राजनांदगांव
बनवाया जा रहा धरसा रोड, ग्रामीणों का विरोध
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गंडई, 17 जून। ग्राम पंचायत जगमड़वा में तहसीलदार एवं उनकी टीम द्वारा बनवाए जा रहे खेत पहुंच धरसा रोड का सीमांकन किया। इस दौरान जानकारी सामने आया कि जहां धरसा सडक़ बनाया जा रहा है, वहां कभी खेतों से निकलने वाले पानी के लिए नाला था। जबकि पंचायत प्रस्ताव कर वहां पर रोड बना रही है।
मिली जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत जगमड़वा में बीते कुछ दिनों पहले खेत पहुंच मार्ग बनवाने के लिए रोजगार गारंटी के तहत धरसा मार्ग बनवाया जा रहा है, जिसे लेकर वहां के कुछ किसानों ने विरोध किया कि यहां पर हमारी जमीन है। नाप-जोख करवा लें और हमारी जमीन का सीमांकन करवा लें और उसी हिसाब से धरसा सडक़ को बनवाया जाए। सूत्रों के बताए अनुसार सरपंच टीकम साहू द्वारा मनमानी करते आधी रात को उक्त सडक़ मनरेगा जैसे योजना के माध्यम से बनवाया जा रहा है। मामले पर संबंधितों ने विरो किए तो सरपंच द्वारा मारपीट किया गया, जिस पर मामला गंडई थाना भी पहुंचा। वहीं ग्रामीणों द्वारा उच्च अधिकारियों और नेताओ को मामले पर शिकायत किया गया।
तहसीलदार की टीम पहुंची सीमांकन करने
मिली जानकारी के अनुसार आवेदन प्राप्त होने के बाद तहसीलदार, आरआई, पटवारी और कोटवारों की टीम ग्राम में पहुंची और खेतों का सीमांकन करते शासकीय भूमि का चिन्हांकन किया। वहीं इस मामले पर तहसीलदार टीआर वर्मा ने बताया कि विवादित जगह पर कोई चांदा नहीं था, इसलिए पूरे दिन बहोत से खेतों के मेड के माध्यम से सीमांकन कर सरकारी भूमि को चिन्हांकित कर लिए है, जल्द ही आवेदकों की भूमि का भी सीमांकन करवाया जाएगा। वहीं ग्रामीणों में राकेश साहू ने पंचायत के ऊपर मनमानी का आरोप लगाते बताया कि जब तहसीलदार की टीम बता रही है कि पूर्व में यहां नाला था तो बिना जानकारी निकाले ही पंचायत द्वारा यहां धरसा सडक़ का निर्माण किया जा रहा है, वो भी मनरेगा के अंतर्गत रात के अंधेरे में । साथ ही बताया कि धरसा मार्ग बनाने के नाम पर पंचायत द्वारा दो हरे भरे वहां के पेड़ की बलि चढ़ा दिया गया है।