रायपुर
![महंगाई-बेरोजगारी के खिलाफ माकपा की रैली, पेट्रो पदार्थों पर उत्पाद शुल्क खत्म करे मोदी सरकार महंगाई-बेरोजगारी के खिलाफ माकपा की रैली, पेट्रो पदार्थों पर उत्पाद शुल्क खत्म करे मोदी सरकार](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1654103168akswadi.gif)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1 जून। माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के केंद्रीय समिति ने आह्वान के द्वारा 25 से 31 मई को पूरे देश भर में मंहगाई और बेरोजगारी के खिलाफ देशव्यापी अभियान के तहत माकपा कार्यकर्ताओं ने यहां रैली निकालकर प्रदर्शन किए, और केंद्र सरकार से पेट्रो पदार्थों पर उत्पाद शुल्क खत्म करने की मांग की।
रायपुर में डंगनिया से रैली निकाला गया जो नगर भ्रमण के बाद बाजार में एक बड़ी सभा में तब्दील हो गई। इस मौके पर आमसभा को संबोधित करते हुए माकपा नेता धर्मराज महापात्र ने कहा कि बढ़ती महंगाई की सबसे बड़ी मार इस देश के शहरी-ग्रामीण गरीबों, वंचितों और आर्थिक रूप से कमजोर तबकों पर पड़ रही है। यह महंगाई भाजपा की मोदी सरकार की नीतियों की उपज है, जिसके राज में वर्ष 2014 के मुकाबले पेट्रोल-डीजल-गैस की कीमतों में कमरतोड़ वृद्धि हुई है और जिसका सीधा प्रभाव हमारे उत्पादन और माल की कीमतों पर पड़ता है।
इस महंगाई ने हमारे देश औद्योगिक विकास और आजीविका और रोजगार को भी प्रभावित किया है और कोरोना संकट से जुडक़र बेरोजगारी चरम पर पहुंच चुकी है। पिछले साल की तुलना में आज सकल महंगाई दर 8 प्रतिशत है। यानी बाजार में पिछले वर्ष के 100 रुपये की जगह आज 108 रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं।
पार्टी नेता एस सी भट्टाचार्य, प्रदीप गभने, शीतल पटेल, के के साहू ने अपने संबोधन में कहा कि कोरोना संकट से हमारी अर्थव्यवस्था अभी तक नहीं उबरी है और आम जनता मजदूरी में गिरावट और बेरोजगारी का सामना कर रही है। हमारे देश की गरीब जनता अपनी कुल आय का 50 प्रतिशत से ज्यादा अपने जिंदा रहने के लिए खाने-पीने के सामान पर ही खर्च करती है। इस महंगाई ने खाद्यान्न खर्च को बढ़ाया है और अन्य जरूरतों को पूरा करने के लिए उन्हें अपने आहार-खर्च में कटौती करनी पड़ रही है। इससे आम जनता के जीवन स्तर में भयंकर गिरावट आई है और वे कुपोषण का शिकार हो रहे हैं। माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी मांग कर रही है कि पेट्रोल-डीजल-गैस पर लगाये जा रहे सभी प्रकार के सेस/सरचार्ज (जो उत्पाद शुल्क का 95 प्रतिशत होता है) वापस लो और 2014 के स्तर पर इनकी कीमतों को लाओ।
ाशन दुकानों से सभी लोगों को गेहूं, चावल, दाल, तेल सहित सभी जीवनोपयोगी वस्तुओं को सस्ते दरों पर वितरित करो। आयकर दायरे से बाहर के सभी परिवारों को प्रति माह 7500 रुपये की नगद मदद दो। मनरेगा में सभी जरूरतमंद परिवारों को हर साल 200 दिन काम, 600 रुपये रोजी दो। बकाया मजदूरी दो। शहरी गरीबों के लिए रोजगार गारंटी योजना शुरू करो और बेरोजगारी भत्ता देने के लिए एक केंद्रीय कानून बनाओ। पार्टी ने डंगनिया खदान बस्ती के बाशिंदों सहित झुगिवासियो को राज्य सरकार से अपने वादे के अनुरूप स्थाई पट्टा दिए जाने की मांग भी की।
माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के इस रैली में राज्य सचिव मंडल सदस्य कामरेड धर्मराज महापात्र माकपा के जिला सचिव प्रदीप गभने, केके साहू, शीतल पटेल, अजय कन्नौजे,भाऊ राम वर्मा, ज्वालाप्रसाद देवांगन, रबी सोनी, राकेश लोधी, राहुल यादव, दीपक बर्वेकर, पुष्पा वर्मा गोदावरी तारक, सुरेश देवांगन राधेलाल, भावना वर्मा, विमला साहू, दिलीप साहू ,शीतल पटेल नेमसिंह ,चंद्रकुमार पटेल, भावेश साहू, शैलेंद्र लोधी, पप्पू यादव, अमित धु्रव तिलक देवांगन गलेश्वर, निर्मला पटेल सहित सैकड़ो नागरिक शामिल थे।