रायपुर

नशे में उड़ता रायपुर, नार्कोटिक्स सेल बनने के बाद रिकार्ड मादक
31-May-2022 9:23 PM
नशे में उड़ता रायपुर, नार्कोटिक्स सेल बनने के बाद रिकार्ड मादक

पदार्थ बरामद, रुपयों में नशीले दवाओं की कीमत 98 लाख पार

 स्पेशल टीम बनने के बाद शहर में तस्करों की घेराबंदी जारी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायपुर,  31 मई। प्रदेश की राजधानी में नशा कारोबार चरम पर है। ब्राउन शूगर से लेकर गांजा तस्कर बड़ा नेटवर्क जमाकर पुडिय़ा खपाने में जुटे हैं। हाल के दिनों में एंटी क्राइम ब्रांच की स्पेशल टीम बनने के बाद नार्कोटिक्स सेल ने कार्रवाई शुरू की है। सामने आए आकड़ों ने चौंकाया है। पुलिस टीम ने डेढ़ से दो महीने के भीतर ही बड़े तस्करों को पकड़ा है इनके पास से नशीले पदार्थों का भारी भरकम स्टॉक बरामद हुआ है। जितनी नशीली सामग्रियां बरामद हुई है उसका हिसाब ही 98 लाख रुपये से ज्यादा का पहुंच गया है। दो से ढाई महीने के भीतर बरामद स्टॉक पुलिस के लिए भी चौंकाने वाला रहा है। शहर में सूखा नशा का सबसे ज्यादा चलन है। सबसे ज्यादा गांजा और इसके बाद नशे की गोलियां बरामद हुई है। ब्राउन शूगर पावडर के साथ भी कई लोग दबोचे गए हैं। नशा कारोबार पर बंदिश लगाने के दौरान पुलिस ने मेडिकल से बिकने वाले सीरप भी जब्त किया है। नार्कोटिक्स सेल के गठन होने के बाद नशेडिय़ों की धरपकड़ और इनके बीच नशा परोसने वालों की तस्दीकी चल रही है तब यहां इंजेक्शन के जरिए भी नशा बेचने का खुलासा हुआ है। टिकरापारा में एक गिरोह को पकड़ा जा चुका है जिसने दो से ढाई हजार रुपये की कीमत पर इंजेक्शन बेचने खुलासा किया है। हालांकि नशे का डोज किस मेडिकल प्लेटफार्म से तस्करों के पास पहुंच रहा है, इस बारे में कोई बड़ा खुलासा नहीं हो सका है। नशा कारोबार के खुलासे में जो आकड़े हैं उस हिसाब से शराब सेवन से कहीं ज्यादा लोग गांजा और दूसरी दवाओं का सेवन करते मिले हैं। थानेवार हुई कार्रवाई में एंटी क्राइम यूनिट ने घनी आबादी वाले हिस्सों में घेराबंदी कर तस्करों को पकड़ा है। आरोपी टुकड़ों में नशे का पार्सल खपाने की फिराक में निकले थे। मुखबीर तंत्र सक्रिय करने के बाद जांच टीमों ने आरोपियों को दबोचा। प्रभारी एएसपी क्राइम यूनिट अभिषेक माहेश्वरी के मुताबिक नशा कारोबार पर पूरी तरह से अंकूश लगाने दूसरे राज्यों की पुलिस से भी समन्वय स्थापित कर गिरोह की पतासाजी कर रहे हैं। ओडिशा, मुंबई से रायपुर में डेरा जमाने वाले तस्करों को दबोचने सफलता मिली है। लोकल गिरोह जो नशा कारोबार में संलिप्त है पुलिस उन तक भी पहुंचने प्रयास कर रही है। लोकल मुखबीर तंत्र सक्रिय किए हैं।

14 मामलों में 39 तस्कर जेल गए

एंटी क्राइम एंड सायबर सेल और फिर नार्कोटिक्स सेल की कार्रवाई में अभी तक 14 बड़े मामलों में तस्करों को जेल भेजा गया है। पुलिस रिकार्ड में करीब 39 आरोपी जेल भेजे गए हैं। ज्यादातर आरोपी दूसरे राज्यों के रहने वाले हैं। रायपुर के रास्ते गांजा, ब्राउन शूगर और नशे की गोलियां खपाने की फिराक में रायपुर पहुंचे लेकिन सटीक मुखबीरी होने के बाद पुलिस टीम ने इन्हें दबोच लिया।

सिविल लाइंस थाना सबसे ऊपर

कार्रवाई के मामले में थानेवार सबसे ज्यादा आरोपी सिविल लाइंस थाना में धरे गए हैं। बता दें जांच दल ने नौ बड़े तस्करों को पकड़ा है, जिनके पास से लाखों रुपये की नशा सामग्रियां बरामद की गई है। गंज, खमतराई, गुढिय़ारी और टिकरापारा थाना क्षेत्र में भी पुलिस ने कार्रवाई की है। सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में बस स्टॉपेज के पास पुलिस ने सबसे ज्यादा संदिग्धों को उठाया। बस और दूसरे चारपहिया वाहनों से गांजा पार्सल लेकर आने वाले नाकाबंदी में फंसे।

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