रायपुर
रायपुर, 15 मई। हाईवे में स्थित गांव खैरझिटी, कौंवाझर, मालीडीह के कृषि भूमि, वन भूमि, गरीबों का काबिल कास्त भूमि, आदिवासी भूमि में गैर कानूनी ढंग से करणी कृपा स्टील एवं पावर प्लांट लगाने के विरोध में विगत 25 फरवरी 2022 से किसानों द्वारा छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले अखण्ड धरना सत्याग्रह चल रहा है। आज सत्याग्रह के 80वें दिन का नेतृत्व चैनुराम साहू, नन्दलाल सिन्हा, डेविड चंद्राकर,डोमारसिंह नेताम,अमरदास टंडन, उदय चंद्राकर,बोधन यादव ने किया।
आज के सत्याग्रह में लगभग 70 किसान, जवान और महिलाओं ने भाग लिया। सत्याग्रह सभा को दशरथ सिन्हा, उदयराम चंद्राकर, चैनुराम साहू,अमरदास टंडन, बिषरू सिन्हा, रमेश विश्वकर्मा, श्रीमती नीरा ध्रुव(सरपंच), डिगेश्वरी चंद्राकर पूर्व सरपंच आदि ने संबोधित किया। धरना सत्याग्रह को संबोधित करते हुए किसान नेता चैनुराम साहू ने कहा कि आग उगलते भीषण गर्मी में भी धरना सत्याग्रह में 60-70 की संख्या में प्रतिदिन सत्याग्रहीयों की भागीदारी इस बात का प्रमाण है कि करणी कृपा स्टील एवं पावर प्लांट के विरोध में किसानों और महिलाओं में कितना आक्रोश है।
उदयराम चंद्राकर ने कहा कि संविधान सम्मत नागरिक अधिकार को खत्म करने के लिए कांग्रेस की भूपेश सरकार के नौकरशाहों द्वारा अघोषित आपातकाल लागू करने के विरोध में किसान मोर्चा ने माननीय उच्च न्यायालय में रिट दायर किया था उसके पक्ष में गृह विभाग के सचिव और शासन को नोटिस जारी हो गया है। यह हमारे किसानों मोर्चा के सत्याग्रहियों सहित तीन करोड़ नागरिकों का जीत है।इस समाचार से आंदोलनकारी किसानों के उत्साह को चौगुना बढ़ा दिया है।
श्रीमती नीरा ध्रुव सरपंच ने कहा कि इस लडाई में हमारी पूरी जीत होकर रहेगी।डिगेश्वरी चंद्राकर ने कहा कि इस काला कानून के पक्ष में उद्योगपति को संरक्षण देने वाले महासमुंद के जिलाधीश का चेहरा धूमिल हो जाएगा।हमेशा जीत सत्य और प्रजातंत्र की होगी।नौकरशाहों की दमनकारी नीति नहीं चलेगी।