रायपुर
![बिजली की मांग 53 सौ मेवॉ तक पहुंची, उत्पादन 83 % बिजली की मांग 53 सौ मेवॉ तक पहुंची, उत्पादन 83 %](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1652275858LF.jpg)
बेहतर रखरखाव से बढ़ी संयंत्रों की उत्पादन क्षमता
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 11 मई। भीषण गर्मी के कारण प्रदेश में बिजली की मांग बढ़ गई है, जिसकी आपूर्ति करने सभी बिजली संयंत्र पूरी क्षमता से चलाए जा रहे हैं। अप्रैल महीने में जनरेशन कंपनी के सभी संयंत्रों ने बेहतर उत्पादन किया। अप्रैल में प्रदेश के संयंत्रों का प्लांट लोड फैक्टर (पीएलएफ) 83.83 प्रतिशत रहा। देशभर के 33 स्टेट पॉवर सेक्टर में छत्तीसगढ़ के संयंत्र दूसरे स्थान पर रहे। छत्तीसगढ़ में इस वर्ष अधिकतम विद्युत मांग 5300 मेगावाट तक पहुंच गया है। गर्मी के कारण विद्युत उपकरणों का इस्तेमाल अधिक हो रहा है साथ ही उद्योग पूरी क्षमता से चल रहे हैं, जिसके कारण बिजली की मांग बढ़ गई है।
नेशनल पॉवर पोर्टल की मई में जारी रिपोर्ट के अनुसार छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर जनरेशन कंपनी के सभी संयंत्र पूरी क्षमता से चल रहे हैं। प्रदेश के संयंत्र अप्रैल में 83.83 प्रतिशत प्लांट लोड फैक्टर (पीएलएफ) को अर्जित किया है, यह मार्च के 79.74 की तुलना में लगभग 4 प्रतिशत अधिक है। जबकि देशभर के 33 स्टेट सेक्टर के संयंत्र का औसत पीएलएफ 69.26 प्रतिशत रहा।
इतना उत्पादन कर रहे संयंत्र
1 से 30 अप्रैल के बीच डीएसपीएम संयंत्र 98.21 फीसदी पीएलएफ, जबकि मार्च में 97.37 प्रतिशत। कोरबा वेस्ट के 840 मेगावाट के प्लांट का पीएलएफ अप्रैल में 73.20 प्रतिशत रहा, यह मार्च में 62.39 प्रतिशत की तुलना में लगभग 11 प्रतिशत अधिक है। इसी तरह कोरबा वेस्ट एक्सटेंशन 500 मेगावाट का पीएलएफ अप्रैल में 97.54 प्रतिशत रहा, जबकि मार्च में यह 90.92 प्रतिशत ही था। यानी अप्रैल में इस संयंत्र से लगभग 7 प्रतिशत अधिक उत्पादन रहा।