कहा कि जिला प्रशासन आप लोगों के साथ है, बगैर आप लोगों की सहमति से कोई काम नहीं होगा। धैर्य और सौहार्द बनाये रखें, आवेश में कोई काम न करें, कानून को अपने हाथ में न लें। जिला प्रशासन गांव के विकास में पूरा सहयोग करेगा।
उन्होंने कहा कि जाति प्रमाणपत्र सेटलमेंट के आधार पर बनता है। सेटलमेंट में जिसका जो जाति है वही जाति का प्रमाणपत्र बनता है। अन्य स्थान पर बस जाने से जाति प्रमाण पत्र बनवाने में कोई दिक्कत नहीं होगी। इसके साथ ही अब यह भी सुविधा हो गई है कि पिता का जाति प्रमाण पत्र बना है तो केवल उसके आधार पर भी बन जाता है। अब जन्म प्रमाण पत्र के साथ ही जाति प्रमाण पत्र भी बन रहा है। उन्होंने वनाधिकार पत्र में दावा से कम जमीन का पट्टा मिलने की शिकायत पर एसडीएम एवं तहसीलदार को सभी पट्टों का पुन: परीक्षण करने के निर्देश दिए।
बिजली समस्या हेतु लगेगा शिविर
गांव में ट्रांसफार्मर, लो वोटेज एवं थ्री फेस सहित अन्य समस्या के समाधान के लिए कलेक्टर ने शिविर लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने फतेहपुर के नाक़ापारा में अब तक बिजली नही पहुंचने पर मुख्यमंत्री मजरा टोला के अंतर्गत बिजली लगाने के निर्देश दिये। इसके साथ ही बंटवारा, नामांतरण के प्रकरणो का निराकरण हेतु तहसीलदार को निर्देशित किया।
अवैध पेड़ कटाई पर रेंजर को फटकार
शिविर में ग्रामीणों ने शिकायत की कि गांव से लगे हुए जंगल में रात को बाहरी लोग पेड़ काटते हंै। वन विभाग के कर्मचारियों को सूचनना देने पर भी नहीं आते। कलेक्टर ने उदयपुर रेंजर मो फटकार लगाते हुए कहा कि ग्रामीणों की सूचना पर तत्काल कार्रवाई करें।
एक वाट्सएप ग्रुप भी बनाये, जिसमें ग्रामीणों को जोड़ें और पेड़ काटने या आग लगने की घटना की जानकारी मिलते ही संबंधित को सक्रिय करें।