रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 16 मई। दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर की जांच कर रही डीजीसीए की टीम ने निर्माता कंपनी अगुस्ता के अधिकारियों को भी तलब किया है। इसके पीछे यह बताया गया है कि हेलीकॉप्टर की मेनूफेक्चरिंग और असेंबलिंग में खामियां को दुर्घटना का कारण माना गया है।
डीजीसीए के आधा दर्जन विशेषज्ञों ने दुर्घटना की मौके पर जांच पूरी करने के बाद कंपनी से पूछताछ करने का फैसला किया है। रायपुर में स्टेट हैंगर के तकनीशियनों से हुई पूछताछ के बाद इसका स्पष्ट मत है कि दुर्घटना के पीछे मेंटेनेंस में कमियां नहीं थी। कहीं न कहीं चॉपर के निर्माण में खामियां रही है। विशेषज्ञों को यह बताया गया है कि 2007 में अगुस्ता 109 पॉवर, चॉपर के कई अहम पुर्जे इटली से दिल्ली लाकर एसेबल किए गए थे। उसके बाद से बीते 15 वर्षों में चॉपर कई बार खराब होता रहा है। दो दफे तो इंजिन भी रिप्लेस किया गया। टेल रोटेटर भी बदला जा चुका था।
विशेषज्ञों का कहना है कि या तो मूल पुर्जे में खामियां रही या बदले गए पुर्जों में। इन खामियों के चलते ही अगुस्ता कंपनी और डीजीसीए को कई बार मेंटेनेंस डायरेक्टिव्स देने पड़ते रहे हैं। यह निर्देश, रांची में दुर्टनाग्रस्त चॉपर के लिए भी दिए गए। यह घटना, 2012 में हुई थी। इस निष्कर्ष पर पहुंचने के बाद भी डीजीसीए ने कंपनी पर कोई कार्रवाई नहीं की। केवल यह कहा गया कि लॉकिंग सिस्टम को और पुख्ता किया जाए। इन तथ्यों के हवाले से ही डीजीसीए ने अगुस्ता कंपनी के टेक्निकल अफसरों को पूछताछ के लिए ई-मेल किया है।
भेंट मुलाकात का दौरा जारी रहेगा 19 से
इस बीच विमानन विभाग और सीएम सचिवालय के सूत्रों ने बताया कि सीएम भूपेश बघेल का भेंट मुलाकात का दौरा जारी रहेगा। सीएम बघेल 19 मई से दूसरा चरण शुरू करेंगे। वे इस बार बस्तर, दौरे पर रहेंगे। इसके लिए हेलीकॉप्टर की व्यवस्था की गई है। जिसका किराया 3 लाख रूपए प्रति घंटा होगा।