राजनांदगांव
टीआई ने कहा ऐसी कोई शिकायत थाने में नहीं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 7 जुलाई। खैरागढ़ के एक कारोबारी पर एक आदिवासी की जमीन और 22 लाख रुपए हड़पने के मामले में पुलिस से शिकायत की गई है। हालांकि पुलिस ने शिकायत होने से साफ इन्कार किया है। खैरागढ़ बायपास के निर्माण के दौरान मुआवजे की तर्ज पर मिली रकम को कारोबारी पर जबरिया रखने का आरोप पीडि़त ने लगाए हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक टिकरापारा निवासी राजेश धु्रवे ने अपनी शिकायत में बताया कि उनके पिता के नाम पर ग्राम खम्हरिया खुर्द खैरागढ़ में बायपास पर खसरा नंबर 117/2 रकबा 2.50 एकड़ भूमि थी, जिसे व्यापारी नरेन्द्र जैन ने अपने संस्था न्यू हैंड्स सेवा संस्थान के नाम पर कुछ कर्ज के भुगतान की बताकर जून 2013 में पंजीकृत दानपत्र लिखवा लिया है। बायपास निर्माण के दौरान उक्त जमीन के एवज में शाासन से मुआवजा राशि 22 लाख 64 हजार रुपए मिली, जिसे नरेन्द्र जैन ने हड़प लिया।
राजेश ने बताया कि उनके पिता मोहन धु्रवे की मृत्यु 2015 में हो गई। इसके बाद नरेन्द्र जैन ने उनकी जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया है। राजेश ने बताया कि नरेन्द्र एक रसूखदार व्यक्ति है। उसकी प्रमुख राजनीतिक दलों में गहरी पैठ है। गोंड जाति की भूमि बगैर कलेक्टर से अनुमति लिये किसी के भी हस्तांतरण नहीं की जा सकती। उनके पिता को धोखे में रखकर जमीन का दानपत्र करा लिया गया।
राजेश ने खुद को आदिवासी समाज का बताते कार्रवाई की मांग की है। इधर व्यापारी नरेन्द्र जैन ने खुद पर लग रहे आरोप को बेबुनियाद बताया है। उन्होंने ऐसी कोई जमीन नहीं होने की बात कही है। इधर खैरागढ़ थाना प्रभारी निलेश पांडे ने कहा कि थाना में ऐसी कोई शिकायत नहीं पहुंची है।