सरगुजा

आदित्येश्वर की पहल पर पहली बार जिपं से बाहर मैनपाट में हुई शिक्षा स्थायी समिति की बैठक
21-Apr-2022 7:20 PM
आदित्येश्वर की पहल पर पहली बार जिपं से बाहर मैनपाट में हुई शिक्षा स्थायी समिति की बैठक

मध्यान्ह भोजन, छात्रावासों-विद्यालयों की स्थिति सहित कई विषयों पर चर्चा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 21 अप्रैल। सरगुजा जिला पंचायत उपाध्यक्ष आदित्येश्वर शरण सिंह देव की पहल पर पहली बार अम्बिकापुर जिला पंचायत सभाकक्ष के बजाए जिला स्तरीय शिक्षा स्थायी समिति की बैठक गुरुवार को विकासखंड शिक्षा कार्यालय मैनपाट में आयोजित की गई।

जिला पंचायत के उपाध्यक्ष आदित्येश्वर शरण सिंह देव ने कहा कि बैठकें लगातार जिला पंचायत के सभाकक्ष अथवा अम्बिकापुर में होने से क्षेत्रों की समस्याओं के बारे में सही जानकारी कई बार मिल नहीं पाती। जिला पंचायत सदस्य एवं जनपद के प्रतिनिधि कई बार अपने सवाल के जवाब के दौरान अधिकारियों के उत्तर को गलत बताते हैं तथा धरातल पर स्थिति कुछ और होती है। इन्हीं कारणों से ब्लॉक स्तर पर बैठक कर रहे हैं ताकि जनप्रतिनिधियों की समस्याओं का निराकरण हो। धरातल पर देखा जा सके कि जो कागज़ों पर है, वह यथार्थ में क्या है? जिले के सातों ब्लॉकों में अलग-अलग समिति की बैठक कर जहाँ समस्याओं का निराकरण होगा, वहीं आमजनों से भी मुलाकात होगी।

मैनपाट में आयोजित बैठक में मध्यान्ह भोजन, सरस्वती नि:शुल्क सायकल योजना, आत्मानन्द हिंदी एवं अंग्रेजी उत्कृष्ट विद्यालय, हॉस्टलों की स्थिति, विद्यालयों की स्थिति सहित शिक्षकों की पदस्थापना एवं अन्य विषयों पर चर्चा हुई।

जिला पंचायत अध्यक्ष मधु सिंह ने हॉस्टलों की स्थिति, वहां पर पानी, खाना सहित अन्य उपलब्धता एवं मध्यान्ह भोजन में मिलने वाले आहार को लेकर भी सवाल उठाये। उन्होंने कहा कि मैन्यू कुछ और है और मिल कुछ रहा है। जिला पंचायत अध्यक्ष मधु सिंह ने उपस्थित जिला पंचायत सदस्यों एवं जनपद उपाध्यक्षों एवं सदस्यों से भी पूछा कि क्या आपने कभी मैन्यू के आधार पर खाना का वितरण देखा है, अधिकतर ने कहा-नहीं, मध्यान्ह भोजन को सुधारने हेतु निर्देशित किया गया।

बच्चों को अच्छी सुविधा एवं कोचिंग दिलाने का करेंगे प्रयास
जिला पंचायत उपाध्यक्ष आदित्येश्वर शरण सिंह देव ने शिक्षा विभाग एवं आदिवासी विकास विभाग के अधिकारियों से कहा- विगत दिनों मैं शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रामपुर गया था, जहाँ बच्चों ने जानकारी दी कि जिले के लगभग 100 बच्चे जेईई एवं नेट की तैयारी कर रहे हैं, ऑनलाईन कोचिंग के माध्यम से पढ़ाई होने से काफी परेशानी होती है। यदि ऑफलाईन पढ़ाया जाये और हॉस्टल की सुविधा उपलब्ध कराई जाये, क्या हम ऐसा कर सकते हैं? आदिवासी विकास विभाग ने कहा कि 1 मई से 15 जून तक के लिए हॉस्टल उपलब्ध करा देंगे, किन्तु भोजन एवं अन्य खर्च की व्यवस्था करनी होगी। जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं सदस्यों ने कहा कि डीएमएफ एवं अन्य मद से भोजन एवं अन्य खर्च की व्यवस्था करेंगे। ताकि जिले के बच्चों को अच्छी सुविधा एवं कोचिंग मिल सके।

100  में केवल 20 स्कूल ही बच्चों के बैठने लायक -आदित्येश्वर
जिला पंचायत उपाध्यक्ष आदित्येश्वर शरण सिंह देव ने कहा कि मैंने अम्बिकापुर ब्लॉक के 41 गांवों के सभी प्रायमरी स्कूलों का सर्वे कराया है, जहाँ 100 से अधिक स्कूलों में केवल 20 ही ऐसी स्थिति में है, जहाँ बच्चों के बैठने लायक अच्छी स्थिति है, बाकी के सभी स्कूल जीर्ण-शीर्ण स्थिति में है। इसके लिए हमें काम करने की आवश्यकता है, प्रायमरी स्कूलों की ओर हम सब ध्यान नहीं देते, इसलिए ऐसी स्थिति है।

इसके लिए कार्ययोजना बनाकर कार्य करने की आवश्यकता है, कैसे हम कार्ययोजना बनाकर अगले 2-3 सालों में स्कूलों को ठीक कर सकते हैं, इस पर कार्य करना है।

जिला पंचायत सदस्य राकेश गुप्ता ने कहा कि मरम्मत के लिए पैसे कम मिल रहे हैं, जिससे स्कूलों की बिल्डिंग अच्छी स्थिति में नहीं है। हमने अम्बिकापुर ब्लॉक में कम पैसे में ज्यादा रूम बनाने का एक प्रयोग किया है, जहां तीन अतिरिक्त कक्ष के स्थान पर एक साथ पांच कक्ष, 4 के स्थान पर 7 कक्ष ऐसे कुछ तकनीक हमें अपनाना होगा, जिससे कम लागत में ज्यादा काम कर सकें और अपने स्कूलों को साधन सुविधा सहित अच्छा बनाया जा सके।

इस दौरान जिला पंचायत सदस्य राजनाथ सिंह, अनिमा केरकेट्टा, बालमदीना निराला, सुनील बखला, जनपद पंचायत सीतापुर उपाध्यक्ष शैलेश सिंह, लखनपुर उपाध्यक्ष अमित सिंह देव, मैनपाट जनपद अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष, जिला शिक्षा अधिकारी, आदिवासी विकास आयुक्त सहित शिक्षा विभाग से संजय सिंह, रविशंकर पांडेय, रमेश सिंह, गिरीश गुप्ता, संजय सिंह व अन्य कर्मचारी एवं अधिकारी सहित बलराम यादव, अटल यादव, नागेश्वर यादव उपस्थित थे।

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