सरगुजा
मानसिक रूप से था बीमार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
लखनपुर, 20 अप्रैल। हत्या कर फांसी लटकाने जैसे संदिग्ध मामले को पुलिस ने एक दिन में ही खुलासा कर दिया और जांच के उपरांत आत्महत्या बताया गया। फांसी लगाकर आत्महत्या करने वाला युवक मानसिक रूप से बीमार होना बताया गया, जिसके कारण फांसी लगाकर आत्महत्या की।
नव पदस्थ प्रशिक्षु आईपीएस रॉबिंसन गुडिय़ा ने बताया कि बुधवार को लखनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम गोरता के परसापारा में एक युवक बुधन सिंह को राम ग्राम गोरता ने आम के तना पर सिर पर कई जगह गंभीर चोट और लहूलुहान स्थिति में फांसी लगा लटका हुआ देखा गया। सूचना पर रॉबिंसन गुडिय़ा के द्वारा पुलिस स्टाफ के साथ घटनास्थल पर पहुंच तत्काल फॉरेंसिक एक्सपर्ट श्री कुजूर को मौके पर बुलाकर जांच पड़ताल की गई तथा शव को पीएम कराया गया।
जांच के दौरान यह बात सामने आई कि मृतक युवक का मानसिक संतुलन काफी दिनों से खराब था और वह भी इधर-उधर उल्टा सीधा हरकतें करता रहता था, वहीं बीते दिन भी घटनास्थल से महज 100 मीटर दूरी पत्थर पर अपने सिर को लगातार मारने लगा और जिससे सिर में गंभीर चोट आई और लहूलुहान हो गया था।
प्रथम दृष्टया यह भी प्रतीत होता था कि युवक को किसी के द्वारा हत्या कर फाँसी पर लटका दिया गया, परंतु सूक्ष्म जांच कर पीएम रिपोर्ट तथा फॉरेंसिक एक्सपर्ट तथा उनके परिजनों से पूछताछ के उपरांत यह स्पष्ट हो पाया कि मृतक मानसिक रूप से विक्षिप्त था और वह अपने सिर को पत्थर में मारने के उपरांत लहूलुहान होने पर युवक अपने गमछा को फाड़ कर दो भागों में जोडक़र आम वृक्ष के डगाल पर फांसी लगाकर आत्महत्या किया।