रायपुर

लेखापाल भर्ती में फर्जीवाड़ा, रणजी कप्तान पर केस दर्ज
12-May-2022 5:07 PM
लेखापाल भर्ती में फर्जीवाड़ा, रणजी कप्तान पर केस दर्ज

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 12 मई। 
विधानसभा थाना में लेखापाल पद की भर्ती के दौरान फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत करने का मामला सामने आया है। शिकायत पर पुलिस ने रणजी टीम के कप्तान हरप्रीत सिंह भाटिया के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज करने पुष्टि की।

पुलिस ने बताया, हरप्रीत सिंह भाटिया के खिलाफ में शुभमन तांबी भारतीय लेखा एवं परीक्षा विभाग ने एफआईआर दर्ज कराई। बताया गया कि आरोपी के द्वारा लेखापाल पद भर्ती परीक्षा के समय बुंदेलखंड विश्वविद्यालय का बीकॉम अंतिम वर्ष का फर्जी प्रमाण पत्र दिया गया था। जांच के दौरान प्रमाण पत्र के फर्जी होने का खुलासा हुआ। इसके बाद परीक्षा विभाग के द्वारा थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई गई।

पता चला है कि रणजी टीम के कप्तान हरप्रीत भाटिया आईपीएल के ऑक्शन में ही शामिल रहे हैं। उनकी तरफ से छत्तीसगढ़ शासन में लेखापाल के पद पर भर्ती के लिए आवेदन किया गया था। आवेदन में शामिल दस्तावेजों की स्कूटनी किए जाने के बाद यूनिर्वसिटी के नाम पर फर्जी प्रमाण पत्र जमा करने का खुलासा हुआ। दस्तावेजों के आधार पर लेखा पाल विभाग ने विधानसभा थाना में शिकायत दर्ज कराई।

  दुर्भाग्यपूर्ण घटना-प्रवीण जैन  
रायपुर 12 मई। छत्तीसगढ़ की रणजी टीम के कप्तान आईपीएल खिलाड़ी हरप्रीत सिंह भाटिया के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला विधानसभा थाना में दर्ज हुआ है उनपर आरोप है कि उन्होंने लेखाकार पद के लिए बुंदेलखंड विश्विद्यालय की फर्जी मार्कशीट बनवाकर सरकारी नौकरी के लिए आवेदन किया है। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी खेलकूद प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष प्रवीण जैन ने इसे बहुत गंभीर और दुर्भाग्यपूर्ण घटना बतलाया है।

 उन्होंने कहा कि यह कोई पहला मामला नही है जब क्रिकेट संघ के खिलाडिय़ों पर फर्जी दस्तावेज बनाकर कूटरचना के आरोप लगे हों, इसके पूर्व भी कई मामले सामने आते रहे हैं जब खिलाड़ी खेलने के लिए, पढ़ाई के लिए, नौकरी के लिए, निवास स्थान के लिए अपने दस्तावेजों से छेडख़ानी करते हैं। कई बार खिलाड़ी जाने अंजाने में प्रतिबंधित दवाओं का भी इस्तेमाल करते हैं, पता नही खिलाडिय़ों को ऐसा करने की सलाह कौन देता है? जब ये खिलाड़ी पकड़े जाते हैं तो पूरा करियर चौपट हो जाता है।

प्रवीण जैन ने खिलाडिय़ों से अपील करते हुए कहा है कि प्रदेश के खिलाड़ी हमारे प्रदेश की धरोहर हैं, उनसे प्रदेश का गौरव जुड़ा हुआ होता है, इस तरह के फर्जी दस्तावेज तैयार कर वे ना केवल अपना नुकसान करते हैं बल्कि वे अपने माता पिता, पूरे प्रदेश और देश की उम्मीदें भी धूमिल करते हैं। इन सभी चीजों से खिलाडिय़ों को बचना चाहिए और साफ सुथरे चरित्र के साथ अपने जीवन में आगे बढऩा चाहिए।

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