रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 7 जून। राजधानी के रेल्वे स्टेशन में सुरक्षा और चाक चौबंद की जा रही है। सात प्लेटफार्म वाले विशाल स्टेशन से अब कोई भी अपरीधी आरपीएफ और जीआरपी से नजरें नहीं चुरा पाएगा। स्टेशन को मुंबई की तरह एफआरसी कैमरे से लैस किया जा रहा है।
रायपुर रेल्वे स्टेशन पर इस समय 55 सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जा रही है। पांच वर्ष पूर्व 2017 में तत्समय की तकनीक वाले कैमर लगाए गए थे। इनमें सुरक्षा मानकों के हिसाब से खामियां है। इसे देखते हुए नए और हाई रेजुलेशन वाले 22 नए कैमरे लगाए जाएंगे। अभी लगे कैमरे केवल दिन में ही बेहतर पिक्चर क्वालिटी दे रहे हैं। इनमें नाईट विजन सिस्टम न होने से रात होने या बिजली गुल होने पर रिकार्डिंग नहीं हो पाती है। साथ ही दूर का पिक्चर भी साफ है। कवर नहीं हो पाता है। आरपीएफ 22 नए फेस रीडिंग कैमरे (एफआरसी) कैमरे लगाने जा रहा है। ये कैमरे लंबी दुरी के पिक्चर को भी क्लोजअप डिस्प्ले करने में सक्षम हैं। साथ ही इनकी जद में अपराधी का चेहरा पड़ते ही लंबी बीप की आवाज आएगी और अपराधी को तत्काल गिरफ्तार किया जा सकेगा इसके लिए आरपीएफ जीआरपी के पास उपलब्ध क्रिमिनल्स रिकार्ड और फोटोज इन कैमरों के कंट्रोल सिस्टम में अपलोड किए जाएंगे। आरपीएफ डीएसपी के मुताबिक प्लेटफार्म के अलग-अलग रिजर्वेशन आफिस ओर आरपीएफ थानों में भी कैमरे लगाए जाएंगे। अभी रिजर्वेशन आफिस में एक ही कैमरा है। 3 और लगाने की तैयारी है। इसी तरह से रायपुर रेल्वे मंडल के दुर्ग स्टेशन में भी 40 कैमरे लगाने केबलिंग का काम पूरा हो गया है। जल्द ही कैमरे भी लगा दिए जाएंगे।
इससे पहले भाठापारा-तिल्दा स्टेशन में रेलटेल ने 37-37 कैमरे लगाएं हैं। भिलाई पॉवर हाऊस और भिलाई नगर में भी कैमरे लगाए जा रहे है।
हमने चारों स्टेशनों के लिए कैमरे लगाने का प्रस्ताव सिग्नल डिपार्टमेंट को भेज दिया है। अगले छह महीने में इन्हें लगा दिया जाएगा।
संजय गुप्ता, डीएससी आरपीएफ रायपुर