राजनांदगांव
एमपी से लौटे सृष्टि कॉलोनी के एक परिवार में 5 पॉजिटिव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 17 जून। चौथी लहर की दस्तक के बीच राजनांदगांव जिले में कोरोना मरीज की तादाद दर्जनभर पहुंच गई है। बुधवार को एक परिवार में पांच सदस्यों के कोरोना पॉजिटिव होने से सक्रिय मरीजों का आंकड़ा सीधे 11 पहुंच गया। जनवरी-फरवरी की तीसरी लहर के थमने के करीब चार माह बाद वैश्विक महामारी फिर से खौफ पैदा कर रही है।
राजनांदगांव शहर के अलावा देहात क्षेत्रों में भी कोरोना के नए मामलो मेें इजाफा हुआ है। शहर के सृष्टि कॉलोनी के एक परिवार में एकमुश्त 5 सदस्यों के कोरोनाग्रस्त होने से एरिया को प्रशासन ने कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है। बताया गया है कि परिवार के कुछ सदस्य मध्यप्रदेश से होकर पिछले दिनों घर लौटे थे। इसमें एक सदस्य डायरिया औैर सर्दी-खांसी से पीडि़त था। मेडिकल जांच में कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि होने के बाद परिवार के अन्य सदस्यों की जांच हुई। जांच में परिवार के पांच सदस्य कोरोनाग्रस्त पाए गए। इसके बाद एरिया को सील करते प्रशासन ने कोरोना जांच के लिए इलाके में अभियान तेज कर दिया।
इधर चौथी लहर के धमक से पहले मेडिकल अफसरों ने चेेतातेे कहा है कि दूसरी और तीसरी लहर के बाद लोगों का लापरवाह होना चौथी लहर को बढ़ाने का काम कर सकता है, इसलिए जरूरी है कि बुस्टर डोज और टीके को लेकर गंभीरता बरती जाए। कोविड-19 के वायरस के तेजी से फैलने का चौथी लहर में मेडिकल विशेषज्ञों ने अंदेशा जताया है। समूचे जिले में दो दिन के भीतर कोरोना मामलों में हुई वृद्धि से यह संकेत है कि चौथी लहर में सावधानी नहीं बरतना घातक साबित हो सकता है।
जिले में पॉजिटिव दर पिछले 4 माह से शून्य में थी। अब नए मरीज मिलने से इजाफा भी हो रहा है। इस संबंध में सीएमएचओ डॉ. मिथलेश चौधरी ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि सर्दी-खांसी और हल्के बुखार भी कोरोना का लक्षण हो सकता है। ऐसी हालत में डायरिया भी मरीज के लिए परेशानी का कारण बन सकता है। सीएमएचओ ने आम लोगों से कोविड-19 की शर्तों के अनुरूप नियमों का पालन करने की अपील की है। इस बीच महाराष्ट्र बार्डर में भी स्वास्थ्य अमला निगाह रखे हुए है। पड़ोसी राज्य में कोरोना के नए वैरियंट मिलने की शंका जाहिर की गई है।